Get free Notes

सफलता सिर्फ कड़ी मेहनत से नहीं, सही मार्गदर्शन से मिलती है। हमारे सभी विषयों के कम्पलीट नोट्स, G.K. बेसिक कोर्स, और करियर गाइडेंस बुक के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।

Click Here

Default Title

When Authority Turns Violent: The SpiceJet Assault & Its Implications for Governance and Ethics

चर्चा में क्यों? (Why in News?):

हाल ही में, स्पाइसजेट एयरलाइन के कर्मचारियों के साथ एक गंभीर घटना सामने आई है, जिसमें एक वरिष्ठ सेना अधिकारी पर एयरलाइन स्टाफ के साथ क्रूरतापूर्वक मारपीट करने का आरोप लगा है। इस हमले में एयरलाइन के कर्मचारियों को गंभीर चोटें आई हैं, जिसमें कथित तौर पर जबड़ा टूटना और रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर शामिल है। घटना ने न केवल सार्वजनिक परिवहन में यात्री व्यवहार के मुद्दे को उठाया है, बल्कि लोक सेवकों के आचरण, कानून के शासन और नागरिक-सैन्य संबंधों पर भी सवाल खड़े किए हैं। यह मामला UPSC सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों के लिए विभिन्न दृष्टिकोणों से अत्यंत प्रासंगिक है, खासकर शासन, नैतिकता, कानून और सामाजिक व्यवहार के संदर्भ में।

यह लेख इस घटना का विस्तृत विश्लेषण प्रस्तुत करता है, जिसमें इसके विभिन्न पहलुओं, UPSC परीक्षा के लिए इसकी प्रासंगिकता और उम्मीदवारों के लिए आवश्यक ज्ञान शामिल है।

घटना का विवरण: जब अधिकार की मर्यादा भंग हुई

घटना का मूल स्पाइसजेट के एक विमान में तब हुआ जब एक वरिष्ठ सेना अधिकारी को कथित तौर पर किसी कारणवश असुविधा हुई या उन्हें किसी नियम का पालन करने में आपत्ति थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, बातचीत के दौरान स्थिति इतनी बिगड़ गई कि अधिकारी ने आपा खो दिया और एयरलाइन के कर्मचारियों पर शारीरिक हमला कर दिया।

मुख्य बिंदु:

  • आरोप: एक वरिष्ठ सेना अधिकारी द्वारा स्पाइसजेट के चालक दल के सदस्यों पर हिंसक हमला।
  • गंभीर चोटें: पीड़ितों को गंभीर शारीरिक चोटें आईं, जिनमें से कुछ को जानलेवा भी बताया गया (जबड़ा टूटना, रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर)।
  • परिणाम: पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई और जांच शुरू की गई। एयरलाइन ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
  • सार्वजनिक प्रतिक्रिया: इस घटना ने सोशल मीडिया पर और आम जनता के बीच आक्रोश पैदा किया है, जो सार्वजनिक स्थानों पर ऐसे दुर्व्यवहार की निंदा कर रहे हैं।

यह घटना किसी सामान्य यात्री और एयरलाइन स्टाफ के बीच की मामूली कहासुनी से कहीं बढ़कर है। जब हमलावर एक सशस्त्र बल का वरिष्ठ अधिकारी हो, तो यह मामले की गंभीरता को कई गुना बढ़ा देता है। यह न केवल एक व्यक्तिगत अपराध है, बल्कि एक संस्थागत मर्यादा और सार्वजनिक विश्वास का उल्लंघन भी है।

UPSC प्रासंगिकता: विभिन्न प्रश्न, विभिन्न उत्तर

यह घटना UPSC सिविल सेवा परीक्षा के विभिन्न चरणों और विषयों के लिए एक उत्कृष्ट केस स्टडी प्रदान करती है। आइए देखें कि यह किन मुख्य क्षेत्रों से जुड़ती है:

1. शासन (Governance) और लोक सेवा (Public Service)

क्या: शासन का अर्थ है सरकार और समाज को संचालित करने की प्रक्रिया। इसमें सार्वजनिक सेवाओं का वितरण, कानून का प्रवर्तन और नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा शामिल है।

कैसे संबंधित है:

