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इतिहास का महासंगम: अपनी तैयारी को आज़माएं!

प्रिय प्रतियोगी साथियों, इतिहास की गहराइयों में उतरने और अपने ज्ञान की लौ को प्रज्वलित करने के लिए तैयार हो जाइए! यह सिर्फ़ एक प्रश्नोत्तरी नहीं, बल्कि अतीत के महासागर में एक रोमांचक यात्रा है। आइए, आज के 25 चुने हुए सवालों के साथ अपनी तैयारी को परखें और सफलता की ओर एक कदम और बढ़ाएँ!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किस वैदिक देवता को ‘युद्ध का देवता’ माना जाता था?

  1. वरुण
  2. इंद्र
  3. अग्नि
  4. सूर्य

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: इंद्र को वैदिक काल में ‘युद्ध का देवता’ माना जाता था। उन्हें वर्षा, गर्जना और युद्धों में विजय से जोड़ा जाता था। ऋग्वेद में उनके कई युद्धों और शौर्यपूर्ण कार्यों का वर्णन है, जैसे वृत्र नामक असुर का वध।
  • संदर्भ और विस्तार: इंद्र को ‘पुरंदर’ (किले तोड़ने वाला) भी कहा जाता था। वे देवताओं के राजा माने जाते थे और आर्यों के जीवन में उनका महत्वपूर्ण स्थान था।
  • अincorrect विकल्प: वरुण जल और नैतिक व्यवस्था के देवता थे, अग्नि यज्ञ और मध्यस्थता के देवता थे, और सूर्य प्रकाश और जीवन के दाता माने जाते थे।

प्रश्न 2: सिंधु घाटी सभ्यता के किस स्थल से ‘नर्तकी की कांस्य प्रतिमा’ प्राप्त हुई है?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. लोथल
  4. कालीबंगा

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: मोहनजोदड़ो (शाब्दिक अर्थ ‘मृतकों का टीला’) सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल है, जहाँ से 4,500 साल पुरानी ‘नर्तकी की कांस्य प्रतिमा’ मिली है। यह प्रतिमा तत्कालीन कलात्मक कौशल का अद्भुत नमूना है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह प्रतिमा लगभग 10.5 सेंटीमीटर ऊँची है और अपने गतिशील मुद्रा के लिए जानी जाती है। यह दर्शाती है कि उस समय के लोग धातुकर्म में कितने निपुण थे।
  • अincorrect विकल्प: हड़प्पा से लाल बलुआ पत्थर का पुरुष धड़ मिला था, लोथल से एक फारस की खाड़ी की मुहर मिली थी, और कालीबंगा से जूते हुए खेत के प्रमाण मिले थे।

प्रश्न 3: मौर्य वंश के किस शासक को ‘भारतीय इतिहास का पहला वास्तविक सम्राट’ माना जाता है?

  1. चंद्रगुप्त मौर्य
  2. बिंदुसार
  3. अशोक
  4. बृहद्रथ

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: चंद्रगुप्त मौर्य (शासनकाल लगभग 322-298 ईसा पूर्व) ने मौर्य साम्राज्य की स्थापना की और उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों को एक राजनीतिक इकाई के अधीन लाया, जिससे उन्हें ‘भारतीय इतिहास का पहला वास्तविक सम्राट’ माना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: उन्होंने नंद वंश को उखाड़ फेंका और चाणक्य (कौटिल्य) की सहायता से एक विशाल साम्राज्य का निर्माण किया। उनके साम्राज्य में अफगानिस्तान से लेकर बंगाल तक का क्षेत्र शामिल था।
  • अincorrect विकल्प: बिंदुसार चंद्रगुप्त के पुत्र थे जिन्होंने साम्राज्य का विस्तार किया, लेकिन चंद्रगुप्त ने इसे स्थापित किया। अशोक बिंदुसार के पुत्र थे और उन्होंने साम्राज्य को अपने चरम पर पहुँचाया, लेकिन ‘वास्तविक सम्राट’ की उपाधि उनके संस्थापक होने के कारण चंद्रगुप्त को दी जाती है। बृहद्रथ अंतिम मौर्य शासक था।

प्रश्न 4: गुप्त काल को ‘भारत का स्वर्ण युग’ क्यों कहा जाता है?

