सामान्य विज्ञान की गहराई: एंटीबायोटिक प्रतिरोध और उससे जुड़े वैज्ञानिक सिद्धांत
परिचय:** प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी में सामान्य विज्ञान एक अत्यंत महत्वपूर्ण खंड है। यह खंड आपके विश्लेषणात्मक और तार्किक कौशल को विकसित करने में मदद करता है। अफ्रीका में एंटीबायोटिक दवाओं के बड़े पैमाने पर वितरण से संबंधित समाचार, एक गंभीर वैज्ञानिक समस्या – एंटीबायोटिक प्रतिरोध – की ओर इशारा करता है। इस जटिल मुद्दे से जुड़े भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के सिद्धांतों को समझना आपकी परीक्षा की तैयारी के लिए अत्यंत आवश्यक है। आइए, इन महत्वपूर्ण अवधारणाओं पर आधारित इन बहुविकल्पीय प्रश्नों (MCQs) के माध्यम से अपनी समझ को परखें।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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नीचे दिए गए कथनों पर विचार करें:
I. एंटीबायोटिक दवाओं का अति प्रयोग बैक्टीरिया में प्रतिरोध तंत्र को विकसित करने में मदद करता है।
II. एंटीबायोटिक प्रतिरोध का मतलब है कि बैक्टीरिया अब एंटीबायोटिक दवाओं के प्रति प्रतिक्रिया नहीं करते हैं।
III. एंटीबायोटिक प्रतिरोध संक्रामक रोगों के उपचार को अधिक कठिन बना सकता है।
इनमें से कौन से कथन सही हैं?- (a) केवल I और II
- (b) केवल II और III
- (c) केवल I और III
- (d) I, II और III
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्राकृतिक चयन (Natural Selection) और सूक्ष्मजीव विकास (Microbial Evolution)।
व्याख्या (Explanation): एंटीबायोटिक दवाओं का अति प्रयोग (I) बैक्टीरिया में उन उत्परिवर्तनों (mutations) को चुनता है जो प्रतिरोध प्रदान करते हैं। इससे (II) एंटीबायोटिक प्रतिरोध विकसित होता है, जहाँ बैक्टीरिया दवाओं से अप्रभावित रहते हैं। यह (III) संक्रामक रोगों के इलाज को चुनौतीपूर्ण बनाता है क्योंकि प्रभावी उपचार विकल्प कम हो जाते हैं। तीनों कथन एंटीबायोटिक प्रतिरोध के संबंध में पूरी तरह से सही हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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बैक्टीरिया द्वारा एंटीबायोटिक प्रतिरोध विकसित करने की सबसे आम आणविक विधि क्या है?
- (a) डीएनए प्रतिकृति (DNA Replication)
- (b) एंजाइम स्राव (Enzyme Secretion)
- (c) प्लास्मिड का आदान-प्रदान (Plasmid Exchange)
- (d) राइबोसोम का अवरोध (Ribosome Inhibition)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बैक्टीरियल आनुवंशिकी (Bacterial Genetics) और क्षैतिज जीन स्थानांतरण (Horizontal Gene Transfer)।
व्याख्या (Explanation): प्लास्मिड छोटे, वृत्ताकार डीएनए अणु होते हैं जो मुख्य बैक्टीरियल क्रोमोसोम से अलग होते हैं। ये प्लास्मिड अक्सर एंटीबायोटिक प्रतिरोध जीन ले जाते हैं। बैक्टीरिया कंजुगेशन (conjugation) जैसी प्रक्रियाओं के माध्यम से प्लास्मिड को एक-दूसरे में स्थानांतरित कर सकते हैं। यह क्षैतिज जीन स्थानांतरण (Horizontal Gene Transfer) प्रतिरोध को तेजी से फैलाने में मदद करता है। अन्य विकल्प (a, b, d) सीधे प्रतिरोध जीन के प्रसार से संबंधित नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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एक एंटीबायोटिक जो ग्राम-पॉजिटिव और ग्राम-नेगेटिव दोनों बैक्टीरिया के खिलाफ प्रभावी है, उसे क्या कहा जाता है?
