इतिहास के रणक्षेत्र में आज का महासंग्राम: 25 प्रश्नों का अचूक अभ्यास!
अतीत की गहराइयों में उतरने और अपने ज्ञान को परखने का यह एक सुनहरा अवसर है! इतिहास की यात्रा पर निकलें, जहाँ प्राचीन सभ्यताएं, मध्यकालीन साम्राज्य और आधुनिक युग की हलचलें आपका इंतज़ार कर रही हैं। अपने प्रतिस्पर्धी परीक्षा के सपनों को साकार करने के लिए तैयार हो जाइए, आज के इस विशेष 25 प्रश्नों के अभ्यास सत्र के साथ!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता का कौन सा स्थल ‘सिंधु का मरुस्थल’ (Desert of Sindh) या ‘सिंध का बाग’ (Garden of Sindh) के रूप में जाना जाता था?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- चन्हुदड़ो
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मोहनजोदड़ो, जिसका अर्थ ‘मृतकों का टीला’ है, को ‘सिंधु का मरुस्थल’ या ‘सिंध का बाग’ कहा जाता था। यह सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण शहरों में से एक था।
- संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रांत में सिंधु नदी के तट पर स्थित था। यह शहर अपनी उन्नत जल निकासी व्यवस्था, स्नानागार (Great Bath) और विभिन्न सार्वजनिक भवनों के लिए प्रसिद्ध है। इसकी खोज 1922 में आर. डी. बनर्जी द्वारा की गई थी।
- गलत विकल्प: हड़प्पा, लोथल और चन्हुदड़ो भी महत्वपूर्ण सिंधु घाटी स्थल थे, लेकिन ये विशेष उपाधियों के लिए नहीं जाने जाते थे। लोथल एक महत्वपूर्ण बंदरगाह शहर था, और चन्हुदड़ो मनके बनाने के लिए प्रसिद्ध था।
प्रश्न 2: निम्नलिखित में से कौन साGraphQL का एक मुख्य लाभ है?
- बार-बार डेटा का अनुरोध करना पड़ता है।
- क्लाइंट केवल वही डेटा प्राप्त करता है जिसकी उसे आवश्यकता होती है।
- सर्वर पर अधिक लोड पड़ता है।
- API को अपडेट करना जटिल होता है।
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: GraphQL का एक मुख्य लाभ यह है कि क्लाइंट केवल वही डेटा प्राप्त करता है जिसकी उसे आवश्यकता होती है, जिससे ओवर-फेचिंग (over-fetching) और अंडर-फेचिंग (under-fetching) से बचा जा सकता है।
- संदर्भ और विस्तार: GraphQL एक क्वेरी भाषा है जो API के लिए उपयोग की जाती है और क्लाइंट को यह बताने की अनुमति देती है कि उन्हें किस डेटा की आवश्यकता है। यह RESTful API की तुलना में अधिक कुशल और लचीला है।
- गलत विकल्प: GraphQL डेटा के बार-बार अनुरोध करने की आवश्यकता को कम करता है, सर्वर पर लोड को अक्सर कम करता है, और API को अधिक आसानी से अपडेट करने की अनुमति देता है।
प्रश्न 3: ‘अष्टप्रधान’ का गठन किस मराठा शासक ने किया था?
- शिवाजी महाराज
- बाजीराव प्रथम
- मल्हार राव होलकर
- बाजीराव द्वितीय
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘अष्टप्रधान’ का गठन छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपने प्रशासन को सुचारू रूप से चलाने के लिए किया था।
- संदर्भ और विस्तार: अष्टप्रधान शिवाजी के मंत्रिमंडल के आठ मंत्रियों की एक परिषद थी, जो विभिन्न प्रशासनिक विभागों के प्रमुख थे। इसमें पेशवा (प्रधान मंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (शाही पत्राचार), सुमंत (विदेश मंत्री), सेनापति (सैन्य प्रमुख), पंडितराव (धार्मिक मामले), न्याधीश (न्याय मंत्री) और प्रतिनिधि (रिकॉर्ड कीपर) शामिल थे।
- गलत विकल्प: बाजीराव प्रथम, बाजीराव द्वितीय और मल्हार राव होलकर अन्य महत्वपूर्ण मराठा शासक थे, लेकिन अष्टप्रधान की व्यवस्था शिवाजी ने ही स्थापित की थी।
प्रश्न 4: फ्रांसीसी क्रांति का तात्कालिक कारण क्या था?
- अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम में फ्रांस की भागीदारी
- नेशनल असेंबली का गठन
- बस्तील पर हमला
- तीसरे एस्टेट द्वारा संविधान की मांग
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: 14 जुलाई 1789 को बस्तील पर हमला फ्रांसीसी क्रांति का एक महत्वपूर्ण और तात्कालिक कारण बना, जिसने क्रांति की शुरुआत को चिह्नित किया।
- संदर्भ और विस्तार: बस्तील पेरिस में एक किला-जेल था, जो शाही दमन का प्रतीक माना जाता था। इस पर हमला करके, भीड़ ने राजा की शक्ति को चुनौती दी और क्रांति को एक नई दिशा दी। अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम में फ्रांस की भागीदारी ने शाही खजाने पर भारी बोझ डाला था, जो क्रांति के मूल कारणों में से एक था, लेकिन बस्तील पर हमला एक तात्कालिक उत्प्रेरक था।
- गलत विकल्प: नेशनल असेंबली का गठन और तीसरे एस्टेट द्वारा संविधान की मांग क्रांति के महत्वपूर्ण चरण थे, लेकिन बस्तील पर हमला पहला प्रत्यक्ष, हिंसक कार्य था।
प्रश्न 5: ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत किस मुगल सम्राट ने की थी?
- अकबर
- जहांगीर
- शाहजहां
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘दीन-ए-इलाही’ या ‘ईश्वरीय धर्म’ की शुरुआत मुगल सम्राट अकबर ने 1582 में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह एक संश्लेषणवादी धर्म था जो विभिन्न धर्मों के सिद्धांतों को मिलाता था, जिसका उद्देश्य धार्मिक सहिष्णुता और एकता को बढ़ावा देना था। हालांकि, इसे व्यापक रूप से स्वीकार नहीं किया गया और यह अल्पकालिक ही रहा।
- गलत विकल्प: जहांगीर, शाहजहां और औरंगजेब अन्य मुगल सम्राट थे जिनके अपने-अपने शासनकाल की विशेषताएं थीं, लेकिन दीन-ए-इलाही का संबंध विशेष रूप से अकबर से है।
प्रश्न 6: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- कुमारगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: यह उपाधि उनके प्रशस्ति लेखक हरिषेण द्वारा दी गई थी, जिन्होंने समुद्रगुप्त की सैन्य विजयों और विस्तारवादी नीतियों का वर्णन किया है। उन्होंने उत्तर भारत के कई राज्यों को जीत लिया था और दक्षिणापथ पर भी विजय प्राप्त की थी।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का संस्थापक था, चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) अपने दरबार में नवरत्नों के लिए जाना जाता था, और कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना में योगदान दिया।
प्रश्न 7: ‘लॉर्ड ऑफ द फ्लाइज’ (Lord of the Flies) पुस्तक का लेखक कौन है?
