कृषि अनुसंधान में कटौती: सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण खंड है, जो उम्मीदवारों की तर्क क्षमता और वैज्ञानिक अवधारणाओं की समझ का आकलन करता है। कृषि और वानिकी अनुसंधान में प्रस्तावित कटौती के संदर्भ में, हम जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान और भौतिकी के उन महत्वपूर्ण सिद्धांतों पर प्रकाश डालेंगे जो इन क्षेत्रों से जुड़े हैं। यह अभ्यास सेट आपको अपनी तैयारी को परखने और संबंधित विषयों में अपनी जानकारी को मजबूत करने में मदद करेगा।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
-
कीटनाशक के रूप में उपयोग किए जाने वाले ऑर्गेनोफॉस्फेट यौगिकों में मुख्य रूप से कौन सा तत्व मौजूद होता है?
- (a) सल्फर
- (b) फास्फोरस
- (c) नाइट्रोजन
- (d) क्लोरीन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऑर्गेनोफॉस्फेट कीटनाशक कार्बनिक यौगिकों का एक वर्ग है जिसमें फास्फोरस-कार्बन (P-C) बंध होता है।
व्याख्या (Explanation): ऑर्गेनोफॉस्फेट कीटनाशक अपनी तंत्रिका-विषैली क्रिया के लिए जाने जाते हैं। इनकी संरचना में केंद्रीय फास्फोरस परमाणु अन्य परमाणुओं (जैसे ऑक्सीजन, सल्फर) और कार्बनिक समूहों से जुड़ा होता है। ये यौगिक एसिटाइलकोलिनेस्टरेज़ (acetylcholinesterase) नामक एंजाइम को बाधित करके कार्य करते हैं, जो तंत्रिका आवेगों के संचरण के लिए आवश्यक है। इसलिए, फास्फोरस इन यौगिकों का एक मुख्य तत्व है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में, पौधे सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा को किस रूप में परिवर्तित करते हैं?
- (a) ऊष्मीय ऊर्जा
- (b) विद्युत ऊर्जा
- (c) रासायनिक ऊर्जा
- (d) यांत्रिक ऊर्जा
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण एक जैव-रासायनिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के दौरान, पौधे क्लोरोफिल नामक वर्णक की सहायता से सूर्य के प्रकाश को अवशोषित करते हैं। इस ऊर्जा का उपयोग कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) और जल (H2O) को ग्लूकोज (एक प्रकार की शर्करा, जो रासायनिक ऊर्जा का एक रूप है) और ऑक्सीजन (O2) में बदलने के लिए किया जाता है। यह रासायनिक ऊर्जा पौधों द्वारा विकास और अन्य चयापचय गतिविधियों के लिए उपयोग की जाती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
मिट्टी के पीएच (pH) स्तर का निर्धारण करने के लिए किस प्रकार के सूचक (indicator) का उपयोग किया जा सकता है?
- (a) लिटमस पेपर
- (b) फिनोलफ्थेलिन
- (c) मेथिल ऑरेंज
- (d) ये सभी
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पीएच (pH) स्केल किसी घोल की अम्लता या क्षारीयता को मापता है। पीएच संकेतक ऐसे पदार्थ होते हैं जो घोल के पीएच के आधार पर रंग बदलते हैं।
व्याख्या (Explanation): लिटमस पेपर एक सामान्य पीएच संकेतक है। अम्लीय घोल में यह लाल हो जाता है और क्षारीय घोल में नीला। फिनोलफ्थेलिन क्षारीय घोल में गुलाबी हो जाता है (और अम्लीय में रंगहीन), जबकि मेथिल ऑरेंज अम्लीय घोल में लाल हो जाता है और क्षारीय में पीला। मिट्टी की अम्लता या क्षारीयता (पीएच) को समझने के लिए लिटमस पेपर का उपयोग सबसे आम और व्यावहारिक तरीका है, हालांकि अन्य संकेतक भी इस्तेमाल किए जा सकते हैं। इस संदर्भ में, लिटमस पेपर सीधे मिट्टी के पीएच का संकेत देता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
-
जीवों के वंशानुगत लक्षणों के लिए जिम्मेदार इकाई क्या कहलाती है?
