सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: प्लास्टिक, सूक्ष्मजीव और समुद्री पारिस्थितिकी
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सामान्य विज्ञान एक अत्यंत महत्वपूर्ण खंड है। विशेष रूप से, जब हम अपने आसपास की दुनिया के वैज्ञानिक रहस्यों को जानने की कोशिश करते हैं, तो ऐसे प्रश्न सामने आते हैं जो हमें गहरी सोच के लिए प्रेरित करते हैं। हालिया शोध जो गहरे समुद्र में प्लास्टिक के गायब होने और सूक्ष्मजीवों की भूमिका पर प्रकाश डालता है, विज्ञान के विभिन्न पहलुओं – भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान – को समझने का एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करता है। इन अवधारणाओं पर आधारित ये 25 बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) आपकी तैयारी को परखने और ज्ञान को मजबूत करने में मदद करेंगे।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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गहरे समुद्र में प्लास्टिक के क्षरण (degradation) के लिए कौन सा जैविक कारक मुख्य रूप से जिम्मेदार माना जाता है?
- (a) शैवाल (Algae)
- (b) सूक्ष्मजीव (Microbes)
- (c) समुद्री स्तनधारी (Marine Mammals)
- (d) समुद्री पक्षी (Seabirds)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बायोडिग्रेडेशन (Biodegradation) वह प्रक्रिया है जिसमें जैविक जीव, जैसे कि सूक्ष्मजीव, जटिल कार्बनिक पदार्थों को सरल पदार्थों में तोड़ते हैं।
व्याख्या (Explanation): शीर्षक के अनुसार, “सूक्ष्मजीव इसे संभव बनाते हैं”। सूक्ष्मजीवों (जैसे बैक्टीरिया और कवक) में ऐसे एंजाइम होते हैं जो प्लास्टिक जैसे बहुलक (polymers) को छोटे, जैव-उपलब्ध अणुओं में तोड़ सकते हैं, जिससे वे अंततः वातावरण में घुल जाते हैं। शैवाल प्रकाश संश्लेषण करते हैं, समुद्री स्तनधारी और पक्षी प्लास्टिक को निगल सकते हैं लेकिन क्षरण में उनकी सीधी भूमिका नहीं होती।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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जिस प्रकार के प्लास्टिक के गहरे समुद्र में गायब होने की बात की जा रही है, वह संभवतः किस प्रकार का बहुलक (polymer) हो सकता है?
- (a) पॉलीविनाइल क्लोराइड (PVC)
- (b) पॉलीस्टाइरीन (Polystyrene)
- (c) पॉलीइथाइलीन (Polyethylene)
- (d) पॉलीलैक्टिक एसिड (Polylactic Acid – PLA)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक वे होते हैं जिन्हें सूक्ष्मजीवों द्वारा तोड़ा जा सकता है।
व्याख्या (Explanation): पॉलीलैक्टिक एसिड (PLA) एक बायोडिग्रेडेबल और कम्पोस्टेबल प्लास्टिक है जो अक्सर नवीकरणीय संसाधनों (जैसे मक्का स्टार्च) से प्राप्त होता है। यह सूक्ष्मजीवों के क्रियाकलाप के प्रति अधिक संवेदनशील होता है, खासकर अनुकूल परिस्थितियों में। PVC, पॉलीस्टाइरीन और पॉलीइथाइलीन जैसे पारंपरिक प्लास्टिक बहुत धीरे-धीरे विघटित होते हैं और उन्हें बायोडिग्रेडेबल नहीं माना जाता।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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सूक्ष्मजीवों द्वारा प्लास्टिक के क्षरण की प्रक्रिया में, प्लास्टिक के लंबे बहुलक श्रृंखलाओं (long polymer chains) को छोटे अणुओं में तोड़ने के लिए कौन सी रासायनिक क्रियाएं (chemical reactions) शामिल हो सकती हैं?
