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सेवा पखवाड़ा से मोदी स्टोरी तक: PM मोदी के 75वें जन्मदिन का राजनीतिक विश्लेषण

सेवा पखवाड़ा से मोदी स्टोरी तक: PM मोदी के 75वें जन्मदिन का राजनीतिक विश्लेषण

चर्चा में क्यों? (Why in News?):**
भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री, श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी, ने हाल ही में अपना 75वां जन्मदिन मनाया। इस अवसर पर, देश भर में विभिन्न राजनीतिक दलों, संगठनों और आम नागरिकों द्वारा उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी गईं। खास तौर पर, सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस अवसर को ‘सेवा पखवाड़ा’ के रूप में मनाने की घोषणा की, जो 15 दिनों तक चलने वाला एक राष्ट्रव्यापी सेवा और जनसंपर्क अभियान था। वहीं, प्रमुख विपक्षी दल के नेता, राहुल गांधी, ने भी प्रधानमंत्री को जन्मदिन की बधाई दी। इसके अतिरिक्त, पार्टी के वरिष्ठ नेता, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह, जैसे लोगों ने ‘मोदी स्टोरी’ का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री के जीवन, उपलब्धियों और राजनीतिक यात्रा पर प्रकाश डाला। यह घटनाक्रम, देश के सबसे बड़े राजनीतिक दल के नेता के जन्मदिन के उत्सव के साथ-साथ, भारतीय राजनीति में चल रही विमर्श की दिशा और जनता से जुड़ाव के प्रयासों को भी रेखांकित करता है। UPSC परीक्षा के दृष्टिकोण से, यह घटनाक्रम न केवल समसामयिक घटनाओं की समझ के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि भारत की राजनीतिक संस्कृति, नेतृत्व शैलियों और जन-आंदोलनों को समझने का एक अवसर भी प्रदान करता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: एक परिचय (Prime Minister Narendra Modi: An Introduction):
श्री नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात के वडनगर में हुआ था। एक साधारण पृष्ठभूमि से उठकर देश के सर्वोच्च राजनीतिक पद तक पहुंचना उनकी असाधारण यात्रा का प्रतीक है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) को संगठनात्मक स्तर पर मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में एक लंबा कार्यकाल (2001-2014) बिताया। 2014 में, उन्होंने भारतीय आम चुनाव में BJP को ऐतिहासिक जीत दिलाई और भारत के 14वें प्रधानमंत्री बने। 2019 में, उन्होंने लगातार दूसरी बार शानदार जीत दर्ज की, जो उनकी लोकप्रियता और राजनीतिक पकड़ को दर्शाती है। उनके कार्यकाल में, भारत ने आर्थिक सुधारों, सामाजिक कल्याण योजनाओं, विदेश नीति में सक्रियता और राष्ट्रीय सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया है।

‘सेवा पखवाड़ा’: BJP का जनसंपर्क और सेवा का अभियान (‘Seva Pakhwada’: BJP’s Public Outreach and Service Campaign)

‘सेवा पखवाड़ा’ (अर्थात् ‘सेवा का पखवाड़ा’) भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के 75वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में आयोजित एक 15-दिवसीय राष्ट्रव्यापी अभियान था, जो 17 सितंबर से 2 अक्टूबर (गांधी जयंती) तक चला। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री के जन्मदिन को केवल एक उत्सव के रूप में मनाने के बजाय, इसे ‘सेवा’ और ‘जनसंपर्क’ के अवसर के रूप में उपयोग करना था।

अभियान के मुख्य बिंदु (Key Highlights of the Campaign):

