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सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें

सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें

परिचय:** प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान एक अत्यंत महत्वपूर्ण खंड है। चाहे वह भौतिकी हो, रसायन विज्ञान हो या जीव विज्ञान, इन विषयों की गहरी समझ आपको अनगिनत सवालों के जवाब देने में मदद करती है। अपने ज्ञान का परीक्षण करने और अपनी तैयारी को मजबूत करने के लिए, हमने इन महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्नों (MCQs) का एक सेट तैयार किया है। इन प्रश्नों को हल करने से आपको न केवल वर्तमान ज्ञान का आकलन करने में मदद मिलेगी, बल्कि आपको उन क्षेत्रों की पहचान करने में भी सहायता मिलेगी जहाँ आपको और अधिक ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। आइए, इन सवालों के साथ अपनी विज्ञान की समझ को निखारें!


सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)

  1. निम्नलिखित में से कौन सी गंध पहचानने वाली ‘कृत्रिम नाक’ (Artificial ‘nose’) के पीछे का मुख्य सिद्धांत है?

    • (a) रासायनिक प्रतिक्रियाओं की भविष्यवाणी
    • (b) गंध अणुओं के साथ सेंसर की विशिष्ट अंतःक्रिया
    • (c) ध्वनि तरंगों का विश्लेषण
    • (d) प्रकाश के वर्णक्रमीय विश्लेषण

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रासायनिक सेंसर (Chemical Sensors) का उपयोग।

    व्याख्या (Explanation): कृत्रिम नाक (Artificial Nose) में, विशेष प्रकार के रासायनिक सेंसर का उपयोग किया जाता है जो विशिष्ट गंध अणुओं (odorant molecules) के संपर्क में आने पर प्रतिक्रिया करते हैं। यह प्रतिक्रिया विद्युत संकेत में परिवर्तित हो जाती है, जिसे फिर विश्लेषण के लिए संसाधित किया जाता है। प्रत्येक गंध अणु की एक अनूठी रासायनिक संरचना होती है, जो सेंसर के साथ एक विशेष तरीके से इंटरैक्ट करती है, जैसे कि एक चाबी ताले में फिट होती है। यह विशिष्ट अंतःक्रिया ही कृत्रिम नाक को विभिन्न गंधों को पहचानने की क्षमता प्रदान करती है। अन्य विकल्प, जैसे कि रासायनिक प्रतिक्रियाओं की भविष्यवाणी, ध्वनि तरंगों का विश्लेषण या प्रकाश के वर्णक्रमीय विश्लेषण, गंध की पहचान के लिए प्रत्यक्ष तंत्र नहीं हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  2. ‘कृत्रिम नाक’ द्वारा गंध को पहचानने के लिए उपयोग किए जाने वाले सेंसर आमतौर पर किस प्रकार की सामग्री से बने होते हैं?

    • (a) प्लास्टिक पॉलिमर
    • (b) धातु ऑक्साइड अर्धचालक
    • (c) कार्बन नैनोट्यूब
    • (d) उपर्युक्त सभी

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रासायनिक संवेदन (Chemical Sensing) के लिए विभिन्न सामग्रियों का उपयोग।

    व्याख्या (Explanation): कृत्रिम नाक में उपयोग किए जाने वाले सेंसर अत्यधिक विविध हो सकते हैं। इनमें प्लास्टिक पॉलिमर, धातु ऑक्साइड अर्धचालक (जैसे टिन डाइऑक्साइड, जिंक ऑक्साइड), और कार्बन नैनोट्यूब जैसी सामग्री शामिल हैं। इन सामग्रियों की सतहें गंध अणुओं के साथ विशिष्ट रूप से परस्पर क्रिया करती हैं, जिससे सेंसर के विद्युत या ऑप्टिकल गुणों में परिवर्तन होता है। विभिन्न सामग्रियों का उपयोग विभिन्न प्रकार की गंधों और उनकी सांद्रता के प्रति संवेदनशीलता को अनुकूलित करने की अनुमति देता है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  3. जब कोई गंध अणु कृत्रिम नाक में लगे सेंसर से बंधता है, तो निम्नलिखित में से कौन सा भौतिक परिवर्तन सबसे अधिक संभावना है?

