प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान की तैयारी: Ozempic और अन्य दवाइयों पर आधारित प्रश्न
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान की मजबूत पकड़ अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह न केवल आपके ज्ञान का परीक्षण करता है, बल्कि आपकी विश्लेषणात्मक क्षमता को भी निखारता है। वर्तमान में चर्चित विषयों से जुड़े विज्ञान के प्रश्न आपकी तैयारी को और अधिक प्रासंगिक बनाते हैं। आइए, Ozempic जैसी दवाइयों के शरीर पर पड़ने वाले प्रभावों से प्रेरित होकर, सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्नों का अभ्यास करें और अपनी तैयारी को परखें!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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शरीर से वजन घटाने वाली दवाएं (जैसे Ozempic) बंद करने पर शरीर पर पड़ने वाले प्रभावों का अध्ययन सामान्यतः किस वैज्ञानिक शाखा के अंतर्गत आता है?
- (a) खगोल भौतिकी (Astrophysics)
- (b) जैव रसायन (Biochemistry)
- (c) भूविज्ञान (Geology)
- (d) क्वांटम यांत्रिकी (Quantum Mechanics)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जैव रसायन (Biochemistry) जीवन के उन रासायनिक प्रक्रियाओं और यौगिकों का अध्ययन है जो जीवित जीवों में होते हैं, जिसमें दवाओं के शरीर पर प्रभाव भी शामिल हैं।
व्याख्या (Explanation): Ozempic जैसी दवाएं शरीर के उपापचय (metabolism) और हार्मोनल संतुलन को प्रभावित करती हैं। इन प्रभावों का रासायनिक स्तर पर अध्ययन जैव रसायन के अंतर्गत आता है। खगोल भौतिकी ब्रह्मांडीय पिंडों का अध्ययन है, भूविज्ञान पृथ्वी का अध्ययन है, और क्वांटम यांत्रिकी परमाणु और उप-परमाणु कणों के व्यवहार से संबंधित है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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Ozempic, जो टाइप 2 मधुमेह के प्रबंधन में प्रयुक्त होता है, किस हार्मोन का कृत्रिम रूप है?
- (a) इंसुलिन (Insulin)
- (b) ग्लूकागन (Glucagon)
- (c) GLP-1 (Glucagon-like peptide-1)
- (d) एड्रेनालाईन (Adrenaline)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): GLP-1 (Glucagon-like peptide-1) एक आंत हार्मोन है जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। Ozempic (semaglutide) GLP-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट के रूप में कार्य करता है।
व्याख्या (Explanation): Ozempic GLP-1 नामक प्राकृतिक हार्मोन की नकल करता है, जो भोजन के बाद अग्न्याशय (pancreas) से इंसुलिन की रिहाई को उत्तेजित करता है और यकृत (liver) से ग्लूकोज उत्पादन को कम करता है। यह भूख को भी कम करता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जब Ozempic जैसी दवाएं बंद कर दी जाती हैं, तो शरीर में किस हार्मोन के स्तर में उतार-चढ़ाव हो सकता है, जो भूख और वजन पर प्रभाव डालता है?
- (a) थायरोक्सिन (Thyroxine)
- (b) कोर्टिसोल (Cortisol)
- (c) घ्रेलिन (Ghrelin)
- (d) इंसुलिन (Insulin)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): घ्रेलिन (Ghrelin) एक “भूख हार्मोन” है जो पेट द्वारा निर्मित होता है और मस्तिष्क को यह संकेत देता है कि भूख लगी है। GLP-1 (जो Ozempic की नकल करता है) के प्रभाव के विपरीत, घ्रेलिन का स्तर बढ़ने पर भूख बढ़ती है।
व्याख्या (Explanation): Ozempic जैसी दवाएं GLP-1 को बढ़ाकर भूख को दबाती हैं। जब इन दवाओं को बंद कर दिया जाता है, तो शरीर में GLP-1 का स्तर कम हो जाता है, और संभावित रूप से घ्रेलिन का स्तर बढ़ सकता है, जिससे भूख में वृद्धि और वजन वापस बढ़ने की प्रवृत्ति हो सकती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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शरीर में ग्लूकोज का भंडारण किस रूप में होता है?