- (a) ऑक्सीकरण (Oxidation)
- (b) जल-अपघटन (Hydrolysis)
- (c) दोनों (a) और (b)
- (d) पॉलीमराइजेशन (Polymerization)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बहुलक का क्षरण बहुलक श्रृंखलाओं को तोड़ने वाली रासायनिक अभिक्रियाओं द्वारा होता है।
व्याख्या (Explanation): कई बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक के क्षरण में जल-अपघटन (पानी का उपयोग करके श्रृंखलाओं को तोड़ना) और ऑक्सीकरण (ऑक्सीजन का उपयोग करके श्रृंखलाओं को तोड़ना) दोनों महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सूक्ष्मजीव अक्सर इन प्रक्रियाओं को उत्प्रेरित (catalyze) करने के लिए एंजाइम स्रावित करते हैं। पॉलीमराइजेशन विपरीत प्रक्रिया है, जिसमें छोटे अणु मिलकर बहुलक बनाते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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समुद्री जल का pH मान सामान्यतः कितना होता है, जो सूक्ष्मजीवों की गतिविधि को प्रभावित कर सकता है?
- (a) 5.0 – 6.0
- (b) 7.0 – 7.5
- (c) 7.8 – 8.3
- (d) 9.0 – 10.0
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH मान किसी घोल की अम्लता या क्षारकता को मापता है, जो जैविक प्रक्रियाओं को प्रभावित करता है।
व्याख्या (Explanation): समुद्री जल हल्का क्षारीय (alkaline) होता है, जिसका pH मान आमतौर पर 7.8 से 8.3 के बीच होता है। यह pH रेंज कई समुद्री सूक्ष्मजीवों के लिए इष्टतम (optimal) है और उनके एंजाइमी गतिविधि (enzymatic activity) को नियंत्रित करती है, जो प्लास्टिक क्षरण के लिए महत्वपूर्ण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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गहरे समुद्र में, जहाँ सूर्य का प्रकाश (प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक) अनुपस्थित होता है, वहां ऊर्जा का मुख्य स्रोत क्या हो सकता है जो सूक्ष्मजीवों की गतिविधियों को बनाए रखता है?
- (a) भूतापीय ऊर्जा (Geothermal energy)
- (b) रासायनिक ऊर्जा (Chemical energy)
- (c) ज्वारीय ऊर्जा (Tidal energy)
- (d) जल विद्युत (Hydroelectric power)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जीवन के लिए ऊर्जा आवश्यक है, और गहरे समुद्र जैसे प्रकाश-रहित वातावरण में, ऊर्जा का स्रोत अक्सर रासायनिक यौगिकों से आता है।
व्याख्या (Explanation): गहरे समुद्र में, जहाँ प्रकाश संश्लेषण संभव नहीं है, सूक्ष्मजीव अक्सर कीमोसिंथेसिस (chemosynthesis) पर निर्भर करते हैं। इसमें वे अकार्बनिक रासायनिक यौगिकों (जैसे हाइड्रोजन सल्फाइड, मीथेन) से ऊर्जा प्राप्त करते हैं। यह ऊर्जा उन्हें कार्बनिक पदार्थों (जैसे प्लास्टिक) को तोड़ने और अन्य जैविक प्रक्रियाओं को करने में सक्षम बनाती है। भूतापीय ऊर्जा, ज्वारीय ऊर्जा और जल विद्युत प्रत्यक्ष ऊर्जा स्रोत नहीं हैं जो इन सूक्ष्मजीवों के जीवन चक्र को बनाए रखते हों।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्लास्टिक के बहुलक (polymers) मुख्य रूप से किस प्रकार के रासायनिक बंधों (chemical bonds) से बने होते हैं?
- (a) आयनिक बंध (Ionic bonds)
- (b) सहसंयोजक बंध (Covalent bonds)
- (c) हाइड्रोजन बंध (Hydrogen bonds)
- (d) धात्विक बंध (Metallic bonds)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बनिक यौगिकों, विशेष रूप से बहुलक, परमाणुओं के बीच मजबूत सहसंयोजक बंधों से बनते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्लास्टिक कार्बनिक बहुलक होते हैं, जो मोनोमर इकाइयों की लंबी श्रृंखलाओं से बने होते हैं। इन मोनोमर्स को एक साथ रखने वाले प्राथमिक बंध कार्बन परमाणुओं के बीच सहसंयोजक बंध होते हैं। ये बंध बहुत मजबूत होते हैं, जिसके कारण प्लास्टिक का क्षरण धीमा होता है। आयनिक बंध आमतौर पर धातुओं और अधातुओं के बीच पाए जाते हैं, हाइड्रोजन बंध अंतर-आणविक (intermolecular) होते हैं, और धात्विक बंध धातुओं में पाए जाते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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किस प्रकार के एंजाइम, सूक्ष्मजीवों द्वारा स्रावित, प्लास्टिक के एस्टर (ester) या एमाइड (amide) बंधों को तोड़ने में सबसे अधिक प्रभावी हो सकते हैं?
