सामान्य विज्ञान: धूम्रपान, आंत बैक्टीरिया और मानव स्वास्थ्य पर आधारित प्रश्न
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान की गहरी समझ अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह खंड भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के उन प्रमुख विषयों को कवर करता है जो अक्सर परीक्षा में पूछे जाते हैं। धूम्रपान के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों और आंतों के माइक्रोबायोम की जटिलताओं जैसे समकालीन वैज्ञानिक मुद्दों से जुड़े प्रश्न आपकी वैचारिक स्पष्टता को बढ़ाने में मदद करेंगे। आइए, इन महत्वपूर्ण प्रश्नों का अभ्यास करें और अपनी तैयारी को मजबूत करें!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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धूम्रपान में मुख्य रूप से कौन सी गैस मौजूद होती है जो श्वसन तंत्र को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती है?
- (a) कार्बन मोनोऑक्साइड (CO)
- (b) सल्फर डाइऑक्साइड (SO2)
- (c) नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO2)
- (d) ओजोन (O3)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): धूम्रपान तंबाकू के जलने से निकलने वाले विभिन्न विषाक्त पदार्थों के मिश्रण का सेवन है। कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) एक रंगहीन, गंधहीन गैस है जो हीमोग्लोबिन के साथ ऑक्सीजन की तुलना में बहुत अधिक प्रबलता से जुड़ती है।
व्याख्या (Explanation): सिगरेट के धुएं में कार्बन मोनोऑक्साइड एक प्रमुख घटक है। जब CO रक्त में प्रवेश करता है, तो यह हीमोग्लोबिन से जुड़कर कार्बोक्सीहीमोग्लोबिन (COHb) बनाता है, जिससे रक्त की ऑक्सीजन ले जाने की क्षमता कम हो जाती है। यह शरीर के ऊतकों को ऑक्सीजन की कमी (हाइपोक्सिया) का कारण बनता है, विशेष रूप से हृदय और मस्तिष्क जैसे महत्वपूर्ण अंगों को। सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड जैसे अन्य गैसीय प्रदूषक भी श्वसन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं, लेकिन CO की ऑक्सीजन परिवहन पर सीधा और गंभीर प्रभाव इसे सबसे हानिकारक बनाता है। ओजोन एक वायुमंडलीय गैस है, जो सीधे सिगरेट के धुएं का हिस्सा नहीं है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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कोलाइटिस (Colitis) का संबंध मानव शरीर के किस अंग से है?
- (a) यकृत (Liver)
- (b) आंत (Intestine)
- (c) फेफड़े (Lungs)
- (d) हृदय (Heart)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोलाइटिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें कोलन (बड़ी आंत का अंतिम भाग) में सूजन आ जाती है। यह सूजन विभिन्न कारणों से हो सकती है, जिनमें संक्रमण, आंतों की समस्याएं या ऑटोइम्यून प्रतिक्रियाएं शामिल हैं।
व्याख्या (Explanation): ‘कोलाइटिस’ शब्द में ‘कोलोन’ (Colon) का अर्थ बड़ी आंत से है। इसलिए, कोलाइटिस का संबंध सीधे बड़ी आंत (आंत का एक हिस्सा) से है। यकृत, फेफड़े और हृदय पाचन तंत्र का हिस्सा नहीं हैं और कोलाइटिस से सीधे तौर पर प्रभावित नहीं होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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आंत में पाए जाने वाले जीवाणु (bacteria) मुख्य रूप से किस वर्ग के जीव माने जाते हैं?
- (a) कवक (Fungi)
- (b) प्रोटोजोआ (Protozoa)
- (c) प्रोकैरियोट (Prokaryote)
- (d) वायरस (Virus)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रोकैरियोट ऐसे जीव हैं जिनकी कोशिकाओं में एक सुव्यवस्थित नाभिक (nucleus) और झिल्ली-बाध्य अंग (membrane-bound organelles) नहीं होते हैं। जीवाणु (Bacteria) प्रोकैरियोटिक जीवों का एक प्रमुख समूह हैं।
व्याख्या (Explanation): आंत में पाए जाने वाले अधिकांश जीवाणु प्रोकैरियोट होते हैं। उनकी कोशिका संरचना सरल होती है जिसमें आनुवंशिक पदार्थ (DNA) कोशिका द्रव्य में तैरता रहता है और कोई झिल्ली-बाध्य नाभिक नहीं होता। कवक, प्रोटोजोआ और बहुकोशिकीय जानवर यूकैर्योट (eukaryotes) होते हैं, जिनमें सुविकसित नाभिक और अंग होते हैं। वायरस अकोशिकीय जीव हैं और प्रोकैरियोट या यूकैर्योट की श्रेणी में नहीं आते।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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शरीर में, विटामिन K का संश्लेषण (synthesis) मुख्य रूप से किसके द्वारा किया जाता है, जो आंत में भी सहायक होता है?