- (a) कोशिका
- (b) ऊतक
- (c) जीन
- (d) अंग
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जीव विज्ञान में, जीन (gene) डी.एन.ए. (DNA) का एक खंड होता है जो एक विशिष्ट प्रोटीन के संश्लेषण के लिए कोड करता है, जो किसी विशेष लक्षण को निर्धारित करता है।
व्याख्या (Explanation): जीन, आनुवंशिकता की मूल इकाई है। ये गुणसूत्रों पर स्थित होते हैं और माता-पिता से उनकी संतानों तक लक्षणों को ले जाते हैं। कोशिकाएं ऊतकों का निर्माण करती हैं, और ऊतक अंगों का निर्माण करते हैं, लेकिन जीन ही वे विशिष्ट इकाइयाँ हैं जो विशिष्ट वंशानुगत लक्षणों (जैसे आँखों का रंग, ऊंचाई, पौधों की प्रजाति के गुण) को नियंत्रित करती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
निम्नलिखित में से कौन सा अम्ल ‘एसिड रेन’ (अम्लीय वर्षा) का मुख्य घटक नहीं है?
- (a) सल्फ्यूरिक एसिड (H2SO4)
- (b) नाइट्रिक एसिड (HNO3)
- (c) हाइड्रोक्लोरिक एसिड (HCl)
- (d) कार्बनिक एसिड (जैसे कार्बोनिक एसिड)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अम्लीय वर्षा मुख्य रूप से वायुमंडल में सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) और नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx) के प्रदूषण के कारण होती है, जो जल वाष्प के साथ प्रतिक्रिया करके क्रमशः सल्फ्यूरिक एसिड और नाइट्रिक एसिड बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): सल्फ्यूरिक एसिड (SO2 से बनता है) और नाइट्रिक एसिड (NOx से बनता है) अम्लीय वर्षा के प्राथमिक कारण हैं। कार्बोनिक एसिड (CO2 के वायुमंडलीय जल के साथ प्रतिक्रिया से बनता है) भी वर्षा को थोड़ा अम्लीय (pH लगभग 5.6) बनाता है, लेकिन यह प्राकृतिक रूप से होता है। हाइड्रोक्लोरिक एसिड (HCl) अम्लीय वर्षा का प्रमुख घटक नहीं है, हालांकि कुछ औद्योगिक प्रक्रियाएं HCl उत्सर्जित कर सकती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
पौधों में, परासरण (osmosis) की प्रक्रिया में जल किन झिल्लियों (membranes) के पार गति करता है?
- (a) पारगम्य झिल्ली (Permeable membrane)
- (b) अपारगम्य झिल्ली (Impermeable membrane)
- (c) अर्ध-पारगम्य झिल्ली (Semi-permeable membrane)
- (d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परासरण (osmosis) एक विशेष प्रकार का विसरण (diffusion) है जिसमें जल के अणु एक अर्ध-पारगम्य झिल्ली के माध्यम से उच्च जल क्षमता वाले क्षेत्र से निम्न जल क्षमता वाले क्षेत्र की ओर गति करते हैं।
व्याख्या (Explanation): अर्ध-पारगम्य झिल्ली केवल जल के अणुओं को गुजरने देती है, लेकिन विलेय (solutes) को रोकती है। पौधों की कोशिकाओं में, कोशिका झिल्ली (cell membrane) और रिक्तिका की झिल्ली (tonoplast) अर्ध-पारगम्य झिल्लियों के रूप में कार्य करती हैं, जिससे पौधों को मिट्टी से जल अवशोषित करने और कोशिकाओं के भीतर जल संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
सोडियम क्लोराइड (NaCl) के जलीय घोल में, सोडियम आयन (Na+) पर क्या आवेश होता है?
