कृषि अनुसंधान पर प्रभाव: सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न
परिचय:** प्रतियोगी परीक्षाओं में सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण खंड है। कृषि अनुसंधान में कटौतियों जैसे सामयिक मुद्दे अक्सर विभिन्न वैज्ञानिक अवधारणाओं से जुड़े होते हैं। इन प्रश्नों का अभ्यास करके, आप न केवल अपने ज्ञान को ताज़ा कर सकते हैं, बल्कि परीक्षा में आने वाले विभिन्न प्रकार के प्रश्नों को हल करने की अपनी क्षमता को भी बढ़ा सकते हैं। आइए, इन महत्वपूर्ण प्रश्नों के माध्यम से अपनी तैयारी को परखें।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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निम्न में से कौन सी प्रक्रिया प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक है, जो पौधों में अनुसंधान का एक मुख्य क्षेत्र है?
- (a) श्वसन
- (b) वाष्पोत्सर्जन
- (c) प्रकाश संश्लेषण
- (d) परागण
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव प्रकाश ऊर्जा का उपयोग कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से शर्करा (ग्लूकोज) बनाने के लिए करते हैं, जो ऊर्जा का स्रोत है। इस प्रक्रिया में ऑक्सीजन उप-उत्पाद के रूप में निकलती है।
व्याख्या (Explanation): कृषि अनुसंधान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा पौधों की वृद्धि और उत्पादकता में सुधार करना है, जो सीधे प्रकाश संश्लेषण की दक्षता से जुड़ा है। श्वसन ऊर्जा जारी करने की प्रक्रिया है, वाष्पोत्सर्जन पानी की हानि है, और परागण प्रजनन के लिए आवश्यक है। ये प्रकाश संश्लेषण के प्रत्यक्ष घटक नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने में सूक्ष्मजीवों की भूमिका कृषि अनुसंधान का एक महत्वपूर्ण पहलू है। निम्न में से कौन सा सूक्ष्मजीव नाइट्रोजन स्थिरीकरण में मदद करता है?
- (a) यीस्ट
- (b) राइजोबियम
- (c) पेनिसिलियम
- (d) एस्परगिलस
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): नाइट्रोजन स्थिरीकरण वायुमंडलीय नाइट्रोजन (N₂) को अमोनिया (NH₃) में परिवर्तित करने की एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जो पौधों द्वारा उपयोग के लिए उपलब्ध हो जाती है। यह प्रक्रिया विशेष जीवाणुओं द्वारा की जाती है।
व्याख्या (Explanation): राइजोबियम दलहनी फसलों की जड़ों में सहजीवी रूप से पाया जाने वाला एक जीवाणु है जो नाइट्रोजन स्थिरीकरण करता है। यीस्ट एक कवक है, पेनिसिलियम एक एंटीबायोटिक उत्पादक कवक है, और एस्परगिलस भी एक कवक है। ये प्रत्यक्ष रूप से नाइट्रोजन स्थिरीकरण के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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वन अनुसंधान अक्सर पेड़ों की वृद्धि और स्वास्थ्य से संबंधित होता है। प्रकाश संश्लेषण के दौरान, पेड़ कौन सी गैस अवशोषित करते हैं?
- (a) ऑक्सीजन
- (b) नाइट्रोजन
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड
- (d) हाइड्रोजन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण की सामान्य प्रक्रिया CO₂ + H₂O + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ + O₂ है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के लिए पौधों को वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) की आवश्यकता होती है, जिसे वे स्टोमेटा के माध्यम से अवशोषित करते हैं। यह CO₂ शर्करा के निर्माण में प्रयोग की जाती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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फसलों को विभिन्न कीटों से बचाने के लिए कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है। कीटनाशक आमतौर पर किस श्रेणी के रासायनिक यौगिक होते हैं?
- (a) अम्ल
- (b) क्षार
- (c) लवण
- (d) कार्बनिक यौगिक
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अधिकांश आधुनिक कीटनाशक जटिल कार्बनिक यौगिक होते हैं जिन्हें विशेष रूप से लक्षित कीटों को मारने या नियंत्रित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
व्याख्या (Explanation): कीटनाशक, जैसे ऑर्गेनोफॉस्फेट्स, पाइरेथ्रॉइड्स, और नियोनिकोटिनॉइड्स, सभी कार्बनिक यौगिकों की श्रेणी में आते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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मिट्टी में आवश्यक पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए उर्वरकों का उपयोग किया जाता है। यूरिया, एक सामान्य उर्वरक, में नाइट्रोजन का प्रतिशत कितना होता है?
