इतिहास की गहरी समझ: आज की 25 प्रश्नोत्तरी से अपने ज्ञान को परखें
क्या आप इतिहास के महासागर में गोता लगाने और अपनी तैयारी को परखने के लिए तैयार हैं? आज हम प्राचीन भारत से लेकर आधुनिक विश्व तक, 25 चुनिंदा प्रश्नों के साथ एक रोमांचक यात्रा पर निकल रहे हैं। अपने ऐतिहासिक ज्ञान को मजबूत करें और प्रत्येक प्रश्न के गहन विश्लेषण से अपनी समझ को नई ऊंचाइयों पर ले जाएं!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान की गई विस्तृत व्याख्याओं के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किस स्थल से एक विशाल स्टेडियम के साक्ष्य मिले हैं?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- धौलावीरा
- लोथल
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: धौलावीरा, जो गुजरात में स्थित है, से एक विशाल स्टेडियम के स्पष्ट साक्ष्य मिले हैं। यह हड़प्पाकालीन शहरी नियोजन का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
- संदर्भ और विस्तार: धौलावीरा को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल का दर्जा भी प्राप्त है। यहाँ जल प्रबंधन प्रणाली, सार्वजनिक भवन और यह स्टेडियम उस समय की उन्नत सभ्यता को दर्शाते हैं। स्टेडियम में बैठने की व्यवस्था और खेलने के मैदान के स्पष्ट संकेत मिलते हैं।
- गलत विकल्प: हड़प्पा और मोहनजोदड़ो महत्वपूर्ण हड़प्पाकालीन स्थल हैं जहाँ स्नानागार, अन्नागार और शहरी नियोजन के अन्य प्रमाण मिले हैं, लेकिन स्टेडियम के स्पष्ट साक्ष्य नहीं मिले। लोथल एक बंदरगाह शहर था।
प्रश्न 2: ‘अमुक्तमाल्यद’ नामक कृति के रचनाकार कौन थे?
- कृष्णदेव राय
- बुक्क प्रथम
- हरिहर प्रथम
- देवराय द्वितीय
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘अमुक्तमाल्यद’ (Amuktamalyada) की रचना विजयनगर साम्राज्य के सबसे महान शासकों में से एक, कृष्णदेव राय ने की थी। यह तेलुगु भाषा में लिखी गई एक उत्कृष्ट रचना है।
- संदर्भ और विस्तार: यह कृति भगवान विष्णु के अवतार, श्री रंगनाथ स्वामी की भक्ति और उनके विवाह पर आधारित है। कृष्णदेव राय स्वयं एक विद्वान और कवि थे, और उन्होंने तेलुगु साहित्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्हें ‘आंध्र भोज’ के नाम से भी जाना जाता था।
- गलत विकल्प: बुक्क प्रथम और हरिहर प्रथम विजयनगर साम्राज्य के संस्थापक थे, जबकि देवराय द्वितीय भी एक प्रमुख शासक थे, लेकिन ‘अमुक्तमाल्यद’ की रचना कृष्णदेव राय ने की थी।
प्रश्न 3: ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत किस मुगल सम्राट ने की थी?
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘दीन-ए-इलाही’ (Din-i Ilahi) की शुरुआत महान मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ईस्वी में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: दीन-ए-इलाही एक धार्मिक-दार्शनिक विचारधारा थी, जिसका उद्देश्य सभी प्रमुख धर्मों के मूल तत्वों को मिलाकर एक नया धर्म बनाना था। यह अकबर की सहिष्णुता और सभी धर्मों के प्रति सम्मान की भावना का प्रतीक था। हालाँकि, यह व्यापक रूप से स्वीकार्य नहीं हुआ और कुछ ही लोगों ने इसे अपनाया।
- गलत विकल्प: जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब मुगल सम्राट थे, लेकिन दीन-ए-इलाही की अवधारणा और शुरुआत अकबर से जुड़ी है।
प्रश्न 4: ‘जकात’ क्या था?
