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प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न

परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने के लिए सामान्य विज्ञान का ज्ञान अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह सिर्फ तथ्यों को याद रखने के बारे में नहीं है, बल्कि वैज्ञानिक सिद्धांतों और अवधारणाओं को गहराई से समझने के बारे में है जो हमारे दैनिक जीवन और दुनिया के कामकाज को नियंत्रित करते हैं। इस अभ्यास सेट में, हमने भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्नों का एक संतुलित मिश्रण तैयार किया है, जो आपको अपनी तैयारी का आकलन करने और महत्वपूर्ण विषयों पर अपनी पकड़ मजबूत करने में मदद करेगा। आइए, इन प्रश्नों के माध्यम से अपनी विज्ञान की नींव को और मजबूत करें!


सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)

  1. मानव मस्तिष्क का कौन सा भाग शरीर की गति, संतुलन और समन्वय के लिए जिम्मेदार है, और पार्किंसन रोग से विशेष रूप से प्रभावित होता है?

    • (a) सेरिब्रम (Cerebrum)
    • (b) सेरिबेलम (Cerebellum)
    • (c) बेसल गैन्ग्लिया (Basal Ganglia)
    • (d) मेडुला ओब्लोंगेटा (Medulla Oblongata)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मानव मस्तिष्क के विभिन्न भाग शरीर के विशिष्ट कार्यों को नियंत्रित करते हैं। पार्किंसन रोग एक न्यूरोडीजेनेरेटिव विकार है जो मस्तिष्क के कुछ विशेष क्षेत्रों में न्यूरॉन्स के क्षरण से जुड़ा है।

    व्याख्या (Explanation): बेसल गैन्ग्लिया, विशेष रूप से सबस्टैंशिया नाइग्रा (substantia nigra) में डोपामाइन-उत्पादक न्यूरॉन्स का क्षरण पार्किंसन रोग का मुख्य कारण है। यह क्षेत्र स्वैच्छिक गतियों के समन्वय और नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सेरिब्रम उच्च-स्तरीय कार्यों जैसे सोच, स्मृति और भाषा के लिए जिम्मेदार है। सेरिबेलम संतुलन, मुद्रा और ठीक मोटर कौशल को नियंत्रित करता है, जबकि मेडुला ओब्लोंगेटा श्वास और हृदय गति जैसे महत्वपूर्ण अनैच्छिक कार्यों को नियंत्रित करता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  2. पार्किंसन रोग के लक्षणों को कम करने के लिए उपयोग की जाने वाली दवा लेवोडोपा (Levodopa), मानव शरीर में किस न्यूरोट्रांसमीटर में परिवर्तित होती है?

    • (a) सेरोटोनिन (Serotonin)
    • (b) डोपामाइन (Dopamine)
    • (c) एसिटाइलकोलाइन (Acetylcholine)
    • (d) गाबा (GABA)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): लेवोडोपा डोपामाइन का एक अग्रदूत (precursor) है, जो रक्त-मस्तिष्क बाधा (blood-brain barrier) को पार कर सकता है, जबकि डोपामाइन स्वयं ऐसा नहीं कर सकता। एक बार मस्तिष्क में प्रवेश करने के बाद, लेवोडोपा को डोपामाइन में परिवर्तित कर दिया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): पार्किंसन रोग में मस्तिष्क में डोपामाइन की कमी हो जाती है। लेवोडोपा (L-DOPA) को डोपा डीकार्बोक्सिलेज (DOPA decarboxylase) नामक एंजाइम द्वारा मस्तिष्क में डोपामाइन में परिवर्तित किया जाता है, जिससे डोपामाइन के स्तर को बढ़ाने में मदद मिलती है और पार्किंसन के लक्षणों, विशेष रूप से कंपकंपी और कठोरता में सुधार होता है। सेरोटोनिन मनोदशा, नींद और भूख से जुड़ा है। एसिटाइलकोलाइन मांसपेशियों के संकुचन और सीखने से जुड़ा है, जबकि गाबा मस्तिष्क में एक निरोधात्मक (inhibitory) न्यूरोट्रांसमीटर है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  3. लेवोडोपा जैसे औषधीय यौगिकों को शरीर में उनके लक्षित स्थल तक पहुँचाने के लिए अक्सर ‘जेल’ (Gel) जैसे औषधीय रूपों का उपयोग किया जाता है। ‘जेल’ को रसायन विज्ञान में किस प्रकार के मिश्रण के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है?