- (a) यकृत कोशिकाएं
- (b) अग्नाशय ग्रंथि
- (c) आंतों के जीवाणु
- (d) लाल रक्त कोशिकाएं
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कुछ आंतों के जीवाणु (जैसे एस्चेरिचिया कोली – E. coli) विटामिन K का उत्पादन करने में सक्षम होते हैं। विटामिन K रक्त के थक्के जमने (blood clotting) और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
व्याख्या (Explanation): हालांकि हम आहार से भी विटामिन K प्राप्त करते हैं, हमारे आंतों में रहने वाले कुछ विशेष जीवाणु नियमित रूप से विटामिन K का संश्लेषण करते हैं। यह विटामिन K शरीर द्वारा अवशोषित किया जाता है और रक्त के थक्के जमने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यकृत कोशिकाएं अन्य कार्यों में महत्वपूर्ण हैं, अग्नाशय इंसुलिन और पाचक एंजाइमों का उत्पादन करता है, और लाल रक्त कोशिकाएं ऑक्सीजन ले जाती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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धूम्रपान से निकलने वाले टार (Tar) के मुख्य रूप से किस प्रकार के यौगिक होते हैं जो फेफड़ों में जमा होकर कैंसर का कारण बनते हैं?
- (a) सरल शर्करा
- (b) एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन
- (c) अमीनो एसिड
- (d) फैटी एसिड
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तंबाकू के जलने से कई एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन (जैसे बेंजोपाइरीन) उत्पन्न होते हैं, जो कार्सिनोजेनिक (कैंसरकारी) होते हैं। ये फेफड़ों की कोशिकाओं के DNA को नुकसान पहुंचाते हैं।
व्याख्या (Explanation): सिगरेट के धुएं में टार एक चिपचिपा, काला पदार्थ होता है। इसमें सैकड़ों रासायनिक यौगिक होते हैं, जिनमें से कई ज्ञात कार्सिनोजेन हैं। विशेष रूप से, पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन (PAHs) जैसे बेंजोपाइरीन, धूम्रपान से जुड़े फेफड़ों के कैंसर के लिए जिम्मेदार मुख्य यौगिकों में से हैं। ये यौगिक फेफड़ों के ऊतकों में जमा हो जाते हैं और सेलुलर क्षति का कारण बनते हैं। सरल शर्करा, अमीनो एसिड और फैटी एसिड हमारे शरीर के लिए ऊर्जा स्रोत और निर्माण खंड हैं, और वे सिगरेट के धुएं का मुख्य कार्सिनोजेनिक घटक नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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आंतों के माइक्रोबायोम (Intestinal Microbiome) में परिवर्तन को क्या कहा जाता है, जो अक्सर स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ा होता है?
- (a) सिम्बायोसिस (Symbiosis)
- (b) डिस्बिओसिस (Dysbiosis)
- (c) पैरासिटिज्म (Parasitism)
- (d) सहजीवन (Mutualism)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): डिस्बिओसिस (Dysbiosis) एक ऐसी स्थिति है जहां किसी जीव के शरीर में सामान्य माइक्रोबियल संतुलन बिगड़ जाता है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
व्याख्या (Explanation): आंतों का माइक्रोबायोम सामान्य रूप से लाभकारी और रोगजनक सूक्ष्मजीवों का एक जटिल पारिस्थितिकी तंत्र है। जब इस संतुलन में गड़बड़ी आती है, जिसमें लाभकारी जीवाणुओं की कमी या रोगजनक जीवाणुओं की अधिकता शामिल है, तो इसे डिस्बिओसिस कहा जाता है। यह सूजन आंत्र रोग (IBD), मोटापा, और यहां तक कि मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से भी जुड़ा हो सकता है। सिम्बायोसिस एक सामान्य शब्द है जो दो अलग-अलग प्रजातियों के बीच सह-अस्तित्व को दर्शाता है, पैरासिटिज्म में एक जीव दूसरे को नुकसान पहुंचाता है, और सहजीवन (Mutualism) वह स्थिति है जहां दोनों जीव लाभान्वित होते हैं। डिस्बिओसिस इन सामान्य, संतुलित अवस्थाओं का विघटन है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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धूम्रपान से होने वाली श्वसन संबंधी बीमारियों जैसे क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) में फेफड़ों की वायु नलिकाओं (airways) में क्या परिवर्तन होता है?
