हीरे की चमक: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान का एक मजबूत आधार आवश्यक है। भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के सिद्धांतों की आपकी समझ सीधे तौर पर आपके प्रदर्शन को प्रभावित कर सकती है। “Doubling Down on Diamond” जैसे वर्तमान विषयों से प्रेरित होकर, हमने आपके ज्ञान का परीक्षण करने और आपकी तैयारी को तेज करने के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए 25 उच्च-गुणवत्ता वाले बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) तैयार किए हैं। आइए इन सवालों के माध्यम से अपनी वैज्ञानिक समझ को मजबूत करें!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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हीरा (Diamond) अपनी असाधारण कठोरता के लिए जाना जाता है। यह किस प्रकार के क्रिस्टल जालक (Crystal Lattice) का एक उदाहरण है?
- (a) आयनिक जालक (Ionic Lattice)
- (b) धात्विक जालक (Metallic Lattice)
- (c) सहसंयोजक जालक (Covalent Lattice) / नेटवर्क जालक (Network Lattice)
- (d) आणविक जालक (Molecular Lattice)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्रिस्टल जालक पदार्थों की आंतरिक संरचना को दर्शाते हैं, जहां परमाणु या अणु एक नियमित, आवर्ती पैटर्न में व्यवस्थित होते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु सहसंयोजक बंधों (covalent bonds) द्वारा चार अन्य कार्बन परमाणुओं से जुड़ा होता है, जिससे एक त्रि-आयामी (three-dimensional) विशाल सहसंयोजक नेटवर्क बनता है। यह मजबूत नेटवर्क हीरे को उसकी अत्यधिक कठोरता प्रदान करता है। आयनिक जालक आयनों से बने होते हैं, धात्विक जालक धातुओं के परमाणुओं से, और आणविक जालक अणुओं से बने होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे का अपवर्तनांक (Refractive Index) बहुत अधिक होता है। प्रकाशिकी (Optics) के किस सिद्धांत के कारण हीरे में ‘चमक’ (Brilliance) दिखाई देती है?
- (a) विवर्तन (Diffraction)
- (b) ध्रुवीकरण (Polarization)
- (c) परावर्तन (Reflection)
- (d) पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total Internal Reflection)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पूर्ण आंतरिक परावर्तन तब होता है जब प्रकाश सघन माध्यम से विरल माध्यम की ओर जाता है और आपतन कोण क्रांतिक कोण (critical angle) से अधिक होता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे का उच्च अपवर्तनांक (लगभग 2.42) एक छोटे क्रांतिक कोण (लगभग 24.4 डिग्री) की ओर ले जाता है। जब प्रकाश हीरे में प्रवेश करता है, तो यह कई बार आंतरिक रूप से परावर्तित होता है, जिससे प्रकाश बाहर निकलने से पहले उसमें फंस जाता है। यह बार-बार होने वाला पूर्ण आंतरिक परावर्तन हीरे से निकलने वाले प्रकाश को पकड़ लेता है, जिससे उसकी असाधारण चमक और ‘आग’ (fire) उत्पन्न होती है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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हीरा कार्बन का एक अपरूप (Allotrope) है। कार्बन के उस अपरूप का नाम बताइए जो एक अच्छी विद्युत चालक (Electrical Conductor) है।
- (a) हीरा (Diamond)
- (b) ग्रेफाइट (Graphite)
- (c) फुलरीन (Fullerene)
- (d) कोयला (Coal)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता इलेक्ट्रॉनों की गतिशीलता पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): ग्रेफाइट की परतों में, प्रत्येक कार्बन परमाणु केवल तीन अन्य कार्बन परमाणुओं से बंधा होता है, जिससे प्रत्येक कार्बन परमाणु पर एक अतिरिक्त (delocalized) इलेक्ट्रॉन बच जाता है। ये डेलोकलाइज्ड इलेक्ट्रॉन परतों के बीच स्वतंत्र रूप से घूम सकते हैं, जिससे ग्रेफाइट एक अच्छा विद्युत चालक बन जाता है। हीरा, इसके विपरीत, प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से बंधा होता है, जिसमें कोई मुक्त इलेक्ट्रॉन नहीं होता, इसलिए यह एक विद्युत रोधक (insulator) है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे का निर्माण पृथ्वी की सतह से काफी नीचे, उच्च दाब और उच्च ताप की स्थितियों में होता है। इन स्थितियों को किस प्रक्रिया द्वारा प्रयोगशाला में संश्लेषित (Synthesized) किया जा सकता है?