  • लोक सेवकों का आचरण: सेना अधिकारी, जो स्वयं एक लोक सेवक हैं, का यह कृत्य उनके पद की गरिमा और सार्वजनिक सेवा के सिद्धांतों के विरुद्ध है। लोक सेवकों से अपेक्षा की जाती है कि वे संयम, व्यावसायिकता और सेवा भाव से काम करें, खासकर नागरिकों के साथ बातचीत में।
  • नागरिक-सैन्य संबंध: इस घटना से नागरिक समाज और सैन्य प्रतिष्ठान के बीच संबंधों पर भी प्रश्नचिह्न लगता है। सैन्य कर्मियों को समाज के रक्षक के रूप में देखा जाता है, और उनका ऐसा व्यवहार उनकी छवि को धूमिल कर सकता है।
  • सार्वजनिक सेवाओं की गुणवत्ता: एयरलाइन जैसी सार्वजनिक सेवा प्रदाता संस्थाएं यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए काम करती हैं। कर्मचारियों के प्रति इस तरह का दुर्व्यवहार सेवा की गुणवत्ता और कर्मचारियों के मनोबल को प्रभावित करता है।
  • शिकायत निवारण तंत्र: ऐसी घटनाओं के लिए प्रभावी शिकायत निवारण और सजा का प्रावधान शासन का एक महत्वपूर्ण पहलू है। क्या मौजूदा तंत्र पर्याप्त हैं?

“लोक सेवकों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे अपने पद की गरिमा बनाए रखें और जनता के साथ सम्मानजनक व्यवहार करें। किसी भी परिस्थिति में हिंसा या दुर्व्यवहार स्वीकार्य नहीं है।”

2. नैतिकता (Ethics) और अखंडता (Integrity)

क्या: नैतिकता व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में सही और गलत के सिद्धांतों का अध्ययन है। अखंडता सत्यनिष्ठा, ईमानदारी और नैतिक सिद्धांतों का पालन करने की प्रतिबद्धता है।

कैसे संबंधित है:

  • नैतिक दुविधाएं: अधिकारी के सामने शायद कोई ऐसी स्थिति आई होगी जिसने उन्हें उकसाया, लेकिन इसका समाधान हिंसा नहीं, बल्कि धैर्य और स्थापित प्रक्रियाओं का पालन करना था।
  • कर्तव्य और जिम्मेदारी: अधिकारी का कर्तव्य था कि वह नियमों का पालन करें और यदि कोई समस्या है तो उसे शांतिपूर्वक सुलझाएं। उन्होंने अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ा और आक्रामक व्यवहार किया।
  • आत्म-नियंत्रण: यह घटना आत्म-नियंत्रण की कमी को दर्शाती है, जो किसी भी लोक सेवक के लिए एक आवश्यक गुण है।
  • संपत्ति और शारीरिक सुरक्षा का अधिकार: कर्मचारियों के पास अपनी शारीरिक सुरक्षा का अधिकार है। अधिकारी का कृत्य इस अधिकार का उल्लंघन है।

केस स्टडी:

कल्पना कीजिए कि एक IAS अधिकारी किसी सार्वजनिक समारोह में अपनी कार पार्क करने की जगह को लेकर एक पुलिस कांस्टेबल से बहस कर रहा है। यदि अधिकारी कांस्टेबल को गाली देता है या थप्पड़ मारता है, तो यह उसी प्रकार की ‘अधिकार का दुरुपयोग’ और ‘नैतिक पतन’ को दर्शाता है। यहां, अधिकारी का पद उसे विशेषाधिकार नहीं, बल्कि अतिरिक्त जिम्मेदारी देता है।

3. कानून और व्यवस्था (Law and Order)

क्या: कानून वह नियम है जिसे सरकार द्वारा लागू किया जाता है, और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कानूनी ढांचे का पालन आवश्यक है।

कैसे संबंधित है:

  • आपराधिक कृत्य: मारपीट, चोट पहुंचाना, और किसी व्यक्ति के जीवन को खतरे में डालना भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत गंभीर अपराध हैं। इस मामले में, अधिकारी पर IPC की संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा चलाया जा सकता है।
  • कानूनी प्रक्रिया: FIR दर्ज की गई है, जिसका अर्थ है कि एक औपचारिक कानूनी जांच शुरू हो गई है। इसमें गवाहों के बयान, मेडिकल रिपोर्ट और अन्य साक्ष्य एकत्र किए जाएंगे।
  • न्याय: यह सुनिश्चित करना न्यायपालिका का कार्य है कि निष्पक्ष सुनवाई हो और यदि अपराध साबित होता है तो उचित दंड मिले।
  • सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा: सार्वजनिक परिवहन जैसे विमानों और हवाई अड्डों पर यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशिष्ट नियम और कानून हैं।

