कृषि अनुसंधान और विज्ञान: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। चाहे वह भौतिकी के सिद्धांत हों, रसायन विज्ञान के अनुप्रयोग हों, या जीव विज्ञान की गहराइयां, हर पहलू आपकी सफलता की नींव रखता है। इस अभ्यास सत्र में, हम कृषि अनुसंधान से जुड़े विज्ञान के महत्वपूर्ण विषयों पर आधारित 25 बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) लेकर आए हैं, जो आपकी समझ को परखने और परीक्षा के लिए आपको बेहतर ढंग से तैयार करने में मदद करेंगे।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में, पौधे किस गैस का अवशोषण करते हैं?
- (a) ऑक्सीजन
- (b) नाइट्रोजन
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड
- (d) हाइड्रोजन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण एक प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं। इस प्रक्रिया में, कार्बन डाइऑक्साइड और पानी का उपयोग करके ग्लूकोज (एक प्रकार की शर्करा) और ऑक्सीजन का उत्पादन किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के समीकरण को इस प्रकार दर्शाया जा सकता है: 6CO₂ (कार्बन डाइऑक्साइड) + 6H₂O (पानी) + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ (ग्लूकोज) + 6O₂ (ऑक्सीजन)। इसलिए, पौधे इस प्रक्रिया के लिए कार्बन डाइऑक्साइड का अवशोषण करते हैं। ऑक्सीजन एक उप-उत्पाद के रूप में बाहर निकलती है। नाइट्रोजन और हाइड्रोजन प्रत्यक्ष रूप से इस प्रक्रिया में अवशोषित नहीं होते हैं, हालांकि वे पौधों के विकास के लिए आवश्यक हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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नाइट्रोजन स्थिरीकरण (Nitrogen Fixation) के लिए कौन सा जीवाणु (Bacteria) जिम्मेदार है?
- (a) ई. कोलाई (E. coli)
- (b) राइजोबियम (Rhizobium)
- (c) साल्मोनेला (Salmonella)
- (d) स्ट्रेप्टोकोकस (Streptococcus)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): नाइट्रोजन स्थिरीकरण वायुमंडलीय नाइट्रोजन (N₂) को अमोनिया (NH₃) जैसे जैव-उपलब्ध यौगिकों में बदलने की प्रक्रिया है, जिसे पौधे उपयोग कर सकते हैं। यह प्रक्रिया विभिन्न जीवाणुओं द्वारा की जाती है, जिनमें से कुछ सहजीवी (symbiotic) होते हैं।
व्याख्या (Explanation): राइजोबियम जीवाणु फलीदार पौधों (legumes) की जड़ों में पाए जाते हैं और उनके साथ सहजीवी संबंध बनाते हैं। यह जीवाणु वायुमंडलीय नाइट्रोजन को अमोनिया में परिवर्तित करता है, जिसे पौधा अपने विकास के लिए उपयोग करता है। ई. कोलाई, साल्मोनेला और स्ट्रेप्टोकोकस मुख्य रूप से मनुष्यों और जानवरों के लिए रोगजनक (pathogenic) होते हैं या मानव आंतों में पाए जाते हैं और नाइट्रोजन स्थिरीकरण में उनकी भूमिका नगण्य होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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भूमि को उपजाऊ बनाने के लिए उसमें मिलाए जाने वाले कार्बनिक या अकार्बनिक पदार्थ क्या कहलाते हैं?
- (a) कीटनाशक
- (b) शाकनाशी
- (c) उर्वरक
- (d) कवकनाशी
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): उर्वरक वे पदार्थ होते हैं जो मिट्टी में पोषक तत्व जोड़कर पौधों की वृद्धि को बढ़ाते हैं। ये प्राकृतिक (जैसे खाद) या कृत्रिम (जैसे यूरिया) हो सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): कीटनाशक कीटों को मारते हैं, शाकनाशी खरपतवारों को मारते हैं, और कवकनाशी फंगस (कवक) को मारते हैं। ये सभी कृषि में उपयोग किए जाते हैं, लेकिन इनका उद्देश्य भूमि को उपजाऊ बनाना नहीं, बल्कि फसलों को नुकसान से बचाना है। उर्वरक मिट्टी में आवश्यक पोषक तत्व (जैसे नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम) जोड़ते हैं, जिससे भूमि की उर्वरता बढ़ती है और फसल उत्पादन में वृद्धि होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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निम्नलिखित में से कौन सी प्रक्रिया मिट्टी में नाइट्रोजन के चक्रण (Nitrogen Cycle) का हिस्सा नहीं है?