  1. क्योंकि इस काल में सोने के सिक्कों का सर्वाधिक प्रचलन था।
  2. क्योंकि इस काल में कला, विज्ञान, साहित्य और वास्तुकला का अभूतपूर्व विकास हुआ।
  3. क्योंकि इस काल में गुप्त वंश ने सबसे लंबा शासन किया।
  4. क्योंकि इस काल में व्यापार और वाणिज्य अपनी चरम सीमा पर था।

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: गुप्त काल (लगभग 320-550 ईस्वी) को ‘भारत का स्वर्ण युग’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस अवधि में कला, साहित्य, विज्ञान, गणित, खगोल विज्ञान और वास्तुकला जैसे क्षेत्रों में असाधारण प्रगति हुई।
  • संदर्भ और विस्तार: कालिदास जैसे महान कवियों, आर्यभट्ट जैसे खगोलविदों और गणितज्ञों ने इसी काल में योगदान दिया। अजंता की गुफाओं के कुछ उत्कृष्ट चित्र भी इसी काल के माने जाते हैं।
  • अincorrect विकल्प: यद्यपि सोने के सिक्के ढाले गए थे और व्यापार भी फला-फूला, लेकिन ‘स्वर्ण युग’ की उपाधि मुख्य रूप से सांस्कृतिक और बौद्धिक उपलब्धियों के व्यापक विकास के कारण दी गई है, न कि केवल आर्थिक कारणों से। शासनकाल की अवधि भी इस उपाधि का प्राथमिक कारण नहीं है।

प्रश्न 5: दिल्ली सल्तनत का कौन सा सुल्तान ‘बाजार नियंत्रण प्रणाली’ के लिए जाना जाता है?

  1. कुतुबुद्दीन ऐबक
  2. इल्तुतमिश
  3. अलाउद्दीन खिलजी
  4. मुहम्मद बिन तुगलक

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: अलाउद्दीन खिलजी (शासनकाल 1296-1316 ईस्वी) दिल्ली सल्तनत का पहला शासक था जिसने एक विस्तृत और कठोर ‘बाजार नियंत्रण प्रणाली’ लागू की।
  • संदर्भ और विस्तार: इसका उद्देश्य सेना के लिए कम लागत पर सामान उपलब्ध कराना और आम जनता को राहत देना था। उसने विभिन्न वस्तुओं के लिए निश्चित मूल्य तय किए, व्यापारियों पर कड़ी निगरानी रखी, और मूल्य उल्लंघन पर कठोर दंड का प्रावधान किया। उसने ‘शहना-ए- मंडी’ (बाजार अधीक्षक) जैसे अधिकारियों की नियुक्ति की।
  • अincorrect विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक सल्तनत के संस्थापक थे, इल्तुतमिश ने चांदी का ‘टंका’ और तांबे का ‘जीतल’ जारी किया, और मुहम्मद बिन तुगलक अपनी असफल ‘प्रतीक मुद्रा’ योजना के लिए जाने जाते हैं।

प्रश्न 6: किस मुगल बादशाह ने ‘दिन-ए-इलाही’ नामक एक नए धर्म की शुरुआत की?

  1. हुमायूँ
  2. अकबर
  3. जहाँगीर
  4. शाहजहाँ

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: मुगल सम्राट अकबर (शासनकाल 1556-1605 ईस्वी) ने 1582 ईस्वी में ‘दिन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) नामक एक नया धर्म चलाया।
  • संदर्भ और विस्तार: यह एक संश्लेषणवादी धर्म था जिसमें विभिन्न धर्मों की शिक्षाओं का मिश्रण था, जिसका उद्देश्य सभी धर्मों के लोगों को एक सूत्र में पिरोना था। इसका अनुयायी बनना ऐच्छिक था और इसे व्यापक स्वीकृति नहीं मिली। बीरबल इसके एकमात्र प्रमुख हिंदू अनुयायी थे।
  • अincorrect विकल्प: हुमायूँ अकबर के पिता थे, जहाँगीर ने अपनी आत्मकथा ‘तुज़ुक-ए-जहाँगीरी’ लिखी, और शाहजहाँ ने ताजमहल का निर्माण करवाया।

प्रश्न 7: विजयनगर साम्राज्य की राजधानी ‘हंपी’ किस नदी के तट पर स्थित है?