- (a) स्पेक्ट्रम-संकीर्ण (Narrow-spectrum)
- (b) स्पेक्ट्रम-विस्तृत (Broad-spectrum)
- (c) जीवाणुनाशक (Bactericidal)
- (d) जीवाणुस्थैतिक (Bacteriostatic)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एंटीबायोटिक स्पेक्ट्रम (Antibiotic Spectrum)।
व्याख्या (Explanation): स्पेक्ट्रम-संकीर्ण एंटीबायोटिक्स केवल कुछ विशिष्ट प्रकार के बैक्टीरिया पर प्रभावी होते हैं। स्पेक्ट्रम-विस्तृत एंटीबायोटिक्स बैक्टीरिया की एक विस्तृत श्रृंखला पर प्रभावी होते हैं, जिसमें ग्राम-पॉजिटिव और ग्राम-नेगेटिव दोनों प्रकार शामिल हैं। जीवाणुनाशक (Bactericidal) बैक्टीरिया को मारते हैं, जबकि जीवाणुस्थैतिक (Bacteriostatic) बैक्टीरिया के विकास को रोकते हैं। प्रश्न एंटीबायोटिक की लक्षित बैक्टीरिया की सीमा के बारे में पूछ रहा है, न कि उनके कार्य करने के तरीके के बारे में।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एंटीबायोटिक प्रतिरोध के संदर्भ में, ‘एमआरएसए’ (MRSA) का क्या अर्थ है?
- (a) मल्टी-ड्रग रेजिस्टेंट स्ट्रेप्टोकोकस ऑरियस (Multi-drug Resistant Streptococcus Aureus)
- (b) मेथिसिलिन-रेजिस्टेंट स्टैफिलोकोकस ऑरियस (Methicillin-Resistant Staphylococcus Aureus)
- (c) माईकोबैक्टीरियम रेजिस्टेंट स्ट्रेप्टोकोकस ऑरियस (Mycobacterium Resistant Streptococcus Aureus)
- (d) मल्टीपल रेस्पिरेशन सिंड्रोम इन एडल्ट्स (Multiple Respiration Syndrome in Adults)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): चिकित्सा शब्दावली (Medical Terminology) और जीवाणु वर्गीकरण (Bacterial Classification)।
व्याख्या (Explanation): एमआरएसए (MRSA) एक प्रकार का स्टैफिलोकोकस ऑरियस (Staphylococcus Aureus) बैक्टीरिया है जो मेथिसिलिन (Methicillin) और अन्य संबंधित बीटा-लैक्टम एंटीबायोटिक्स के प्रति प्रतिरोधी हो गया है। यह अस्पतालों और समुदायों में संक्रमण का एक सामान्य कारण है और इसके उपचार में चुनौतियां पेश करता है। विकल्प (a) कुछ हद तक सही लगता है लेकिन MRSA का सटीक पूर्ण रूप मेथिसिलिन-रेजिस्टेंट स्टैफिलोकोकस ऑरियस है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एंटीबायोटिक दवाओं का रासायनिक संरचना में मुख्य रूप से कौन सा तत्व महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है?
- (a) कार्बन (C)
- (b) नाइट्रोजन (N)
- (c) ऑक्सीजन (O)
- (d) ये सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बनिक रसायन विज्ञान (Organic Chemistry) और औषधीय रसायन विज्ञान (Medicinal Chemistry)।
व्याख्या (Explanation): अधिकांश एंटीबायोटिक कार्बनिक यौगिक होते हैं। कार्बन (C) उनकी आणविक संरचना का मुख्य आधार बनता है। नाइट्रोजन (N) कई एंटीबायोटिक दवाओं, जैसे पेनिसिलिन और सेफालोस्पोरिन में मौजूद बीटा-लैक्टम रिंग (beta-lactam ring) का एक महत्वपूर्ण घटक है, जो जीवाणु कोशिका भित्ति संश्लेषण को बाधित करने के लिए आवश्यक है। ऑक्सीजन (O) कार्यात्मक समूहों (functional groups) का एक अभिन्न अंग है जो अणु की जैविक गतिविधि को प्रभावित करते हैं। इसलिए, ये सभी तत्व एंटीबायोटिक दवाओं की संरचना और कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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एक एंटीबायोटिक जो बैक्टीरिया कोशिका भित्ति (cell wall) के संश्लेषण को बाधित करता है, वह किस वर्ग से संबंधित होगा?