- (a) वाष्पीकरण (Evaporation)
- (b) उच्च दबाव संश्लेषण (High-Pressure Synthesis)
- (c) क्रिस्टलीकरण (Crystallization)
- (d) आसवन (Distillation)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रयोगशाला में कृत्रिम हीरे बनाने के लिए प्राकृतिक हीरे के निर्माण की स्थितियों का अनुकरण किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): प्रयोगशाला में कृत्रिम हीरे बनाने के लिए मुख्य विधि उच्च दाब संश्लेषण (High-Pressure Synthesis) है, जिसे अक्सर गर्म धातु उत्प्रेरक (hot metal catalyst) के साथ उच्च दाब वाले चेंबर में किया जाता है। यह विधि प्राकृतिक हीरे के निर्माण की भूगर्भीय (geological) परिस्थितियों की नकल करती है, जिससे कार्बन को हीरे में परिवर्तित किया जा सके।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे का रासायनिक सूत्र (Chemical Formula) क्या है?
- (a) SiO₂
- (b) C
- (c) CO₂
- (d) CH₄
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक सूत्र किसी यौगिक में तत्वों के परमाणुओं के प्रकार और संख्या को दर्शाता है।
व्याख्या (Explanation): हीरा कार्बन का एक शुद्ध रूप है। इसलिए, इसका रासायनिक सूत्र केवल तत्व ‘C’ द्वारा दर्शाया जाता है, जो एक कार्बन परमाणु का प्रतिनिधित्व करता है। SiO₂ सिलिकॉन डाइऑक्साइड (क्वार्ट्ज) है, CO₂ कार्बन डाइऑक्साइड है, और CH₄ मीथेन है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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शरीर में पाए जाने वाले सबसे कठोर जैविक पदार्थ (Biological Substance) का नाम बताइए, जो दांतों के इनेमल (Tooth Enamel) में पाया जाता है।
- (a) कैल्साइट (Calcite)
- (b) हाइड्रॉक्सीपैटाइट (Hydroxyapatite)
- (c) कोलेजन (Collagen)
- (d) एनेमल (Enamel)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जैविक पदार्थ विभिन्न खनिजों और प्रोटीन से बने होते हैं, जो उन्हें विशिष्ट गुण प्रदान करते हैं।
व्याख्या (Explanation): दांतों का इनेमल, जो शरीर का सबसे कठोर पदार्थ है, मुख्य रूप से हाइड्रॉक्सीपैटाइट (Hydroxyapatite) नामक एक खनिज से बना होता है। जबकि ‘एनेमल’ स्वयं पदार्थ है, हाइड्रॉक्सीपैटाइट इसका मुख्य घटक है जो इसकी कठोरता प्रदान करता है। कैल्साइट एक खनिज है, और कोलेजन एक प्रोटीन है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे का विशिष्ट गुरुत्व (Specific Gravity) लगभग 3.52 होता है। विशिष्ट गुरुत्व की इकाई क्या है?
