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इतिहास की गहराई में गोता लगाएँ: ज्ञान की परख के लिए 25 प्रश्न!

इतिहास की गहराई में गोता लगाएँ: ज्ञान की परख के लिए 25 प्रश्न!

तैयारी के इस रोमांचक सफर में आपका स्वागत है! आज हम इतिहास के विशाल सागर में उतरेंगे और देखेंगे कि आपकी पकड़ कितनी मज़बूत है। प्राचीन काल की सभ्यताओं से लेकर आधुनिक भारत के संघर्षों तक, 25 चुनिंदा प्रश्न आपके ज्ञान का परीक्षण करने के लिए तैयार हैं। तो चलिए, इतिहास के पन्नों को पलटते हुए अपनी यात्रा शुरू करते हैं!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान की गई विस्तृत व्याख्याओं के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: हड़प्पा सभ्यता का कौन सा स्थल ‘सिंधु का बाग’ (Garden of Sindh) कहलाता था?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. लोथल
  4. कालीबंगा

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: मोहनजोदड़ो, जिसका अर्थ ‘मृतकों का टीला’ है, हड़प्पा सभ्यता का एक प्रमुख स्थल था। इसकी विशालता, सुनियोजित नगर-नियोजन और खासकर इसके विशाल स्नानागार को देखकर इसे ‘सिंधु का बाग’ या ‘सिंधु का मरुद्यान’ कहा जाता था।
  • संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रांत में सिंधु नदी के तट पर स्थित था। यहाँ से प्राप्त महान स्नानागार, पुरोहित की मूर्ति, कांस्य नर्तकी की मूर्ति आदि सिंधु घाटी सभ्यता की उन्नत वास्तुकला और कला को दर्शाते हैं।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा पहला खोजा गया स्थल था। लोथल एक प्रमुख बंदरगाह शहर था, जो अब गुजरात में है। कालीबंगा राजस्थान में स्थित एक महत्वपूर्ण स्थल था, जो जूते हुए खेत के साक्ष्य के लिए जाना जाता है।

प्रश्न 2: निम्नलिखित में से कौन सा मौर्य शासक ‘अमित्रघात’ (शत्रुओं का नाश करने वाला) के नाम से जाना जाता था?

  1. चंद्रगुप्त मौर्य
  2. बिंदुसार
  3. अशोक
  4. बृहद्रथ

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: बिंदुसार, जो चंद्रगुप्त मौर्य का पुत्र और अशोक का पिता था, को यूनानी स्रोतों में ‘अमित्रघात’ के नाम से जाना जाता है। इसका अर्थ है ‘शत्रुओं का नाश करने वाला’।
  • संदर्भ और विस्तार: बिंदुसार ने मौर्य साम्राज्य को अपने पिता से विरासत में मिले विशाल आधार पर और भी मजबूत किया। उसने तक्षशिला के विद्रोह को दबाने में भी भूमिका निभाई। स्ट्रैबो जैसे यूनानी लेखकों ने अमित्रघात को सीरियाई राजाओं के साथ कूटनीतिक संबंध रखने का भी उल्लेख किया है।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य को ‘सैंड्रोकोट्टस’ के नाम से जाना जाता था। अशोक को ‘प्रियदर्शी’ और ‘देवानामप्रिय’ जैसे उपाधियों से जाना जाता था। बृहद्रथ मौर्य वंश का अंतिम शासक था।

प्रश्न 3: प्रसिद्ध ‘तारायण का द्वितीय युद्ध’ किस वर्ष लड़ा गया था?

