सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें
परिचय:** नमस्कार, प्रतियोगी! जैसा कि आप जानते हैं, प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षाओं में सामान्य विज्ञान का एक महत्वपूर्ण स्थान है। भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान जैसे विषयों से पूछे जाने वाले प्रश्न आपके समग्र स्कोर को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। यहाँ, हम एक हालिया वैज्ञानिक संदर्भ से प्रेरित होकर, आपकी तैयारी को धार देने के लिए 25 उच्च-गुणवत्ता वाले बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) प्रस्तुत कर रहे हैं। प्रत्येक प्रश्न के साथ उसका विस्तृत हल भी दिया गया है ताकि आप न केवल सही उत्तर जान सकें, बल्कि उसके पीछे के वैज्ञानिक तर्क को भी समझ सकें। आइए, अपनी ज्ञान की परीक्षा लें!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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HIV दवाएं कुछ विशेष प्रकार के वायरसों के खिलाफ प्रभावी क्यों हो सकती हैं?
- (a) वे सीधे वायरस के आनुवंशिक पदार्थ को नष्ट कर देती हैं।
- (b) वे वायरस के प्रतिकृति (replication) चक्र में हस्तक्षेप करती हैं।
- (c) वे मानव कोशिकाओं की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को अत्यधिक बढ़ा देती हैं।
- (d) वे वायरस को कोशिका झिल्ली से जुड़ने से रोकती हैं।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एंटीवायरल दवाओं का एक प्रमुख तंत्र वायरस के जीवन चक्र के महत्वपूर्ण चरणों में हस्तक्षेप करना है, जैसे कि प्रतिकृति (replication) या नए वायरल कणों का निर्माण।
व्याख्या (Explanation): HIV दवाएं, जिन्हें एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी (ART) कहा जाता है, HIV वायरस की प्रतिकृति को रोकती हैं। वे रिवर्स ट्रांसक्रिप्टेस (reverse transcriptase) जैसे एंजाइमों को अवरुद्ध करके ऐसा करती हैं, जो HIV को अपने RNA को DNA में बदलने के लिए आवश्यक होता है। यदि अन्य वायरस के जीवन चक्र में समान एंजाइम या प्रक्रियाएं शामिल हैं, तो ये दवाएं अप्रत्याशित रूप से प्रभावी हो सकती हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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यदि कोई नई घातक वायरस की खोज होती है, तो उसके जीनोम (genome) के बारे में प्रारंभिक जानकारी प्राप्त करने के लिए किस तकनीक का उपयोग किया जाएगा?
- (a) स्पेक्ट्रोस्कोपी (Spectroscopy)
- (b) जेल इलेक्ट्रोफोरेसिस (Gel Electrophoresis)
- (c) नेक्स्ट-जेनरेशन सीक्वेंसिंग (Next-Generation Sequencing – NGS)
- (d) सेंट्रीफ्यूगेशन (Centrifugation)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जीनोमिक सीक्वेंसिंग किसी भी जीव के DNA या RNA के न्यूक्लियोटाइड अनुक्रम को निर्धारित करने की प्रक्रिया है।
व्याख्या (Explanation): नेक्स्ट-जेनरेशन सीक्वेंसिंग (NGS) आधुनिक तकनीक है जो बहुत कम समय में बड़ी मात्रा में DNA या RNA अनुक्रम डेटा उत्पन्न कर सकती है। यह किसी नए वायरस के जीनोम की संरचना, उत्परिवर्तन (mutations) और विकास को समझने के लिए महत्वपूर्ण है। स्पेक्ट्रोस्कोपी प्रकाश और पदार्थ के बीच परस्पर क्रिया का अध्ययन करती है, जेल इलेक्ट्रोफोरेसिस DNA या RNA खंडों को उनके आकार के आधार पर अलग करती है, और सेंट्रीफ्यूगेशन घनत्व के आधार पर घटकों को अलग करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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वायरस में आमतौर पर कौन सा न्यूक्लिक एसिड (nucleic acid) पाया जाता है?