  • सामुदायिक सेवा गतिविधियाँ: पूरे देश में पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने विभिन्न सामुदायिक सेवा गतिविधियों में भाग लिया। इनमें रक्त दान शिविर, स्वास्थ्य जांच शिविर, स्वच्छता अभियान, पौधरोपण, और जरूरतमंदों को सहायता सामग्री का वितरण शामिल था।
  • सरकारी योजनाओं का प्रचार: इस पखवाड़े का उपयोग केंद्र सरकार की प्रमुख योजनाओं, जैसे कि स्वच्छ भारत, जल जीवन मिशन, आयुष्मान भारत, और कोरोना टीकाकरण अभियान, के बारे में जन जागरूकता फैलाने के लिए भी किया गया।
  • ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ (ODOP) को बढ़ावा: स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने और उन्हें राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय बाजारों से जोड़ने के लिए भी पहल की गई।
  • ‘टीकाकरण महा अभियान’: विशेष रूप से कोविड-19 टीकाकरण को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष अभियान चलाए गए।
  • ‘स्वच्छता ही सेवा’ (Swachhata Hi Seva) अभियान: गांधी जयंती के अवसर को ध्यान में रखते हुए, स्वच्छता पर विशेष जोर दिया गया।
  • ‘रक्तदान अमृत महोत्सव’: 17 सितंबर को ‘राष्ट्रीय रक्तदान दिवस’ के अवसर पर, देश भर में रक्तदान शिविरों का आयोजन किया गया, जिसमें रिकॉर्ड संख्या में लोगों ने रक्तदान किया।

‘सेवा पखवाड़ा’ का राजनीतिक महत्व (Political Significance of ‘Seva Pakhwada’):

  • जनता से जुड़ाव (Connecting with the Public): यह अभियान BJP को सीधे जनता से जुड़ने और जमीनी स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का एक मंच प्रदान करता है। सेवा कार्यों के माध्यम से, पार्टी अपनी ‘जन-सेवा’ की छवि को मजबूत करने का प्रयास करती है।
  • प्रधानमंत्री की ब्रांडिंग (Branding the Prime Minister): अभियान को प्रधानमंत्री के जन्मदिन के इर्द-गिर्द केंद्रित करके, पार्टी उनके नेतृत्व, दूरदर्शिता और देश के प्रति समर्पण को उजागर करती है। यह प्रधानमंत्री की ‘ब्रांड वैल्यू’ को बनाए रखने और बढ़ाने का एक तरीका है।
  • संगठनात्मक शक्ति का प्रदर्शन (Demonstration of Organizational Strength): इस तरह के राष्ट्रव्यापी अभियान BJP की मजबूत संगठनात्मक ढांचे और उसके कार्यकर्ताओं की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हैं।
  • विपक्षी दलों पर दबाव (Pressure on Opposition Parties): जब सत्ताधारी दल इस तरह के बड़े जनसंपर्क अभियान चलाता है, तो यह विपक्षी दलों पर भी उसी तरह की सक्रियता दिखाने का दबाव बनाता है।
  • सकारात्मक विमर्श का निर्माण (Creating a Positive Narrative): ‘सेवा’ और ‘विकास’ जैसे सकारात्मक विषयों पर ध्यान केंद्रित करके, BJP नकारात्मक विमर्श को कम करने और अपने पक्ष में एक सकारात्मक छवि बनाने का प्रयास करती है।

‘सेवा पखवाड़ा’ केवल एक राजनीतिक अभियान नहीं है, बल्कि यह भारतीय जनता पार्टी की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत वह विकास, सेवा और राष्ट्रवाद को अपने राजनीतिक विमर्श के केंद्र में रखती है।

‘मोदी स्टोरी’: नेतृत्व, यात्रा और मिथक निर्माण (‘Modi Story’: Leadership, Journey, and Myth Building)

‘मोदी स्टोरी’ एक व्यापक अवधारणा है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन, उनके संघर्षों, उनकी राजनीतिक यात्रा, उनकी नीतियों और उनकी उपलब्धियों का वर्णन करती है। यह केवल तथ्यात्मक विवरण नहीं है, बल्कि एक कथा (narrative) है जिसे BJP द्वारा अपने नेता की छवि को मजबूत करने के लिए गढ़ा और प्रस्तुत किया जाता है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह जैसे वरिष्ठ नेताओं द्वारा ‘मोदी स्टोरी’ का उल्लेख करना, इस कथा को आधिकारिक स्वरूप देने और पार्टी के भीतर इसे मान्यता दिलाने का एक प्रयास है।