- (a) वायु नलिकाएं पतली हो जाती हैं
- (b) वायु नलिकाओं में सूजन और बलगम का जमाव बढ़ जाता है
- (c) वायु नलिकाओं में अचानक संकुचन (bronchospasm) होता है
- (d) फेफड़ों की वायुकोशिकाएं (alveoli) पतली हो जाती हैं
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): COPD, जिसमें ब्रोंकाइटिस और एम्फाइसीमा शामिल हैं, फेफड़ों की पुरानी सूजन और वायु प्रवाह में बाधा का कारण बनती है। धूम्रपान इस सूजन और बलगम उत्पादन को बढ़ाता है।
व्याख्या (Explanation): क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस, COPD का एक प्रमुख घटक है, जिसमें ब्रोन्कियल ट्यूब (वायु नलिकाएं) की परत में सूजन आ जाती है। इससे बलगम का उत्पादन अधिक होता है और वायु नलिकाएं संकीर्ण (narrow) हो जाती हैं, जिससे सांस लेना मुश्किल हो जाता है। एम्फाइसीमा में, वायुकोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, लेकिन वायु नलिकाओं में सूजन और बलगम का जमाव COPD का एक मुख्य लक्षण है। वायु नलिकाओं का अचानक संकुचन अस्थमा का एक लक्षण है, और वायुकोशिकाओं का पतली होना (क्षतिग्रस्त होना) एम्फाइसीमा की ओर ले जाता है, जो COPD का एक प्रकार है, लेकिन वायु नलिकाओं में सूजन और बलगम सबसे व्यापक प्रभाव है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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ऑक्सीजन के परिवहन में हीमोग्लोबिन की क्षमता को धूम्रपान में मौजूद कौन सा गैस सबसे अधिक प्रभावित करता है?
- (a) कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)
- (b) नाइट्रस ऑक्साइड (N2O)
- (c) कार्बन मोनोऑक्साइड (CO)
- (d) मीथेन (CH4)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीमोग्लोबिन (Hb) ऑक्सीजन (O2) को फेफड़ों से शरीर के ऊतकों तक ले जाने के लिए जिम्मेदार प्रोटीन है। कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) हीमोग्लोबिन के साथ ऑक्सीजन की तुलना में लगभग 200-250 गुना अधिक प्रबलता से बंधता है।
व्याख्या (Explanation): जैसा कि प्रश्न 1 में बताया गया है, कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) धूम्रपान का एक घातक घटक है। जब CO फेफड़ों से रक्तप्रवाह में प्रवेश करता है, तो यह Hb के हीम समूह से जुड़ जाता है। चूंकि CO की Hb के प्रति आत्मीयता (affinity) O2 की तुलना में बहुत अधिक होती है, यह O2 के बंधने के लिए उपलब्ध Hb की मात्रा को कम कर देता है। इससे रक्त की ऑक्सीजन-वहन क्षमता गंभीर रूप से बाधित होती है, जिससे शरीर के ऊतकों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) शरीर में एक अपशिष्ट उत्पाद है और हीमोग्लोबिन द्वारा परिवहन भी किया जाता है, लेकिन CO की तरह यह O2 के परिवहन में बाधा नहीं डालता। नाइट्रस ऑक्साइड एक एनेस्थेटिक गैस है और मीथेन एक सामान्य गैस है, जो सिगरेट के धुएं में मुख्य बाधा डालने वाले कारक नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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आंतों के जीवाणु (gut bacteria) पाचन क्रिया में कैसे सहायता करते हैं?
- (a) भोजन को तोड़कर ऊर्जा उत्पन्न करते हैं
- (b) कुछ विटामिनों का संश्लेषण करते हैं
- (c) अवशिष्ट भोजन से पानी का अवशोषण करते हैं
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आंतों का माइक्रोबायोम मानव स्वास्थ्य के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य करता है, जिसमें पाचन सहायता, विटामिन संश्लेषण और प्रतिरक्षा प्रणाली का मॉड्यूलेशन शामिल है।
व्याख्या (Explanation): आंतों के जीवाणु कई तरीकों से पाचन में सहायता करते हैं:
1. भोजन को तोड़ना: वे जटिल कार्बोहाइड्रेट (जैसे फाइबर) को सरल यौगिकों में तोड़ते हैं जिन्हें शरीर अवशोषित कर सकता है, जिससे अतिरिक्त ऊर्जा प्राप्त होती है।
2. विटामिन संश्लेषण: जैसा कि प्रश्न 4 में चर्चा की गई है, वे विटामिन K और कुछ बी विटामिन (जैसे बायोटिन, फोलेट) का संश्लेषण करते हैं।
3. पानी और इलेक्ट्रोलाइट अवशोषण: वे अवशिष्ट भोजन से पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स के अवशोषण को भी बढ़ावा देते हैं, जो मल को बनाने में मदद करता है।
इन सभी कार्यों के कारण, सभी विकल्प सही हैं।अतः, सही उत्तर (d) है।
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धूम्रपान में पाए जाने वाले निकोटीन (Nicotine) का शरीर पर मुख्य प्रभाव क्या है?