  1. 1191 ईस्वी
  2. 1192 ईस्वी
  3. 1206 ईस्वी
  4. 1210 ईस्वी

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: तराइन का द्वितीय युद्ध 1192 ईस्वी में लड़ा गया था। इस युद्ध में मुहम्मद गोरी ने पृथ्वीराज चौहान को निर्णायक रूप से हराया था।
  • संदर्भ और विस्तार: तराइन के प्रथम युद्ध (1191 ईस्वी) में पृथ्वीराज चौहान ने मुहम्मद गोरी को पराजित किया था। लेकिन अगले ही वर्ष, 1192 में, गोरी ने एक बड़ी सेना के साथ पुनः आक्रमण किया और पृथ्वीराज को हरा दिया। इस हार के बाद भारत में तुर्की शासन की नींव पड़ी।
  • गलत विकल्प: 1191 ईस्वी में तराइन का प्रथम युद्ध हुआ था। 1206 ईस्वी में कुतुबुद्दीन ऐबक ने दिल्ली सल्तनत की स्थापना की थी। 1210 ईस्वी में इल्तुतमिश के गद्दी पर बैठने की घटना महत्वपूर्ण है।

प्रश्न 4: निम्नलिखित में से किस मध्यकालीन भारतीय शासक ने ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नया धर्म चलाया?

  1. अकबर
  2. शाहजहाँ
  3. औरंगजेब
  4. जहांगीर

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ईस्वी में ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक धर्म चलाया था, जो विभिन्न धर्मों के सार को मिलाकर बनाया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: अकबर धार्मिक सहिष्णुता में विश्वास रखता था और उसने इबादतखाना की स्थापना कर विभिन्न धर्मों के विद्वानों के साथ चर्चा की। दीन-ए-इलाही को ‘तौहीद-ए-इलाही’ (ईश्वरीय एकेश्वरवाद) भी कहा जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को एक ईश्वर में विश्वास रखना और विभिन्न धार्मिक मतभेदों को दूर करना था। हालांकि, यह धर्म आम जनता में लोकप्रिय नहीं हो पाया।
  • गलत विकल्प: शाहजहाँ वास्तुकला के लिए, औरंगजेब अपने धार्मिक कट्टरता के लिए और जहांगीर कला एवं चित्रकला के संरक्षण के लिए जाने जाते थे।

प्रश्न 5: ‘प्लासी का युद्ध’ किस वर्ष हुआ था?

  1. 1757 ईस्वी
  2. 1761 ईस्वी
  3. 1764 ईस्वी
  4. 1773 ईस्वी

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: प्लासी का युद्ध 23 जून 1757 ईस्वी को लड़ा गया था। यह ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला के बीच हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में ब्रिटिश कमांडर रॉबर्ट क्लाइव ने धोखाधड़ी से सिराजुद्दौला के सेनापति मीर जाफर को अपनी तरफ मिला लिया, जिसके कारण नवाब की सेना हार गई। इस युद्ध ने भारत में ब्रिटिश शासन की नींव रखी और कंपनी को राजनीतिक शक्ति बनने की ओर अग्रसर किया।
  • गलत विकल्प: 1761 ईस्वी में पानीपत का तीसरा युद्ध हुआ था। 1764 ईस्वी में बक्सर का युद्ध हुआ था, जिसने कंपनी के प्रभुत्व को और मजबूत किया। 1773 ईस्वी में रेगुलेटिंग एक्ट पारित किया गया था।

प्रश्न 6: निम्नलिखित में से कौन सी सिंधु घाटी सभ्यता की सबसे विशिष्ट विशेषता थी?

  1. पक्की ईंटों से बने भवन
  2. सुनियोजित शहरी विकास
  3. जल निकासी व्यवस्था
  4. उपरोक्त सभी