‘मोदी स्टोरी’ के प्रमुख तत्व (Key Elements of ‘Modi Story’):

  • गरीबी से सत्ता तक की यात्रा: एक सामान्य चाय बेचने वाले के बेटे से लेकर देश के प्रधानमंत्री बनने तक की कहानी, जो कड़ी मेहनत, समर्पण और असाधारण नेतृत्व क्षमता को दर्शाती है। यह ‘आम आदमी’ के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
  • गुजरात मॉडल: गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल को विकास, सुशासन और आर्थिक प्रगति के एक मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाता है।
  • ‘मजबूत नेता’ की छवि: राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति और आर्थिक निर्णयों में दृढ़ता और निर्णायकता दिखाने वाले नेता के रूप में।
  • राष्ट्रवाद और हिंदुत्व: राष्ट्रीय गौरव, सांस्कृतिक पुनर्जागरण और भारत की प्राचीन सभ्यता की जड़ों से जुड़ाव पर जोर।
  • विकास और कल्याणकारी योजनाएँ: ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के नारे के तहत चलाई गई विभिन्न विकास और कल्याणकारी योजनाओं को उनकी प्रतिबद्धता के प्रमाण के रूप में दिखाना।
  • वैश्विक मंच पर भारत की प्रतिष्ठा: प्रधानमंत्री के रूप में अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूत करने और भारत को वैश्विक पटल पर एक प्रमुख शक्ति के रूप में स्थापित करने के प्रयासों को उजागर करना।

‘मोदी स्टोरी’ के निर्माण का उद्देश्य (Objective of Building the ‘Modi Story’):

  • नेतृत्व की ब्रांडिंग: एक ऐसे नेता की छवि बनाना जो असाधारण, दूरदर्शी और सक्षम हो।
  • राजनीतिक वैधता: उनके राजनीतिक निर्णयों और नीतियों को जनता के लिए स्वीकार्य और प्रशंसनीय बनाना।
  • ध्रुवीकरण और समर्थन: अपने समर्थकों को एकजुट करना और विरोधियों को हतोत्साहित करना।
  • प्रेरणा और आकांक्षा: युवा पीढ़ी और वंचित वर्गों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनना, यह दर्शाते हुए कि कोई भी व्यक्ति अपनी मेहनत से शिखर तक पहुंच सकता है।
  • पार्टी की पहचान: BJP को केवल एक राजनीतिक दल से ऊपर उठाकर, एक ऐसे आंदोलन के रूप में प्रस्तुत करना जिसका नेतृत्व मोदी कर रहे हैं।

‘मोदी स्टोरी’ सिर्फ एक व्यक्ति की कहानी नहीं है, बल्कि यह एक राजनीतिक परियोजना है जो महत्वाकांक्षा, राष्ट्रवाद, विकास और एक मजबूत नेतृत्व की अवधारणाओं को बुनती है।

राहुल गांधी की बधाई: विपक्ष का दृष्टिकोण (Rahul Gandhi’s Greetings: The Opposition’s Perspective)

प्रधानमंत्री मोदी के 75वें जन्मदिन पर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी द्वारा दी गई बधाई, राजनीतिक शिष्टाचार का एक उदाहरण है। हालांकि, यह बधाई कई स्तरों पर महत्वपूर्ण है:

बधाई का महत्व (Significance of the Greetings):

