कृषि और वन अनुसंधान पर प्रभाव: सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न
परिचय: किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान की गहरी समझ आवश्यक है। यह खंड भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के उन महत्वपूर्ण प्रश्नों का एक संग्रह प्रस्तुत करता है जो न केवल आपके ज्ञान का परीक्षण करेंगे बल्कि कृषि और वन अनुसंधान जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में विज्ञान के अनुप्रयोग को भी समझने में मदद करेंगे। इन प्रश्नों का अभ्यास करके, आप परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों के पैटर्न को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं और अपनी तैयारी को मजबूत कर सकते हैं।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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फसलों में यूरिया का प्रयोग मुख्य रूप से किस पोषक तत्व की आपूर्ति के लिए किया जाता है?
- (a) फास्फोरस
- (b) पोटेशियम
- (c) नाइट्रोजन
- (d) सल्फर
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पौधों के विकास के लिए विभिन्न पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जिनमें नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम (NPK) प्रमुख हैं। यूरिया (कार्बामाइड, (NH₂)₂CO) एक अत्यधिक नाइट्रोजन युक्त उर्वरक है।
व्याख्या (Explanation): यूरिया को विघटित होने पर अमोनिया (NH₃) और कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) प्राप्त होते हैं। अमोनिया पानी में घुलकर अमोनियम आयन (NH₄⁺) बनाता है, जिसे पौधे आसानी से अवशोषित कर लेते हैं। नाइट्रोजन पौधों में प्रोटीन, न्यूक्लिक एसिड और क्लोरोफिल के निर्माण के लिए एक आवश्यक तत्व है, जो हरे रंग और प्रकाश संश्लेषण के लिए महत्वपूर्ण है। इसलिए, यूरिया का प्रयोग मुख्य रूप से नाइट्रोजन की आपूर्ति के लिए किया जाता है। फास्फोरस जड़ विकास और फूलने के लिए, पोटेशियम रोग प्रतिरोधक क्षमता और फल की गुणवत्ता के लिए महत्वपूर्ण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) के दौरान, पौधे मुख्य रूप से कौन सी गैस छोड़ते हैं?
- (a) कार्बन डाइऑक्साइड
- (b) नाइट्रोजन
- (c) ऑक्सीजन
- (d) मीथेन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को ग्लूकोज (एक शर्करा) और ऑक्सीजन में परिवर्तित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण की सामान्य प्रक्रिया को इस प्रकार दर्शाया जा सकता है: 6CO₂ (कार्बन डाइऑक्साइड) + 6H₂O (पानी) + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ (ग्लूकोज) + 6O₂ (ऑक्सीजन)। इस प्रक्रिया में, पौधे वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं और प्रकाश ऊर्जा की मदद से इसे शर्करा (ऊर्जा) में बदलते हैं, और उप-उत्पाद के रूप में ऑक्सीजन छोड़ते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पेड़ों की छाल पर पाए जाने वाले सहजीवी (Symbiotic) कवक और शैवाल के संयोजन को क्या कहा जाता है?
- (a) मॉस (Moss)
- (b) लाइकेन (Lichen)
- (c) फर्न (Fern)
- (d) एंजियोस्पर्म (Angiosperm)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सहजीवन (Symbiosis) दो अलग-अलग प्रजातियों के जीवों के बीच घनिष्ठ संबंध है, जिसमें कम से कम एक जीव को लाभ होता है।
व्याख्या (Explanation): लाइकेन एक जटिल जीव है जो कवक (Fungi) और शैवाल (Algae) या साइनोबैक्टीरिया (Cyanobacteria) के सहजीवी संबंध से बनता है। शैवाल प्रकाश संश्लेषण द्वारा भोजन बनाते हैं, और कवक उन्हें पानी, खनिज और आश्रय प्रदान करता है। लाइकेन अक्सर पेड़ों की छाल, चट्टानों और मिट्टी पर उगते हैं और वायु प्रदूषण के संकेतक के रूप में भी कार्य करते हैं। मॉस (काई) छोटे पौधे हैं, फर्न बीजाणु-उत्पादक पौधे हैं, और एंजियोस्पर्म फूल वाले पौधे हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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जब किसी वस्तु को पृथ्वी से अंतरिक्ष में फेंका जाता है, तो उसकी गतिज ऊर्जा (Kinetic Energy) पर क्या प्रभाव पड़ता है?
