सरकारी शोध कटौती के आलोक में सामान्य विज्ञान: कृषि और पर्यावरण पर केंद्रित अभ्यास प्रश्न
परिचय: किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण खंड होता है। यह न केवल मूलभूत वैज्ञानिक सिद्धांतों की आपकी समझ का परीक्षण करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि आप उन्हें वास्तविक दुनिया की घटनाओं से कैसे जोड़ सकते हैं। USDA द्वारा कृषि और वानिकी अनुसंधान में की गई संभावित कटौती के मद्देनजर, यह अभ्यास सत्र इन क्षेत्रों से संबंधित विज्ञान की आपकी समझ को ताज़ा करने का एक शानदार अवसर है। आइए, इन महत्वपूर्ण विषयों के प्रश्नों का अभ्यास करके अपनी तैयारी को और मज़बूत करें!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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निम्नलिखित में से कौन सा प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक नहीं है?
- (a) कार्बन डाइऑक्साइड
- (b) पानी
- (c) ऑक्सीजन
- (d) सूर्य का प्रकाश
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव प्रकाश ऊर्जा का उपयोग करके प्रकाश संश्लेषण करते हैं। इस प्रक्रिया में, हरे पौधे कार्बन डाइऑक्साइड और पानी का उपयोग करके ग्लूकोज (शर्करा) का उत्पादन करते हैं, जो उनके भोजन के रूप में कार्य करता है, और ऑक्सीजन एक उप-उत्पाद के रूप में जारी होती है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण का सामान्य समीकरण है: 6CO₂ (कार्बन डाइऑक्साइड) + 6H₂O (पानी) + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ (ग्लूकोज) + 6O₂ (ऑक्सीजन)। इस समीकरण से स्पष्ट है कि कार्बन डाइऑक्साइड, पानी और सूर्य का प्रकाश आवश्यक अभिकर्मक हैं, जबकि ऑक्सीजन उत्पाद है। इसलिए, ऑक्सीजन प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक नहीं है, बल्कि यह एक परिणाम है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पौधों में ‘पर्णहरित’ (Chlorophyll) का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) ऊर्जा का भंडारण
- (b) प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करना
- (c) खनिजों का अवशोषण
- (d) श्वसन की प्रक्रिया को सुगम बनाना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पर्णहरित (क्लोरोफिल) एक वर्णक है जो पौधों की कोशिकाओं में क्लोरोप्लास्ट में पाया जाता है। यह हरे रंग का होता है और प्रकाश संश्लेषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
व्याख्या (Explanation): पर्णहरित का प्राथमिक कार्य सूर्य से प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करना है, जिसे बाद में कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को ग्लूकोज (भोजन) में परिवर्तित करने के लिए उपयोग किया जाता है। ऊर्जा का भंडारण, खनिजों का अवशोषण और श्वसन जैसी प्रक्रियाएं पर्णहरित के सीधे कार्य नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने के लिए ‘हरी खाद’ (Green Manure) का उपयोग क्यों किया जाता है?
- (a) यह मिट्टी को जल्दी गर्म करता है।
- (b) यह मिट्टी में नाइट्रोजन और कार्बनिक पदार्थ जोड़ता है।
- (c) यह मिट्टी में नमक की मात्रा को बढ़ाता है।
- (d) यह मिट्टी को अधिक सूखा प्रतिरोधी बनाता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हरी खाद एक कृषि प्रथा है जिसमें तेजी से बढ़ने वाली फसलें (जैसे ढैंचा, सनई) उगाई जाती हैं और फूल आने से पहले उन्हें मिट्टी में मिला दिया जाता है।
व्याख्या (Explanation): फलीदार (leguminous) हरी खाद वाली फसलें वायुमंडलीय नाइट्रोजन को स्थिर करती हैं, जो बाद में मिट्टी में उपलब्ध हो जाती है। साथ ही, जब इन पौधों को मिट्टी में मिलाया जाता है, तो वे विघटित होकर मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ जोड़ते हैं, जिससे मिट्टी की संरचना, जल धारण क्षमता और समग्र उर्वरता में सुधार होता है। यह मिट्टी में नमक की मात्रा को नहीं बढ़ाता और सूखा प्रतिरोध मुख्य रूप से पानी धारण क्षमता से संबंधित है, जो कार्बनिक पदार्थ के जुड़ने से बेहतर होता है, लेकिन प्राथमिक लाभ नाइट्रोजन और कार्बनिक पदार्थ का जोड़ है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘मृदा अपरदन’ (Soil Erosion) को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका कौन सा है?