- (a) धनात्मक (+)
- (b) ऋणात्मक (-)
- (c) उदासीन (Neutral)
- (d) कभी धनात्मक, कभी ऋणात्मक
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जब एक आयनिक यौगिक जैसे सोडियम क्लोराइड (NaCl) पानी में घुलता है, तो वह अपने आयनों में वियोजित हो जाता है। सोडियम (Na) एक धातु है और एक इलेक्ट्रॉन खोकर धनायन (cation) बनाता है।
व्याख्या (Explanation): सोडियम (Na) का परमाणु क्रमांक 11 होता है, जिसका इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2, 8, 1 होता है। अपने बाहरी कोश को पूरा करने के लिए, यह एक इलेक्ट्रॉन खो देता है, जिससे सोडियम आयन (Na+) बनता है, जिस पर +1 का धनात्मक आवेश होता है। क्लोराइड (Cl) एक इलेक्ट्रॉन प्राप्त करके ऋणात्मक आयन (Cl-) बनाता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
-
वन अनुसंधान के संदर्भ में, ‘वनस्पति विज्ञान’ (Botany) का अध्ययन किससे संबंधित है?
- (a) जीवों का अध्ययन
- (b) पौधों का अध्ययन
- (c) खनिजों का अध्ययन
- (d) मौसम का अध्ययन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वनस्पति विज्ञान (Botany) जीव विज्ञान की वह शाखा है जो पौधों के अध्ययन से संबंधित है।
व्याख्या (Explanation): वनस्पति विज्ञान पौधों की संरचना, कार्य, वर्गीकरण, वितरण, और पारिस्थितिकी का अध्ययन करता है। वन अनुसंधान में, वनस्पति विज्ञान महत्वपूर्ण है क्योंकि यह वनों के पौधों के विभिन्न प्रजातियों, उनकी वृद्धि, रोगों और पर्यावरण के साथ उनके संबंधों को समझने में मदद करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
बल (Force) की SI इकाई क्या है?
- (a) जूल (Joule)
- (b) वाट (Watt)
- (c) पास्कल (Pascal)
- (d) न्यूटन (Newton)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बल (Force) वह बाहरी कारक है जो किसी वस्तु की स्थिर अवस्था या एकसमान गति की अवस्था को बदलने की प्रवृत्ति रखता है। भौतिकी में, बल को मापने के लिए एक मानक इकाई की आवश्यकता होती है।
व्याख्या (Explanation): बल की SI (अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली) इकाई न्यूटन (N) है। 1 न्यूटन को उस बल के रूप में परिभाषित किया जाता है जो 1 किलोग्राम द्रव्यमान वाली वस्तु में 1 मीटर प्रति सेकंड वर्ग (m/s²) का त्वरण उत्पन्न करता है (F = ma)। जूल (J) ऊर्जा या कार्य की इकाई है, वाट (W) शक्ति की इकाई है, और पास्कल (Pa) दाब की इकाई है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
-
खाद्य पदार्थों को संरक्षित करने के लिए आमतौर पर किस रसायन का उपयोग किया जाता है?
- (a) सोडियम क्लोराइड (साधारण नमक)
- (b) सोडियम बेंजोएट
- (c) एसिटिक एसिड (सिरका)
- (d) ये सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): खाद्य संरक्षण (Food preservation) उन विधियों और तकनीकों को संदर्भित करता है जिनका उपयोग भोजन को खराब होने, संदूषण और सूक्ष्मजीवों के विकास से बचाने के लिए किया जाता है, जिससे उसकी शेल्फ लाइफ बढ़ जाती है।
व्याख्या (Explanation): सोडियम क्लोराइड (नमक) निर्जलीकरण (dehydration) और सूक्ष्मजीवों के विकास को बाधित करके काम करता है। सोडियम बेंजोएट एक सामान्य परिरक्षक (preservative) है जो खमीर, मोल्ड और बैक्टीरिया के विकास को रोकता है। एसिटिक एसिड (सिरका) अपनी अम्लता के कारण परिरक्षक के रूप में कार्य करता है, जो सूक्ष्मजीवों के विकास के लिए प्रतिकूल वातावरण बनाता है। इसलिए, ये सभी खाद्य संरक्षण में उपयोग किए जाते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
-
एक पौधे की जड़ें मिट्टी से जल और खनिज लवणों को किस प्रक्रिया द्वारा अवशोषित करती हैं?