- (a) वसा (Fat)
- (b) ग्लाइकोजन (Glycogen)
- (c) प्रोटीन (Protein)
- (d) विटामिन (Vitamin)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ग्लाइकोजन (Glycogen) ग्लूकोज का एक बहुशर्करा (polysaccharide) रूप है जो यकृत और मांसपेशियों की कोशिकाओं में ऊर्जा के भंडारण के लिए उपयोग किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): जब रक्त में ग्लूकोज का स्तर अधिक होता है, तो इंसुलिन इसे ग्लाइकोजन में परिवर्तित करता है। जब शरीर को ऊर्जा की आवश्यकता होती है, तो ग्लाइकोजन को वापस ग्लूकोज में तोड़ा जाता है। वसा भी ऊर्जा का एक प्रमुख भंडार है, लेकिन तत्काल ऊर्जा के लिए ग्लाइकोजन प्राथमिक रूप है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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ऊतक (Tissues) का अध्ययन जीव विज्ञान की किस शाखा के अंतर्गत किया जाता है?
- (a) कोशिका विज्ञान (Cytology)
- (b) भ्रूण विज्ञान (Embryology)
- (c) ऊतक विज्ञान (Histology)
- (d) आनुवंशिकी (Genetics)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊतक विज्ञान (Histology) ऊतकों की संरचना और संगठन का अध्ययन है।
व्याख्या (Explanation): कोशिका विज्ञान कोशिकाओं का अध्ययन है, भ्रूण विज्ञान भ्रूण के विकास का अध्ययन है, और आनुवंशिकी वंशानुक्रम का अध्ययन है। ऊतक विशेष कोशिकाओं के समूह होते हैं जो एक साथ काम करते हैं, और ऊतक विज्ञान उनके सूक्ष्म अध्ययन से संबंधित है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में ऊर्जा उत्पादन की मुख्य प्रक्रिया कौन सी है?
- (a) किण्वन (Fermentation)
- (b) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)
- (c) कोशिकीय श्वसन (Cellular Respiration)
- (d) वाष्पोत्सर्जन (Transpiration)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिकीय श्वसन (Cellular Respiration) वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा कोशिकाएं भोजन (जैसे ग्लूकोज) को तोड़कर एटीपी (ATP) के रूप में ऊर्जा उत्पन्न करती हैं।
व्याख्या (Explanation): कोशिकीय श्वसन ऑक्सीजन का उपयोग करके ग्लूकोज को कार्बन डाइऑक्साइड और पानी में परिवर्तित करता है, जिससे ऊर्जा निकलती है। किण्वन ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में होता है, प्रकाश संश्लेषण पौधों द्वारा किया जाता है, और वाष्पोत्सर्जन पौधों से पानी का वाष्पीकरण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जब हम व्यायाम करते हैं, तो शरीर को अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इस अतिरिक्त ऊर्जा की मांग को पूरा करने के लिए, शरीर निम्न में से किस प्रक्रिया को तेज करता है?
- (a) पाचन (Digestion)
- (b) श्वसन (Respiration)
- (c) उत्सर्जन (Excretion)
- (d) प्रजनन (Reproduction)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): श्वसन (Respiration), विशेष रूप से कोशिकीय श्वसन, ऊर्जा उत्पादन के लिए आवश्यक ऑक्सीजन को कोशिकाओं तक पहुंचाता है और कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकालता है। व्यायाम के दौरान ऊर्जा की बढ़ी हुई आवश्यकता को पूरा करने के लिए श्वसन दर बढ़ जाती है।
व्याख्या (Explanation): व्यायाम के लिए अधिक एटीपी की आवश्यकता होती है, जो कोशिकीय श्वसन से प्राप्त होता है। यह प्रक्रिया ऑक्सीजन पर निर्भर करती है, इसलिए हृदय गति और श्वसन दर बढ़ जाती है ताकि मांसपेशियों को अधिक ऑक्सीजन मिल सके और उपापचय के उप-उत्पादों को हटाया जा सके।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में मांसपेशियों में होने वाली ऊर्जा उत्पादन की प्रक्रिया क्या कहलाती है, जिससे लैक्टिक एसिड का निर्माण होता है?