- (a) 25%
- (b) 35%
- (c) 46%
- (d) 60%
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): यूरिया का रासायनिक सूत्र CO(NH₂)₂ है। इसका आणविक भार लगभग 60 g/mol है, जिसमें दो अमीनो समूह (-NH₂) होते हैं। प्रत्येक नाइट्रोजन परमाणु का आणविक भार 14 g/mol है, इसलिए दो नाइट्रोजन परमाणुओं का भार 28 g/mol है।
व्याख्या (Explanation): यूरिया में नाइट्रोजन का प्रतिशत = (नाइट्रोजन का कुल भार / यूरिया का कुल भार) × 100 = (2 × 14 / 60) × 100 = (28 / 60) × 100 ≈ 46.67%। इसे सामान्यतः 46% माना जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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फसल की पैदावार बढ़ाने के लिए संकरण (hybridization) एक महत्वपूर्ण कृषि तकनीक है। संकरण में, दो अलग-अलग प्रजातियों के पौधों के बीच क्रॉस-परागित (cross-pollination) किया जाता है। परागण की प्रक्रिया में कौन सी संरचनाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं?
- (a) जड़ें
- (b) तना
- (c) फूल (पुष्प)
- (d) पत्तियाँ
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परागण (Pollination) वह प्रक्रिया है जिसमें परागकण (pollen grains) परागकोष (anther) से वर्तिकाग्र (stigma) तक स्थानांतरित होते हैं। फूल (पुष्प) में प्रजनन अंग होते हैं जो परागण के लिए जिम्मेदार होते हैं।
व्याख्या (Explanation): फूल में नर (परागकोष) और मादा (अंडाशय) प्रजनन अंग होते हैं। परागकण परागकोष से निकलते हैं और वर्तिकाग्र पर गिरते हैं, जो निषेचन की ओर ले जाता है। जड़ें, तना और पत्तियां वनस्पति अंग हैं और सीधे परागण में शामिल नहीं होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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वन अनुसंधान में, लकड़ी के क्षय (wood decay) का अध्ययन किया जाता है। लकड़ी के क्षय के लिए मुख्य रूप से कौन से जीव जिम्मेदार होते हैं?
- (a) शैवाल
- (b) कवक
- (c) वायरस
- (d) बैक्टीरिया
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कवक (Fungi) में ऐसे एंजाइम होते हैं जो सेल्यूलोज और लिग्निन जैसे जटिल कार्बनिक यौगिकों को तोड़ सकते हैं, जिससे लकड़ी का क्षय होता है।
व्याख्या (Explanation): लकड़ी का क्षय मुख्य रूप से विभिन्न प्रकार के कवक, जैसे भूरा सड़ांध (brown rot), सफेद सड़ांध (white rot) और नरम सड़ांध (soft rot) कवक के कारण होता है। शैवाल प्रकाश संश्लेषक होते हैं। वायरस बहुत छोटे होते हैं और कोशिका के अंदर प्रतिकृति बनाते हैं। बैक्टीरिया भी क्षय कर सकते हैं, लेकिन लकड़ी के क्षय में कवक की भूमिका प्रमुख है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पौधों में, प्रकाश संश्लेषण के दौरान ग्लूकोज के निर्माण के बाद, अतिरिक्त ग्लूकोज को किस रूप में संग्रहीत किया जाता है?
- (a) प्रोटीन
- (b) वसा
- (c) स्टार्च
- (d) विटामिन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पौधे प्रकाश संश्लेषण से उत्पन्न ग्लूकोज को तुरंत उपयोग करने के बाद, इसे ऊर्जा के आरक्षित रूप के रूप में स्टार्च के रूप में संग्रहीत करते हैं।
व्याख्या (Explanation): स्टार्च ग्लूकोज की लंबी श्रृंखलाओं से बना एक पॉलीसेकेराइड है, जो इसे कुशलतापूर्वक संग्रहीत करने की अनुमति देता है। प्रोटीन अमीनो एसिड से बने होते हैं, वसा फैटी एसिड से, और विटामिन छोटे कार्बनिक अणु होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जब कृषि योग्य भूमि पर बहुत अधिक कीटनाशकों का छिड़काव किया जाता है, तो वे जल स्रोतों को प्रदूषित कर सकते हैं। पानी में कीटनाशकों की घुलनशीलता किस पर निर्भर करती है?
