सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: भूकंपीय तरंगों से लेकर जीवन की उत्पत्ति तक
परिचय:** प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान की एक मजबूत पकड़ आवश्यक है। यह खंड आपको भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के महत्वपूर्ण विषयों पर आधारित उच्च-गुणवत्ता वाले बहुविकल्पीय प्रश्नों (MCQs) का अभ्यास करने में मदद करेगा। प्रत्येक प्रश्न के साथ विस्तृत हल और स्पष्टीकरण दिया गया है ताकि आपकी अवधारणात्मक समझ मजबूत हो सके। अपनी तैयारी को परखें और परीक्षा के लिए तैयार रहें!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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भूकंपीय तरंगों में, कौन सी तरंगें पृथ्वी की सतह पर सबसे अधिक विनाशकारी होती हैं?
- (a) प्राथमिक तरंगें (P-waves)
- (b) द्वितीयक तरंगें (S-waves)
- (c) सतही तरंगें (Surface waves)
- (d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भूकंपीय तरंगों को उनके प्रसार के तरीके और पृथ्वी की संरचना के साथ उनकी अंतःक्रिया के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है। प्राथमिक (P) और द्वितीयक (S) तरंगें पृथ्वी के आंतरिक भाग से गुजरती हैं, जबकि सतही तरंगें पृथ्वी की सतह के साथ यात्रा करती हैं।
व्याख्या (Explanation): सतही तरंगें, जैसे कि लव तरंगें (Love waves) और रेले तरंगें (Rayleigh waves), पृथ्वी की सतह पर भारी दोलन (oscillation) पैदा करती हैं। ये तरंगें अधिक आयाम वाली होती हैं और पृथ्वी की संरचना के साथ अधिक ऊर्जा का क्षय करती हैं, जिसके परिणामस्वरूप सबसे अधिक विनाशकारी प्रभाव पड़ता है। P-waves और S-waves पृथ्वी के भीतर तेजी से यात्रा करती हैं और आमतौर पर कम विनाशकारी होती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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भूकंप के दौरान उत्पन्न होने वाली प्राथमिक तरंगें (P-waves) किस प्रकार की तरंगें होती हैं?
- (a) अनुप्रस्थ तरंगें (Transverse waves)
- (b) अनुदैर्ध्य तरंगें (Longitudinal waves)
- (c) विद्युत चुम्बकीय तरंगें (Electromagnetic waves)
- (d) ध्वनि तरंगें (Sound waves)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तरंगों को उनके कणों के कंपन की दिशा के आधार पर अनुदैर्ध्य (longitudinal) या अनुप्रस्थ (transverse) के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। अनुदैर्ध्य तरंगों में, कण तरंग के प्रसार की दिशा के समानांतर कंपन करते हैं, जबकि अनुप्रस्थ तरंगों में, कण तरंग के प्रसार की दिशा के लंबवत कंपन करते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्राथमिक तरंगें (P-waves) संपीड़न (compression) और विरलन (rarefaction) के रूप में आगे बढ़ती हैं। इसमें माध्यम के कण तरंग के प्रसार की दिशा के समानांतर आगे-पीछे होते हैं। यह अनुदैर्ध्य तरंगों की विशेषता है। द्वितीयक तरंगें (S-waves) अनुप्रस्थ तरंगें होती हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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भूकंपीय तरंगों का पता लगाने और उन्हें रिकॉर्ड करने के लिए उपयोग किए जाने वाले उपकरण को क्या कहा जाता है?
- (a) बैरोमीटर (Barometer)
- (b) सिस्मोग्राफ (Seismograph)
- (c) एनिमोमीटर (Anemometer)
- (d) हाइड्रोमीटर (Hydrometer)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विभिन्न वैज्ञानिक उपकरण विशिष्ट भौतिक मात्राओं को मापने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
व्याख्या (Explanation): सिस्मोग्राफ एक उपकरण है जिसका उपयोग पृथ्वी की सतह के हिलने (seismic activity) को मापने और रिकॉर्ड करने के लिए किया जाता है, जो भूकंप, ज्वालामुखी विस्फोट और अन्य प्रकार की भूकंपीय गतिविधि के कारण हो सकते हैं। बैरोमीटर वायुमंडलीय दबाव को मापता है, एनिमोमीटर हवा की गति को मापता है, और हाइड्रोमीटर तरल पदार्थों के विशिष्ट गुरुत्वाकर्षण को मापता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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भूकंपीय गतिविधि से जुड़ा एक संभावित खतरा त्सुनामी है। सुनामी की उत्पत्ति का मुख्य कारण क्या है?