- (a) ऑक्सीडेज (Oxidases)
- (b) हाइड्रोलसेज (Hydrolases)
- (c) लाइसेज (Lyases)
- (d) आइसोमरेज (Isomerases)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एंजाइम विशिष्ट रासायनिक अभिक्रियाओं को उत्प्रेरित करते हैं। हाइड्रोलसेज पानी का उपयोग करके बंधों को तोड़ते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्लास्टिक में मौजूद एस्टर (जैसे PLA में) और एमाइड (जैसे नायलॉन में) बंधों को तोड़ने के लिए, जल-अपघटन (hydrolysis) अभिक्रियाएं आवश्यक होती हैं। हाइड्रोलसेज एंजाइम वे होते हैं जो इन अभिक्रियाओं को उत्प्रेरित करते हैं, जैसे कि एस्टरेज (esterases) जो एस्टर बंधों को तोड़ते हैं और एमिडेज (amidases) जो एमाइड बंधों को तोड़ते हैं। ऑक्सीडेज ऑक्सीकरण में शामिल होते हैं, लाइसेज बिना जल-अपघटन के बंधों को तोड़ते हैं, और आइसोमरेज रासायनिक संरचना में पुनर्व्यवस्था करते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्लास्टिक का कौन सा गुणधर्म (property) इसे समुद्री वातावरण में लंबे समय तक बने रहने और आसानी से विघटित न होने का कारण बनता है?
- (a) उच्च घनत्व (High density)
- (b) उच्च जल-विलेयता (High water solubility)
- (c) रासायनिक स्थिरता (Chemical stability)
- (d) कम गलनांक (Low melting point)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थों का स्थायित्व उनकी रासायनिक संरचना और प्रतिक्रियाशीलता पर निर्भर करता है।
व्याख्या (Explanation): अधिकांश पारंपरिक प्लास्टिक, जैसे पॉलीथीन और पॉलीप्रोपाइलीन, में अत्यंत स्थिर सहसंयोजक बंध होते हैं और वे रासायनिक रूप से निष्क्रिय (inert) होते हैं। इसका मतलब है कि वे पानी, एसिड, बेस या सूक्ष्मजीवों द्वारा आसानी से रासायनिक रूप से प्रतिक्रिया नहीं करते हैं। इसी रासायनिक स्थिरता के कारण वे पर्यावरण में सैकड़ों या हजारों वर्षों तक बने रह सकते हैं। उच्च घनत्व, जल-विलेयता और कम गलनांक प्लास्टिक के स्थायित्व के प्राथमिक कारण नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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सूक्ष्मजीवों द्वारा प्लास्टिक के क्षरण की प्रक्रिया के अंतिम उत्पाद (end products) क्या हो सकते हैं?
- (a) केवल कार्बन डाइऑक्साइड और पानी
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड, पानी और बायोमास
- (c) केवल प्लास्टिक के छोटे टुकड़े
- (d) केवल मीथेन और कार्बन मोनोऑक्साइड
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बायोडिग्रेडेशन में कार्बनिक पदार्थों का सरल अकार्बनिक और कार्बनिक यौगिकों में रूपांतरण शामिल है।
व्याख्या (Explanation): पूरी तरह से बायोडिग्रेडेशन की प्रक्रिया में, प्लास्टिक को अंततः कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) और पानी (H2O) में परिवर्तित किया जाता है, जो वायुमंडलीय और जलीय चक्रों का हिस्सा बन जाते हैं। इसके अतिरिक्त, सूक्ष्मजीव स्वयं वृद्धि करते हैं और अपने बायोमास (biomass) का निर्माण करते हैं। प्लास्टिक के छोटे टुकड़े (माइक्रोप्लास्टिक) क्षरण प्रक्रिया के मध्यवर्ती उत्पाद हो सकते हैं, लेकिन पूर्ण क्षरण के अंतिम उत्पाद नहीं। मीथेन (CH4) अवायवीय (anaerobic) परिस्थितियों में बन सकती है, लेकिन CO2 और पानी अधिक सामान्य अंतिम उत्पाद हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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निम्नलिखित में से कौन सी गैस, जो ओजोन परत के क्षरण में योगदान करती है, भी एक क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFC) है?