  1. गोदावरी
  2. कृष्णा
  3. तुंगभद्रा
  4. कावेरी

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: विजयनगर साम्राज्य (1336-1646 ईस्वी) की राजधानी हंपी, कर्नाटक में तुंगभद्रा नदी के दक्षिणी तट पर स्थित थी।
  • संदर्भ और विस्तार: हंपी अपने खंडहरों के लिए प्रसिद्ध है, जो यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है। यहाँ वीरुपक्ष मंदिर, विट्ठल मंदिर (संगीत के फव्वारे के लिए प्रसिद्ध) जैसे कई महत्वपूर्ण स्मारक हैं। साम्राज्य की स्थापना हरिहर और बुक्का ने की थी।
  • अincorrect विकल्प: गोदावरी, कृष्णा और कावेरी दक्षिण भारत की अन्य प्रमुख नदियाँ हैं, लेकिन हंपी तुंगभद्रा के तट पर ही स्थित है।

प्रश्न 8: 1857 के विद्रोह के दौरान, कानपुर से इसका नेतृत्व किसने किया था?

  1. रानी लक्ष्मीबाई
  2. बेगम हजरत महल
  3. ताना टोपे
  4. नाना साहब

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: 1857 के विद्रोह के दौरान, कानपुर से इसका नेतृत्व नाना साहब ने किया था। वे बाजीराव द्वितीय के दत्तक पुत्र थे।
  • संदर्भ और विस्तार: नाना साहब ने कानपुर में ब्रिटिश शासन को उखाड़ फेंका और स्वयं को पेशवा घोषित कर दिया। उनके सेनापति तात्या टोपे ने भी विद्रोह में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • अincorrect विकल्प: रानी लक्ष्मीबाई ने झांसी से, बेगम हजरत महल ने लखनऊ से, और तात्या टोपे ने बाद में विद्रोह का नेतृत्व संभाला था।

प्रश्न 9: ‘भूदान आंदोलन’ किसके द्वारा शुरू किया गया था?

  1. महात्मा गांधी
  2. विनोबा भावे
  3. जयप्रकाश नारायण
  4. राम मनोहर लोहिया

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘भूदान आंदोलन’ 1951 में आचार्य विनोबा भावे द्वारा शुरू किया गया था। यह एक स्वैच्छिक भूमि सुधार आंदोलन था।
  • संदर्भ और विस्तार: विनोबा भावे ने जमींदारों से भूमिहीन किसानों को भूमि दान करने का आग्रह किया। यह आंदोलन गांधीवादी सिद्धांतों से प्रेरित था और इसका उद्देश्य अहिंसक तरीके से सामाजिक और आर्थिक विषमता को कम करना था।
  • अincorrect विकल्प: महात्मा गांधी ने ‘सर्वोदय’ की अवधारणा दी थी, लेकिन सीधे तौर पर भूदान आंदोलन शुरू नहीं किया। जयप्रकाश नारायण ने ‘संपूर्ण क्रांति’ का आह्वान किया।

प्रश्न 10: फ्रांसीसी क्रांति (1789) का तात्कालिक कारण क्या था?

  1. अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम में फ्रांस की भागीदारी
  2. बुद्धिजीवियों (Enlightenment thinkers) के विचारों का प्रसार
  3. शाही परिवार का अत्यधिक खर्च और वित्तीय संकट
  4. बैस्टिल का पतन