- (a) ग्राम प्रति घन सेंटीमीटर (g/cm³)
- (b) किलोग्राम प्रति घन मीटर (kg/m³)
- (c) कोई इकाई नहीं (No Unit)
- (d) पाउंड प्रति घन इंच (lb/in³)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विशिष्ट गुरुत्व किसी पदार्थ के घनत्व और एक संदर्भ पदार्थ (आमतौर पर 4°C पर पानी) के घनत्व का अनुपात है।
व्याख्या (Explanation): विशिष्ट गुरुत्व दो घनत्वों का अनुपात है, और चूंकि इकाइयों का विभाजन हो जाता है, इसलिए विशिष्ट गुरुत्व एक इकाई रहित (dimensionless) राशि है। यह केवल एक संख्या है जो दर्शाती है कि कोई पदार्थ पानी की तुलना में कितना सघन या विरल है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे को तराशने (Cutting) और पॉलिश (Polishing) करने के लिए अक्सर हीरे का ही उपयोग क्यों किया जाता है?
- (a) यह सस्ता होता है।
- (b) यह बहुत नरम होता है।
- (c) यह बहुत कठोर होता है।
- (d) यह हवा में स्थिर होता है।
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कठोरता किसी पदार्थ की खरोंच या घर्षण का विरोध करने की क्षमता है।
व्याख्या (Explanation): मोह्स कठोरता पैमाने (Mohs Hardness Scale) पर, हीरे को 10 की कठोरता रेटिंग दी गई है, जो इसे ज्ञात सबसे कठोर प्राकृतिक पदार्थों में से एक बनाती है। इसलिए, हीरे को तराशने या पॉलिश करने के लिए, आपको उससे भी कठोर पदार्थ की आवश्यकता होती है, या उसी पदार्थ के छोटे कणों का उपयोग करना होता है जो अपघर्षक (abrasive) के रूप में कार्य करते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे का उपयोग इलेक्ट्रॉनिक्स में किस विशेष अनुप्रयोग (Application) के लिए किया जा सकता है?
- (a) तापरोधक (Insulator) के रूप में
- (b) अर्धचालक (Semiconductor) के रूप में (डॉप्ड होने पर)
- (c) चालक (Conductor) के रूप में
- (d) चुंबक (Magnet) के रूप में
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कुछ पदार्थों को डोपिंग (doping) द्वारा उनके विद्युत गुणों को बदला जा सकता है।
व्याख्या (Explanation): शुद्ध हीरा एक विद्युत रोधक है। हालांकि, बोरॉन (boron) जैसे तत्वों के साथ डोप किए जाने पर, हीरे अर्धचालक के रूप में कार्य कर सकते हैं। हीरे के अर्धचालक में उच्च तापीय चालकता (thermal conductivity) और रासायनिक स्थिरता जैसे उत्कृष्ट गुण होते हैं, जो उन्हें विशेष इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में संभावित अनुप्रयोगों के लिए आकर्षक बनाते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश की किस घटना के कारण हीरा इंद्रधनुषी रंग (Rainbow Colors) बिखेरता है, जिसे ‘फायर’ (Fire) भी कहते हैं?
- (a) अवशोषण (Absorption)
- (b) प्रकीर्णन (Scattering)
- (c) विवर्तन (Diffraction)
- (d) परिक्षेपण (Dispersion)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परिक्षेपण वह घटना है जहाँ प्रकाश के विभिन्न रंग (तरंगदैर्ध्य) एक माध्यम से गुजरते समय अलग-अलग कोणों पर मुड़ते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे का उच्च परिक्षेपण (dispersion) क्षमता, जो उसके उच्च अपवर्तनांक के साथ मिलकर काम करती है, प्रकाश के विभिन्न रंगों को अलग-अलग कोणों पर मोड़ने का कारण बनती है। जब सफेद प्रकाश हीरे में प्रवेश करता है, तो यह विभिन्न रंगों में विभाजित हो जाता है, जो तब बाहर निकलते समय अलग-अलग दिशाओं में दिखाई देते हैं, जिससे इंद्रधनुषी रंग उत्पन्न होते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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हीरे के निर्माण की भूगर्भीय प्रक्रिया के लिए कौन सी गैस सबसे अधिक जिम्मेदार मानी जाती है?