संबंधित कानून (संक्षेप में):

  • भारतीय दंड संहिता (IPC): धारा 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), धारा 325 (गंभीर चोट पहुंचाना), धारा 351 (आपराधिक बल), धारा 503 (आपराधिक धमकी) आदि लागू हो सकती हैं।
  • नागरिक उड्डयन अधिनियम: यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा से संबंधित नियम।

4. सामाजिक व्यवहार (Social Behavior) और सार्वजनिक शिष्टाचार (Public Etiquette)

क्या: सामाजिक व्यवहार समाज में व्यक्तियों के एक-दूसरे के साथ बातचीत करने के तरीके को संदर्भित करता है। सार्वजनिक शिष्टाचार समाज में स्वीकार्य व्यवहार के नियमों का एक सेट है।

कैसे संबंधित है:

  • आक्रामकता और असहिष्णुता: घटना सार्वजनिक स्थानों पर बढ़ती आक्रामकता और असहिष्णुता का प्रतीक हो सकती है।
  • वीआईपी संस्कृति: कभी-कभी, विशेषाधिकार प्राप्त व्यक्ति यह मानने लगते हैं कि वे नियमों से ऊपर हैं, जो ‘वीआईपी संस्कृति’ का नकारात्मक रूप है।
  • पब्लिक फेस: वर्दीधारी कर्मियों (जैसे सेना के अधिकारी) को अक्सर अपने संस्थान का ‘पब्लिक फेस’ माना जाता है। उनका आचरण पूरे संगठन की प्रतिष्ठा को प्रभावित करता है।
  • नागरिकों की जागरूकता: यह घटना नागरिकों को यह याद दिलाती है कि सभी के लिए सार्वजनिक स्थानों पर सम्मानजनक और सभ्य व्यवहार करना महत्वपूर्ण है।

घटना के पीछे के संभावित कारण (Possible Causes)

हालांकि जांच अभी जारी है, इस तरह के व्यवहार के पीछे कई संभावित कारण हो सकते हैं:

  • तनाव और व्यक्तिगत मुद्दे: अधिकारी अपने व्यक्तिगत जीवन या सेवा से संबंधित तनाव से गुजर रहा हो।
  • गलतफहमी: संचार में कोई बड़ी गड़बड़ी हुई हो।
  • अधिकार का दुरुपयोग: अधिकारी ने अपने पद का अनुचित लाभ उठाने की कोशिश की हो।
  • नियमों से असहमति: वह किसी नियम या प्रक्रिया से असहमत हो और उसे व्यक्त करने का उसका तरीका हिंसक था।
  • अहंकार या क्रोध प्रबंधन की समस्या: अधिकारी में आत्मविश्वास की कमी या क्रोध प्रबंधन की गंभीर समस्या हो सकती है।

प्रभाव और निहितार्थ (Impact and Implications)

इस घटना के दूरगामी प्रभाव हो सकते हैं:

  • कर्मचारियों का मनोबल: एयरलाइन कर्मचारियों का मनोबल गिर सकता है, जिससे वे असुरक्षित महसूस कर सकते हैं।
  • सुरक्षा प्रोटोकॉल: एयरलाइंस और हवाई अड्डों को अपनी सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा करनी पड़ सकती है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
  • सार्वजनिक धारणा: जनता की सैन्य कर्मियों और लोक सेवकों के प्रति धारणा प्रभावित हो सकती है।
  • कानूनी और अनुशासनात्मक कार्रवाई: अधिकारी को कानूनी और साथ ही सैन्य अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
  • अंतर-सेवा संबंध: यह नागरिक उड्डयन मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के बीच संवेदनशील बातचीत को जन्म दे सकता है।

स्पाइसजेट की प्रतिक्रिया (SpiceJet’s Response)