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: फ्रांसीसी क्रांति का एक प्रमुख तात्कालिक कारण राज्य की गंभीर वित्तीय संकट और दिवालियापन था, जो शाही परिवार के अत्यधिक खर्च, युद्धों में भागीदारी (विशेषकर अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम में) और एक अप्रभावी कराधान प्रणाली के कारण उत्पन्न हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: राजा लुई सोलहवें ने वित्तीय संकट से निपटने के लिए एस्टेट-जनरल (Estates-General) की बैठक बुलाई, जो क्रांति की शुरुआत का एक महत्वपूर्ण चरण साबित हुआ।
  • अincorrect विकल्प: अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम में भागीदारी ने कर्ज बढ़ाया। बुद्धिजीवियों के विचार महत्वपूर्ण थे लेकिन तात्कालिक कारण नहीं। बैस्टिल का पतन क्रांति की शुरुआत का प्रतीक था, कारण नहीं।

प्रश्न 11: हड़प्पा सभ्यता में ‘हल से जोते गए खेत’ के प्रमाण किस स्थान से मिले हैं?

  1. मोहनजोदड़ो
  2. हड़प्पा
  3. लोथल
  4. कालीबंगा

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: कालीबंगा, जो राजस्थान में स्थित है, वह एकमात्र हड़प्पा स्थल है जहाँ से ‘हल से जोते गए खेत’ के पुरातात्विक साक्ष्य मिले हैं। यह दर्शाता है कि वे कृषि के लिए जुताई का उपयोग करते थे।
  • संदर्भ और विस्तार: यहाँ एक पक्की ईंटों का बना नाली और हल रेखाएँ भी मिली हैं, जो यह बताती हैं कि खेत को विभिन्न दिशाओं में जोता गया था, संभवतः विभिन्न फसलें उगाने के लिए।
  • अincorrect विकल्प: मोहनजोदड़ो से महान स्नानागार, हड़प्पा से कब्रिस्तान ‘R-37’, और लोथल से एक गोदी (dockyard) के साक्ष्य मिले थे।

प्रश्न 12: गुप्त काल के प्रसिद्ध गणितज्ञ और खगोलशास्त्री कौन थे, जिन्होंने ‘सूर्य सिद्धांत’ लिखा?

  1. ब्रह्मगुप्त
  2. वराहमिहिर
  3. आर्यभट्ट
  4. भास्कराचार्य

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: आर्यभट्ट (जन्म 476 ईस्वी) गुप्त काल के एक महान गणितज्ञ और खगोलशास्त्री थे, जिन्होंने ‘आर्यभट्टीय’ और ‘सूर्य सिद्धांत’ जैसे महत्वपूर्ण ग्रंथ लिखे।
  • संदर्भ और विस्तार: उन्होंने पाई (π) का मान निकाला, पृथ्वी की परिधि का सटीक अनुमान लगाया, और यह सिद्धांत दिया कि पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है (though this interpretation is debated among scholars regarding his exact meaning).
  • अincorrect विकल्प: ब्रह्मगुप्त ने ‘ब्रह्मस्फुट सिद्धांत’ लिखा, वराहमिहिर ने ‘पंचसिद्धांतिका’ लिखी, और भास्कराचार्य (12वीं शताब्दी) ने ‘लीलावती’ लिखी।

प्रश्न 13: दिल्ली सल्तनत के किस सुल्तान ने ‘दीवान-ए-बंदगान’ (दास विभाग) की स्थापना की थी?

  1. इल्तुतमिश
  2. अलाउद्दीन खिलजी
  3. गयासुद्दीन तुगलक
  4. फिरोज शाह तुगलक

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: फिरोज शाह तुगलक (शासनकाल 1351-1388 ईस्वी) ने ‘दीवान-ए-बंदगान’ की स्थापना की थी, जो गुलामों (दासों) के प्रबंधन के लिए एक समर्पित विभाग था।
  • संदर्भ और विस्तार: उसका उद्देश्य राज्य के प्रशासन और सैन्य व्यवस्था में गुलामों का प्रभावी ढंग से उपयोग करना था। उसने अन्य कल्याणकारी कार्य जैसे नहरों का निर्माण, चिकित्सालयों की स्थापना और जकात कर की दर को कम करना भी किया।
  • अincorrect विकल्प: इल्तुतमिश ने तुर्क-ए-चहलगानी (40 सरदारों का समूह) बनाया, अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण किया, और गयासुद्दीन तुगलक तुगलक वंश के संस्थापक थे।

प्रश्न 14: किस सिख गुरु ने ‘गुरु ग्रंथ साहिब’ का संकलन किया?

