भूगोल की गहराइयों में उतरें: आज का महा-परीक्षण!
नमस्कार, भूगोल के जिज्ञासु साथियों! अपनी तैयारी को एक नया आयाम देने के लिए तैयार हो जाइए। आज हम आपके लिए लेकर आए हैं भूगोल के विभिन्न पहलुओं से जुड़े 25 बहुविकल्पीय प्रश्न, जो आपके ज्ञान की कसौटी पर खरे उतरेंगे। आइए, इस रोमांचक भौगोलिक यात्रा पर निकलें और अपनी विशेषज्ञता को और निखारें!
भूगोल अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: नर्मदा नदी का उद्गम स्थल निम्नलिखित में से कौन सा है?
- गोगोई झील
- अमरकंटक
- ब्रह्मगिरी
- नासिक
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और स्थान: नर्मदा नदी का उद्गम स्थल मध्य प्रदेश में स्थित अमरकंटक चोटी है। यह विंध्य पर्वत श्रृंखला के पूर्वी सिरे पर स्थित है।
- संदर्भ और विस्तार: नर्मदा भारत की सबसे महत्वपूर्ण नदियों में से एक है, जो पश्चिम की ओर बहती है और अरब सागर में गिरती है। यह अपने डेल्टा के बजाय ज्वारनदमुख (estuary) बनाती है।
- गलत विकल्प: गोगोई झील (Looktak Lake का हिस्सा) मणिपुर में है जहाँ से बराक नदी निकलती है। ब्रह्मगिरी कर्नाटक में है जहाँ से कावेरी नदी निकलती है। नासिक महाराष्ट्र में है जहाँ से गोदावरी नदी निकलती है।
प्रश्न 2: पूर्वी घाट की सबसे ऊंची चोटी निम्नलिखित में से कौन सी है?
- महेंद्रगिरी
- कालाभैरा
- अनाईमुडी
- जिंदगड़ा पीक
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और स्थान: पूर्वी घाट की सबसे ऊंची चोटी जिंदगड़ा पीक (Jindhagada Peak) है, जो आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में स्थित है। इसकी ऊंचाई 1690 मीटर है।
- संदर्भ और विस्तार: पूर्वी घाट एक खंडित और असमान पर्वत श्रृंखला है जो भारत के पूर्वी तट के समानांतर फैली हुई है।
- गलत विकल्प: महेंद्रगिरी (1501 मीटर) पूर्वी घाट की दूसरी सबसे ऊंची चोटी है। अनाईमुडी पश्चिमी घाट की सबसे ऊंची चोटी है (2695 मीटर)। कालाभैरा पूर्वी घाट का एक हिस्सा है लेकिन सबसे ऊंचा नहीं।
प्रश्न 3: पश्चिमी राजस्थान में किस प्रकार की मिट्टी पाई जाती है?
- काली मिट्टी
- लेटराइट मिट्टी
- बलुई मिट्टी
- जलोढ़ मिट्टी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और स्थान: पश्चिमी राजस्थान, विशेषकर थार मरुस्थल क्षेत्र में, मुख्य रूप से बलुई मिट्टी (Sandy soil) पाई जाती है।
- संदर्भ और विस्तार: यह मिट्टी शुष्क और अर्ध-शुष्क जलवायु के कारण बनती है। इसमें ह्यूमस और नमी की मात्रा कम होती है, लेकिन इसमें रेत की मात्रा अधिक होती है। यह सिंचाई के साथ कृषि के लिए अनुकूल हो सकती है।
- गलत विकल्प: काली मिट्टी दक्कन के पठार में पाई जाती है। लेटराइट मिट्टी उच्च वर्षा वाले क्षेत्रों में बनती है। जलोढ़ मिट्टी नदी घाटियों और तटीय मैदानों में पाई जाती है।
प्रश्न 4: निम्नलिखित में से किस भारतीय राज्य की तट रेखा सबसे लंबी है?
