इतिहास मंथन: 25 प्रश्नों का ज्ञानवर्धक महासंग्राम!
क्या आप इतिहास के महासागर में गोता लगाने और अपने ज्ञान के मोती बटोरने के लिए तैयार हैं? आज का यह विशेष प्रश्नोत्तरी आपको प्राचीन भारत की गलियों से लेकर आधुनिक युग की घटनाओं तक, एक रोमांचक ऐतिहासिक यात्रा पर ले जाएगा। अपनी तैयारी को परखें और इतिहास के रहस्यों को उजागर करें!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता के किस स्थल से ‘नर्तकी की मूर्ति’ प्राप्त हुई है?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगा
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मोहनजोदड़ो (अर्थात् ‘मृतकों का टीला’) सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल है, जहाँ से प्रसिद्ध कांसे की ‘नर्तकी की मूर्ति’ मिली है। यह मूर्ति उस काल की कलात्मक और तकनीकी दक्षता का एक अद्भुत उदाहरण है।
- संदर्भ एवं विस्तार: यह मूर्ति लगभग 3 इंच ऊंची है और इसे एक विशेष मुद्रा में दर्शाया गया है। यह लगभग 4500 वर्ष पुरानी मानी जाती है। मोहनजोदड़ो से एक विशाल स्नानागार, अन्नागार और पकी ईंटों के मकान भी मिले हैं।
- गलत विकल्प: हड़प्पा से ‘स्पिनिंग व्हील’ (तकली) और मातृ देवी की मूर्तियाँ मिली हैं। लोथल से एक गोदी (डॉकयार्ड) और हाथी दांत का पैमाना मिला है, जबकि कालीबंगा से जुते हुए खेत के प्रमाण और अलंकृत ईंटें मिली हैं।
प्रश्न 2: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- स्कंदगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-380 ई.) को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है। यह उपाधि प्रसिद्ध इतिहासकार विंसेंट स्मिथ ने उन्हें उनकी विजयों और सैन्य उपलब्धियों के कारण दी थी।
- संदर्भ एवं विस्तार: समुद्रगुप्त ने एक विशाल साम्राज्य का निर्माण किया और उत्तर भारत के अधिकांश शासकों को पराजित किया। वह एक कुशल योद्धा और प्रशासक था। प्रयाग प्रशस्ति (इलाहाबाद स्तंभ लेख) में उसकी विजयों का विस्तृत वर्णन मिलता है।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का संस्थापक था। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) के शासनकाल को गुप्त साम्राज्य का स्वर्णकाल माना जाता है, लेकिन वह अपनी विजयों के लिए नेपोलियन की तरह प्रसिद्ध नहीं था। स्कंदगुप्त ने हूणों के आक्रमणों को सफलतापूर्वक रोका था।
प्रश्न 3: निम्नलिखित में से कौन सा बौद्ध धर्म के ‘अष्टांगिक मार्ग’ का हिस्सा नहीं है?
- सम्यक दृष्टि
- सम्यक वचन
- सम्यक स्मृति
- सम्यक धन
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘सम्यक धन’ (सही धन कमाना या सही संपत्ति) बौद्ध धर्म के अष्टांगिक मार्ग का हिस्सा नहीं है। अष्टांगिक मार्ग दुःख निरोध (दुःख का अंत) का मार्ग है।
- संदर्भ एवं विस्तार: अष्टांगिक मार्ग में आठ अंग हैं: सम्यक दृष्टि (सही समझ), सम्यक संकल्प (सही विचार), सम्यक वचन (सही वाणी), सम्यक कर्म (सही क्रिया), सम्यक आजीविका (सही आजीविका), सम्यक व्यायाम (सही प्रयास), सम्यक स्मृति (सही सचेतनता), और सम्यक समाधि (सही एकाग्रता)।
- गलत विकल्प: सम्यक दृष्टि, सम्यक वचन और सम्यक स्मृति सभी अष्टांगिक मार्ग के महत्वपूर्ण अंग हैं। ‘सम्यक आजीविका’ (सही आजीविका) का अर्थ उचित तरीके से धन कमाना है, न कि ‘सम्यक धन’ जैसा कि विकल्प (d) में प्रस्तुत किया गया है।
प्रश्न 4: ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत किस मुगल सम्राट ने की थी?