- (a) घटती है
- (b) बढ़ती है
- (c) अपरिवर्तित रहती है
- (d) पहले बढ़ती है फिर घटती है
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): गतिज ऊर्जा (KE) किसी वस्तु की गति के कारण होने वाली ऊर्जा है। इसका सूत्र KE = ½mv² है, जहाँ m द्रव्यमान (mass) और v वेग (velocity) है। जब वस्तु को ऊपर फेंका जाता है, तो गुरुत्वाकर्षण बल उसके वेग को धीमा कर देता है।
व्याख्या (Explanation): जब किसी वस्तु को पृथ्वी से ऊपर की ओर फेंका जाता है, तो गुरुत्वाकर्षण बल उसे लगातार नीचे की ओर खींचता है, जिससे उसका ऊपर की ओर वेग (v) धीरे-धीरे कम होता जाता है। चूंकि गतिज ऊर्जा (KE) वेग के वर्ग (v²) के समानुपाती होती है, इसलिए वेग में कमी के कारण गतिज ऊर्जा भी कम हो जाती है। अधिकतम ऊंचाई पर, वस्तु का वेग क्षण भर के लिए शून्य हो जाता है, और इसलिए गतिज ऊर्जा भी शून्य हो जाती है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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पानी को 0°C से 10°C तक गर्म करने पर उसका घनत्व (Density) पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
- (a) यह लगातार बढ़ेगा
- (b) यह लगातार घटेगा
- (c) पहले बढ़ेगा, फिर घटेगा
- (d) पहले घटेगा, फिर बढ़ेगा
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पानी का घनत्व तापमान के साथ बदलता है। सामान्यतः, अधिकांश पदार्थों के लिए, तापमान बढ़ने पर घनत्व घटता है। हालाँकि, पानी 0°C से 4°C तक गर्म होने पर असामान्य व्यवहार दिखाता है।
व्याख्या (Explanation): पानी का घनत्व 4°C पर अधिकतम होता है। 0°C से 4°C तक, पानी गर्म होने पर सिकुड़ता है, जिससे उसका घनत्व बढ़ता है। 4°C से ऊपर, पानी सामान्य व्यवहार दिखाता है और गर्म होने पर फैलता है, जिससे उसका घनत्व कम हो जाता है। इसलिए, जब पानी को 0°C से 10°C तक गर्म किया जाता है, तो इसका घनत्व पहले (0°C से 4°C तक) बढ़ेगा और फिर (4°C से 10°C तक) घटेगा।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में विटामिन डी का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) रक्त के थक्के जमने में मदद करना
- (b) कैल्शियम और फास्फोरस के अवशोषण को बढ़ाना
- (c) दृष्टि को बनाए रखना
- (d) एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन डी एक वसा-घुलनशील विटामिन है जो शरीर में कई महत्वपूर्ण कार्य करता है, विशेष रूप से खनिज संतुलन में।
व्याख्या (Explanation): विटामिन डी का सबसे महत्वपूर्ण कार्य आंतों में कैल्शियम और फास्फोरस के अवशोषण को बढ़ावा देना है। यह हड्डियों को मजबूत बनाने और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों को रोकने में मदद करता है। रक्त के थक्के जमने में विटामिन K की भूमिका होती है, दृष्टि के लिए विटामिन A, और एंटीऑक्सिडेंट के रूप में विटामिन C और E कार्य करते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हाइड्रोजन परमाणु के नाभिक (Nucleus) में कितने प्रोटॉन होते हैं?