- (a) यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है
- (b) यह केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करता है
- (c) यह रक्तचाप को कम करता है
- (d) यह पाचन को धीमा करता है
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): निकोटीन एक अल्कलॉइड है जो तंबाकू में पाया जाता है। यह एक साइकोएक्टिव पदार्थ है जो मस्तिष्क में निकोटिनिक एसिटाइलकोलाइन रिसेप्टर्स से बंधकर कार्य करता है।
व्याख्या (Explanation): निकोटीन एक उत्तेजक (stimulant) है जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (CNS) को उत्तेजित करता है। यह डोपामाइन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर की रिहाई को बढ़ाता है, जिससे आनंद और विश्राम की भावना होती है, और यह नशे की लत का कारण बनता है। यह हृदय गति और रक्तचाप को बढ़ाता है, पाचन को धीमा करने के बजाय अक्सर इसे तेज करता है। यह एंटीऑक्सीडेंट नहीं है; बल्कि, यह ऑक्सीडेटिव तनाव को बढ़ा सकता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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सूजन आंत्र रोग (Inflammatory Bowel Disease – IBD), जिसमें कोलाइटिस एक प्रकार है, में आंतों के जीवाणुओं की भूमिका पर हालिया शोध क्या संकेत देता है?
- (a) IBD का आंतों के सामान्य बैक्टीरिया से कोई संबंध नहीं है
- (b) IBD का कारण केवल आंतों में रोगजनक बैक्टीरिया की अत्यधिक वृद्धि है
- (c) IBD में आंतों के माइक्रोबायोम की संरचना और कार्य में परिवर्तन (डिस्बिओसिस) एक महत्वपूर्ण कारक है
- (d) आंतों के जीवाणु IBD के इलाज में पूरी तरह से अप्रभावी हैं
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सूजन आंत्र रोग (IBD) जैसे क्रोहन रोग और अल्सरेटिव कोलाइटिस, आंतों के माइक्रोबायोम के असंतुलन (डिस्बिओसिस) से जुड़े होते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को ट्रिगर करता है।
व्याख्या (Explanation): वर्तमान शोध दृढ़ता से सुझाव देते हैं कि IBD आंतों के माइक्रोबायोम की संरचना में बदलाव (डिस्बिओसिस) से निकटता से जुड़ा हुआ है। यह असंतुलन आंतों की प्रतिरक्षा प्रणाली को अतिसक्रिय कर सकता है, जिससे पुरानी सूजन होती है। जबकि रोगजनक जीवाणुओं की वृद्धि एक भूमिका निभा सकती है, मुख्य समस्या लाभकारी और रोगजनक जीवाणुओं के बीच जटिल संतुलन का बिगड़ना है। इसीलिए प्रोबायोटिक्स और फेकल माइक्रोबायोटा ट्रांसप्लांटेशन (FMT) जैसे उपचारों पर शोध किया जा रहा है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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फेफड़ों में ‘एम्फाइसीमा’ (Emphysema) नामक बीमारी, जो धूम्रपान से संबंधित है, में मुख्य रूप से क्या होता है?
- (a) फेफड़ों की वायु नलिकाओं में अत्यधिक बलगम जमा हो जाता है
- (b) फेफड़ों की वायुकोशिकाएं (alveoli) फट जाती हैं और उनकी सतह क्षेत्र कम हो जाता है
- (c) फेफड़ों में संक्रमण के कारण सूजन आ जाती है
- (d) फेफड़ों की क्षमता अचानक घट जाती है
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एम्फाइसीमा फेफड़ों की एक बीमारी है जिसमें छोटी वायुकोशिकाओं (alveoli) की दीवारें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, जिससे गैस विनिमय (ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का आदान-प्रदान) की क्षमता कम हो जाती है।
व्याख्या (Explanation): धूम्रपान से निकलने वाले विषाक्त पदार्थों से फेफड़ों में सूजन और एंजाइमेटिक क्षति होती है। यह क्षति वायुकोशिकाओं की पतली दीवारों को तोड़ देती है, जिससे बड़ी, असामान्य वायु गुहाएं बनती हैं। ये क्षतिग्रस्त वायुकोशिकाएं ऑक्सीजन को रक्त में पहुंचाने और कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकालने में कम कुशल होती हैं। इससे सांस फूलना और अन्य श्वसन संबंधी समस्याएं होती हैं। जबकि COPD में बलगम (ब्रोंकाइटिस) एक समस्या है, एम्फाइसीमा विशेष रूप से वायुकोशिकाओं की क्षति से संबंधित है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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आंतों में मौजूद अच्छे जीवाणु (beneficial bacteria) शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में कैसे मदद करते हैं?