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: सिंधु घाटी सभ्यता अपनी उन्नत शहरी नियोजन, पक्की ईंटों से निर्मित घरों और भवनों, और विशेष रूप से उत्कृष्ट जल निकासी व्यवस्था के लिए जानी जाती है। यह तीनों ही इस सभ्यता की सबसे विशिष्ट और महत्वपूर्ण विशेषताएँ थीं।
  • संदर्भ और विस्तार: हड़प्पा और मोहनजोदड़ो जैसे शहरों में सड़कें ग्रिड पैटर्न पर थीं, घर पक्की ईंटों से बने थे और उनमें स्नानागार और शौचालय की व्यवस्था थी। प्रत्येक घर का पानी नालियों से जुड़ा होता था, जो आगे मुख्य सीवर लाइनों में मिल जाती थी। यह उस समय के लिए एक अविश्वसनीय रूप से उन्नत उपलब्धि थी।
  • गलत विकल्प: सभी विकल्प सिंधु घाटी सभ्यता की महत्वपूर्ण विशेषताओं का प्रतिनिधित्व करते हैं, इसलिए ‘उपरोक्त सभी’ सही उत्तर है।

प्रश्न 7: ‘अष्टाध्यायी’ के लेखक कौन हैं?

  1. कौटिल्य
  2. पाणिनी
  3. कालिदास
  4. वाल्मीकि

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘अष्टाध्यायी’ संस्कृत व्याकरण पर एक प्राचीन और मौलिक ग्रन्थ है, जिसके लेखक महर्षि पाणिनी थे।
  • संदर्भ और विस्तार: यह ग्रन्थ लगभग 5वीं शताब्दी ईसा पूर्व का है और संस्कृत भाषा के मानकीकरण में इसका अत्यधिक महत्व है। इसमें लगभग 4000 सूत्र हैं, जो ध्वनि, रूप, अर्थ और वाक्य-विन्यास जैसे भाषाई तत्वों को व्यवस्थित करते हैं।
  • गलत विकल्प: कौटिल्य ने ‘अर्थशास्त्र’ लिखा, जो राजनीति और अर्थशास्त्र पर एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ है। कालिदास प्रसिद्ध संस्कृत कवि और नाटककार थे, जबकि वाल्मीकि ने ‘रामायण’ की रचना की।

प्रश्न 8: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. स्कंदगुप्त

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: समुद्रगुप्त को भारतीय इतिहासकार वी. ए. स्मिथ द्वारा ‘भारत का नेपोलियन’ कहा गया था। यह उपाधि उन्हें उनकी विजयों और विस्तृत साम्राज्य के कारण दी गई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-375 ईस्वी) ने अपने शासनकाल में उत्तर भारत के कई राज्यों को विजित किया और दक्षिणापथ के कई राजाओं को भी अपने अधीन किया। इलाहाबाद प्रशस्ति (प्रयाग प्रशस्ति) में उनकी वीरता और विजयों का विस्तृत वर्णन मिलता है।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त साम्राज्य के संस्थापक थे। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) ने मालवा के शकों को हराया और कला एवं साहित्य को बढ़ावा दिया। स्कंदगुप्त ने हूणों के आक्रमण को सफलतापूर्वक विफल किया था।

प्रश्न 9: दिल्ली सल्तनत के किस सुल्तान ने ‘बाजार नियंत्रण प्रणाली’ लागू की थी?

  1. कुतुबुद्दीन ऐबक
  2. इल्तुतमिश
  3. अलाउद्दीन खिलजी
  4. गयासुद्दीन तुगलक

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: अलाउद्दीन खिलजी (शासनकाल 1296-1316 ईस्वी) ने अपने साम्राज्य में आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए एक विस्तृत बाजार नियंत्रण प्रणाली लागू की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस प्रणाली के तहत, उसने अनाज, कपड़े, मवेशी और गुलामों जैसी वस्तुओं के लिए मूल्य निर्धारण किया। उसने कई दीवान-ए-रियासत (बाजार नियंत्रक) नियुक्त किए और कालाबाजारी व जमाखोरी पर कठोर दंड का प्रावधान किया। इसका मुख्य उद्देश्य सेना के लिए कम लागत पर रसद सुनिश्चित करना था।
  • गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक दिल्ली सल्तनत का संस्थापक था। इल्तुतमिश ने ‘चालीसा’ नामक दरबारी गुट का गठन किया था। गयासुद्दीन तुगलक तुगलक वंश का संस्थापक था।

प्रश्न 10: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना कब हुई थी?