    • (a) वास्तविक विलयन (True Solution)
    • (b) निलंबन (Suspension)
    • (c) कोलाइडल विलयन (Colloidal Solution)
    • (d) पायस (Emulsion)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मिश्रणों को उनके कणों के आकार के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है: वास्तविक विलयन में बहुत छोटे कण होते हैं, निलंबन में बड़े कण होते हैं जो व्यवस्थित हो सकते हैं, और कोलाइडल विलयन में मध्यवर्ती आकार के कण होते हैं जो व्यवस्थित नहीं होते।

    व्याख्या (Explanation): जेल एक प्रकार का कोलाइडल विलयन है जिसमें एक तरल फैलाव माध्यम (dispersed medium) के रूप में कार्य करता है और एक ठोस फैला हुआ चरण (dispersed phase) के रूप में। इसमें कणों का आकार 1 nm से 1000 nm के बीच होता है, जो उन्हें वास्तविक विलयन से बड़ा और निलंबन से छोटा बनाता है। इस मध्यवर्ती आकार के कारण, जेल अर्ध-ठोस या चिपचिपा बनावट प्रदर्शित करते हैं। पायस (emulsion) एक प्रकार का कोलाइड है जिसमें एक तरल में दूसरा तरल फैला हुआ होता है (जैसे दूध)।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  4. पार्किंसन रोग के मुख्य लक्षणों में से एक अनैच्छिक कंपकंपी (tremors) है। भौतिकी के संदर्भ में, कंपकंपी को क्या माना जा सकता है?

    • (a) एक प्रकार की तरंग गति (Wave Motion)
    • (b) दोलन गति (Oscillatory Motion)
    • (c) घूर्णी गति (Rotational Motion)
    • (d) स्थानांतरण गति (Translational Motion)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): दोलन गति वह गति है जिसमें कोई वस्तु एक माध्य स्थिति (mean position) के इधर-उधर या आगे-पीछे बार-बार चलती है। कंपकंपी में भी शरीर के अंग एक निश्चित बिंदु के आसपास दोहराई जाने वाली गति करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): कंपकंपी शरीर के एक या अधिक भागों की अनैच्छिक, लयबद्ध, दोलन गति है। यह एक माध्य स्थिति के आसपास नियमित, आवधिक गति को दर्शाता है, जो दोलन गति की परिभाषा के अनुरूप है। तरंग गति ऊर्जा के संचरण से संबंधित है, घूर्णी गति एक अक्ष के चारों ओर घूमना है, और स्थानांतरण गति एक सीधी रेखा में गति है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  5. मानव शरीर में तंत्रिका आवेगों (nerve impulses) का संचरण मुख्य रूप से किसके कारण होता है?

    • (a) रक्त का प्रवाह (Blood Flow)
    • (b) आयनों की गति (Movement of Ions)
    • (c) हार्मोन का स्राव (Hormone Secretion)
    • (d) मांसपेशियों का संकुचन (Muscle Contraction)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): तंत्रिका आवेग विद्युत-रासायनिक संकेत होते हैं जो तंत्रिका कोशिकाओं (न्यूरॉन्स) के बीच और भीतर फैलते हैं, जिसमें आयन चैनलों के माध्यम से आयनों (मुख्य रूप से सोडियम और पोटेशियम) की गति शामिल होती है।