- जॉर्ज ऑरवेल
- विलियम गोल्डिंग
- जे.के. राउलिंग
- चार्ल्स डिकेंस
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘लॉर्ड ऑफ द फ्लाइज’ पुस्तक के लेखक विलियम गोल्डिंग हैं।
- संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक 1954 में प्रकाशित हुई थी और एक द्वीप पर फंसे ब्रिटिश स्कूली बच्चों के समूह के पतन की कहानी बताती है, जो एक बर्बर गिरोह में बदल जाते हैं। यह मानव स्वभाव की क्रूरता और सभ्यता के नाजुकपन जैसे विषयों की पड़ताल करती है।
- गलत विकल्प: जॉर्ज ऑरवेल ‘एनिमल फार्म’ और ‘नाइनटीन एटी-फोर’ के लिए जाने जाते हैं, जे.के. राउलिंग ‘हैरी पॉटर’ श्रृंखला के लिए प्रसिद्ध हैं, और चार्ल्स डिकेंस 19वीं सदी के एक प्रसिद्ध विक्टोरियन उपन्यासकार थे।
प्रश्न 8: किस सल्तनत काल के शासक ने ‘बाजार नियंत्रण नीति’ लागू की थी?
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
- मुहम्मद बिन तुगलक
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: अलाउद्दीन खिलजी ने अपने शासनकाल में कठोर ‘बाजार नियंत्रण नीति’ लागू की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह नीति वस्तुओं की कीमतों को नियंत्रित करने, जमाखोरी को रोकने और सेना के लिए रसद की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बनाई गई थी। उसने विभिन्न बाजारों के लिए अलग-अलग दरों को निर्धारित किया और उनकी निगरानी के लिए ‘शहना-ए-मंडी’ जैसे अधिकारियों की नियुक्ति की।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश, बलबन और मुहम्मद बिन तुगलक सल्तनत काल के महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन ऐसी विस्तृत बाजार नियंत्रण नीति अलाउद्दीन खिलजी द्वारा ही लागू की गई थी।
प्रश्न 9: ‘प्रार्थना समाज’ की स्थापना कब और कहाँ हुई?
- 1867, बंबई
- 1875, कलकत्ता
- 1891, मद्रास
- 1857, दिल्ली
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: प्रार्थना समाज की स्थापना 1867 में बंबई (अब मुंबई) में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इसकी स्थापना आत्माराम पांडुरंग ने की थी, जिसमें केशव चंद्र सेन का भी महत्वपूर्ण योगदान था। यह समाज एकेश्वरवाद पर आधारित था और जाति व्यवस्था, अंधविश्वासों तथा पुरोहितवाद का विरोध करता था। इसका मुख्य उद्देश्य सामाजिक और धार्मिक सुधार था।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प अलग-अलग सामाजिक-धार्मिक आंदोलनों से संबंधित हो सकते हैं, लेकिन प्रार्थना समाज की स्थापना का सही वर्ष और स्थान 1867, बंबई है।
प्रश्न 10: ‘जूलियस सीज़र’ (Julius Caesar) का लेखक कौन है?
- चार्ल्स डिकेंस
- विलियम शेक्सपियर
- जेन ऑस्टेन
- सैम्युअल बेकेट
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘जूलियस सीज़र’ नाटक के प्रसिद्ध लेखक विलियम शेक्सपियर हैं।
- संदर्भ और विस्तार: यह शेक्सपियर द्वारा लिखा गया एक प्रसिद्ध ट्रेजेडी नाटक है, जो रोमन गणराज्य के पतन और जूलियस सीज़र के सत्ता में उदय पर आधारित है। यह पहली बार 1599 में प्रदर्शित किया गया था।
- गलत विकल्प: चार्ल्स डिकेंस, जेन ऑस्टेन और सैम्युअल बेकेट अन्य प्रसिद्ध लेखक हैं, लेकिन ‘जूलियस सीज़र’ शेक्सपियर की कृति है।
प्रश्न 11: निम्नलिखित में से किस वैदिक देवता को ‘युद्ध का देवता’ माना जाता है?