  1. 12वीं शताब्दी
  2. 13वीं शताब्दी
  3. 14वीं शताब्दी
  4. 15वीं शताब्दी

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों द्वारा की गई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: ये दोनों भाई वारंगल के काकतीय वंश के सामंत थे, जिन्होंने देवगिरी के यादवों के आक्रमण के बाद स्वतंत्र होकर विजयनगर की स्थापना की। यह साम्राज्य तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थापित हुआ था और इसने दक्षिण भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • गलत विकल्प: 12वीं शताब्दी में चोल साम्राज्य का प्रभाव था। 13वीं शताब्दी में दिल्ली सल्तनत का उदय हो रहा था। 14वीं शताब्दी में बहमनी सल्तनत की भी स्थापना हुई। 15वीं शताब्दी विजयनगर साम्राज्य के चरमोत्कर्ष का समय था।

प्रश्न 11: ‘जजिया’ कर किसके द्वारा गैर-मुस्लिमों पर लगाया गया एक कर था?

  1. मुगल
  2. दिल्ली सल्तनत
  3. यूनानी आक्रमणकारी
  4. ईस्ट इंडिया कंपनी

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: जजिया कर मुख्य रूप से दिल्ली सल्तनत के शासकों द्वारा लगाया गया था, जो गैर-मुस्लिम नागरिकों से लिया जाता था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह कर उन्हें इस्लामिक शासन के तहत रहने और सैन्य सेवा से छूट के बदले में देना पड़ता था। हालांकि, कुछ अपवाद थे, जैसे बच्चे, महिलाएँ, वृद्ध, बीमार और ब्राह्मण (शुरुआत में)। बाद में मुग़ल सम्राट अकबर ने इसे समाप्त कर दिया था, लेकिन औरंगजेब ने इसे फिर से लागू कर दिया था।
  • गलत विकल्प: जबकि मुग़लों ने भी (औरंगजेब के समय) इसे लागू किया था, लेकिन इसकी शुरुआत और व्यापक प्रसार दिल्ली सल्तनत के दौरान हुआ। यूनानी आक्रमणकारी और ईस्ट इंडिया कंपनी के करों की प्रकृति भिन्न थी।

प्रश्न 12: 1857 के विद्रोह के समय भारत का गवर्नर-जनरल कौन था?

  1. लॉर्ड डलहौजी
  2. लॉर्ड कैनिंग
  3. लॉर्ड लिटन
  4. लॉर्ड कर्ज़न

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: 1857 के भारतीय विद्रोह के समय लॉर्ड कैनिंग भारत के गवर्नर-जनरल थे।
  • संदर्भ और विस्तार: कैनिंग 1856 में गवर्नर-जनरल बने और उनके कार्यकाल में ही यह बड़ा विद्रोह हुआ। विद्रोह के बाद, 1858 में भारत सरकार अधिनियम द्वारा ब्रिटिश क्राउन ने सीधे भारत का शासन अपने हाथों में ले लिया और कैनिंग भारत के पहले वाइसराय बने।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत के सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते थे और उनके कार्यकाल में ही विद्रोह के बीज बोए गए थे। लॉर्ड लिटन और लॉर्ड कर्ज़न बाद के वायसराय थे, जिन्होंने महत्वपूर्ण प्रशासनिक सुधार और विभाजन किए।

प्रश्न 13: ‘स्वराज पार्टी’ की स्थापना कब और किसके द्वारा की गई थी?