- (a) मैक्रोलाइड्स (Macrolides)
- (b) एमिनोग्लाइकोसाइड्स (Aminoglycosides)
- (c) बीटा-लैक्टम (Beta-lactams)
- (d) क्विनोलोन (Quinolones)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एंटीबायोटिक क्रिया का तंत्र (Mechanism of Antibiotic Action)।
व्याख्या (Explanation): बीटा-लैक्टम एंटीबायोटिक्स (जैसे पेनिसिलिन, सेफालोस्पोरिन) बैक्टीरिया कोशिका भित्ति के संश्लेषण में शामिल एंजाइमों (विशेष रूप से ट्रांसपेप्टिडेसेस) को बाधित करके कार्य करते हैं। इससे कोशिका भित्ति कमजोर हो जाती है और बैक्टीरिया फट जाते हैं। मैक्रोलाइड्स (जैसे एरिथ्रोमाइसिन) प्रोटीन संश्लेषण को रोकते हैं। एमिनोग्लाइकोसाइड्स (जैसे जेंटामाइसिन) भी प्रोटीन संश्लेषण को रोकते हैं। क्विनोलोन (जैसे सिप्रोफ्लोक्सासिन) डीएनए प्रतिकृति को बाधित करते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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एंटीबायोटिक दवाओं के उत्पादन में अक्सर उपयोग किए जाने वाले सूक्ष्मजीव कौन से हैं?
- (a) प्रोटोजोआ (Protozoa)
- (b) कवक (Fungi) और जीवाणु (Bacteria)
- (c) शैवाल (Algae)
- (d) वायरस (Viruses)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सूक्ष्मजीव विज्ञान (Microbiology) और जैव प्रौद्योगिकी (Biotechnology)।
व्याख्या (Explanation): कई महत्वपूर्ण एंटीबायोटिक्स, जैसे पेनिसिलिन (कवक पेनिसिलियम से) और स्ट्रेप्टोमाइसिन (जीवाणु स्ट्रेप्टोमाइसेस से), स्वाभाविक रूप से सूक्ष्मजीवों द्वारा उत्पादित होते हैं। ये सूक्ष्मजीव अक्सर मिट्टी या अन्य प्राकृतिक वातावरण में पाए जाते हैं। प्रोटोजोआ, शैवाल और वायरस आमतौर पर एंटीबायोटिक उत्पादन के स्रोत नहीं होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एंटीबायोटिक प्रतिरोध जीन की पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक प्रसार को रोकने के लिए किस प्रकार के वैज्ञानिक अध्ययन की आवश्यकता है?
- (a) पारिस्थितिकी (Ecology)
- (b) जेनेटिक्स (Genetics)
- (c) रसायन विज्ञान (Chemistry)
- (d) खगोल विज्ञान (Astronomy)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आनुवंशिकी (Genetics) और आणविक जीव विज्ञान (Molecular Biology)।
व्याख्या (Explanation): जीन का प्रसार, उत्परिवर्तन और वंशानुक्रम का अध्ययन आनुवंशिकी का क्षेत्र है। एंटीबायोटिक प्रतिरोध जीन कैसे एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में जाते हैं, या बैक्टीरिया के बीच कैसे स्थानांतरित होते हैं, यह आनुवंशिक तंत्र द्वारा समझाया जाता है। पारिस्थितिकी पर्यावरण के साथ जीवों के संबंधों का अध्ययन करती है, रसायन विज्ञान पदार्थ का अध्ययन करता है, और खगोल विज्ञान खगोलीय पिंडों का अध्ययन करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एंटीबायोटिक दवाओं के उत्पादन की औद्योगिक प्रक्रिया में, किस प्रकार के बायोरेएक्टर (Bioreactor) का उपयोग किया जाता है?