- (a) कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)
- (b) मीथेन (CH4)
- (c) क्लोरोफ्लोरोकार्बन-12 (CFC-12)
- (d) सल्फर डाइऑक्साइड (SO2)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFCs) वायुमंडल में ओजोन परत के क्षरण के लिए जिम्मेदार रासायनिक यौगिक हैं।
व्याख्या (Explanation): क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFCs) कार्बन, क्लोरीन और फ्लोरीन परमाणुओं से बने यौगिक होते हैं। CFC-12 (डाइक्लोरोडिफ्लोरोमीथेन) एक सामान्य CFC है जो रेफ्रिजरेंट और एयरोसोल प्रोपेलेंट के रूप में उपयोग किया जाता था। वायुमंडल की ऊपरी परतों में, CFCs पराबैंगनी (UV) विकिरण द्वारा टूट जाते हैं, जिससे क्लोरीन के परमाणु निकलते हैं जो ओजोन (O3) को ऑक्सीजन (O2) में तोड़ देते हैं। CO2, CH4 और SO2 ग्रीनहाउस गैसें या वायु प्रदूषक हो सकते हैं, लेकिन वे सीधे तौर पर ओजोन परत को नष्ट नहीं करते जैसे CFCs करते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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लोहे का कौन सा अयस्क (ore) सबसे अधिक आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण है और इसका उपयोग स्टील उत्पादन में बड़े पैमाने पर किया जाता है?
- (a) बॉक्साइट (Bauxite)
- (b) हेमेटाइट (Hematite)
- (c) मैग्नेटाइट (Magnetite)
- (d) कैल्कोपाइराइट (Chalcopyrite)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अयस्क (ore) खनिजों का एक प्राकृतिक स्रोत है जिसमें धातुएं या धातु यौगिक आर्थिक रूप से निकालने योग्य मात्रा में होते हैं।
व्याख्या (Explanation): हेमेटाइट (Fe2O3) लोहे का सबसे आम और आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण अयस्क है। इसका उपयोग बड़े पैमाने पर ब्लास्ट फर्नेस (blast furnace) में स्टील बनाने के लिए किया जाता है। मैग्नेटाइट (Fe3O4) में लोहे की मात्रा हेमेटाइट से अधिक होती है लेकिन यह कम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। बॉक्साइट एल्यूमीनियम का अयस्क है, और कैल्कोपाइराइट तांबे का अयस्क है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा ऊतक (tissue) पौधों में प्रकाश संश्लेषण के लिए मुख्य स्थल है?
- (a) जाइलम (Xylem)
- (b) फ्लोएम (Phloem)
- (c) मेरिस्टेम (Meristem)
- (d) पैरेन्काइमा (Parenchyma)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे सूर्य के प्रकाश का उपयोग करके अपना भोजन बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): पैरेन्काइमा कोशिकाएं, विशेष रूप से पर्ण मध्यतक (mesophyll) में पाई जाने वाली, क्लोरोप्लास्ट (chloroplasts) से भरपूर होती हैं, जो प्रकाश संश्लेषण का स्थल हैं। जाइलम जल और खनिज परिवहन के लिए जिम्मेदार है, फ्लोएम शर्करा को स्थानांतरित करता है, और मेरिस्टेम ऊतक वृद्धि के लिए जिम्मेदार कोशिकाओं से बने होते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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एक कार में, इंजन द्वारा उत्पन्न शक्ति को पहियों तक कैसे पहुँचाया जाता है?