- (a) वायुमंडलीय दबाव में अचानक परिवर्तन
- (b) समुद्री तल में अचानक भूगर्भीय हलचल (जैसे भूकंप या भूस्खलन)
- (c) चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण खिंचाव
- (d) उल्कापिंड का समुद्र में गिरना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सुनामी विशाल समुद्री लहरें हैं जो आमतौर पर पानी के नीचे भूकंप, ज्वालामुखी विस्फोट, भूस्खलन या उल्कापिंड के प्रभाव से उत्पन्न होती हैं, जो समुद्र तल को विस्थापित करती हैं।
व्याख्या (Explanation): जब समुद्री तल पर अचानक और महत्वपूर्ण भूगर्भीय हलचल होती है, जैसे कि एक शक्तिशाली भूकंप जो समुद्र तल को ऊपर या नीचे विस्थापित करता है, तो यह बड़ी मात्रा में पानी को विस्थापित करता है। यह विस्थापित पानी लहरों की एक श्रृंखला के रूप में बाहर की ओर बढ़ता है, जो यात्रा करके सुनामी का निर्माण करती हैं। वायुमंडलीय दबाव या चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण आमतौर पर सुनामी का कारण नहीं बनते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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तरल पदार्थों की चिपचिपाहट (viscosity) को मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?
- (a) हाइग्रोमीटर (Hygrometer)
- (b) विस्कोमीटर (Viscometer)
- (c) स्पेक्ट्रोमीटर (Spectrometer)
- (d) कैलोरिमिटर (Calorimeter)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विभिन्न भौतिक गुणों को मापने के लिए विशिष्ट वैज्ञानिक उपकरण होते हैं।
व्याख्या (Explanation): विस्कोमीटर एक उपकरण है जिसका उपयोग तरल पदार्थ की चिपचिपाहट को मापने के लिए किया जाता है। चिपचिपाहट किसी तरल पदार्थ के प्रवाह के प्रतिरोध का माप है। हाइग्रोमीटर आर्द्रता को मापता है, स्पेक्ट्रोमीटर प्रकाश के स्पेक्ट्रम का विश्लेषण करता है, और कैलोरिमिटर गर्मी की मात्रा को मापता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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सूर्य से पृथ्वी तक ऊष्मा का संचरण मुख्य रूप से किस विधि द्वारा होता है?
- (a) चालन (Conduction)
- (b) संवहन (Convection)
- (c) विकिरण (Radiation)
- (d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊष्मा संचरण की तीन मुख्य विधियाँ हैं: चालन (ठोस पदार्थों में), संवहन (तरल और गैसों में) और विकिरण (विद्युत चुम्बकीय तरंगों के माध्यम से)।
व्याख्या (Explanation): सूर्य से पृथ्वी तक की यात्रा करने वाली ऊष्मा निर्वात (space) से होकर गुजरती है, जहाँ चालन और संवहन संभव नहीं हैं। सूर्य ऊष्मा को विद्युत चुम्बकीय तरंगों के रूप में उत्सर्जित करता है, जिसे विकिरण कहते हैं, और ये तरंगें निर्वात से गुजरकर पृथ्वी तक पहुँचती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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किसी पदार्थ का तापमान बढ़ने पर उसकी विशिष्ट ऊष्मा (specific heat) पर क्या प्रभाव पड़ता है?
- (a) बढ़ती है
- (b) घटती है
- (c) अपरिवर्तित रहती है
- (d) पहले बढ़ती है फिर घटती है
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विशिष्ट ऊष्मा किसी पदार्थ की वह ऊष्मा मात्रा है जो उसके प्रति इकाई द्रव्यमान का तापमान एक डिग्री सेल्सियस (या केल्विन) बढ़ाने के लिए आवश्यक होती है। यह पदार्थ का एक आंतरिक गुण है।
व्याख्या (Explanation): किसी पदार्थ की विशिष्ट ऊष्मा आमतौर पर उसके तापमान पर निर्भर नहीं करती है (बहुत उच्च तापमान को छोड़कर, जहाँ कुछ प्रभाव हो सकते हैं)। यह पदार्थ की प्रकृति पर निर्भर करती है। इसलिए, जब किसी पदार्थ का तापमान बढ़ता है, तो उसकी विशिष्ट ऊष्मा आम तौर पर अपरिवर्तित रहती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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विद्युत धारा के ऊष्मीय प्रभाव के सिद्धांत पर कौन सा उपकरण कार्य करता है?