  1. 1920, महात्मा गांधी
  2. 1923, मोतीलाल नेहरू और सी. आर. दास
  3. 1925, जवाहरलाल नेहरू
  4. 1928, सरदार पटेल

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: स्वराज पार्टी की स्थापना 1923 ईस्वी में मोतीलाल नेहरू और चित्तरंजन दास (सी. आर. दास) द्वारा की गई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: असहयोग आंदोलन (1920-22) के स्थगित होने के बाद, कांग्रेस के भीतर यह मतभेद उभरा कि क्या परिषदों (लेजिस्लेचर) में प्रवेश कर ब्रिटिश सरकार की नीतियों में बाधा डालनी चाहिए या नहीं। मोतीलाल नेहरू और सी. आर. दास ने ‘प्रिविन्सियलÓ पार्टी’ का गठन किया, जिसका उद्देश्य विधायी निकायों में प्रवेश कर ‘सविनय प्रतिरोध’ करना था।
  • गलत विकल्प: महात्मा गांधी असहयोग आंदोलन के प्रमुख नेता थे। जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल बाद में कांग्रेस के प्रमुख नेता बने।

प्रश्न 14: ‘कायम-उल-मलिक’ (Qaim-ul-Mulk) की उपाधि किस विदेशी यात्री को दी गई थी?

  1. मार्को पोलो
  2. इब्न बतूता
  3. अब्दुर रज़्ज़ाक़
  4. निकितिन

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: फ़ारसी यात्री अब्दुर रज़्ज़ाक़ समरकंदी को विजयनगर के शासक देवराय द्वितीय ने ‘कायम-उल-मलिक’ (अर्थात् ‘राष्ट्र का स्तंभ’) की उपाधि से सम्मानित किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: अब्दुर रज़्ज़ाक़ 1443 ईस्वी में देवराय द्वितीय के दरबार में राजदूत के रूप में आया था और उसने विजयनगर साम्राज्य का विस्तृत वर्णन अपनी पुस्तक ‘मत्ला-उस-सदैन वा मजमा-उल-बहदैन’ (Matla-us-Sadain wa Majma-ul-Bahrain) में किया है। उसने शहर की भव्यता, व्यापार, और समाज का जीवंत चित्रण किया है।
  • गलत विकल्प: मार्को पोलो एक इतालवी यात्री था जिसने 13वीं शताब्दी में भारत की यात्रा की थी। इब्न बतूता मोरक्को का यात्री था जो मोहम्मद बिन तुगलक के समय भारत आया था। निकितिन एक रूसी व्यापारी था जिसने 15वीं शताब्दी में भारत की यात्रा की थी।

प्रश्न 15: भारत में ‘स्थायी बंदोबस्त’ (Permanent Settlement) की शुरुआत किस गवर्नर-जनरल ने की थी?

  1. लॉर्ड वेलेजली
  2. लॉर्ड कॉर्नवालिस
  3. लॉर्ड विलियम बेंटिंक
  4. लॉर्ड डलहौजी

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: लॉर्ड कॉर्नवालिस ने 1793 ईस्वी में बंगाल, बिहार और उड़ीसा में ‘स्थायी बंदोबस्त’ की शुरुआत की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस व्यवस्था के तहत, जमींदारों को भूमि का मालिक माना गया और उनसे यह अपेक्षा की गई कि वे सरकार को एक निश्चित भू-राजस्व राशि का भुगतान करेंगे। यह भू-राजस्व राशि स्थायी थी और समय के साथ इसमें कोई वृद्धि नहीं की जानी थी। इसका उद्देश्य कंपनी के लिए राजस्व का एक स्थिर स्रोत सुनिश्चित करना था।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड वेलेजली ने ‘सहायक संधि’ (Subsidiary Alliance) की शुरुआत की। लॉर्ड विलियम बेंटिंक को सती प्रथा उन्मूलन जैसे सामाजिक सुधारों के लिए जाना जाता है। लॉर्ड डलहौजी ने ‘व्यपगत का सिद्धांत’ लागू किया था।

प्रश्न 16: निम्नलिखित में से कौन सा वैदिक काल का महत्वपूर्ण देवता नहीं था?