- एक प्रकार का कर
- एक धार्मिक अनुष्ठान
- एक सैन्य टुकड़ी
- एक शाही फरमान
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: जकात (Zakat) इस्लाम धर्म के पांच स्तंभों में से एक है और यह एक अनिवार्य दान या दान का कार्य है, जिसे प्रत्येक मुसलमान को अपनी आय का एक निश्चित हिस्सा गरीबों और जरूरतमंदों को देना होता है।
- संदर्भ और विस्तार: दिल्ली सल्तनत और मुगल काल में, जकात को एक धार्मिक कर के रूप में भी वसूला जाता था, विशेषकर गैर-मुस्लिमों पर, लेकिन इसका मूल अर्थ धार्मिक दान है। यह इस्लामी सामाजिक न्याय का एक महत्वपूर्ण पहलू है।
- गलत विकल्प: जबकि कुछ करों को जकात से जोड़ा जा सकता है, जकात का प्राथमिक अर्थ और उद्देश्य धार्मिक दान है, न कि केवल एक सामान्य कर।
प्रश्न 5: तृतीय बौद्ध संगीति का आयोजन किस शासक के संरक्षण में हुआ था?
- अजातशत्रु
- कालशोक
- अशोक
- कनिष्क
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: तृतीय बौद्ध संगीति का आयोजन पाटलिपुत्र में 250 ईसा पूर्व के आसपास मौर्य सम्राट अशोक के संरक्षण में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इस संगीति की अध्यक्षता मोग्गलिपुत्त तिस्स ने की थी। इसका मुख्य उद्देश्य बौद्ध संघ से अवसरवादी और भ्रष्ट तत्वों को हटाकर धर्म को शुद्ध करना था। इस संगीति में ‘कथावस्तु’ नामक ग्रंथ की रचना हुई, जो बौद्ध दर्शन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
- गलत विकल्प: पहली बौद्ध संगीति अजातशत्रु के संरक्षण में राजगृह में हुई थी, दूसरी संगीति कालशोक के संरक्षण में वैशाली में हुई थी, और चौथी बौद्ध संगीति कनिष्क के संरक्षण में कश्मीर में हुई थी।
प्रश्न 6: ‘गांधी-इरविन समझौता’ कब हुआ था?
- 1929
- 1930
- 1931
- 1932
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च 1931 को हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यह समझौता भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता महात्मा गांधी और भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच हुआ था। इस समझौते के परिणामस्वरूप कांग्रेस ने सविनय अवज्ञा आंदोलन स्थगित कर दिया और द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने के लिए सहमत हो गई। समझौते में कुछ राजनीतिक कैदियों की रिहाई और कुछ अन्य रियायतों का भी प्रावधान था।
- गलत विकल्प: 1929 में लाहौर अधिवेशन हुआ, 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ, और 1932 में पूना पैक्ट हुआ।
प्रश्न 7: किस वायसराय के कार्यकाल में भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित की गई?
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड मिंटो
- लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय
- लॉर्ड चेम्सफोर्ड
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय (Lord Hardinge II) के कार्यकाल के दौरान, 1911 में जॉर्ज पंचम द्वारा दिल्ली दरबार में यह घोषणा की गई कि भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित की जाएगी।
- संदर्भ और विस्तार: यह निर्णय बंगाल के विभाजन (1905) के बाद बढ़ते राष्ट्रवाद और कलकत्ता में बढ़ते विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए लिया गया था। दिल्ली को भारत के केंद्र में होने और ऐतिहासिक महत्व के कारण चुना गया था। नई राजधानी का निर्माण 1920 के दशक में शुरू हुआ और इसे ‘नई दिल्ली’ नाम दिया गया।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कर्जन बंगाल के विभाजन से जुड़े थे, लॉर्ड मिंटो ‘मार्ले-मिंटो सुधार’ (1909) से जुड़े थे, और लॉर्ड चेम्सफोर्ड ‘मोंटेगू-चेम्सफोर्ड सुधार’ (1919) से जुड़े थे।
प्रश्न 8: ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन का प्रस्ताव कांग्रेस के किस अधिवेशन में पारित हुआ?