    • (a) सेंसर का रंग बदलना
    • (b) सेंसर के विद्युत प्रतिरोध में परिवर्तन
    • (c) सेंसर का आकार बढ़ना
    • (d) सेंसर से ध्वनि का उत्सर्जन

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): गैस सेंसर के संचालन का सिद्धांत।

    व्याख्या (Explanation): कई रासायनिक सेंसर, विशेष रूप से धातु ऑक्साइड अर्धचालक और कुछ पॉलिमर-आधारित सेंसर, गंध अणुओं के अधिशोषण (adsorption) पर अपने विद्युत प्रतिरोध में परिवर्तन प्रदर्शित करते हैं। जब गंध के अणु सेंसर की सतह पर बंधते हैं, तो वे सामग्री की चालकता को प्रभावित करते हैं, जिससे प्रतिरोध में कमी या वृद्धि होती है। यह परिवर्तन मापा जाता है और गंध की पहचान के लिए एक संकेत के रूप में उपयोग किया जाता है। हालांकि रंग बदलना या ध्वनि उत्सर्जन जैसे प्रभाव कुछ विशेष सेंसर में हो सकते हैं, विद्युत प्रतिरोध में परिवर्तन सबसे आम और व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली विधि है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  4. कृत्रिम नाक तकनीक का एक संभावित अनुप्रयोग निम्नलिखित में से किस क्षेत्र में हो सकता है?

    • (a) खाद्य गुणवत्ता नियंत्रण
    • (b) चिकित्सा निदान (रोग का पता लगाना)
    • (c) पर्यावरण निगरानी (प्रदूषण का पता लगाना)
    • (d) उपर्युक्त सभी

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रासायनिक सेंसर के अनुप्रयोग।

    व्याख्या (Explanation): कृत्रिम नाक तकनीक की बहुमुखी प्रतिभा इसे विभिन्न क्षेत्रों में उपयोगी बनाती है। खाद्य उद्योग में, यह उत्पादों की ताजगी और गुणवत्ता की जांच कर सकती है। चिकित्सा में, सांस या अन्य शारीरिक तरल पदार्थों में विशिष्ट यौगिकों का पता लगाकर रोगों के निदान में सहायता कर सकती है। पर्यावरण निगरानी में, यह हवा में प्रदूषकों या खतरनाक गैसों की पहचान कर सकती है। इसलिए, ये सभी क्षेत्र कृत्रिम नाक के संभावित अनुप्रयोग हैं।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  5. मानव नाक में गंध का पता लगाने के लिए मुख्य रूप से कौन सी कोशिकाएँ जिम्मेदार होती हैं?

    • (a) शंकु कोशिकाएँ (Cone cells)
    • (b) गंधग्राही उपकला कोशिकाएँ (Olfactory receptor neurons)
    • (c) छड़ कोशिकाएँ (Rod cells)
    • (d) सहायक कोशिकाएँ (Sustentacular cells)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मानव घ्राण तंत्र (Human Olfactory System)।

    व्याख्या (Explanation): मानव नाक के ऊपरी हिस्से में स्थित गंधग्राही उपकला (olfactory epithelium) में विशेष प्रकार की तंत्रिका कोशिकाएँ होती हैं जिन्हें गंधग्राही न्यूरॉन्स (olfactory receptor neurons) कहा जाता है। इन कोशिकाओं की सतह पर रिसेप्टर्स होते हैं जो हवा में मौजूद गंध अणुओं से बंधते हैं। यह बंधन एक संकेत उत्पन्न करता है जो मस्तिष्क तक पहुँचता है, जहाँ इसे गंध के रूप में व्याख्यायित किया जाता है। शंकु और छड़ कोशिकाएँ आँखों में प्रकाश संवेदन से संबंधित हैं, और सहायक कोशिकाएँ उपकला को सहारा देती हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  6. कृत्रिम नाक द्वारा पता लगाए जाने वाले गंध अणुओं में प्रायः कौन सा तत्व प्रमुख होता है?

    • (a) सिलिकॉन (Silicon)
    • (b) कार्बन (Carbon)
    • (c) नाइट्रोजन (Nitrogen)
    • (d) क्लोरीन (Chlorine)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कार्बनिक यौगिकों की प्रकृति।

    व्याख्या (Explanation): अधिकांश गंध अणु कार्बनिक यौगिक होते हैं, जिसका अर्थ है कि उनकी संरचना का मुख्य आधार कार्बन परमाणु होते हैं। ये कार्बन परमाणु हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, सल्फर और अन्य तत्वों के साथ मिलकर विभिन्न प्रकार के अणु बनाते हैं जो हमारी इंद्रियों को गंध का अनुभव कराते हैं। कृत्रिम नाक को इन कार्बन-आधारित अणुओं की पहचान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  7. गंध की तीव्रता (Intensity) को कृत्रिम नाक के आउटपुट में कैसे दर्शाया जा सकता है?