- (a) लाउडस्पीकर (Loudspeaker)
- (b) विद्युत स्त्री (Electric Iron)
- (c) माइक्रोफ़ोन (Microphone)
- (d) डायनेमो (Dynamo)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जूल का तापन नियम (Joule’s law of heating) बताता है कि जब किसी प्रतिरोधक से विद्युत धारा प्रवाहित होती है, तो ऊष्मा उत्पन्न होती है। ऊष्मा की मात्रा धारा के वर्ग, प्रतिरोध और समय के समानुपाती होती है (H = I²Rt)।
व्याख्या (Explanation): विद्युत स्त्री (इलेक्ट्रिक आयरन) में एक नाइक्रोम तार का हीटिंग एलिमेंट होता है। जब इस तार से विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है, तो प्रतिरोध के कारण यह गर्म हो जाता है और ऊष्मा उत्पन्न करता है, जिसका उपयोग कपड़े इस्त्री करने के लिए किया जाता है। लाउडस्पीकर विद्युत ऊर्जा को ध्वनि ऊर्जा में परिवर्तित करता है, माइक्रोफ़ोन ध्वनि ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है, और डायनेमो यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश का पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total Internal Reflection) किस स्थिति में होता है?
- (a) जब प्रकाश सघन माध्यम से विरल माध्यम में जाता है और आपतन कोण क्रांतिक कोण से कम होता है।
- (b) जब प्रकाश सघन माध्यम से विरल माध्यम में जाता है और आपतन कोण क्रांतिक कोण से अधिक होता है।
- (c) जब प्रकाश विरल माध्यम से सघन माध्यम में जाता है और आपतन कोण क्रांतिक कोण से अधिक होता है।
- (d) जब प्रकाश विरल माध्यम से सघन माध्यम में जाता है और आपतन कोण क्रांतिक कोण से कम होता है।
उत्तर: (b)हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पूर्ण आंतरिक परावर्तन तब होता है जब प्रकाश एक सघन माध्यम से एक विरल माध्यम में यात्रा कर रहा होता है, और आपतन कोण (angle of incidence) उस माध्यम के लिए क्रांतिक कोण (critical angle) से अधिक होता है। क्रांतिक कोण वह आपतन कोण है जिसके लिए अपवर्तन कोण (angle of refraction) 90 डिग्री होता है।
व्याख्या (Explanation): जब प्रकाश सघन से विरल माध्यम में जाता है, तो यह अभिलंब से दूर मुड़ता है। जैसे-जैसे आपतन कोण बढ़ता है, अपवर्तन कोण भी बढ़ता है। जब आपतन कोण क्रांतिक कोण के बराबर होता है, तो प्रकाश दोनों माध्यमों की सीमा पर समानांतर यात्रा करता है। यदि आपतन कोण क्रांतिक कोण से अधिक हो जाता है, तो प्रकाश सघन माध्यम में ही परावर्तित हो जाता है, न कि विरल माध्यम में प्रवेश करता है। यही पूर्ण आंतरिक परावर्तन है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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किसी चालक का प्रतिरोध (resistance) निम्न में से किस पर निर्भर नहीं करता है?
- (a) चालक की लंबाई
- (b) चालक का अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल
- (c) चालक का पदार्थ
- (d) चालक का रंग
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी चालक का प्रतिरोध (R) उसकी लंबाई (L), अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल (A), और पदार्थ की विशिष्ट प्रतिरोधकता (ρ) पर निर्भर करता है। सूत्र R = ρL/A है।
व्याख्या (Explanation): चालक का प्रतिरोध उसकी लंबाई के समानुपाती होता है (लंबा तार अधिक प्रतिरोध वाला होता है), उसके अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल के व्युत्क्रमानुपाती होता है (मोटा तार कम प्रतिरोध वाला होता है), और पदार्थ की प्रकृति (प्रतिरोधकता) पर निर्भर करता है। चालक का रंग प्रतिरोध को प्रभावित नहीं करता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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हाइड्रोजन बम किस सिद्धांत पर आधारित है?