- (a) पानी का pH
- (b) पानी का तापमान
- (c) कीटनाशक की रासायनिक संरचना (ध्रुवीयता)
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी पदार्थ की घुलनशीलता कई कारकों पर निर्भर करती है, जिनमें विलायक (इस मामले में पानी) के गुण और विलेय (कीटनाशक) के गुण शामिल हैं। “लाइक डिजॉल्व्स लाइक” (like dissolves like) नियम के अनुसार, ध्रुवीय विलेय ध्रुवीय विलायकों में और अध्रुवीय विलेय अध्रुवीय विलायकों में अधिक घुलनशील होते हैं। तापमान और pH भी घुलनशीलता को प्रभावित कर सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): कीटनाशकों की रासायनिक संरचना, विशेष रूप से उनकी ध्रुवीयता, यह निर्धारित करती है कि वे पानी में कितनी अच्छी तरह घुलते हैं। कुछ कीटनाशक पानी में अधिक घुलनशील होते हैं, जबकि अन्य कम। पानी का तापमान और pH भी रासायनिक बंधों की स्थिरता और अंतःक्रियाओं को प्रभावित करके घुलनशीलता को बदल सकते हैं। इसलिए, तीनों कारक प्रासंगिक हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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भूमि को उपजाऊ बनाए रखने के लिए फसलों को अदल-बदल कर बोना (crop rotation) एक महत्वपूर्ण विधि है। यह मिट्टी में पोषक तत्वों के संतुलन को कैसे प्रभावित करता है?
- (a) एक ही पोषक तत्व को लगातार कम करता है।
- (b) मिट्टी में पोषक तत्वों की विविधता को बढ़ाता है।
- (c) मिट्टी के pH को अनियंत्रित करता है।
- (d) मिट्टी की जल धारण क्षमता को कम करता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): फसल चक्रण में विभिन्न पोषक तत्वों की आवश्यकता वाली फसलों को बारी-बारी से उगाया जाता है, जिससे मिट्टी के पोषक तत्वों का एकतरफा निष्कर्षण नहीं होता। कुछ फसलें, जैसे दलहन, मिट्टी में नाइट्रोजन जोड़ती हैं।
व्याख्या (Explanation): फसल चक्रण मिट्टी में पोषक तत्वों के असंतुलन को रोकता है। उदाहरण के लिए, दलहन की फसलें, जो अपने जड़ों में राइजोबियम जीवाणुओं के माध्यम से नाइट्रोजन स्थिर करती हैं, मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाती हैं। विभिन्न जड़ प्रणालियों वाली फसलें विभिन्न गहराई से पोषक तत्व ग्रहण करती हैं, जिससे मिट्टी के विभिन्न स्तरों में पोषक तत्वों का प्रबंधन होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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वन अनुसंधान में, पेड़ों की उम्र का पता लगाने के लिए अक्सर उनके तनों पर पाए जाने वाले वार्षिक छल्लों (annual rings) का अध्ययन किया जाता है। ये छल्ले किस प्रकार बनते हैं?
- (a) प्रकाश संश्लेषण की दर के कारण
- (b) कैंबियम की मौसमी वृद्धि के कारण
- (c) पत्ती गिरने की प्रक्रिया के कारण
- (d) जड़ अवशोषण के कारण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कैंबियम (cambium) एक मेरिस्टेमेटिक ऊतक है जो पेड़ के तने की परिधि में मौजूद होता है। यह मौसमी जलवायु परिवर्तन (जैसे तापमान और नमी) के जवाब में सक्रिय रूप से कोशिकाएं विभाजित करता है, जिससे लकड़ी के छल्ले बनते हैं।
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खेती में उपयोग किए जाने वाले अधिकांश उर्वरक, जैसे अमोनियम सल्फेट, में कौन सा मुख्य पोषक तत्व होता है जो पौधों की वृद्धि के लिए आवश्यक है?