- (a) केवल DNA
- (b) केवल RNA
- (c) DNA या RNA
- (d) DNA और RNA दोनों
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वायरस आनुवंशिक सामग्री के रूप में या तो DNA या RNA ले जा सकते हैं, जो एक एकल स्ट्रैंड (single-stranded) या डबल स्ट्रैंड (double-stranded) हो सकता है।
व्याख्या (Explanation): बैक्टीरिया और अन्य जीवों के विपरीत, वायरस में या तो DNA या RNA आनुवंशिक पदार्थ के रूप में होता है, लेकिन दोनों एक साथ कभी नहीं होते। HIV एक RNA वायरस है, जबकि कुछ अन्य वायरस DNA वायरस होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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HIV वायरस मानव प्रतिरक्षा प्रणाली की किस कोशिका को मुख्य रूप से लक्षित करता है?
- (a) लाल रक्त कोशिकाएं (Red Blood Cells)
- (b) CD4+ T-सहायक कोशिकाएं (CD4+ T-helper cells)
- (c) प्लेटलेट्स (Platelets)
- (d) न्यूट्रोफिल (Neutrophils)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): CD4+ T-कोशिकाएं मानव प्रतिरक्षा प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो संक्रमण से लड़ने में मदद करती हैं।
व्याख्या (Explanation): HIV वायरस मुख्य रूप से CD4+ T-सहायक कोशिकाओं को संक्रमित करता है। ये कोशिकाएं प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं के समन्वय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। HIV इन कोशिकाओं में प्रवेश करता है, अपनी संख्या बढ़ाता है, और अंततः कोशिकाओं को नष्ट कर देता है, जिससे शरीर संक्रमणों के प्रति अत्यधिक संवेदनशील हो जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में, वायरस के संक्रमण का पता लगाने के लिए एंटीबॉडी (antibodies) का उत्पादन किस प्रकार की कोशिकाओं द्वारा किया जाता है?
- (a) मैक्रोफेज (Macrophages)
- (b) बी-लिम्फोसाइट्स (B-lymphocytes)
- (c) डेंड्राइटिक कोशिकाएं (Dendritic cells)
- (d) टी-किलर कोशिकाएं (T-killer cells)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एंटीबॉडी, जिन्हें इम्युनोग्लोबुलिन (immunoglobulins) भी कहा जाता है, विशिष्ट प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का एक महत्वपूर्ण घटक हैं जो प्लाज्मा कोशिकाओं द्वारा निर्मित होते हैं।
व्याख्या (Explanation): बी-लिम्फोसाइट्स (B-cells) एंटीबॉडी का उत्पादन करती हैं। जब बी-कोशिकाएं किसी एंटीजन (जैसे वायरस से प्रोटीन) का सामना करती हैं, तो वे सक्रिय हो जाती हैं और प्लाज्मा कोशिकाओं में विकसित हो जाती हैं, जो बड़ी मात्रा में विशिष्ट एंटीबॉडी का स्राव करती हैं। ये एंटीबॉडी वायरस से बंधकर उन्हें बेअसर कर सकती हैं या अन्य प्रतिरक्षा कोशिकाओं द्वारा उनके विनाश में सहायता कर सकती हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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HIV दवाओं के वर्ग में, ‘प्रोटीज इनहिबिटर’ (Protease Inhibitors) क्या कार्य करते हैं?
- (a) वायरस को कोशिका में प्रवेश करने से रोकते हैं।
- (b) वायरस के RNA को DNA में बदलने से रोकते हैं।
- (c) वायरस के नए कणों को परिपक्व (mature) होने से रोकते हैं।
- (d) वायरस को मेजबान कोशिका के बाहर निष्क्रिय करते हैं।
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रोटीज इनहिबिटर HIV जीवन चक्र के अंतिम चरणों में से एक में हस्तक्षेप करते हैं, जहाँ वायरल प्रोटीन को टुकड़ों में काटा जाता है ताकि वे कार्यात्मक हों।
व्याख्या (Explanation): प्रोटीज इनहिबिटर HIV प्रोटीज नामक एंजाइम को अवरुद्ध करते हैं। यह एंजाइम नए वायरल कणों को असेंबल (assemble) करने से पहले वायरल पॉलीप्रोटीन (long chains of proteins) को छोटे, कार्यात्मक प्रोटीन में काटने के लिए महत्वपूर्ण है। प्रोटीज इनहिबिटर्स इस प्रक्रिया को रोकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप अविभाजित, गैर-संक्रामक वायरल कणों का निर्माण होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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वायरस के चारों ओर पाई जाने वाली लिपिड (lipid) की बाहरी परत को क्या कहा जाता है?