  1. गुरु नानक देव
  2. गुरु अंगद देव
  3. गुरु अर्जन देव
  4. गुरु गोबिंद सिंह

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: पांचवें सिख गुरु, गुरु अर्जन देव (1581-1606 ईस्वी) ने ‘गुरु ग्रंथ साहिब’ का संकलन किया। इसमें पहले चार गुरुओं की शिक्षाएँ और अन्य संतों की वाणी भी शामिल है।
  • संदर्भ और विस्तार: उन्होंने अमृतसर में हरमिंदर साहिब (स्वर्ण मंदिर) का निर्माण भी शुरू करवाया था। गुरु अर्जन देव को जहांगीर ने शहीद कर दिया था।
  • अincorrect विकल्प: गुरु नानक देव सिख धर्म के संस्थापक थे, गुरु अंगद देव ने गुरुमुखी लिपि का विकास किया, और गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की और दसवें गुरु थे।

प्रश्न 15: 1916 का लखनऊ समझौता किन दो प्रमुख भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गुटों को फिर से एक साथ लाया?

  1. नरम दल और गरम दल
  2. कांग्रेस और मुस्लिम लीग
  3. क्रांतिकारी दल और अहिंसक आंदोलनकारी
  4. सभी राष्ट्रवादी संगठन

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: 1916 का लखनऊ अधिवेशन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण था क्योंकि इसमें कांग्रेस के नरम दल और गरम दल (जो 1907 के सूरत अधिवेशन में अलग हो गए थे) फिर से एक साथ आए।
  • संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन की अध्यक्षता अंबिका चरण मजूमदार ने की थी। इसी अधिवेशन में कांग्रेस और मुस्लिम लीग के बीच ‘लखनऊ समझौता’ भी हुआ, जिसमें दोनों ने मिलकर ब्रिटिश सरकार से स्वशासन की मांग की।
  • अincorrect विकल्प: जबकि कांग्रेस और मुस्लिम लीग के बीच भी समझौता हुआ, प्रश्न विशेष रूप से कांग्रेस के गुटों के बारे में पूछता है।

प्रश्न 16: ‘वंदे मातरम’ गीत बंकिम चंद्र चटर्जी के किस उपन्यास से लिया गया है?

  1. दुर्गेश नंदिनी
  2. कपाल कुंडला
  3. आनंदमठ
  4. राजसिंह

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘वंदे मातरम’ गीत बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा लिखे गए प्रसिद्ध बंगाली उपन्यास ‘आनंदमठ’ (1882) से लिया गया है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह गीत 1870 के दशक में लिखा गया था और 1905 के स्वदेशी आंदोलन के दौरान भारतीय राष्ट्रवाद का एक महत्वपूर्ण प्रतीक बन गया। इसे राष्ट्रीय गीत का दर्जा प्राप्त है।
  • अincorrect विकल्प: अन्य विकल्प बंकिम चंद्र के अन्य उपन्यास हैं, लेकिन ‘वंदे मातरम’ ‘आनंदमठ’ का हिस्सा है।

प्रश्न 17: अमेरिकी गृहयुद्ध (American Civil War) कब से कब तक चला?

  1. 1859-1865
  2. 1861-1865
  3. 1865-1870
  4. 1850-1855

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: अमेरिकी गृहयुद्ध, जो संयुक्त राज्य अमेरिका के उत्तरी (संघ) और दक्षिणी (संघ राज्य) राज्यों के बीच लड़ा गया था, 12 अप्रैल 1861 से 9 अप्रैल 1865 तक चला।
  • संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध का मुख्य कारण दास प्रथा (slavery) को लेकर उत्पन्न मतभेद थे। संघ की जीत हुई और दास प्रथा को समाप्त कर दिया गया।
  • अincorrect विकल्प: बाकी विकल्प गलत समय-सीमाएँ हैं।

प्रश्न 18: भारत का कौन सा वाइसरॉय ‘लॉर्ड कर्जन’ ने 1905 में बंगाल का विभाजन किया?