- लाहौर अधिवेशन
- रामगढ़ अधिवेशन
- त्रिपुरी अधिवेशन
- मुंबई अधिवेशन
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन का प्रस्ताव 8 अगस्त 1942 को मुंबई (तब बॉम्बे) में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अधिवेशन में पारित हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन में महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो’ का नारा दिया था। यह आंदोलन द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश शासन के खिलाफ सबसे बड़े जन आंदोलनों में से एक था, जिसमें अहिंसक प्रतिरोध के माध्यम से भारत की तत्काल स्वतंत्रता की मांग की गई थी।
- गलत विकल्प: लाहौर अधिवेशन (1929) में पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव पारित हुआ, रामगढ़ अधिवेशन (1940) में व्यक्तिगत सत्याग्रह का प्रस्ताव, और त्रिपुरी अधिवेशन (1939) में सुभाष चंद्र बोस और गांधीजी के बीच मतभेद सामने आए।
प्रश्न 9: सिंधु घाटी सभ्यता का कौन सा स्थल ‘सिंध का नखलिस्तान’ (Egypt of Sindh) कहलाता था?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- काल ीबंगा
- लोथल
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: मोहनजोदड़ो को ‘सिंध का नखलिस्तान’ (Egypt of Sindh) कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो, जिसका अर्थ है ‘मृतकों का टीला’, सिंधु नदी के किनारे स्थित एक प्रमुख हड़प्पाकालीन शहर था। इसकी विशाल संरचनाओं, विशेष रूप से महान स्नानागार (Great Bath) और सुनियोजित सड़कों को देखते हुए, इसे यह उपमा दी गई थी। यह स्थल सिंधु घाटी सभ्यता के शहरी नियोजन और सांस्कृतिक महत्व का प्रतीक है।
- गलत विकल्प: हड़प्पा पहला खोजा गया सिंधु स्थल था। कालीबंगा चूड़ियों के लिए प्रसिद्ध था, और लोथल एक बंदरगाह शहर था।
प्रश्न 10: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?
- कृष्णदेव राय
- देवराय प्रथम
- हरिहर और बुक्का
- राम राय
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम नामक दो भाइयों ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इन दोनों भाइयों ने तुंगभद्रा नदी के किनारे विजयनगर शहर की स्थापना की, जो बाद में साम्राज्य की राजधानी बना। उन्होंने दिल्ली सल्तनत के विस्तार को रोकने और दक्षिण भारत में एक मजबूत हिंदू साम्राज्य स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विजयनगर साम्राज्य कला, साहित्य, वास्तुकला और व्यापार का एक समृद्ध केंद्र था।
- गलत विकल्प: कृष्णदेव राय साम्राज्य के सबसे प्रसिद्ध शासक थे, देवराय प्रथम भी एक महत्वपूर्ण शासक थे, और राम राय तालीकोटा के युद्ध में वीर गति को प्राप्त हुए थे।
प्रश्न 11: ‘भूदान आंदोलन’ के प्रवर्तक कौन थे?
- महात्मा गांधी
- विनोबा भावे
- जयप्रकाश नारायण
- राम मनोहर लोहिया
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: भूदान आंदोलन के प्रवर्तक आचार्य विनोबा भावे थे।
- संदर्भ और विस्तार: भूदान आंदोलन, जिसे भूमि-दान आंदोलन भी कहा जाता है, 1951 में शुरू हुआ था। इसका उद्देश्य भूमिहीन किसानों को भूमि का वितरण करना था, जिसे जमींदारों और धनी किसानों द्वारा स्वेच्छा से दान में दिया जाता था। यह आंदोलन गांधीवादी विचारों से प्रेरित था और भारत में भूमि सुधार के एक अहिंसक तरीके के रूप में देखा गया।
- गलत विकल्प: महात्मा गांधी आजादी के आंदोलन के प्रमुख नेता थे, जयप्रकाश नारायण ने संपूर्ण क्रांति का नेतृत्व किया, और राम मनोहर लोहिया एक समाजवादी नेता थे।
प्रश्न 12: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- कुमारगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: गुप्त वंश के शासक समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: यह उपाधि इतिहासकार वी. ए. स्मिथ ने उन्हें उनके विशाल सैन्य अभियानों और विजयों के कारण दी थी। समुद्रगुप्त ने उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों को जीत लिया और मालवा, गुजरात, राजस्थान जैसे क्षेत्रों को भी अपने अधीन किया। उन्होंने अपनी शक्ति और विस्तारवाद के माध्यम से उस समय के भारत को एक एकीकृत राजनीतिक इकाई में बाँधने का प्रयास किया, जो कुछ हद तक रोमन सम्राट नेपोलियन बोनापार्ट के कार्यों से मेल खाता था।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम ने गुप्त वंश की नींव रखी, चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) अपने दरबार में नवरत्नों के लिए जाने जाते हैं, और कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना में योगदान दिया।
प्रश्न 13: प्रथम विश्व युद्ध कब से कब तक चला?