- (a) वे हानिकारक बैक्टीरिया को पनपने से रोकते हैं
- (b) वे आंतों की परत की अखंडता बनाए रखते हैं
- (c) वे प्रतिरक्षा कोशिकाओं को ‘प्रशिक्षित’ करते हैं
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आंतों का माइक्रोबायोम प्रतिरक्षा प्रणाली के विकास और कार्यप्रणाली में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह आंतों की प्रतिरक्षा को नियंत्रित करने में मदद करता है।
व्याख्या (Explanation): आंतों के अच्छे जीवाणु कई तंत्रों द्वारा प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन करते हैं:
1. **प्रतिस्पर्धा:** वे रोगजनक (हानिकारक) जीवाणुओं के लिए पोषक तत्वों और स्थान के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं, जिससे उनकी वृद्धि सीमित हो जाती है।
2. **आंतों की बाधा:** वे आंतों की परत की अखंडता को बनाए रखने में मदद करते हैं, जो हानिकारक पदार्थों को रक्तप्रवाह में प्रवेश करने से रोकती है।
3. **प्रतिरक्षा प्रशिक्षण:** वे प्रतिरक्षा कोशिकाओं को विभिन्न प्रकार के सूक्ष्मजीवों के बीच अंतर करना सिखाते हैं, जिससे वे उचित रूप से प्रतिक्रिया कर सकें और अनावश्यक सूजन से बच सकें।
ये सभी कारक मिलकर प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं।अतः, सही उत्तर (d) है।
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सिगरेट के धुएं में मौजूद कौन सा रासायनिक पदार्थ फेफड़ों की कोशिकाओं के DNA को सीधे नुकसान पहुंचा सकता है और कैंसर का कारण बन सकता है?
- (a) एसिटाल्डिहाइड (Acetaldehyde)
- (b) फॉर्मलाडेहाइड (Formaldehyde)
- (c) बेंजोपाइरीन (Benzo[a]pyrene)
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सिगरेट के धुएं में विभिन्न प्रकार के कार्सिनोजेन्स (कैंसरकारी रसायन) होते हैं जो DNA को नुकसान पहुंचाकर कैंसर को प्रेरित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): सिगरेट के धुएं में 70 से अधिक ज्ञात कार्सिनोजेन होते हैं। एसिटाल्डिहाइड, फॉर्मलाडेहाइड और बेंजोपाइरीन (एक पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन – PAH) सभी फेफड़ों के कैंसर से जुड़े प्रमुख कार्सिनोजेन हैं। ये रसायन DNA में उत्परिवर्तन (mutations) का कारण बनते हैं, जिससे कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और कैंसर का रूप ले लेती हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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आंतों के माइक्रोबायोम (gut microbiome) के बारे में कौन सा कथन सत्य नहीं है?
- (a) यह मानव स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
- (b) यह केवल मनुष्यों में पाया जाता है।
- (c) यह विभिन्न प्रकार के सूक्ष्मजीवों से बना होता है।
- (d) इसमें आंतों के जीवाणु, कवक और वायरस शामिल हो सकते हैं।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): माइक्रोबायोम (Microbiome) एक जीव के शरीर में या उस पर रहने वाले सभी सूक्ष्मजीवों (जीवाणु, कवक, वायरस, आर्किया) और उनके जीनोम का समुदाय है।
व्याख्या (Explanation): माइक्रोबायोम की अवधारणा केवल मनुष्यों तक सीमित नहीं है; लगभग सभी बहुकोशिकीय जीवों में माइक्रोबायोम होते हैं। उदाहरण के लिए, कीड़ों, पौधों और समुद्री जीवों में भी जटिल माइक्रोबायोम होते हैं। हालांकि, अन्य सभी कथन सत्य हैं: माइक्रोबायोम मानव स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, इसमें विभिन्न प्रकार के सूक्ष्मजीव होते हैं, और इसमें जीवाणु, कवक और वायरस शामिल होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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धूम्रपान से होने वाले हृदय रोग का मुख्य कारण क्या है?