- (a) कैप्सिड (Capsid)
- (b) न्यूक्लियोकैप्सिड (Nucleocapsid)
- (c) एनवेलप (Envelope)
- (d) कोर (Core)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एनवेलप (envelope) कुछ वायरस के चारों ओर एक बाहरी झिल्ली है जो मेजबान कोशिका से प्राप्त होती है।
व्याख्या (Explanation): कुछ वायरस, जैसे HIV, के पास एक बाहरी लिपिड एनवेलप होता है जो मेजबान कोशिका की झिल्ली से बनता है जब वायरस कोशिका से बाहर निकलता है। इस एनवेलप में वायरल प्रोटीन भी होते हैं जो कोशिका में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण हैं। कैप्सिड (capsid) न्यूक्लिक एसिड को घेरने वाला प्रोटीन कोट है, और न्यूक्लियोकैप्सिड (nucleocapsid) कैप्सिड और न्यूक्लिक एसिड का संयोजन है। कोर (core) में आनुवंशिक सामग्री और एंजाइम होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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एंटीवायरल दवाओं की प्रतिरोधक क्षमता (drug resistance) का विकास मुख्य रूप से किस कारण से होता है?
- (a) दवा की खुराक का बहुत अधिक होना।
- (b) वायरस के जीनोम में उत्परिवर्तन (mutations)।
- (c) मानव प्रतिरक्षा प्रणाली की कमजोरी।
- (d) वायरस का मेजबान कोशिका में लंबे समय तक रहना।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्राकृतिक चयन (natural selection) के सिद्धांत के अनुसार, यदि किसी आबादी में भिन्नता है, तो पर्यावरण के अनुकूल लक्षण वाले व्यक्ति जीवित रहने और पुनरुत्पादन करने की अधिक संभावना रखते हैं।
व्याख्या (Explanation): वायरस तेजी से प्रतिकृति बनाते हैं और उनके जीनोम में अक्सर उत्परिवर्तन (mutations) होते रहते हैं। कुछ उत्परिवर्तन वायरस को एंटीवायरल दवाओं से बचने की क्षमता प्रदान कर सकते हैं। जब ऐसे वायरस के विरुद्ध दवा दी जाती है, तो जो वायरस दवा-प्रतिरोधी होते हैं वे जीवित रहते हैं और उनकी संख्या बढ़ती है, जिससे दवा कम प्रभावी हो जाती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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HIV दवाओं का एक और वर्ग, ‘न्यूक्लियोसाइड रिवर्स ट्रांसक्रिप्टेस इनहिबिटर’ (NRTIs), कैसे काम करता है?
- (a) यह वायरल प्रोटीज को ब्लॉक करता है।
- (b) यह मेजबान कोशिका को संक्रमित होने से बचाता है।
- (c) यह वायरल DNA निर्माण को रोकता है।
- (d) यह वायरस को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है।
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): NRTIs HIV के रिवर्स ट्रांसक्रिप्टेस एंजाइम की नकल करते हैं और वायरल DNA स्ट्रैंड के निर्माण को समाप्त करते हैं।
व्याख्या (Explanation): NRTIs HIV के रिवर्स ट्रांसक्रिप्टेस एंजाइम के लिए बिल्डिंग ब्लॉक्स (nucleosides/nucleotides) की तरह काम करते हैं। जब रिवर्स ट्रांसक्रिप्टेस वायरल RNA से DNA का नया स्ट्रैंड बना रहा होता है, तो NRTI को शामिल कर लिया जाता है। चूंकि NRTI में एक आवश्यक रासायनिक समूह की कमी होती है, DNA स्ट्रैंड का निर्माण वहीं रुक जाता है, जिससे वायरस का प्रतिकृति चक्र बाधित होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव रक्त में ऑक्सीजन परिवहन के लिए मुख्य रूप से कौन सा अणु जिम्मेदार है?
- (a) हीमोग्लोबिन (Hemoglobin)
- (b) प्लाज्मा (Plasma)
- (c) श्वेत रक्त कोशिकाएं (White Blood Cells)
- (d) प्लेटलेट्स (Platelets)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है जिसमें लौह (iron) होता है, जो ऑक्सीजन के अणुओं को बांधने की क्षमता रखता है।
व्याख्या (Explanation): हीमोग्लोबिन फेफड़ों से ऊतकों तक ऑक्सीजन का परिवहन करने वाला प्राथमिक अणु है। प्रत्येक हीमोग्लोबिन अणु चार ऑक्सीजन अणुओं को बांध सकता है। प्लाज्मा वह तरल घटक है जिसमें रक्त कोशिकाएं निलंबित होती हैं; श्वेत रक्त कोशिकाएं प्रतिरक्षा प्रणाली से संबंधित हैं; और प्लेटलेट्स रक्त के थक्के जमने में भूमिका निभाते हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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एक सामान्य मानव कोशिका का pH मान लगभग कितना होता है?