    • (a) सेंसर के प्रतिरोध में परिवर्तन की मात्रा
    • (b) संकेत की आवृत्ति (Frequency of the signal)
    • (c) संकेत का आयाम (Amplitude of the signal)
    • (d) उपर्युक्त सभी

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): सेंसर आउटपुट और भौतिक मात्रा के बीच संबंध।

    व्याख्या (Explanation): गंध की तीव्रता का पता लगाने के लिए कृत्रिम नाक विभिन्न तरीकों का उपयोग कर सकती है। सेंसर के विद्युत प्रतिरोध में परिवर्तन की मात्रा सीधे तौर पर गंध अणु की सांद्रता से संबंधित हो सकती है, जिससे तीव्रता का पता चलता है। कुछ प्रणालियों में, संकेत की आवृत्ति या आयाम को भी तीव्रता से जोड़ा जा सकता है। इसलिए, ये सभी तरीके गंध की तीव्रता को दर्शाने के लिए उपयोग किए जा सकते हैं।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  8. कृत्रिम नाक द्वारा गंधों को विशिष्ट रूप से पहचानने की क्षमता किस अवधारणा पर आधारित है?

    • (a) आणविक संरचना की विभिन्नता
    • (b) विद्युत चुम्बकीय प्रेरण
    • (c) गुरुत्वाकर्षण बल
    • (d) ऊष्मीय चालकता

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रासायनिक विशिष्टता (Chemical Specificity)।

    व्याख्या (Explanation): प्रत्येक गंध अणु की एक अनूठी त्रि-आयामी आणविक संरचना (three-dimensional molecular structure) होती है। कृत्रिम नाक में लगे सेंसर इस संरचना से विशिष्ट रूप से बंधते हैं। विभिन्न अणुओं की भिन्न-भिन्न संरचनाओं के कारण वे विभिन्न सेंसरों के साथ अलग-अलग तरीके से अंतःक्रिया करते हैं, जिससे एक ‘गंघ प्रोफाइल’ (smell profile) बनता है। यह आणविक संरचना की विभिन्नता ही कृत्रिम नाक को गंधों को अलग-अलग पहचानने में सक्षम बनाती है, ठीक वैसे ही जैसे मानव नाक काम करती है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  9. निम्नलिखित में से कौन सा पदार्थ एक सामान्य विलायक (solvent) है और विभिन्न प्रकार के कार्बनिक यौगिकों को घोलने की क्षमता रखता है?

    • (a) पानी (Water)
    • (b) इथेनॉल (Ethanol)
    • (c) एसीटोन (Acetone)
    • (d) उपर्युक्त सभी

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विलायकों के गुण।

    व्याख्या (Explanation): पानी एक ध्रुवीय विलायक (polar solvent) है और कई ध्रुवीय पदार्थों को घोलता है। इथेनॉल और एसीटोन दोनों ही कार्बनिक विलायक हैं। इथेनॉल (एक अल्कोहल) पानी और कार्बनिक दोनों पदार्थों को घोल सकता है, जबकि एसीटोन (एक कीटोन) भी कई कार्बनिक यौगिकों के लिए एक उत्कृष्ट विलायक है। इसलिए, ये सभी विभिन्न प्रकार के कार्बनिक यौगिकों को घोलने के लिए उपयोग किए जा सकते हैं, हालांकि उनकी विलायक क्षमता भिन्न हो सकती है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  10. अकार्बनिक रसायन विज्ञान (Inorganic Chemistry) में, आयन (ions) क्या होते हैं?

    • (a) उदासीन परमाणु
    • (b) आवेशित परमाणु या परमाणुओं का समूह
    • (c) केवल धातु परमाणु
    • (d) केवल अधातु परमाणु

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): परमाणु संरचना और आयन निर्माण।

    व्याख्या (Explanation): एक परमाणु या परमाणुओं का एक समूह जो एक शुद्ध विद्युत आवेश (net electrical charge) रखता है, आयन कहलाता है। यह आवेश इलेक्ट्रॉनों को प्राप्त करने (ऋणात्मक आवेश, ऋणायन – anion) या खोने (धनात्मक आवेश, धनायन – cation) के कारण उत्पन्न होता है। उदासीन परमाणु में प्रोटॉन और इलेक्ट्रॉनों की संख्या बराबर होती है। अकार्बनिक यौगिकों में आयन बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  11. निम्नलिखित में से कौन सा एक प्रबल अम्ल (strong acid) है?