- (a) वाष्पोत्सर्जन (Transpiration)
- (b) परासरण (Osmosis)
- (c) श्वसन (Respiration)
- (d) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परासरण, जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, अर्ध-पारगम्य झिल्ली के माध्यम से विलायक (जैसे पानी) की गति है। पौधे की जड़ों की कोशिकाएं इस सिद्धांत का उपयोग करके मिट्टी से जल अवशोषित करती हैं।
व्याख्या (Explanation): मिट्टी के पानी में खनिजों की सांद्रता जड़ों की कोशिकाओं के रस की तुलना में कम होती है (जिसका अर्थ है कि मिट्टी के पानी में जल की क्षमता अधिक होती है)। जड़ों की कोशिका झिल्लियाँ अर्ध-पारगम्य होती हैं। इसलिए, परासरण के माध्यम से, जल जड़ों की कोशिकाओं में प्रवेश करता है। खनिज लवणों का अवशोषण मुख्य रूप से सक्रिय परिवहन (active transport) द्वारा होता है, लेकिन जल का अवशोषण परासरण द्वारा ही होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
निम्नलिखित में से कौन सा एक जैव-अवनमनशील (biodegradable) प्लास्टिक है?
- (a) पॉलीविनाइल क्लोराइड (PVC)
- (b) पॉलीथीन (Polyethylene)
- (c) पॉलीलैक्टिक एसिड (PLA)
- (d) पॉलीस्टाइरीन (Polystyrene)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जैव-अवनमनशील सामग्री वे होती हैं जो प्राकृतिक प्रक्रियाओं (जैसे सूक्ष्मजीवों द्वारा) द्वारा विघटित हो सकती हैं।
व्याख्या (Explanation): पॉलीलैक्टिक एसिड (PLA) एक बायोडिग्रेडेबल और बायोकम्पैटिबल थर्मोप्लास्टिक पॉलिमर है जो मक्का स्टार्च या गन्ना जैसे नवीकरणीय संसाधनों से प्राप्त होता है। यह पारंपरिक प्लास्टिक के विपरीत, सामान्य परिस्थितियों में प्राकृतिक रूप से विघटित हो जाता है। PVC, पॉलीथीन और पॉलीस्टाइरीन पारंपरिक प्लास्टिक हैं जिन्हें विघटित होने में बहुत लंबा समय लगता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
ऊर्जा का सबसे अच्छा और शुद्ध स्रोत क्या माना जाता है?
- (a) कोयला
- (b) पेट्रोलियम
- (c) परमाणु ऊर्जा
- (d) सौर ऊर्जा
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत वे होते हैं जो प्राकृतिक रूप से पुनः भरे जाते हैं और जिनका उपयोग करते समय पर्यावरण पर कम से कम प्रभाव पड़ता है।
व्याख्या (Explanation): सौर ऊर्जा सूर्य से प्राप्त होती है और यह एक असीमित और स्वच्छ ऊर्जा स्रोत है। इसके उपयोग से ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन नहीं होता है, जिससे यह कोयला, पेट्रोलियम और परमाणु ऊर्जा जैसे अन्य स्रोतों की तुलना में पर्यावरण के लिए बहुत बेहतर है। कोयला और पेट्रोलियम जीवाश्म ईंधन हैं जो प्रदूषण फैलाते हैं और सीमित हैं। परमाणु ऊर्जा से रेडियोधर्मी कचरे का खतरा होता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
-
पौधों में, ‘क्लोरोफिल’ (Chlorophyll) का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) प्रकाश संश्लेषण के लिए प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करना
- (b) जड़ों से जल का परिवहन करना
- (c) फूलों के रंग प्रदान करना
- (d) पौधों को सहारा देना
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्लोरोफिल एक हरा वर्णक (pigment) है जो पौधों की कोशिकाओं में क्लोरोप्लास्ट (chloroplast) नामक ऑर्गेनेल में पाया जाता है।
व्याख्या (Explanation): क्लोरोफिल सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा को अवशोषित करने के लिए जिम्मेदार है, जो प्रकाश संश्लेषण की पहली और सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। इस ऊर्जा का उपयोग कार्बन डाइऑक्साइड और जल को शर्करा (ग्लूकोज) में बदलने के लिए किया जाता है, जो पौधे के लिए भोजन का स्रोत है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
-
निम्नलिखित में से कौन सा एक ऊष्माक्षेपी (exothermic) अभिक्रिया का उदाहरण है?