- (a) 0
- (b) 1
- (c) 2
- (d) 3
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परमाणु संख्या (Atomic Number) किसी तत्व के परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन की संख्या के बराबर होती है।
व्याख्या (Explanation): हाइड्रोजन (H) आवर्त सारणी का सबसे पहला तत्व है। इसके सबसे सामान्य समस्थानिक (isotope), प्रोटियम, में एक प्रोटॉन और एक इलेक्ट्रॉन होता है, और कोई न्यूट्रॉन नहीं होता। इसलिए, हाइड्रोजन परमाणु के नाभिक में केवल एक प्रोटॉन होता है। परमाणु संख्या 1 होने के कारण, सभी हाइड्रोजन परमाणुओं में एक प्रोटॉन होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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सोने (Gold) का रासायनिक प्रतीक (Chemical Symbol) क्या है?
- (a) Ag
- (b) Au
- (c) Fe
- (d) Cu
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तत्वों को उनके लैटिन या ग्रीक नामों के आधार पर अद्वितीय रासायनिक प्रतीकों द्वारा दर्शाया जाता है।
व्याख्या (Explanation): सोने का लैटिन नाम ‘ऑरम’ (Aurum) है, जिससे इसका रासायनिक प्रतीक ‘Au’ लिया गया है। Ag चांदी (Argentum) का प्रतीक है, Fe लोहा (Ferrum) का, और Cu तांबा (Cuprum) का।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पौधे की जड़ों द्वारा जल और खनिजों का अवशोषण किस प्रक्रिया द्वारा होता है?
- (a) वाष्पोत्सर्जन (Transpiration)
- (b) परासरण (Osmosis)
- (c) श्वसन (Respiration)
- (d) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परासरण (Osmosis) एक अर्ध-पारगम्य झिल्ली (semi-permeable membrane) के पार विलायक (solvent) (जैसे पानी) का उसकी उच्च सांद्रता वाले क्षेत्र से उसकी निम्न सांद्रता वाले क्षेत्र की ओर या कम विलेय (solute) सांद्रता वाले क्षेत्र से अधिक विलेय सांद्रता वाले क्षेत्र की ओर शुद्ध प्रवाह है।
व्याख्या (Explanation): पौधे की जड़ों की कोशिका झिल्लियाँ अर्ध-पारगम्य होती हैं। मिट्टी के पानी में खनिजों की तुलना में जड़ों की कोशिकाओं के रस में खनिजों की सांद्रता अधिक होती है। इसलिए, परासरण की प्रक्रिया द्वारा पानी जड़ों की कोशिकाओं में प्रवेश करता है। वाष्पोत्सर्जन वह प्रक्रिया है जिसमें पौधे अपने वायवीय भागों, मुख्य रूप से पत्तियों से पानी का वाष्प के रूप में उत्सर्जन करते हैं। श्वसन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा जीव ऊर्जा उत्पन्न करते हैं, और प्रकाश संश्लेषण भोजन बनाने की प्रक्रिया है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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वायु में कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) की मात्रा बढ़ने पर, पृथ्वी के औसत तापमान पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
- (a) घटेगा
- (b) बढ़ेगा
- (c) अपरिवर्तित रहेगा
- (d) पहले घटेगा फिर बढ़ेगा
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ग्रीनहाउस प्रभाव (Greenhouse Effect) वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पृथ्वी का वातावरण सौर विकिरण को पकड़कर उसे गर्म करता है। कार्बन डाइऑक्साइड एक प्रमुख ग्रीनहाउस गैस है।
व्याख्या (Explanation): कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) एक ग्रीनहाउस गैस है। यह सूर्य से आने वाली लघु-तरंग दैर्ध्य (short-wavelength) विकिरण को पृथ्वी की सतह तक पहुंचने देती है, लेकिन पृथ्वी द्वारा उत्सर्जित लंबी-तरंग दैर्ध्य (long-wavelength) अवरक्त (infrared) विकिरण को अवशोषित कर लेती है और उसे पुनः पृथ्वी की ओर परावर्तित कर देती है। यदि वायुमंडल में CO₂ की मात्रा बढ़ती है, तो अधिक अवरक्त विकिरण अवशोषित होकर पृथ्वी के तापमान को बढ़ाएगा। यह ग्लोबल वार्मिंग का मुख्य कारण है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव मस्तिष्क में सूचनाओं का संचार (Communication) किस तंत्रिका संवाहक (Neurotransmitter) द्वारा होता है?
