मराठा साम्राज्य की सैन्य शक्ति: 12 किलों को विश्व धरोहर स्थल में शामिल किया गया
चर्चा में क्यों? (Why in News?): हाल ही में, यूनेस्को ने 17वीं-19वीं शताब्दी के 12 मराठा किलों को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी है, जो मराठा साम्राज्य की सैन्य और वास्तुशिल्प महत्ता को रेखांकित करता है। यह भारत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जिससे देश में विश्व धरोहर स्थलों की संख्या बढ़कर 44 हो गई है।
यह घोषणा मराठा साम्राज्य के इतिहास, वास्तुकला और सैन्य रणनीतियों पर नए सिरे से ध्यान आकर्षित करती है। यह ब्लॉग पोस्ट मराठा मिलिट्री लैंडस्केप के महत्व, इसके निर्माण, सांस्कृतिक प्रभाव, और यूनेस्को की मान्यता के निहितार्थों पर चर्चा करेगा। इसके साथ ही, हम UPSC परीक्षा की दृष्टि से इस विषय की प्रासंगिकता पर भी प्रकाश डालेंगे।
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मराठा मिलिट्री लैंडस्केप: एक ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
मराठा साम्राज्य, 17वीं से 19वीं शताब्दी तक भारतीय उपमहाद्वीप में एक प्रभावशाली शक्ति था। इस साम्राज्य का विस्तार और सफलता अपने कुशल सैन्य संगठन और रणनीतियों के कारण थी। मराठा शासकों ने दुर्गों के निर्माण पर विशेष ध्यान दिया, जो न केवल रणनीतिक महत्व के थे, बल्कि वास्तुशिल्प उत्कृष्टता के भी उदाहरण थे। ये किले न केवल रक्षा के लिए थे, बल्कि प्रशासनिक केंद्र, व्यापारिक केंद्र और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में भी कार्य करते थे।
इन किलों का निर्माण पहाड़ी क्षेत्रों में हुआ, जिसने उन्हें दुश्मनों के लिए पहुँचना मुश्किल बना दिया। उनकी रणनीतिक स्थिति, जटिल डिजाइन और मजबूत संरचना ने उन्हें लम्बे समय तक घेराबंदी का सामना करने में सक्षम बनाया।
12 विश्व धरोहर स्थल के रूप में शामिल किले:
- सिंहगढ़
- रायगढ़
- प्रतापगढ़
- पुरंदर
- कोलापुर
- पावनगढ़
- लोहागढ़
- विजयनगर
- तोरणा
- ओन्हार
- पन्हाळा
- रत्नागिरी
ये किले अपने विशिष्ट वास्तुशिल्प शैली, मजबूत दीवारें, जटिल जल प्रणाली और सुरंगों के लिए जाने जाते हैं।
महत्व और प्रभाव
मराठा मिलिट्री लैंडस्केप के यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में शामिल होने का महत्व कई पहलुओं में है:
- सांस्कृतिक महत्व: यह मराठा साम्राज्य की सैन्य और वास्तुशिल्प विरासत को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करता है।
- पर्यटन: यह पर्यटन को बढ़ावा देगा और स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को मजबूत करेगा।
- संरक्षण: यूनेस्को की मान्यता इन किलों के संरक्षण और रखरखाव के लिए अधिक निवेश और प्रयास लाएगी।
- ऐतिहासिक अनुसंधान: यह आगे ऐतिहासिक अनुसंधान और अध्ययन को प्रोत्साहित करेगा।
चुनौतियाँ और आगे का रास्ता
हालांकि, इन किलों के संरक्षण और रखरखाव से जुड़ी कई चुनौतियाँ भी हैं:
- जलवायु परिवर्तन: जलवायु परिवर्तन से इन किलों को नुकसान पहुंच सकता है।
- अतिक्रमण: अतिक्रमण इन किलों की संरचना को नुकसान पहुंचा सकता है।
- रखरखाव: इन विशाल किलों के रखरखाव के लिए काफी निवेश की आवश्यकता है।
- जागरूकता: इन किलों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है।
इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए, सरकार, स्थानीय समुदाय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। एक व्यापक संरक्षण योजना विकसित की जानी चाहिए जिसमें सामुदायिक भागीदारी, सतत पर्यटन और उपयुक्त तकनीक का उपयोग शामिल हो।
UPSC परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न (Practice Questions for UPSC Exam)
प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 10 MCQs
- हाल ही में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल सूची में शामिल मराठा किलों की संख्या कितनी है?
- निम्नलिखित में से कौन सा किला मराठा मिलिट्री लैंडस्केप का हिस्सा नहीं है?
- मराठा किलों के निर्माण की प्रमुख विशेषता क्या थी?
- मराठा मिलिट्री लैंडस्केप की यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता से क्या लाभ हैं?
- मराठा मिलिट्री लैंडस्केप के संरक्षण से जुड़ी प्रमुख चुनौतियों का उल्लेख कीजिए।
- मराठा किलों का निर्माण किस काल में हुआ था?
- मराठा किलों की वास्तुकला की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- मराठा किलों के रणनीतिक महत्व पर संक्षेप में प्रकाश डालिए।
- मराठा मिलिट्री लैंडस्केप के संरक्षण के लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए?
- मराठा मिलिट्री लैंडस्केप का अध्ययन UPSC परीक्षा के किस भाग में प्रासंगिक है?
उत्तर और व्याख्या: (उत्तर और व्याख्या यहाँ प्रदान किए जाएँगे। प्रश्न के संदर्भ में विभिन्न विकल्प दिए जाएँगे ताकि एक बहुविकल्पीय प्रश्न का सही उत्तर स्पष्ट हो सके।)
मुख्य परीक्षा (Mains)
- मराठा मिलिट्री लैंडस्केप के यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में शामिल होने के सांस्कृतिक, आर्थिक और राजनीतिक महत्व पर विस्तार से चर्चा कीजिए।
- मराठा किलों के संरक्षण से जुड़ी चुनौतियों का विश्लेषण कीजिए और इन चुनौतियों से निपटने के लिए एक व्यापक रणनीति सुझाइए।
- मराठा साम्राज्य के सैन्य संगठन और रणनीतियों की भूमिका और इन किलों के निर्माण में उनके योगदान का मूल्यांकन कीजिए।
- मराठा मिलिट्री लैंडस्केप की भारत के पर्यटन क्षेत्र पर क्या प्रभाव पड़ सकता है? इसके लिए एक व्यापक रणनीति बनाएँ जिससे अधिकतम लाभ मिल सके।