    व्याख्या (Explanation): तंत्रिका आवेग न्यूरॉन की कोशिका झिल्ली में सोडियम (Na+) और पोटेशियम (K+) आयनों के त्वरित संचलन के माध्यम से उत्पन्न और प्रसारित होते हैं। यह आयनिक गति झिल्ली क्षमता में बदलाव लाती है, जिससे एक क्रिया क्षमता (action potential) उत्पन्न होती है जो न्यूरॉन के साथ फैलती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  6. रसायन विज्ञान में, लेवोडोपा एक अमीनो एसिड व्युत्पन्न है। एक अमीनो एसिड में आवश्यक रूप से कौन से दो कार्यात्मक समूह (functional groups) मौजूद होते हैं?

    • (a) हाइड्रॉक्सिल समूह (-OH) और एल्डिहाइड समूह (-CHO)
    • (b) कार्बोक्सिल समूह (-COOH) और अमीनो समूह (-NH2)
    • (c) कीटोन समूह (C=O) और एस्टर समूह (-COO-)
    • (d) ईथर समूह (-O-) और थायोल समूह (-SH)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अमीनो एसिड कार्बनिक यौगिक होते हैं जिनमें कम से कम एक अमीनो समूह और एक कार्बोक्सिल समूह होता है, जो प्रोटीन के निर्माण खंड होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): सभी अमीनो एसिड में एक केंद्रीय कार्बन परमाणु होता है जिससे एक अमीनो समूह (-NH2), एक कार्बोक्सिल समूह (-COOH), एक हाइड्रोजन परमाणु और एक विशिष्ट साइड चेन (R-समूह) जुड़ा होता है। ये दोनों कार्यात्मक समूह अमीनो एसिड को उनके अम्लीय और क्षारीय गुण प्रदान करते हैं और पेप्टाइड बॉन्ड बनाने में महत्वपूर्ण होते हैं। लेवोडोपा भी एक प्रकार का अमीनो एसिड है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  7. प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) में प्रकाश ऊर्जा का रासायनिक ऊर्जा में रूपांतरण किस प्रकार का परिवर्तन है?

    • (a) भौतिक परिवर्तन (Physical Change)
    • (b) रासायनिक परिवर्तन (Chemical Change)
    • (c) नाभिकीय परिवर्तन (Nuclear Change)
    • (d) जैविक परिवर्तन (Biological Change)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रासायनिक परिवर्तन वे होते हैं जिनमें नए पदार्थ बनते हैं जिनकी रासायनिक पहचान मूल पदार्थों से भिन्न होती है।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण एक रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें पौधे कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को प्रकाश ऊर्जा का उपयोग करके ग्लूकोज (एक चीनी) और ऑक्सीजन में परिवर्तित करते हैं। इस प्रक्रिया में नए रासायनिक बंध बनते हैं और नए रासायनिक यौगिकों का निर्माण होता है, इसलिए यह एक रासायनिक परिवर्तन है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  8. रक्त परिसंचरण (blood circulation) की खोज किसने की थी?

    • (a) रॉबर्ट कोच (Robert Koch)
    • (b) विलियम हार्वे (William Harvey)
    • (c) लुई पाश्चर (Louis Pasteur)
    • (d) एडवर्ड जेनर (Edward Jenner)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): शरीर विज्ञान में रक्त परिसंचरण एक मूलभूत अवधारणा है जो शरीर के सभी हिस्सों में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों के परिवहन को नियंत्रित करती है।

    व्याख्या (Explanation): विलियम हार्वे (1578-1657) एक अंग्रेजी चिकित्सक थे जिन्होंने प्रायोगिक अवलोकन के माध्यम से रक्त परिसंचरण के तंत्र की खोज की और इसका सही ढंग से वर्णन किया। रॉबर्ट कोच जीवाणु विज्ञान के संस्थापक थे, लुई पाश्चर ने पाश्चराइजेशन और कई टीकों का आविष्कार किया, और एडवर्ड जेनर ने चेचक के टीके का आविष्कार किया।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  9. एक ध्वनि तरंग की आवृत्ति (frequency) 50 Hz है। यदि इसकी तरंगदैर्ध्य (wavelength) 4 मीटर है, तो ध्वनि तरंग की गति (speed) क्या होगी?