स्पाइसजेट ने घटना की निंदा की है और कहा है कि वे अपने कर्मचारियों के साथ हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि वे इस मामले में कानूनी कार्रवाई का समर्थन करेंगे। एयरलाइन के लिए, यह न केवल एक ग्राहक सेवा का मामला है, बल्कि अपने कर्मचारियों के कल्याण और सुरक्षा की जिम्मेदारी का भी मामला है।

एयरलाइन के दृष्टिकोण से:

  • कर्मचारी सुरक्षा: कर्मचारियों को काम के माहौल में सुरक्षित महसूस होना चाहिए।
  • सेवा मानक: सभी यात्रियों के साथ निष्पक्ष व्यवहार किया जाना चाहिए, और कर्मचारियों से भी इसी तरह के सम्मान की उम्मीद की जाती है।
  • कार्रवाई: एयरलाइन को एक मजबूत संदेश भेजना होगा कि इस तरह का व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

आगे की राह: निवारण और रोकथाम (Way Forward: Remediation and Prevention)

ऐसी घटनाओं को रोकने और भविष्य में होने पर उनसे निपटने के लिए कई कदम उठाए जा सकते हैं:

  1. कठोर कानूनी कार्रवाई: दोषी पाए जाने पर अधिकारी के खिलाफ IPC की धाराओं के तहत कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, भले ही वह किसी भी पद पर हो।
  2. सैन्य अनुशासनात्मक कार्रवाई: संबंधित सैन्य इकाई द्वारा आंतरिक जांच और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए।
  3. संवेदनशील प्रशिक्षण: सेना और अन्य वर्दीधारी सेवाओं के कर्मियों के लिए सार्वजनिक स्थानों पर व्यवहार, क्रोध प्रबंधन और ग्राहक सेवा (जहां लागू हो) पर नियमित रिफ्रेशर प्रशिक्षण आयोजित किया जाना चाहिए।
  4. हवाई अड्डों और एयरलाइंस पर सुरक्षा: हवाई अड्डों और एयरलाइंस को अशांत यात्रियों को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय लागू करने पर विचार करना चाहिए।
  5. जन जागरूकता अभियान: यात्रियों को सार्वजनिक परिवहन के नियमों और शिष्टाचार के बारे में जागरूक करने के लिए अभियान चलाए जाने चाहिए।
  6. रिपोर्टिंग तंत्र को मजबूत करना: कर्मचारियों के लिए उत्पीड़न या दुर्व्यवहार की रिपोर्ट करने के लिए एक सुरक्षित और प्रभावी तंत्र स्थापित करना।

“अधिकार और सेवा साथ-साथ चलते हैं। जब कोई व्यक्ति सार्वजनिक पद पर होता है, तो उसकी जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं, और उसके व्यवहार में संयम और सम्मान की अपेक्षा की जाती है।”

निष्कर्ष (Conclusion)

स्पाइसजेट कर्मचारी पर सेना अधिकारी द्वारा हमला एक गंभीर घटना है जो हमारे समाज में कुछ मूलभूत मुद्दों को उजागर करती है। यह केवल एक एयरलाइन के कर्मचारियों और एक सैन्य अधिकारी के बीच की घटना नहीं है; यह लोक सेवकों के आचरण, सार्वजनिक स्थानों पर शिष्टाचार, कानून के शासन और उस सम्मान के बारे में है जिसका सभी के साथ व्यवहार किया जाना चाहिए। UPSC उम्मीदवारों के लिए, यह घटना शासन, नैतिकता, कानून और सामाजिक व्यवहार के सिद्धांतों को व्यावहारिक रूप से समझने का एक अवसर प्रदान करती है। परीक्षा के दृष्टिकोण से, इस तरह की घटनाओं का विश्लेषण करते समय संतुलित दृष्टिकोण अपनाना, विभिन्न हितधारकों के दृष्टिकोण को समझना और नीतिगत सुधारों का सुझाव देना महत्वपूर्ण है। यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि सेवा का अर्थ केवल शक्ति का प्रयोग करना नहीं है, बल्कि जिम्मेदारी और विनम्रता के साथ सेवा करना है।

UPSC परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न (Practice Questions for UPSC Exam)