- (a) 6.5
- (b) 7.4
- (c) 8.1
- (d) 5.9
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH स्केल 0 से 14 तक होता है, जिसमें 7 तटस्थ होता है। 7 से कम अम्लीय (acidic) और 7 से अधिक क्षारीय (alkaline) होता है।
व्याख्या (Explanation): मानव रक्त और अधिकांश शारीरिक तरल पदार्थों का pH मान थोड़ा क्षारीय होता है, जो लगभग 7.35 से 7.45 के बीच होता है। इसलिए, सामान्य मानव कोशिका का pH मान भी इसी सीमा के आसपास, लगभग 7.4 माना जाता है। यह pH विभिन्न एंजाइमेटिक और चयापचय (metabolic) प्रक्रियाओं के लिए इष्टतम होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हाइड्रोजन बॉन्ड (Hydrogen Bond) का निर्माण किन दो परमाणुओं के बीच होता है?
- (a) कार्बन और ऑक्सीजन
- (b) हाइड्रोजन और ऑक्सीजन/नाइट्रोजन
- (c) सोडियम और क्लोरीन
- (d) कार्बन और कार्बन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हाइड्रोजन बॉन्ड एक कमजोर रासायनिक बंधन है जो एक इलेक्ट्रोपॉजिटिव हाइड्रोजन परमाणु (आमतौर पर ऑक्सीजन, नाइट्रोजन या फ्लोरीन से जुड़ा हुआ) और एक अन्य इलेक्ट्रोनेगेटिव परमाणु के बीच बनता है।
व्याख्या (Explanation): हाइड्रोजन बॉन्ड पानी के अणुओं को एक साथ रखने, DNA की दोहरी हेलिक्स संरचना को स्थिर करने और प्रोटीन की संरचना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जब हाइड्रोजन एक अधिक इलेक्ट्रोनेगेटिव परमाणु (जैसे ऑक्सीजन या नाइट्रोजन) से जुड़ा होता है, तो हाइड्रोजन पर आंशिक धनात्मक आवेश आ जाता है। यह धनावेशित हाइड्रोजन दूसरे इलेक्ट्रोनेगेटिव परमाणु के अकेले इलेक्ट्रॉन जोड़े (lone pair) की ओर आकर्षित होता है, जिससे हाइड्रोजन बॉन्ड बनता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) के दौरान, पौधे किस गैस का उपयोग करते हैं?
- (a) ऑक्सीजन (Oxygen)
- (b) नाइट्रोजन (Nitrogen)
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon Dioxide)
- (d) हाइड्रोजन (Hydrogen)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसका उपयोग पौधे सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा को ग्लूकोज (शर्करा) जैसे रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करने के लिए करते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में, पौधे हवा से कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) लेते हैं, इसे पानी (H₂O) और सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके ग्लूकोज (C₆H₁₂O₆) में परिवर्तित करते हैं, और उप-उत्पाद के रूप में ऑक्सीजन (O₂) छोड़ते हैं। समीकरण है: 6CO₂ + 6H₂O + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ + 6O₂।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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एंजाइम (Enzymes) जो HIV जैसी RNA वायरसों के RNA से DNA बनाने में मदद करते हैं, क्या कहलाते हैं?
- (a) डीएनए पॉलीमरेज (DNA Polymerase)
- (b) आरएनए पॉलीमरेज (RNA Polymerase)
- (c) रिवर्स ट्रांसक्रिप्टेस (Reverse Transcriptase)
- (d) लाइगेज (Ligase)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रिवर्स ट्रांसक्रिप्टेस एक एंजाइम है जो RNA टेम्प्लेट से DNA के संश्लेषण को उत्प्रेरित करता है।
व्याख्या (Explanation): HIV जैसे रेट्रोवायरस (retroviruses) में रिवर्स ट्रांसक्रिप्टेस नामक एक एंजाइम होता है। यह एंजाइम मेजबान कोशिका में वायरस के RNA जीनोम को DNA में बदलने के लिए जिम्मेदार होता है। फिर इस वायरल DNA को मेजबान कोशिका के जीनोम में एकीकृत किया जाता है, जिससे वायरस की प्रतिकृति संभव होती है। डीएनए पॉलीमरेज DNA से DNA बनाता है, आरएनए पॉलीमरेज DNA से RNA बनाता है, और लाइगेज DNA या RNA के टुकड़ों को जोड़ता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर का वह कौन सा अंग है जो रक्त को फ़िल्टर करता है और अपशिष्ट उत्पादों को हटाता है?