- (a) रक्त वाहिकाओं में प्लाक (plaque) का जमना
- (b) हृदय गति का अनियमित होना
- (c) हृदय की मांसपेशियों का कमजोर होना
- (d) रक्तचाप का बहुत कम हो जाना
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): धूम्रपान धमनियों (arteries) की दीवारों को नुकसान पहुंचाता है, जिससे एथेरोस्क्लेरोसिस (atherosclerosis) नामक स्थिति विकसित होती है, जिसमें प्लाक जमा हो जाता है।
व्याख्या (Explanation): धूम्रपान रक्त वाहिकाओं की आंतरिक परत (endothelium) को नुकसान पहुंचाता है। यह अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को कम करता है और खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को ऑक्सीकृत करने की प्रवृत्ति को बढ़ाता है, जो धमनियों की दीवारों में प्लाक (वसा, कोलेस्ट्रॉल और अन्य पदार्थों का जमाव) के निर्माण को बढ़ावा देता है। यह एथेरोस्क्लेरोसिस कहलाता है, जिससे रक्त प्रवाह संकुचित हो जाता है और हृदय रोग, स्ट्रोक और परिधीय धमनी रोग का खतरा बढ़ जाता है। जबकि धूम्रपान हृदय गति और रक्तचाप को भी प्रभावित कर सकता है, प्लाक का जमना हृदय रोग का सबसे प्रमुख कारण है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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कोलाइटिस के इलाज में ‘फेकल माइक्रोबायोटा ट्रांसप्लांटेशन’ (Fecal Microbiota Transplantation – FMT) क्यों प्रभावी हो सकता है?
- (a) यह एक एंटीबायोटिक उपचार है जो हानिकारक बैक्टीरिया को मारता है।
- (b) यह आंतों के माइक्रोबायोम को स्वस्थ दाता के मल से पुनर्जीवित करके असंतुलन को ठीक करता है।
- (c) यह आंतों की सूजन को सीधे कम करने के लिए दवाएं पहुंचाता है।
- (d) यह आंतों की परत को मजबूत करने के लिए फाइबर की आपूर्ति करता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): FMT में, एक स्वस्थ व्यक्ति के मल का एक नमूना (जिसमें विभिन्न प्रकार के फायदेमंद बैक्टीरिया होते हैं) एक रोगी की आंतों में डाला जाता है। इसका उद्देश्य रोगी के माइक्रोबायोम को पुनर्संतुलित करना है।
व्याख्या (Explanation): FMT का उपयोग मुख्य रूप से उन स्थितियों के इलाज के लिए किया जाता है जो आंतों के माइक्रोबायोम में गंभीर असंतुलन (जैसे क्लोस्ट्रीडियम डिफिसाइल संक्रमण) से जुड़ी होती हैं। कोलाइटिस जैसे IBD के मामलों में, जहां डिस्बिओसिस एक भूमिका निभाता है, FMT स्वस्थ माइक्रोबायोम को रोगी की आंतों में प्रत्यारोपित करके माइक्रोबियल संतुलन को बहाल करने का प्रयास करता है। यह आंतों की पारिस्थितिकी को ठीक करता है, जिससे सूजन कम हो सकती है। यह कोई एंटीबायोटिक उपचार नहीं है, न ही यह सीधे दवाएं पहुंचाता है या फाइबर की आपूर्ति करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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धूम्रपान से रक्त की चिपचिपाहट (viscosity) में वृद्धि होती है। इसका कारण क्या है?
- (a) रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ना
- (b) लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells) का असामान्य रूप से उत्पादन बढ़ना
- (c) रक्त में पानी की मात्रा बढ़ना
- (d) प्लेटलेट्स की संख्या में कमी
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): शरीर ऑक्सीजन की कमी (जो धूम्रपान से हो सकती है) के प्रति प्रतिक्रिया के रूप में लाल रक्त कोशिकाओं (RBCs) का उत्पादन बढ़ा सकता है। RBCs रक्त को गाढ़ा बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): धूम्रपान के कारण शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम हो जाता है (क्योंकि CO हीमोग्लोबिन से बंध जाता है)। इस ऑक्सीजन की कमी के जवाब में, गुर्दे एरिथ्रोपोइटिन (erythropoietin) नामक हार्मोन का उत्पादन बढ़ाते हैं, जो अस्थि मज्जा (bone marrow) को अधिक लाल रक्त कोशिकाएं बनाने के लिए उत्तेजित करता है। रक्त में RBCs की बढ़ी हुई संख्या (जिसे पॉलीसिथेमिया कहा जाता है) रक्त को अधिक गाढ़ा बनाती है, जिससे रक्त के थक्के बनने का खतरा बढ़ जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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शरीर में, विटामिन D का संश्लेषण (synthesis) मुख्य रूप से किस पर निर्भर करता है?