- वरुण
- सोम
- इंद्र
- सूर्य
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: इंद्र को ऋग्वैदिक काल में ‘युद्ध का देवता’ और ‘देवताओं का राजा’ माना जाता था।
- संदर्भ और विस्तार: उन्हें वज्र धारण करने वाला, वर्षा और तूफानों का देवता भी कहा जाता था। ऋग्वेद में उनके शौर्य और युद्धों का विस्तृत वर्णन है, विशेषकर वृत्र नामक दैत्य का वध करने के संदर्भ में।
- गलत विकल्प: वरुण जल और नैतिक व्यवस्था के देवता थे, सोम एक पौधा और उसका रस (पेय) था, और सूर्य प्रकाश और जीवन के दाता थे।
प्रश्न 12: ‘पावर्टी एंड अन-ब्रिटिश रूल इन इंडिया’ (Poverty and Un-British Rule in India) पुस्तक किसने लिखी?
- महात्मा गांधी
- जवाहरलाल नेहरू
- दादाभाई नौरोजी
- गोपाल कृष्ण गोखले
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘पावर्टी एंड अन-ब्रिटिश रूल इन इंडिया’ पुस्तक दादाभाई नौरोजी ने लिखी थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक 1901 में प्रकाशित हुई थी और इसमें दादाभाई नौरोजी ने ब्रिटिश शासन के तहत भारत के आर्थिक शोषण का व्यवस्थित विश्लेषण प्रस्तुत किया था, जिसमें ‘ड्रेन ऑफ वेल्थ’ (धन की निकासी) सिद्धांत का प्रतिपादन किया गया था।
- गलत विकल्प: महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और गोपाल कृष्ण गोखले भारत के महान नेता थे जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन यह विशेष पुस्तक दादाभाई नौरोजी की है।
प्रश्न 13: तुगलक वंश का कौन सा शासक ‘दीवान-ए-मीर-ए-कोह’ (कृषि विभाग) की स्थापना के लिए जाना जाता है?
- गयासुद्दीन तुगलक
- मुहम्मद बिन तुगलक
- फिरोज शाह तुगलक
- नासिरुद्दीन महमूद
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मुहम्मद बिन तुगलक ने कृषि के विकास को बढ़ावा देने के लिए ‘दीवान-ए-मीर-ए-कोह’ नामक एक कृषि विभाग की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इसका उद्देश्य किसानों को सरकारी सहायता प्रदान करना, बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाना और खेती को बढ़ावा देना था। यद्यपि इस विभाग की पहल अच्छी थी, लेकिन इसे लागू करने के तरीके में कई समस्याएं थीं।
- गलत विकल्प: गयासुद्दीन तुगलक ने सिंचाई के लिए नहरें बनवाईं, फिरोजशाह तुगलक ने भी नहरें बनवाईं और कई शहरों की स्थापना की, लेकिन कृषि विभाग की स्थापना मुहम्मद बिन तुगलक से जुड़ी है।
प्रश्न 14: 1916 का लखनऊ अधिवेशन कांग्रेस और मुस्लिम लीग के बीच महत्वपूर्ण था क्योंकि इसमें ________ हुआ?
- नमक सत्याग्रह का प्रस्ताव
- होम रूल लीग की स्थापना
- कांग्रेस और लीग के बीच ‘लखनऊ समझौता’
- पूर्ण स्वराज की मांग
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: 1916 के लखनऊ अधिवेशन में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और मुस्लिम लीग के बीच ‘लखनऊ समझौता’ हुआ, जिससे दोनों दलों में एकता आई।
- संदर्भ और विस्तार: इस समझौते के तहत, लीग ने कांग्रेस के राष्ट्रवादी आंदोलन का समर्थन करने पर सहमति व्यक्त की, जबकि कांग्रेस ने मुस्लिमों के लिए सांप्रदायिक प्रतिनिधित्व (separate electorates) के सिद्धांत को स्वीकार किया। इस अधिवेशन की अध्यक्षता अंबिकाचरण मजूमदार ने की थी।
- गलत विकल्प: नमक सत्याग्रह 1930 में हुआ, होम रूल लीग की स्थापना 1916 में तिलक और एनी बेसेंट द्वारा की गई थी (लेकिन यह अधिवेशन का मुख्य परिणाम नहीं था), और पूर्ण स्वराज की मांग 1929 के लाहौर अधिवेशन में की गई थी।
प्रश्न 15: ‘इंडस वैली सिविलाइजेशन’ (Indus Valley Civilization) को ‘हड़प्पा सभ्यता’ क्यों कहा जाता है?