- (a) नाइट्रीकरण (Nitrification)
- (b) वाष्पीकरण (Evaporation)
- (c) विनाइट्रीकरण (Denitrification)
- (d) अमोनिकरण (Ammonification)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): नाइट्रोजन चक्र एक जैव-भू-रासायनिक चक्र (biogeochemical cycle) है जो पृथ्वी और उसके जीवमंडल में नाइट्रोजन के विभिन्न रूपों की गति का वर्णन करता है।
व्याख्या (Explanation): नाइट्रोजन चक्र के मुख्य चरण हैं: 1. नाइट्रोजन स्थिरीकरण (Nitrogen Fixation), 2. नाइट्रीकरण (Nitrification – अमोनिया से नाइट्राइट और नाइट्रेट में परिवर्तन), 3. स्वांगीकरण (Assimilation – पौधों द्वारा नाइट्रेट्स का अवशोषण), 4. अमोनिकरण (Ammonification – जैविक अपशिष्टों से अमोनिया का बनना), और 5. विनाइट्रीकरण (Denitrification – नाइट्रेट से नाइट्रोजन गैस में परिवर्तन)। वाष्पीकरण (Evaporation) जल चक्र का एक हिस्सा है, न कि नाइट्रोजन चक्र का।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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गेहूँ की फसल को बचाने के लिए प्रयोग किया जाने वाला एक सामान्य कवकनाशी (Fungicide) का उदाहरण क्या है?
- (a) DDT
- (b) मैलाथियान (Malathion)
- (c) बाविस्टिन (Carbendazim/Bavistin)
- (d) ग्लाइफोसेट (Glyphosate)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कवकनाशी ऐसे रसायन होते हैं जिनका उपयोग पौधों को फंगल रोगों से बचाने के लिए किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): बाविस्टिन (कार्बेन्डाजिम) एक व्यापक स्पेक्ट्रम वाला प्रणालीगत कवकनाशी है जिसका उपयोग गेहूँ, चावल, फल और सब्जियों जैसी विभिन्न फसलों में फंगल संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। DDT एक कीटनाशक है, मैलाथियान भी एक कीटनाशक है, और ग्लाइफोसेट एक शाकनाशी है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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सोils में कार्बनिक पदार्थ का मुख्य स्रोत क्या है?
- (a) खनिज कण
- (b) जल
- (c) सड़े-गले पौधे और जीव
- (d) वायु
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मृदा कार्बनिक पदार्थ (soil organic matter – SOM) मिट्टी का वह घटक है जो पौधों और जानवरों से प्राप्त होता है। यह मिट्टी की संरचना, जल धारण क्षमता और पोषक तत्वों की उपलब्धता में सुधार करता है।
व्याख्या (Explanation): सड़े-गले पौधे, पशु अपशिष्ट और अन्य जैविक सामग्री सूक्ष्मजीवों द्वारा विघटित होने पर मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ बनाते हैं। खनिज कण मिट्टी का अकार्बनिक भाग बनाते हैं। जल और वायु मिट्टी के अन्य महत्वपूर्ण घटक हैं, लेकिन वे कार्बनिक पदार्थ के स्रोत नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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भूमि की ऊपरी परत का कटाव (Soil Erosion) रोकने के लिए निम्नलिखित में से कौन सी विधि सबसे प्रभावी है?