- (a) ऑक्सीजन (O₂)
- (b) मीथेन (CH₄)
- (c) नाइट्रोजन (N₂)
- (d) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भूवैज्ञानिक प्रक्रियाओं में रासायनिक यौगिकों की भूमिका।
व्याख्या (Explanation): ऐसा माना जाता है कि पृथ्वी के मेंटल (mantle) में उच्च दाब और तापमान पर मौजूद मीथेन (CH₄) हीरे के निर्माण के लिए कार्बन का प्राथमिक स्रोत है। मीथेन का विघटन (decomposition) कार्बन परमाणुओं को मुक्त करता है जो हीरे के रूप में क्रिस्टलीकृत होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मोह्स कठोरता पैमाने (Mohs Hardness Scale) पर हीरे का मान कितना होता है?
- (a) 1
- (b) 5
- (c) 7
- (d) 10
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मोह्स कठोरता पैमाना खनिजों की सापेक्ष कठोरता को मापने की एक विधि है।
व्याख्या (Explanation): मोह्स कठोरता पैमाने में, हीरे को 10 का मान दिया गया है, जो इसे इस पैमाने पर सबसे कठोर पदार्थ बनाता है। इसका मतलब है कि हीरा पैमाने पर 9 या उससे कम कठोरता वाले किसी भी खनिज को खरोंच सकता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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हीरा उच्च ताप का प्रतिरोध कर सकता है, लेकिन हवा में ऑक्सीजन के साथ उच्च तापमान पर यह किस गैस में परिवर्तित हो जाएगा?
- (a) कार्बन मोनोऑक्साइड (CO)
- (b) मीथेन (CH₄)
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)
- (d) सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): दहन (Combustion) एक रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें एक पदार्थ ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया करता है, जिससे ऊष्मा और प्रकाश उत्पन्न होता है।
व्याख्या (Explanation): हवा में उच्च तापमान पर, कार्बन (हीरे का रूप) ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया करके कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) गैस बनाता है। यह दहन की एक मानक प्रतिक्रिया है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे को ‘कार्बन का राजा’ क्यों कहा जाता है?
- (a) क्योंकि यह सबसे सस्ता कार्बन यौगिक है।
- (b) क्योंकि यह कार्बन का सबसे जटिल अपरूप है।
- (c) क्योंकि यह कार्बन का सबसे कठोर और सबसे कीमती अपरूप है।
- (d) क्योंकि यह आसानी से उपलब्ध है।
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी पदार्थ के विशिष्ट गुण उसे मूल्यवान बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे को ‘कार्बन का राजा’ कहा जाता है क्योंकि यह कार्बन का सबसे कठोर ज्ञात रूप है और इसके असाधारण गुणों (चमक, कठोरता, अपवर्तनांक) के कारण यह अत्यंत मूल्यवान है। यह अन्य कार्बन अपरूपों जैसे ग्रेफाइट की तुलना में बहुत अधिक दुर्लभ और महंगा भी है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जीव विज्ञान में, कोशिकाओं के अंदर ऊर्जा उत्पादन की प्राथमिक प्रक्रिया को क्या कहा जाता है?
- (a) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)
- (b) श्वसन (Respiration)
- (c) किण्वन (Fermentation)
- (d) ट्रांसक्रिप्शन (Transcription)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिकीय श्वसन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा कोशिकाएं भोजन (जैसे ग्लूकोज) को तोड़कर एटीपी (ATP) के रूप में ऊर्जा उत्पन्न करती हैं।
व्याख्या (Explanation): कोशिकीय श्वसन (Cellular Respiration) सभी जीवित जीवों में ऊर्जा उत्पादन की मुख्य प्रक्रिया है। इसमें ऑक्सीजन का उपयोग करके ग्लूकोज को तोड़ना और ऊर्जा (ATP), कार्बन डाइऑक्साइड और पानी का उत्पादन करना शामिल है। प्रकाश संश्लेषण पौधों में होता है, किण्वन ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में होता है, और ट्रांसक्रिप्शन डीएनए से आरएनए का निर्माण है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पौधे सूर्य के प्रकाश का उपयोग करके अपना भोजन स्वयं बनाते हैं। इस प्रक्रिया को क्या कहते हैं?