- (a) अत्यधिक चराई
- (b) वनों की कटाई
- (c) वनीकरण और समोच्च जुताई (Contour Ploughing)
- (d) औद्योगीकरण
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मृदा अपरदन वह प्रक्रिया है जिसमें हवा, पानी या गुरुत्वाकर्षण द्वारा मिट्टी की ऊपरी परत को हटा दिया जाता है।
व्याख्या (Explanation): वनों की कटाई, अत्यधिक चराई और नग्न भूमि जैसी गतिविधियाँ मृदा अपरदन को बढ़ाती हैं। वनीकरण (पेड़ लगाना) जड़ों के माध्यम से मिट्टी को बांधता है और वर्षा की बूंदों के प्रभाव को कम करता है। समोच्च जुताई (ढाल के विपरीत खेत की जुताई) पानी के बहाव की गति को धीमा करती है, जिससे मिट्टी का कटाव कम होता है। ये दोनों विधियाँ मृदा अपरदन को रोकने के सबसे प्रभावी तरीके हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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‘जैविक खेती’ (Organic Farming) का मुख्य सिद्धांत क्या है?
- (a) सिंथेटिक कीटनाशकों और उर्वरकों का अधिकतम उपयोग
- (b) आनुवंशिक रूप से संशोधित (GM) बीजों का उपयोग
- (c) रासायनिक इनपुट पर निर्भरता कम करना और प्राकृतिक प्रक्रियाओं का उपयोग करना
- (d) केवल पानी का उपयोग करके फसल उगाना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जैविक खेती एक टिकाऊ कृषि प्रणाली है जो मिट्टी के स्वास्थ्य, जैव विविधता और प्राकृतिक चक्रों को बनाए रखने पर केंद्रित है।
व्याख्या (Explanation): जैविक खेती सिंथेटिक कीटनाशकों, उर्वरकों, आनुवंशिक रूप से संशोधित जीवों (GMOs) और अन्य कृत्रिम इनपुट के उपयोग को कम या समाप्त करती है। इसके बजाय, यह फसल चक्रण, कम्पोस्ट खाद, हरी खाद और प्राकृतिक कीट नियंत्रण विधियों जैसी तकनीकों पर निर्भर करती है। इसका मुख्य उद्देश्य प्राकृतिक पारिस्थितिक तंत्र को बनाए रखना और रासायनिक प्रदूषण को कम करना है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कीटनाशकों (Pesticides) के अत्यधिक उपयोग से पर्यावरण पर क्या नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है?
- (a) मिट्टी की उर्वरता में वृद्धि
- (b) जल निकायों का प्रदूषण और जैव विविधता का नुकसान
- (c) वायु की गुणवत्ता में सुधार
- (d) लाभकारी सूक्ष्मजीवों की संख्या में वृद्धि
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कीटनाशक ऐसे रसायन होते हैं जिनका उपयोग कीटों को मारने या नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): कीटनाशकों का अत्यधिक और अनुचित उपयोग मिट्टी और जल निकायों को दूषित कर सकता है। ये रसायन गैर-लक्षित जीवों, जैसे कि लाभकारी कीड़े, पक्षी, मछली और अन्य वन्यजीवों के लिए भी विषाक्त हो सकते हैं, जिससे जैव विविधता का नुकसान होता है। यह मिट्टी के लाभकारी सूक्ष्मजीवों को भी नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे मिट्टी की उर्वरता कम हो सकती है, और वायु की गुणवत्ता पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘पारिस्थितिकी तंत्र’ (Ecosystem) में ऊर्जा का प्रवाह सदैव कैसा होता है?