- (a) कूलिंग सिस्टम (Cooling system)
- (b) इलेक्ट्रिकल सिस्टम (Electrical system)
- (c) ड्राइवट्रेन (Drivetrain)
- (d) एग्जॉस्ट सिस्टम (Exhaust system)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ड्राइवट्रेन वाहन का वह हिस्सा है जो इंजन की शक्ति को पहियों तक पहुंचाता है, जिससे गति उत्पन्न होती है।
व्याख्या (Explanation): ड्राइवट्रेन में क्लच, ट्रांसमिशन, ड्राइव शाफ्ट, डिफरेंशियल और एक्सल जैसे घटक शामिल होते हैं। ये घटक इंजन से उत्पन्न टॉर्क (torque) को पहियों तक स्थानांतरित करते हैं, जिससे कार चलती है। कूलिंग सिस्टम इंजन को ठंडा रखता है, इलेक्ट्रिकल सिस्टम इग्निशन और अन्य विद्युत घटकों को शक्ति प्रदान करता है, और एग्जॉस्ट सिस्टम जलने के बाद गैसों को बाहर निकालता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में, लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells) का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) प्रतिरक्षा प्रदान करना
- (b) ऑक्सीजन का परिवहन
- (c) रक्त का स्कंदन (Clotting)
- (d) पोषक तत्वों का अवशोषण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रक्त विभिन्न पदार्थों के परिवहन के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम है।
व्याख्या (Explanation): लाल रक्त कोशिकाओं में हीमोग्लोबिन (hemoglobin) नामक एक प्रोटीन होता है, जो फेफड़ों से ऊतकों तक ऑक्सीजन ले जाने के लिए जिम्मेदार होता है। श्वेत रक्त कोशिकाएं प्रतिरक्षा प्रदान करती हैं, प्लेटलेट्स रक्त स्कंदन में मदद करते हैं, और छोटी आंत में विली (villi) पोषक तत्वों के अवशोषण के लिए जिम्मेदार होती हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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यदि एक इलेक्ट्रॉन को विद्युत क्षेत्र (electric field) के पार ले जाया जाता है, तो उसकी स्थितिज ऊर्जा (potential energy) में क्या परिवर्तन होता है?
- (a) बढ़ती है
- (b) घटती है
- (c) अपरिवर्तित रहती है
- (d) पहले बढ़ती है फिर घटती है
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत स्थितिज ऊर्जा (U) आवेश (q), विद्युत विभव (V) से संबंधित है: U = qV। एक धनात्मक आवेश उच्च विभव से निम्न विभव की ओर जाने पर ऊर्जा खो देता है, जबकि एक ऋणात्मक आवेश उच्च विभव से निम्न विभव की ओर जाने पर ऊर्जा खो देता है (या निम्न विभव से उच्च विभव की ओर जाने पर ऊर्जा प्राप्त करता है)।
व्याख्या (Explanation): एक इलेक्ट्रॉन पर ऋणात्मक आवेश (-e) होता है। जब एक ऋणात्मक आवेशित कण को विद्युत क्षेत्र के पार ले जाया जाता है, तो उसकी स्थितिज ऊर्जा घट जाती है यदि वह निम्न विभव से उच्च विभव की ओर जाता है, या बढ़ जाती है यदि वह उच्च विभव से निम्न विभव की ओर जाता है। हालाँकि, सामान्य रूप से “विद्युत क्षेत्र के पार ले जाया जाता है” का अर्थ है कि वह क्षेत्र की दिशा में (या उसके विरुद्ध) चलता है। इलेक्ट्रॉन, ऋणात्मक आवेश होने के कारण, हमेशा विद्युत क्षेत्र की दिशा के विपरीत तरफ जाना चाहेगा, जो कि निम्न विभव से उच्च विभव की ओर होता है। इस गति के दौरान, इलेक्ट्रॉन की स्थितिज ऊर्जा घटती है। वैकल्पिक रूप से, यदि आप इलेक्ट्रॉन को क्षेत्र की दिशा में (धनात्मक आवेश की दिशा में) धकेलते हैं, तो आप उस पर काम कर रहे हैं, जिससे उसकी स्थितिज ऊर्जा बढ़ जाती है। प्रश्न को सामान्यतः लिया गया है, जहाँ इलेक्ट्रॉन स्वाभाविक रूप से या न्यूनतम बाहरी कार्य के साथ चलता है। यदि इसे किसी बाहरी बल द्वारा क्षेत्र की दिशा में धकेला जाता है, तो ऊर्जा बढ़ती है। लेकिन यदि यह अपनी गति के कारण या विपरीत दिशा में चलता है, तो ऊर्जा घटती है। यह मानकर कि इसे किसी ऐसे पथ पर ले जाया जा रहा है जहाँ यह क्षेत्र की दिशा के विपरीत चलता है, तो ऊर्जा घटती है।
अतः, सही उत्तर (b) है। (यह मानते हुए कि इलेक्ट्रॉन को क्षेत्र की विपरीत दिशा में या निम्न विभव से उच्च विभव की ओर ले जाया जा रहा है)।
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पानी का क्वथनांक (boiling point) दाब (pressure) बढ़ने पर क्या होता है?