- (a) वायवीय श्वसन (Aerobic Respiration)
- (b) अवायवीय श्वसन (Anaerobic Respiration)
- (c) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)
- (d) किण्वन (Fermentation) – (विशिष्ट रूप से लैक्टिक एसिड किण्वन)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अवायवीय श्वसन (Anaerobic Respiration) या विशेष रूप से मानव मांसपेशियों में लैक्टिक एसिड किण्वन (Lactic Acid Fermentation), ऑक्सीजन की कमी होने पर ऊर्जा (ATP) उत्पन्न करने का एक तरीका है।
व्याख्या (Explanation): तीव्र व्यायाम के दौरान, जब ऑक्सीजन की आपूर्ति पर्याप्त नहीं होती है, तो मांसपेशी कोशिकाएं ग्लूकोज को लैक्टिक एसिड में परिवर्तित करके ऊर्जा उत्पन्न करती हैं। यह प्रक्रिया वायवीय श्वसन की तुलना में कम ऊर्जा उत्पन्न करती है लेकिन त्वरित ऊर्जा प्रदान करती है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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मांसपेशियों में लैक्टिक एसिड के जमा होने से क्या होता है?
- (a) थकान और दर्द (Fatigue and Soreness)
- (b) ऊर्जा में वृद्धि (Increased Energy)
- (c) ऑक्सीजन का स्तर बढ़ना (Increased Oxygen Levels)
- (d) रक्त शर्करा का नियंत्रण (Blood Sugar Regulation)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लैक्टिक एसिड का जमाव, विशेष रूप से मांसपेशियों में, थकान और मांसपेशियों में दर्द (soreness) का कारण बनता है।
व्याख्या (Explanation): जब अवायवीय श्वसन के कारण लैक्टिक एसिड का निर्माण होता है, तो यह मांसपेशियों में जमा हो जाता है। यह एसिड जमाव मांसपेशियों के कार्य में बाधा डालता है और उन झुनझुनी या जलन की भावना पैदा करता है जो मांसपेशियों की थकान और बाद में होने वाले दर्द का कारण बनती है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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शरीर में पानी का संतुलन बनाए रखने में कौन सा अंग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है?
- (a) यकृत (Liver)
- (b) फेफड़े (Lungs)
- (c) गुर्दे (Kidneys)
- (d) अग्न्याशय (Pancreas)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): गुर्दे (Kidneys) शरीर में तरल पदार्थ, इलेक्ट्रोलाइट्स और अपशिष्ट उत्पादों को फ़िल्टर करके पानी के संतुलन (homeostasis) को बनाए रखते हैं।
व्याख्या (Explanation): गुर्दे रक्त को फ़िल्टर करते हैं, अतिरिक्त पानी और अपशिष्ट उत्पादों को मूत्र के रूप में बाहर निकालते हैं, और शरीर के लिए आवश्यक पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स को पुनः अवशोषित करते हैं। यह प्रक्रिया शरीर के द्रव संतुलन को नियंत्रित करती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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इलेक्ट्रोलाइट्स (Electrolytes) क्या होते हैं और शरीर में उनकी क्या भूमिका है?