  • सकारात्मक राजनीतिक संवाद: यह दर्शाता है कि गंभीर राजनीतिक मतभेदों के बावजूद, महत्वपूर्ण अवसरों पर सकारात्मक और सम्मानजनक संवाद बनाए रखना संभव है।
  • विपक्षी भूमिका का निर्वहन: यह कांग्रेस की एक ऐसे विपक्षी दल की भूमिका निभाने की कोशिश को दर्शाता है, जो न केवल सरकार की आलोचना करता है, बल्कि राष्ट्रीय नेतृत्व का सम्मान भी करता है।
  • जनता पर प्रभाव: इस तरह की सार्वजनिक शुभकामनाएं, जनता के बीच एक ऐसे सकारात्मक संदेश को फैलाने में मदद करती हैं कि राजनीति में व्यक्तिगत द्वेष से ऊपर उठकर भी बात की जा सकती है।
  • रणनीतिक संकेत: यह एक संकेत भी हो सकता है कि कांग्रेस, सीधे टकराव के बजाय, कुछ मुद्दों पर राष्ट्रीय नेतृत्व के साथ तालमेल बिठाने के लिए तैयार है, खासकर जब वह राष्ट्रीय महत्व का विषय हो।

हालांकि, यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह बधाई, विपक्षी दलों द्वारा सरकार पर दबाव बनाने और अपने मुद्दों को उठाने की रणनीति का एक हिस्सा भी हो सकती है। ‘सेवा पखवाड़ा’ जैसे अभियानों के जवाब में, विपक्ष भी अपनी सक्रियता दिखाने और जनता का ध्यान आकर्षित करने के तरीके ढूंढता है।

UPSC परीक्षा के लिए प्रासंगिकता (Relevance for UPSC Exam)

प्रधानमंत्री मोदी के 75वें जन्मदिन का यह घटनाक्रम UPSC परीक्षा के विभिन्न चरणों और विषयों के लिए अत्यंत प्रासंगिक है:

1. समसामयिक घटनाएँ (Current Affairs):

यह सीधे तौर पर राष्ट्रीय महत्व की एक समसामयिक घटना है, जो प्रीलिम्स और मेन्स दोनों में पूछी जा सकती है।

2. भारतीय राजनीति (Indian Politics):

  • पार्टी की रणनीतियाँ: BJP की जनसंपर्क, ब्रांडिंग और संगठनात्मक प्रबंधन की रणनीतियों को समझने का अवसर।
  • विपक्षी भूमिका: कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों द्वारा अपनाई जाने वाली रणनीतियाँ और उनके सार्वजनिक संवाद का तरीका।
  • चुनाव प्रचार: ‘सेवा पखवाड़ा’ और ‘मोदी स्टोरी’ जैसे अभियान भविष्य में होने वाले चुनावों के लिए पार्टी की प्रचार रणनीतियों की झलक देते हैं।
  • नेतृत्व की प्रकृति: एक ऐसे नेता की छवि का निर्माण और रखरखाव कैसे किया जाता है जो राष्ट्रव्यापी स्तर पर करिश्माई हो।

3. शासन और जन कल्याण (Governance and Public Welfare):

  • सरकारी योजनाओं का प्रसार: ‘सेवा पखवाड़ा’ के दौरान सरकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के तरीके।
  • सामाजिक उत्तरदायित्व: राजनीतिक दलों और नेताओं द्वारा सामाजिक उत्तरदायित्वों का निर्वहन किस प्रकार किया जाता है।
  • स्वैच्छिक क्षेत्र की भूमिका: ‘सेवा पखवाड़ा’ जैसी पहलों में पार्टी कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों की भूमिका।

4. सामाजिक मुद्दे (Social Issues):

  • जागरूकता अभियान: स्वास्थ्य, स्वच्छता और टीकाकरण जैसे मुद्दों पर जन जागरूकता फैलाने के तरीके।
  • सामुदायिक सहभागिता: सामुदायिक कल्याण के लिए लोगों को कैसे संगठित और प्रेरित किया जा सकता है।

5. मीडिया और जनसंचार (Media and Mass Communication):

  • कथा निर्माण (Narrative Building): ‘मोदी स्टोरी’ जैसे राजनीतिक आख्यानों का निर्माण और प्रसार कैसे होता है।
  • जनसंपर्क (Public Relations): राजनीतिक दल अपनी सार्वजनिक छवि को बेहतर बनाने के लिए जनसंपर्क के किन साधनों का उपयोग करते हैं।