- तमिलनाडु
- गुजरात
- आंध्र प्रदेश
- महाराष्ट्र
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और स्थान: भारत में सबसे लंबी तटरेखा वाला राज्य गुजरात है। इसकी तटरेखा लगभग 1600 किलोमीटर लंबी है।
- संदर्भ और विस्तार: गुजरात की तटरेखा अनियमित है और इसमें खंभात की खाड़ी जैसे कई प्राकृतिक बंदरगाहों के निर्माण के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ हैं।
- गलत विकल्प: आंध्र प्रदेश की तटरेखा दूसरी सबसे लंबी (974 किमी) है। तमिलनाडु की तटरेखा (906 किमी) तीसरी सबसे लंबी है। महाराष्ट्र की तटरेखा (720 किमी) चौथी सबसे लंबी है।
प्रश्न 5: भारत किस जनसांख्यिकीय संक्रमण (Demographic Transition) के किस चरण में है?
- प्रथम चरण
- द्वितीय चरण
- तृतीय चरण
- चतुर्थ चरण
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और अवधारणा: भारत जनसांख्यिकीय संक्रमण के तृतीय चरण (Third Stage) में है। इस चरण में जन्म दर और मृत्यु दर दोनों धीरे-धीरे कम होने लगती हैं, लेकिन जन्म दर अभी भी मृत्यु दर से अधिक होती है, जिसके कारण जनसंख्या में वृद्धि जारी रहती है।
- संदर्भ और विस्तार: प्रथम चरण में उच्च जन्म दर और उच्च मृत्यु दर होती है (जनसंख्या स्थिर)। द्वितीय चरण में मृत्यु दर गिरती है लेकिन जन्म दर ऊंची रहती है (जनसंख्या तेजी से बढ़ती है)। चतुर्थ चरण में जन्म दर और मृत्यु दर दोनों कम हो जाती हैं (जनसंख्या वृद्धि धीमी या स्थिर)।
- गलत विकल्प: भारत ने प्रथम और द्वितीय चरण पार कर लिए हैं, और अभी पूर्ण रूप से चतुर्थ चरण में प्रवेश नहीं किया है।
प्रश्न 6: भारत में लौह अयस्क का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य कौन सा है?
- झारखंड
- ओडिशा
- छत्तीसगढ़
- कर्नाटक
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और स्थान: हालिया आँकड़ों के अनुसार, ओडिशा भारत में लौह अयस्क का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है।
- संदर्भ और विस्तार: ओडिशा में मयूरभंज (Mayurbhanj), सुंदरगढ़ (Sundargarh) और क्योंझर (Keonjhar) जैसे जिलों में लौह अयस्क के बड़े भंडार हैं, जिनमें ‘बादामपहाड़’ और ‘गुरुमहिषानी’ प्रमुख खदानें हैं।
- गलत विकल्प: झारखंड, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक भी महत्वपूर्ण लौह अयस्क उत्पादक राज्य हैं, लेकिन उत्पादन के मामले में ओडिशा उनसे आगे है।
प्रश्न 7: भारत में दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी का समय अवधि क्या है?
- मार्च से मई
- जून से सितंबर
- सितंबर से नवंबर
- अक्टूबर से दिसंबर
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और समय: दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी (Withdrawal) आमतौर पर सितंबर के मध्य से शुरू होकर अक्टूबर तक चलती है।
- संदर्भ और विस्तार: मानसून की शुरुआत जून की शुरुआत में होती है और यह भारत के अधिकांश हिस्सों में सितंबर तक सक्रिय रहता है। वापसी की प्रक्रिया धीरे-धीरे होती है, पहले उत्तर-पश्चिमी भारत से शुरू होती है और फिर देश के शेष भागों में फैलती है।
- गलत विकल्प: मार्च-मई ग्रीष्मकालीन ऋतु है। जून-सितंबर मानसून का आगमन और वर्षा का काल है। अक्टूबर-दिसंबर उत्तर-पूर्वी मानसून का समय होता है।
प्रश्न 8: अरावली पर्वतमाला की सबसे ऊंची चोटी कौन सी है?