    • (a) 12.5 m/s
    • (b) 200 m/s
    • (c) 54 m/s
    • (d) 0.08 m/s

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): तरंग की गति, आवृत्ति और तरंगदैर्ध्य के बीच संबंध इस सूत्र द्वारा दिया जाता है: गति (v) = आवृत्ति (f) × तरंगदैर्ध्य (λ)।

    व्याख्या (Explanation):
    दिया गया है:
    आवृत्ति (f) = 50 Hz
    तरंगदैर्ध्य (λ) = 4 मीटर
    गति (v) = f × λ
    v = 50 Hz × 4 मीटर
    v = 200 m/s

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  10. मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (gland) कौन सी है?

    • (a) थायराइड ग्रंथि (Thyroid Gland)
    • (b) अग्न्याशय (Pancreas)
    • (c) यकृत (Liver)
    • (d) पीयूष ग्रंथि (Pituitary Gland)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ग्रंथियां वे अंग हैं जो शरीर में विभिन्न कार्यों के लिए पदार्थ स्रावित करती हैं। यकृत शरीर की सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि है।

    व्याख्या (Explanation): यकृत मानव शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है। यह पित्त का उत्पादन, रक्त विषहरण, प्रोटीन संश्लेषण और ग्लाइकोजन भंडारण सहित कई महत्वपूर्ण कार्य करता है। थायराइड ग्रंथि चयापचय को नियंत्रित करने वाले हार्मोन का उत्पादन करती है। अग्न्याशय इंसुलिन और पाचन एंजाइमों का उत्पादन करता है। पीयूष ग्रंथि एक छोटी, मटर के आकार की ग्रंथि है जो कई हार्मोन को नियंत्रित करती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  11. निम्नलिखित में से कौन सा एक नोबल गैस (Noble Gas) नहीं है?

    • (a) हीलियम (Helium)
    • (b) नियॉन (Neon)
    • (c) क्लोरीन (Chlorine)
    • (d) आर्गन (Argon)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): नोबल गैसें रासायनिक तत्वों का एक समूह हैं जिनमें मानक परिस्थितियों में बहुत कम रासायनिक अभिक्रियाशीलता होती है। वे आवर्त सारणी के समूह 18 में स्थित हैं।

    व्याख्या (Explanation): हीलियम (He), नियॉन (Ne), आर्गन (Ar), क्रिप्टॉन (Kr), क्सीनन (Xe), और रेडॉन (Rn) नोबल गैसें हैं। ये गैसें अपने पूर्ण बाहरी इलेक्ट्रॉन कोश के कारण अत्यधिक स्थिर होती हैं। क्लोरीन (Cl) एक हैलोजन है, जो समूह 17 का एक अत्यधिक अभिक्रियाशील तत्व है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  12. एक उत्तल दर्पण (convex mirror) द्वारा निर्मित प्रतिबिंब की प्रकृति हमेशा कैसी होती है?

    • (a) वास्तविक और उलटा (Real and Inverted)
    • (b) वास्तविक और सीधा (Real and Erect)
    • (c) आभासी और सीधा (Virtual and Erect)
    • (d) आभासी और उलटा (Virtual and Inverted)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): उत्तल दर्पण प्रकाश को अपसारित (diverge) करते हैं और हमेशा एक विशिष्ट प्रकार का प्रतिबिंब बनाते हैं, चाहे वस्तु कहीं भी रखी हो।

    व्याख्या (Explanation): उत्तल दर्पण हमेशा वस्तु का एक आभासी, सीधा और छोटा प्रतिबिंब बनाते हैं। यह प्रतिबिंब दर्पण के पीछे बनता है। इसका उपयोग अक्सर वाहनों के साइड मिरर (rear-view mirrors) के रूप में किया जाता है क्योंकि वे एक बड़ा दृश्य क्षेत्र प्रदान करते हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  13. निम्नलिखित में से कौन सा विटामिन जल में घुलनशील (water-soluble) है?