चुनौतियाँ और भविष्य की राह (Challenges and Way Forward)

‘सेवा पखवाड़ा’ और ‘मोदी स्टोरी’ जैसे अभियानों के माध्यम से BJP अपनी स्थिति मजबूत करने का प्रयास करती है, लेकिन इसके साथ कुछ चुनौतियाँ भी जुड़ी हैं:

चुनौतियाँ (Challenges):

  • वास्तविक सेवा बनाम प्रचार: यह सुनिश्चित करना कि ‘सेवा’ के कार्यक्रम केवल प्रचार के साधन बनकर न रह जाएं, बल्कि वास्तव में जमीनी स्तर पर जरूरतमंदों की मदद करें।
  • कथा की प्रामाणिकता: ‘मोदी स्टोरी’ जैसी कथाओं की प्रामाणिकता और सच्चाई पर सवाल उठ सकते हैं, यदि वे जमीनी हकीकत से मेल नहीं खातीं।
  • विपक्षी एकता: सत्ताधारी दल की इस तरह की बड़ी पहलों का मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों को एकजुट और प्रभावी रणनीति बनाने की आवश्यकता होगी।
  • जनता की अपेक्षाएँ: ऐसे अभियानों से जनता की अपेक्षाएँ बढ़ सकती हैं, जिन्हें पूरा करना सरकार और पार्टी के लिए एक सतत चुनौती होगी।
  • मीडिया का प्रभाव: मीडिया की भूमिका, चाहे वह समर्थन में हो या आलोचना में, इन कथाओं के निर्माण और प्रसार को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करती है।

भविष्य की राह (Way Forward):

  • संतुलित दृष्टिकोण: राजनीतिक दलों को प्रचार और वास्तविक सेवा के बीच संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता है।
  • पारदर्शिता और जवाबदेही: ‘सेवा’ के कार्यक्रमों में अधिक पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जानी चाहिए।
  • विपक्ष की रचनात्मक भूमिका: विपक्षी दलों को केवल आलोचना तक सीमित न रहकर, वैकल्पिक नीतियों और विजन प्रस्तुत करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
  • नीति-उन्मुख विमर्श: चुनावों और राजनीतिक अभियानों में मुद्दों और नीतियों पर आधारित विमर्श को बढ़ावा देना, न कि केवल व्यक्ति-केंद्रित कथाओं पर।
  • डिजिटल युग में रणनीति: सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग जनता से जुड़ने और अपनी बात रखने के लिए अधिक प्रभावी ढंग से करना।

प्रधानमंत्री मोदी के 75वें जन्मदिन का अवसर, भारतीय राजनीति में चल रही गतिशीलता, नेतृत्व की भूमिका, जनसंपर्क की रणनीतियों और राजनीतिक कथाओं के महत्व को समझने का एक बहुआयामी परिप्रेक्ष्य प्रदान करता है। UPSC उम्मीदवारों के लिए, यह घटनाक्रम केवल एक समाचार से कहीं अधिक है; यह भारतीय लोकतंत्र के कामकाज, उसकी जटिलताओं और उसके भविष्य की दिशा को समझने के लिए एक केस स्टडी है।

UPSC परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न (Practice Questions for UPSC Exam)

प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 10 MCQs

1. ‘सेवा पखवाड़ा’ अभियान, भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा किस अवसर पर शुरू किया गया था?
(a) गणतंत्र दिवस
(b) स्वतंत्रता दिवस
(c) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिन
(d) गांधी जयंती

उत्तर: (c) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिन
व्याख्या: ‘सेवा पखवाड़ा’ BJP द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में, 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक आयोजित किया गया एक राष्ट्रव्यापी अभियान था।

2. ‘सेवा पखवाड़ा’ अभियान का मुख्य उद्देश्य क्या था?
(a) केवल राजनीतिक रैलियाँ आयोजित करना
(b) सामुदायिक सेवा और जनसंपर्क
(c) केवल सरकारी योजनाओं का विरोध करना
(d) अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति को बढ़ावा देना

