इतिहास के महारथी: आज ही परखें अपना ज्ञान!
नमस्कार, इतिहास के योद्धाओं! समय के सागर में गोता लगाने और अपने ज्ञान के मोतियों को खोजने का एक और शानदार दिन आ गया है। क्या आप प्राचीन सभ्यताओं की गहराइयों, मध्यकालीन साम्राज्यों के रहस्यों और आधुनिक युग के उतार-चढ़ावों से परिचित हैं? आइए, आज के इस विशेष प्रश्नोत्तरी के साथ अपनी तैयारी को एक नई दिशा दें!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किस प्राचीन भारतीय स्थल से मिट्टी के हल का एक मॉडल प्राप्त हुआ है?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- बनावली
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: बनावली, जो हरियाणा में स्थित है, एक पुरातात्विक स्थल है जहाँ से मिट्टी के हल का एक मॉडल मिला है। यह सिंधु घाटी सभ्यता के एक महत्वपूर्ण स्थल के रूप में जाना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: बनावली की खुदाई में टेराकोटा (मिट्टी) से बना हल मिला है, जो दर्शाता है कि इस क्षेत्र में कृषि का प्रचलन था और हल का उपयोग किया जाता था। इसके अतिरिक्त, यहाँ सड़क और नालियों की सुनियोजित व्यवस्था भी पाई गई है।
- गलत विकल्प: हड़प्पा और मोहनजोदड़ो जैसे अन्य प्रमुख स्थल अन्नागार, स्नानागार और मुहरों जैसी महत्वपूर्ण खोजों के लिए जाने जाते हैं, लेकिन मिट्टी के हल का मॉडल विशेष रूप से बनावली से जुड़ा है। लोथल एक बंदरगाह शहर था।
प्रश्न 2: ‘अष्टप्रधान’ नामक मंत्रिपरिषद किसके शासनकाल में थी?
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त मौर्य
- शिवाजी महाराज
- अकबर
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘अष्टप्रधान’ मराठा शासक शिवाजी महाराज द्वारा गठित एक मंत्रिपरिषद थी। यह उनके प्रशासन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थी।
- संदर्भ और विस्तार: शिवाजी महाराज ने अपने राज्य के सुचारू संचालन के लिए आठ मंत्रियों की एक परिषद बनाई थी, जिसे ‘अष्टप्रधान’ कहा जाता था। इसके प्रमुख पदों में पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (गृह मंत्री) आदि शामिल थे।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य के शासनकाल में ‘महामात्य’ या ‘मंत्रीपरिषद’ थी, लेकिन ‘अष्टप्रधान’ शब्द विशेष रूप से शिवाजी महाराज से जुड़ा है। समुद्रगुप्त गुप्त वंश के थे और अकबर मुगल सम्राट थे, जिनके प्रशासन की संरचना भिन्न थी।
प्रश्न 3: किस वायसराय के कार्यकाल में ‘भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित’ की गई थी?
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड मिंटो
- लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय
- लॉर्ड चेम्सफोर्ड
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय (Lord Hardinge II) के कार्यकाल में 1911 में जॉर्ज पंचम द्वारा दिल्ली दरबार में भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित करने की घोषणा की गई थी, जो 1912 में प्रभावी हुई।
- संदर्भ और विस्तार: यह निर्णय बंगाल विभाजन (1905) के बाद बढ़ते राष्ट्रवादी आंदोलन और प्रशासनिक कारणों से लिया गया था। दिल्ली को भारत की भौगोलिक और ऐतिहासिक दृष्टि से अधिक उपयुक्त राजधानी माना गया।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कर्जन (Lord Curzon) बंगाल विभाजन के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड मिंटो (Lord Minto) मार्ले-मिंटो सुधार (1909) से जुड़े हैं। लॉर्ड चेम्सफोर्ड (Lord Chelmsford) मोंटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार (1919) से संबंधित हैं।
प्रश्न 4: प्राचीन भारत में ‘शून्य’ (Zero) की अवधारणा का आविष्कार किस युग में हुआ?