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) की शुरुआत मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ई. में की थी। यह एक सार्वभौमिक धर्म बनाने का प्रयास था, जिसमें विभिन्न धर्मों के सिद्धांतों का समावेश था।
- संदर्भ एवं विस्तार: अकबर ने सभी धर्मों के प्रति सहिष्णुता की नीति अपनाई थी और वह विभिन्न धार्मिक विद्वानों से चर्चा किया करता था। दीन-ए-इलाही को ‘तौहीद-ए-इलाही’ (ईश्वरीय एकेश्वरवाद) के नाम से भी जाना जाता है। इसका उद्देश्य विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच सामंजस्य स्थापित करना था, हालांकि इसे व्यापक स्वीकृति नहीं मिली।
- गलत विकल्प: जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब ने दीन-ए-इलाही को आगे नहीं बढ़ाया। जहाँगीर ने अपने शासनकाल में कला को संरक्षण दिया, शाहजहाँ वास्तुकला (जैसे ताजमहल) के लिए जाना जाता है, और औरंगजेब धार्मिक कट्टरता के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 5: किस वायसराय के कार्यकाल में ‘बंगाल का विभाजन’ हुआ था?
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड लिटन
- लॉर्ड कैनिंग
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: लॉर्ड कर्जन (1899-1905) के कार्यकाल में 1905 ई. में बंगाल का विभाजन हुआ था। इस विभाजन का मुख्य कारण प्रशासनिक सुधार बताया गया था, लेकिन इसे बंगाल में राष्ट्रवाद को कमजोर करने का प्रयास माना गया।
- संदर्भ एवं विस्तार: विभाजन के निर्णय की घोषणा जुलाई 1905 में हुई और यह 16 अक्टूबर 1905 को प्रभावी हुआ। इसने पूरे देश में तीव्र विरोध, स्वदेशी आंदोलन और बहिष्कार आंदोलन को जन्म दिया। अंततः, 1911 में जॉर्ज पंचम के दिल्ली दरबार में इस विभाजन को रद्द कर दिया गया।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड लिटन ने वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट लागू किया था। लॉर्ड कैनिंग भारत के प्रथम वायसराय थे और 1857 की क्रांति उनके ही शासनकाल में हुई थी।
प्रश्न 6: ‘एशियाई सोसाइटी’ की स्थापना 1784 में किसने की थी?
- विलियम जोंस
- जेम्स प्रिंसेप
- अलेक्जेंडर कनिंघम
- मैक्स मूलर
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘एशियाई सोसाइटी’ (बाद में रॉयल एशियाटिक सोसाइटी) की स्थापना 1784 में कोलकाता में सर विलियम जोंस ने की थी। यह भारतीय इतिहास, संस्कृति और भाषाओं के अध्ययन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्थापित की गई एक प्रमुख संस्था थी।
- संदर्भ एवं विस्तार: विलियम जोंस एक प्रसिद्ध विधिवेत्ता और प्राच्यविद् थे। उन्होंने कई प्राचीन भारतीय ग्रंथों का अंग्रेजी में अनुवाद किया, जिनमें कालिदास का ‘अभिज्ञानशाकुंतलम्’ भी शामिल है। इस सोसाइटी ने भारतीय पुरातत्व और भाषा विज्ञान के अध्ययन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- गलत विकल्प: जेम्स प्रिंसेप अशोक के शिलालेखों को पढ़ने में अपनी भूमिका के लिए जाने जाते हैं। अलेक्जेंडर कनिंघम को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण का जनक माना जाता है। मैक्स मूलर एक प्रसिद्ध भाषाविद् थे जिन्होंने वेदों का अनुवाद किया।
प्रश्न 7: ‘महाबलीपुरम’ के ‘शोर मंदिर’ और ‘रथ मंदिर’ का निर्माण किस राजवंश ने करवाया था?