- (a) बहु-दिशात्मक
- (b) चक्रीय
- (c) एक-दिशात्मक
- (d) स्थिर
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पारिस्थितिकी तंत्र में ऊर्जा का प्रवाह सूर्य से शुरू होकर उत्पादकों (पौधों) से उपभोक्ताओं तक और अंततः अपघटकों तक होता है।
व्याख्या (Explanation): पारिस्थितिकी तंत्र में ऊर्जा का प्रवाह हमेशा सूर्य से शुरू होता है, जो उत्पादकों (जैसे पौधे) द्वारा अवशोषित किया जाता है। यह ऊर्जा फिर खाद्य श्रृंखलाओं के माध्यम से विभिन्न पोषण स्तरों (जैसे शाकाहारी, मांसाहारी) में स्थानांतरित होती है। प्रत्येक स्थानांतरण पर, ऊर्जा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा ऊष्मा के रूप में खो जाता है। इसलिए, ऊर्जा का प्रवाह एक-दिशात्मक होता है और इसे पुनः चक्रित नहीं किया जा सकता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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‘अम्ल वर्षा’ (Acid Rain) का मुख्य कारण क्या है?
- (a) ओजोन परत का क्षरण
- (b) वायुमंडल में सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड का उत्सर्जन
- (c) ग्रीनहाउस गैसों का बढ़ना
- (d) ज्वालामुखी विस्फोट
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अम्ल वर्षा तब होती है जब वातावरण में सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂) और नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx) जैसे प्रदूषक उत्सर्जित होते हैं।
व्याख्या (Explanation): ये गैसें हवा में पानी, ऑक्सीजन और अन्य रसायनों के साथ प्रतिक्रिया करके सल्फ्यूरिक एसिड (H₂SO₄) और नाइट्रिक एसिड (HNO₃) बनाती हैं। ये एसिड वर्षा, बर्फ, कोहरे या धूल के कणों के साथ मिलकर जमीन पर गिरते हैं, जिससे अम्ल वर्षा होती है। ओजोन परत का क्षरण पराबैंगनी विकिरण से संबंधित है, ग्रीनहाउस गैसें ग्लोबल वार्मिंग से, और ज्वालामुखी विस्फोट भी SO₂ उत्सर्जित कर सकते हैं लेकिन मानव-निर्मित उत्सर्जन मुख्य कारण है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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जल चक्र (Water Cycle) में ‘वाष्पीकरण’ (Evaporation) की प्रक्रिया क्या है?
- (a) पानी का बर्फ में बदलना
- (b) तरल पानी का जलवाष्प में बदलना
- (c) जलवाष्प का तरल पानी में बदलना
- (d) पौधों से पानी का वाष्प के रूप में निकलना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जल चक्र पृथ्वी पर पानी के निरंतर संचलन का वर्णन करता है।
व्याख्या (Explanation): वाष्पीकरण वह प्रक्रिया है जिसमें तरल पानी, सूर्य की गर्मी या अन्य स्रोतों से ऊर्जा प्राप्त करके, गैस (जलवाष्प) में बदल जाता है और वायुमंडल में चला जाता है। ‘संघनन’ (Condensation) जलवाष्प का तरल पानी में बदलना है, ‘जमाव’ (Freezing) पानी का बर्फ में बदलना है, और ‘वाष्पोत्सर्जन’ (Transpiration) पौधों से पानी का वाष्प के रूप में निकलना है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘बायोमास’ (Biomass) क्या है?