- गुरु शिखर
- डोडाबेट्टा
- नंदा देवी
- कंचनजंघा
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और स्थान: अरावली पर्वतमाला की सबसे ऊंची चोटी गुरु शिखर है, जो राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित है। इसकी ऊंचाई 1722 मीटर है।
- संदर्भ और विस्तार: अरावली पर्वतमाला विश्व की सबसे पुरानी अवशिष्ट पर्वत श्रृंखलाओं में से एक है, जो गुजरात से दिल्ली तक फैली हुई है।
- गलत विकल्प: डोडाबेट्टा दक्षिण भारत की नीलगिरि पहाड़ियों की सबसे ऊंची चोटी है। नंदा देवी भारत की दूसरी सबसे ऊंची चोटी है (उत्तराखंड में)। कंचनजंघा भारत की तीसरी सबसे ऊंची चोटी है (सिक्किम में)।
प्रश्न 9: ‘ब्लैक फॉरेस्ट’ (Black Forest) नामक काल्पनिक रंगीन मेघों के निर्माण के लिए कौन सी प्रक्रिया जिम्मेदार है?
- परावर्तन (Reflection)
- अपवर्तन (Refraction)
- विवर्तन (Diffraction)
- पर्युत्प्रेक्षण (Scattering)
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और अवधारणा: ‘ब्लैक फॉरेस्ट’ या ‘नीले वन’ (blue forest) जैसी रंगीन आकृतियाँ (जिन्हें अक्सर ‘सुपरनूमेररी रेनबो’ या ‘कलर हेलो’ के रूप में देखा जाता है) हवा में मौजूद छोटी जल बूँदों या बर्फ के क्रिस्टलों द्वारा प्रकाश के विवर्तन (Diffraction) के कारण बनती हैं।
- संदर्भ और विस्तार: विवर्तन तब होता है जब प्रकाश तरंगें छोटी बाधाओं (जैसे जल की बूँदें) के किनारों से टकराकर मुड़ जाती हैं, जिससे इंद्रधनुषी रंग दिखाई देते हैं।
- गलत विकल्प: परावर्तन प्रकाश का सतह से टकराकर वापस लौटना है। अपवर्तन प्रकाश का एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाने पर मुड़ना है। पर्युत्प्रेक्षण (जैसे रेले स्कैटरिंग) वायुमंडल में प्रकाश के फैलाव से संबंधित है, जो आकाश का नीला रंग या सूर्योदय/सूर्यास्त के समय लाल रंग के लिए जिम्मेदार है, न कि रंगीन वन आकृतियों के लिए।
प्रश्न 10: हिमनद (glacier) द्वारा निर्मित ‘U’ आकार की घाटियों के विपरीत, ‘V’ आकार की घाटियों का निर्माण मुख्य रूप से किसके द्वारा होता है?
- हिमनद
- नदी
- वायु
- समुद्री लहरें
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और प्रक्रिया: ‘V’ आकार की घाटियों का निर्माण मुख्य रूप से नदी अपरदन (River erosion) द्वारा होता है। नदी अपने प्रवाह के साथ चट्टानों को काटती है और अपने किनारों को भी काटती है, जिससे घाटी का ‘V’ आकार बनता है।
- संदर्भ और विस्तार: यह प्रक्रिया तब और तीव्र हो जाती है जब नदी पहाड़ी या पर्वतीय क्षेत्रों से गुजरती है।
- गलत विकल्प: हिमनद ‘U’ आकार की घाटियों का निर्माण करते हैं क्योंकि वे चौड़े और शक्तिशाली होते हैं, और वे घाटी के किनारों को ऊपर से भी अपरदित करते हैं। वायु अपरदन ‘J’ या ‘U’ आकार के हवा से खोदे गए गर्त (blowouts) बना सकता है, जबकि समुद्री लहरें तट पर क्लिफ और वेदरिंग पैटर्न बनाती हैं।
प्रश्न 11: पृथ्वी पर विभिन्न समय क्षेत्रों (Time Zones) के निर्माण का मुख्य कारण क्या है?