उत्तर: (b) सामुदायिक सेवा और जनसंपर्क
व्याख्या: इस अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री के जन्मदिन को ‘सेवा’ और ‘जनसंपर्क’ के अवसर के रूप में उपयोग करना था, जिसमें सामुदायिक सेवा गतिविधियाँ शामिल थीं।

3. ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ (ODOP) पहल को किस अभियान के दौरान बढ़ावा दिया गया?
(a) स्वच्छ भारत अभियान
(b) ‘सेवा पखवाड़ा’
(c) आयुष्मान भारत
(d) मेक इन इंडिया

उत्तर: (b) ‘सेवा पखवाड़ा’
व्याख्या: ‘सेवा पखवाड़ा’ के दौरान स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ (ODOP) पहल को भी प्रोत्साहित किया गया।

4. ‘रक्तदान अमृत महोत्सव’ का आयोजन किस विशेष दिन के अवसर पर किया गया था, जो ‘सेवा पखवाड़ा’ का हिस्सा था?
(a) राष्ट्रीय युवा दिवस
(b) राष्ट्रीय रक्तदान दिवस
(c) विश्व स्वास्थ्य दिवस
(d) अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

उत्तर: (b) राष्ट्रीय रक्तदान दिवस
व्याख्या: 17 सितंबर को ‘राष्ट्रीय रक्तदान दिवस’ के अवसर पर, ‘सेवा पखवाड़ा’ के हिस्से के रूप में ‘रक्तदान अमृत महोत्सव’ का आयोजन किया गया था।

5. ‘मोदी स्टोरी’ से तात्पर्य है:
(a) केवल प्रधानमंत्री मोदी की राजनीतिक उपलब्धियों का विवरण।
(b) प्रधानमंत्री मोदी के जीवन, संघर्ष, राजनीतिक यात्रा और सार्वजनिक कथा का निर्माण।
(c) केवल गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल का विश्लेषण।
(d) भारत की विदेश नीति के हालिया घटनाक्रम।

उत्तर: (b) प्रधानमंत्री मोदी के जीवन, संघर्ष, राजनीतिक यात्रा और सार्वजनिक कथा का निर्माण।
व्याख्या: ‘मोदी स्टोरी’ एक व्यापक अवधारणा है जो उनके पूरे जीवन, यात्रा और उनके आसपास निर्मित की गई सार्वजनिक कथा को दर्शाती है।

6. निम्नलिखित में से कौन ‘मोदी स्टोरी’ के एक प्रमुख तत्व के रूप में माना जा सकता है?
(a) केवल आर्थिक सुधारों पर ध्यान केंद्रित करना।
(b) गरीब पृष्ठभूमि से सत्ता तक की यात्रा को उजागर करना।
(c) केवल अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को प्राथमिकता देना।
(d) विपक्षी दलों के साथ गठबंधन का विवरण।

उत्तर: (b) गरीब पृष्ठभूमि से सत्ता तक की यात्रा को उजागर करना।
व्याख्या: एक साधारण पृष्ठभूमि से उठकर देश के सर्वोच्च पद तक पहुंचने की यात्रा ‘मोदी स्टोरी’ का एक केंद्रीय और प्रेरणादायक तत्व है।

7. प्रधानमंत्री मोदी के 75वें जन्मदिन पर राहुल गांधी की बधाई का क्या महत्व है?
(a) यह केवल एक औपचारिक बधाई थी।
(b) यह राजनीतिक शिष्टाचार और सकारात्मक संवाद का उदाहरण है।
(c) यह संकेत देता है कि कांग्रेस पूरी तरह से सरकार के साथ सहमत है।
(d) इसका कोई राजनीतिक महत्व नहीं है।

उत्तर: (b) यह राजनीतिक शिष्टाचार और सकारात्मक संवाद का उदाहरण है।
व्याख्या: यह बधाई गंभीर राजनीतिक मतभेदों के बावजूद, महत्वपूर्ण अवसरों पर सम्मानजनक संवाद बनाए रखने के महत्व को दर्शाती है।