- (a) नाभिकीय विखंडन (Nuclear fission)
- (b) नाभिकीय संलयन (Nuclear fusion)
- (c) विद्युत चुम्बकीय प्रेरण (Electromagnetic induction)
- (d) कैविटेशन (Cavitation)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परमाणु ऊर्जा मुख्य रूप से दो प्रक्रियाओं से प्राप्त होती है: नाभिकीय विखंडन (जब एक भारी परमाणु नाभिक दो या दो से अधिक हल्के नाभिकों में टूटता है) और नाभिकीय संलयन (जब दो हल्के परमाणु नाभिक मिलकर एक भारी नाभिक बनाते हैं)।
व्याख्या (Explanation): हाइड्रोजन बम (थर्मोन्यूक्लियर बम) नाभिकीय संलयन के सिद्धांत पर कार्य करता है। इसमें अत्यंत उच्च तापमान और दबाव पर हाइड्रोजन के समस्थानिक (ड्यूटेरियम और ट्रिटियम) के नाभिक आपस में मिलकर हीलियम नाभिक बनाते हैं, जिससे भारी मात्रा में ऊर्जा निकलती है। परमाणु बम नाभिकीय विखंडन पर आधारित होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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धातुओं के लिए सामान्यतः सत्य कथन कौन सा है?
- (a) वे ऊष्मा और विद्युत की कुचालक होती हैं।
- (b) वे कठोर और भंगुर होती हैं।
- (c) वे ऊष्मा और विद्युत की सुचालक होती हैं।
- (d) वे निम्न गलनांक वाली होती हैं।
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): धातुओं में मुक्त इलेक्ट्रॉन होते हैं जो उन्हें विशिष्ट गुण प्रदान करते हैं।
व्याख्या (Explanation): धातुओं की सबसे महत्वपूर्ण विशेषताओं में से एक यह है कि वे ऊष्मा और विद्युत की बहुत अच्छी सुचालक होती हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि उनकी क्रिस्टल संरचना में मुक्त इलेक्ट्रॉन होते हैं जो आसानी से घूम सकते हैं और आवेश या ऊष्मा का परिवहन कर सकते हैं। अधिकांश धातुएँ कठोर होती हैं (कुछ अपवादों को छोड़कर जैसे सोडियम), उनका गलनांक उच्च होता है, और वे तन्य (ductile) और आघातवर्धनीय (malleable) होती हैं, न कि भंगुर (brittle)।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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शुष्क सेल (dry cell) में किस अम्ल का उपयोग इलेक्ट्रोलाइट के रूप में किया जाता है?
- (a) सल्फ्यूरिक अम्ल (Sulfuric acid)
- (b) नाइट्रिक अम्ल (Nitric acid)
- (c) अमोनियम क्लोराइड (Ammonium chloride) और जिंक क्लोराइड (Zinc chloride) का पेस्ट
- (d) एसिटिक अम्ल (Acetic acid)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): शुष्क सेल एक प्राथमिक सेल है जो विद्युत ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए रासायनिक प्रतिक्रियाओं का उपयोग करता है। इसमें एक एनोड, एक कैथोड और एक इलेक्ट्रोलाइट होता है।
व्याख्या (Explanation): एक सामान्य शुष्क सेल (जैसे लेकलैंच सेल) में, मैंगनीज डाइऑक्साइड (MnO₂) कैथोड के रूप में कार्य करता है, जस्ता (Zn) एनोड के रूप में कार्य करता है, और इलेक्ट्रोलाइट अमोनियम क्लोराइड (NH₄Cl) और जिंक क्लोराइड (ZnCl₂) का एक अर्ध-ठोस पेस्ट होता है। सल्फ्यूरिक अम्ल का उपयोग लेड-एसिड बैटरी में होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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निम्न में से कौन सा अधातु (non-metal) कमरे के तापमान पर एक द्रव अवस्था में पाया जाता है?