- (a) एड्रेनालाईन (Adrenaline)
- (b) डोपामाइन (Dopamine)
- (c) एसिटाइलकोलाइन (Acetylcholine)
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तंत्रिका संवाहक (Neurotransmitters) रासायनिक संदेशवाहक (chemical messengers) होते हैं जो एक न्यूरॉन (तंत्रिका कोशिका) से दूसरे न्यूरॉन तक या किसी लक्ष्य कोशिका (जैसे मांसपेशी या ग्रंथि) तक तंत्रिका आवेगों (nerve impulses) को संचारित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): एड्रेनालाईन (एपिनेफ्रीन), डोपामाइन और एसिटाइलकोलाइन सभी मानव मस्तिष्क में महत्वपूर्ण तंत्रिका संवाहक हैं। एड्रेनालाईन ‘लड़ो या भागो’ प्रतिक्रिया में भूमिका निभाता है। डोपामाइन पुरस्कार, प्रेरणा और गति से जुड़ा है। एसिटाइलकोलाइन मांसपेशियों के संकुचन और सीखने व स्मृति में महत्वपूर्ण है। ये सभी मस्तिष्क में सूचनाओं के संचार में विभिन्न भूमिकाएँ निभाते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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एक चुंबक के समान ध्रुवों (Like Poles) के बीच कैसा बल कार्य करता है?
- (a) आकर्षण (Attraction)
- (b) प्रतिकर्षण (Repulsion)
- (c) न आकर्षण न प्रतिकर्षण
- (d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): चुंबकत्व के मूलभूत नियम के अनुसार, चुंबक के समान ध्रुव (जैसे उत्तर-उत्तर या दक्षिण-दक्षिण) एक दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं, जबकि विपरीत ध्रुव (जैसे उत्तर-दक्षिण) एक दूसरे को आकर्षित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): यह एक स्थापित भौतिकी का नियम है। यदि आप दो छड़ चुम्बकों के उत्तर ध्रुवों को एक साथ लाने का प्रयास करते हैं, तो वे एक-दूसरे को दूर धकेलेंगे। इसी प्रकार, दो दक्षिण ध्रुवों को एक साथ लाने पर भी प्रतिकर्षण होता है। यह बल चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं (magnetic field lines) के व्यवहार से समझा जा सकता है, जो समान ध्रुवों के पास एक-दूसरे को विक्षेपित (deflect) करती हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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किस पीएच (pH) मान पर एक व्यक्ति का रक्त सबसे अधिक क्षारीय (Alkaline) होता है?
- (a) 7.0
- (b) 7.4
- (c) 7.8
- (d) 6.8
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पीएच स्केल (pH scale) किसी विलयन की अम्लता या क्षारीयता को मापता है। 7.0 का पीएच तटस्थ (neutral) होता है। 7.0 से कम पीएच अम्लीय (acidic) होता है, और 7.0 से अधिक पीएच क्षारीय (alkaline/basic) होता है।
व्याख्या (Explanation): मानव रक्त का सामान्य पीएच मान लगभग 7.35 से 7.45 के बीच होता है, जो इसे थोड़ा क्षारीय बनाता है। इस संकीर्ण सीमा के भीतर रक्त पीएच का रखरखाव महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें छोटे विचलन भी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं। 7.4 का पीएच मान इस सामान्य सीमा के भीतर आता है और इसे सबसे अधिक क्षारीय के रूप में माना जा सकता है। 7.0 तटस्थ है, 7.8 अत्यधिक क्षारीय (और शरीर के लिए हानिकारक) है, और 6.8 अम्लीय है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पशुओं के कृषि (Animal Husbandry) में, मवेशियों में कृत्रिम गर्भाधान (Artificial Insemination) का मुख्य उद्देश्य क्या है?