    • (a) विटामिन A
    • (b) विटामिन C
    • (c) विटामिन D
    • (d) विटामिन K

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विटामिन को उनकी घुलनशीलता के आधार पर दो मुख्य श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है: जल में घुलनशील और वसा में घुलनशील।

    व्याख्या (Explanation): विटामिन C (एस्कॉर्बिक एसिड) और सभी B-कॉम्प्लेक्स विटामिन जल में घुलनशील होते हैं। ये शरीर में जमा नहीं होते हैं और मूत्र के माध्यम से बाहर निकल जाते हैं, इसलिए इनकी नियमित आपूर्ति आवश्यक होती है। विटामिन A, D, E और K वसा में घुलनशील विटामिन हैं, जो वसा ऊतकों में और यकृत में जमा हो सकते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  14. निम्नलिखित में से किस धातु का गलनांक (melting point) सबसे कम है?

    • (a) सोना (Gold)
    • (b) चांदी (Silver)
    • (c) पारा (Mercury)
    • (d) तांबा (Copper)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): गलनांक वह तापमान है जिस पर कोई पदार्थ ठोस अवस्था से तरल अवस्था में बदलता है। पारा कमरे के तापमान पर तरल अवस्था में रहने वाली एकमात्र धातु है।

    व्याख्या (Explanation): पारा (Mercury, Hg) का गलनांक -38.83°C है, जो इसे कमरे के तापमान पर तरल रहने वाली एकमात्र धातु बनाता है। सोना (1064°C), चांदी (961.78°C) और तांबा (1085°C) सभी धातुओं का गलनांक पारे की तुलना में बहुत अधिक है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  15. विद्युत धारा (electric current) को मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?

    • (a) वोल्टमीटर (Voltmeter)
    • (b) एमीटर (Ammeter)
    • (c) गैल्वेनोमीटर (Galvanometer)
    • (d) ओममीटर (Ohmmeter)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विभिन्न विद्युत मापदंडों को मापने के लिए विशेष उपकरण होते हैं। एमीटर को परिपथ में श्रेणीक्रम में जोड़ा जाता है।

    व्याख्या (Explanation): एमीटर (Ammeter) एक उपकरण है जिसका उपयोग किसी विद्युत परिपथ में विद्युत धारा (एम्पीयर में) को मापने के लिए किया जाता है। वोल्टमीटर का उपयोग दो बिंदुओं के बीच विभवांतर (voltage) को मापने के लिए किया जाता है। गैल्वेनोमीटर एक संवेदनशील उपकरण है जो परिपथ में छोटी धाराओं का पता लगाता है। ओममीटर का उपयोग विद्युत प्रतिरोध (resistance) को मापने के लिए किया जाता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  16. मस्तिष्क की सुरक्षा के लिए कौन सी तीन परतें होती हैं?

    • (a) पेरीकार्डियम, प्लूरा, पेरिटोनियम
    • (b) ड्यूरा मेटर, अराक्नॉइड मेटर, पिया मेटर
    • (c) एपिडर्मिस, डर्मिस, हाइपोडर्मिस
    • (d) कॉर्निया, रेटिना, स्क्लेरा

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मानव शरीर में, महत्वपूर्ण अंगों को सुरक्षात्मक झिल्ली द्वारा ढका और सहारा दिया जाता है। मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी को मेनिन्जेस नामक तीन परत वाली झिल्ली से ढका जाता है।