- (a) जल का वाष्पीकरण
- (b) बर्फ का पिघलना
- (c) मीथेन का दहन
- (d) अमोनियम नाइट्रेट का पानी में घुलना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊष्माक्षेपी अभिक्रियाएँ वे रासायनिक अभिक्रियाएँ होती हैं जिनमें अभिक्रिया के दौरान ऊष्मा (ऊर्जा) उत्सर्जित होती है, जिससे आसपास का तापमान बढ़ जाता है।
व्याख्या (Explanation): मीथेन (CH4) का दहन एक ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है क्योंकि जब मीथेन ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया करके कार्बन डाइऑक्साइड और जल बनाती है, तो बहुत अधिक मात्रा में ऊष्मा और प्रकाश उत्पन्न होता है। जल का वाष्पीकरण और बर्फ का पिघलना ऊष्माशोषी (endothermic) प्रक्रियाएँ हैं जिनमें ऊष्मा अवशोषित होती है। अमोनियम नाइट्रेट का पानी में घुलना भी एक ऊष्माशोषी प्रक्रिया है (ठंडा हो जाता है)।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
डी.एन.ए. (DNA) की संरचना में कौन से चार नाइट्रोजनस बेस (nitrogenous bases) पाए जाते हैं?
- (a) एडेनिन, गुआनीन, साइटोसिन, थाइमिन
- (b) एडेनिन, गुआनीन, साइटोसिन, यूरेसिल
- (c) एडेनिन, गुआनीन, थाइमिन, यूरेसिल
- (d) साइटोसिन, थाइमिन, यूरेसिल, गुआनीन
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): डी.एन.ए. (Deoxyribonucleic acid) आनुवंशिक जानकारी ले जाने वाला अणु है। इसकी संरचना दो पूरक स्ट्रैंड्स से बनी होती है, जो सीढ़ी की तरह मुड़ी हुई होती है (डबल हेलिक्स)।
व्याख्या (Explanation): डी.एन.ए. में चार प्रकार के नाइट्रोजनस बेस होते हैं: एडेनिन (A), गुआनीन (G), साइटोसिन (C), और थाइमिन (T)। ये बेस एक विशेष क्रम में जुड़े होते हैं और बेस पेयरिंग (A के साथ T, और G के साथ C) द्वारा दो स्ट्रैंड्स को एक साथ बांधते हैं। आर.एन.ए. (RNA) में थाइमिन के स्थान पर यूरेसिल (U) पाया जाता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
-
वन अनुसंधान में, ‘पादप रोग विज्ञान’ (Plant Pathology) का अध्ययन किससे संबंधित है?
- (a) पौधों की वृद्धि
- (b) पौधों में होने वाले रोगों
- (c) बीजों का अंकुरण
- (d) मिट्टी की उर्वरता
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पादप रोग विज्ञान (Plant Pathology) जीव विज्ञान की वह शाखा है जो पौधों को प्रभावित करने वाली बीमारियों, उनके कारणों, प्रकृति, वर्गीकरण, और नियंत्रण के तरीकों का अध्ययन करती है।
व्याख्या (Explanation): वन अनुसंधान में, पौधों के रोगों को समझना महत्वपूर्ण है ताकि जंगलों के स्वास्थ्य और उत्पादकता को बनाए रखा जा सके। पादप रोग विज्ञानी यह अध्ययन करते हैं कि कवक (fungi), जीवाणु (bacteria), वायरस (viruses), या पर्यावरण की स्थितियाँ पौधों को कैसे संक्रमित करती हैं और उनसे बचाव के उपाय सुझाते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
विद्युत धारा (Electric current) की SI इकाई क्या है?