  1. लॉर्ड डलहौजी
  2. लॉर्ड लिटन
  3. लॉर्ड कर्जन
  4. लॉर्ड चेम्सफोर्ड

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: भारत के वाइसरॉय लॉर्ड कर्जन (1899-1905) ने 1905 में बंगाल का विभाजन किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: उन्होंने विभाजन का कारण प्रशासनिक सुविधा बताया था, लेकिन जनता ने इसे ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति माना। इस विभाजन के विरोध में स्वदेशी और बहिष्कार आंदोलन चलाए गए। यह विभाजन 1911 में रद्द कर दिया गया था।
  • अincorrect विकल्प: लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते हैं, लॉर्ड लिटन ने वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट लागू किया था, और लॉर्ड चेम्सफोर्ड के कार्यकाल में रॉलेट एक्ट और जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ था।

प्रश्न 19: ‘सांख्य दर्शन’ के प्रवर्तक कौन माने जाते हैं?

  1. पतंजलि
  2. कपिल
  3. गौतम
  4. जैमिनी

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: महर्षि कपिल को ‘सांख्य दर्शन’ का प्रवर्तक माना जाता है। सांख्य, भारतीय दर्शन के छह प्रमुख आस्तिक दर्शनों में से एक है।
  • संदर्भ और विस्तार: सांख्य दर्शन द्वैतवाद (dualism) पर आधारित है, जिसमें प्रकृति (भौतिक संसार) और पुरुष (चेतना) को दो मूल तत्व माना गया है। इसका मुख्य ग्रंथ ‘सांख्य सूत्र’ है।
  • अincorrect विकल्प: पतंजलि ने योग सूत्र लिखा, गौतम ने न्याय दर्शन की रचना की, और जैमिनी ने मीमांसा दर्शन का प्रतिपादन किया।

प्रश्न 20: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. कुमारगुप्त

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-380 ईस्वी) को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह उपाधि उन्हें प्रसिद्ध इतिहासकार ए.एल. श्रीवास्तव ने दी थी। उन्होंने अपने लंबे शासनकाल में दिग्विजय (सैन्य विजय) प्राप्त की और अपने साम्राज्य का विस्तार भारत के बड़े हिस्से तक किया। उनके विजयों का विवरण प्रयाग प्रशस्ति (इलाहाबाद स्तंभ शिलालेख) में मिलता है, जिसे उनके दरबारी कवि हरिषेण ने लिखा था।
  • अincorrect विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम ने गुप्त वंश की नींव मजबूत की, चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) के काल में फाहियान भारत आया, और कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना की।

प्रश्न 21: ‘ईस्ट इंडिया एसोसिएशन’ की स्थापना किसने और कब की थी?

  1. दादाभाई नौरोजी, 1866
  2. सुरेन्द्रनाथ बनर्जी, 1876
  3. महादेव गोविंद रानाडे, 1884
  4. बाल गंगाधर तिलक, 1895

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘ईस्ट इंडिया एसोसिएशन’ की स्थापना दादाभाई नौरोजी ने 1866 में लंदन में की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इसका मुख्य उद्देश्य ब्रिटेन के लोगों को भारतीय मामलों से अवगत कराना और भारत के प्रति ब्रिटिश नीतियों की आलोचना करना था। दादाभाई नौरोजी को ‘भारत का ग्रैंड ओल्ड मैन’ भी कहा जाता है।
  • अincorrect विकल्प: सुरेंद्रनाथ बनर्जी ने इंडियन नेशनल एसोसिएशन की स्थापना की, महादेव गोविंद रानाडे ने डेक्कन एजुकेशन सोसाइटी की स्थापना में योगदान दिया, और बाल गंगाधर तिलक ने पुणे में डेक्कन एजुकेशन सोसाइटी से संबंध रखा।

प्रश्न 22: भारत के संविधान का मसौदा तैयार करने वाली समिति के अध्यक्ष कौन थे?

