इतिहास की कसौटी पर खरे उतरें: 25 महत्वपूर्ण प्रश्न और गहन विश्लेषण!
ऐतिहासिक यात्रा के लिए तैयार हो जाइए! आज हम आपको अतीत के गलियारों में ले जा रहे हैं, जहाँ ज्ञान की परीक्षा होगी। अपने प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए अपनी तैयारी को परखें और इतिहास के महत्वपूर्ण पहलुओं को गहराई से समझें। आइए, शुरू करें आज का ज्ञानवर्धक सफर!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किस शासक को ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि प्रदान की गई थी?
- चंद्रगुप्त मौर्य
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- हर्षवर्धन
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: चंद्रगुप्त द्वितीय को ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि दी गई थी।
- संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त द्वितीय (शासनकाल लगभग 375-415 ईस्वी) गुप्त साम्राज्य के सबसे प्रतापी शासकों में से एक थे। उन्होंने शक शासकों को पराजित करने के उपलक्ष्य में विक्रमादित्य (पराक्रमी सूर्य) की उपाधि धारण की थी। उनके दरबार में नवरत्न (नौ रत्न) निवास करते थे, जिनमें कालिदास जैसे महान विद्वान शामिल थे।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य (मौर्य साम्राज्य के संस्थापक), समुद्रगुप्त (महान विजेता, जिन्हें ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है), और हर्षवर्धन (गुप्तोत्तर काल के एक प्रमुख शासक) ने ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि धारण नहीं की थी।
प्रश्न 2: हड़प्पा सभ्यता का कौन सा स्थल ‘सिंध का नखलिस्तान’ (Nokhilistan of Sindh) कहलाता था?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगन
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: मोहनजोदड़ो।
- संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो (सिंधी में ‘मृतकों का टीला’) हड़प्पा सभ्यता का एक प्रमुख और विशालतम स्थल था, जो आधुनिक पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है। इसके सुनियोजित नगर, विशाल स्नानागार (Great Bath) और जल निकासी प्रणाली इसे एक महत्वपूर्ण शहरी केंद्र बनाती थी। इसके विशाल आकार और समृद्धि के कारण इसे ‘सिंध का नखलिस्तान’ कहा गया।
- गलत विकल्प: हड़प्पा पहला स्थल था जिसे खोजा गया था, लोथल एक प्रमुख बंदरगाह था, और कालीबंगन एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल था, लेकिन ‘सिंध का नखलिस्तान’ विशेष रूप से मोहनजोदड़ो के लिए प्रयुक्त होता है।
प्रश्न 3: किस मुगल बादशाह ने ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नया धर्म चलाया?
- अकबर
- जहांगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: मुगल सम्राट अकबर।
- संदर्भ और विस्तार: अकबर ने 1582 ईस्वी में ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) नामक एक समन्वयवादी धार्मिक विचार प्रस्तुत किया। इसका उद्देश्य विभिन्न धर्मों के सार को एक साथ लाना था। यह एक पंथ की तरह था जिसमें अकबर को सर्वोपरि माना जाता था। हालांकि, इसे व्यापक स्वीकार्यता नहीं मिली और यह अकबर के शासनकाल तक ही सीमित रहा।
- गलत विकल्प: जहांगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब ने इस धर्म को आगे नहीं बढ़ाया; बल्कि औरंगजेब ने कट्टर सुन्नी इस्लाम को पुनः स्थापित करने का प्रयास किया।
प्रश्न 4: भारत छोड़ो आंदोलन (Quit India Movement) किस वर्ष प्रारंभ हुआ?
- 1940
- 1941
- 1942
- 1943
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: 1942।
- संदर्भ और विस्तार: भारत छोड़ो आंदोलन, जिसे अगस्त क्रांति के नाम से भी जाना जाता है, 8 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी द्वारा मुंबई में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में शुरू किया गया था। इस आंदोलन का नारा ‘करो या मरो’ था और इसका उद्देश्य ब्रिटिश शासन को तुरंत समाप्त करना था।
- गलत विकल्प: 1940 में व्यक्तिगत सत्याग्रह, 1941 में भारत के संदर्भ में प्रमुख घटनाएँ कम थीं, और 1943 में आंदोलन का चरण बीत चुका था।
प्रश्न 5: फ्रांसीसी क्रांति (French Revolution) की शुरुआत किस वर्ष हुई?