- पृथ्वी का अपनी धुरी पर घूमना
- पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर घूमना
- चंद्रमा का पृथ्वी के चारों ओर घूमना
- सौर विकिरण का असमान वितरण
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और अवधारणा: पृथ्वी का अपनी धुरी पर पश्चिम से पूर्व की ओर घूमना (Rotation) विभिन्न समय क्षेत्रों के निर्माण का मुख्य कारण है। जैसे-जैसे पृथ्वी घूमती है, सूर्योदय और सूर्यास्त अलग-अलग देशांतरों पर अलग-अलग समय पर होते हैं।
- संदर्भ और विस्तार: प्रत्येक 15 डिग्री देशांतर पर समय में 1 घंटे का अंतर होता है। यह दैनिक जीवन, यात्रा और संचार को सुविधाजनक बनाने के लिए स्थापित किया गया है।
- गलत विकल्प: पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर घूमना (Revolution) वर्ष के मौसमों के लिए जिम्मेदार है। चंद्रमा का घूमना ज्वार-भाटा से संबंधित है। सौर विकिरण का असमान वितरण भी तापमान के अंतर का कारण बनता है, लेकिन सीधे तौर पर समय क्षेत्रों का नहीं।
प्रश्न 12: पर्वतों के सहारे वर्षा, जिसे ‘पर्वतीय वर्षा’ (Orographic Rainfall) कहा जाता है, का निर्माण किस प्रकार होता है?
- जब गर्म और नम हवा ठंडी हो जाती है और संक्षेपण (condensation) होता है।
- जब आर्द्र हवा को किसी पर्वत द्वारा ऊपर की ओर धकेला जाता है, जिससे वह ठंडी होकर संक्षेपित होती है।
- जब दो भिन्न तापमान वाली हवाएँ मिलती हैं और एक दूसरे के ऊपर चढ़ जाती हैं।
- जब हवा के अभिसरण (convergence) से हवा ऊपर उठती है और ठंडी होती है।
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और प्रक्रिया: पर्वतीय वर्षा (Orographic Rainfall) तब होती है जब आर्द्र हवा (moist air) को एक पर्वत श्रृंखला के पार बहने के लिए मजबूर किया जाता है। जब हवा ऊपर उठती है, तो यह ठंडी होती है, जिससे जलवाष्प का संक्षेपण (condensation) होता है और बादल बनते हैं। जब ये बादल संतृप्त हो जाते हैं, तो वर्षा होती है।
- संदर्भ और विस्तार: पर्वत के ‘ पवनाभिमुख’ (windward) ढलान पर अधिक वर्षा होती है, जबकि ‘त्वाभिमुख’ (leeward) ढलान पर हवा के नीचे उतरने और गर्म होने के कारण शुष्क परिस्थितियाँ बनती हैं, जिसे ‘वर्षा छाया क्षेत्र’ (Rain Shadow Area) कहा जाता है।
- गलत विकल्प: विकल्प (a) सामान्य संक्षेपण की व्याख्या करता है। विकल्प (c) वाताग्रीय वर्षा (Frontal Rainfall) का वर्णन करता है। विकल्प (d) अभिसरण वर्षा (Convergence Rainfall) या संवहनीय वर्षा (Convectional Rainfall) का वर्णन करता है।
प्रश्न 13: किसी नदी के मुहाने पर ज्वारीय तरंगों (Tidal Bore) का बनना निम्नलिखित में से किस प्रक्रिया से संबंधित है?