    • (a) एसिटिक अम्ल (Acetic acid)
    • (b) सल्फ्यूरिक अम्ल (Sulfuric acid)
    • (c) कार्बनिक अम्ल (Carbonic acid)
    • (d) हाइड्रोक्लोरस अम्ल (Hydrochloric acid)

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अम्लों की प्रबलता।

    व्याख्या (Explanation): एक प्रबल अम्ल वह होता है जो जलीय घोल में लगभग पूरी तरह से आयनित (dissociate) हो जाता है। सल्फ्यूरिक अम्ल (H₂SO₄) और हाइड्रोक्लोरस अम्ल (HCl) दोनों प्रबल अम्ल हैं। एसिटिक अम्ल (CH₃COOH) और कार्बनिक अम्ल (H₂CO₃) दुर्बल अम्ल (weak acids) हैं, जो आंशिक रूप से आयनित होते हैं। प्रश्न के विकल्पों में, HCl एक प्रबल अम्ल है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  12. रसायन विज्ञान में, pH मान क्या मापता है?

    • (a) घोल की अम्लता या क्षारकता
    • (b) घोल की चालकता
    • (c) घोल का घनत्व
    • (d) घोल का क्वथनांक

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): pH स्केल।

    व्याख्या (Explanation): pH स्केल एक मापदंड है जो किसी जलीय घोल में हाइड्रोजन आयनों (H⁺) की सांद्रता को मापता है। यह सीधे तौर पर घोल की अम्लता (acidity) या क्षारकता (alkalinity/basicity) को दर्शाता है। 7 से कम pH अम्लीय होता है, 7 उदासीन होता है, और 7 से अधिक क्षारीय होता है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  13. ऑक्सीकरण (Oxidation) अभिक्रिया में क्या होता है?

    • (a) इलेक्ट्रॉन ग्रहण किए जाते हैं
    • (b) इलेक्ट्रॉन खोए जाते हैं
    • (c) प्रोटॉन ग्रहण किए जाते हैं
    • (d) न्यूट्रॉन उत्सर्जित होते हैं

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रेडॉक्स अभिक्रियाएँ।

    व्याख्या (Explanation): ऑक्सीकरण (Oxidation) अभिक्रिया वह अभिक्रिया है जिसमें एक प्रजाति (atom, ion, or molecule) एक या एक से अधिक इलेक्ट्रॉन खो देती है। इसके विपरीत, अपचयन (Reduction) अभिक्रिया में इलेक्ट्रॉन ग्रहण किए जाते हैं। ये दोनों प्रक्रियाएँ अक्सर एक साथ होती हैं, जिन्हें रेडॉक्स (Redox) अभिक्रियाएँ कहा जाता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  14. निम्नलिखित में से कौन सा एक उत्कृष्ट गैस (noble gas) है?

    • (a) ऑक्सीजन (Oxygen)
    • (b) नाइट्रोजन (Nitrogen)
    • (c) नियॉन (Neon)
    • (d) फ्लोरीन (Fluorine)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): आवर्त सारणी (Periodic Table) में तत्वों के समूह।

    व्याख्या (Explanation): उत्कृष्ट गैसें आवर्त सारणी के समूह 18 (Group 18) में पाई जाने वाली अक्रिय (inert) गैसें हैं। इनमें हीलियम (He), नियॉन (Ne), आर्गन (Ar), क्रिप्टन (Kr), क्सीनन (Xe), और रेडॉन (Rn) शामिल हैं। ये अपनी अत्यधिक स्थिर इलेक्ट्रॉनिक विन्यास के कारण रासायनिक रूप से बहुत कम प्रतिक्रियाशील होती हैं। ऑक्सीजन, नाइट्रोजन और फ्लोरीन अत्यधिक प्रतिक्रियाशील अधातुएँ हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  15. कार्बन का सबसे कठोर प्राकृतिक रूप कौन सा है?

    • (a) ग्रेफाइट (Graphite)
    • (b) हीरा (Diamond)
    • (c) फुलरीन (Fullerene)
    • (d) कोयला (Coal)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कार्बन के अपररूप (Allotropes of Carbon)।

    व्याख्या (Explanation): हीरा (Diamond) कार्बन का सबसे कठोर ज्ञात प्राकृतिक रूप है। इसकी क्रिस्टल संरचना में कार्बन परमाणु चतुष्फलकीय (tetrahedral) रूप से बंधे होते हैं, जिससे एक बहुत मजबूत और कठोर ढांचा बनता है। ग्रेफाइट, दूसरा मुख्य अपररूप, परतों में व्यवस्थित होता है और नरम व चिकना होता है। फुलरीन और कोयला भी कार्बन के अन्य रूप हैं, लेकिन वे हीरे जितने कठोर नहीं हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  16. मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (largest gland) कौन सी है?