- 1776
- 1789
- 1815
- 1779
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: 1789।
- संदर्भ और विस्तार: फ्रांसीसी क्रांति 1789 में शुरू हुई, जब पेरिस में बास्तील के पतन (14 जुलाई 1789) ने क्रांति का प्रतीक बन गया। इस क्रांति ने राजशाही को उखाड़ फेंका और स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व (Liberté, égalité, fraternité) के सिद्धांतों को जन्म दिया, जिसने पूरे यूरोप को प्रभावित किया।
- गलत विकल्प: 1776 अमेरिकी क्रांति का वर्ष है। 1815 वाटरलू का युद्ध और नेपोलियन की हार का वर्ष है। 1779 में फ्रांस में कोई बड़ी क्रांति नहीं हुई थी।
प्रश्न 6: निम्नलिखित में से किस उपनिषद में ‘सत्यमेव जयते’ (सत्य की ही जीत होती है) का उल्लेख है?
- ईशोपनिषद
- कठोपनिषद
- मुंडकोपनिषद
- मांडूक्योपनिषद
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: मुंडकोपनिषद।
- संदर्भ और विस्तार: ‘सत्यमेव जयते’ भारत का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य है और यह मुंडकोपनिषद (मांडूका उपनिषद का भाग) के तीसरे खंड के दूसरे मंत्र से लिया गया है। यह उपनिषद आत्मज्ञान और सत्य की शक्ति पर जोर देता है।
- गलत विकल्प: ईशोपनिषद, कठोपनिषद और मांडूक्योपनिषद अन्य महत्वपूर्ण उपनिषद हैं, लेकिन ‘सत्यमेव जयते’ का उल्लेख विशेष रूप से मुंडकोपनिषद में है।
प्रश्न 7: तराइन का द्वितीय युद्ध (Second Battle of Tarain) कब हुआ?
- 1191
- 1192
- 1206
- 1175
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: 1192 ईस्वी।
- संदर्भ और विस्तार: तराइन का द्वितीय युद्ध 1192 ईस्वी में मुहम्मद गोरी और पृथ्वीराज चौहान के बीच लड़ा गया था। इस युद्ध में पृथ्वीराज चौहान की निर्णायक हार हुई, जिससे भारत में तुर्की शासन की नींव पड़ी। यह पहली लड़ाई (1191) के एक साल बाद हुई थी, जिसमें पृथ्वीराज चौहान ने मुहम्मद गोरी को हराया था।
- गलत विकल्प: 1191 तराइन का प्रथम युद्ध था। 1206 में कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा दिल्ली सल्तनत की स्थापना हुई। 1175 में मुहम्मद गोरी ने भारत पर अपना पहला आक्रमण किया था।
प्रश्न 8: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?
- कृष्ण देवराय
- हरिहर और बुक्का
- देवराय द्वितीय
- राम राय
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: हरिहर और बुक्का।
- संदर्भ और विस्तार: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने की थी। यह साम्राज्य अपने चरम पर कला, साहित्य और वास्तुकला का प्रमुख केंद्र था। दक्षिण भारत में मुस्लिम आक्रमणों के प्रतिरोध के रूप में इसकी स्थापना हुई थी।
- गलत विकल्प: कृष्ण देवराय विजयनगर के सबसे महान शासक थे, देवराय द्वितीय भी एक महत्वपूर्ण शासक थे, और राम राय अंतिम प्रमुख शासक थे जिन्होंने तालीकोटा के युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
प्रश्न 9: 1857 के विद्रोह को ‘प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम’ किसने कहा?
- सर जॉन लॉरेंस
- टी.आर. होम्स
- कार्ल मार्क्स
- विनायक दामोदर सावरकर
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: विनायक दामोदर सावरकर (वी. डी. सावरकर)।
- संदर्भ और विस्तार: वी. डी. सावरकर ने अपनी पुस्तक ‘The Indian War of Independence, 1857’ में 1857 के विद्रोह को सुनियोजित राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम बताया था। यह विद्रोह भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ था, जिसने ब्रिटिश शासन की नींव हिला दी थी।
- गलत विकल्प: सर जॉन लॉरेंस और टी.आर. होम्स ने इसे सिपाही विद्रोह या केवल एक सांप्रदायिक विद्रोह कहा था। कार्ल मार्क्स ने इसे ‘भारतीय जनता के साम्राज्य-विरोधी विद्रोह’ के रूप में वर्णित किया था, लेकिन ‘प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम’ की उपाधि सावरकर से जोड़ी जाती है।
प्रश्न 10: कोलंबस ने अमेरिका की खोज कब की?