- (a) वोल्ट (Volt)
- (b) ओम (Ohm)
- (c) एम्पीयर (Ampere)
- (d) वाट (Watt)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत धारा किसी चालक में आवेशों के प्रवाह की दर है।
व्याख्या (Explanation): विद्युत धारा की SI इकाई एम्पीयर (A) है। एक एम्पीयर को एक सेकंड में एक कूलम्ब (Coulomb) आवेश के प्रवाह के रूप में परिभाषित किया जाता है। वोल्ट (V) विद्युत विभव (electric potential) की इकाई है, ओम (Ω) विद्युत प्रतिरोध (electric resistance) की इकाई है, और वाट (W) शक्ति (power) की इकाई है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
कीटनाशक के छिड़काव के कारण जलीय जीव-जंतुओं पर क्या प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है?
- (a) उनकी वृद्धि दर तेज हो जाती है
- (b) वे अधिक ऑक्सीजन ग्रहण करते हैं
- (c) वे विषाक्तता से मर सकते हैं
- (d) वे प्रकाश संश्लेषण की दर बढ़ा देते हैं
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कीटनाशक ऐसे रसायन होते हैं जो कीड़ों को मारने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं, लेकिन वे अक्सर अन्य जीवों के लिए भी विषैले हो सकते हैं, खासकर जलीय वातावरण में।
व्याख्या (Explanation): जब कीटनाशक जल निकायों में प्रवेश करते हैं, तो वे जलीय जीवों जैसे मछली, मेंढक और जलीय कीटों के लिए अत्यधिक विषैले हो सकते हैं। ये रसायन उनके तंत्रिका तंत्र, श्वसन प्रणाली या अन्य महत्वपूर्ण शारीरिक कार्यों को बाधित कर सकते हैं, जिससे उनकी मृत्यु हो सकती है। यह जैव-संचय (bioaccumulation) और खाद्य श्रृंखला में विषाक्तता के बढ़ने का कारण भी बन सकता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
पौधों में ‘पत्तियों’ का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) पौधों को मिट्टी में स्थिर रखना
- (b) प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से भोजन बनाना
- (c) जल को संग्रहित करना
- (d) परागण में सहायता करना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पत्तियाँ पौधों के वे अंग हैं जो मुख्य रूप से प्रकाश संश्लेषण के लिए अनुकूलित होते हैं।
व्याख्या (Explanation): पत्तियों में क्लोरोफिल होता है और उनका सतह क्षेत्र बड़ा होता है, जो उन्हें सूर्य के प्रकाश को अधिकतम मात्रा में अवशोषित करने में मदद करता है। इस प्रकाश ऊर्जा का उपयोग कार्बन डाइऑक्साइड और जल को ग्लूकोज (भोजन) में परिवर्तित करने के लिए किया जाता है। जबकि जड़ें पौधों को स्थिर रखती हैं और जल अवशोषित करती हैं, और फूल परागण में सहायता करते हैं, पत्तियों का प्राथमिक कार्य भोजन बनाना है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
जब कोई धातु अम्लों के साथ प्रतिक्रिया करती है, तो आमतौर पर कौन सी गैस उत्पन्न होती है?
- (a) ऑक्सीजन (O2)
- (b) नाइट्रोजन (N2)
- (c) हाइड्रोजन (H2)
- (d) कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सक्रिय धातुएँ (जैसे सोडियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, जस्ता, लोहा) तनु अम्लों के साथ प्रतिक्रिया करके धातु लवण और हाइड्रोजन गैस बनाती हैं।
व्याख्या (Explanation): उदाहरण के लिए, जस्ता (Zn) सल्फ्यूरिक एसिड (H2SO4) के साथ प्रतिक्रिया करके जस्ता सल्फेट (ZnSO4) और हाइड्रोजन गैस (H2) बनाता है: Zn + H2SO4 → ZnSO4 + H2↑। यह अभिक्रिया एक सामान्य उदाहरण है कि धातुएँ अम्लों के साथ कैसे प्रतिक्रिया करती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
वन अनुसंधान में ‘पादप क्रिया विज्ञान’ (Plant Physiology) का अध्ययन किससे संबंधित है?