    व्याख्या (Explanation): ड्यूरा मेटर (सबसे बाहरी), अराक्नॉइड मेटर (मध्य), और पिया मेटर (सबसे भीतरी) मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी को घेरे हुए तीन सुरक्षात्मक परतें हैं जिन्हें सामूहिक रूप से मेनिन्जेस कहा जाता है। पेरीकार्डियम हृदय की परत है, प्लूरा फेफड़ों की परत है, और पेरिटोनियम पेट की गुहा की परत है। एपिडर्मिस, डर्मिस, हाइपोडर्मिस त्वचा की परतें हैं। कॉर्निया, रेटिना, स्क्लेरा आंख के भाग हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  17. पानी की स्थायी कठोरता (permanent hardness) को दूर करने के लिए किस रसायन का उपयोग किया जाता है?

    • (a) सोडियम क्लोराइड (Sodium Chloride)
    • (b) वाशिंग सोडा (Washing Soda)
    • (c) फिटकरी (Alum)
    • (d) चूना (Lime)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पानी की स्थायी कठोरता कैल्शियम और मैग्नीशियम के सल्फेट्स और क्लोराइड्स के कारण होती है, जिन्हें उबालने से दूर नहीं किया जा सकता। इन्हें हटाने के लिए रासायनिक विधियों का उपयोग किया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): वाशिंग सोडा (सोडियम कार्बोनेट, Na2CO3) का उपयोग पानी की स्थायी कठोरता को दूर करने के लिए किया जाता है। यह कठोरता पैदा करने वाले कैल्शियम और मैग्नीशियम आयनों के साथ प्रतिक्रिया करके अघुलनशील कार्बोनेट बनाते हैं, जो अवक्षेपित (precipitate) होकर बाहर निकल जाते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  18. मानव आंख के किस भाग पर वस्तु का प्रतिबिंब बनता है?

    • (a) कॉर्निया (Cornea)
    • (b) आइरिस (Iris)
    • (c) पुतली (Pupil)
    • (d) रेटिना (Retina)

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मानव आंख एक प्राकृतिक ऑप्टिकल उपकरण है जो प्रकाश को केंद्रित करके रेटिना पर एक वास्तविक और उलटा प्रतिबिंब बनाता है।

    व्याख्या (Explanation): रेटिना आंख के पिछले हिस्से में स्थित प्रकाश-संवेदनशील परत है। लेंस से होकर आने वाला प्रकाश रेटिना पर केंद्रित होता है, जहां यह एक वास्तविक और उलटा प्रतिबिंब बनाता है। ये प्रकाश संकेत ऑप्टिक तंत्रिका के माध्यम से मस्तिष्क तक भेजे जाते हैं, जो उन्हें सीधी छवि के रूप में व्याख्या करता है। कॉर्निया आंख का सामने का पारदर्शी भाग है, आइरिस रंगीन भाग है, और पुतली वह छेद है जो आंख में प्रवेश करने वाले प्रकाश की मात्रा को नियंत्रित करता है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  19. निम्नलिखित में से कौन सा एक रोग जीवाणु (Bacteria) के कारण होता है?

    • (a) खसरा (Measles)
    • (b) पोलियो (Polio)
    • (c) टीबी (Tuberculosis)
    • (d) इन्फ्लूएंजा (Influenza)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रोग विभिन्न प्रकार के सूक्ष्मजीवों जैसे बैक्टीरिया, वायरस, कवक और प्रोटोजोआ के कारण हो सकते हैं।

    व्याख्या (Explanation): टीबी (तपेदिक) माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस (Mycobacterium tuberculosis) नामक जीवाणु के कारण होता है। खसरा, पोलियो और इन्फ्लूएंजा (फ्लू) सभी वायरस के कारण होने वाले रोग हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  20. जंग लगने की प्रक्रिया (Rusting) में लोहे के साथ कौन सी गैस अभिक्रिया करती है?