8. ‘सेवा पखवाड़ा’ के दौरान किस सरकारी योजना के प्रचार पर विशेष जोर दिया गया?
(a) मनरेगा
(b) राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन
(c) कोरोना टीकाकरण अभियान
(d) उपरोक्त सभी

उत्तर: (c) कोरोना टीकाकरण अभियान
व्याख्या: ‘सेवा पखवाड़ा’ में, विशेष रूप से कोविड-19 टीकाकरण को प्रोत्साहित करने के लिए ‘टीकाकरण महा अभियान’ चलाया गया था।

9. ‘सेवा पखवाड़ा’ अभियान का समयकाल क्या था?
(a) 15 दिन (17 सितंबर – 2 अक्टूबर)
(b) 10 दिन (17 सितंबर – 27 सितंबर)
(c) 30 दिन (17 सितंबर – 16 अक्टूबर)
(d) 7 दिन (17 सितंबर – 23 सितंबर)

उत्तर: (a) 15 दिन (17 सितंबर – 2 अक्टूबर)
व्याख्या: यह अभियान 17 सितंबर से शुरू होकर 2 अक्टूबर (गांधी जयंती) तक 15 दिनों तक चला।

10. UPSC परीक्षा के लिए ‘सेवा पखवाड़ा’ और ‘मोदी स्टोरी’ जैसी घटनाएँ प्रासंगिक हैं क्योंकि वे दर्शाती हैं:
(a) केवल सरकार की उपलब्धियाँ।
(b) भारतीय राजनीति में जनसंपर्क, नेतृत्व और कथा निर्माण की रणनीतियाँ।
(c) केवल विपक्षी दलों की कार्यप्रणाली।
(d) अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति के पहलू।

उत्तर: (b) भारतीय राजनीति में जनसंपर्क, नेतृत्व और कथा निर्माण की रणनीतियाँ।
व्याख्या: ये घटनाएँ पार्टी की रणनीतियों, नेतृत्व की भूमिका और सार्वजनिक कथाओं के निर्माण जैसी महत्वपूर्ण अवधारणाओं को समझने के लिए एक केस स्टडी प्रदान करती हैं।

मुख्य परीक्षा (Mains)

1. ‘सेवा पखवाड़ा’ जैसे जनसंपर्क अभियानों के माध्यम से राजनीतिक दल किस प्रकार अपनी संगठनात्मक शक्ति का प्रदर्शन करते हैं और जनता से जुड़ाव स्थापित करते हैं? इसके राजनीतिक और सामाजिक महत्व का आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए। (250 शब्द)
2. ‘मोदी स्टोरी’ जैसी राजनीतिक कथाओं का निर्माण और प्रसार कैसे किया जाता है? ऐसी कथाओं के निर्माण के उद्देश्य, तत्व और भारतीय राजनीति पर इसके प्रभाव का विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द)
3. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के अवसर पर मनाए गए ‘सेवा पखवाड़ा’ और ‘मोदी स्टोरी’ जैसे अभियानों की पृष्ठभूमि में, भारतीय राजनीति में नेतृत्व की ब्रांडिंग और जनता के मानस को प्रभावित करने की रणनीतियों पर चर्चा कीजिए। (150 शब्द)
4. ‘सेवा पखवाड़ा’ जैसे अभियानों की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करें। क्या ये अभियान केवल प्रचार के साधन हैं या ये वास्तव में जमीनी स्तर पर सेवा और सामुदायिक कल्याण में योगदान करते हैं? अपने उत्तर के समर्थन में तर्क प्रस्तुत करें। (150 शब्द)

सफलता सिर्फ कड़ी मेहनत से नहीं, सही मार्गदर्शन से मिलती है। हमारे सभी विषयों के कम्पलीट नोट्स, G.K. बेसिक कोर्स, और करियर गाइडेंस बुक के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
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