- (a) लोहा (Iron)
- (b) ताँबा (Copper)
- (c) ब्रोमीन (Bromine)
- (d) ऑक्सीजन (Oxygen)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सामान्य तापमान और दबाव पर, तत्व विभिन्न अवस्थाओं (ठोस, द्रव, गैस) में मौजूद हो सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): ब्रोमीन (Br) आवर्त सारणी का एकमात्र अधातु है जो कमरे के तापमान (लगभग 20-25 डिग्री सेल्सियस) पर द्रव अवस्था में पाया जाता है। यह एक वाष्पशील, लाल-भूरे रंग का तरल है। लोहा, ताँबा और ऑक्सीजन कमरे के तापमान पर क्रमशः ठोस और गैस अवस्था में पाए जाते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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pH स्केल क्या मापता है?
- (a) किसी विलयन में हाइड्रोजन आयनों की सांद्रता (concentration of hydrogen ions)
- (b) किसी विलयन में हाइड्रॉक्साइड आयनों की सांद्रता (concentration of hydroxide ions)
- (c) किसी विलयन में नमक की मात्रा
- (d) किसी विलयन का घनत्व
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH स्केल किसी विलयन की अम्लता या क्षारीयता (acidity or alkalinity) को मापने का एक पैमाना है।
व्याख्या (Explanation): pH को किसी विलयन में हाइड्रोजन आयनों (H⁺) की सांद्रता के ऋणात्मक लघुगणक (negative logarithm) के रूप में परिभाषित किया जाता है। pH 7 तटस्थ होता है, 7 से कम अम्लीय होता है, और 7 से अधिक क्षारीय होता है। यह मूल रूप से H⁺ आयनों की सांद्रता का एक माप है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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ऑक्सीजन का एक परमाणु ऑक्सीजन के एक अणु (O₂) से कैसे भिन्न होता है?
- (a) ऑक्सीजन परमाणु में 16 न्यूट्रॉन होते हैं, जबकि ऑक्सीजन अणु में 32 न्यूट्रॉन होते हैं।
- (b) ऑक्सीजन परमाणु में 8 प्रोटॉन होते हैं, जबकि ऑक्सीजन अणु में 16 प्रोटॉन होते हैं।
- (c) ऑक्सीजन परमाणु में 8 प्रोटॉन होते हैं, जबकि ऑक्सीजन अणु में 16 प्रोटॉन और 16 न्यूट्रॉन होते हैं।
- (d) ऑक्सीजन परमाणु में 8 प्रोटॉन और 8 न्यूट्रॉन होते हैं, जबकि ऑक्सीजन अणु में 16 प्रोटॉन और 16 न्यूट्रॉन होते हैं।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एक परमाणु में प्रोटॉन की संख्या नाभिक में होती है और यह तत्व की पहचान करती है। एक अणु दो या दो से अधिक परमाणुओं से मिलकर बनता है।
व्याख्या (Explanation): ऑक्सीजन का परमाणु क्रमांक 8 है, जिसका अर्थ है कि प्रत्येक ऑक्सीजन परमाणु में 8 प्रोटॉन होते हैं। एक ऑक्सीजन अणु (O₂) में दो ऑक्सीजन परमाणु होते हैं, इसलिए इसमें कुल 8 + 8 = 16 प्रोटॉन होते हैं। परमाणु का द्रव्यमान संख्या (प्रोटॉन + न्यूट्रॉन) अलग हो सकती है (समस्थानिकों के कारण), लेकिन प्रोटॉन की संख्या तत्व की पहचान करती है। विकल्प (a) और (d) न्यूट्रॉन की संख्या के बारे में गलत हैं (सामान्य ऑक्सीजन के लिए न्यूट्रॉन की संख्या 8 होती है, 16 नहीं)। विकल्प (c) भी प्रोटॉन की संख्या के बारे में गलत है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (gland) कौन सी है?