    • (a) नाइट्रोजन (Nitrogen)
    • (b) हाइड्रोजन (Hydrogen)
    • (c) ऑक्सीजन (Oxygen)
    • (d) कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon Dioxide)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जंग लगना एक रासायनिक प्रक्रिया है जिसे ऑक्सीकरण (oxidation) कहा जाता है, जिसमें धातुएं ऑक्सीजन और नमी की उपस्थिति में अपने ऑक्साइड बनाती हैं।

    व्याख्या (Explanation): जंग लगना लोहे या लोहे के मिश्र धातुओं की सतह पर हाइड्रेटेड फेरिक ऑक्साइड (Fe2O3.nH2O) के निर्माण की एक प्रक्रिया है। यह तब होता है जब लोहा ऑक्सीजन (हवा से) और पानी (नमी) के संपर्क में आता है। समीकरण Fe + O2 + H2O → Fe2O3.nH2O है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  21. परमाणु रिएक्टरों (Nuclear Reactors) में मंदक (moderator) के रूप में किस पदार्थ का उपयोग किया जाता है?

    • (a) भारी जल (Heavy Water)
    • (b) साधारण जल (Ordinary Water)
    • (c) कैडमियम (Cadmium)
    • (d) यूरेनियम (Uranium)

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): परमाणु रिएक्टरों में, मंदक का कार्य तेज न्यूट्रॉन की गति को धीमा करना है ताकि वे विखंडन (fission) प्रतिक्रियाओं को बनाए रख सकें।

    व्याख्या (Explanation): परमाणु रिएक्टरों में न्यूट्रॉन मंदक के रूप में भारी जल (D2O) और ग्रेफाइट का आमतौर पर उपयोग किया जाता है। वे तेज न्यूट्रॉन को थर्मल न्यूट्रॉन में धीमा कर देते हैं, जिससे यूरेनियम-235 का विखंडन अधिक प्रभावी ढंग से होता है। साधारण जल भी मंदक के रूप में कार्य कर सकता है लेकिन भारी जल अधिक प्रभावी है। कैडमियम का उपयोग नियंत्रण छड़ (control rods) के रूप में किया जाता है, जो न्यूट्रॉन को अवशोषित करके श्रृंखला अभिक्रिया को नियंत्रित करती हैं। यूरेनियम ईंधन है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  22. डीएनए (DNA) का डबल हेलिक्स मॉडल किसने प्रस्तावित किया था?

    • (a) हर गोबिंद खुराना (Har Gobind Khorana)
    • (b) वाटसन और क्रिक (Watson and Crick)
    • (c) मेंडेल (Mendel)
    • (d) डार्विन (Darwin)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): डीएनए आनुवंशिक जानकारी का वाहक है, और इसकी डबल हेलिक्स संरचना जैविक प्रक्रियाओं को समझने के लिए महत्वपूर्ण है।

    व्याख्या (Explanation): जेम्स वाटसन और फ्रांसिस क्रिक ने 1953 में डीएनए की डबल हेलिक्स संरचना का प्रस्ताव रखा, जो रोजालिंड फ्रैंकलिन और मौरिस विल्किन्स के एक्स-रे विवर्तन डेटा पर आधारित था। हर गोबिंद खुराना ने आनुवंशिक कोड को समझने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। मेंडेल ने आनुवंशिकता के नियमों की खोज की, और डार्विन ने प्राकृतिक चयन द्वारा विकास का सिद्धांत प्रतिपादित किया।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  23. निम्नलिखित में से कौन सा एक अदिश राशि (Scalar Quantity) का उदाहरण है?