- (a) किसी क्षेत्र में जीवाश्म ईंधन की कुल मात्रा
- (b) किसी क्षेत्र में जीवित जीवों द्वारा धारण की जाने वाली कुल जैविक सामग्री
- (c) वायुमंडल में ऑक्सीजन की कुल मात्रा
- (d) भूगर्भीय परतों में खनिजों की कुल मात्रा
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बायोमास एक पारिस्थितिक शब्द है जो किसी विशेष समय में किसी दिए गए क्षेत्र या पारिस्थितिकी तंत्र में रहने वाले जीवों के कुल शुष्क वजन (या कभी-कभी गीले वजन) को संदर्भित करता है।
व्याख्या (Explanation): बायोमास में पौधे, जानवर और सूक्ष्मजीव शामिल होते हैं। यह नवीकरणीय ऊर्जा का एक महत्वपूर्ण स्रोत भी है। जीवाश्म ईंधन (जैसे कोयला, पेट्रोलियम) जैविक सामग्री से बनते हैं लेकिन वे तत्काल बायोमास नहीं माने जाते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पौधों में ‘जाइलम’ (Xylem) का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) भोजन का परिवहन
- (b) पानी और खनिजों का ऊपर की ओर परिवहन
- (c) प्रकाश संश्लेषण को बढ़ावा देना
- (d) श्वसन के लिए ऑक्सीजन प्रदान करना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जाइलम संवहनी ऊतक (vascular tissue) का एक हिस्सा है जो पौधों में पाया जाता है।
व्याख्या (Explanation): जाइलम का मुख्य कार्य जड़ों से अवशोषित पानी और घुले हुए खनिजों को पौधे के तने और पत्तियों तक ऊपर की ओर पहुंचाना है। ‘फ्लोएम’ (Phloem) नामक ऊतक पत्तियों में बने भोजन (शर्करा) को पौधे के अन्य भागों तक पहुँचाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘प्रकाश संश्लेषण’ (Photosynthesis) की प्रक्रिया के दौरान, पौधे वायुमंडल से कौन सी गैस अवशोषित करते हैं?
- (a) ऑक्सीजन
- (b) नाइट्रोजन
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड
- (d) मीथेन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पौधे सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके अपना भोजन बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक प्रमुख कच्ची सामग्री कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) है, जिसे पौधे अपनी पत्तियों में मौजूद छोटे छिद्रों (स्टोमेटा) के माध्यम से अवशोषित करते हैं। इस CO₂ का उपयोग पानी (H₂O) के साथ मिलकर ग्लूकोज (C₆H₁₂O₆) बनाने के लिए किया जाता है, और ऑक्सीजन (O₂) एक उप-उत्पाद के रूप में जारी होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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‘परागकण’ (Pollination) का क्या अर्थ है?
- (a) बीजों का अंकुरण
- (b) फूलों से पराग का वर्तिकाग्र (stigma) तक स्थानांतरण
- (c) फल का पकना
- (d) जड़ों का विकास
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परागण लैंगिक प्रजनन का एक महत्वपूर्ण कदम है जो कई पौधों में होता है।
व्याख्या (Explanation): परागण की प्रक्रिया में, फूल के पराग (pollen) को एक फूल के परागकोश (anther) से उसी फूल या दूसरे फूल के वर्तिकाग्र (stigma) तक ले जाया जाता है। यह हवा, पानी, कीड़े या अन्य जानवरों जैसे वाहकों द्वारा किया जा सकता है। यह प्रक्रिया निषेचन (fertilization) की ओर ले जाती है, जिसके परिणामस्वरूप बीज और फल बनते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘अनुवांशिकी’ (Genetics) में ‘जीन’ (Gene) क्या है?