- (a) बढ़ता है
- (b) घटता है
- (c) अपरिवर्तित रहता है
- (d) पहले घटता है फिर बढ़ता है
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्वथनांक वह तापमान है जिस पर किसी तरल का वाष्प दाब (vapor pressure) उसके आसपास के दाब के बराबर हो जाता है।
व्याख्या (Explanation): जब बाहरी दाब बढ़ता है, तो तरल को वाष्प अवस्था में बदलने के लिए अधिक ऊर्जा (उच्च तापमान) की आवश्यकता होती है। इसलिए, दाब बढ़ने पर पानी का क्वथनांक बढ़ता है। यही कारण है कि प्रेशर कुकर में पानी 100°C से अधिक तापमान पर उबलता है। इसके विपरीत, कम दाब पर क्वथनांक कम हो जाता है, जैसा कि ऊंचे पहाड़ों पर होता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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प्रकाश संश्लेषण के दौरान, पौधे किस गैस को अवशोषित करते हैं और किस गैस को छोड़ते हैं?
- (a) अवशोषित: ऑक्सीजन, छोड़ते हैं: कार्बन डाइऑक्साइड
- (b) अवशोषित: कार्बन डाइऑक्साइड, छोड़ते हैं: ऑक्सीजन
- (c) अवशोषित: नाइट्रोजन, छोड़ते हैं: ऑक्सीजन
- (d) अवशोषित: ऑक्सीजन, छोड़ते हैं: नाइट्रोजन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) वह प्रक्रिया है जो हरे पौधों में सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से ग्लूकोज (भोजन) बनाती है, और उप-उत्पाद के रूप में ऑक्सीजन छोड़ती है।
व्याख्या (Explanation): सामान्यतः, प्रकाश संश्लेषण के समीकरण को इस प्रकार लिखा जाता है: 6CO2 (कार्बन डाइऑक्साइड) + 6H2O (पानी) + प्रकाश ऊर्जा → C6H12O6 (ग्लूकोज) + 6O2 (ऑक्सीजन)। इस प्रकार, पौधे कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं। यह श्वसन (respiration) के विपरीत है, जहाँ पौधे ऑक्सीजन लेते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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गति के तीसरे नियम (Third Law of Motion) के अनुसार, प्रत्येक क्रिया (action) की सदैव एक बराबर और विपरीत प्रतिक्रिया (reaction) होती है। इसका एक उदाहरण कौन सा है?
- (a) एक गेंद का लुढ़कना
- (b) नाव को आगे बढ़ाने के लिए चप्पू चलाना
- (c) घर्षण बल
- (d) गुरुत्वाकर्षण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): न्यूटन का गति का तीसरा नियम बताता है कि जब एक वस्तु दूसरी वस्तु पर बल लगाती है, तो दूसरी वस्तु भी पहली वस्तु पर समान परिमाण का और विपरीत दिशा में बल लगाती है।
व्याख्या (Explanation): जब चप्पू पानी को पीछे धकेलता है (क्रिया), तो पानी चप्पू पर आगे की ओर बल लगाता है, जिससे नाव आगे बढ़ती है (प्रतिक्रिया)। एक गेंद का लुढ़कना जड़त्व (inertia) और घर्षण से संबंधित है। घर्षण बल गति का विरोध करता है। गुरुत्वाकर्षण वह बल है जिससे पृथ्वी किसी वस्तु को अपनी ओर खींचती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव मस्तिष्क का कौन सा भाग शरीर के संतुलन (balance) और मुद्रा (posture) को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है?