- (a) सूर्य के प्रकाश (UVB विकिरण)
- (b) आहार में प्रोटीन की मात्रा
- (c) आंतों में पाए जाने वाले जीवाणु
- (d) रक्त में कैल्शियम का स्तर
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव त्वचा सूर्य के प्रकाश (विशेष रूप से UVB विकिरण) की उपस्थिति में विटामिन D3 (कोलेकैल्सीफेरोल) का संश्लेषण कर सकती है।
व्याख्या (Explanation): जब त्वचा UVB विकिरण के संपर्क में आती है, तो 7-डीहाइड्रोकोलेस्ट्रॉल (7-dehydrocholesterol) नामक एक अग्रदूत (precursor) विटामिन D3 में परिवर्तित हो जाता है। यह विटामिन D3 फिर यकृत और गुर्दे में सक्रिय रूप में परिवर्तित होता है, जो कैल्शियम अवशोषण और हड्डी के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। जबकि आहार और आंतों के जीवाणु (कुछ हद तक) भी विटामिन D के स्तर को प्रभावित कर सकते हैं, सूर्य का प्रकाश प्राथमिक और सबसे महत्वपूर्ण स्रोत है। रक्त में कैल्शियम का स्तर विटामिन D के विनियमन के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन इसके संश्लेषण के लिए नहीं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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धूम्रपान का तंत्रिका तंत्र (Nervous System) पर क्या दीर्घकालिक प्रभाव पड़ सकता है?
- (a) याददाश्त में सुधार
- (b) संज्ञानात्मक कार्य (cognitive function) में गिरावट और स्ट्रोक का खतरा बढ़ना
- (c) एकाग्रता की अवधि में वृद्धि
- (d) चिंता और अवसाद में कमी
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): धूम्रपान रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है, जिसमें मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति करने वाली वाहिकाएं भी शामिल हैं, जिससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, निकोटीन का दीर्घकालिक प्रभाव तंत्रिका तंत्र पर नकारात्मक हो सकता है।
व्याख्या (Explanation): धूम्रपान से रक्त वाहिकाओं में प्लाक जमने की प्रक्रिया तेज होती है, जो मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को बाधित कर सकती है और स्ट्रोक का कारण बन सकती है। दीर्घकालिक धूम्रपान मस्तिष्क कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है और संज्ञानात्मक कार्य (जैसे स्मृति, निर्णय लेना) में गिरावट का कारण बन सकता है। जबकि निकोटीन शुरू में उत्तेजक प्रभाव डालता है, दीर्घकालिक जोखिम से तंत्रिका तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं, और यह वास्तव में चिंता और अवसाद को बढ़ा सकता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
मानव आंत में पाए जाने वाले जीवाणु (gut bacteria) को ‘ऑर्गन’ (organ) के रूप में क्यों नहीं माना जाता है?
- (a) वे जीवित नहीं हैं।
- (b) वे एक एकल, एकीकृत संरचना के रूप में कार्य नहीं करते हैं।
- (c) वे एक विशिष्ट, परिभाषित कार्य नहीं करते हैं।
- (d) वे मानव शरीर से स्वतंत्र रूप से विकसित होते हैं।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एक ऑर्गन (अंग) एक जैविक संरचना है जो ऊतकों (tissues) से बनी होती है और शरीर में एक विशिष्ट, परिभाषित कार्य करती है। यद्यपि आंतों का माइक्रोबायोम एक ‘कार्यशील इकाई’ (functional unit) है, यह एक एकल, एकीकृत शारीरिक अंग नहीं है।
व्याख्या (Explanation): आंतों का माइक्रोबायोम अरबों अलग-अलग सूक्ष्मजीवों का एक जटिल समुदाय है। ये सूक्ष्मजीव सहजीवी (symbiotic) संबंध में मनुष्यों के साथ रहते हैं और विभिन्न कार्य करते हैं, लेकिन वे एक एकल, एकीकृत भौतिक संरचना के रूप में व्यवस्थित नहीं होते हैं जैसे कि हृदय (पेशी ऊतक) या मस्तिष्क (तंत्रिका ऊतक)। वे एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाते हैं, न कि एक अंग। वे निश्चित रूप से जीवित हैं (a गलत), वे बहुत विशिष्ट कार्य करते हैं (c गलत), और जबकि वे स्वतंत्र रूप से विकसित हो सकते हैं, वे मानव शरीर के साथ सहजीवी संबंध में रहते हैं (d गलत)।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
धूम्रपान से फेफड़ों की संरचना को होने वाले नुकसान का सबसे अच्छा वर्णन कौन सा विकल्प करता है?