- (a) पीयूष ग्रंथि (Pituitary gland)
- (b) थायराइड ग्रंथि (Thyroid gland)
- (c) अग्न्याशय (Pancreas)
- (d) यकृत (Liver)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर में विभिन्न ग्रंथियाँ होती हैं जो महत्वपूर्ण हार्मोन और एंजाइम स्रावित करती हैं।
व्याख्या (Explanation): यकृत (Liver) मानव शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है। यह कई महत्वपूर्ण कार्य करता है, जिसमें पित्त का उत्पादन, विषाक्त पदार्थों का निष्कासन और चयापचय शामिल है। पीयूष ग्रंथि छोटी होती है और मस्तिष्क के आधार पर स्थित होती है, थायराइड ग्रंथि गर्दन में होती है, और अग्न्याशय पेट के ऊपरी हिस्से में स्थित होता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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कोशिका झिल्ली (cell membrane) का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) कोशिका को संरचनात्मक सहायता प्रदान करना
- (b) कोशिका के अंदर आनुवंशिक सामग्री (DNA) को सुरक्षित रखना
- (c) कोशिका के अंदर और बाहर पदार्थों की गति को नियंत्रित करना
- (d) ऊर्जा का उत्पादन करना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिका झिल्ली एक अर्ध-पारगम्य (semi-permeable) बाधा है जो कोशिका के साइटोप्लाज्म को बाहरी वातावरण से अलग करती है।
व्याख्या (Explanation): कोशिका झिल्ली का प्राथमिक कार्य कोशिका के अंदर और बाहर पदार्थों (जैसे पोषक तत्व, अपशिष्ट उत्पाद, आयन) की गति को चयनात्मक रूप से (selectively) नियंत्रित करना है। यह कोशिका को बाहरी वातावरण से अलग करती है, लेकिन विशिष्ट पदार्थों को अंदर या बाहर जाने की अनुमति देती है। कोशिका की संरचनात्मक सहायता कोशिका भित्ति (पौधों और बैक्टीरिया में) द्वारा प्रदान की जाती है। DNA नाभिक में होता है (यूकेरियोटिक कोशिकाओं में)। ऊर्जा का उत्पादन माइटोकॉन्ड्रिया द्वारा किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पौधों में गैसों का आदान-प्रदान (जैसे CO₂ और O₂) मुख्य रूप से किस संरचना द्वारा होता है?
- (a) रंध्र (Stomata)
- (b) मूल रोम (Root hairs)
- (c) जाइलम (Xylem)
- (d) फ्लोएम (Phloem)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण और श्वसन के लिए गैसों का आदान-प्रदान पौधों के लिए महत्वपूर्ण है।
व्याख्या (Explanation): रंध्र (Stomata) छोटी छिद्र संरचनाएं होती हैं जो मुख्य रूप से पत्तियों की निचली सतह पर पाई जाती हैं। ये छिद्र कोशिकाओं (guard cells) से घिरे होते हैं और प्रकाश संश्लेषण के लिए कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) के प्रवेश और श्वसन के लिए ऑक्सीजन (O₂) के बाहर निकलने के साथ-साथ वाष्पोत्सर्जन (transpiration) की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मूल रोम जल और खनिज अवशोषण के लिए होते हैं, जबकि जाइलम और फ्लोएम परिवहन ऊतक हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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मानव रक्त परिसंचरण तंत्र में, ऑक्सीजन रहित रक्त (deoxygenated blood) हृदय के किस भाग में वापस आता है?
- (a) बायाँ अलिंद (Left atrium)
- (b) दायाँ अलिंद (Right atrium)
- (c) बायाँ निलय (Left ventricle)
- (d) दायाँ निलय (Right ventricle)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव हृदय में चार कक्ष होते हैं: दो अलिंद (atria) और दो निलय (ventricles)।
व्याख्या (Explanation): ऑक्सीजन रहित रक्त (जो शरीर से लौटा है) शिराओं (veins) के माध्यम से हृदय के दाएँ अलिंद (Right atrium) में प्रवेश करता है। फिर यह दाएँ अलिंद से दाएँ निलय (Right ventricle) में चला जाता है, जहाँ से इसे फेफड़ों में पंप किया जाता है ताकि वह ऑक्सीजन ग्रहण कर सके। ऑक्सीजन युक्त रक्त बाएँ अलिंद में प्रवेश करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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विटामिन सी (Vitamin C) की कमी से कौन सा रोग होता है?