- (a) रोगों का प्रसार रोकना
- (b) बेहतर नस्ल (Breed) के पशुओं का उत्पादन बढ़ाना
- (c) केवल नर पशुओं की संख्या बढ़ाना
- (d) पशुओं के चारा का प्रबंधन करना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कृत्रिम गर्भाधान (AI) प्रजनन की एक विधि है जिसमें मादा पशु के प्रजनन पथ में शुक्राणु (sperm) को सीधे डाला जाता है, जिससे प्राकृतिक संभोग की आवश्यकता नहीं होती है।
व्याख्या (Explanation): कृत्रिम गर्भाधान का प्राथमिक लक्ष्य आनुवंशिक रूप से बेहतर गुणवत्ता वाले नर (सांड) के वीर्य का उपयोग करके उच्च उत्पादक क्षमता (जैसे अधिक दूध या मांस) वाली बेहतर नस्लों के पशुओं की संख्या को बढ़ाना है। यह विधि रोग संचरण के जोखिम को भी कम करती है और प्रजनन दक्षता में सुधार करती है। हालांकि, इसका मुख्य उद्देश्य नस्ल सुधार और उत्पादकता बढ़ाना है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश की तरंग दैर्ध्य (Wavelength) किस इकाई में मापी जाती है?
- (a) हर्ट्ज़ (Hertz)
- (b) जूल (Joule)
- (c) मीटर (Meter)
- (d) डेसिबल (Decibel)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश एक विद्युत चुम्बकीय तरंग है। तरंग दैर्ध्य तरंग के दो लगातार समान बिंदुओं (जैसे दो शिखरों या गर्तों) के बीच की दूरी है।
व्याख्या (Explanation): तरंग दैर्ध्य एक लंबाई का माप है। एसआई (SI) प्रणाली में लंबाई की मूल इकाई मीटर (m) है। प्रकाश की तरंग दैर्ध्य आमतौर पर बहुत छोटी होती है, इसलिए इसे नैनोमीटर (nm) या कभी-कभी माइक्रोमीटर (µm) में व्यक्त किया जाता है, जो मीटर के उप-गुणज (sub-multiples) हैं। हर्ट्ज़ आवृत्ति की इकाई है, जूल ऊर्जा की इकाई है, और डेसिबल ध्वनि की तीव्रता की इकाई है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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अम्ल (Acid) का जलीय विलयन (Aqueous Solution) विद्युत का चालन क्यों करता है?
- (a) क्योंकि वे इलेक्ट्रॉन खो देते हैं
- (b) क्योंकि वे आयन (Ions) उत्पन्न करते हैं
- (c) क्योंकि उनमें पानी होता है
- (d) क्योंकि वे रंगीन होते हैं
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चालन के लिए आवेशित कणों (charged particles) की गति आवश्यक है। विलयन में, ये आवेशित कण आयन होते हैं।
व्याख्या (Explanation): जब अम्ल को पानी में घोला जाता है, तो वे वियोजित (dissociate) होकर हाइड्रोजन आयन (H⁺) और संबंधित ऋणात्मक आयन (anions) बनाते हैं। ये स्वतंत्र रूप से घूमने वाले आयन (जैसे H⁺ और Cl⁻ यदि HCl है) विद्युत क्षेत्र की उपस्थिति में गति करते हैं, जिससे विद्युत धारा का प्रवाह होता है। इलेक्ट्रॉन का खोना (ऑक्सीकरण) या पानी की उपस्थिति स्वयं सीधे विद्युत चालन के लिए जिम्मेदार नहीं हैं, हालांकि पानी आयनीकरण में भूमिका निभाता है। रंगीन होना भी विद्युत चालन की कसौटी नहीं है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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डीएनए (DNA) का प्राथमिक कार्य क्या है?