- चोल
- चालुक्य
- पल्लव
- राष्ट्रकूट
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: महाबलीपुरम (मामल्लपुरम) में स्थित प्रसिद्ध ‘शोर मंदिर’ और ‘रथ मंदिर’ (पंचरथ) का निर्माण सातवीं और आठवीं शताब्दी में पल्लव राजवंश के शासकों द्वारा करवाया गया था।
- संदर्भ एवं विस्तार: ये मंदिर द्रविड़ वास्तुकला के शुरुआती और उत्कृष्ट उदाहरण हैं। नरसिंहवर्मन प्रथम और नरसिंहवर्मन द्वितीय जैसे पल्लव राजाओं ने इनके निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ये मंदिर एकाश्म (एक ही पत्थर से तराशी गई) वास्तुकला के अनूठे नमूने हैं।
- गलत विकल्प: चोल राजाओं ने तंजावुर का बृहदीश्वर मंदिर बनवाया। चालुक्यों ने बादामी और ऐहोल में मंदिर निर्माण करवाया। राष्ट्रकूटों ने एलोरा में प्रसिद्ध कैलाश मंदिर का निर्माण करवाया।
प्रश्न 8: ‘विजयनगर साम्राज्य’ की स्थापना कब हुई थी?
- 1336 ई.
- 1347 ई.
- 1492 ई.
- 1526 ई.
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ई. में हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम नामक दो भाइयों ने की थी। उन्होंने तुंगभद्रा नदी के किनारे हम्पी को अपनी राजधानी बनाया।
- संदर्भ एवं विस्तार: यह साम्राज्य दक्षिण भारत में एक शक्तिशाली हिंदू साम्राज्य के रूप में उभरा और इसने लगभग दो शताब्दियों तक शासन किया। कृष्णदेवराय (1509-1529) इस साम्राज्य के सबसे महान शासकों में से एक थे। यह साम्राज्य बहमनी सल्तनत के साथ अपने संघर्षों के लिए भी जाना जाता है।
- गलत विकल्प: 1347 ई. में बहमनी सल्तनत की स्थापना हुई थी। 1492 ई. कोलंबस द्वारा अमेरिका की खोज का वर्ष है। 1526 ई. में भारत में मुगल साम्राज्य की स्थापना हुई (पानीपत का प्रथम युद्ध)।
प्रश्न 9: ‘सूफीवाद’ (Sufism) का संबंध किस धर्म से है?
- ईसाई धर्म
- यहूदी धर्म
- इस्लाम
- पारसी धर्म
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: सूफीवाद, इस्लाम धर्म का एक रहस्यवादी और आध्यात्मिक आयाम है। यह ईश्वर के प्रति प्रेम, भक्ति और उसके साथ एकाकार होने पर बल देता है।
- संदर्भ एवं विस्तार: सूफी संत, जिन्हें ‘वली’ या ‘फकीर’ कहा जाता है, ईश्वर की निकटता प्राप्त करने के लिए त्याग, तपस्या और ध्यान का अभ्यास करते हैं। भारत में सूफीवाद का विकास 11वीं शताब्दी के आसपास शुरू हुआ और इसने भारतीय संस्कृति पर गहरा प्रभाव डाला। चिश्ती, सुहरावर्दी, कादिरी आदि प्रमुख सूफी सिलसिले (क्रम) हैं।
- गलत विकल्प: सूफीवाद का ईसाई धर्म (ईसाई मिस्टिसिज्म), यहूदी धर्म (कबला) या पारसी धर्म (ज़ोरोस्ट्रियनवाद) से कोई सीधा संबंध नहीं है, हालांकि इन धर्मों में भी रहस्यवादी परंपराएं मौजूद हैं।
प्रश्न 10: ‘प्रथम विश्व युद्ध’ (World War I) का तात्कालिक कारण क्या था?