- (a) वे वसा-घुलनशील विटामिन हैं जो ऊर्जा प्रदान करते हैं।
- (b) वे खनिज हैं जो शरीर में विद्युत आवेगों को संचालित करते हैं और द्रव संतुलन बनाए रखते हैं।
- (c) वे प्रोटीन हैं जो मांसपेशियों के निर्माण के लिए आवश्यक हैं।
- (d) वे एंजाइम हैं जो पाचन में सहायता करते हैं।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): इलेक्ट्रोलाइट्स (Electrolytes) ऐसे खनिज होते हैं जो पानी में घुलने पर विद्युत आवेश वाले आयन (ions) बनाते हैं। ये शरीर के द्रव संतुलन, तंत्रिका संकेतों और मांसपेशियों के संकुचन के लिए आवश्यक हैं।
व्याख्या (Explanation): सोडियम (Na+), पोटेशियम (K+), क्लोराइड (Cl-) जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स रक्त और अन्य शारीरिक तरल पदार्थों में पाए जाते हैं। वे विद्युत आवेगों को प्रसारित करने, मांसपेशियों और तंत्रिकाओं को ठीक से काम करने में मदद करने और शरीर के पीएच और द्रव संतुलन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा खनिज सोडियम के साथ मिलकर शरीर में द्रव संतुलन और रक्तचाप को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है?
- (a) कैल्शियम (Calcium)
- (b) मैग्नीशियम (Magnesium)
- (c) पोटेशियम (Potassium)
- (d) आयरन (Iron)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पोटेशियम (Potassium) और सोडियम (Sodium) मिलकर शरीर में द्रव संतुलन और रक्तचाप को नियंत्रित करने वाले महत्वपूर्ण इलेक्ट्रोलाइट्स हैं। वे कोशिकाओं के अंदर और बाहर पानी के प्रवाह को प्रभावित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): पोटेशियम मुख्य रूप से कोशिकाओं के अंदर पाया जाता है, जबकि सोडियम कोशिकाओं के बाहर। यह सोडियम-पोटेशियम पंप (Sodium-Potassium Pump) संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। जब Ozempic जैसी दवाएं बंद की जाती हैं, तो इन इलेक्ट्रोलाइट्स के स्तर में परिवर्तन हो सकता है, जो शरीर की कार्यप्रणाली को प्रभावित कर सकता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में विटामिन डी का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) रक्त को जमने में मदद करना
- (b) कैल्शियम और फास्फोरस के अवशोषण को बढ़ावा देना
- (c) लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करना
- (d) ऊर्जा के लिए ग्लूकोज का उपयोग करना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन डी (Vitamin D) आंतों में कैल्शियम और फास्फोरस के अवशोषण के लिए आवश्यक है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।
व्याख्या (Explanation): विटामिन डी के बिना, शरीर भोजन से पर्याप्त कैल्शियम और फास्फोरस को अवशोषित नहीं कर पाता है, जिससे हड्डियों के विकास और मजबूती पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यह कुछ अन्य चयापचय प्रक्रियाओं में भी भूमिका निभाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा एक वसा-घुलनशील विटामिन (Fat-soluble Vitamin) है?
- (a) विटामिन सी (Vitamin C)
- (b) विटामिन बी1 (Vitamin B1)
- (c) फोलिक एसिड (Folic Acid)
- (d) विटामिन ई (Vitamin E)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन ई (Vitamin E) वसा-घुलनशील विटामिन है, जिसका अर्थ है कि यह वसा में घुलता है और शरीर में वसा ऊतकों में जमा हो सकता है।
व्याख्या (Explanation): विटामिन ए, डी, ई, और के वसा-घुलनशील विटामिन हैं, जबकि विटामिन सी और बी-कॉम्प्लेक्स पानी-घुलनशील विटामिन हैं। वसा-घुलनशील विटामिन शरीर में अधिक समय तक टिके रह सकते हैं, जबकि पानी-घुलनशील विटामिन नियमित रूप से उत्सर्जित हो जाते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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कैल्शियम का मुख्य कार्य क्या है जो हड्डियों के स्वास्थ्य से परे है?