- (a) कोशिका को ऊर्जा प्रदान करना
- (b) प्रोटीन का संश्लेषण करना
- (c) आनुवंशिक जानकारी को संग्रहित करना और संचारित करना
- (d) कोशिका की संरचना बनाना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): डीएनए (Deoxyribonucleic Acid) एक अणु है जो सभी ज्ञात जीवित जीवों और कई वायरस में आनुवंशिक निर्देश रखता है।
व्याख्या (Explanation): डीएनए में जीवों के विकास, कामकाज, वृद्धि और प्रजनन के लिए निर्देश होते हैं। यह एक डबल हेलिक्स संरचना में व्यवस्थित होता है और इसमें चार न्यूक्लियोटाइड बेस (एडेनिन, गुआनिन, साइटोसिन और थाइमिन) होते हैं। इन बेस का क्रम आनुवंशिक कोड बनाता है। कोशिका को ऊर्जा एटीपी (ATP) द्वारा प्रदान की जाती है। प्रोटीन संश्लेषण राइबोसोम पर होता है, जो डीएनए से प्राप्त निर्देशों का पालन करते हैं। कोशिका की संरचना कोशिका झिल्ली और कोशिकांगों द्वारा बनाई जाती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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ध्वनि की तीव्रता (Intensity of Sound) को मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?
- (a) बैरोमीटर (Barometer)
- (b) सिस्मोग्राफ (Seismograph)
- (c) ऑडियोमीटर (Audiometer)
- (d) एनीमोमीटर (Anemometer)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विभिन्न वैज्ञानिक उपकरणों का उपयोग विभिन्न भौतिक मात्राओं को मापने के लिए किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): ऑडियोमीटर एक उपकरण है जिसका उपयोग ध्वनि की तीव्रता को मापने के लिए किया जाता है, विशेष रूप से यह सुनने की क्षमता के परीक्षण में प्रयोग किया जाता है। बैरोमीटर वायुमंडलीय दाब मापता है। सिस्मोग्राफ भूकंपीय तरंगों (seismic waves) को रिकॉर्ड करता है। एनीमोमीटर हवा की गति को मापता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पोटेशियम नाइट्रेट (Potassium Nitrate – KNO₃) का प्रयोग सामान्यतः किसमें किया जाता है?
- (a) कीटाणुनाशक (Disinfectant)
- (b) उर्वरक (Fertilizer)
- (c) रंगाई (Dyeing)
- (d) कीटनाशक (Pesticide)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): उर्वरक पौधों के विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं। पोटेशियम नाइट्रेट एक रासायनिक यौगिक है जो पौधों को दो प्रमुख मैक्रोन्यूट्रिएंट्स (macronutrients) प्रदान करता है।
व्याख्या (Explanation): पोटेशियम नाइट्रेट (KNO₃) एक महत्वपूर्ण पोटेशियम और नाइट्रोजन स्रोत है, जो पौधों की वृद्धि के लिए आवश्यक हैं। इसे एक उच्च-गुणवत्ता वाले उर्वरक के रूप में उपयोग किया जाता है, विशेष रूप से उन फसलों के लिए जिन्हें पोटेशियम और नाइट्रोजन दोनों की उच्च मात्रा की आवश्यकता होती है। इसका उपयोग बारूद (gunpowder) बनाने में भी होता है, लेकिन कृषि संदर्भ में इसका मुख्य उपयोग उर्वरक के रूप में है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (Gland) कौन सी है?