- (a) अधिक जुताई
- (b) वनोन्मूलन (Deforestation)
- (c) वृक्षारोपण और कंटूर फार्मिंग (Afforestation and Contour Farming)
- (d) नग्न जुताई (Bare Ploughing)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मृदा अपरदन मिट्टी की ऊपरी, उपजाऊ परत का हवा या पानी द्वारा हटना है। इसे रोकने के लिए ऐसी विधियों का उपयोग किया जाता है जो मिट्टी को बांधे रखती हैं और पानी के बहाव को धीमा करती हैं।
व्याख्या (Explanation): वृक्षारोपण से पेड़ों की जड़ें मिट्टी को बांधे रखती हैं, जिससे कटाव रुकता है। कंटूर फार्मिंग में, खेतों को ढलान के आर-पार (कंटूर रेखाओं के साथ) जुताई करके और बुवाई करके सीढ़ीदार खेत बनाए जाते हैं, जिससे पानी के बहाव की गति कम हो जाती है और मिट्टी का कटाव रुकता है। अधिक जुताई, वनोन्मूलन और नग्न जुताई सभी मृदा अपरदन को बढ़ाते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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“ग्रीन रेवोल्यूशन” (हरित क्रांति) का मुख्य उद्देश्य क्या था?
- (a) ग्रामीण विद्युतीकरण
- (b) पशुधन सुधार
- (c) कृषि उत्पादन में वृद्धि
- (d) वन संरक्षण
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हरित क्रांति 20वीं सदी के मध्य में हुई एक अवधि थी जब कृषि उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई, विशेष रूप से विकासशील देशों में।
व्याख्या (Explanation): हरित क्रांति का मुख्य उद्देश्य उच्च-उपज वाली किस्मों (HYVs), उर्वरकों, कीटनाशकों और सिंचाई के बेहतर उपयोग के माध्यम से खाद्य उत्पादन को बढ़ाना था, ताकि बढ़ती आबादी की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। यह मुख्य रूप से अनाज, विशेषकर गेहूं और चावल के उत्पादन पर केंद्रित था।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा एक जैविक कीटनाशक (Biopesticide) है?
- (a) मैलाथियान
- (b) इमिडाक्लोप्रिड
- (c) बी.टी. (Bacillus thuringiensis)
- (d) ग्लाइफोसेट
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जैविक कीटनाशक प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले पदार्थों या सूक्ष्मजीवों से प्राप्त होते हैं जो कीटों को नियंत्रित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): बैसिलस थुरिंजिएंसिस (Bt) एक जीवाणु है जो प्राकृतिक रूप से मिट्टी में पाया जाता है। इसके द्वारा उत्पादित प्रोटीन कुछ कीटों के लिए विषैला होता है, और इसलिए इसे एक प्रभावी जैविक कीटनाशक के रूप में उपयोग किया जाता है। मैलाथियान और इमिडाक्लोप्रिड सिंथेटिक रासायनिक कीटनाशक हैं, और ग्लाइफोसेट एक शाकनाशी है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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भूमि के pH मान का क्या अर्थ है?
- (a) मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ की मात्रा
- (b) मिट्टी की अम्लता या क्षारीयता
- (c) मिट्टी में जल की मात्रा
- (d) मिट्टी में नमक की मात्रा
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH पैमाना किसी घोल की अम्लता या क्षारीयता को मापता है।
व्याख्या (Explanation): मिट्टी का pH मान यह दर्शाता है कि मिट्टी कितनी अम्लीय या क्षारीय है। pH 7 तटस्थ माना जाता है; 7 से कम मान अम्लीय होते हैं, और 7 से अधिक मान क्षारीय होते हैं। मिट्टी का pH पौधों के पोषक तत्वों की उपलब्धता को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘जैव-उर्वरक’ (Biofertilizers) क्या होते हैं?