- (a) पौधों के ऊतक
- (b) पौधों के कार्य और प्रक्रियाएं
- (c) पौधों का वर्गीकरण
- (d) पौधों के जीवाश्म
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पादप क्रिया विज्ञान (Plant Physiology) जीव विज्ञान की वह शाखा है जो पौधों के विभिन्न शारीरिक कार्यों जैसे प्रकाश संश्लेषण, श्वसन, वाष्पोत्सर्जन, पोषण, और प्रजनन का अध्ययन करती है।
व्याख्या (Explanation): वनों के टिकाऊ प्रबंधन के लिए पौधों की क्रियाओं को समझना महत्वपूर्ण है। पादप क्रिया विज्ञानी यह अध्ययन करते हैं कि पौधे पर्यावरण में होने वाले परिवर्तनों (जैसे पानी की कमी, तापमान में वृद्धि, या पोषक तत्वों की उपलब्धता) पर कैसे प्रतिक्रिया करते हैं, जो वनों के स्वास्थ्य और उत्पादकता को प्रभावित कर सकते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
ध्वनि की गति (Speed of sound) निम्नलिखित में से किस माध्यम में सबसे तेज होती है?
- (a) हवा
- (b) जल
- (c) निर्वात (Vacuum)
- (d) ठोस (जैसे लोहा)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि तरंगों को फैलने के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है। माध्यम के कणों का घनत्व और उनकी लोच (elasticity) ध्वनि की गति को प्रभावित करती है।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि ठोसों में सबसे तेज गति से यात्रा करती है, उसके बाद द्रवों में और फिर गैसों में। ऐसा इसलिए है क्योंकि ठोसों में कण बहुत करीब-करीब और कसकर बंधे होते हैं, जिससे ध्वनि तरंगों का संचरण अधिक कुशल होता है। निर्वात में ध्वनि यात्रा नहीं कर सकती क्योंकि फैलने के लिए कोई माध्यम नहीं होता। उदाहरण के लिए, हवा में ध्वनि की गति लगभग 343 मीटर/सेकंड होती है, जबकि लोहे में यह लगभग 5130 मीटर/सेकंड होती है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
-
जैविक खेती (Organic farming) में, पौधों के लिए पोषक तत्वों का मुख्य स्रोत क्या होता है?
- (a) रासायनिक उर्वरक
- (b) कीटनाशक
- (c) कम्पोस्ट और पशु खाद
- (d) आनुवंशिक रूप से संशोधित बीज
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जैविक खेती एक ऐसी कृषि प्रणाली है जो सिंथेटिक उर्वरकों, कीटनाशकों, या आनुवंशिक रूप से संशोधित जीवों के उपयोग को प्रतिबंधित करती है।
व्याख्या (Explanation): जैविक खेती में, मिट्टी के स्वास्थ्य और पोषक तत्व चक्रण पर जोर दिया जाता है। कम्पोस्ट, खाद, हरी खाद (green manure) और अन्य जैविक सामग्री का उपयोग मिट्टी में पोषक तत्व प्रदान करने और उसकी संरचना में सुधार करने के लिए किया जाता है। यह विधि मिट्टी के सूक्ष्मजीवों के जीवन का भी समर्थन करती है, जो पोषक तत्वों को पौधों के लिए उपलब्ध कराने में मदद करते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
पेनिसिलिन (Penicillin) किस प्रकार की दवा है?
- (a) एंटीवायरल
- (b) एंटीबायोटिक
- (c) एनाल्जेसिक
- (d) एंटीसेप्टिक
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग जीवाणु संक्रमण (bacterial infections) के इलाज के लिए किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): पेनिसिलिन, जिसे पहली बार अलेक्जेंडर फ्लेमिंग द्वारा खोजा गया था, एक महत्वपूर्ण एंटीबायोटिक है। यह जीवाणु की कोशिका भित्ति (cell wall) के निर्माण को बाधित करके काम करता है, जिससे जीवाणु मर जाते हैं। यह वायरस, दर्द या त्वचा के संक्रमण के इलाज के लिए नहीं है, इसलिए यह एंटीवायरल, एनाल्जेसिक या एंटीसेप्टिक नहीं है।
अतः, सही उत्तर (b) है।