  1. इंद्र
  2. वरुण
  3. पशुपति
  4. सूर्य

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: पशुपति (पशुओं का स्वामी) मुख्य रूप से सिंधु घाटी सभ्यता के एक देवता के रूप में जाना जाता है, जैसा कि मोहनजोदड़ो से प्राप्त मुहरों पर चित्रित योग मुद्रा में बैठे त्रिशूलधारी देवता से संकेत मिलता है। वैदिक काल में यह प्रमुख देवता नहीं थे।
  • संदर्भ और विस्तार: वैदिक काल में, इंद्र वर्षा और युद्ध के देवता थे और सबसे प्रमुख माने जाते थे। वरुण को नैतिक व्यवस्था और सत्य का संरक्षक माना जाता था। सूर्य प्रकाश और जीवन के दाता के रूप में पूजे जाते थे।
  • गलत विकल्प: इंद्र, वरुण और सूर्य वैदिक काल के महत्वपूर्ण देवता थे। पशुपति का संबंध मुख्यतः हड़प्पा काल से है।

प्रश्न 17: ‘महायान’ और ‘हीनयान’ बौद्ध धर्म की प्रमुख शाखाएँ किस संगीति के बाद अधिक स्पष्ट हुईं?

  1. प्रथम बौद्ध संगीति
  2. द्वितीय बौद्ध संगीति
  3. तृतीय बौद्ध संगीति
  4. चतुर्थ बौद्ध संगीति

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: महायान और हीनयान शाखाओं का स्पष्ट विभाजन और विकास चतुर्थ बौद्ध संगीति (ईसा की पहली शताब्दी) के दौरान हुआ, जो कुषाण शासक कनिष्क के संरक्षण में कश्मीर में आयोजित हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस संगीति में बौद्ध धर्म के सिद्धांतों पर विस्तृत चर्चा हुई और इसी दौरान महायान संप्रदाय का स्वरूप स्पष्ट होने लगा, जिसने बुद्ध को ईश्वर तुल्य माना और बोधिसत्व की अवधारणा पर जोर दिया। हीनयान (या थेरवाद) पुरानी शिक्षाओं और व्यक्तिगत मुक्ति पर केंद्रित रहा।
  • गलत विकल्प: प्रथम संगीति राजगृह में अजातशत्रु के समय, द्वितीय संगीति वैशाली में कालाशोक के समय, और तृतीय संगीति पाटलिपुत्र में अशोक के समय आयोजित हुई थी, जिन्होंने बौद्ध धर्म के सिद्धांतों को संहिताबद्ध किया, लेकिन स्पष्ट विभाजन चतुर्थ संगीति में हुआ।

प्रश्न 18: ‘अलबेरूनी’ किसके साथ भारत आया था?

  1. सिकंदर
  2. मुहम्मद गोरी
  3. महमूद गजनवी
  4. तैमूर

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: प्रसिद्ध विद्वान अलबेरूनी 11वीं शताब्दी की शुरुआत में महमूद गजनवी के साथ भारत आया था।
  • संदर्भ और विस्तार: महमूद गजनवी के भारत पर आक्रमणों के दौरान अलबेरूनी भारत आया और उसने यहाँ के समाज, संस्कृति, विज्ञान और धर्म का गहन अध्ययन किया। उसकी प्रसिद्ध कृति ‘किताब-उल-हिंद’ (Tahqiq-i-Hind) भारतीय संस्कृति और इतिहास का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
  • गलत विकल्प: सिकंदर महान चौथी शताब्दी ईसा पूर्व में भारत आया था। मुहम्मद गोरी 12वीं शताब्दी के अंत में आया था। तैमूर 14वीं शताब्दी के अंत में भारत पर आक्रमण किया था।

प्रश्न 19: ‘ग्रैंड ट्रंक रोड’ का निर्माण किसने करवाया था?