- (a) ऑक्सीजन का परिवहन (Oxygen Transport)
- (b) तंत्रिका संकेत प्रसारण और मांसपेशियों का संकुचन (Nerve Impulse Transmission and Muscle Contraction)
- (c) रक्त शर्करा का विनियमन (Blood Sugar Regulation)
- (d) प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करना (Boosting Immune System)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कैल्शियम (Calcium) न केवल हड्डियों और दांतों के लिए आवश्यक है, बल्कि यह तंत्रिका कोशिकाओं के बीच संकेतों के संचरण (nerve impulse transmission) और मांसपेशियों के संकुचन (muscle contraction) में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
व्याख्या (Explanation): तंत्रिका कोशिकाओं से न्यूरोट्रांसमीटर (neurotransmitters) को छोड़ने और मांसपेशियों को सिकुड़ने और शिथिल होने के लिए कैल्शियम आयन (Ca2+) आवश्यक हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एक पदार्थ का आयतन (Volume) किसी दिए गए तापमान पर उसके कणों के बीच की दूरी से किस प्रकार संबंधित होता है?
- (a) कणों के बीच की दूरी बढ़ने पर आयतन घटता है।
- (b) कणों के बीच की दूरी बढ़ने पर आयतन बढ़ता है।
- (c) कणों के बीच की दूरी का आयतन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
- (d) आयतन हमेशा स्थिर रहता है, कणों की दूरी चाहे जो भी हो।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी पदार्थ का आयतन उसके कणों (अणु, परमाणु) द्वारा घेरे गए स्थान से निर्धारित होता है। कणों के बीच अधिक दूरी का मतलब है कि वे अधिक स्थान घेरते हैं, जिससे आयतन बढ़ जाता है।
व्याख्या (Explanation): गैसों में, कण एक-दूसरे से बहुत दूर होते हैं और स्वतंत्र रूप से घूमते हैं, जिससे उनका आयतन बहुत अधिक होता है। तरल पदार्थों में, कण थोड़े करीब होते हैं, और ठोस पदार्थों में, वे बहुत करीब और व्यवस्थित होते हैं। तापमान बढ़ने से भी कणों की गतिज ऊर्जा बढ़ती है, जिससे वे अधिक फैल सकते हैं और आयतन बढ़ सकता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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तापमान में वृद्धि से गैसों के आयतन पर क्या प्रभाव पड़ता है, यदि दाब (Pressure) स्थिर रखा जाए?
- (a) आयतन घटता है।
- (b) आयतन बढ़ता है।
- (c) आयतन अपरिवर्तित रहता है।
- (d) आयतन पहले घटता है फिर बढ़ता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): चार्ल्स के नियम (Charles’s Law) के अनुसार, स्थिर दाब पर, किसी गैस का आयतन उसके परम तापमान (Absolute Temperature) के समानुपाती होता है।
व्याख्या (Explanation): जब तापमान बढ़ता है, तो गैस के कण अधिक ऊर्जा प्राप्त करते हैं और अधिक तेजी से गति करते हैं। यदि दाब स्थिर है, तो ये कण अधिक स्थान घेरने का प्रयास करेंगे, जिससे आयतन बढ़ जाएगा।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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निम्न में से कौन सा ऊष्मा का सबसे अच्छा सुचालक (Conductor) है?
- (a) लकड़ी (Wood)
- (b) रबर (Rubber)
- (c) एल्यूमीनियम (Aluminum)
- (d) प्लास्टिक (Plastic)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊष्मा का सुचालक (Conductor) वह पदार्थ होता है जो आसानी से ऊष्मा को अपने से गुजरने देता है। धातुओं में मुक्त इलेक्ट्रॉन होते हैं जो ऊष्मा को कुशलता से स्थानांतरित कर सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): एल्यूमीनियम एक धातु है और इसलिए यह लकड़ी, रबर या प्लास्टिक जैसे अधातुओं की तुलना में ऊष्मा का बहुत अच्छा सुचालक है। अधातु सामान्यतः ऊष्मा के कुचालक (Insulators) होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जब कोई वस्तु गर्म होती है, तो उसके कणों की औसत गतिज ऊर्जा (Average Kinetic Energy) पर क्या प्रभाव पड़ता है?