- (a) श्वसन (Respiration)
- (b) वाष्पोत्सर्जन (Transpiration)
- (c) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)
- (d) निषेचन (Fertilization)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव सूर्य के प्रकाश का उपयोग करके कार्बनिक यौगिक (जैसे ग्लूकोज) बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण में, पौधे क्लोरोफिल (chlorophyll) नामक वर्णक की मदद से सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा को अवशोषित करते हैं, कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) और पानी (H₂O) का उपयोग करके ग्लूकोज (C₆H₁₂O₆) और ऑक्सीजन (O₂) बनाते हैं। यह पौधों के लिए ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में सबसे छोटी हड्डी (Smallest Bone) कौन सी है?
- (a) ह्यूमरस (Humerus)
- (b) स्टेप्स (Stapes)
- (c) फीमर (Femur)
- (d) कलाई की हड्डी (Carpal Bone)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव कंकाल प्रणाली में विभिन्न आकार और कार्य की हड्डियां होती हैं।
व्याख्या (Explanation): मानव शरीर में सबसे छोटी हड्डी मध्य कान (middle ear) में स्थित स्टेप्स (Stapes) है। यह ध्वनि तरंगों को आंतरिक कान तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ह्यूमरस ऊपरी बांह की हड्डी है, फीमर जांघ की हड्डी है, और कलाई की हड्डियां (कार्पल) छोटी होती हैं लेकिन स्टेप्स से बड़ी होती हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा विटामिन रक्त के थक्के जमने (Blood Clotting) के लिए आवश्यक है?
- (a) विटामिन ए (Vitamin A)
- (b) विटामिन सी (Vitamin C)
- (c) विटामिन डी (Vitamin D)
- (d) विटामिन के (Vitamin K)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विभिन्न विटामिन शरीर के विभिन्न कार्यों के लिए आवश्यक होते हैं, जिनमें चयापचय (metabolism) और रक्त जमावट (coagulation) शामिल हैं।
व्याख्या (Explanation): विटामिन के (Vitamin K) यकृत (liver) में कुछ प्रोथ्रोम्बिन (prothrombin) जैसे रक्त जमावट कारकों (clotting factors) के संश्लेषण के लिए आवश्यक है। इसकी कमी से रक्तस्राव का खतरा बढ़ जाता है। विटामिन ए दृष्टि के लिए, विटामिन सी प्रतिरक्षा प्रणाली और संयोजी ऊतकों (connective tissues) के लिए, और विटामिन डी कैल्शियम अवशोषण के लिए महत्वपूर्ण है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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पौधों में गैसों के आदान-प्रदान (Gas Exchange) के लिए जिम्मेदार संरचनाएं क्या कहलाती हैं?
- (a) जाइलम (Xylem)
- (b) फ्लोएम (Phloem)
- (c) रंध्र (Stomata)
- (d) जड़ (Root)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पौधों में गैसों का आदान-प्रदान स्टोमेटा नामक विशेष छिद्रों के माध्यम से होता है।
व्याख्या (Explanation): रंध्र (Stomata) पत्ती की सतह पर छोटे छिद्र होते हैं, जो गार्ड कोशिकाओं (guard cells) से घिरे होते हैं। वे कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) के प्रवेश और ऑक्सीजन (O₂) और जल वाष्प (H₂O) के निकास को नियंत्रित करते हैं, जो प्रकाश संश्लेषण और श्वसन के लिए आवश्यक हैं। जाइलम पानी के परिवहन के लिए है, फ्लोएम शर्करा के परिवहन के लिए है, और जड़ें पानी और पोषक तत्वों को अवशोषित करती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव पाचन तंत्र में, कार्बोहाइड्रेट का पाचन सबसे पहले किस अंग में शुरू होता है?