- मौर्य काल
- गुप्त काल
- हर्षवर्धन काल
- चोल काल
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: शून्य (Zero) की अवधारणा और इसका संख्यात्मक प्रणाली में उपयोग मुख्य रूप से गुप्त काल (लगभग 320-550 ईस्वी) के दौरान विकसित हुआ।
- संदर्भ और विस्तार: गुप्त काल भारतीय गणित और विज्ञान के लिए एक स्वर्ण युग था। ब्रह्मगुप्त जैसे गणितज्ञों ने शून्य के प्रयोग और उसके नियमों पर विस्तार से लिखा। इस अवधारणा का विकास दशमलव स्थान-मान प्रणाली (Decimal Place-Value System) के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण था।
- गलत विकल्प: मौर्य काल (322-185 ईसा पूर्व) और हर्षवार्डन काल (7वीं शताब्दी ईस्वी) में भी गणितीय ज्ञान था, लेकिन शून्य के व्यवस्थित उपयोग की जड़ें गुप्त काल में ही मिलती हैं। चोल काल (9वीं-12वीं शताब्दी ईस्वी) दक्षिण भारत का एक प्रमुख साम्राज्य था।
प्रश्न 5: 1857 के विद्रोह के बाद ब्रिटिश सरकार ने भारत में किस अधिनियम द्वारा शासन का अधिग्रहण किया?
- भारतीय परिषद अधिनियम, 1861
- भारत सरकार अधिनियम, 1858
- भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम, 1947
- भारत सरकार अधिनियम, 1919
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: 1857 के विद्रोह के बाद, ब्रिटिश सरकार ने ‘भारत सरकार अधिनियम, 1858’ पारित किया, जिसके द्वारा भारत का शासन ईस्ट इंडिया कंपनी से लेकर सीधे ब्रिटिश क्राउन (ताज) के अधीन कर दिया गया।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिनियम ने भारत के गवर्नर-जनरल का पद बदलकर ‘वायसराय’ कर दिया और भारत के लिए एक राज्य सचिव (Secretary of State for India) का पद सृजित किया, जो ब्रिटिश मंत्रिमंडल का सदस्य होता था। इसने कंपनी के शासन को समाप्त कर दिया।
- गलत विकल्प: भारतीय परिषद अधिनियम, 1861 ने विधान परिषदों को शक्तियाँ दीं। भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम, 1947 ने भारत को स्वतंत्रता प्रदान की। भारत सरकार अधिनियम, 1919 (मोंटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार) ने द्वैध शासन (Dyarchy) की शुरुआत की।
प्रश्न 6: ‘इंडिका’ का लेखक कौन था?
- टॉलेमी
- मेगास्थनीज
- प्लिनी
- ह्वेन त्सांग
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘इंडिका’ (Indica) नामक पुस्तक का लेखक मेगास्थनीज (Megasthenes) था। वह एक यूनानी राजदूत था जिसने चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में सेवा की थी।
- संदर्भ और विस्तार: मेगास्थनीज की ‘इंडिका’ मौर्य साम्राज्य, विशेष रूप से पाटलिपुत्र के नागरिक प्रशासन, समाज और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण समकालीन विवरण प्रदान करती है। हालांकि, मूल पुस्तक पूरी तरह से उपलब्ध नहीं है, इसके अंश अन्य लेखकों द्वारा उद्धृत किए गए हैं।
- गलत विकल्प: टॉलेमी एक भूगोलवेत्ता था। प्लिनी एक रोमन लेखक था। ह्वेन त्सांग (Xuanzang) चीनी यात्री था जिसने हर्षवर्धन के शासनकाल में भारत का दौरा किया था और ‘सियुकी’ नामक यात्रा वृत्तांत लिखा था।
प्रश्न 7: निम्नलिखित में से कौन सा युग ‘संगम काल’ के नाम से जाना जाता है?
- उत्तर भारत का इतिहास
- दक्षिण भारत का इतिहास (ईसा पूर्व तीसरी शताब्दी से ईस्वी तीसरी शताब्दी तक)
- मध्य भारत का इतिहास
- पूर्वी भारत का इतिहास
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘संगम काल’ दक्षिण भारत के इतिहास के एक महत्वपूर्ण कालखंड को संदर्भित करता है, जो मोटे तौर पर ईसा पूर्व तीसरी शताब्दी से लेकर ईस्वी तीसरी शताब्दी तक फैला हुआ है। इस काल में तमिल साहित्य का महत्वपूर्ण विकास हुआ।
- संदर्भ और विस्तार: ‘संगम’ का अर्थ कवियों और विद्वानों की सभा या परिषद है। इस काल के दौरान रचित साहित्य (जैसे तोल्काप्पियम, पतित्पत्तू, परिपट्टू आदि) में चेर, चोल और पांड्य राजवंशों के समाज, राजनीति और संस्कृति का वर्णन मिलता है।
- गलत विकल्प: यह कालखंड विशेष रूप से दक्षिण भारत से संबंधित है, उत्तर, मध्य या पूर्वी भारत के इतिहास से नहीं।
प्रश्न 8: 1905 में सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी की स्थापना किसने की थी?