- (a) घट जाती है।
- (b) बढ़ जाती है।
- (c) अपरिवर्तित रहती है।
- (d) शून्य हो जाती है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी पदार्थ का तापमान उसके कणों की औसत गतिज ऊर्जा का माप है। तापमान में वृद्धि का अर्थ है कि कणों की गतिज ऊर्जा बढ़ जाती है।
व्याख्या (Explanation): ऊष्मा एक प्रकार की ऊर्जा है। जब किसी वस्तु को ऊष्मा दी जाती है, तो उसके कण (परमाणु या अणु) अधिक ऊर्जावान हो जाते हैं और तेजी से कंपन (ठोसों में) या गति (तरल और गैसों में) करते हैं। यह बढ़ी हुई गतिज ऊर्जा ही तापमान में वृद्धि के रूप में महसूस होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) क्यों नहीं होता है?
- (a) क्योंकि मानव कोशिकाओं में क्लोरोफिल नहीं होता है।
- (b) क्योंकि मानव कोशिकाओं में माइटोकॉन्ड्रिया नहीं होते हैं।
- (c) क्योंकि मानव शरीर को सूर्य के प्रकाश की आवश्यकता नहीं होती है।
- (d) क्योंकि मानव शरीर ऑक्सीजन का उपयोग करता है, उत्पादन नहीं।
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पौधे और कुछ अन्य जीव सूर्य के प्रकाश, पानी और कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करके अपना भोजन (ग्लूकोज) बनाते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं। इस प्रक्रिया के लिए क्लोरोफिल (Chlorophyll) नामक एक हरित वर्णक (pigment) आवश्यक है।
व्याख्या (Explanation): मानव कोशिकाएं प्रकाश संश्लेषण नहीं कर सकतीं क्योंकि उनमें क्लोरोफिल नहीं होता है। क्लोरोफिल सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा को अवशोषित करने के लिए जिम्मेदार है। मानव शरीर को ऊर्जा के लिए भोजन का सेवन करना पड़ता है (जैसे कि कोशिकीय श्वसन द्वारा)।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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ध्वनि की गति (Speed of Sound) किस माध्यम में सर्वाधिक होती है?
- (a) निर्वात (Vacuum)
- (b) हवा (Air)
- (c) पानी (Water)
- (d) लोहा (Iron)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि एक यांत्रिक तरंग है जिसके संचरण के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है। ध्वनि की गति माध्यम के घनत्व (density) और प्रत्यास्थता (elasticity) पर निर्भर करती है। ठोस पदार्थों में कण अधिक सघनता से पैक होते हैं और मजबूती से जुड़े होते हैं, जिससे ध्वनि तेजी से यात्रा करती है।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि की गति निर्वात में शून्य होती है क्योंकि संचरण के लिए कोई माध्यम नहीं है। यह हवा में धीमी (लगभग 343 m/s), पानी में तेज (लगभग 1480 m/s), और ठोस जैसे लोहे में और भी तेज (लगभग 5100 m/s) होती है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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प्रकाश का रंग (Color of Light) किससे निर्धारित होता है?
- (a) प्रकाश की तीव्रता (Intensity of Light)
- (b) प्रकाश की तरंग दैर्ध्य (Wavelength of Light)
- (c) प्रकाश की आवृत्ति (Frequency of Light)
- (d) (b) और (c) दोनों
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश एक विद्युत चुम्बकीय तरंग है। प्रकाश का रंग (या तरंग का रंग) उसकी तरंग दैर्ध्य (wavelength) और आवृत्ति (frequency) दोनों से निर्धारित होता है, क्योंकि ये दोनों एक-दूसरे से संबंधित हैं (गति = तरंग दैर्ध्य × आवृत्ति)।
व्याख्या (Explanation): विभिन्न तरंग दैर्ध्य (और संबंधित आवृत्तियाँ) प्रकाश के विभिन्न रंगों से मेल खाती हैं। उदाहरण के लिए, लाल प्रकाश की तरंग दैर्ध्य लंबी और आवृत्ति कम होती है, जबकि बैंगनी प्रकाश की तरंग दैर्ध्य छोटी और आवृत्ति अधिक होती है। तीव्रता प्रकाश की चमक से संबंधित है, रंग से नहीं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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पदार्थ की चौथी अवस्था (Fourth State of Matter) कौन सी है, जो बहुत उच्च तापमान पर पाई जाती है?