- 1905-1910
- 1914-1918
- 1939-1945
- 1945-1950
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: प्रथम विश्व युद्ध (World War I) 28 जुलाई 1914 को शुरू हुआ और 11 नवंबर 1918 को समाप्त हुआ।
- संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में केंद्रीय शक्तियाँ (जैसे जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी) और मित्र राष्ट्र (जैसे फ्रांस, ब्रिटेन, रूस, बाद में संयुक्त राज्य अमेरिका) शामिल थे। यह आधुनिक इतिहास के सबसे घातक संघर्षों में से एक था, जिसने यूरोप के राजनीतिक मानचित्र को बदल दिया और भविष्य के संघर्षों के बीज बोए।
- गलत विकल्प: 1905-1910 का समय रूसी क्रांति और प्रथम विश्व युद्ध के पहले के वर्षों से संबंधित है। 1939-1945 द्वितीय विश्व युद्ध की अवधि है।
प्रश्न 14: ‘सती प्रथा’ के उन्मूलन में किस गवर्नर-जनरल का प्रमुख योगदान था?
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड कर्जन
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: लॉर्ड विलियम बेंटिंक (Lord William Bentinck) ने 1829 में राजा राममोहन राय जैसे भारतीय समाज सुधारकों के प्रयासों से सती प्रथा को गैरकानूनी घोषित करने वाले विनियमन (Regulation XVII) को पारित किया।
- संदर्भ और विस्तार: इस विनियमन ने बंगाल प्रेसीडेंसी में सती प्रथा पर रोक लगा दी, और बाद में इसे मद्रास और बॉम्बे प्रेसीडेंसी में भी लागू किया गया। यह भारत में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के दौरान सबसे महत्वपूर्ण सामाजिक सुधारों में से एक था, जिसने हिंदू समाज में एक क्रूर प्रथा का अंत किया।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी व्यपगत का सिद्धांत (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते हैं, लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय वायसराय थे, और लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया था।
प्रश्न 15: जैन धर्म के तेईसवें तीर्थंकर कौन थे?
- ऋषभनाथ
- महावीर
- पार्श्वनाथ
- नेमिनाथ
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: जैन धर्म के तेईसवें तीर्थंकर पार्श्वनाथ थे।
- संदर्भ और विस्तार: पार्श्वनाथ, जो 23वें तीर्थंकर थे, संभवतः 9वीं शताब्दी ईसा पूर्व में हुए थे। उन्हें जैन धर्म के महत्वपूर्ण सुधारकों में से एक माना जाता है, जिन्होंने अहिंसा, सत्य, अस्तेय (चोरी न करना), ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह (अनासक्ति) जैसे सिद्धांतों का प्रसार किया। हालाँकि, अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर ने इन सिद्धांतों में ब्रह्मचर्य को जोड़ा और धर्म को व्यवस्थित रूप दिया।
- गलत विकल्प: ऋषभनाथ (आदिनाथ) पहले तीर्थंकर थे, महावीर 24वें और अंतिम तीर्थंकर थे, और नेमिनाथ 22वें तीर्थंकर थे।
प्रश्न 16: ‘फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री’ (FICCI) की स्थापना कब हुई?
- 1905
- 1915
- 1927
- 1935
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) की स्थापना 1927 में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इसकी स्थापना घनश्याम दास बिड़ला और पुरुषोत्तम दास ठाकुर जैसे प्रमुख भारतीय उद्योगपतियों द्वारा की गई थी। FICCI का उद्देश्य भारत में वाणिज्य और उद्योग के हितों को बढ़ावा देना और उनका प्रतिनिधित्व करना था, विशेष रूप से ब्रिटिश शासन के अधीन। यह आज भी भारत का सबसे बड़ा और सबसे पुराना उद्योग संघ है।
- गलत विकल्प: 1905 बंगाल विभाजन का वर्ष है, 1915 और 1935 अन्य महत्वपूर्ण वर्ष हैं लेकिन FICCI की स्थापना से संबंधित नहीं हैं।
प्रश्न 17: किस मुगल सम्राट ने ‘जजिया’ कर को पुनः लागू किया था?
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: मुगल सम्राट औरंगजेब ने 1679 ईस्वी में जजिया कर को पुनः लागू किया था।
- संदर्भ और विस्तार: जजिया एक प्रकार का धार्मिक कर था जो गैर-मुस्लिमों पर लगाया जाता था। अकबर ने इसे समाप्त कर दिया था, लेकिन औरंगजेब ने इसे धार्मिक आधार पर पुनः लागू किया। इस कदम का भारतीय समाज के विभिन्न वर्गों द्वारा विरोध किया गया था और इसने साम्राज्य के भीतर सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाने में योगदान दिया।
- गलत विकल्प: अकबर ने जजिया कर समाप्त किया था, जहाँगीर और शाहजहाँ ने इस नीति को नहीं बदला था।
प्रश्न 18: ‘भारत का मैकियावेली’ किसे कहा जाता है?