- (a) रिकेट्स (Rickets)
- (b) बेरीबेरी (Beriberi)
- (c) स्कर्वी (Scurvy)
- (d) रतौंधी (Night blindness)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन विभिन्न प्रकार के महत्वपूर्ण पोषक तत्व हैं जो शरीर के सामान्य कार्यों के लिए आवश्यक हैं। उनकी कमी से विशिष्ट रोग हो सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): विटामिन सी (एस्कॉर्बिक एसिड) की कमी से स्कर्वी रोग होता है, जिसके लक्षणों में मसूड़ों से खून आना, थकान और घावों का धीरे-धीरे भरना शामिल है। रिकेट्स विटामिन डी की कमी से, बेरीबेरी विटामिन बी1 (थायमिन) की कमी से, और रतौंधी विटामिन ए की कमी से होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) के दौरान पौधे कौन सी गैस छोड़ते हैं?
- (a) कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon dioxide)
- (b) ऑक्सीजन (Oxygen)
- (c) नाइट्रोजन (Nitrogen)
- (d) मीथेन (Methane)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसका उपयोग पौधे सूर्य के प्रकाश, जल और कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करके अपना भोजन (ग्लूकोज) बनाने के लिए करते हैं, और इस प्रक्रिया के दौरान ऑक्सीजन छोड़ते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण का रासायनिक समीकरण इस प्रकार है: 6CO₂ + 6H₂O + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ (ग्लूकोज) + 6O₂। इस समीकरण से स्पष्ट है कि कार्बन डाइऑक्साइड और जल का उपयोग करके, पौधे ग्लूकोज (ऊर्जा) बनाते हैं और ऑक्सीजन गैस उप-उत्पाद के रूप में छोड़ते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मनुष्यों में, हड्डियों को मांसपेशियों से जोड़ने वाले ऊतक को क्या कहते हैं?
- (a) स्नायु (Ligament)
- (b) कण्डरा (Tendon)
- (c) उपास्थि (Cartilage)
- (d) एरियोलर ऊतक (Areolar tissue)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव कंकाल प्रणाली और पेशी प्रणाली में विभिन्न प्रकार के संयोजी ऊतक (connective tissues) होते हैं जो संरचनात्मक सहायता और गति प्रदान करते हैं।
व्याख्या (Explanation): कण्डरा (Tendon) संयोजी ऊतक का एक बैंड है जो मांसपेशियों को हड्डियों से जोड़ता है। स्नायु (Ligament) संयोजी ऊतक का एक बैंड है जो एक हड्डी को दूसरी हड्डी से जोड़ता है। उपास्थि एक लचीला ऊतक है जो हड्डियों के सिरों को कवर करता है और जोड़ों में सदमे अवशोषक के रूप में कार्य करता है। एरियोलर ऊतक अन्य ऊतकों को जोड़ने और सहारा देने का कार्य करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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डीएनए (DNA) का पूर्ण रूप क्या है?
- (a) डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (Deoxyribonucleic Acid)
- (b) डाईन्यूक्लिक एसिड (Dinucleic Acid)
- (c) डेल्टा न्यूक्लिक एसिड (Delta Nucleic Acid)
- (d) डीराइबोन्यूक्लिक एसिड (Deribonucleic Acid)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): डीएनए (DNA) सभी जीवित जीवों की आनुवंशिक सामग्री है, जो आनुवंशिक निर्देशों को कूटबद्ध करती है।
व्याख्या (Explanation): डीएनए का पूरा नाम डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (Deoxyribonucleic Acid) है। यह एक डबल हेलिक्स संरचना वाला अणु है जो आनुवंशिक जानकारी को वहन करता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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एटीएम (ATM) का पूरा नाम क्या है?
- (a) ऑटोमेटेड टेलर मशीन (Automated Teller Machine)
- (b) एनी टाइम मनी (Any Time Money)
- (c) एडवांस्ड ट्रांसमिशन मॉड्यूल (Advanced Transmission Module)
- (d) ऑटोमेटिक ट्रांसफर मशीन (Automatic Transfer Machine)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): संक्षिप्त नाम (acronyms) अक्सर सामान्य उपयोग में आने वाली प्रौद्योगिकी या प्रक्रियाओं के लिए प्रयोग किए जाते हैं।
व्याख्या (Explanation): एटीएम (ATM) का पूर्ण रूप ऑटोमेटेड टेलर मशीन (Automated Teller Machine) है। यह एक इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग आउटलेट है जो ग्राहकों को कुछ वित्तीय लेनदेन (जैसे नकदी निकालना, जमा करना, धन हस्तांतरण) करने की अनुमति देता है, बिना किसी मानव टेलर की सहायता के।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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