- जर्मनी द्वारा पोलैंड पर आक्रमण
- ऑस्ट्रिया के आर्कड्यूक फर्डिनेंड की हत्या
- जापान द्वारा पर्ल हार्बर पर हमला
- रूस की क्रांति
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: प्रथम विश्व युद्ध का तात्कालिक कारण 28 जून 1914 को साराजेवो में ऑस्ट्रिया-हंगरी के सिंहासन के उत्तराधिकारी आर्कड्यूक फ्रांज फर्डिनेंड और उनकी पत्नी सोफी की हत्या थी। इस हत्या को सर्बियाई राष्ट्रवादी संगठन ‘ब्लैक हैंड’ के एक सदस्य गैवरिलो प्रिंसिप ने अंजाम दिया था।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस घटना ने ऑस्ट्रिया-हंगरी को सर्बिया पर युद्ध की घोषणा करने के लिए प्रेरित किया, जिससे गठबंधनों की एक श्रृंखला सक्रिय हो गई और पूरे यूरोप में युद्ध फैल गया। प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) यूरोप की प्रमुख शक्तियों के बीच लड़ा गया था।
- गलत विकल्प: जर्मनी द्वारा पोलैंड पर आक्रमण द्वितीय विश्व युद्ध का प्रारंभ था। जापान द्वारा पर्ल हार्बर पर हमला अमेरिका को द्वितीय विश्व युद्ध में शामिल होने का कारण बना। रूस की क्रांति 1917 में हुई और इसने रूस को प्रथम विश्व युद्ध से बाहर कर दिया।
प्रश्न 11: ‘सती प्रथा’ को समाप्त करने में किस समाज सुधारक का प्रमुख योगदान था?
- ईश्वर चंद्र विद्यासागर
- राजा राममोहन राय
- दयानंद सरस्वती
- स्वामी विवेकानंद
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: राजा राममोहन राय को ‘आधुनिक भारत का अग्रदूत’ कहा जाता है। उन्होंने सती प्रथा के विरुद्ध कड़ा अभियान चलाया और 1829 ई. में लॉर्ड विलियम बेंटिक के शासनकाल में इस प्रथा को कानून द्वारा प्रतिबंधित करवाया।
- संदर्भ एवं विस्तार: राजा राममोहन राय ने ब्रह्म समाज की स्थापना की और सामाजिक व धार्मिक सुधारों पर जोर दिया। उनकी अथक प्रयासों और ब्रिटिश सरकार पर दबाव के कारण ही सती प्रथा को अवैध घोषित किया गया।
- गलत विकल्प: ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने विधवा पुनर्विवाह अधिनियम (1856) पारित करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दयानंद सरस्वती ने ‘आर्य समाज’ की स्थापना की और वेदों की ओर लौटो का नारा दिया। स्वामी विवेकानंद रामकृष्ण मिशन के संस्थापक थे और उन्होंने भारतीय दर्शन और आध्यात्मिकता को पश्चिम में लोकप्रिय बनाया।
प्रश्न 12: ‘1857 की क्रांति’ के समय भारत का गवर्नर-जनरल कौन था?
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड लिटन
- लॉर्ड रिपन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: 1857 के विद्रोह के समय लॉर्ड कैनिंग भारत के गवर्नर-जनरल थे। यह विद्रोह 1857 में शुरू हुआ और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन का अंत और ब्रिटिश ताज का सीधा शासन (राज) शुरू होने का कारण बना।
- संदर्भ एवं विस्तार: कैनिंग को विद्रोह को दबाने और उसके बाद भारत के प्रशासन को नए सिरे से व्यवस्थित करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई थी। 1857 की क्रांति के बाद, भारत सरकार अधिनियम 1858 पारित किया गया, जिसने गवर्नर-जनरल के पद को वायसराय के पद में बदल दिया, और कैनिंग भारत के पहले वायसराय बने।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी 1856 में भारत से चले गए थे। लॉर्ड लिटन ने वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट पारित किया था। लॉर्ड रिपन अपने स्थानीय स्वशासन के सुधारों के लिए जाने जाते हैं।
प्रश्न 13: ‘गांधी-इरविन समझौता’ कब हुआ था?