- (a) पोटेशियम
- (b) फास्फोरस
- (c) नाइट्रोजन
- (d) सल्फर
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): नाइट्रोजन पौधों में प्रोटीन, न्यूक्लिक एसिड (DNA और RNA) और क्लोरोफिल के निर्माण के लिए एक आवश्यक घटक है।
व्याख्या (Explanation): अमोनियम सल्फेट [(NH₄)₂SO₄] एक सामान्य उर्वरक है जो पौधों को नाइट्रोजन प्रदान करता है। यद्यपि इसमें सल्फर भी होता है, नाइट्रोजन प्राथमिक पोषक तत्व है जिसकी अधिकांश फसलों को बड़ी मात्रा में आवश्यकता होती है। पोटेशियम और फास्फोरस भी महत्वपूर्ण मैक्रोन्यूट्रिएंट हैं, लेकिन अमोनियम सल्फेट मुख्य रूप से नाइट्रोजन के लिए उपयोग किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मिट्टी के पीएच (pH) को मापना कृषि अनुसंधान में महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पोषक तत्वों की उपलब्धता को प्रभावित करता है। सामान्यतः, पौधों की वृद्धि के लिए इष्टतम मिट्टी का पीएच रेंज क्या है?
- (a) 2.0 – 4.0
- (b) 4.5 – 5.5
- (c) 6.0 – 7.0
- (d) 8.0 – 9.0
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मिट्टी का पीएच मिट्टी में रासायनिक प्रतिक्रियाओं को प्रभावित करता है, जिसमें पोषक तत्वों का घुलना और पौधों द्वारा उनका अवशोषण शामिल है। अधिकांश पौधों के लिए, थोड़ा अम्लीय से तटस्थ पीएच रेंज (6.0-7.0) में पोषक तत्वों की सबसे अच्छी उपलब्धता होती है।
व्याख्या (Explanation): जब मिट्टी बहुत अम्लीय (कम पीएच) या बहुत क्षारीय (उच्च पीएच) होती है, तो कुछ आवश्यक पोषक तत्व पौधों के लिए अनुपलब्ध हो जाते हैं, भले ही वे मिट्टी में मौजूद हों। उदाहरण के लिए, अत्यधिक अम्लीय मिट्टी में एल्यूमीनियम विषाक्तता हो सकती है, और अत्यधिक क्षारीय मिट्टी में लोहे और फास्फोरस की कमी हो सकती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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फसल कटाई के बाद, अनाज को नमी और कीड़ों से बचाने के लिए उचित भंडारण महत्वपूर्ण है। भंडारण के दौरान अनाज में नमी की मात्रा बढ़ने पर कौन सी रासायनिक प्रतिक्रिया हो सकती है?
- (a) प्रकाश संश्लेषण
- (b) श्वसन
- (c) वाष्पोत्सर्जन
- (d) प्रकाश-संश्लेषण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जीवित बीज (और अनाज के दाने) श्वसन करते हैं, जो एक चयापचय प्रक्रिया है जिसमें वे संग्रहीत ऊर्जा को मुक्त करने के लिए ऑक्सीजन का उपयोग करते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड और पानी का उत्पादन करते हैं। नमी और गर्मी श्वसन दर को बढ़ाती है।
व्याख्या (Explanation): भंडारण के दौरान उच्च नमी और तापमान श्वसन की दर को बढ़ाते हैं, जिससे गर्मी और नमी का उत्पादन होता है। यह बदले में मोल्ड और कीड़ों के विकास को बढ़ावा देता है, जिससे अनाज की गुणवत्ता खराब हो जाती है। प्रकाश संश्लेषण के लिए प्रकाश की आवश्यकता होती है, जो भंडारण में नहीं होता। वाष्पोत्सर्जन पौधों से पानी की हानि है।
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वन अनुसंधान में,🌲 पेड़ की वृद्धि दर को कई कारक प्रभावित करते हैं। प्रकाश की तीव्रता (light intensity) और पानी की उपलब्धता, दोनों ही सीधे तौर पर किस प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं?