- (a) रासायनिक उर्वरक जो प्रयोगशाला में बनाए जाते हैं
- (b) जीवित सूक्ष्मजीवों का मिश्रण जो पोषक तत्वों की आपूर्ति को बढ़ाते हैं
- (c) कम्पोस्ट और गोबर की खाद
- (d) पौधों के अवशेष जो मिट्टी में मिलाए जाते हैं
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जैव-उर्वरक वे उत्पाद होते हैं जिनमें जीवित सूक्ष्मजीव होते हैं जो मिट्टी में पोषक तत्वों की उपलब्धता को बढ़ाते हैं या पौधों के विकास को बढ़ावा देते हैं।
व्याख्या (Explanation): जैव-उर्वरक, जैसे राइजोबियम, एजोटोबैक्टर, एजोस्पिरिलम, नीली-हरी शैवाल (blue-green algae) आदि, मिट्टी में नाइट्रोजन का स्थिरीकरण करते हैं या फास्फोरस जैसे अन्य पोषक तत्वों को उपलब्ध कराते हैं। कम्पोस्ट और गोबर की खाद जैविक खाद (organic manure) कहलाती है, जो पोषक तत्वों के साथ-साथ मिट्टी की भौतिक दशा को भी सुधारती है। रासायनिक उर्वरक कृत्रिम रूप से बनाए जाते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पौधों में जल का परिवहन मुख्य रूप से किस ऊतक (Tissue) द्वारा होता है?
- (a) जाइलम (Xylem)
- (b) फ्लोएम (Phloem)
- (c) पैरेन्काइमा (Parenchyma)
- (d) स्क्लेरेन्काइमा (Sclerenchyma)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): संवहन ऊतक (Vascular tissues) पौधों में जल, पोषक तत्वों और भोजन के परिवहन के लिए जिम्मेदार होते हैं।
व्याख्या (Explanation): जाइलम मुख्य रूप से जड़ों से अवशोषित जल और खनिजों को पौधे के बाकी हिस्सों, जैसे तने और पत्तियों तक पहुंचाता है। फ्लोएम प्रकाश संश्लेषण द्वारा निर्मित शर्करा (भोजन) को पत्तियों से पौधे के अन्य भागों तक पहुंचाता है। पैरेन्काइमा और स्क्लेरेन्काइमा सहायक ऊतक हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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‘प्रकाश-संश्लेषण’ (Photosynthesis) के लिए क्लोरोफिल (Chlorophyll) का क्या कार्य है?
- (a) पौधों को संरचनात्मक सहायता प्रदान करना
- (b) पराबैंगनी (UV) विकिरण को अवशोषित करना
- (c) प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करना
- (d) गैसों के आदान-प्रदान को नियंत्रित करना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्लोरोफिल पौधों की कोशिकाओं में पाया जाने वाला एक हरा वर्णक (pigment) है जो प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक है।
व्याख्या (Explanation): क्लोरोफिल में सूर्य के प्रकाश से फोटॉन को अवशोषित करने की क्षमता होती है, जो प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया को शुरू करने के लिए ऊर्जा प्रदान करता है। यह ऊर्जा फिर कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को ग्लूकोज (भोजन) में बदलने के लिए उपयोग की जाती है। पराबैंगनी विकिरण को आमतौर पर अन्य वर्णक अवशोषित करते हैं, और गैसों का आदान-प्रदान स्टोमेटा (stomata) द्वारा होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पौधों की जड़ों द्वारा जल और खनिजों का अवशोषण किस प्रक्रिया द्वारा होता है?
- (a) वाष्पीकरण (Evaporation)
- (b) परासरण (Osmosis)
- (c) श्वसन (Respiration)
- (d) वाष्पोत्सर्जन (Transpiration)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परासरण एक प्रक्रिया है जिसमें विलायक (जैसे जल) कम विलेय सांद्रता वाले क्षेत्र से अर्ध-पारगम्य झिल्ली (semi-permeable membrane) के माध्यम से उच्च विलेय सांद्रता वाले क्षेत्र में चला जाता है।
व्याख्या (Explanation): मिट्टी के कणों की तुलना में पौधे की जड़ कोशिकाओं में विलेय (जैसे खनिज लवण) की सांद्रता अधिक होती है। इसलिए, अर्ध-पारगम्य जड़ झिल्ली के माध्यम से जल जड़ों में प्रवेश करता है। वाष्पीकरण मिट्टी की सतह से जल का वाष्प बनना है। श्वसन ऊर्जा उत्पादन की प्रक्रिया है, और वाष्पोत्सर्जन पौधों से जल का वाष्प के रूप में निकलना है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘मिट्टी की उर्वरता’ (Soil Fertility) को बनाए रखने के लिए सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व कौन सा है?