- 1492
- 1498
- 1502
- 1519
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: 1492।
- संदर्भ और विस्तार: क्रिस्टोफर कोलंबस, एक इतालवी खोजकर्ता, 1492 में अटलांटिक महासागर पार करके अमेरिका पहुंचा। उसने इसे ‘नई दुनिया’ कहा और यह यात्रा यूरोपीय अन्वेषण और उपनिवेशीकरण के युग की शुरुआत थी।
- गलत विकल्प: 1498 में वास्को डी गामा भारत पहुंचा। 1502 में कोलंबस अपनी चौथी और अंतिम यात्रा पर निकला। 1519 में फर्डिनेंड मैगलन ने विश्व की परिक्रमा शुरू की।
प्रश्न 11: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- कुमारगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: समुद्रगुप्त।
- संदर्भ और विस्तार: समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-375 ईस्वी) गुप्त साम्राज्य के एक महान योद्धा और कुशल प्रशासक थे। उन्होंने अपने साम्राज्य का विस्तार उत्तर भारत के कई राज्यों तक किया और सीमावर्ती राज्यों को भी अपने अधीन किया। उनके सैन्य अभियानों की व्यापकता और सफलता के कारण प्रसिद्ध इतिहासकार ए. एल. श्रीवास्तव (और बाद में अन्य) ने उन्हें ‘भारत का नेपोलियन’ कहा।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का संस्थापक था, चंद्रगुप्त द्वितीय एक महान सांस्कृतिक और राजनीतिक शासक था, और कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रश्न 12: ‘इक्तादारी’ प्रणाली की शुरुआत किस दिल्ली सल्तनत के शासक ने की थी?
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: इल्तुतमिश।
- संदर्भ और विस्तार: इल्तुतमिश (शासनकाल 1211-1236 ईस्वी) दिल्ली सल्तनत का एक वास्तविक संस्थापक माना जाता है। उसने सल्तनत को संगठित करने के लिए ‘इक्तादारी’ प्रणाली की शुरुआत की। इसके तहत, साम्राज्य को ‘इक्ता’ नामक प्रांतों में विभाजित किया गया और इक्तादारों (अधिकारियों) को राजस्व एकत्र करने और अपनी सेना बनाए रखने का अधिकार दिया गया।
- गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक दिल्ली सल्तनत का संस्थापक था, लेकिन उसने इक्तादारी प्रणाली को संगठित रूप नहीं दिया। बलबन ने ‘तुर्कों-ए-चिहलगानी’ को तोड़ा और प्रशासन को केंद्रीकृत किया। अलाउद्दीन खिलजी ने इक्ता प्रणाली में कुछ सुधार किए थे।
प्रश्न 13: ‘गांधी-इरविन समझौता’ कब हुआ?
- 1929
- 1930
- 1931
- 1935
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: 1931।
- संदर्भ और विस्तार: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च 1931 को हुआ था। यह महात्मा गांधी और ब्रिटिश वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच एक राजनीतिक समझौता था। इस समझौते के तहत, कांग्रेस ने सविनय अवज्ञा आंदोलन (Civil Disobedience Movement) को स्थगित करने पर सहमति व्यक्त की, जबकि सरकार ने राजनीतिक बंदियों को रिहा करने और कुछ नीतियों को वापस लेने पर सहमति जताई।
- गलत विकल्प: 1929 में कांग्रेस का लाहौर अधिवेशन हुआ जिसमें पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव पारित हुआ। 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ। 1935 में भारत सरकार अधिनियम आया।
प्रश्न 14: ‘प्रथम विश्व युद्ध’ (World War I) की अवधि क्या थी?
- 1914-1918
- 1918-1922
- 1939-1945
- 1905-1909
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: 1914-1918।
- संदर्भ और विस्तार: प्रथम विश्व युद्ध, जिसे ‘महान युद्ध’ भी कहा जाता है, 28 जुलाई 1914 को शुरू हुआ और 11 नवंबर 1918 को समाप्त हुआ। इसमें दुनिया के अधिकांश महान शक्तियां शामिल थीं, जो दो विरोधी सैन्य गठबंधनों में विभाजित थीं: मित्र राष्ट्र (Allies) और केंद्रीय शक्तियां (Central Powers)।
- गलत विकल्प: 1939-1945 द्वितीय विश्व युद्ध की अवधि है। 1918-1922 युद्ध के बाद का काल था, और 1905-1909 रुसी-जापानी युद्ध और अन्य यूरोपीय तनावों का समय था।
प्रश्न 15: ‘अमुक्तमाल्यादा’ नामक ग्रंथ की रचना किसने की थी?