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त मौर्य
- कौटिल्य
- सम्राट अशोक
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: भारतीय राजनीतिक चिंतन में, कौटिल्य (जिन्हें विष्णुगुप्त और चाणक्य के नाम से भी जाना जाता है) को ‘भारत का मैकियावेली’ कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: मैकियावेली की तरह, कौटिल्य ने भी अपनी कृति ‘अर्थशास्त्र’ में राज्य कला, कूटनीति, आर्थिक प्रबंधन और सत्ता बनाए रखने की तकनीकों पर विस्तार से लिखा है। उनके राजनीतिक विचार, विशेष रूप से राज्य की मजबूती और नागरिकों की भलाई के लिए आवश्यक होने पर, कुछ हद तक मैकियावेली के विचारों से मेल खाते हैं, भले ही उनके नैतिक और दार्शनिक दृष्टिकोण अलग थे।
- गलत विकल्प: समुद्रगुप्त को भारत का नेपोलियन कहा जाता है। चंद्रगुप्त मौर्य और सम्राट अशोक महान शासक थे, लेकिन उनकी उपाधियां ‘भारत का मैकियावेली’ से भिन्न हैं।
प्रश्न 19: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ का नारा दिया गया?
- मुंबई अधिवेशन (1934)
- लाहौर अधिवेशन (1929)
- कलकत्ता अधिवेशन (1920)
- त्रिपुरी अधिवेशन (1939)
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन, जो 1929 में हुआ था, में ‘पूर्ण स्वराज’ (संपूर्ण स्वतंत्रता) का लक्ष्य घोषित किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन की अध्यक्षता पंडित जवाहरलाल नेहरू ने की थी। इस अधिवेशन में यह निर्णय लिया गया कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का उद्देश्य अब केवल स्वशासन (dominion status) नहीं, बल्कि पूर्ण स्वराज होगा। 26 जनवरी 1930 को ‘स्वतंत्रता दिवस’ के रूप में मनाने का भी प्रस्ताव पारित किया गया था।
- गलत विकल्प: अन्य अधिवेशन महत्वपूर्ण थे, लेकिन पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव लाहौर अधिवेशन में ही पारित हुआ था।
प्रश्न 20: ‘वेदों की ओर लौटो’ का नारा किसने दिया था?
- स्वामी दयानंद सरस्वती
- स्वामी विवेकानंद
- राजा राममोहन राय
- महात्मा गांधी
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘वेदों की ओर लौटो’ (Go back to the Vedas) का नारा महान समाज सुधारक और आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती ने दिया था।
- संदर्भ और विस्तार: स्वामी दयानंद सरस्वती का मानना था कि प्राचीन वैदिक काल में समाज अधिक सुसंस्कृत और सभ्य था, और वेदों में मानव जाति के लिए ज्ञान का खजाना छिपा है। उन्होंने पाखंड, अंधविश्वास और सामाजिक बुराइयों के खिलाफ आवाज उठाई और वेदों को सभी सत्य विद्याओं का मूल स्रोत बताया।
- गलत विकल्प: स्वामी विवेकानंद रामकृष्ण मिशन के संस्थापक थे, राजा राममोहन राय ब्रह्म समाज के संस्थापक थे, और महात्मा गांधी ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व किया।
प्रश्न 21: द्वितीय विश्व युद्ध कब समाप्त हुआ?
- 1943
- 1944
- 1945
- 1946
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: द्वितीय विश्व युद्ध 1945 में समाप्त हुआ।
- संदर्भ और विस्तार: यूरोप में युद्ध 8 मई 1945 को जर्मनी के आत्मसमर्पण के साथ समाप्त हो गया, जिसे ‘विजय दिवस’ (Victory in Europe Day) के रूप में मनाया जाता है। एशिया में, जापान ने 2 सितंबर 1945 को आत्मसमर्पण किया, जिसके साथ युद्ध पूरी तरह से समाप्त हो गया। इस युद्ध में मित्र राष्ट्रों (जैसे अमेरिका, ब्रिटेन, सोवियत संघ, चीन) ने धुरी शक्तियों (जैसे जर्मनी, जापान, इटली) को हराया।
- गलत विकल्प: 1943 और 1944 युद्ध के महत्वपूर्ण वर्ष थे, लेकिन अंतिम नहीं। 1946 युद्ध के बाद का वर्ष है।
प्रश्न 22: ‘इंडस वैली सिविलाइजेशन’ के किस स्थल पर अलंकृत ईंटों के साक्ष्य मिले हैं?