- (a) सतत प्रवाह रिएक्टर (Continuous Flow Reactor)
- (b) बैच रिएक्टर (Batch Reactor)
- (c) अर्ध-बैच रिएक्टर (Semi-batch Reactor)
- (d) ये सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जैव-प्रौद्योगिकी (Biotechnology) और रासायनिक इंजीनियरिंग (Chemical Engineering)।
व्याख्या (Explanation): एंटीबायोटिक उत्पादन में विभिन्न प्रकार के बायोरेएक्टर का उपयोग किया जा सकता है। बैच रिएक्टर में, सभी सामग्री एक साथ डाली जाती है और प्रक्रिया पूरी होने तक चलने दी जाती है। सतत प्रवाह रिएक्टर में, सामग्री लगातार डाली और निकाली जाती है। अर्ध-बैच रिएक्टर इन दोनों का एक संयोजन है। उत्पादन की विशिष्ट प्रक्रिया और वांछित उत्पाद के आधार पर इनमें से किसी का भी उपयोग किया जा सकता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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एंटीबायोटिक प्रतिरोध के प्रसार को कम करने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियान के तहत कौन सा रासायनिक पदार्थ या यौगिक सबसे महत्वपूर्ण है?
- (a) सोडियम क्लोराइड (Sodium Chloride)
- (b) इथेनॉल (Ethanol)
- (c) ओजोन (Ozone)
- (d) हाइड्रोजन पेरोक्साइड (Hydrogen Peroxide)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रोगाणुरोधी रसायन (Antimicrobial Chemistry) और सार्वजनिक स्वास्थ्य (Public Health)।
व्याख्या (Explanation): इथेनॉल (जैसे हैंड सैनिटाइज़र में) एक प्रभावी कीटाणुनाशक है जो बैक्टीरिया और वायरस को निष्क्रिय करता है। सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियानों में अक्सर हाथ धोने और स्वच्छता के महत्व पर जोर दिया जाता है, जिसके लिए इथेनॉल जैसे यौगिक महत्वपूर्ण हैं। सोडियम क्लोराइड (नमक) का मुख्य रूप से खाद्य परिरक्षण में उपयोग होता है। ओजोन और हाइड्रोजन पेरोक्साइड भी कीटाणुनाशक हैं, लेकिन सामान्य सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियानों में इथेनॉल अधिक व्यापक रूप से प्रचारित और उपयोग किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एंटीबायोटिक दवाओं को आमतौर पर उनके रासायनिक गुणों के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है। निम्नलिखित में से कौन एक एंटीबायोटिक का वर्ग नहीं है?
- (a) टेट्रासाइक्लिन (Tetracyclines)
- (b) सल्फोनामाइड्स (Sulfonamides)
- (c) स्टेरॉयड (Steroids)
- (d) मैक्रोलाइड्स (Macrolides)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): औषधीय रसायन विज्ञान (Medicinal Chemistry) और दवा वर्गीकरण (Drug Classification)।
व्याख्या (Explanation): टेट्रासाइक्लिन, सल्फोनामाइड्स और मैक्रोलाइड्स सभी एंटीबायोटिक दवाओं के स्थापित वर्ग हैं। स्टेरॉयड हार्मोन का एक वर्ग है (जैसे कोर्टिसोल, एस्ट्रोजन) और इनमें एंटीबायोटिक गतिविधि नहीं होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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बैक्टीरिया में एंजाइमों द्वारा एंटीबायोटिक को निष्क्रिय करने की प्रक्रिया को क्या कहा जाता है?
- (a) सक्रिय परिवहन (Active Transport)
- (b) एंजाइमेटिक निष्क्रियता (Enzymatic Inactivation)
- (c) झिल्ली पारगमन (Membrane Permeation)
- (d) उत्परिवर्तन (Mutation)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जैव रसायन (Biochemistry) और सूक्ष्मजीव प्रतिरोध (Microbial Resistance)।
व्याख्या (Explanation): कुछ बैक्टीरिया ऐसे एंजाइम का उत्पादन करते हैं जो एंटीबायोटिक अणु को रासायनिक रूप से संशोधित या तोड़ देते हैं, जिससे वह निष्क्रिय हो जाता है। उदाहरण के लिए, बीटा-लैक्टामेज (beta-lactamase) एंजाइम पेनिसिलिन जैसे बीटा-लैक्टम एंटीबायोटिक को निष्क्रिय करते हैं। सक्रिय परिवहन और झिल्ली पारगमन कोशिका में पदार्थों के प्रवेश से संबंधित हैं, जबकि उत्परिवर्तन आनुवंशिक परिवर्तन है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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अफ्रीका में एंटीबायोटिक दवाओं के बड़े पैमाने पर वितरण से संबंधित चिंता किस भौतिक सिद्धांत से जुड़ी हो सकती है?