प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 10 MCQs

1. प्रश्न: हाल की स्पाइसजेट घटना में, सेना अधिकारी पर किस प्रकार के दुर्व्यवहार का आरोप लगाया गया है?
(a) मौखिक दुर्व्यवहार
(b) वित्तीय धोखाधड़ी
(c) शारीरिक हमला
(d) गोपनीय जानकारी लीक करना
उत्तर: (c) शारीरिक हमला
व्याख्या: समाचार रिपोर्टों के अनुसार, सेना अधिकारी पर स्पाइसजेट कर्मचारियों के साथ शारीरिक हमला करने का आरोप है, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं।

2. प्रश्न: स्पाइसजेट घटना, जिसमें कर्मचारियों को गंभीर चोटें आईं, निम्नलिखित में से किस UPSC परीक्षा के विषय के लिए प्रासंगिक है?
I. शासन (Governance)
II. नैतिकता (Ethics)
III. सार्वजनिक प्रशासन (Public Administration)
IV. कानून और व्यवस्था (Law and Order)
(a) केवल I और II
(b) I, II और III
(c) I, II, III और IV
(d) केवल III और IV
उत्तर: (c) I, II, III और IV
व्याख्या: घटना सीधे तौर पर लोक सेवकों के आचरण (शासन, नैतिकता), सेवाओं के वितरण (सार्वजनिक प्रशासन), और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा (कानून और व्यवस्था) जैसे विषयों से संबंधित है।

3. प्रश्न: “वीआईपी संस्कृति” का क्या अर्थ है, और यह हाल की स्पाइसजेट घटना से कैसे संबंधित हो सकता है?
(a) यह दर्शाता है कि वीआईपी को सार्वजनिक सेवाओं से प्राथमिकता मिलती है।
(b) यह उन विशेषाधिकार प्राप्त व्यक्तियों के व्यवहार को संदर्भित करता है जो सोचते हैं कि वे नियमों से ऊपर हैं।
(c) यह वीआईपी के लिए विशेष सुरक्षा उपायों को दर्शाता है।
(d) यह सार्वजनिक हस्तियों के सामाजिक व्यवहार का एक सकारात्मक पहलू है।
उत्तर: (b) यह उन विशेषाधिकार प्राप्त व्यक्तियों के व्यवहार को संदर्भित करता है जो सोचते हैं कि वे नियमों से ऊपर हैं।
व्याख्या: घटना में, यदि अधिकारी ने अपने पद का अनुचित लाभ उठाने की कोशिश की या नियमों का पालन करने से इनकार किया, तो यह वीआईपी संस्कृति का नकारात्मक प्रकटीकरण हो सकता है।

4. प्रश्न: भारतीय दंड संहिता (IPC) की कौन सी धाराएँ जानबूझकर चोट पहुँचाने से संबंधित हैं?
(a) धारा 302 (हत्या)
(b) धारा 377 (अप्राकृतिक अपराध)
(c) धारा 323 और 325 (चोट पहुंचाना)
(d) धारा 420 (धोखाधड़ी)
उत्तर: (c) धारा 323 और 325 (चोट पहुंचाना)
व्याख्या: धारा 323 जानबूझकर चोट पहुँचाने के लिए है, जबकि धारा 325 गंभीर चोट पहुँचाने के लिए है, जो स्पाइसजेट घटना के संदर्भ में प्रासंगिक हो सकती है।

5. प्रश्न: एक लोक सेवक से क्या अपेक्षा की जाती है जब वह सार्वजनिक स्थानों पर नागरिकों के साथ व्यवहार करता है?
I. संयम और व्यावसायिकता
II. आक्रामकता और असभ्यता
III. नियमों का पालन
IV. सेवा और सम्मान
(a) I, III और IV
(b) केवल II
(c) I और II
(d) III और IV
उत्तर: (a) I, III और IV
व्याख्या: लोक सेवकों से अपेक्षा की जाती है कि वे संयमित, पेशेवर हों, नियमों का पालन करें और जनता के साथ सम्मानजनक व्यवहार करें।

6. प्रश्न: नागरिक उड्डयन के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन सा यात्रियों के व्यवहार से संबंधित है?
(a) केवल टिकट की कीमत
(b) केवल गंतव्य
(c) यात्रियों का शिष्टाचार और सुरक्षा नियमों का पालन
(d) केवल उड़ान का समय
उत्तर: (c) यात्रियों का शिष्टाचार और सुरक्षा नियमों का पालन
व्याख्या: नागरिक उड्डयन में यात्रियों का व्यवहार, जिसमें शिष्टाचार और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन शामिल है, महत्वपूर्ण है।