- 1929
- 1930
- 1931
- 1932
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च 1931 को हुआ था। यह समझौता महात्मा गांधी और उस समय के भारत के वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच हुआ था।
- संदर्भ एवं विस्तार: यह समझौता सविनय अवज्ञा आंदोलन (Civil Disobedience Movement) के संदर्भ में महत्वपूर्ण था। इस समझौते के तहत, गांधीजी ने आंदोलन स्थगित करने पर सहमति व्यक्त की, जबकि ब्रिटिश सरकार ने राजनीतिक कैदियों को रिहा करने और कुछ जनवादी अधिकारों को स्वीकार करने का वादा किया। इस समझौते के बाद गांधीजी द्वितीय गोलमेज सम्मेलन (Second Round Table Conference) में भाग लेने लंदन गए।
- गलत विकल्प: 1929 में लाहौर अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ की मांग की गई थी। 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ था। 1932 में पूना पैक्ट हुआ था।
प्रश्न 14: ‘हड़प्पा’ सभ्यता का सबसे पूर्वी स्थल कौन सा था?
- लोथल
- कालीबंगा
- आलमगीरपुर
- सुत्कागेंडोर
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: हड़प्पा सभ्यता का सबसे पूर्वी स्थल ‘आलमगीरपुर’ है, जो उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में हिंडन नदी के तट पर स्थित है।
- संदर्भ एवं विस्तार: आलमगीरपुर से हड़प्पा काल की संस्कृति (पकी हुई ईंटों का प्रयोग, मृदभांड आदि) के प्रमाण मिले हैं। यह स्थल हड़प्पा सभ्यता के विस्तार की सीमा को दर्शाता है।
- गलत विकल्प: लोथल गुजरात में स्थित है और एक प्रमुख बंदरगाह था। कालीबंगा राजस्थान में है। सुत्कागेंडोर (पाकिस्तान में) हड़प्पा सभ्यता का सबसे पश्चिमी स्थल था।
प्रश्न 15: ‘अकबरनामा’ का रचयिता कौन था?
- अबुल फजल
- बदायूँनी
- फैजी
- ईश्वरदास नागर
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘अकबरनामा’ का रचनाकार अबुल फजल था, जो मुगल सम्राट अकबर के दरबार के नवरत्नों में से एक था। यह अकबर के शासनकाल का एक विस्तृत इतिहास है।
- संदर्भ एवं विस्तार: अकबरनामा को तीन खंडों में विभाजित किया गया है। तीसरा खंड ‘आईन-ए-अकबरी’ कहलाता है, जो अकबर के साम्राज्य की प्रशासनिक, सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक स्थिति का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करता है। अबुल फजल ने ‘दीन-ए-इलाही’ को तैयार करने में भी अकबर की सहायता की थी।
- गलत विकल्प: बदायूँनी ने ‘मुन्तखब-उत-तवारीख’ लिखी, जिसमें उसने अकबर की धार्मिक नीतियों की आलोचना की। फैजी, जो अबुल फजल का भाई था, एक प्रसिद्ध कवि था। ईश्वरदास नागर ने ‘फतुहात-ए-आलमगीरी’ लिखी।
प्रश्न 16: ‘गांधीजी ने दांडी मार्च’ किस आंदोलन के दौरान किया था?