- नदी के प्रवाह और ज्वार की शक्ति का टकराव
- समुद्री जल का वाष्पीकरण
- भूमि का अपरदन
- समुद्र तल का उठना
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और अवधारणा: ज्वारीय बोर (Tidal Bore) एक ऐसी घटना है जिसमें एक ज्वारीय तरंग (tidal wave) नदी के मुहाने पर प्रवेश करती है और नदी के प्रवाह के विरुद्ध आगे बढ़ती है। यह तब होता है जब ज्वार की शक्ति नदी के निचले प्रवाह की तुलना में बहुत अधिक होती है।
- संदर्भ और विस्तार: यह घटना विशेष रूप से संकरे मुहानों (estuaries) और ज्वारान्वित नदियों (tidal rivers) में देखी जाती है, जैसे कि चीन में चीयांग नदी या फ्रांस में सीन नदी।
- गलत विकल्प: समुद्री जल का वाष्पीकरण वर्षा के लिए जिम्मेदार है। भूमि का अपरदन घाटियों को आकार देता है। समुद्र तल का उठना या गिरना लंबे समय की भूवैज्ञानिक प्रक्रियाएं हैं।
प्रश्न 14: ‘लोएस’ (Loess) नामक महीन गाद (silt) के जमाव से निर्मित उपजाऊ भूमि का निर्माण मुख्य रूप से किसके द्वारा होता है?
- जल अपरदन
- हिमनदी अपरदन
- वायु निक्षेपण (Wind deposition)
- ज्वालामुखी राख
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और प्रक्रिया: लोएस (Loess) एक महीन, कणिकामय तलछट (sedimentary deposit) है जो हवा द्वारा दूर से ले जाई जाती है और फिर जमा हो जाती है। यह मुख्य रूप से शुष्क या अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में पाया जाता है, जहाँ हवा सूखी, खुली भूमि से महीन धूल और गाद को उड़ा ले जाती है।
- संदर्भ और विस्तार: लोएस पठार (जैसे चीन में) अपनी अत्यंत उपजाऊ मिट्टी के लिए जाने जाते हैं, जो कृषि के लिए बहुत उपयोगी होती है।
- गलत विकल्प: जल अपरदन नदी घाटियों को आकार देता है। हिमनदी अपरदन हिमनदों द्वारा लाए गए तलछट (जैसे मोरेन) का निक्षेपण करता है। ज्वालामुखी राख ज्वालामुखी विस्फोटों से उत्पन्न होती है।
प्रश्न 15: ‘कटाबेटिक पवन’ (Katabatic wind) की प्रमुख विशेषता क्या है?
- ठंडी, सघन हवा का ढलान से नीचे की ओर बहना
- गर्म, हल्की हवा का ऊपर की ओर बहना
- स्थायी रूप से एक ही दिशा में बहना
- समुद्र से भूमि की ओर बहना
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और अवधारणा: कटाबेटिक पवन (जिसे कैटाबेटिक या डाउनस्लोप पवन भी कहा जाता है) एक ऐसी हवा है जो गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव में ढलान से नीचे की ओर बहती है। यह अक्सर तब बनती है जब हवा किसी उच्च क्षेत्र (जैसे पठार या ग्लेशियर) पर ठंडी और सघन हो जाती है।
- संदर्भ और विस्तार: ऐसी पवनें रात में या सर्दियों के दौरान पहाड़ी या पर्वतीय क्षेत्रों में आम हैं। उदाहरणों में मिस्ट्रल (फ्रांस) और बोरा (एड्रियाटिक तट) शामिल हैं।
- गलत विकल्प: विकल्प (b) एनाबेटिक (अपस्लोप) हवाओं का वर्णन करता है। विकल्प (c) व्यापारिक हवाओं जैसी स्थायी पवनों का वर्णन करता है। विकल्प (d) समुद्री समीर (Sea Breeze) का वर्णन करता है।
प्रश्न 16: मध्य-महासागरीय कटक (Mid-Ocean Ridges) के निर्माण के लिए कौन सी भूवैज्ञानिक प्रक्रिया उत्तरदायी है?