- (a) प्रमस्तिष्क (Cerebrum)
- (b) अनुमस्तिष्क (Cerebellum)
- (c) मस्तिष्क स्तंभ (Brainstem)
- (d) थैलेमस (Thalamus)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मस्तिष्क के विभिन्न भागों के विशिष्ट कार्य होते हैं।
व्याख्या (Explanation): अनुमस्तिष्क (cerebellum) मस्तिष्क का वह भाग है जो मांसपेशियों की गतिविधियों, संतुलन और मुद्रा के समन्वय (coordination) के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार होता है। प्रमस्तिष्क सोच, स्मृति और चेतना जैसे कार्यों को संभालता है। मस्तिष्क स्तंभ (brainstem) जीवन-निर्वाह कार्यों जैसे श्वसन और हृदय गति को नियंत्रित करता है। थैलेमस संवेदी सूचनाओं के रिले केंद्र के रूप में कार्य करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एक बैटरी (battery) ऊर्जा के किस रूप को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करती है?
- (a) यांत्रिक ऊर्जा (Mechanical energy)
- (b) रासायनिक ऊर्जा (Chemical energy)
- (c) तापीय ऊर्जा (Thermal energy)
- (d) प्रकाश ऊर्जा (Light energy)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊर्जा संरक्षण के नियम के अनुसार, ऊर्जा एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित हो सकती है।
व्याख्या (Explanation): बैटरी में रासायनिक अभिक्रियाएं होती हैं जो विद्युत आवेशों के प्रवाह को उत्पन्न करती हैं। इसलिए, बैटरी रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करती है। यांत्रिक ऊर्जा गति या स्थिति से संबंधित है, तापीय ऊर्जा गर्मी है, और प्रकाश ऊर्जा प्रकाश से संबंधित है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पौधों में पानी और खनिजों का ऊर्ध्वाधर (upward) परिवहन मुख्य रूप से किस संवहनी ऊतक (vascular tissue) द्वारा होता है?
- (a) जाइलम (Xylem)
- (b) फ्लोएम (Phloem)
- (c) कॉर्टेक्स (Cortex)
- (d) एपिडर्मिस (Epidermis)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पौधों में दो मुख्य प्रकार के संवहनी ऊतक होते हैं: जाइलम और फ्लोएम, जिनके विशिष्ट कार्य होते हैं।
व्याख्या (Explanation): जाइलम (Xylem) वह ऊतक है जो जड़ों से तनों और पत्तियों तक पानी और घुले हुए खनिज पोषक तत्वों का ऊर्ध्वाधर परिवहन करता है। फ्लोएम (Phloem) प्रकाश संश्लेषण द्वारा उत्पादित शर्करा (भोजन) को पौधे के अन्य भागों में ले जाता है। कॉर्टेक्स और एपिडर्मिस ऊतक क्रमशः तने और जड़ के बाहरी आवरण बनाते हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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ध्वनि (sound) किस प्रकार की तरंग (wave) है?
- (a) अनुप्रस्थ तरंग (Transverse wave)
- (b) अनुदैर्ध्य तरंग (Longitudinal wave)
- (c) विद्युत चुम्बकीय तरंग (Electromagnetic wave)
- (d) दोनों (a) और (c)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तरंगें ऊर्जा को स्थानांतरित करने का एक तरीका हैं। तरंगों को उनकी गति की दिशा के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि तरंगें अनुदैर्ध्य (longitudinal) तरंगें होती हैं। इसका मतलब है कि माध्यम के कण तरंग संचरण की दिशा के समानांतर आगे-पीछे कंपन करते हैं, जिससे संपीड़न (compressions) और विरलन (rarefactions) के क्षेत्र बनते हैं। अनुप्रस्थ तरंगों (जैसे प्रकाश) में, माध्यम के कण तरंग संचरण की दिशा के लंबवत कंपन करते हैं। विद्युत चुम्बकीय तरंगें अनुप्रस्थ होती हैं और उन्हें संचरण के लिए माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है, जबकि ध्वनि को संचरण के लिए माध्यम (जैसे हवा, पानी, ठोस) की आवश्यकता होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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विटामिन सी (Vitamin C) का रासायनिक नाम क्या है, और इसकी कमी से कौन सा रोग होता है?