- (a) ठोस (Solid)
- (b) द्रव (Liquid)
- (c) गैस (Gas)
- (d) प्लाज्मा (Plasma)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्लाज्मा (Plasma) पदार्थ की एक अवस्था है जो गैस का एक आयनित (ionized) रूप है। यह बहुत उच्च तापमान पर बनता है जहाँ परमाणुओं से इलेक्ट्रॉन अलग हो जाते हैं, जिससे धनात्मक आयन और मुक्त इलेक्ट्रॉन का मिश्रण बनता है।
व्याख्या (Explanation): ठोस, द्रव और गैस सामान्य अवस्थाएं हैं। प्लाज्मा, जो अत्यधिक ऊर्जावान कणों से बना होता है, सूर्य, तारों और बिजली जैसे स्थानों में पाया जाता है। Ozempic जैसी दवाओं का शरीर पर प्रभाव सामान्य तापमान पर होता है, प्लाज्मा अवस्था से संबंधित नहीं है, लेकिन यह पदार्थ की मूलभूत अवस्थाओं का ज्ञान आवश्यक है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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ऑक्सीजन (O2) अणु में ऑक्सीजन परमाणुओं को एक साथ बांधे रखने वाले बंधन (Bond) का प्रकार क्या है?
- (a) आयनिक बंधन (Ionic Bond)
- (b) सहसंयोजक बंधन (Covalent Bond)
- (c) धात्विक बंधन (Metallic Bond)
- (d) हाइड्रोजन बंधन (Hydrogen Bond)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सहसंयोजक बंधन (Covalent Bond) तब बनता है जब दो परमाणु इलेक्ट्रॉनों को साझा करते हैं। यह धातुओं और अधातुओं के बीच या समान अधातुओं के परमाणुओं के बीच होता है।
व्याख्या (Explanation): ऑक्सीजन के दो परमाणु इलेक्ट्रॉनों को साझा करके एक द्विबंध (double bond) बनाते हैं, जिससे O2 अणु का निर्माण होता है। आयनिक बंधन में इलेक्ट्रॉनों का स्थानांतरण होता है, धात्विक बंधन धातुओं में होता है, और हाइड्रोजन बंधन विभिन्न अणुओं के बीच या एक ही अणु के भीतर कमजोर आकर्षण होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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शरीर में पीएच (pH) का स्तर क्यों महत्वपूर्ण है, और यह किस चीज का माप है?
- (a) यह ऊर्जा के स्तर का माप है।
- (b) यह अम्लता या क्षारीयता (Acidity or Alkalinity) का माप है।
- (c) यह पानी की मात्रा का माप है।
- (d) यह ऑक्सीजन की सांद्रता का माप है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पीएच (pH) एक पैमाना है जो किसी विलयन (solution) की अम्लता या क्षारीयता को मापता है। पीएच 7 तटस्थ होता है, 7 से कम अम्लीय और 7 से अधिक क्षारीय होता है।
व्याख्या (Explanation): मानव रक्त का पीएच लगभग 7.35-7.45 के संकीर्ण दायरे में बनाए रखा जाता है। यह सीमा विभिन्न एंजाइमों के समुचित कार्य और चयापचय प्रक्रियाओं के लिए महत्वपूर्ण है। Ozempic जैसी दवाएं शरीर के चयापचय को प्रभावित कर सकती हैं, जो अप्रत्यक्ष रूप से पीएच को भी प्रभावित कर सकती हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।