- बाल गंगाधर तिलक
- लाला लाजपत राय
- गोपाल कृष्ण गोखले
- महात्मा गांधी
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी (Servants of India Society) की स्थापना 1905 में गोपाल कृष्ण गोखले (Gopal Krishna Gokhale) ने पुणे में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस संस्था का उद्देश्य भारत के लोगों को राष्ट्रीय शिक्षा, स्वयंसेवा और सामाजिक सेवा के माध्यम से प्रशिक्षित करना था, ताकि वे राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकें। गोखले महात्मा गांधी के राजनीतिक गुरु माने जाते हैं।
- गलत विकल्प: बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय और महात्मा गांधी स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख नेता थे, लेकिन सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी की स्थापना गोखले द्वारा की गई थी।
प्रश्न 9: ‘रेगुलेटिंग एक्ट’ किस वर्ष पारित किया गया था?
- 1773
- 1784
- 1793
- 1813
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘रेगुलेटिंग एक्ट’ (Regulating Act) 1773 में पारित किया गया था। यह ब्रिटिश संसद द्वारा पारित पहला अधिनियम था जिसने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन को विनियमित करने का प्रयास किया।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिनियम ने मद्रास और बंबई प्रेसीडेंसी को कलकत्ता प्रेसीडेंसी के अधीन कर दिया और कलकत्ता में एक गवर्नर-जनरल और चार सदस्यों की परिषद की स्थापना की। वॉरेन हेस्टिंग्स पहले गवर्नर-जनरल बने। इसने कंपनी के प्रशासनिक और राजनीतिक कार्यों को नियंत्रित करने की शुरुआत की।
- गलत विकल्प: 1784 में पिट्स इंडिया एक्ट आया, 1793 और 1813 में चार्टर अधिनियम आए।
प्रश्न 10: सम्राट अशोक ने अपने पुत्र महेंद्र और पुत्री संघमित्रा को किस धर्म के प्रचार के लिए श्रीलंका भेजा था?
- हिंदू धर्म
- बौद्ध धर्म
- जैन धर्म
- पारसी धर्म
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: सम्राट अशोक ने बौद्ध धर्म के प्रसार के लिए अपने पुत्र महेंद्र और पुत्री संघमित्रा को श्रीलंका भेजा था।
- संदर्भ और विस्तार: कलिंग युद्ध के बाद अशोक ने बौद्ध धर्म अपनाया और उसके प्रसार में सक्रिय भूमिका निभाई। श्रीलंका में बौद्ध धर्म की स्थापना में महेंद्र और संघमित्रा का महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिससे वहाँ यह धर्म प्रमुखता से फैला।
- गलत विकल्प: अशोक ने बौद्ध धर्म का प्रसार किया, अन्य धर्मों का नहीं।
प्रश्न 11: ‘बक्सर का युद्ध’ किस वर्ष हुआ था?
- 1757
- 1761
- 1764
- 1765
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: बक्सर का युद्ध 1764 में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध एक ओर ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और दूसरी ओर मुगल सम्राट शाह आलम द्वितीय, अवध के नवाब शुजा-उद-दौला और बंगाल के अपदस्त नवाब मीर कासिम की संयुक्त सेना के बीच लड़ा गया था। इस युद्ध में कंपनी की निर्णायक जीत हुई, जिसने भारत में उसके प्रभुत्व को और मजबूत किया।
- गलत विकल्प: 1757 में प्लासी का युद्ध हुआ था, 1761 में पानीपत का तीसरा युद्ध हुआ था, और 1765 में इलाहाबाद की संधि हुई थी।
प्रश्न 12: ‘सती प्रथा’ को प्रतिबंधित करने वाले भारतीय समाज सुधारक कौन थे?