- (a) वाष्पोत्सर्जन
- (b) प्रकाश संश्लेषण
- (c) श्वसन
- (d) बीजारोपण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण के लिए प्रकाश ऊर्जा और जल आवश्यक अभिकारक हैं। प्रकाश संश्लेषण की दर इन दोनों कारकों की उपलब्धता से सीधे प्रभावित होती है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया के लिए सूर्य के प्रकाश से ऊर्जा प्राप्त की जाती है, और जल (H₂O) का उपयोग कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) को शर्करा में परिवर्तित करने के लिए किया जाता है। इन दोनों की कमी या अधिकता सीधे प्रकाश संश्लेषण की दक्षता को प्रभावित करती है। वाष्पोत्सर्जन भी पानी की उपलब्धता से प्रभावित होता है, लेकिन इसका मुख्य उद्देश्य क्लोरोफिल को ठंडा रखना और जड़ों से पानी को ऊपर की ओर ले जाना है, न कि ऊर्जा उत्पादन। श्वसन एक अलग प्रक्रिया है।
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कृषि में, मिट्टी के कटाव (soil erosion) को रोकने के लिए अक्सर आवरण फसलें (cover crops) लगाई जाती हैं। आवरण फसलें मिट्टी की संरचना और स्वास्थ्य को कैसे बेहतर बनाती हैं?
- (a) केवल मिट्टी में हवा का संचार बढ़ाकर
- (b) केवल मिट्टी में पानी की मात्रा बढ़ाकर
- (c) मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ जोड़कर और कणों को बांधकर
- (d) केवल मिट्टी के तापमान को नियंत्रित करके
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आवरण फसलों की जड़ें मिट्टी के कणों को एक साथ बांधने में मदद करती हैं, जिससे मिट्टी का कटाव कम होता है। जब आवरण फसलें सड़ जाती हैं, तो वे मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ जोड़ती हैं, जिससे मिट्टी की संरचना, जल धारण क्षमता और पोषक तत्व उपलब्धता में सुधार होता है।
व्याख्या (Explanation): आवरण फसलें मिट्टी को ढककर रखती हैं, जिससे बारिश और हवा से होने वाले कटाव को रोका जा सके। उनकी जड़ें मिट्टी को स्थिरता प्रदान करती हैं। इसके अतिरिक्त, ये फसलें मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ के रूप में वापस लौटकर मिट्टी की गुणवत्ता में वृद्धि करती हैं, जो हवा के संचार और जल धारण क्षमता दोनों को बढ़ाती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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वानिकी अनुसंधान में, पेड़ों में रोगों का निदान और उपचार शामिल है। पौधों में रोगों का कारण बनने वाले सूक्ष्मजीवों को क्या कहा जाता है?
- (a) सहजीवी
- (b) परजीवी
- (c) अपघटक
- (d) उत्पादक
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परजीवी (Parasites) वे जीव होते हैं जो किसी अन्य जीव (मेजबान) से पोषक तत्व प्राप्त करते हैं, जिससे मेजबान को नुकसान होता है। रोगजनक (pathogens) ऐसे परजीवी होते हैं जो रोग उत्पन्न करते हैं।
व्याख्या (Explanation): पौधों के रोग अक्सर कवक, बैक्टीरिया, वायरस और निमेटोड जैसे परजीवी सूक्ष्मजीवों के कारण होते हैं। सहजीवी वे जीव होते हैं जो एक साथ रहते हैं और एक दूसरे को लाभ पहुँचाते हैं। अपघटक मृत कार्बनिक पदार्थों को तोड़ते हैं। उत्पादक अपना भोजन स्वयं बनाते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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फसल उत्पादन में, पानी की कमी या अधिकता पौधों की वृद्धि को प्रभावित कर सकती है। पौधों में पानी के परिवहन और वाष्पीकरण की प्रक्रिया क्या कहलाती है?
- (a) प्रकाश संश्लेषण
- (b) श्वसन
- (c) वाष्पोत्सर्जन
- (d) अवशोषण
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वाष्पोत्सर्जन (Transpiration) वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पौधे अपनी पत्तियों की सतह पर मौजूद स्टोमेटा (छोटे छिद्रों) से पानी के वाष्प के रूप में पानी छोड़ते हैं। यह पानी को जड़ों से पत्तियों तक ऊपर की ओर खींचने में मदद करता है।
व्याख्या (Explanation): हालांकि वाष्पोत्सर्जन से पानी की हानि होती है, यह पौधों के लिए आवश्यक है क्योंकि यह ट्रांसपिरेशन पुल (transpiration pull) बनाता है, जो पानी और घुले हुए खनिजों को जड़ों से पूरे पौधे में ले जाने में मदद करता है। प्रकाश संश्लेषण और श्वसन ऊर्जा उत्पादन से संबंधित हैं, और अवशोषण जड़ों द्वारा पानी और खनिजों को मिट्टी से ग्रहण करने की प्रक्रिया है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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आधुनिक कृषि में, बीज उपचार (seed treatment) बीजों को रोगजनकों और कीटों से बचाने के लिए एक सामान्य अभ्यास है। बीज उपचार के लिए किस प्रकार के रसायन का उपयोग किया जाता है?