  1. चंद्रगुप्त मौर्य
  2. अशोक
  3. शेरशाह सूरी
  4. अकबर

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘ग्रैंड ट्रंक रोड’ (GT Road) का मूल निर्माण शेरशाह सूरी ने करवाया था।
  • संदर्भ और विस्तार: शेरशाह सूरी (शासनकाल 1540-1545 ईस्वी) ने अपनी राजधानी सासाराम से दिल्ली तक एक सराय वाली सड़क का निर्माण करवाया था। यह सड़क व्यापार और संचार के लिए महत्वपूर्ण थी। इसे ‘सड़क-ए-आज़म’ भी कहा जाता था। बाद में अंग्रेजों ने इसका विस्तार कर इसे ‘ग्रैंड ट्रंक रोड’ का नाम दिया।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य ने भी साम्राज्य में सड़कों का निर्माण करवाया था, लेकिन वर्तमान जीटी रोड का श्रेय शेरशाह सूरी को जाता है। अशोक और अकबर के शासनकाल में भी सड़क निर्माण कार्य हुए थे।

प्रश्न 20: ‘सिख साम्राज्य’ का संस्थापक किसे माना जाता है?

  1. गुरु नानक देव
  2. गुरु अंगद देव
  3. महाराजा रणजीत सिंह
  4. गुरु गोविंद सिंह

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: महाराजा रणजीत सिंह को सिख साम्राज्य का संस्थापक और महानतम शासक माना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: उन्होंने 18वीं शताब्दी के अंत और 19वीं शताब्दी की शुरुआत में विभिन्न सिख मिसलों को एकीकृत करके एक शक्तिशाली साम्राज्य की स्थापना की, जिसकी राजधानी लाहौर थी। उन्होंने अपनी सेना को आधुनिक बनाया और पेशावर तक अपना विस्तार किया।
  • गलत विकल्प: गुरु नानक देव सिख धर्म के संस्थापक थे। गुरु अंगद देव दूसरे सिख गुरु थे। गुरु गोविंद सिंह दसवें और अंतिम गुरु थे, जिन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की थी।

प्रश्न 21: ‘ईस्ट इंडिया एसोसिएशन’ की स्थापना किसने की थी?

  1. दादाभाई नौरोजी
  2. सुरेन्द्रनाथ बनर्जी
  3. बाल गंगाधर तिलक
  4. लाला लाजपत राय

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘ईस्ट इंडिया एसोसिएशन’ की स्थापना 1866 ईस्वी में दादाभाई नौरोजी ने लंदन में की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इसका मुख्य उद्देश्य ब्रिटिश जनता को भारतीय राष्ट्रीय हितों के बारे में सूचित करना और भारत में ब्रिटिश शासन की आलोचनात्मक समीक्षा प्रस्तुत करना था। दादाभाई नौरोजी भारतीय राष्ट्रवाद के अग्रणी नेताओं में से एक थे और उन्हें ‘भारत का ग्रैंड ओल्ड मैन’ भी कहा जाता है।
  • गलत विकल्प: सुरेन्द्रनाथ बनर्जी ने ‘इंडियन नेशनल एसोसिएशन’ की स्थापना की थी। बाल गंगाधर तिलक और लाला लाजपत राय भी राष्ट्रवादी आंदोलन के प्रमुख नेता थे।

प्रश्न 22: ‘खिलाफत आंदोलन’ का मुख्य उद्देश्य क्या था?

  1. भारतीय मुसलमानों के अधिकारों की रक्षा
  2. तुर्की के खलीफा के पद को बनाए रखना
  3. भारतीय स्वतंत्रता प्राप्त करना
  4. भारत में इस्लामी शासन की स्थापना

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: खिलाफत आंदोलन का मुख्य उद्देश्य प्रथम विश्व युद्ध के बाद तुर्की के खलीफा के पद को बनाए रखना और ऑटोमन साम्राज्य को ब्रिटिश सरकार द्वारा दी जा रही ज्यादतियों का विरोध करना था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह आंदोलन 1919-1924 तक चला और भारतीय राष्ट्रवादियों, विशेषकर महात्मा गांधी ने इसका समर्थन किया ताकि हिन्दू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा मिल सके और ब्रिटिश सरकार पर दबाव बनाया जा सके। हालांकि, 1924 में तुर्की के कमाल अतातुर्क द्वारा खलीफा के पद को समाप्त कर दिया गया, जिससे आंदोलन का अंत हो गया।
  • गलत विकल्प: जबकि यह भारतीय मुसलमानों के अधिकारों से जुड़ा था, मुख्य उद्देश्य खलीफा के पद को बचाना था। भारतीय स्वतंत्रता का आंदोलन कांग्रेस का मुख्य लक्ष्य था, और यह आंदोलन उस व्यापक आंदोलन का एक हिस्सा बन गया।