- क्योंकि हड़प्पा पहला खोजा गया शहर था।
- क्योंकि यह सबसे बड़ा शहर था।
- क्योंकि यह सबसे महत्वपूर्ण शहर था।
- क्योंकि यह सबसे पुराना शहर था।
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: इस सभ्यता को ‘हड़प्पा सभ्यता’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि हड़प्पा वह पहला स्थल था जिसे 1921 में पुरातत्वविदों द्वारा खोजा गया था।
- संदर्भ और विस्तार: दयाराम साहनी के नेतृत्व में हुई खुदाई से इस प्राचीन सभ्यता के अस्तित्व का पता चला। बाद में, मोहनजोदड़ो जैसे अन्य महत्वपूर्ण स्थलों की खोज हुई, लेकिन प्रारंभिक खोज के कारण इसे हड़प्पा सभ्यता नाम दिया गया।
- गलत विकल्प: जबकि हड़प्पा एक महत्वपूर्ण शहर था, यह सबसे बड़ा (मोहनजोदड़ो) या सबसे पुराना (हालांकि प्रारंभिक) नहीं था। इसलिए, यह नामकरण केवल खोज के क्रम पर आधारित था।
प्रश्न 16: ‘प्रथम बौद्ध संगीति’ का आयोजन कहाँ हुआ था?
- राजगृह
- वैशाली
- पाटलिपुत्र
- कुंडलवन (कश्मीर)
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: प्रथम बौद्ध संगीति का आयोजन राजगृह (वर्तमान राजगीर) में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यह संगीति महात्मा बुद्ध के महापरिनिर्वाण के तुरंत बाद, लगभग 483 ईसा पूर्व में, हर्यक वंश के शासक अजातशत्रु के संरक्षण में आयोजित की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य बुद्ध की शिक्षाओं (त्रिपिटक) को संकलित करना था, जिसकी अध्यक्षता महाकश्यप ने की थी।
- गलत विकल्प: वैशाली में दूसरी, पाटलिपुत्र में तीसरी और कुंडलवन में चौथी बौद्ध संगीति आयोजित हुई थी।
प्रश्न 17: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के दौरान महात्मा गांधी ने कौन सा प्रसिद्ध नारा दिया था?
- सत्याग्रह
- पूर्ण स्वराज
- करो या मरो
- आराम हराम है
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: भारत छोड़ो आंदोलन (1942) के दौरान महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो’ (Do or Die) का प्रसिद्ध नारा दिया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह नारा भारत को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता दिलाने के लिए अंतिम संघर्ष का आह्वान था। गांधीजी ने लोगों से अपनी पूरी शक्ति लगाने का आग्रह किया, चाहे उसका परिणाम कुछ भी हो।
- गलत विकल्प: ‘सत्याग्रह’ गांधीजी का मूल सिद्धांत था, ‘पूर्ण स्वराज’ 1929 में घोषित किया गया था, और ‘आराम हराम है’ जवाहरलाल नेहरू का नारा था।
प्रश्न 18: ‘The Spirit of the Laws’ (De l’esprit des lois) नामक प्रसिद्ध पुस्तक के लेखक कौन हैं?