- (a) आयरन (Iron)
- (b) नाइट्रोजन (Nitrogen)
- (c) मैंगनीज (Manganese)
- (d) तांबा (Copper)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मिट्टी की उर्वरता मिट्टी की पौधों को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करने की क्षमता है। पौधों को स्थूल पोषक तत्व (macronutrients) और सूक्ष्म पोषक तत्व (micronutrients) दोनों की आवश्यकता होती है।
व्याख्या (Explanation): नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम (NPK) पौधों के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्थूल पोषक तत्व हैं। नाइट्रोजन विशेष रूप से पत्तियों के विकास, क्लोरोफिल निर्माण और प्रोटीन संश्लेषण के लिए महत्वपूर्ण है। इसकी कमी से पीली पत्तियाँ और कम वृद्धि होती है। जबकि अन्य तत्व भी महत्वपूर्ण हैं, मिट्टी में नाइट्रोजन की कमी सबसे आम है और इसकी पूर्ति के लिए उर्वरकों और जैविक खादों का उपयोग किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पौधों में ‘फूल आने’ (Flowering) को प्रेरित करने वाले हार्मोन का क्या नाम है?
- (a) ऑक्सिन (Auxin)
- (b) जिबरेलिन (Gibberellin)
- (c) साइटोकिनिन (Cytokinin)
- (d) एब्सिसिक एसिड (Abscisic Acid)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पौधे हार्मोन (Plant hormones) या फाइटोहार्मोन्स (phytohormones) पौधों के विकास और विभिन्न शारीरिक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करने वाले रासायनिक संदेशवाहक होते हैं।
व्याख्या (Explanation): जिबरेलिन हार्मोन पौधों में बीजों के अंकुरण, तने के विकास और फूल आने को प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ऑक्सिन कोशिका वृद्धि और विभेदन को बढ़ावा देता है। साइटोकिनिन कोशिका विभाजन को बढ़ावा देता है। एब्सिसिक एसिड वृद्धि का अवरोधक है और बीज सुप्तावस्था (dormancy) और वाष्पोत्सर्जन को नियंत्रित करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘भूमि सुधार’ (Land Reform) का मुख्य उद्देश्य क्या था?
- (a) कृषि उत्पादन बढ़ाना
- (b) भूमि का असमान वितरण ठीक करना
- (c) किसानों को सब्सिडी देना
- (d) सिंचाई सुविधाओं का विस्तार करना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भूमि सुधार सामाजिक और आर्थिक नीतियों का एक समूह है जिसका उद्देश्य भूमि के स्वामित्व, उपयोग और वितरण में बदलाव करना है।
व्याख्या (Explanation): ऐतिहासिक रूप से, कई समाजों में भूमि का स्वामित्व कुछ व्यक्तियों के हाथों में केंद्रित था, जिससे बड़े पैमाने पर असमानता पैदा हुई। भूमि सुधारों का प्राथमिक लक्ष्य इस असमानता को कम करना, काश्तकारों को भूमि का मालिकाना हक देना और छोटे किसानों के लिए भूमि तक पहुंच बढ़ाना था। जबकि इससे अप्रत्यक्ष रूप से कृषि उत्पादन या सिंचाई जैसी चीजों में सुधार हो सकता है, मुख्य उद्देश्य स्वामित्व संरचना को बदलना है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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फोटोकैमिस्ट्री (Photochemistry) का अध्ययन किस पर केंद्रित है?