- ईश्वर चंद्र विद्यासागर
- राजा राममोहन राय
- स्वामी दयानंद सरस्वती
- स्वामी विवेकानंद
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: राजा राममोहन राय (Raja Ram Mohan Roy) ने सती प्रथा के उन्मूलन के लिए अथक प्रयास किए, जिसके फलस्वरूप लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने 1829 में बंगाल सती विनियमन (Bengal Sati Regulation) पारित किया।
- संदर्भ और विस्तार: राजा राममोहन राय को ‘आधुनिक भारत का अग्रदूत’ कहा जाता है। उन्होंने सामाजिक और धार्मिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाई और सती प्रथा जैसी अमानवीय प्रथा को समाप्त कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- गलत विकल्प: ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने विधवा पुनर्विवाह को बढ़ावा दिया। स्वामी दयानंद सरस्वती ने ‘शुद्धि आंदोलन’ चलाया। स्वामी विवेकानंद ने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की।
प्रश्न 13: ‘मुद्रा राक्षस’ नामक संस्कृत नाटक का लेखक कौन है?
- कालिदास
- विशाखदत्त
- बाणभट्ट
- दंडी
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘मुद्रा राक्षस’ (Mudrarakshasa) नामक प्रसिद्ध संस्कृत नाटक के लेखक विशाखदत्त (Vishakhadatta) हैं।
- संदर्भ और विस्तार: यह नाटक चौथी शताब्दी ईस्वी के आसपास लिखा गया माना जाता है और इसमें चंद्रगुप्त मौर्य और चाणक्य द्वारा नंद वंश के पतन और मौर्य साम्राज्य की स्थापना का वर्णन है। यह राजनीतिक साज़िशों और कूटनीति पर आधारित है।
- गलत विकल्प: कालिदास प्राचीन भारत के महान कवि और नाटककार थे, लेकिन उन्होंने ‘अभिज्ञानशाकुंतलम्’, ‘मेघदूतम्’ आदि लिखे। बाणभट्ट हर्षवर्धन के दरबारी कवि थे जिन्होंने ‘हर्षचरित’ और ‘कादंबरी’ लिखी। दंडी भी एक प्रसिद्ध संस्कृत कवि थे।
प्रश्न 14: ‘सिपाही विद्रोह’ (1857) का तात्कालिक कारण क्या था?
- डलहौजी की विलय नीति
- ईसाई मिशनरियों का हस्तक्षेप
- सैन्य सुधारों का अभाव
- एनफील्ड राइफल में प्रयुक्त गाय और सूअर की चर्बी वाले कारतूस
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: 1857 के विद्रोह का तात्कालिक कारण एनफील्ड राइफल में इस्तेमाल होने वाले कारतूसों पर गाय और सूअर की चर्बी का लेप था, जिसने हिंदू और मुस्लिम दोनों सिपाहियों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया।
- संदर्भ और विस्तार: ऐसी अफवाहें फैलीं कि कारतूसों को दाँतों से छीलना पड़ता था, जिससे सैनिकों का धर्म भ्रष्ट हो जाता। मंगल पांडे ने बैरकपुर में इसका विरोध करते हुए अपने वरिष्ठ अधिकारियों पर हमला किया, जो विद्रोह की पहली चिंगारी साबित हुई।
- गलत विकल्प: डलहौजी की विलय नीति (जैसे सतारा, झांसी का विलय) और ईसाई मिशनरियों का हस्तक्षेप विद्रोह के दीर्घकालिक कारणों में शामिल थे, लेकिन तात्कालिक कारण कारतूसों का मुद्दा ही था।
प्रश्न 15: प्रथम विश्व युद्ध का प्रारंभ किस वर्ष हुआ?
- 1912
- 1914
- 1918
- 1939
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: प्रथम विश्व युद्ध (World War I) का प्रारंभ 1914 में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: ऑस्ट्रिया के आर्कड्यूक फ्रांज फर्डिनेंड की हत्या (28 जून 1914) को युद्ध का तात्कालिक कारण माना जाता है। इसके बाद, विभिन्न यूरोपीय देशों के बीच संधियों की श्रृंखला ने तेजी से एक बड़े संघर्ष को जन्म दिया, जो 1918 तक चला।
- गलत विकल्प: 1914 युद्ध का प्रारंभ वर्ष है, जबकि 1918 युद्ध की समाप्ति का वर्ष है। 1912 में बाल्कन युद्ध हुए थे और 1939 में द्वितीय विश्व युद्ध शुरू हुआ था।
प्रश्न 16: ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नए धर्म की शुरुआत किस मुगल बादशाह ने की थी?