- (a) ऊष्मागतिकी (Thermodynamics)
- (b) प्रसार (Diffusion)
- (c) परावर्तन (Reflection)
- (d) अपवर्तन (Refraction)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भौतिकी – सांद्रता प्रवणता के माध्यम से गति (Movement via Concentration Gradients)।
व्याख्या (Explanation): जब एंटीबायोटिक्स को बड़े पैमाने पर वितरित किया जाता है, तो उनका सांद्रता प्रवणता (concentration gradient) के अनुसार प्रसार (diffusion) हो सकता है। इसका मतलब है कि वे धीरे-धीरे उन क्षेत्रों में फैल सकते हैं जहां उनकी आवश्यकता नहीं है या जहां वे अनावश्यक रूप से बैक्टीरिया के संपर्क में आते हैं। यह प्रसार अनियंत्रित उपयोग को बढ़ावा दे सकता है, जिससे प्रतिरोध विकसित होने की संभावना बढ़ जाती है। अन्य भौतिक सिद्धांत (ऊष्मागतिकी, परावर्तन, अपवर्तन) सीधे इस विशिष्ट चिंता से संबंधित नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एंटीबायोटिक प्रतिरोध के विकास में “ओवर-द-काउंटर” (OTC) बिक्री का क्या प्रभाव हो सकता है?
- (a) यह प्रतिरोध के प्रसार को कम करता है क्योंकि डॉक्टर के पर्चे की आवश्यकता नहीं होती।
- (b) यह प्रतिरोध के प्रसार को बढ़ाता है क्योंकि लोग बिना डॉक्टरी सलाह के दवाओं का उपयोग कर सकते हैं।
- (c) इसका प्रतिरोध के प्रसार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
- (d) यह केवल कुछ प्रकार के एंटीबायोटिक प्रतिरोध को प्रभावित करता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सार्वजनिक स्वास्थ्य (Public Health) और दवा का विवेकपूर्ण उपयोग (Rational Drug Use)।
व्याख्या (Explanation): जब एंटीबायोटिक्स “ओवर-द-काउंटर” बेचे जाते हैं, तो लोग अक्सर गलत निदान के आधार पर या बिना संक्रमण के लिए भी इनका सेवन कर सकते हैं। यह अनावश्यक संपर्क बैक्टीरिया को दवाओं के प्रति प्रतिरोधी बनने के लिए प्रेरित करता है, जिससे प्रतिरोध का प्रसार बढ़ता है। डॉक्टर के पर्चे की आवश्यकता यह सुनिश्चित करती है कि एंटीबायोटिक का उपयोग केवल तभी किया जाए जब वह वास्तव में आवश्यक हो और उचित प्रकार का हो।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एंटीबायोटिक प्रतिरोध के प्रबंधन में ‘वन हेल्थ’ (One Health) दृष्टिकोण का क्या अर्थ है?
- (a) केवल मानव स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करना।
- (b) मानव, पशु और पर्यावरण स्वास्थ्य के बीच अंतर्संबंध को पहचानना।
- (c) केवल पशुधन में एंटीबायोटिक के उपयोग को नियंत्रित करना।
- (d) केवल पर्यावरण में एंटीबायोटिक प्रदूषण को साफ करना।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): महामारी विज्ञान (Epidemiology) और सार्वजनिक स्वास्थ्य (Public Health)।
व्याख्या (Explanation): ‘वन हेल्थ’ एक एकीकृत दृष्टिकोण है जो मानता है कि मानव स्वास्थ्य, पशु स्वास्थ्य और पर्यावरण स्वास्थ्य आपस में जुड़े हुए हैं और एक-दूसरे को प्रभावित करते हैं। एंटीबायोटिक प्रतिरोध एक ‘वन हेल्थ’ मुद्दा है क्योंकि प्रतिरोध रोगाणु मनुष्यों, जानवरों और पर्यावरण के बीच फैल सकते हैं। इसलिए, इन सभी क्षेत्रों में समन्वित कार्रवाई आवश्यक है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एंटीबायोटिक दवाओं की कार्रवाई का एक संभावित आणविक लक्ष्य क्या है?