- (a) रेटिनॉल; रतौंधी (Night blindness)
- (b) एस्कॉर्बिक एसिड; स्कर्वी (Scurvy)
- (c) कैल्सीफेरॉल; रिकेट्स (Rickets)
- (d) टोकोफेरोल; एनीमिया (Anemia)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन विभिन्न प्रकार के कार्बनिक यौगिक होते हैं जो शरीर के सामान्य चयापचय (metabolism) के लिए आवश्यक होते हैं।
व्याख्या (Explanation): विटामिन सी का रासायनिक नाम एस्कॉर्बिक एसिड (Ascorbic Acid) है। इसकी गंभीर कमी से स्कर्वी (Scurvy) नामक रोग होता है, जिसके लक्षणों में मसूड़ों से खून आना, थकान और त्वचा पर चोट के निशान शामिल हैं। रेटिनॉल विटामिन ए है, कैल्सीफेरॉल विटामिन डी है, और टोकोफेरोल विटामिन ई है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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बल (Force) की SI इकाई (SI unit) क्या है?
- (a) जूल (Joule)
- (b) वाट (Watt)
- (c) न्यूटन (Newton)
- (d) पास्कल (Pascal)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भौतिक राशियों को मापने के लिए मानक इकाइयों का उपयोग किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): बल को मापने की SI इकाई न्यूटन (Newton) है, जिसे ‘N’ से दर्शाया जाता है। जूल ऊर्जा या कार्य की इकाई है, वाट शक्ति की इकाई है, और पास्कल दाब की इकाई है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
पौधों में गैसों के आदान-प्रदान (gas exchange) के लिए जिम्मेदार मुख्य संरचनाएँ क्या हैं?
- (a) मूल रोम (Root hairs)
- (b) जाइलम (Xylem)
- (c) स्टोमेटा (Stomata)
- (d) फ्लोएम (Phloem)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पौधों को प्रकाश संश्लेषण और श्वसन के लिए गैसों के आदान-प्रदान की आवश्यकता होती है।
व्याख्या (Explanation): स्टोमेटा (Stomata) छोटे छिद्र होते हैं जो मुख्य रूप से पत्तियों की निचली सतह पर पाए जाते हैं। ये गैसों (कार्बन डाइऑक्साइड और ऑक्सीजन) के आदान-प्रदान और वाष्पोत्सर्जन (transpiration) के लिए जिम्मेदार होते हैं। मूल रोम पानी और खनिजों को अवशोषित करते हैं। जाइलम और फ्लोएम संवहन ऊतक हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
सौर ऊर्जा (solar energy) को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करने के लिए आमतौर पर किस तकनीक का उपयोग किया जाता है?
- (a) टरबाइन (Turbine)
- (b) फोटोवोल्टिक सेल (Photovoltaic cell)
- (c) ट्रांसफार्मर (Transformer)
- (d) जनरेटर (Generator)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सौर ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलने के लिए विशेष उपकरण उपयोग किए जाते हैं।
व्याख्या (Explanation): फोटोवोल्टिक सेल (जिन्हें सौर सेल भी कहा जाता है) सीधे सूर्य के प्रकाश को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं। यह प्रभाव “फोटोवोल्टिक प्रभाव” (photovoltaic effect) पर आधारित है। टरबाइन, जनरेटर और ट्रांसफार्मर अन्य विद्युत उत्पादन और वितरण तकनीकों में उपयोग होते हैं, लेकिन सीधे सौर ऊर्जा को विद्युत में नहीं बदलते।
अतः, सही उत्तर (b) है।