- अपसारी प्लेट सीमा (Divergent Plate Boundary)
- अभिसारी प्लेट सीमा (Convergent Plate Boundary)
- रूपांतरीय प्लेट सीमा (Transform Plate Boundary)
- प्लेटों का स्थैतिक (Stationary) होना
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और प्रक्रिया: मध्य-महासागरीय कटक (Mid-Ocean Ridges) अपसारी प्लेट सीमाओं (Divergent Plate Boundaries) पर बनते हैं, जहाँ टेक्टोनिक प्लेटें एक दूसरे से दूर जाती हैं।
- संदर्भ और विस्तार: जब प्लेटें दूर जाती हैं, तो पृथ्वी के मेंटल से मैग्मा ऊपर उठता है, ठंडा होता है, और नया महासागरीय क्रस्ट (oceanic crust) बनाता है। यह निरंतर प्रक्रिया विशाल पनडुब्बी पर्वत श्रृंखलाओं का निर्माण करती है, जिन्हें मध्य-महासागरीय कटक कहा जाता है। अटलांटिक मध्य-महासागरीय कटक इसका प्रमुख उदाहरण है।
- गलत विकल्प: अभिसारी प्लेट सीमाएँ आमतौर पर ज्वालामुखी द्वीप चाप (volcanic island arcs) या पर्वत श्रृंखलाओं (जैसे हिमालय) का निर्माण करती हैं। रूपांतरणीय प्लेट सीमाएँ तब बनती हैं जब प्लेटें एक दूसरे के समानांतर खिसकती हैं, जिससे भूकंप आते हैं।
प्रश्न 17: ऑस्ट्रेलिया की राजधानी क्या है?
- सिडनी
- मेलबर्न
- कैनबरा
- ब्रिस्बेन
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और स्थान: ऑस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबरा है।
- संदर्भ और विस्तार: कैनबरा को सिडनी और मेलबर्न के बीच एक समझौता राजधानी के रूप में योजनाबद्ध करके बनाया गया था। यह न्यू साउथ वेल्स राज्य में स्थित है।
- गलत विकल्प: सिडनी और मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया के सबसे बड़े और सबसे प्रसिद्ध शहर हैं, लेकिन राजधानी नहीं हैं। ब्रिस्बेन भी एक प्रमुख शहर है।
प्रश्न 18: निम्नलिखित में से कौन सा दुनिया का सबसे बड़ा मरुस्थल है (सभी प्रकारों को मिलाकर)?
- सहारा मरुस्थल
- अरब मरुस्थल
- अंटार्कटिक मरुस्थल
- गोबी मरुस्थल
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और परिभाषा: मरुस्थल (Desert) को केवल गर्म और रेतीले क्षेत्र के रूप में परिभाषित नहीं किया जाता है, बल्कि ऐसे क्षेत्र के रूप में परिभाषित किया जाता है जहाँ बहुत कम वर्षा होती है। इस परिभाषा के अनुसार, अंटार्कटिक मरुस्थल (Antarctic Desert) दुनिया का सबसे बड़ा मरुस्थल है (लगभग 14.2 मिलियन वर्ग किलोमीटर)।
- संदर्भ और विस्तार: अंटार्कटिका एक ध्रुवीय मरुस्थल है जहाँ वर्षा (बर्फ के रूप में) बहुत कम होती है।
- गलत विकल्प: सहारा मरुस्थल (लगभग 9.2 मिलियन वर्ग किलोमीटर) दुनिया का सबसे बड़ा गर्म मरुस्थल है। अरब मरुस्थल तीसरा सबसे बड़ा है, और गोबी मरुस्थल मध्य एशिया में है।
प्रश्न 19: निम्नलिखित में से कौन सी जलडमरूमध्य (Strait) यूरोप और अफ्रीका को अलग करती है?