- (a) हृदय (Heart)
- (b) फेफड़े (Lungs)
- (c) गुर्दे (Kidneys)
- (d) यकृत (Liver)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): गुर्दे (किडनी) मूत्र प्रणाली का मुख्य अंग हैं, जो रक्त से अपशिष्ट उत्पादों, अतिरिक्त लवण और पानी को फ़िल्टर करके मूत्र बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): गुर्दे रक्त को छानने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे यूरिया, क्रिएटिनिन और अतिरिक्त आयन जैसे विषाक्त पदार्थों को हटाया जाता है। ये अपशिष्ट पदार्थ मूत्र के रूप में शरीर से बाहर निकाल दिए जाते हैं। हृदय रक्त पंप करता है, फेफड़े गैस विनिमय करते हैं, और यकृत चयापचय और विषहरण (detoxification) में भूमिका निभाता है, लेकिन रक्त फ़िल्टरेशन का मुख्य कार्य गुर्दे करते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में पेशियों (muscles) में होने वाली अवायवीय श्वसन (anaerobic respiration) का अंतिम उत्पाद क्या है?
- (a) कार्बन डाइऑक्साइड और पानी
- (b) लैक्टिक एसिड (Lactic Acid)
- (c) पाइरूवेट (Pyruvate)
- (d) इथेनॉल (Ethanol)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अवायवीय श्वसन, या किण्वन (fermentation), ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में ऊर्जा उत्पन्न करने की एक प्रक्रिया है।
व्याख्या (Explanation): जब ऑक्सीजन की आपूर्ति कम होती है, तो पेशी कोशिकाएं ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए पाइरूवेट को लैक्टिक एसिड में परिवर्तित करती हैं। यह प्रक्रिया लैक्टिक एसिड किण्वन कहलाती है। लैक्टिक एसिड के जमा होने से मांसपेशियों में थकान और दर्द हो सकता है। इथेनॉल और कार्बन डाइऑक्साइड कुछ सूक्ष्मजीवों में अवायवीय श्वसन के उत्पाद हैं (जैसे यीस्ट में)।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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DNA के दोहरे हेलिक्स (double helix) की संरचना की खोज किसने की थी?
- (a) मैरी क्यूरी (Marie Curie)
- (b) अल्बर्ट आइंस्टीन (Albert Einstein)
- (c) जेम्स वॉटसन और फ्रांसिस क्रिक (James Watson and Francis Crick)
- (d) आइजैक न्यूटन (Isaac Newton)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): DNA की संरचना जीवन के रहस्यों को सुलझाने में एक मील का पत्थर साबित हुई, जिसने आनुवंशिकता के आधार को समझाया।
व्याख्या (Explanation): 1953 में, जेम्स वॉटसन और फ्रांसिस क्रिक ने रोसालिंड फ्रैंकलिन के एक्स-रे विवर्तन (X-ray diffraction) डेटा का उपयोग करके DNA की डबल हेलिक्स संरचना का प्रस्ताव रखा। उनकी खोज ने समझाया कि आनुवंशिक जानकारी कैसे संग्रहीत और प्रतिकृति होती है। मैरी क्यूरी रेडियोधर्मिता पर अपने काम के लिए जानी जाती हैं, अल्बर्ट आइंस्टीन सापेक्षता के सिद्धांत के लिए, और आइजैक न्यूटन गति के नियमों और गुरुत्वाकर्षण के लिए।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पानी का क्वथनांक (boiling point) मानक वायुमंडलीय दबाव (standard atmospheric pressure) पर कितना होता है?