- (a) क्लोरोफिल (Chlorophyll)
- (b) डीएनए पोलीमरेज़ (DNA Polymerase)
- (c) हीमोग्लोबिन (Hemoglobin)
- (d) कोशिका झिल्ली (Cell Membrane)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आणविक जीव विज्ञान (Molecular Biology) और औषध विज्ञान (Pharmacology)।
व्याख्या (Explanation): कई एंटीबायोटिक्स, जैसे क्विनोलोन, बैक्टीरिया के डीएनए पोलीमरेज़ जैसे एंजाइम को लक्षित करते हैं, जो डीएनए प्रतिकृति के लिए आवश्यक है। डीएनए प्रतिकृति को रोककर, ये एंटीबायोटिक्स बैक्टीरिया के विकास और गुणन को रोकते हैं। क्लोरोफिल प्रकाश संश्लेषण में शामिल है (पादप कोशिकाओं में)। हीमोग्लोबिन ऑक्सीजन परिवहन में शामिल है (लाल रक्त कोशिकाओं में)। जबकि कुछ एंटीबायोटिक्स कोशिका झिल्ली को भी प्रभावित कर सकते हैं, डीएनए प्रतिकृति का निषेध एक प्रमुख तंत्र है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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अफ्रीका में एंटीबायोटिक दवाओं के बड़े पैमाने पर वितरण के संबंध में, “समय बम” (time bomb) शब्द का क्या तात्पर्य हो सकता है?
- (a) एंटीबायोटिक दवाओं की अचानक कमी।
- (b) एंटीबायोटिक प्रतिरोध का तेजी से और अनियंत्रित प्रसार, जिससे भविष्य में संक्रमणों का इलाज करना अत्यंत कठिन हो जाएगा।
- (c) एंटीबायोटिक दवाओं की ओवरडोज़ से होने वाली मौतों की संख्या में वृद्धि।
- (d) नई एंटीबायोटिक दवाओं का शीघ्र विकास।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सार्वजनिक स्वास्थ्य (Public Health) और जोखिम मूल्यांकन (Risk Assessment)।
व्याख्या (Explanation): “समय बम” शब्द एक ऐसी स्थिति को दर्शाता है जो अभी शांत दिखती है लेकिन जिसमें भविष्य में विनाशकारी परिणाम होने की क्षमता है। एंटीबायोटिक प्रतिरोध के संदर्भ में, इसका अर्थ है कि अनियंत्रित वितरण और उपयोग से प्रतिरोध तेजी से फैलेगा, और एक बिंदु पर, हमारे पास प्रभावी उपचार नहीं होंगे, जिससे चिकित्सा व्यवस्था चरमरा जाएगी।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एंटीबायोटिक दवाओं की पैकेजिंग पर “एक्सपायरी डेट” (Expiry Date) का क्या महत्व है?
- (a) यह इंगित करता है कि दवा उस तारीख के बाद बिल्कुल भी प्रभावी नहीं रहेगी।
- (b) यह सुनिश्चित करता है कि दवा अपनी पूरी शक्ति और प्रभावशीलता के साथ काम करे, और यदि यह प्रभावित हो जाती है, तो यह हानिकारक हो सकती है।
- (c) यह केवल एक विपणन रणनीति है।
- (d) यह दवा के भंडारण के लिए तापमान की सीमा बताता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): फार्मास्यूटिकल्स (Pharmaceuticals) और गुणवत्ता नियंत्रण (Quality Control)।
व्याख्या (Explanation): समाप्ति तिथि (expiry date) यह दर्शाती है कि निर्माता द्वारा निर्दिष्ट भंडारण स्थितियों के तहत, दवा उस तारीख तक अपनी निर्दिष्ट शक्ति, शुद्धता और गुणवत्ता बनाए रखेगी। समाप्त हो चुकी दवाएं कम प्रभावी हो सकती हैं, और कुछ मामलों में, विघटित होने पर हानिकारक उत्पाद बना सकती हैं। इसलिए, एंटीबायोटिक दवाओं की प्रभावशीलता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह महत्वपूर्ण है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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जीवाणु कोशिका में राइबोसोम (Ribosome) का कार्य क्या है?