    • (a) थायराइड (Thyroid)
    • (b) अग्न्याशय (Pancreas)
    • (c) यकृत (Liver)
    • (d) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal gland)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मानव शरीर के अंग और कार्य।

    व्याख्या (Explanation): मानव शरीर में यकृत (Liver) सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि है। यह कई महत्वपूर्ण कार्य करता है, जैसे पित्त का उत्पादन, चयापचय (metabolism), विषहरण (detoxification) और प्रोटीन संश्लेषण। थायराइड गर्दन में पाई जाने वाली ग्रंथि है, अग्न्याशय पाचन और हार्मोन उत्पादन में भूमिका निभाता है, और अधिवृक्क ग्रंथि गुर्दे के ऊपर स्थित होती है और हार्मोन का उत्पादन करती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  17. कोशिका (cell) की ऊर्जा मुद्रा (energy currency) किसे कहा जाता है?

    • (a) ग्लूकोज (Glucose)
    • (b) एटीपी (ATP – Adenosine Triphosphate)
    • (c) डीएनए (DNA – Deoxyribonucleic Acid)
    • (d) आरएनए (RNA – Ribonucleic Acid)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कोशिकीय श्वसन (Cellular Respiration) और ऊर्जा उत्पादन।

    व्याख्या (Explanation): एटीपी (Adenosine Triphosphate) एक उच्च-ऊर्जा वाला अणु है जो कोशिका की अधिकांश ऊर्जा-निर्भर प्रक्रियाओं के लिए ऊर्जा प्रदान करता है। कोशिकीय श्वसन की प्रक्रिया के दौरान ग्लूकोज जैसे पोषक तत्वों से ऊर्जा जारी की जाती है और एटीपी के रूप में संग्रहीत की जाती है। जब कोशिका को ऊर्जा की आवश्यकता होती है, तो एटीपी का एक फॉस्फेट समूह टूट जाता है, जिससे ऊर्जा मुक्त होती है। इसलिए, एटीपी को कोशिका की ‘ऊर्जा मुद्रा’ कहा जाता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  18. मानव रक्त में ऑक्सीजन का परिवहन मुख्य रूप से किसके द्वारा किया जाता है?

    • (a) प्लाज्मा (Plasma)
    • (b) लाल रक्त कोशिकाएँ (Red Blood Cells – RBCs)
    • (c) श्वेत रक्त कोशिकाएँ (White Blood Cells – WBCs)
    • (d) प्लेटलेट्स (Platelets)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रक्त के घटक और कार्य।

    व्याख्या (Explanation): लाल रक्त कोशिकाओं (RBCs) में हीमोग्लोबिन (hemoglobin) नामक एक प्रोटीन होता है, जो फेफड़ों में ऑक्सीजन के साथ जुड़ता है और शरीर के ऊतकों तक उसका परिवहन करता है। प्लाज्मा रक्त का तरल घटक है जिसमें पोषक तत्व, हार्मोन और अपशिष्ट पदार्थ होते हैं, लेकिन यह ऑक्सीजन के बड़े पैमाने पर परिवहन के लिए जिम्मेदार नहीं है। श्वेत रक्त कोशिकाएँ प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं, और प्लेटलेट्स रक्त के थक्के जमने में मदद करते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  19. प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) की प्रक्रिया में पौधों द्वारा कौन सी गैस अवशोषित की जाती है?

    • (a) ऑक्सीजन (Oxygen)
    • (b) कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon Dioxide)
    • (c) नाइट्रोजन (Nitrogen)
    • (d) हाइड्रोजन (Hydrogen)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण की रासायनिक अभिक्रिया।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पौधे सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) और पानी (H₂O) को ग्लूकोज (शर्करा) और ऑक्सीजन (O₂) में परिवर्तित करते हैं। इस प्रक्रिया का समग्र समीकरण है: 6CO₂ + 6H₂O + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ + 6O₂। इसलिए, पौधों द्वारा कार्बन डाइऑक्साइड अवशोषित की जाती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  20. मानव तंत्रिका तंत्र (Human Nervous System) का मूल कार्यात्मक घटक क्या है?