- (a) रासायनिक अभिक्रियाओं पर प्रकाश का प्रभाव
- (b) धातुओं का संक्षारण (Corrosion)
- (c) ऊष्मीय ऊर्जा का मापन
- (d) तरंगों का विवर्तन (Diffraction)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): फोटोकैमिस्ट्री रसायन विज्ञान की वह शाखा है जो प्रकाश के कारण होने वाली रासायनिक अभिक्रियाओं का अध्ययन करती है।
व्याख्या (Explanation): फोटोकैमिस्ट्री में, प्रकाश को रासायनिक अभिक्रियाओं को शुरू करने या उनमें भाग लेने वाले एक अभिकर्मक (reagent) के रूप में माना जाता है। प्रकाश संश्लेषण इसका एक प्रमुख उदाहरण है। धातुओं का संक्षारण, ऊष्मीय ऊर्जा का मापन (thermodynamics), और तरंगों का विवर्तन रसायन विज्ञान और भौतिकी की अन्य शाखाओं से संबंधित हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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एक सामान्य शुष्क सेल (Dry Cell) में एनोड (Anode) के रूप में किस धातु का उपयोग किया जाता है?
- (a) कॉपर (Copper)
- (b) जिंक (Zinc)
- (c) निकेल (Nickel)
- (d) लेड (Lead)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): शुष्क सेल एक प्राथमिक बैटरी है जिसमें इलेक्ट्रोलाइट पेस्ट के रूप में होता है। इसमें एक एनोड (ऋणात्मक इलेक्ट्रोड) और एक कैथोड (धनात्मक इलेक्ट्रोड) होता है।
व्याख्या (Explanation): एक सामान्य शुष्क सेल (जैसे लेक्लांच सेल) में, जिंक का एक बर्तन एनोड (ऋणात्मक इलेक्ट्रोड) के रूप में कार्य करता है, जबकि मैंगनीज डाइऑक्साइड (MnO₂) युक्त कार्बन रॉड कैथोड (धनात्मक इलेक्ट्रोड) के रूप में कार्य करती है। जिंक ऑक्सीकृत होता है और इलेक्ट्रॉन मुक्त करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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लोहे (Iron) को जंग लगने से बचाने के लिए निम्नलिखित में से कौन सी विधि सबसे प्रभावी है?
- (a) उसे पानी में डुबो कर रखना
- (b) उसे हवा में खुला छोड़ देना
- (c) गैल्वेनाइजेशन (Galvanization)
- (d) उसे गीला रखना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लोहे में जंग लगना एक विद्युत-रासायनिक प्रक्रिया (electrochemical process) है जिसमें लोहा ऑक्सीजन और नमी की उपस्थिति में ऑक्सीकृत हो जाता है, जिससे आयरन ऑक्साइड (जंग) बनता है।
व्याख्या (Explanation): गैल्वेनाइजेशन में लोहे या स्टील पर जस्ते (zinc) की एक परत चढ़ाई जाती है। जस्ता लोहे से अधिक क्रियाशील होता है और लोहे की रक्षा करता है। यदि परत खरोंच भी जाती है, तो भी जस्ता लोहे के ऑक्सीकरण को रोककर बलिदान एनोड (sacrificial anode) के रूप में कार्य करता है। पानी में डुबोना या गीला रखना जंग लगने की प्रक्रिया को तेज करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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‘प्लास्टिक’ (Plastic) शब्द की उत्पत्ति किस ग्रीक शब्द से हुई है, जिसका अर्थ है ‘आसानी से ढाला जा सकने वाला’?
- (a) Polys
- (b) Lithos
- (c) Plastikos
- (d) Terra
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): शब्दों की व्युत्पत्ति (Etymology) किसी शब्द की उत्पत्ति और उसके ऐतिहासिक विकास का अध्ययन है।
व्याख्या (Explanation): ‘प्लास्टिक’ शब्द ग्रीक शब्द ‘प्लास्टिकोस’ (plastikos) से आया है, जिसका अर्थ है ‘ढाला जा सकने वाला’ या ‘मोड़ने योग्य’। यह उन सामग्रियों के गुण को दर्शाता है जिन्हें गर्मी या दबाव से आसानी से आकार दिया जा सकता है। ‘Polys’ का अर्थ है ‘बहुत’, ‘Lithos’ का अर्थ है ‘पत्थर’, और ‘Terra’ का अर्थ है ‘पृथ्वी’ या ‘भूमि’।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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साबुन (Soap) का रासायनिक सूत्र क्या है?