- (a) शाकनाशी (Herbicides)
- (b) कीटनाशी (Insecticides)
- (c) कवकनाशी (Fungicides) और कीटनाशी
- (d) उर्वरक
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बीज उपचार का उद्देश्य बीजों को अंकुरण से पहले या उसके तुरंत बाद नुकसान पहुँचाने वाले कवक और कीड़ों से बचाना है। इसके लिए कवकनाशी (कवक को मारने के लिए) और कीटनाशी (कीड़ों को मारने के लिए) का उपयोग किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): बीज उपचारित बीज अक्सर रसायन के साथ लेपित होते हैं जो बीजों के आसपास की मिट्टी में फफूंद और प्रारंभिक कीटों से सुरक्षा प्रदान करते हैं। शाकनाशी खरपतवारों को नियंत्रित करते हैं, उर्वरक पौधों को पोषक तत्व प्रदान करते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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वन प्रबंधन में, पेड़ों के लिए कार्बनिक पोषक तत्वों का मुख्य स्रोत क्या है, विशेषकर जब मिट्टी की उर्वरता पर शोध किया जाता है?
- (a) वर्षा का पानी
- (b) सूर्य का प्रकाश
- (c) मृत कार्बनिक पदार्थ (जैसे गिरी हुई पत्तियाँ)
- (d) वायुमंडलीय नाइट्रोजन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वनों में, पेड़ मिट्टी से अकार्बनिक पोषक तत्व अवशोषित करते हैं, लेकिन ये पोषक तत्व अंततः मृत पौधों के भागों (जैसे पत्तियाँ, टहनियाँ) में जमा होते हैं। अपघटक (जैसे कवक और बैक्टीरिया) इन कार्बनिक पदार्थों को तोड़ते हैं, पोषक तत्वों को फिर से मिट्टी में छोड़ते हैं, जिससे वे पौधों के लिए उपलब्ध हो जाते हैं।
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किसी फसल की उत्पादकता बढ़ाने के लिए ‘जीनोमिक चयन’ (genomic selection) का उपयोग एक आधुनिक कृषि अनुसंधान तकनीक के रूप में किया जा रहा है। यह तकनीक किस पर आधारित है?
- (a) मिट्टी का परीक्षण
- (b) पौधे के जीनोम (DNA) का विश्लेषण
- (c) मौसम का पूर्वानुमान
- (d) कीटनाशक का प्रभाव
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जीनोमिक चयन एक सांख्यिकीय विधि है जो पौधों के जीनोमिक डेटा (DNA जानकारी) का उपयोग उनके वांछनीय गुणों (जैसे उच्च उपज, रोग प्रतिरोधक क्षमता) के लिए उनकी भविष्य कहनेवाला क्षमता का अनुमान लगाने के लिए करती है।
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मिट्टी में पोषक तत्वों को घुलनशील बनाने में, जो पौधों द्वारा अवशोषित किए जा सकें, रासायनिक प्रतिक्रियाओं में पानी की भूमिका महत्वपूर्ण है। मिट्टी में पानी की कमी से पौधों की वृद्धि पर क्या प्रभाव पड़ता है?
- (a) प्रकाश संश्लेषण की दर बढ़ती है।
- (b) वाष्पोत्सर्जन रुक जाता है, जिससे पोषक तत्वों का परिवहन कम हो जाता है।
- (c) श्वसन दर बढ़ती है।
- (d) पौधे जल्दी परिपक्व हो जाते हैं।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पानी न केवल प्रकाश संश्लेषण के लिए एक अभिकारक है, बल्कि यह पौधों की कोशिकाओं को turgid (कठोर) बनाए रखने और जड़ों से पत्तियों तक पोषक तत्वों और खनिजों के परिवहन के लिए माध्यम के रूप में भी कार्य करता है।
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कार्बनिक खेती (organic farming) में, मिट्टी को उपजाऊ बनाने के लिए रासायनिक उर्वरकों के बजाय प्राकृतिक खाद (manure) का उपयोग किया जाता है। खाद में कौन से मुख्य पोषक तत्व मौजूद होते हैं?