- जॉन लॉक
- जीन-जैक्स रूसो
- मोंटेस्क्यू
- वॉल्टेयर
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘The Spirit of the Laws’ (De l’esprit des lois) के लेखक फ्रांसीसी दार्शनिक मोंटेस्क्यू हैं।
- संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक 1748 में प्रकाशित हुई थी और इसमें शक्तियों के पृथक्करण (separation of powers) के सिद्धांत का प्रतिपादन किया गया है, जो आधुनिक लोकतांत्रिक सरकारों का एक प्रमुख आधार है। मोंटेस्क्यू ने तर्क दिया कि सरकार की शक्ति को तीन शाखाओं – विधायी, कार्यकारी और न्यायिक – में विभाजित किया जाना चाहिए ताकि किसी एक शाखा को अत्यधिक शक्ति प्राप्त न हो।
- गलत विकल्प: जॉन लॉक ने प्राकृतिक अधिकारों पर लिखा, रूसो ने सामाजिक अनुबंध (social contract) पर, और वॉल्टेयर ने धर्म और स्वतंत्रता पर अपने विचार रखे।
प्रश्न 19: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?
- कृष्ण देवराय
- हरिहर और बुक्का
- राम राय
- देवराय द्वितीय
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने 1336 ईस्वी में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: ये दोनों भाई वारंगल के काकतीय वंश के सामंत थे और उन्होंने दिल्ली सल्तनत के विस्तार का विरोध करते हुए स्वतंत्र विजयनगर राज्य की नींव रखी। इसका उद्देश्य दक्षिण भारत में हिंदू संस्कृति और धर्म की रक्षा करना था।
- गलत विकल्प: कृष्ण देवराय विजयनगर के सबसे महान शासकों में से एक थे, राम राय ने तालीकोटा के युद्ध में नेतृत्व किया, और देवराय द्वितीय भी एक महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन साम्राज्य की स्थापना हरिहर और बुक्का ने की थी।
प्रश्न 20: 1857 के विद्रोह के दौरान, किस भारतीय नेता ने ‘मैं अपनी रानी के प्रति वफादार हूं’ कहकर विद्रोह को खारिज कर दिया था?
- रानी लक्ष्मीबाई
- तात्या टोपे
- बहादुर शाह द्वितीय
- सरदार सिंह
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: 1857 के विद्रोह के दौरान, जोधपुर के महाराजा ‘सरदार सिंह’ ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रति निष्ठा व्यक्त की और विद्रोही सैनिकों को अपने राज्य में प्रवेश की अनुमति देने से इनकार कर दिया।
- संदर्भ और विस्तार: यह कथन उनकी निष्ठा को दर्शाता है, जो विद्रोह के व्यापक राष्ट्रवादी चरित्र पर सवाल उठाता है। कई भारतीय शासकों ने विभिन्न कारणों से विद्रोह का समर्थन नहीं किया या उसका विरोध किया।
- गलत विकल्प: रानी लक्ष्मीबाई और तात्या टोपे विद्रोह के प्रमुख नेता थे, और बहादुर शाह द्वितीय को विद्रोहियों द्वारा सम्राट घोषित किया गया था। ये सभी विद्रोह से जुड़े थे, न कि उसे खारिज करने से।
प्रश्न 21: ‘द्वितीय विश्व युद्ध’ कब से कब तक चला?
- 1914-1918
- 1939-1945
- 1941-1945
- 1935-1940
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: द्वितीय विश्व युद्ध 1 सितंबर 1939 को जर्मनी द्वारा पोलैंड पर आक्रमण के साथ शुरू हुआ और 2 सितंबर 1945 को जापान के आत्मसमर्पण के साथ समाप्त हुआ।
- संदर्भ और विस्तार: यह मानवता के इतिहास का सबसे घातक संघर्ष था, जिसमें मित्र राष्ट्र (Allies) और धुरी राष्ट्र (Axis powers) के बीच लड़ाई हुई थी।
- गलत विकल्प: 1914-1918 प्रथम विश्व युद्ध की अवधि है। 1941-1945 युद्ध का वह हिस्सा है जब अमेरिका सीधे तौर पर शामिल हुआ, और 1935-1940 युद्ध की शुरुआत का काल था।
प्रश्न 22: ‘अकबरनामा’ का लेखक कौन है?