- (a) फेफड़ों की वायु नलिकाओं का सिकुड़ना और कफ का अत्यधिक उत्पादन
- (b) फेफड़ों के वायु थैलों (alveoli) का टूटना और उनकी लचीलता कम होना
- (c) फेफड़ों में फाइब्रोसिस (scarring) और वायु प्रवाह में मामूली कमी
- (d) फेफड़ों में द्रव का जमाव (pulmonary edema)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): धूम्रपान से फेफड़ों में क्रॉनिक सूजन और एंजाइमेटिक क्षति होती है, जिससे वायुकोशिकाओं की दीवारों का क्षरण होता है, जो एम्फाइसीमा का कारण बनता है।
-
कोलाइटिस (Colitis) के संबंध में ‘इन्फ्लेमेटरी बाउल डिजीज’ (IBD) का क्या अर्थ है?
- (a) यह केवल एक प्रकार का पेट दर्द है।
- (b) यह आंतों में संक्रमण के कारण होने वाली एक तीव्र बीमारी है।
- (c) यह एक पुरानी स्थिति है जिसमें आंतों (विशेष रूप से कोलन) में सूजन होती है।
- (d) यह आंतों की कैंसर का प्रारंभिक चरण है।
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): इन्फ्लेमेटरी बाउल डिजीज (IBD) एक सामान्य शब्द है जो पुरानी आंतों की सूजन वाली बीमारियों के समूह को संदर्भित करता है। अल्सरेटिव कोलाइटिस इसका एक प्रमुख रूप है।
व्याख्या (Explanation): IBD में ‘इन्फ्लेमेटरी’ (inflammatory) का अर्थ सूजन है, और ‘बाउल’ (bowel) आंतों को संदर्भित करता है। यह एक पुरानी (लंबी अवधि की) स्थिति है, न कि तीव्र संक्रमण। जबकि IBD से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है, यह अपने आप में कैंसर नहीं है। यह मुख्य रूप से कोलन (बड़ी आंत) की पुरानी सूजन से संबंधित है, खासकर अल्सरेटिव कोलाइटिस में।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
धूम्रपान से शरीर में किस विटामिन की कमी हो सकती है?
- (a) विटामिन A
- (b) विटामिन C
- (c) विटामिन D
- (d) विटामिन E
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन C एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है और शरीर में कई महत्वपूर्ण कार्यों के लिए आवश्यक है। धूम्रपान करने वालों में विटामिन C का स्तर अक्सर कम पाया जाता है।
व्याख्या (Explanation): सिगरेट के धुएं में मौजूद ऑक्सीडेंट्स (oxidants) शरीर के एंटीऑक्सीडेंट्स, जैसे विटामिन C, को नष्ट कर देते हैं। इसके अतिरिक्त, धूम्रपान करने वाले अक्सर अपने आहार में विटामिन C का सेवन कम करते हैं। विटामिन C की कमी से प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो सकती है, और यह घावों को भरने की प्रक्रिया को भी धीमा कर सकती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
आंतों के माइक्रोबायोम (Gut Microbiome) के लिए ‘प्रोबायोटिक्स’ (Probiotics) क्या हैं?
- (a) ऐसे रसायन जो आंतों के जीवाणुओं को मारते हैं।
- (b) जीवित सूक्ष्मजीव जिन्हें जब पर्याप्त मात्रा में सेवन किया जाता है, तो वे मेजबान (host) को स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं।
- (c) ऐसे पदार्थ जो आंतों के जीवाणुओं को खिलाते हैं (फीडिंग)।
- (d) आंतों के जीवाणुओं के लिए एंटीबायोटिक दवाओं के प्रतिरोध तंत्र।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रोबायोटिक्स को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और खाद्य और कृषि संगठन (FAO) द्वारा जीवित सूक्ष्मजीवों के रूप में परिभाषित किया गया है जो पर्याप्त मात्रा में सेवन किए जाने पर मेजबान को स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रोबायोटिक्स (जैसे लैक्टोबैसिलस और बिफीडोबैक्टीरियम) अक्सर दही, केफिर और सप्लीमेंट्स में पाए जाते हैं। ये “अच्छे” जीवाणु आंतों के माइक्रोबायोम के संतुलन को बेहतर बनाने, पाचन में सहायता करने और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। विकल्प (a) एंटीबायोटिक्स का वर्णन करता है, (c) प्रीबायोटिक्स (prebiotics) का वर्णन करता है (जैसे फाइबर), और (d) जीवाणु प्रतिरोध का वर्णन करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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