- (a) C₁₇H₃₅COONa
- (b) C₁₇H₃₅COOH
- (c) CH₃COONa
- (d) C₁₂H₂₂O₁₁
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): साबुन लंबी-श्रृंखला वाले कार्बोक्जिलिक एसिड (carboxylic acids) के सोडियम या पोटेशियम लवण होते हैं।
व्याख्या (Explanation): साबुन का सामान्य सूत्र RCOONa या RCOOK होता है, जहाँ R एक लंबी हाइड्रोकार्बन श्रृंखला है। विकल्प (a) सोडियम स्टीयरेट (sodium stearate) का प्रतिनिधित्व करता है, जो एक सामान्य साबुन है। विकल्प (b) स्टीयरिक एसिड है, जो एक फैटी एसिड है। विकल्प (c) सोडियम एसीटेट है, जो एक लवण है लेकिन साबुन नहीं। विकल्प (d) सुक्रोज (चीनी) का सूत्र है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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‘ओजोन परत’ (Ozone Layer) का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) पृथ्वी को अत्यधिक गर्मी से बचाना
- (b) पराबैंगनी (UV) विकिरण को अवशोषित करना
- (c) वायुमंडल में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाना
- (d) ग्रीनहाउस प्रभाव को बढ़ाना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ओजोन (O₃) एक गैस है जो समताप मंडल (stratosphere) में पाई जाती है और पृथ्वी के वायुमंडल में एक परत बनाती है।
व्याख्या (Explanation): ओजोन परत सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी (UV-B और UV-C) विकिरणों का एक बड़ा हिस्सा अवशोषित कर लेती है, जिससे पृथ्वी पर जीवन की रक्षा होती है। अत्यधिक गर्मी से बचाने के लिए यह सीधे जिम्मेदार नहीं है, और यह ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने या ग्रीनहाउस प्रभाव को बढ़ाने के बजाय हानिकारक विकिरणों को फ़िल्टर करती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘प्रकाश-वोल्टीय सेल’ (Photovoltaic Cell) किस सिद्धांत पर काम करता है?
- (a) प्रकाश-विद्युत प्रभाव (Photoelectric Effect)
- (b) डोप्लर प्रभाव (Doppler Effect)
- (c) सापेक्षता का सिद्धांत (Theory of Relativity)
- (d) क्वांटम टनलिंग (Quantum Tunneling)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश-वोल्टीय सेल, जिन्हें सौर सेल भी कहा जाता है, प्रकाश ऊर्जा को सीधे विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश-वोल्टीय सेल प्रकाश-विद्युत प्रभाव के सिद्धांत पर काम करते हैं, जिसमें फोटॉन (प्रकाश कण) किसी सामग्री से इलेक्ट्रॉनों को मुक्त करते हैं। अर्धचालक सामग्री (जैसे सिलिकॉन) से बने ये सेल जब प्रकाश के संपर्क में आते हैं, तो इलेक्ट्रॉनों का प्रवाह उत्पन्न होता है, जिससे विद्युत धारा बनती है। डोप्लर प्रभाव ध्वनि या प्रकाश तरंगों की आवृत्ति में परिवर्तन का वर्णन करता है। सापेक्षता का सिद्धांत और क्वांटम टनलिंग भौतिकी के अन्य क्षेत्र हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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‘ध्वनि की तीव्रता’ (Intensity of Sound) को किस इकाई में मापा जाता है?
- (a) हर्ट्ज़ (Hertz)
- (b) डेसिबल (Decibel)
- (c) वाट (Watt)
- (d) पास्कल (Pascal)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि की तीव्रता ध्वनि तरंगों द्वारा प्रति इकाई क्षेत्र में स्थानांतरित शक्ति की मात्रा है।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि की तीव्रता को आमतौर पर डेसिबल (dB) नामक इकाई में मापा जाता है, जो एक लघुगणकीय (logarithmic) पैमाना है। हर्ट्ज़ आवृत्ति (frequency) की इकाई है। वाट शक्ति (power) की इकाई है, और पास्कल दबाव (pressure) की इकाई है।
अतः, सही उत्तर (b) है।