- अबुल फजल
- बदायुनी
- फैजी
- इब्न बतूता
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘अकबरनामा’ के लेखक अकबर के दरबारी इतिहासकार अबुल फजल हैं।
- संदर्भ और विस्तार: यह मुग़ल सम्राट अकबर के जीवन और शासन का एक विस्तृत इतिहास है, जिसे फारसी भाषा में लिखा गया है। इसका दूसरा भाग ‘आइन-ए-अकबरी’ भी उतना ही महत्वपूर्ण है, जो अकबर के प्रशासन, संस्कृति और अर्थव्यवस्था का विवरण देता है।
- गलत विकल्प: बदायुनी भी अकबर के दरबारी थे और उन्होंने ‘तारीख-ए-बदायुनी’ लिखी, फैजी अबुल फजल के भाई और एक कवि थे, और इब्न बतूता 14वीं सदी के मोरक्को के यात्री थे।
प्रश्न 23: सिंधु घाटी सभ्यता का कौन सा शहर अपने ‘महान स्नानागार’ (Great Bath) के लिए प्रसिद्ध है?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मोहनजोदड़ो शहर अपने ‘महान स्नानागार’ के लिए प्रसिद्ध है, जो सिंधु घाटी सभ्यता की सबसे उल्लेखनीय संरचनाओं में से एक है।
- संदर्भ और विस्तार: यह एक बड़ा, आयताकार पानी का कुंड है जिसे ईंटों से बनाया गया था और जिसके चारों ओर गलियारे थे। माना जाता है कि इसका उपयोग धार्मिक अनुष्ठानों के लिए किया जाता था। मोहनजोदड़ो के जल निकासी व्यवस्था भी बहुत उन्नत थी।
- गलत विकल्प: हड़प्पा, लोथल और कालीबंगन भी महत्वपूर्ण स्थल थे, लेकिन महान स्नानागार का संबंध विशेष रूप से मोहनजोदड़ो से है।
प्रश्न 24: ‘महात्मा’ की उपाधि रविंद्रनाथ टैगोर ने किस भारतीय नेता को दी थी?
- जवाहरलाल नेहरू
- सरदार वल्लभभाई पटेल
- महात्मा गांधी
- लाला लाजपत राय
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: रविंद्रनाथ टैगोर ने महात्मा गांधी को ‘महात्मा’ की उपाधि दी थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह उपाधि संभवतः चंपारण सत्याग्रह (1917) के दौरान गांधीजी के अहिंसक आंदोलन और लोगों के प्रति उनके समर्पण को देखकर दी गई थी। टैगोर स्वयं एक महान कवि और दार्शनिक थे।
- गलत विकल्प: जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल और लाला लाजपत राय भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के अन्य प्रमुख नेता थे, लेकिन ‘महात्मा’ की उपाधि गांधीजी को ही दी गई थी।
प्रश्न 25: ‘वेदों की ओर लौटो’ का नारा किसने दिया था?
- स्वामी विवेकानंद
- स्वामी दयानंद सरस्वती
- राजा राममोहन राय
- ईश्वर चंद्र विद्यासागर
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘वेदों की ओर लौटो’ का प्रसिद्ध नारा स्वामी दयानंद सरस्वती ने दिया था।
- संदर्भ और विस्तार: वे आर्य समाज के संस्थापक थे और उनका मानना था कि वेदों में सच्चा और शाश्वत ज्ञान निहित है। उन्होंने उस समय की सामाजिक बुराइयों, जैसे मूर्ति पूजा, जाति व्यवस्था और धार्मिक आडंबरों का खंडन किया और लोगों को प्राचीन वैदिक आदर्शों की ओर लौटने का आह्वान किया।
- गलत विकल्प: स्वामी विवेकानंद रामकृष्ण मिशन के संस्थापक थे और उन्होंने मानवतावाद पर जोर दिया, राजा राममोहन राय ‘ब्रह्म समाज’ के संस्थापक थे, और ईश्वर चंद्र विद्यासागर एक प्रमुख समाज सुधारक थे जिन्होंने विधवा पुनर्विवाह का समर्थन किया।