- असहयोग आंदोलन
- सविनय अवज्ञा आंदोलन
- भारत छोड़ो आंदोलन
- खिलाफत आंदोलन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: महात्मा गांधी ने 12 मार्च 1930 को साबरमती आश्रम से दांडी (गुजरात) तक ‘दांडी मार्च’ का नेतृत्व किया था। यह मार्च ‘सविनय अवज्ञा आंदोलन’ का हिस्सा था।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस मार्च का उद्देश्य ब्रिटिश सरकार द्वारा लगाए गए नमक कानून को तोड़ना था। गांधीजी ने 6 अप्रैल 1930 को समुद्र तट पर नमक बनाकर कानून तोड़ा, जिससे सविनय अवज्ञा आंदोलन औपचारिक रूप से प्रारंभ हुआ। इस आंदोलन में सत्याग्रहियों ने अहिंसक तरीके से कानूनों का उल्लंघन किया।
- गलत विकल्प: असहयोग आंदोलन 1920-22 में हुआ था। भारत छोड़ो आंदोलन 1942 में हुआ था। खिलाफत आंदोलन 1919-24 के बीच हुआ था।
प्रश्न 17: ‘कौटिल्य’ का ‘अर्थशास्त्र’ किस विषय से संबंधित है?
- राजनीति और शासन
- धर्म और नैतिकता
- प्रेम और श्रृंगार
- भारतीय दर्शन
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: कौटिल्य (जिन्हें चाणक्य या विष्णुगुप्त भी कहा जाता है) द्वारा लिखित ‘अर्थशास्त्र’ मुख्य रूप से राजनीति, शासन कला, कूटनीति, अर्थव्यवस्था और सैन्य रणनीति जैसे विषयों से संबंधित है।
- संदर्भ एवं विस्तार: यह प्राचीन भारत के शासन और राज्य-प्रबंधन पर एक अत्यंत महत्वपूर्ण ग्रंथ है। इसमें राज्य की उत्पत्ति, राजा के कर्तव्य, नौकरशाही, न्याय व्यवस्था, विदेश नीति, गुप्तचर प्रणाली और यहां तक कि युद्ध की रणनीतियों का भी विस्तृत वर्णन है। यह मौर्य साम्राज्य की स्थापना में भी सहायक था।
- गलत विकल्प: हालांकि इसमें नैतिकता का भी स्पर्श है, इसका मुख्य जोर राजनीति और शासन पर है। प्रेम-श्रृंगार या केवल भारतीय दर्शन इसके दायरे में नहीं आते।
प्रश्न 18: ‘हर्षवर्धन’ की दरबारी कवि कौन थे?
- कालिदास
- बाणभट्ट
- भवभूति
- भरतमुनि
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: हर्षवर्धन (शासनकाल 606-647 ई.) के दरबारी कवि बाणभट्ट थे, जिन्होंने ‘हर्षचरित’ (हर्षवर्धन की जीवनी) और ‘कादंबरी’ (एक उपन्यास) की रचना की।
- संदर्भ एवं विस्तार: बाणभट्ट की रचनाएँ तत्कालीन समाज, राजनीति और संस्कृति को समझने के लिए महत्वपूर्ण स्रोत हैं। ‘हर्षचरित’ हर्षवर्धन के जीवन और विजयों का विवरण देती है, जबकि ‘कादंबरी’ संस्कृत साहित्य के सर्वश्रेष्ठ गद्य कार्यों में से एक है।
- गलत विकल्प: कालिदास गुप्त काल के थे। भवभूति हर्षवर्धन के परवर्ती काल के थे। भरतमुनि नाट्यशास्त्र के लिए जाने जाते हैं, जो संभवतः दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व से दूसरी शताब्दी ईस्वी के बीच लिखा गया था।
प्रश्न 19: ‘फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री’ (FICCI) की स्थापना कब हुई थी?