- जिब्राल्टर जलडमरूमध्य
- डेविस जलडमरूमध्य
- मैगलन जलडमरूमध्य
- म मलाक्का जलडमरूमध्य
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और स्थान: जिब्राल्टर जलडमरूमध्य (Strait of Gibraltar) यूरोप (स्पेन) और अफ्रीका (मोरक्को) को अलग करती है, और अटलांटिक महासागर को भूमध्य सागर से जोड़ती है।
- संदर्भ और विस्तार: यह एक महत्वपूर्ण समुद्री मार्ग है।
- गलत विकल्प: डेविस जलडमरूमध्य ग्रीनलैंड और कनाडा के बीच है। मैगलन जलडमरूमध्य दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी सिरे पर है। मलाक्का जलडमरूमध्य दक्षिण पूर्व एशिया में है।
प्रश्न 20: ‘हजारों झीलों की भूमि’ (Land of a Thousand Lakes) के नाम से किस देश को जाना जाता है?
- कनाडा
- फिनलैंड
- नॉर्वे
- स्वीडन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और उपनाम: फिनलैंड को ‘हजारों झीलों की भूमि’ के नाम से जाना जाता है, क्योंकि वहाँ लगभग 187,888 झीलें हैं, जो देश के क्षेत्रफल का लगभग 10% हिस्सा कवर करती हैं।
- संदर्भ और विस्तार: ये झीलें फिनलैंड के परिदृश्य और संस्कृति का एक अभिन्न अंग हैं।
- गलत विकल्प: कनाडा में भी बहुत बड़ी संख्या में झीलें हैं, लेकिन फिनलैंड को यह उपनाम अधिक विशिष्ट रूप से दिया गया है। नॉर्वे और स्वीडन में भी कई झीलें हैं।
प्रश्न 21: भूमध्य रेखा (Equator) निम्नलिखित में से किस महाद्वीप से होकर गुजरती है?
- ऑस्ट्रेलिया
- एशिया
- अफ्रीका
- उत्तरी अमेरिका
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और स्थान: भूमध्य रेखा तीन महाद्वीपों – दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका और एशिया (विशेष रूप से इंडोनेशियाई द्वीपसमूह) – से होकर गुजरती है। दिए गए विकल्पों में से, अफ्रीका वह महाद्वीप है जिससे यह स्पष्ट रूप से गुजरती है।
- संदर्भ और विस्तार: भूमध्य रेखा पृथ्वी को उत्तरी और दक्षिणी गोलार्धों में विभाजित करती है।
- गलत विकल्प: भूमध्य रेखा ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका या सीधे एशिया के मुख्य भूभाग से नहीं गुजरती (हालांकि यह एशिया के कुछ द्वीपों से गुजरती है)।
प्रश्न 22: एंडीज पर्वत श्रृंखला (Andes mountain range) किस महाद्वीप में स्थित है?
- उत्तरी अमेरिका
- अफ्रीका
- ऑस्ट्रेलिया
- दक्षिण अमेरिका
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और स्थान: एंडीज पर्वत श्रृंखला दक्षिण अमेरिका के पश्चिमी तट के समानांतर स्थित है, जो इसे दुनिया की सबसे लंबी महाद्वीपीय पर्वत श्रृंखला बनाती है।
- संदर्भ और विस्तार: यह श्रृंखला वेनेजुएला से लेकर चिली तक फैली हुई है और इसमें कई ऊंची चोटियाँ शामिल हैं, जैसे कि माउंट एकांकाग्वा।
- गलत विकल्प: रॉकी पर्वत उत्तरी अमेरिका में हैं। एटलस पर्वत अफ्रीका में हैं। ग्रेट डिवाइडिंग रेंज ऑस्ट्रेलिया में है।
प्रश्न 23: भारत में कपास की खेती के लिए निम्नलिखित में से कौन सा क्षेत्र सबसे उपयुक्त है?