- (a) प्रोटीन की एक श्रृंखला
- (b) डीएनए (DNA) का एक खंड जो किसी विशेष लक्षण के लिए कोड करता है
- (c) कोशिका का ऊर्जा उत्पादन केंद्र
- (d) कोशिका झिल्ली का एक घटक
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अनुवांशिकी जीव विज्ञान की वह शाखा है जो आनुवंशिकता और वंशानुक्रम का अध्ययन करती है।
व्याख्या (Explanation): एक जीन डीएनए (डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड) का एक विशिष्ट अनुक्रम है जो किसी विशेष प्रोटीन या कार्यात्मक आरएनए अणु (RNA) को बनाने के लिए निर्देश प्रदान करता है। ये जीन आनुवंशिक जानकारी के मूलभूत निर्माण खंड हैं और यह निर्धारित करते हैं कि माता-पिता से संतानों में कौन से लक्षण विरासत में मिलेंगे।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में ‘लाल रक्त कोशिकाएं’ (Red Blood Cells) का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) संक्रमण से लड़ना
- (b) रक्त का थक्का जमना
- (c) ऑक्सीजन का परिवहन
- (d) पोषक तत्वों का पाचन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रक्त विभिन्न प्रकार की कोशिकाओं से बना होता है, जिनमें लाल रक्त कोशिकाएं, श्वेत रक्त कोशिकाएं और प्लेटलेट्स शामिल हैं।
व्याख्या (Explanation): लाल रक्त कोशिकाओं (एरिथ्रोसाइट्स) में हीमोग्लोबिन नामक एक प्रोटीन होता है, जो फेफड़ों से ऑक्सीजन को शरीर के सभी ऊतकों तक ले जाने के लिए जिम्मेदार होता है। वे ऊतकों से कार्बन डाइऑक्साइड को फेफड़ों तक वापस लाने में भी थोड़ी भूमिका निभाती हैं। संक्रमण से लड़ना श्वेत रक्त कोशिकाओं का काम है, और रक्त का थक्का जमना प्लेटलेट्स का काम है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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‘एंजाइम’ (Enzyme) क्या हैं?
- (a) विटामिन जो उपापचय क्रियाओं में सहायता करते हैं
- (b) हार्मोन जो संचार करते हैं
- (c) प्रोटीन जो जैविक प्रतिक्रियाओं को तेज करते हैं
- (d) कार्बोहाइड्रेट जो ऊर्जा प्रदान करते हैं
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एंजाइम जैविक उत्प्रेरक (biological catalysts) होते हैं, जो जीवित जीवों में होने वाली रासायनिक प्रतिक्रियाओं की दर को बढ़ाते हैं।
व्याख्या (Explanation): अधिकांश एंजाइम प्रोटीन होते हैं। वे विशिष्ट ‘सब्सट्रेट’ (substrates) से जुड़ते हैं और उन्हें ‘उत्पाद’ (products) में परिवर्तित करने की प्रक्रिया को बहुत तेज कर देते हैं। यह ऊतकों और अंगों के समुचित कार्य के लिए आवश्यक है। विटामिन और हार्मोन अलग-अलग भूमिका निभाते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में ‘रक्तचाप’ (Blood Pressure) को मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?
- (a) थर्मामीटर
- (b) स्टेथोस्कोप
- (c) स्फिग्मोमैनोमीटर (Sphygmomanometer)
- (d) इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ECG)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रक्तचाप धमनियों में रक्त के प्रवाह के कारण लगने वाले दबाव को दर्शाता है।
व्याख्या (Explanation): स्फिग्मोमैनोमीटर एक चिकित्सा उपकरण है जिसका उपयोग रक्तचाप को मापने के लिए किया जाता है। इसमें एक कफ होता है जिसे बांह के चारों ओर लपेटा जाता है, एक पंप जो हवा भरता है, और एक गेज जो दबाव दिखाता है। थर्मामीटर शरीर के तापमान को मापता है, स्टेथोस्कोप हृदय और फेफड़ों की आवाज़ें सुनने के लिए होता है, और ECG हृदय की विद्युत गतिविधि को रिकॉर्ड करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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‘मानव मस्तिष्क’ (Human Brain) का कौन सा भाग शरीर के संतुलन और स्वैच्छिक गतियों के समन्वय के लिए जिम्मेदार है?