- (a) केवल कार्बन
- (b) नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम (N, P, K)
- (c) केवल ऑक्सीजन
- (d) केवल हाइड्रोजन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्राकृतिक खाद, जैसे गोबर की खाद या कम्पोस्ट, पौधों के लिए आवश्यक मैक्रोन्यूट्रिएंट्स का एक समृद्ध स्रोत है, जिनमें नाइट्रोजन (N), फास्फोरस (P) और पोटेशियम (K) शामिल हैं। ये पोषक तत्व पौधों की वृद्धि और विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं।
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जंगलों के स्वास्थ्य के लिए, हवा की गुणवत्ता महत्वपूर्ण है। वायुमंडल में ऑक्सीजन का मुख्य स्रोत क्या है, जो प्रकाश संश्लेषण द्वारा निर्मित होता है?
- (a) महासागर
- (b) पौधे और शैवाल
- (c) ज्वालामुखी
- (d) श्वसन प्रक्रिया
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण के दौरान, पौधे, शैवाल और कुछ बैक्टीरिया सूर्य के प्रकाश, पानी और कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करके ऑक्सीजन (O₂) और ग्लूकोज (C₆H₁₂O₆) का उत्पादन करते हैं।
व्याख्या (Explanation): वसंत ऋतु में, जब पानी और पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं, तो कैंबियम बड़ी, पतली-दीवार वाली कोशिकाएं (वसंत लकड़ी) बनाता है। गर्मी और शरद ऋतु के अंत तक, वृद्धि धीमी हो जाती है और छोटी, मोटी-दीवार वाली कोशिकाएं (पतझड़ लकड़ी) बनती हैं। इन दो प्रकार की लकड़ी के बीच का अंतर वार्षिक छल्ला बनाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
व्याख्या (Explanation): गिरी हुई पत्तियाँ और अन्य मृत वनस्पति पदार्थ डीकंपोजिशन (decomposition) के माध्यम से मिट्टी में पोषक तत्वों को वापस जोड़ते हैं। वर्षा का पानी, सूर्य का प्रकाश और वायुमंडलीय नाइट्रोजन भी महत्वपूर्ण हैं, लेकिन सीधे कार्बनिक पोषक तत्व नहीं हैं जो मिट्टी के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
व्याख्या (Explanation): इस तकनीक में, किसी पौधे के DNA में विशिष्ट मार्करों (markers) की पहचान की जाती है जो अच्छे गुणों से जुड़े होते हैं। इस जानकारी का उपयोग तेजी से उन पौधों का चयन करने के लिए किया जाता है जो आनुवंशिक रूप से श्रेष्ठ होते हैं, जिससे प्रजनन प्रक्रिया तेज होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
व्याख्या (Explanation): जब मिट्टी में पानी की कमी होती है, तो पौधे वाष्पोत्सर्जन को कम करने के लिए अपने स्टोमेटा बंद कर देते हैं, जिससे पानी का नुकसान कम हो जाता है। हालाँकि, इससे कार्बन डाइऑक्साइड का प्रवेश भी रुक जाता है, जिससे प्रकाश संश्लेषण कम हो जाता है, और पानी और खनिजों का अवशोषण और परिवहन भी धीमा हो जाता है, जिससे पौधों की वृद्धि रुक जाती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
व्याख्या (Explanation): खाद में ये पोषक तत्व धीरे-धीरे मिट्टी में घुल जाते हैं, जिससे पौधों को लगातार पोषण मिलता रहता है और मिट्टी की संरचना में भी सुधार होता है। अन्य पोषक तत्व भी थोड़ी मात्रा में मौजूद हो सकते हैं, लेकिन N, P, K मुख्य हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
व्याख्या (Explanation): पृथ्वी के वायुमंडल में अधिकांश ऑक्सीजन पौधों, विशेष रूप से फाइटोप्लांकटन (phytoplankton) द्वारा प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से उत्पन्न होती है। श्वसन प्रक्रिया ऑक्सीजन का उपभोग करती है। ज्वालामुखी गैसें छोड़ते हैं, लेकिन वे वायुमंडलीय ऑक्सीजन के प्राथमिक स्रोत नहीं हैं। महासागर भी ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं, लेकिन यह पौधों और शैवाल द्वारा उत्पन्न ऑक्सीजन का एक हिस्सा है।
अतः, सही उत्तर (b) है।