- (a) ऊर्जा उत्पादन (Energy Production)
- (b) प्रोटीन संश्लेषण (Protein Synthesis)
- (c) आनुवंशिक सामग्री का भंडारण (Storage of Genetic Material)
- (d) कोशिका भित्ति निर्माण (Cell Wall Formation)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिका जीव विज्ञान (Cell Biology)।
व्याख्या (Explanation): राइबोसोम कोशिका के भीतर वे अंग हैं जो आनुवंशिक कोड (एमआरएनए से) को प्रोटीन में अनुवादित करने के लिए जिम्मेदार हैं। कई एंटीबायोटिक (जैसे मैक्रोलाइड्स, एमिनोग्लाइकोसाइड्स) बैक्टीरिया के राइबोसोम को लक्षित करके काम करते हैं, जिससे उनके प्रोटीन संश्लेषण को बाधित किया जा सके। ऊर्जा उत्पादन माइटोकॉन्ड्रिया (यूकेरियोट्स में) या साइटोप्लाज्म (प्रोकेरियोट्स में) में होता है। आनुवंशिक सामग्री का भंडारण न्यूक्लियोइड (प्रोकेरियोट्स) या नाभिक (यूकेरियोट्स) में होता है। कोशिका भित्ति का निर्माण अन्य प्रक्रियाओं द्वारा होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एंटीबायोटिक प्रतिरोध के प्रसार को रोकने के लिए उचित स्वच्छता प्रथाओं में क्या शामिल है?
- (a) केवल बार-बार हाथ धोना।
- (b) संक्रमित सतहों को कीटाणुरहित करना, सुरक्षित जल स्रोतों का उपयोग करना और खाद का उचित निपटान।
- (c) केवल मास्क पहनना।
- (d) एंटीबायोटिक दवाओं का स्व-उपचार।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सार्वजनिक स्वास्थ्य (Public Health) और संक्रामक रोग नियंत्रण (Infectious Disease Control)।
व्याख्या (Explanation): एंटीबायोटिक प्रतिरोध के प्रसार को रोकने के लिए एक बहुआयामी दृष्टिकोण की आवश्यकता है। इसमें केवल हाथ धोना ही नहीं, बल्कि संक्रमित सतहों का कीटाणुशोधन, स्वच्छ जल की उपलब्धता, और मल-मूत्र एवं अपशिष्ट का सुरक्षित निपटान शामिल है ताकि रोगजनकों को फैलने से रोका जा सके। एंटीबायोटिक दवाओं का स्व-उपचार प्रतिरोध को बढ़ावा देता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एक एंजाइम जो कुछ बैक्टीरिया द्वारा उत्पादित किया जाता है और पेनिसिलिन को निष्क्रिय करता है, उसे क्या कहा जाता है?
- (a) लाइगेज़ (Ligase)
- (b) प्रोटीज़ (Protease)
- (c) बीटा-लैक्टामेज़ (Beta-lactamase)
- (d) न्यूक्लियेज़ (Nuclease)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जैव रसायन (Biochemistry) और सूक्ष्मजीव प्रतिरोध (Microbial Resistance)।
व्याख्या (Explanation): बीटा-लैक्टामेज़ एंजाइम एक प्रकार का एंजाइम है जो पेनिसिलिन और अन्य बीटा-लैक्टम एंटीबायोटिक दवाओं के बीटा-लैक्टम रिंग को तोड़ देता है। यह इन एंटीबायोटिक दवाओं को अप्रभावी बना देता है, जिससे बैक्टीरिया प्रतिरोध विकसित कर लेते हैं। लाइगेज़ डीएनए को जोड़ने में मदद करते हैं, प्रोटीज़ प्रोटीन को तोड़ते हैं, और न्यूक्लियेज़ न्यूक्लिक एसिड (डीएनए/आरएनए) को तोड़ते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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एंटीबायोटिक प्रतिरोध के संदर्भ में, ‘एंटीबायोटिक स्टुअर्डशिप’ (Antibiotic Stewardship) का क्या मतलब है?