- (a) प्रमस्तिष्क (Cerebrum)
- (b) अनुमस्तिष्क (Cerebellum)
- (c) मस्तिष्क स्तंभ (Brainstem)
- (d) हाइपोथैलेमस (Hypothalamus)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव मस्तिष्क विभिन्न भागों से बना होता है, जिनमें से प्रत्येक की विशिष्ट भूमिकाएँ होती हैं।
व्याख्या (Explanation): अनुमस्तिष्क (सेरिबेलम) मस्तिष्क के पिछले हिस्से में स्थित होता है और यह शरीर के संतुलन, मुद्रा (posture) और स्वैच्छिक गतियों के समन्वय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रमस्तिष्क सोच, स्मृति और भावना जैसे उच्च-स्तरीय कार्यों के लिए जिम्मेदार है। मस्तिष्क स्तंभ श्वसन, हृदय गति जैसे महत्वपूर्ण अनैच्छिक कार्यों को नियंत्रित करता है, और हाइपोथैलेमस शरीर के तापमान, भूख और प्यास जैसे कार्यों को नियंत्रित करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘गुरुत्वाकर्षण का सार्वभौमिक नियम’ (Universal Law of Gravitation) किसने प्रतिपादित किया?
- (a) गैलीलियो गैलीली
- (b) आइजैक न्यूटन
- (c) अल्बर्ट आइंस्टीन
- (d) निकोलस कोपरनिकस
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): गुरुत्वाकर्षण वह बल है जो द्रव्यमान वाली किन्हीं भी दो वस्तुओं को एक दूसरे की ओर आकर्षित करता है।
व्याख्या (Explanation): सर आइजैक न्यूटन ने 1687 में अपने “प्रिंसिपिया मैथेमेटिका” (Principia Mathematica) में गुरुत्वाकर्षण के सार्वभौमिक नियम का प्रतिपादन किया। इस नियम के अनुसार, ब्रह्मांड में प्रत्येक कण अन्य प्रत्येक कण को एक बल से आकर्षित करता है जो उनके द्रव्यमानों के गुणनफल के सीधे समानुपाती और उनके बीच की दूरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘प्रकाश का अपवर्तन’ (Refraction of Light) क्या है?
- (a) प्रकाश का एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाने पर मुड़ना
- (b) प्रकाश का अपने स्रोत से दूर फैलना
- (c) प्रकाश का किसी सतह से टकराकर वापस उसी माध्यम में लौटना
- (d) प्रकाश का विभिन्न रंगों में विभाजित होना
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश विभिन्न माध्यमों से गुजरते हुए अपने पथ में परिवर्तन प्रदर्शित करता है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश का अपवर्तन वह घटना है जिसमें प्रकाश की किरण एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करते समय अपने पथ से मुड़ जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि विभिन्न माध्यमों में प्रकाश की गति भिन्न होती है। ‘परावर्तन’ (Reflection) प्रकाश का सतह से टकराकर वापस उसी माध्यम में लौटना है। ‘विक्षेपण’ (Dispersion) प्रकाश का सात रंगों में विभाजित होना है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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‘ध्वनि की गति’ (Speed of Sound) किस माध्यम में सबसे अधिक होती है?
- (a) निर्वात
- (b) वायु
- (c) जल
- (d) ठोस (जैसे लोहा)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि एक यांत्रिक तरंग है जिसे संचरण के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि की गति माध्यम के गुणों, विशेष रूप से उसकी प्रत्यास्थता (elasticity) और घनत्व (density) पर निर्भर करती है। ठोस माध्यमों में अणु बहुत कसकर पैक होते हैं, जिससे ध्वनि कंपन तेजी से फैलते हैं। इसलिए, ध्वनि की गति ठोस में सबसे अधिक, फिर तरल (जैसे जल) में और फिर गैस (जैसे वायु) में सबसे कम होती है। निर्वात में ध्वनि संचरित नहीं हो सकती क्योंकि वहाँ कोई माध्यम नहीं होता।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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‘विद्युत धारा’ (Electric Current) को मापने की इकाई क्या है?