    • (a) लाल रक्त कोशिका (Red Blood Cell)
    • (b) पेशी कोशिका (Muscle Cell)
    • (c) न्यूरॉन (Neuron)
    • (d) अस्थि कोशिका (Bone Cell)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): तंत्रिका ऊतक (Nervous Tissue) की संरचना।

    व्याख्या (Explanation): न्यूरॉन, या तंत्रिका कोशिका, मानव तंत्रिका तंत्र की मूल इकाई है। न्यूरॉन्स विद्युत और रासायनिक संकेतों के माध्यम से सूचना संचारित करते हैं, जिससे मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी और शरीर के अन्य हिस्सों के बीच संचार संभव होता है। अन्य कोशिकाएं, जैसे लाल रक्त कोशिकाएं, पेशी कोशिकाएं और अस्थि कोशिकाएं, अन्य विशिष्ट कार्य करती हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  21. मानव शरीर में विटामिन डी (Vitamin D) का संश्लेषण किसके द्वारा शुरू किया जाता है?

    • (a) भोजन
    • (b) पानी
    • (c) त्वचा पर सूर्य के प्रकाश का प्रभाव
    • (d) यकृत

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विटामिन डी का संश्लेषण।

    व्याख्या (Explanation): मानव त्वचा में एक यौगिक (7-dehydrocholesterol) होता है जो सूर्य के प्रकाश (विशेष रूप से पराबैंगनी बी – UVB विकिरण) के संपर्क में आने पर विटामिन डी में परिवर्तित हो जाता है। यकृत और गुर्दे इस विटामिन डी को उसके सक्रिय रूप में बदलने में भूमिका निभाते हैं, लेकिन संश्लेषण की प्रारंभिक प्रक्रिया त्वचा में सूर्य के प्रकाश द्वारा शुरू होती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  22. निम्नलिखित में से कौन सा एक ऊष्मा का कुचालक (poor conductor of heat) है?

    • (a) तांबा (Copper)
    • (b) एल्यूमीनियम (Aluminum)
    • (c) लकड़ी (Wood)
    • (d) लोहा (Iron)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ऊष्मीय चालकता (Thermal Conductivity)।

    व्याख्या (Explanation): धातुएँ, जैसे तांबा, एल्यूमीनियम और लोहा, आमतौर पर ऊष्मा की अच्छी सुचालक (good conductors) होती हैं क्योंकि उनमें मुक्त इलेक्ट्रॉन होते हैं जो ऊष्मा ऊर्जा को आसानी से स्थानांतरित कर सकते हैं। लकड़ी, दूसरी ओर, एक अधातु (non-metal) है और इसमें मुक्त इलेक्ट्रॉनों की संख्या कम होती है। इसलिए, यह ऊष्मा की एक खराब सुचालक (poor conductor) या ऊष्मारोधी (insulator) के रूप में कार्य करती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  23. ध्वनि (sound) किस माध्यम से यात्रा नहीं कर सकती है?

    • (a) ठोस (Solid)
    • (b) तरल (Liquid)
    • (c) गैस (Gas)
    • (d) निर्वात (Vacuum)

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ध्वनि तरंगों का प्रसार।

    व्याख्या (Explanation): ध्वनि एक यांत्रिक तरंग (mechanical wave) है, जिसका अर्थ है कि इसे यात्रा करने के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है। यह माध्यम के कणों के कंपन से फैलता है। ठोस, तरल और गैसों में कण होते हैं जो कंपन कर सकते हैं, इसलिए ध्वनि इन माध्यमों से यात्रा कर सकती है। निर्वात में कोई कण नहीं होते हैं, इसलिए ध्वनि निर्वात में यात्रा नहीं कर सकती है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  24. विद्युत का सबसे अच्छा सुचालक (best conductor of electricity) कौन सा पदार्थ है?

    • (a) रबर (Rubber)
    • (b) प्लास्टिक (Plastic)
    • (c) सोना (Gold)
    • (d) कांच (Glass)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता (Electrical Conductivity)।

    व्याख्या (Explanation): सोना (Gold) एक उत्कृष्ट विद्युत सुचालक है, जो तांबे और चांदी के बाद आता है। यह अपने मुक्त इलेक्ट्रॉनों के कारण विद्युत प्रवाह को बहुत आसानी से संचालित करता है। रबर, प्लास्टिक और कांच विद्युत के कुचालक (insulators) हैं, जिनका उपयोग बिजली के प्रवाह को रोकने के लिए किया जाता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

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