- हुमायूँ
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘दीन-ए-इलाही’ (Din-i Ilahi) नामक एक धर्म-संबंधी दर्शन की शुरुआत मुगल सम्राट अकबर ने 1582 में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: अकबर ने विभिन्न धर्मों के विचारों को मिलाकर एक सार्वभौमिक धर्म बनाने का प्रयास किया, जिसे ‘दीन-ए-इलाही’ कहा गया। इसमें सूफीवाद, हिंदू धर्म, ईसाई धर्म और पारसी धर्म के तत्व शामिल थे। यह अकबर के धार्मिक सहिष्णुता और समन्वयवादी दृष्टिकोण का प्रतीक था। हालाँकि, यह व्यापक रूप से नहीं फैला।
- गलत विकल्प: हुमायूँ, जहाँगीर और शाहजहाँ मुगल शासक थे, लेकिन ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत अकबर ने की थी।
प्रश्न 17: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- कुमारगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: गुप्त शासक समुद्रगुप्त (Samudragupta) को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: यह उपाधि इतिहासकार वी. ए. स्मिथ (V. A. Smith) ने उनकी सैन्य विजयों और साम्राज्य विस्तार के कारण दी थी। समुद्रगुप्त ने अपने शासनकाल में एक विशाल साम्राज्य का निर्माण किया और अनेक राज्यों को अपने अधीन किया, जैसा कि प्रयाग प्रशस्ति में वर्णित है।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का संस्थापक था। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) भी एक प्रतापी शासक था, लेकिन सैन्य विजयों के मामले में समुद्रगुप्त अधिक प्रसिद्ध हैं। कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना में योगदान दिया।
प्रश्न 18: ‘गांधी-इरविन समझौता’ कब हुआ था?
- 1929
- 1930
- 1931
- 1932
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: गांधी-इरविन समझौता (Gandhi-Irwin Pact) 5 मार्च 1931 को हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यह समझौता महात्मा गांधी और तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच सविनय अवज्ञा आंदोलन (Civil Disobedience Movement) के संबंध में हुआ था। इसके तहत गांधीजी ने आंदोलन स्थगित करने पर सहमति व्यक्त की और ब्रिटिश सरकार ने कुछ रियायतें देने का वादा किया, जिसमें नमक कानून की समाप्ति और कुछ राजनीतिक कैदियों की रिहाई शामिल थी।
- गलत विकल्प: 1929 में कांग्रेस का लाहौर अधिवेशन हुआ था। 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ था। 1932 में पूना समझौता हुआ था।
प्रश्न 19: मोहनजोदड़ो से प्राप्त ‘नर्तकी की मूर्ति’ किस धातु से बनी थी?
- तांबा
- कांसा
- सोना
- पत्थर
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: मोहनजोदड़ो से प्राप्त प्रसिद्ध ‘नर्तकी की मूर्ति’ (Dancing Girl) कांसा (Bronze) धातु से बनी थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह मूर्ति सिंधु घाटी सभ्यता की मूर्तिकला का एक उत्कृष्ट नमूना है। लगभग 4 इंच की यह मूर्ति अपने यथार्थवादी अंकन और गतिशील मुद्रा के लिए जानी जाती है, जो उस काल की उन्नत धातु विज्ञान तकनीक को दर्शाती है।
- गलत विकल्प: सिंधु घाटी सभ्यता में तांबे का भी प्रयोग होता था, लेकिन यह विशिष्ट मूर्ति कांसे की है। सोना और पत्थर की मूर्तियाँ भी मिली हैं, परंतु यह ‘नर्तकी’ कांसे की ही है।
प्रश्न 20: ‘फ्रांसीसी क्रांति’ का नारा क्या था?
- स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व
- साम्राज्यवाद का अंत
- लोकतंत्र के लिए युद्ध
- सभी के लिए शांति
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: फ्रांसीसी क्रांति (French Revolution, 1789-1799) का प्रमुख नारा ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ (Liberté, égalité, fraternité) था।
- संदर्भ और विस्तार: यह नारा क्रांति के आदर्शों और उद्देश्यों को दर्शाता है। इसने पूरे यूरोप और विश्व में लोकतंत्र, मानवाधिकारों और राष्ट्रवाद के विचारों के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प भी महत्वपूर्ण हो सकते हैं, लेकिन फ्रांसीसी क्रांति का विशिष्ट और सबसे प्रसिद्ध नारा ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ ही था।
प्रश्न 21: ‘कौटिल्य’ का ‘अर्थशास्त्र’ किस विषय पर आधारित है?