- (a) 0°C
- (b) 100°C
- (c) 50°C
- (d) 212°C
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्वथनांक वह तापमान है जिस पर किसी तरल का वाष्प दाब (vapor pressure) आसपास के वायुमंडलीय दबाव के बराबर हो जाता है, और तरल उबलने लगता है।
व्याख्या (Explanation): पानी का क्वथनांक मानक वायुमंडलीय दबाव (1 atm) पर 100 डिग्री सेल्सियस (या 212 डिग्री फारेनहाइट) होता है। 0°C पानी का गलनांक (freezing point) है। 212°F पानी का क्वथनांक फारेनहाइट में है, लेकिन प्रश्न सेल्सियस में उत्तर की अपेक्षा करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में, ऊर्जा उत्पादन की प्राथमिक इकाई क्या है?
- (a) अमीनो एसिड (Amino Acid)
- (b) फैटी एसिड (Fatty Acid)
- (c) ग्लूकोज (Glucose)
- (d) न्यूक्लियोटाइड (Nucleotide)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिकीय श्वसन (cellular respiration) के माध्यम से ऊर्जा उत्पादन के लिए ग्लूकोज एक मुख्य सब्सट्रेट (substrate) है।
व्याख्या (Explanation): ग्लूकोज (एक प्रकार की शर्करा) कोशिकीय श्वसन का प्राथमिक ईंधन है। कोशिकीय श्वसन की प्रक्रिया के दौरान, ग्लूकोज को ATP (एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट) के रूप में ऊर्जा जारी करने के लिए तोड़ा जाता है, जो कोशिका की सभी गतिविधियों के लिए मुख्य ऊर्जा मुद्रा है। अमीनो एसिड प्रोटीन बनाते हैं, फैटी एसिड लिपिड बनाते हैं, और न्यूक्लियोटाइड DNA/RNA बनाते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश को विद्युत संकेतों में बदलने के लिए रेटिना (retina) में कौन सी कोशिकाएं होती हैं?
- (a) न्यूरॉन्स (Neurons)
- (b) रोड्स और कोन्स (Rods and Cones)
- (c) ग्लियल कोशिकाएं (Glial Cells)
- (d) पिगमेंट एपिथेलियल कोशिकाएं (Pigment Epithelial Cells)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाशग्राही कोशिकाएं (photoreceptor cells) प्रकाश को तंत्रिका संकेतों में परिवर्तित करती हैं जो मस्तिष्क द्वारा व्याख्या किए जाते हैं।
व्याख्या (Explanation): आंख की रेटिना में दो प्रकार की प्रकाशग्राही कोशिकाएं होती हैं: रोड्स (rods) और कोन्स (cones)। रोड्स कम रोशनी में दृष्टि के लिए जिम्मेदार होते हैं और रंग की पहचान नहीं कर पाते, जबकि कोन्स तेज रोशनी में काम करते हैं और रंग दृष्टि के लिए जिम्मेदार होते हैं। ये कोशिकाएं प्रकाश को विद्युत आवेगों में परिवर्तित करती हैं जो ऑप्टिक तंत्रिका के माध्यम से मस्तिष्क तक पहुंचते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र (magnetic field) का कारण क्या है?
- (a) पृथ्वी के कोर में पिघली हुई चट्टानें
- (b) पृथ्वी के कोर में घूमता हुआ लौह (iron)
- (c) पृथ्वी की सतह पर मौजूद चुंबक
- (d) सूर्य से निकलने वाली चुंबकीय तरंगें
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भू-चुंबकत्व (geomagnetism) पृथ्वी के बाहरी कोर में संवहन धाराओं (convection currents) द्वारा उत्पन्न विद्युत धाराओं के कारण होता है।
व्याख्या (Explanation): पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र मुख्य रूप से इसके बाहरी कोर में पिघले हुए लोहे और निकल के संवहन के कारण उत्पन्न होता है। यह गति विद्युत धाराएं उत्पन्न करती है, जो एक विशाल द्विध्रुवीय (dipole) चुंबकीय क्षेत्र बनाती है। यह चुंबकीय क्षेत्र पृथ्वी को सौर हवाओं (solar winds) से बचाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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यदि कोई वायरस अपने RNA को DNA में बदलने के लिए एक एंजाइम का उपयोग करता है, तो वह किस वर्ग के वायरस से संबंधित हो सकता है?