- (a) छोटी आँत (Small Intestine)
- (b) पेट (Stomach)
- (c) मुख (Mouth)
- (d) बड़ी आँत (Large Intestine)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पाचन एक क्रमिक प्रक्रिया है जो विभिन्न एंजाइमों की सहायता से मुख से शुरू होती है।
व्याख्या (Explanation): मुंह में, लार (saliva) में एमाइलेज (amylase) नामक एक एंजाइम होता है जो स्टार्च (एक जटिल कार्बोहाइड्रेट) को सरल शर्करा में तोड़ना शुरू कर देता है। पेट में प्रोटीन का पाचन शुरू होता है, और छोटी आंत में अधिकांश पाचन और अवशोषण होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कौन सा हार्मोन ‘लड़ो या भागो’ (Fight or Flight) प्रतिक्रिया के लिए जिम्मेदार है?
- (a) इंसुलिन (Insulin)
- (b) एड्रेनालाईन (Adrenaline)
- (c) थायरोक्सिन (Thyroxine)
- (d) ग्रोथ हार्मोन (Growth Hormone)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एड्रेनालाईन (एपिनेफ्रीन) एड्रेनल ग्रंथि (adrenal gland) द्वारा स्रावित एक हार्मोन है जो शरीर की ‘लड़ो या भागो’ प्रतिक्रिया को सक्रिय करता है।
व्याख्या (Explanation): जब कोई व्यक्ति खतरे का सामना करता है, तो एड्रेनालाईन का स्राव हृदय गति, रक्तचाप और श्वास दर को बढ़ाता है, जिससे शरीर को तनावपूर्ण स्थिति से निपटने के लिए तैयार किया जाता है। इंसुलिन रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है, थायरोक्सिन चयापचय को नियंत्रित करता है, और ग्रोथ हार्मोन विकास को बढ़ावा देता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव आंख में प्रकाश किस क्रम से प्रवेश करता है?
- (a) कॉर्निया → लेंस → पुतली → रेटिना
- (b) पुतली → कॉर्निया → लेंस → रेटिना
- (c) कॉर्निया → पुतली → लेंस → रेटिना
- (d) लेंस → कॉर्निया → पुतली → रेटिना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाशिकी (Optics) में, प्रकाश एक विशिष्ट मार्ग का अनुसरण करता है, और आंखों में यह विभिन्न माध्यमों से गुजरता है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश सबसे पहले आंख के सामने पारदर्शी झिल्ली, कॉर्निया (Cornea) में प्रवेश करता है। इसके बाद यह पुतली (Pupil) से होकर गुजरता है, जो आंख में प्रवेश करने वाले प्रकाश की मात्रा को नियंत्रित करती है। अंत में, यह लेंस (Lens) से गुजरता है, जो प्रकाश को रेटिना (Retina) पर केंद्रित करता है, जहां छवि बनती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा पदार्थ विद्युत का सबसे अच्छा चालक (Best Conductor of Electricity) है?
- (a) रबर (Rubber)
- (b) तांबा (Copper)
- (c) प्लास्टिक (Plastic)
- (d) लकड़ी (Wood)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता परमाणुओं में मुक्त इलेक्ट्रॉनों की उपलब्धता पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): तांबा (Copper) एक उत्कृष्ट विद्युत चालक है क्योंकि इसके परमाणुओं में मुक्त इलेक्ट्रॉन होते हैं जो विद्युत प्रवाह को आसानी से प्रवाहित होने देते हैं। रबर, प्लास्टिक और लकड़ी विद्युत के कुचालक (insulators) हैं क्योंकि उनमें मुक्त इलेक्ट्रॉन नहीं होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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ध्वनि की गति (Speed of Sound) सबसे अधिक किस माध्यम में होती है?