- 1906
- 1919
- 1927
- 1947
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री’ (FICCI) की स्थापना 1927 में हुई थी। इसकी स्थापना घनश्याम दास बिड़ला और पुरुषोत्तमदास ठाकुरदास जैसे प्रमुख भारतीय उद्योगपतियों ने की थी।
- संदर्भ एवं विस्तार: FICCI भारत का सबसे बड़ा और सबसे पुराना शीर्ष व्यापार संगठन है। इसकी स्थापना का उद्देश्य भारतीय व्यवसायों और उद्योगों को एक मंच पर लाना और उनकी आवाज को सरकार तक पहुंचाना था। इसने भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- गलत विकल्प: 1906 में ‘इंडियन नेशनल कांग्रेस’ की स्थापना हुई थी। 1919 में ‘ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस’ (AITUC) की स्थापना हुई थी। 1947 भारत की स्वतंत्रता का वर्ष है।
प्रश्न 20: ‘फ़्रांसीसी क्रांति’ (French Revolution) कब हुई थी?
- 1776
- 1789
- 1815
- 1848
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: फ़्रांसीसी क्रांति 1789 में शुरू हुई और 1799 तक चली। यह फ्रांस के इतिहास में एक निर्णायक मोड़ था, जिसने राजशाही को उखाड़ फेंका और गणतंत्र की स्थापना की।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस क्रांति के प्रमुख नारे ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ (Liberté, égalité, fraternité) थे। इसने यूरोप और दुनिया भर में राजनीतिक विचारों को गहराई से प्रभावित किया। बास्तील के पतन (14 जुलाई 1789) को क्रांति की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है।
- गलत विकल्प: 1776 अमेरिकी स्वतंत्रता की घोषणा का वर्ष है। 1815 में नेपोलियन की हार हुई (वाटरलू का युद्ध)। 1848 यूरोप में क्रांतियों का वर्ष था।
प्रश्न 21: ‘गौतम बुद्ध’ का जन्म कहाँ हुआ था?
- सारनाथ
- बोधगया
- लुम्बिनी
- कुशीनगर
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: गौतम बुद्ध का जन्म ईसा पूर्व 563 में लुम्बिनी (वर्तमान नेपाल में) में हुआ था। उनका बचपन का नाम सिद्धार्थ गौतम था।
- संदर्भ एवं विस्तार: लुम्बिनी वह स्थान है जहाँ बुद्ध का जन्म हुआ था। बोधगया वह स्थान है जहाँ उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ था। सारनाथ वह स्थान है जहाँ उन्होंने अपना पहला उपदेश दिया था (धर्मचक्रप्रवर्तन)। कुशीनगर वह स्थान है जहाँ उनका महापरिनिर्वाण (मृत्यु) हुआ था।
- गलत विकल्प: सारनाथ, बोधगया और कुशीनगर बौद्ध धर्म के महत्वपूर्ण स्थान हैं, लेकिन यह गौतम बुद्ध के जन्मस्थान नहीं हैं।
प्रश्न 22: ‘गुप्त काल’ को भारतीय इतिहास का ___________ कहा जाता है।
- स्वर्ण युग
- अंधकार युग
- पुनर्जागरण काल
- सामंती युग
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: गुप्त काल (लगभग 320-550 ई.) को भारतीय इतिहास का ‘स्वर्ण युग’ कहा जाता है। इस काल में कला, विज्ञान, साहित्य, गणित, खगोल विज्ञान और वास्तुकला के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई।
- संदर्भ एवं विस्तार: चंद्रगुप्त प्रथम, समुद्रगुप्त और चंद्रगुप्त द्वितीय जैसे शासकों के अधीन इस काल में एक विशाल और समृद्ध साम्राज्य का विकास हुआ। कालिदास जैसे महान कवियों ने इसी काल में अपना साहित्य रचा। आर्यभट्ट ने शून्य की अवधारणा और दशमलव प्रणाली में महत्वपूर्ण योगदान दिया। अजंता की गुफाओं की कुछ महत्वपूर्ण कृतियाँ भी इसी काल की हैं।
- गलत विकल्प: ‘अंधकार युग’ मध्यकाल के कुछ विशिष्ट अवधियों के लिए प्रयोग किया जाता है। ‘पुनर्जागरण काल’ यूरोपीय इतिहास से जुड़ा है। ‘सामंती युग’ भी एक सामान्य वर्गीकरण है, लेकिन ‘स्वर्ण युग’ गुप्त काल की समग्र उपलब्धियों को सबसे अच्छी तरह दर्शाता है।
प्रश्न 23: ‘अजंता की गुफाएँ’ मुख्य रूप से किस धर्म से संबंधित हैं?