प्रश्न 23: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के दौरान गांधीजी द्वारा दिया गया प्रसिद्ध नारा क्या था?

  1. पूर्ण स्वराज
  2. करो या मरो
  3. सारे जहाँ से अच्छा
  4. आराम हराम है

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: 1942 में ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के दौरान महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो’ (Do or Die) का नारा दिया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह नारा भारतीयों को ब्रिटिश शासन से तत्काल स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए अंतिम प्रयास करने का आह्वान करता था। इस आंदोलन ने स्वतंत्रता संग्राम को एक नई दिशा दी और ब्रिटिश सरकार पर अत्यधिक दबाव डाला।
  • गलत विकल्प: ‘पूर्ण स्वराज’ का नारा 1929 के लाहौर अधिवेशन में दिया गया था। ‘आराम हराम है’ जवाहरलाल नेहरू का नारा था। ‘सारे जहाँ से अच्छा’ मोहम्मद इक़बाल की एक प्रसिद्ध रचना है।

प्रश्न 24: ‘विश्व युद्ध प्रथम’ (World War I) कब से कब तक चला?

  1. 1914-1918
  2. 1939-1945
  3. 1917-1921
  4. 1905-1910

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: प्रथम विश्व युद्ध 28 जुलाई 1914 को शुरू हुआ और 11 नवंबर 1918 को समाप्त हुआ।
  • संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध मुख्य रूप से यूरोप में लड़ा गया था और इसमें दुनिया के लगभग सभी प्रमुख देश शामिल थे। केंद्रीय शक्तियाँ (जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, ओटोमन साम्राज्य) और मित्र राष्ट्र (फ्रांस, ब्रिटेन, रूस, इटली, जापान, और बाद में संयुक्त राज्य अमेरिका) इसके प्रमुख पक्ष थे। इसने वैश्विक राजनीति और समाज पर गहरा प्रभाव डाला।
  • गलत विकल्प: 1939-1945 द्वितीय विश्व युद्ध का काल है। 1917-1921 रूस में क्रांति और गृह युद्ध का समय था। 1905-1910 के दशक में रूस-जापान युद्ध और कुछ अन्य महत्वपूर्ण घटनाएँ हुईं।

प्रश्न 25: ‘वास्को डी गामा’ भारत कब आया था?

  1. 1492 ईस्वी
  2. 1498 ईस्वी
  3. 1505 ईस्वी
  4. 1510 ईस्वी

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: पुर्तगाली नाविक वास्को डी गामा 20 मई 1498 ईस्वी को कालीकट (वर्तमान कोझिकोड), केरल के तट पर पहुँचा था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह यूरोप से भारत के लिए एक समुद्री मार्ग की खोज थी, जिसने यूरोपीय देशों के साथ भारत के व्यापारिक संबंधों को एक नया आयाम दिया। वास्को डी गामा के आगमन ने भारत में यूरोपीय उपनिवेशवाद के युग की शुरुआत को चिह्नित किया।
  • गलत विकल्प: 1492 ईस्वी में क्रिस्टोफर कोलंबस अमेरिका पहुँचा था। 1505 ईस्वी में फ्रांसिस्को-डी-अल्मेडा भारत का पहला पुर्तगाली वायसराय बनकर आया था। 1510 ईस्वी में अल्बुकर्क ने बीजापुर के सुल्तान से गोवा पर कब्ज़ा कर लिया था।

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