- (a) हवा (Air)
- (b) पानी (Water)
- (c) स्टील (Steel)
- (d) निर्वात (Vacuum)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि तरंगें माध्यम के कणों के कंपन से फैलती हैं, और माध्यम की सघनता और लोच (elasticity) ध्वनि की गति को प्रभावित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि की गति माध्यम के घनत्व और लोच पर निर्भर करती है। ठोस पदार्थों में, कण बहुत करीब होते हैं और कंपन आसानी से स्थानांतरित हो जाते हैं, जिससे गति अधिक होती है। स्टील एक सघन और लोचदार ठोस है, इसलिए ध्वनि की गति इसमें हवा या पानी की तुलना में बहुत अधिक होती है। निर्वात में ध्वनि बिल्कुल भी यात्रा नहीं कर सकती क्योंकि ध्वनि तरंगों को फैलने के लिए माध्यम की आवश्यकता होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण (Gravity) की कमी का अनुभव क्यों करते हैं?
- (a) क्योंकि वे बहुत तेज गति से यात्रा कर रहे हैं।
- (b) क्योंकि पृथ्वी से उनकी दूरी बहुत अधिक है।
- (c) क्योंकि वे स्वतंत्र रूप से गिर रहे हैं (Freefall)।
- (d) क्योंकि अंतरिक्ष में कोई हवा नहीं है।
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): गुरुत्वाकर्षण हमेशा मौजूद रहता है, लेकिन ‘भारहीनता’ (weightlessness) या गुरुत्वाकर्षण की कमी का अनुभव वास्तव में निरंतर मुक्त पतन (freefall) के कारण होता है।
व्याख्या (Explanation): अंतरिक्ष यान (जैसे अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन – ISS) पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है, जिसका अर्थ है कि यह लगातार पृथ्वी की ओर गिर रहा है, लेकिन साथ ही यह इतनी तेज गति से क्षैतिज रूप से आगे बढ़ रहा है कि यह कभी भी पृथ्वी से टकराता नहीं है। यह निरंतर मुक्त पतन अंतरिक्ष यात्रियों को भारहीनता का अनुभव कराता है, न कि इसलिए कि गुरुत्वाकर्षण अनुपस्थित है, बल्कि इसलिए कि वे और उनका यान एक साथ गिर रहे हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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चुंबकीय क्षेत्र (Magnetic Field) का पता लगाने या मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?
- (a) बैरोमीटर (Barometer)
- (b) अमीटर (Ammeter)
- (c) गैल्वेनोमीटर (Galvanometer)
- (d) वोल्टमीटर (Voltmeter)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विभिन्न भौतिक राशियों को मापने के लिए विशेष उपकरणों का उपयोग किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): गैल्वेनोमीटर एक उपकरण है जिसका उपयोग विद्युत धाराओं का पता लगाने और मापने के लिए किया जाता है। जबकि यह सीधे चुंबकीय क्षेत्र को नहीं मापता है, यह चुंबकीय क्षेत्र में परिवर्तन के कारण होने वाली विद्युत धाराओं का पता लगा सकता है, जिससे चुंबकीय क्षेत्र का अप्रत्यक्ष मापन संभव होता है। हालांकि, विशेष रूप से चुंबकीय क्षेत्र को मापने के लिए अधिक विशिष्ट उपकरण (जैसे मैग्नेटोमीटर) भी मौजूद हैं। दिए गए विकल्पों में, गैल्वेनोमीटर चुंबकीय प्रभावों से संबंधित विद्युत धाराओं का पता लगाने का सबसे प्रासंगिक उपकरण है। बैरोमीटर वायुमंडलीय दबाव मापता है, अमीटर विद्युत धारा मापता है, और वोल्टमीटर विभवान्तर (potential difference) मापता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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