- लोथल
- मोहनजोदड़ो
- हड़प्पा
- कालीबंगा
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: कालीबंगा, जो राजस्थान में स्थित है, से अलंकृत ईंटों के साक्ष्य मिले हैं।
- संदर्भ और विस्तार: कालीबंगा हड़प्पा सभ्यता का एक महत्वपूर्ण स्थल है जहाँ चूड़ियों के निशान (hence the name Kali-Banga meaning black bangles) के साथ-साथ जुते हुए खेत के प्राचीनतम साक्ष्य भी मिले हैं। यहाँ पाई गई अलंकृत ईंटें उस काल की वास्तुकला और निर्माण तकनीकों में विविधता को दर्शाती हैं।
- गलत विकल्प: लोथल एक बंदरगाह शहर था, मोहनजोदड़ो में महान स्नानागार है, और हड़प्पा में अन्नागार और कब्रिस्तान मिले हैं।
प्रश्न 23: किस सिख गुरु ने ‘गुरु का लंगर’ (सामुदायिक रसोई) की प्रथा की शुरुआत की?
- गुरु नानक देव
- गुरु अंगद देव
- गुरु अमर दास
- गुरु राम दास
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी ने ‘गुरु का लंगर’ (Community Kitchen) की प्रथा की शुरुआत की थी।
- संदर्भ और विस्तार: लंगर की अवधारणा सभी धर्मों, जातियों और लिंगों के लोगों को एक साथ बिठाकर भोजन कराने के माध्यम से समानता और समुदाय की भावना को बढ़ावा देना था। यह सिख धर्म के प्रमुख सिद्धांतों में से एक है और आज भी दुनिया भर के गुरुद्वारों में प्रचलित है।
- गलत विकल्प: गुरु अंगद देव ने गुरुमुखी लिपि का विकास किया, गुरु अमर दास ने आनंद कारज (विवाह संस्कार) की प्रथा शुरू की, और गुरु राम दास ने अमृतसर शहर की नींव रखी।
प्रश्न 24: ‘पुणे पैक्ट’ (Poona Pact) किनके बीच हुआ था?
- गांधीजी और लॉर्ड इरविन
- गांधीजी और अम्बेडकर
- नेहरू और जिन्ना
- तिलक और गांधीजी
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: पुणे पैक्ट (Poona Pact) 24 सितंबर 1932 को महात्मा गांधी और डॉ. बी. आर. अम्बेडकर के बीच हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यह समझौता सांप्रदायिक पंचाट (Communal Award) के प्रत्युत्तर में हुआ था, जिसमें दलितों के लिए अलग निर्वाचक मंडल का प्रावधान था। गांधीजी ने इसे राष्ट्र के विभाजनकारी कदम बताया था और इसके विरोध में उपवास रखा था। पुणे पैक्ट ने संयुक्त हिंदू निर्वाचक मंडल के माध्यम से दलितों के लिए आरक्षित सीटों की संख्या बढ़ाई, जिससे विवाद का समाधान हुआ।
- गलत विकल्प: गांधी-इरविन समझौता 1931 में हुआ था। नेहरू और जिन्ना के बीच विभाजन के मुद्दों पर चर्चा हुई थी, और तिलक व गांधीजी के बीच विचारों का आदान-प्रदान होता रहा।
प्रश्न 25:FATF (Financial Action Task Force) का गठन कब हुआ था?
- 1985
- 1989
- 1991
- 1995
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: FATF (Financial Action Task Force) का गठन 1989 में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: FATF की स्थापना पेरिस, फ्रांस में G7 देशों द्वारा की गई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य मनी लॉन्ड्रिंग (money laundering) और आतंकवाद के वित्तपोषण (financing of terrorism) से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों को स्थापित करना और उनका कार्यान्वयन सुनिश्चित करना है। यह वैश्विक वित्तीय प्रणाली की अखंडता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प FATF के गठन के वर्ष से मेल नहीं खाते हैं।