- (a) एडिनोवायरस (Adenovirus)
- (b) एचआईवी (HIV)
- (c) इन्फ्लूएंजा वायरस (Influenza Virus)
- (d) एडेनोवायरस (Adenovirus)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रेट्रोवायरस (Retroviruses) वे वायरस होते हैं जो अपने RNA जीनोम से DNA बनाने के लिए रिवर्स ट्रांसक्रिप्टेस एंजाइम का उपयोग करते हैं।
व्याख्या (Explanation): HIV एक रेट्रोवायरस है। ये वायरस एक विशेष एंजाइम, रिवर्स ट्रांसक्रिप्टेस, का उपयोग करते हैं जो वायरस के RNA जीनोम को DNA में कॉपी करता है। इस DNA को फिर मेजबान कोशिका के जीनोम में एकीकृत किया जाता है, जो वायरस के लिए प्रतिकृति बनाने की अनुमति देता है। एडिनोवायरस DNA वायरस होते हैं, और इन्फ्लूएंजा वायरस RNA वायरस होते हैं लेकिन वे सीधे DNA नहीं बनाते; वे RNA से RNA प्रतिकृति करते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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ऊर्जा के गैर-नवीकरणीय (non-renewable) स्रोत का एक उदाहरण क्या है?
- (a) सौर ऊर्जा (Solar Energy)
- (b) पवन ऊर्जा (Wind Energy)
- (c) कोयला (Coal)
- (d) जलविद्युत (Hydroelectric Power)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): गैर-नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत वे होते हैं जो प्राकृतिक प्रक्रियाओं द्वारा मानव जीवन काल में पुनः प्राप्त या पुनर्जीवित नहीं हो सकते।
व्याख्या (Explanation): कोयला एक जीवाश्म ईंधन (fossil fuel) है जो लाखों वर्षों में मृत पौधों के अवशेषों से बनता है। इसके भंडार सीमित हैं और एक बार उपयोग होने के बाद इन्हें फिर से बनने में बहुत लंबा समय लगेगा। सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और जलविद्युत ऊर्जा नवीकरणीय स्रोत हैं क्योंकि वे प्राकृतिक रूप से लगातार उपलब्ध रहते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में, ‘एंटीजन’ (antigen) के प्रति प्रतिक्रिया के रूप में एंटीबॉडी बनाने के लिए कौन सी कोशिकाएं जिम्मेदार हैं?
- (a) प्लेटलेट्स
- (b) लाल रक्त कोशिकाएं
- (c) बी-लिम्फोसाइट्स
- (d) मैक्रोफेज
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विशिष्ट प्रतिरक्षा (specific immunity) में, बी-लिम्फोसाइट्स (बी-कोशिकाएं) प्लाज्मा कोशिकाओं में परिपक्व होकर एंटीबॉडी का उत्पादन करती हैं।
व्याख्या (Explanation): बी-लिम्फोसाइट्स, प्रतिरक्षा प्रणाली का एक प्रकार, विशिष्ट एंटीजन (जैसे वायरस की सतह पर प्रोटीन) को पहचानते हैं। जब एक बी-कोशिका सक्रिय हो जाती है, तो वह प्लाज्मा कोशिका में विकसित हो जाती है, जो बड़ी मात्रा में विशिष्ट एंटीबॉडी का उत्पादन करती है। ये एंटीबॉडी एंटीजन से बंधकर उन्हें बेअसर कर देते हैं या प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा उन्हें नष्ट करने में मदद करते हैं। मैक्रोफेज फागोसाइटोसिस (phagocytosis) द्वारा रोगाणुओं को निगलते हैं, लेकिन सीधे एंटीबॉडी का उत्पादन नहीं करते।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कार्बन का सबसे कठोर प्राकृतिक रूप कौन सा है?
- (a) ग्रेफाइट (Graphite)
- (b) हीरा (Diamond)
- (c) फुलरीन (Fullerene)
- (d) कोयला (Coal)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीरा कार्बन का एक अपरूप (allotrope) है जिसकी क्रिस्टल संरचना इसे असाधारण रूप से कठोर बनाती है।
व्याख्या (Explanation): हीरा कार्बन का एक रूप है जिसमें प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजक बंधों (covalent bonds) द्वारा दृढ़ता से जुड़ा होता है, जिससे एक त्रि-आयामी (3D) जाली संरचना बनती है। यह संरचना हीरे को ज्ञात सभी प्राकृतिक खनिजों में सबसे कठोर बनाती है। ग्रेफाइट कार्बन का एक और अपरूप है, लेकिन इसकी परतदार संरचना इसे नरम और चिकना बनाती है। फुलरीन और कोयला कार्बन के अन्य रूप हैं, लेकिन वे हीरे जितने कठोर नहीं होते।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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