- गंगा-यमुना दोआब
- दक्कन का पठार (काली मिट्टी वाला क्षेत्र)
- पूर्वी तटीय मैदान
- हिमालय की तलहटी
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और स्थान: भारत में कपास की खेती के लिए दक्कन का पठार, विशेष रूप से महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में पाई जाने वाली काली मिट्टी (Black Cotton Soil) सबसे उपयुक्त है।
- संदर्भ और विस्तार: काली मिट्टी जल धारण क्षमता में उत्कृष्ट होती है और कपास की वृद्धि के लिए आवश्यक नमी बनाए रखती है।
- गलत विकल्प: गंगा-यमुना दोआब जलोढ़ मिट्टी के लिए प्रसिद्ध है जो चावल और गेहूं के लिए अधिक उपयुक्त है। पूर्वी तटीय मैदान डेल्टा क्षेत्र हैं जहाँ धान की खेती होती है। हिमालय की तलहटी चाय और बागवानी के लिए उपयुक्त है।
प्रश्न 24: नदी डेल्टाओं में उच्च जनसंख्या घनत्व का प्राथमिक कारण क्या है?
- तीव्र ज्वालामुखी गतिविधि
- उपजाऊ जलोढ़ मिट्टी और पानी की उपलब्धता
- ठंडा और शुष्क जलवायु
- पहाड़ी इलाका
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और कारक: नदी डेल्टा ऐसे क्षेत्र होते हैं जहाँ नदियाँ समुद्र में मिलने से पहले अपनी गाद (sediment) जमा करती हैं। यह गाद अत्यधिक उपजाऊ जलोढ़ मिट्टी (alluvial soil) बनाती है। इसके अलावा, डेल्टा क्षेत्र अक्सर मैदानी होते हैं और पानी के प्रचुर स्रोत प्रदान करते हैं, जो कृषि और मानव बसावट के लिए आदर्श परिस्थितियाँ हैं।
- संदर्भ और विस्तार: दुनिया की अधिकांश बड़ी आबादी नदी डेल्टाओं और उनके आसपास के जलोढ़ मैदानों में निवास करती है।
- गलत विकल्प: डेल्टा क्षेत्रों में ज्वालामुखी गतिविधि नहीं होती। जलवायु अक्सर नम और आर्द्र होती है, न कि ठंडी और शुष्क। डेल्टा क्षेत्र आमतौर पर मैदानी होते हैं, पहाड़ी नहीं।
प्रश्न 25: ब्राजील में लौह अयस्क के परिवहन के लिए प्रमुख मार्ग कौन सा है?
- सड़क मार्ग
- रेल मार्ग
- जल मार्ग (नदी/समुद्री)
- पाइपलाइन
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता और माल ढुलाई: ब्राजील दुनिया के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादकों और निर्यातकों में से एक है। विशाल मात्रा में लौह अयस्क के परिवहन के लिए, विशेष रूप से खदानों से बंदरगाहों तक, जल मार्ग (नदियों और समुद्री शिपिंग) प्रमुख और सबसे किफायती साधन है।
- संदर्भ और विस्तार: ब्राजील की प्रमुख लौह अयस्क खदानें (जैसे कैराजास) देश के उत्तर-पूर्व में स्थित हैं, और इसे मुख्य रूप से टिम्बाउ (Timbaú) और पुंता डे माडेरा (Ponta de Madeira) जैसे बंदरगाहों के माध्यम से निर्यात किया जाता है, जहाँ से माल जहाज द्वारा ले जाया जाता है। कार्गो ट्रेनों का भी उपयोग होता है, लेकिन अंतिम निर्यात बड़े पैमाने पर जल मार्ग से होता है।
- गलत विकल्प: सड़क मार्ग कम मात्रा में या स्थानीय परिवहन के लिए उपयोग किए जाते हैं। रेलवे का उपयोग खदानों से बंदरगाहों तक माल पहुँचाने में होता है, लेकिन माल का अंतिम शिपमेंट जल मार्ग से होता है। लौह अयस्क के लिए पाइपलाइन का उपयोग नहीं किया जाता है, जबकि स्लरी (slurry) के लिए किया जा सकता है।