    • (a) बल (Force)
    • (b) वेग (Velocity)
    • (c) दूरी (Distance)
    • (d) त्वरण (Acceleration)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): भौतिक राशियों को उनके पास दिशा है या नहीं, इसके आधार पर अदिश या सदिश के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। अदिश राशियों में केवल परिमाण होता है, जबकि सदिश राशियों में परिमाण और दिशा दोनों होती हैं।

    व्याख्या (Explanation): दूरी एक अदिश राशि है क्योंकि इसमें केवल परिमाण होता है (जैसे 5 किलोमीटर)। बल, वेग और त्वरण सदिश राशियां हैं क्योंकि इनमें परिमाण के साथ-साथ दिशा भी होती है। उदाहरण के लिए, वेग में गति (परिमाण) और गति की दिशा दोनों शामिल हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  24. मृदा में नाइट्रेट्स (nitrates) को नाइट्रोजन गैस में बदलने की प्रक्रिया क्या कहलाती है?

    • (a) नाइट्रीकरण (Nitrification)
    • (b) अमोनीकरण (Ammonification)
    • (c) विनाइट्रीकरण (Denitrification)
    • (d) नाइट्रोजन स्थिरीकरण (Nitrogen Fixation)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): नाइट्रोजन चक्र में विभिन्न सूक्ष्मजीवों द्वारा नाइट्रोजन यौगिकों के विभिन्न रूप में रूपांतरण शामिल है।

    व्याख्या (Explanation): विनाइट्रीकरण वह प्रक्रिया है जिसमें विनाइट्रीकारक बैक्टीरिया (जैसे स्यूडोमोनास) नाइट्रेट्स (NO3-) को गैसीय नाइट्रोजन (N2) में वापस परिवर्तित करते हैं, जो वायुमंडल में लौट जाती है। नाइट्रीकरण अमोनिया को नाइट्रेट में परिवर्तित करना है। अमोनीकरण कार्बनिक नाइट्रोजन को अमोनिया में परिवर्तित करना है। नाइट्रोजन स्थिरीकरण वायुमंडलीय नाइट्रोजन को अमोनिया में परिवर्तित करना है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  25. निम्नलिखित में से कौन सा पॉलीमर (Polymer) प्राकृतिक रूप से पाया जाता है?

    • (a) पॉलीथीन (Polyethylene)
    • (b) पीवीसी (PVC)
    • (c) स्टार्च (Starch)
    • (d) नायलॉन (Nylon)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पॉलिमर लंबी श्रृंखला वाले अणु होते हैं जो मोनोमर नामक दोहराई जाने वाली इकाइयों से बने होते हैं। वे प्राकृतिक या सिंथेटिक हो सकते हैं।

    व्याख्या (Explanation): स्टार्च एक प्राकृतिक पॉलीमर है जो ग्लूकोज मोनोमर्स से बना होता है और पौधों में ऊर्जा भंडारण के रूप में कार्य करता है। पॉलीथीन, पीवीसी (पॉलीविनाइल क्लोराइड) और नायलॉन सभी सिंथेटिक पॉलिमर हैं जिन्हें मानव द्वारा निर्मित किया जाता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  26. सूर्य की ऊर्जा का मुख्य स्रोत क्या है?

    • (a) नाभिकीय विखंडन (Nuclear Fission)
    • (b) नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion)
    • (c) रेडियोधर्मिता (Radioactivity)
    • (d) रासायनिक प्रतिक्रियाएं (Chemical Reactions)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): तारों की ऊर्जा का स्रोत उनके कोर में होने वाली भारी नाभिकीय प्रतिक्रियाएं हैं, जहां हल्के नाभिक मिलकर भारी नाभिक बनाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): सूर्य और अन्य तारों की ऊर्जा का मुख्य स्रोत नाभिकीय संलयन है। इस प्रक्रिया में, हाइड्रोजन के हल्के नाभिक अत्यधिक उच्च तापमान और दबाव में मिलकर हीलियम जैसे भारी नाभिक बनाते हैं, जिससे भारी मात्रा में ऊर्जा निकलती है। नाभिकीय विखंडन परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में उपयोग की जाने वाली प्रक्रिया है, जहां भारी नाभिक टूटते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

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