7. प्रश्न: स्पाइसजेट घटना में, जिस व्यक्ति पर हमला करने का आरोप है, वह किस सेवा से जुड़ा है?
(a) पुलिस सेवा
(b) भारतीय सेना
(c) भारतीय वायु सेना
(d) भारतीय तटरक्षक बल
उत्तर: (b) भारतीय सेना
व्याख्या: समाचार रिपोर्टों के अनुसार, आरोपी एक सेना अधिकारी है।

8. प्रश्न: इस घटना ने किस पहलू पर सवाल खड़े किए?
(a) केवल एयरलाइन की वित्तीय स्थिति
(b) केवल विमान का रखरखाव
(c) लोक सेवकों के आचरण और सार्वजनिक स्थानों पर व्यवस्था
(d) केवल यात्रियों का मनोरंजन
उत्तर: (c) लोक सेवकों के आचरण और सार्वजनिक स्थानों पर व्यवस्था
व्याख्या: घटना लोक सेवकों के व्यवहार और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा व व्यवस्था को प्रभावित करती है।

9. प्रश्न: नैतिकता (Ethics) के अध्ययन में क्या शामिल है?
(a) केवल सरकारी नियम
(b) सही और गलत के सिद्धांत
(c) केवल आर्थिक सिद्धांत
(d) केवल व्यक्तिगत पसंद
उत्तर: (b) सही और गलत के सिद्धांत
व्याख्या: नैतिकता सही और गलत के सिद्धांतों से संबंधित है, जो लोक सेवकों के व्यवहार का मार्गदर्शन करती है।

10. प्रश्न: सार्वजनिक स्थानों पर हिंसा को रोकने के लिए क्या आवश्यक है?
I. कठोर कानून
II. त्वरित न्याय
III. सार्वजनिक जागरूकता
IV. दंड से मुक्ति
(a) I, II और III
(b) केवल IV
(c) I और II
(d) II, III और IV
उत्तर: (a) I, II और III
व्याख्या: मजबूत कानून, त्वरित न्याय और सार्वजनिक जागरूकता हिंसा को रोकने के लिए महत्वपूर्ण हैं; दंड से मुक्ति इसका विपरीत है।

मुख्य परीक्षा (Mains)

1. प्रश्न: हालिया स्पाइसजेट घटना के आलोक में, लोक सेवकों के आचरण और सार्वजनिक स्थानों पर शिष्टाचार के महत्व का विश्लेषण करें। सिविल सेवाओं में अखंडता और जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए? (250 शब्द, 15 अंक)
* संकेत: लोक सेवकों की भूमिका, नैतिक सिद्धांत, आत्म-नियंत्रण, वीआईपी संस्कृति, नागरिक-सैन्य संबंध, अनुशासनात्मक उपाय, प्रशिक्षण।

2. प्रश्न: “जब अधिकार की मर्यादा भंग होती है” – इस कथन के संदर्भ में, स्पाइसजेट घटना का उपयोग करते हुए, सार्वजनिक परिवहन में सुरक्षा और नियमों के पालन के महत्व पर प्रकाश डालें। इस तरह के उल्लंघन को रोकने के लिए एक बहु-आयामी दृष्टिकोण का प्रस्ताव करें। (250 शब्द, 15 अंक)
* संकेत: घटना का विश्लेषण, नागरिक उड्डयन नियम, यात्री और कर्मचारी अधिकार, सार्वजनिक सुरक्षा, निवारक उपाय (कानूनी, जागरूकता, सुरक्षा), एयरलाइन की भूमिका।

3. प्रश्न: यह घटना नागरिक-सैन्य संबंधों और सार्वजनिक धारणाओं पर क्या प्रभाव डाल सकती है? भारतीय सेना जैसे सम्मानित संस्थान के लिए एक व्यक्तिगत कृत्य की क्या जिम्मेदारी होती है, और इस प्रतिष्ठा को कैसे बनाए रखा जा सकता है? (150 शब्द, 10 अंक)
* संकेत: संस्थागत प्रतिनिधित्व, सार्वजनिक विश्वास, व्यक्तिगत बनाम संस्थागत जिम्मेदारी, जनसंपर्क, जवाबदेही, अनुशासन।

Leave a Comment