- हिंदू धर्म
- बौद्ध धर्म
- जैन धर्म
- सिख धर्म
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: अजंता की गुफाएँ मुख्य रूप से बौद्ध धर्म से संबंधित हैं। ये गुफाएँ बौद्ध भिक्षुओं के लिए चैत्य (प्रार्थना कक्ष) और विहार (आवासीय कक्ष) के रूप में बनाई गई थीं।
- संदर्भ एवं विस्तार: इन गुफाओं में बौद्ध जातक कथाओं (बुद्ध के पूर्व जन्मों की कहानियाँ) और बुद्ध के जीवन की घटनाओं को दर्शाने वाले भित्ति चित्र (frescoes) और मूर्तियाँ हैं। अजंता की गुफाएँ भारत में बौद्ध कला और वास्तुकला के उत्कृष्ट उदाहरण हैं, जिनमें से कई गुप्त काल से संबंधित हैं।
- गलत विकल्प: अजंता की गुफाओं में हिंदू या जैन धर्म से संबंधित प्रमुख सामग्री नहीं है। ये मुख्य रूप से बौद्ध कला का प्रदर्शन करती हैं।
प्रश्न 24: ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ की स्थापना कब और कहाँ हुई थी?
- 1885, कोलकाता
- 1885, मुंबई
- 1890, दिल्ली
- 1905, बनारस
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) की स्थापना 28 दिसंबर 1885 को मुंबई (तब बॉम्बे) के गोकुलदास तेजपाल संस्कृत पाठशाला में हुई थी। इसके संस्थापक ए.ओ. ह्यूम थे।
- संदर्भ एवं विस्तार: पहले अधिवेशन की अध्यक्षता व्योमेश चंद्र बनर्जी (W.C. Banerjee) ने की थी। कांग्रेस की स्थापना का प्रारंभिक उद्देश्य भारतीयों को राजनीतिक शिक्षा देना और ब्रिटिश सरकार के प्रति अपनी मांगों को शांतिपूर्ण तरीके से प्रस्तुत करना था। बाद में यह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का प्रमुख संगठन बन गया।
- गलत विकल्प: कोलकाता (1885) कांग्रेस का दूसरा अधिवेशन स्थल था। दिल्ली और बनारस उस समय कांग्रेस के प्रमुख अधिवेशन स्थल नहीं थे।
प्रश्न 25: ‘रॉलेट एक्ट’ किस वर्ष पारित किया गया था?
- 1918
- 1919
- 1920
- 1921
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: रॉलेट एक्ट (जिसे अराजक और क्रांतिकारी अपराध अधिनियम, 1919 भी कहा जाता है) 1919 में ब्रिटिश सरकार द्वारा पारित किया गया था।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस कानून ने सरकार को बिना किसी मुकदमे के किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार करने और जेल भेजने का अधिकार दिया। इसने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सभा की स्वतंत्रता पर गंभीर प्रतिबंध लगाए। इस ‘बिना दलील, बिना वकील, बिना अपील’ वाले कानून के विरोध में ही जलियांवाला बाग में शांतिपूर्ण प्रदर्शन हुआ था, जिस पर जनरल डायर ने गोली चलवा दी थी।
- गलत विकल्प: 1918 में युद्ध समाप्त हुआ था। 1920 में असहयोग आंदोलन शुरू हुआ था। 1921 में प्रिंस ऑफ वेल्स का भारत आगमन हुआ था।