- (a) अग्न्याशय (Pancreas)
- (b) थायराइड ग्रंथि (Thyroid Gland)
- (c) यकृत (Liver)
- (d) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal Gland)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर में विभिन्न ग्रंथियाँ होती हैं जो विभिन्न हार्मोन और एंजाइम स्रावित करती हैं।
व्याख्या (Explanation): यकृत (Liver) मानव शरीर की सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि और दूसरा सबसे बड़ा अंग है (त्वचा सबसे बड़ी है)। यह पाचन (पित्त उत्पादन), चयापचय (metabolism), विषहरण (detoxification) और विभिन्न प्रोटीन के संश्लेषण सहित कई महत्वपूर्ण कार्य करता है। अग्न्याशय पाचन और अंतःस्रावी (endocrine) दोनों कार्य करता है, थायराइड ग्रंथि चयापचय को नियंत्रित करती है, और अधिवृक्क ग्रंथियाँ तनाव हार्मोन का उत्पादन करती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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ओजोन परत (Ozone Layer) पृथ्वी के वायुमंडल के किस मंडल (Layer) में पाई जाती है?
- (a) क्षोभमंडल (Troposphere)
- (b) समताप मंडल (Stratosphere)
- (c) मध्यमंडल (Mesosphere)
- (d) आयनमंडल (Ionosphere)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पृथ्वी का वायुमंडल विभिन्न परतों में विभाजित है, जिनमें से प्रत्येक की अपनी विशिष्ट विशेषताएं हैं।
व्याख्या (Explanation): ओजोन (O₃) गैस की सघनता पृथ्वी के वायुमंडल की समताप मंडल (Stratosphere) परत में सबसे अधिक होती है, जो लगभग 15 से 35 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह परत सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी (ultraviolet – UV) विकिरण को अवशोषित करती है, जिससे पृथ्वी पर जीवन की रक्षा होती है। क्षोभमंडल सबसे निचली परत है जहाँ मौसम होता है, मध्यमंडल उल्काओं को जलाता है, और आयनमंडल रेडियो तरंगों को परावर्तित करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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लोहे (Iron) को जंग लगने से बचाने के लिए उस पर जस्ते (Zinc) की परत चढ़ाने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?
- (a) इलेक्ट्रोप्लेटिंग (Electroplating)
- (b) गैल्वनाइजेशन (Galvanization)
- (c) पॉलिशिंग (Polishing)
- (d) एनोडाइजिंग (Anodizing)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): धातुओं को संक्षारण (corrosion) से बचाने के लिए विभिन्न सतह उपचार प्रक्रियाएं उपयोग की जाती हैं।
व्याख्या (Explanation): लोहे पर जस्ते की परत चढ़ाने की प्रक्रिया को गैल्वनाइजेशन कहा जाता है। जस्ता एक अधिक प्रतिक्रियाशील धातु है और लोहे की तुलना में पहले संक्षारित होता है, इस प्रकार लोहे को जंग लगने से बचाता है। इस प्रक्रिया को ‘सैक्रिफिशियल प्रोटेक्शन’ (sacrificial protection) भी कहते हैं। इलेक्ट्रोप्लेटिंग में किसी धातु पर दूसरी धातु की पतली परत चढ़ाई जाती है, लेकिन यह हमेशा जस्ते की नहीं होती। पॉलिशिंग सतह को चिकना बनाती है, और एनोडाइजिंग एल्यूमीनियम जैसी धातुओं की सतह को टिकाऊ बनाने की प्रक्रिया है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में रक्त का थक्का जमने (Blood Clotting) के लिए कौन सा विटामिन आवश्यक है?
- (a) विटामिन ए
- (b) विटामिन सी
- (c) विटामिन डी
- (d) विटामिन के
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रक्त का थक्का जमना एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें कई कारक और विटामिन शामिल होते हैं।
व्याख्या (Explanation): विटामिन K रक्त का थक्का जमाने की प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह यकृत (liver) द्वारा कई रक्त जमावट कारकों (blood clotting factors) के उत्पादन के लिए आवश्यक है। विटामिन ए दृष्टि और प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण है, विटामिन सी एक एंटीऑक्सिडेंट है और कोलेजन निर्माण में मदद करता है, और विटामिन डी कैल्शियम अवशोषण और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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पारिस्थितिकी (Ecology) में ‘पारिस्थितिकी तंत्र’ (Ecosystem) शब्द का अर्थ क्या है?