  1. पंडित जवाहरलाल नेहरू
  2. डॉ. राजेंद्र प्रसाद
  3. डॉ. भीमराव अम्बेडकर
  4. सरदार वल्लभभाई पटेल

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: भारत के संविधान का मसौदा तैयार करने वाली समिति (Drafting Committee) के अध्यक्ष डॉ. भीमराव अम्बेडकर थे।
  • संदर्भ और विस्तार: उन्होंने संविधान को अंतिम रूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उन्हें भारतीय संविधान का ‘जनक’ कहा जाता है। संविधान सभा की स्थापना 1946 में हुई थी।
  • अincorrect विकल्प: पंडित जवाहरलाल नेहरू उद्देश्य प्रस्ताव (Objective Resolution) पेश करने वाले थे और वे संविधान सभा के सदस्य थे। डॉ. राजेंद्र प्रसाद संविधान सभा के अध्यक्ष थे, और सरदार वल्लभभाई पटेल मौलिक अधिकारों और अल्पसंख्यकों पर सलाहकार समिति के अध्यक्ष थे।

प्रश्न 23: साइमन कमीशन (1927) का मुख्य उद्देश्य क्या था?

  1. भारत में रेलवे का विस्तार करना
  2. भारत में शैक्षिक सुधारों का मूल्यांकन करना
  3. भारत में संवैधानिक सुधारों की संभावना का पता लगाना
  4. भारतीय उद्योगों का विकास करना

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: साइमन कमीशन, जिसे 1927 में ब्रिटिश सरकार द्वारा नियुक्त किया गया था, उसका मुख्य उद्देश्य भारत में संवैधानिक सुधारों की संभावना का अध्ययन करना और रिपोर्ट प्रस्तुत करना था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस कमीशन में सभी सदस्य ब्रिटिश थे, जिसके कारण भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और अन्य भारतीय नेताओं ने इसका बहिष्कार किया और “साइमन वापस जाओ” के नारे लगाए।
  • अincorrect विकल्प: अन्य विकल्प साइमन कमीशन के उद्देश्य नहीं थे।

प्रश्न 24: प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) के दौरान केंद्रीय शक्तियाँ (Central Powers) कौन से देश थे?

  1. जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, ओटोमन साम्राज्य, बुल्गारिया
  2. ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, इटली
  3. अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस
  4. जर्मनी, इटली, जापान

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: प्रथम विश्व युद्ध में केंद्रीय शक्तियाँ मुख्य रूप से जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, ओटोमन साम्राज्य (तुर्की) और बुल्गारिया थीं।
  • संदर्भ और विस्तार: उनके विरुद्ध मित्र राष्ट्र (Allied Powers) थे, जिनमें प्रमुख रूप से ब्रिटेन, फ्रांस, रूस (1917 तक), इटली (1915 के बाद), जापान और बाद में संयुक्त राज्य अमेरिका (1917 से) शामिल थे।
  • अincorrect विकल्प: विकल्प (b) और (c) मित्र राष्ट्रों के देशों को दर्शाते हैं। विकल्प (d) द्वितीय विश्व युद्ध की धुरी शक्तियों (Axis Powers) से संबंधित है।

प्रश्न 25: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन को ‘गांधी-इरविन समझौते’ के संदर्भ में महत्वपूर्ण माना जाता है?

  1. लाहौर अधिवेशन, 1929
  2. कराची अधिवेशन, 1931
  3. कलकत्ता अधिवेशन, 1928
  4. दिल्ली अधिवेशन, 1932

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: 1931 का कराची अधिवेशन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण था क्योंकि इसी अधिवेशन में गांधी-इरविन समझौते (जो गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने के लिए किया गया था) को मंजूरी दी गई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन की अध्यक्षता सरदार वल्लभभाई पटेल ने की थी। यहीं पर कांग्रेस ने ‘मौलिक अधिकारों’ और ‘राष्ट्रीय आर्थिक कार्यक्रमों’ से संबंधित प्रस्ताव पारित किए, जो भविष्य के भारत के लिए एक खाका पेश करते थे।
  • अincorrect विकल्प: लाहौर अधिवेशन (1929) में पूर्ण स्वराज का संकल्प लिया गया था। कलकत्ता अधिवेशन (1928) में साइमन कमीशन बहिष्कार का प्रस्ताव था। दिल्ली अधिवेशन (1932) का कोई विशेष महत्व नहीं रहा।

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