- (a) वोल्ट (Volt)
- (b) ओम (Ohm)
- (c) एम्पीयर (Ampere)
- (d) वॉट (Watt)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत धारा आवेशित कणों (आमतौर पर इलेक्ट्रॉनों) के प्रवाह की दर है।
व्याख्या (Explanation): विद्युत धारा को एम्पीयर (A) नामक इकाई में मापा जाता है। वोल्ट (V) विद्युत विभव (electric potential) या विभवांतर (voltage) की इकाई है, ओम (Ω) विद्युत प्रतिरोध (electric resistance) की इकाई है, और वॉट (W) शक्ति (power) की इकाई है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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‘ऊष्मा’ (Heat) के स्थानांतरण की किस विधि में किसी माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है?
- (a) चालन (Conduction)
- (b) संवहन (Convection)
- (c) विकिरण (Radiation)
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊष्मा तीन मुख्य विधियों से स्थानांतरित होती है: चालन, संवहन और विकिरण।
व्याख्या (Explanation): चालन में ऊष्मा ठोसों के माध्यम से कणों के कंपन द्वारा स्थानांतरित होती है। संवहन में ऊष्मा तरल पदार्थों और गैसों में कणों की वास्तविक गति द्वारा स्थानांतरित होती है। विकिरण में ऊष्मा विद्युत चुम्बकीय तरंगों के रूप में स्थानांतरित होती है और इसके संचरण के लिए किसी माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है। उदाहरण के लिए, सूर्य से पृथ्वी तक ऊष्मा विकिरण द्वारा पहुँचती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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‘ऑप्टिकल फाइबर’ (Optical Fiber) किस सिद्धांत पर कार्य करता है?
- (a) परावर्तन (Reflection)
- (b) अपवर्तन (Refraction)
- (c) पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total Internal Reflection)
- (d) विवर्तन (Diffraction)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऑप्टिकल फाइबर का उपयोग प्रकाश संकेतों को लंबी दूरी तक ले जाने के लिए किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): ऑप्टिकल फाइबर कांच या प्लास्टिक के पतले रेशे होते हैं जो प्रकाश को अंदरूनी रूप से परावर्तित करते हुए यात्रा करने की अनुमति देते हैं। यह घटना ‘पूर्ण आंतरिक परावर्तन’ कहलाती है, जहाँ प्रकाश एक सघन माध्यम से एक विरल माध्यम में एक विशिष्ट कोण (क्रांतिक कोण से अधिक) पर आपतित होने पर उसी सघन माध्यम में वापस परावर्तित हो जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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‘मानव आंख’ (Human Eye) में ‘रेटिना’ (Retina) का क्या कार्य है?
- (a) प्रकाश की मात्रा को नियंत्रित करना
- (b) प्रकाश को केंद्रित करना
- (c) प्रकाश संकेतों को विद्युत आवेगों में परिवर्तित करना
- (d) आंख के रंग को निर्धारित करना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आंख एक जटिल संवेदी अंग है जो हमें देखने में सक्षम बनाता है।
व्याख्या (Explanation): रेटिना आंख का वह पर्दा है जो लेंस के पीछे स्थित होता है। यह प्रकाश के प्रति संवेदनशील होता है और प्रकाश ऊर्जा को तंत्रिका आवेगों (nerve impulses) में परिवर्तित करता है। ये आवेग ऑप्टिक तंत्रिका (optic nerve) के माध्यम से मस्तिष्क तक पहुँचते हैं, जहाँ उनकी व्याख्या छवियों के रूप में की जाती है। ‘आइरिस’ (Iris) प्रकाश की मात्रा को नियंत्रित करता है, और ‘लेंस’ (Lens) प्रकाश को रेटिना पर केंद्रित करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।