- कला और संस्कृति
- राजनीति और शासन कला
- धर्म और दर्शन
- चिकित्सा और खगोल विज्ञान
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: कौटिल्य (जिसे चाणक्य या विष्णुगुप्त भी कहा जाता है) द्वारा लिखित ‘अर्थशास्त्र’ मुख्य रूप से राजनीति, शासन कला, कूटनीति, अर्थशास्त्र और सैन्य रणनीति जैसे विषयों पर आधारित एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है।
- संदर्भ और विस्तार: यह ग्रंथ मौर्य साम्राज्य के समय में राज्य प्रबंधन, कानून व्यवस्था, कराधान, गुप्तचर प्रणाली और विदेश नीति जैसे विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी प्रदान करता है। इसे प्राचीन भारत में राज्य कला का एक उत्कृष्ट उदाहरण माना जाता है।
- गलत विकल्प: यद्यपि इसमें समाज और अर्थव्यवस्था के कुछ पहलुओं का उल्लेख है, इसका मुख्य केंद्र बिंदु शासन और राजनीति है, न कि कला, धर्म या चिकित्सा।
प्रश्न 22: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ (Quit India Movement) किस वर्ष प्रारंभ हुआ?
- 1939
- 1941
- 1942
- 1945
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ (Quit India Movement) 1942 में प्रारंभ हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: महात्मा गांधी ने 8 अगस्त 1942 को ग्वालियर टैंक मैदान, बंबई (अब मुंबई) से इस आंदोलन का आह्वान किया था। इसका मुख्य नारा ‘करो या मरो’ (Do or Die) था। यह स्वतंत्रता संग्राम का अंतिम जन आंदोलन था।
- गलत विकल्प: 1939 में द्वितीय विश्व युद्ध शुरू हुआ था, 1941 में गांधीजी व्यक्तिगत सत्याग्रह पर जोर दे रहे थे, और 1945 में युद्ध समाप्त हुआ था।
प्रश्न 23: ‘गदर पार्टी’ की स्थापना कब और कहाँ हुई थी?
- 1913, बर्लिन
- 1913, सैन फ्रांसिस्को
- 1915, लंदन
- 1917, मॉस्को
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: गदर पार्टी (Ghadar Party) की स्थापना 1913 में सैन फ्रांसिस्को, संयुक्त राज्य अमेरिका में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह पार्टी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान विदेशी धरती पर सक्रिय क्रांतिकारी संगठनों में से एक थी। इसके संस्थापक लाला हरदयाल थे। इसका उद्देश्य पंजाब और अन्य भारतीय क्षेत्रों में ब्रिटिश शासन के खिलाफ सशस्त्र क्रांति को संगठित करना था। ‘गदर’ नामक साप्ताहिक पत्र इसका मुख्य प्रचार माध्यम था।
- गलत विकल्प: बर्लिन, लंदन और मॉस्को में भी भारतीय स्वतंत्रता के लिए गतिविधियां हुई थीं, लेकिन गदर पार्टी का मुख्य केंद्र सैन फ्रांसिस्को था और स्थापना वर्ष 1913 था।
प्रश्न 24: ‘सिंधु घाटी सभ्यता’ का सबसे बड़ा स्थल कौन सा है?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगा
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: उपलब्ध पुरातात्विक साक्ष्यों के आधार पर, मोहनजोदड़ो (Mohenjo-daro) को सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल माना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो (वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रांत में) अपनी विशाल नगरीय योजना, ग्रेट बाथ (विशाल स्नानागार), अन्नागार और अन्य सार्वजनिक भवनों के लिए प्रसिद्ध है। इसका क्षेत्रफल हड़प्पा से भी बड़ा है।
- गलत विकल्प: हड़प्पा सभ्यता का पहला खोजा गया स्थल था। लोथल एक बंदरगाह शहर था, और कालीबंगा एक महत्वपूर्ण कृषि स्थल था, लेकिन मोहनजोदड़ो सबसे बड़े स्थल के रूप में जाना जाता है।
प्रश्न 25: ‘द्वितीय विश्व युद्ध’ का अंत किस वर्ष हुआ?
- 1943
- 1944
- 1945
- 1946
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: द्वितीय विश्व युद्ध (World War II) का अंत 1945 में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यूरोप में युद्ध का अंत मई 1945 में जर्मनी के आत्मसमर्पण के साथ हुआ, जबकि एशिया में युद्ध का अंत अगस्त 1945 में जापान पर परमाणु बम गिराए जाने और उसके आत्मसमर्पण के बाद हुआ।
- गलत विकल्प: 1943 और 1944 युद्ध के महत्वपूर्ण वर्ष थे, लेकिन अंत 1945 में हुआ। 1946 में युद्ध के बाद की पुनर्रचना के प्रयास शुरू हुए।