- (a) सभी उपलब्ध एंटीबायोटिक दवाओं का अंधाधुंध उपयोग।
- (b) एंटीबायोटिक दवाओं के उचित, सुरक्षित और प्रभावी उपयोग को बढ़ावा देना।
- (c) केवल नए एंटीबायोटिक दवाओं का विकास।
- (d) एंटीबायोटिक दवाओं का अनुसंधान बंद करना।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सार्वजनिक स्वास्थ्य (Public Health) और दवा का विवेकपूर्ण उपयोग (Rational Drug Use)।
व्याख्या (Explanation): एंटीबायोटिक स्टुअर्डशिप एक कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग को अनुकूलित करना है ताकि सर्वोत्तम रोगी परिणामों को प्राप्त किया जा सके, जबकि एंटीबायोटिक प्रतिरोध के विकास और प्रसार को कम किया जा सके। इसमें सही दवा का चुनाव, सही खुराक, सही अवधि और केवल तभी उपयोग करना शामिल है जब वास्तव में आवश्यक हो।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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शरीर में एंटीबायोटिक दवाओं का मेटाबॉलिज्म (Metabolism) मुख्य रूप से किस अंग में होता है?
- (a) फेफड़े (Lungs)
- (b) यकृत (Liver)
- (c) हृदय (Heart)
- (d) मस्तिष्क (Brain)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर रचना विज्ञान (Human Anatomy) और शरीर क्रिया विज्ञान (Physiology)।
व्याख्या (Explanation): यकृत (Liver) शरीर का वह प्राथमिक अंग है जो दवाओं सहित कई पदार्थों के मेटाबॉलिज्म (चयापचय) के लिए जिम्मेदार है। यह दवाओं को ऐसे रूपों में परिवर्तित करता है जिन्हें शरीर से आसानी से समाप्त किया जा सके (जैसे गुर्दे के माध्यम से)। फेफड़े मुख्य रूप से गैस विनिमय के लिए होते हैं, हृदय रक्त पंप करता है, और मस्तिष्क तंत्रिका तंत्र को नियंत्रित करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एंटीबायोटिक दवाओं के निर्माण में उपयोग की जाने वाली किण्वन (Fermentation) प्रक्रिया किस प्रकार की रासायनिक अभिक्रिया का उदाहरण है?
- (a) ऑक्सीकरण (Oxidation)
- (b) अपचयन (Reduction)
- (c) जैव-रासायनिक रूपांतरण (Biochemical Transformation)
- (d) उदासीनीकरण (Neutralization)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जैव रसायन (Biochemistry) और रासायनिक प्रक्रियाएं (Chemical Processes)।
व्याख्या (Explanation): किण्वन एक जैव-रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें सूक्ष्मजीव (जैसे बैक्टीरिया या यीस्ट) कार्बनिक पदार्थों को एंजाइमेटिक रूप से परिवर्तित करके ऊर्जा उत्पन्न करते हैं। एंटीबायोटिक उत्पादन में, सूक्ष्मजीव किण्वन के माध्यम से विशिष्ट एंटीबायोटिक यौगिकों का उत्पादन करते हैं। यह एक जटिल एंजाइमेटिक रूपांतरण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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एंटीबायोटिक प्रतिरोध के प्रसार को रोकने के लिए सबसे प्रभावी दीर्घकालिक रणनीति क्या है?
- (a) केवल नए और अधिक शक्तिशाली एंटीबायोटिक दवाओं का विकास।
- (b) एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग बंद करना।
- (c) एंटीबायोटिक दवाओं के विवेकपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देना और नए एंटीबायोटिक दवाओं का विकास करना।
- (d) केवल पशुओं में एंटीबायोटिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगाना।
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सार्वजनिक स्वास्थ्य (Public Health) और औषध विज्ञान (Pharmacology)।
व्याख्या (Explanation): एंटीबायोटिक प्रतिरोध से निपटने के लिए एक दो-आयामी रणनीति सबसे प्रभावी है। पहला, मौजूदा एंटीबायोटिक दवाओं के विवेकपूर्ण उपयोग (Antibiotic Stewardship) को सुनिश्चित करना ताकि प्रतिरोध के विकास को धीमा किया जा सके। दूसरा, सक्रिय रूप से नए एंटीबायोटिक दवाओं को विकसित करना ताकि हम प्रतिरोध विकसित करने वाले रोगाणुओं के खिलाफ लड़ते रह सकें। केवल नए एंटीबायोटिक बनाना पर्याप्त नहीं है यदि उनका विवेकपूर्ण उपयोग न हो।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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