- (a) केवल जीवित जीव
- (b) केवल निर्जीव पर्यावरण
- (c) जीवित जीवों और उनके निर्जीव पर्यावरण के बीच परस्पर क्रिया का एक समुदाय
- (d) एक प्रजाति के सदस्य
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पारिस्थितिकी विभिन्न प्रजातियों के बीच और उनके पर्यावरण के साथ संबंधों का अध्ययन है।
व्याख्या (Explanation): एक पारिस्थितिकी तंत्र (Ecosystem) एक विशिष्ट क्षेत्र में सभी जीवित जीवों (जैसे पौधे, जानवर, सूक्ष्मजीव – जिन्हें सामूहिक रूप से समुदाय या बायोटा कहते हैं) और उनके भौतिक पर्यावरण (जैसे हवा, पानी, मिट्टी, सूर्य का प्रकाश – जिन्हें एबायोटिक घटक कहते हैं) के बीच एक कार्यात्मक इकाई है। इन दोनों घटकों के बीच निरंतर परस्पर क्रिया होती रहती है, जिससे ऊर्जा का प्रवाह और पोषक तत्वों का चक्रण होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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इंद्रधनुष (Rainbow) किस भौतिकी सिद्धांत के कारण बनता है?
- (a) परावर्तन (Reflection)
- (b) अपवर्तन (Refraction)
- (c) विवर्तन (Diffraction)
- (d) प्रकीर्णन (Scattering)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): इंद्रधनुष वर्षा की बूंदों में प्रकाश के परिक्षेपण (dispersion) का परिणाम है, जो अपवर्तन और पूर्ण आंतरिक परावर्तन (total internal reflection) के संयोजन से होता है।
व्याख्या (Explanation): जब सूर्य का प्रकाश पानी की बूंदों से होकर गुजरता है, तो यह दो मुख्य प्रक्रियाओं से गुजरता है: पहला, प्रकाश बूंद में प्रवेश करते समय अपवर्तित (refracted) होता है, और क्योंकि विभिन्न रंग (तरंग दैर्ध्य) थोड़ा अलग कोणों पर अपवर्तित होते हैं (रंगों का परिक्षेपण), वे अलग हो जाते हैं। दूसरा, प्रकाश बूंद के अंदर पीछे की ओर टकराकर आंतरिक रूप से परावर्तित (internally reflected) होता है। अंत में, जब प्रकाश बूंद से बाहर निकलता है, तो यह फिर से अपवर्तित होता है, जिससे रंगों का एक स्पेक्ट्रम बनता है जिसे हम इंद्रधनुष के रूप में देखते हैं। केवल अपवर्तन (रंगों के परिक्षेपण सहित) और पूर्ण आंतरिक परावर्तन मिलकर इंद्रधनुष बनाते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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फसलों को कीटों से बचाने के लिए किस प्रकार के रसायन का उपयोग किया जाता है?
- (a) शाकनाशी (Herbicide)
- (b) कवकनाशी (Fungicide)
- (c) कीटनाशी (Insecticide)
- (d) खरपतवारनाशी (Weedicide)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कृषि में विभिन्न प्रकार के रसायनों का उपयोग पौधों को विभिन्न प्रकार के खतरों से बचाने के लिए किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): कीटनाशी (Insecticides) ऐसे रसायन हैं जिनका उपयोग फसलों को कीटों (insects) से बचाने के लिए किया जाता है। शाकनाशी (Herbicides) अवांछित पौधों (खरपतवारों) को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। कवकनाशी (Fungicides) पौधों में फंगल रोगों को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। खरपतवारनाशी (Weedicide) भी शाकनाशी का ही एक पर्याय है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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