- कृष्ण देवराय
- बुक्का राय
- हरिहर
- तिरुवल्लुवर
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: कृष्ण देवराय।
- संदर्भ और विस्तार: कृष्ण देवराय (शासनकाल 1509-1529 ईस्वी) विजयनगर साम्राज्य के महानतम शासक थे। वह न केवल एक कुशल योद्धा और प्रशासक थे, बल्कि एक महान विद्वान और कवि भी थे। उन्होंने तेलुगु में ‘अमुक्तमाल्यादा’ (वह जिसने माला को मुक्त रूप से पहना हो) की रचना की, जो भगवान विष्णु की देवी अंडल के विवाह की कहानी है।
- गलत विकल्प: बुक्का राय और हरिहर विजयनगर के संस्थापक थे। तिरुवल्लुवर तमिल साहित्य के एक महान कवि थे जिन्होंने ‘तिरुकुरल’ की रचना की थी।
प्रश्न 16: ‘स्थायी बंदोबस्त’ (Permanent Settlement) व्यवस्था कब लागू की गई?
- 1790
- 1793
- 1795
- 1800
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: 1793।
- संदर्भ और विस्तार: लॉर्ड कॉर्नवालिस ने 1793 में बंगाल, बिहार, उड़ीसा और मद्रास के कुछ हिस्सों में स्थायी बंदोबस्त व्यवस्था लागू की। इस व्यवस्था के तहत, जमींदारों को भूमि का स्वामी माना गया और उनसे कहा गया कि वे सरकार को एक निश्चित राशि कर के रूप में हर साल जमा करेंगे। यह भू-राजस्व की दर स्थायी थी।
- गलत विकल्प: 1790 में इसका प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन यह 1793 में लागू हुआ। 1795 और 1800 में अन्य भू-राजस्व प्रणालियाँ (जैसे रैयतवाड़ी और महलवाड़ी) विकसित की जा रही थीं।
प्रश्न 17: सिन्धु घाटी सभ्यता का कौन सा स्थल ‘रंगपुर’ कहाँ स्थित है?
- गुजरात
- राजस्थान
- पंजाब
- हरियाणा
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: गुजरात।
- संदर्भ और विस्तार: रंगपुर, लोथल के दक्षिण-पूर्व में स्थित, गुजरात के काठियावाड़ प्रायद्वीप में भोगवा नदी (एक उपनदी) के तट पर एक महत्वपूर्ण हड़प्पा स्थल है। यहाँ से चावल की भूसी के अवशेष मिले हैं, जो इस क्षेत्र में चावल की खेती के प्रमाण को दर्शाते हैं। यह पूर्व-हड़प्पा और उत्तर-हड़प्पा दोनों अवधियों से संबंधित है।
- गलत विकल्प: राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में भी हड़प्पा सभ्यता के महत्वपूर्ण स्थल मिले हैं (जैसे कालीबंगन, रोपड़, राखीगढ़ी), लेकिन रंगपुर गुजरात में है।
प्रश्न 18: ‘नील दर्पण’ (Neel Darpan) के लेखक कौन हैं?
- बंकिम चंद्र चटर्जी
- दीनबंधु मित्र
- रवींद्रनाथ टैगोर
- शरतचंद्र चट्टोपाध्याय
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: दीनबंधु मित्र।
- संदर्भ और विस्तार: दीनबंधु मित्र ने 1860 में ‘नील दर्पण’ नामक नाटक लिखा था, जिसमें बंगाल में नील की खेती करने वाले किसानों पर यूरोपीय नील उत्पादकों द्वारा किए गए अत्याचारों का मार्मिक चित्रण किया गया था। इस नाटक ने तत्कालीन समाज में नील विद्रोह (1859-60) के प्रति जनसमर्थन बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- गलत विकल्प: बंकिम चंद्र चटर्जी ने ‘आनंद मठ’ लिखी। रवींद्रनाथ टैगोर ने ‘गीतांजलि’ लिखी। शरतचंद्र चट्टोपाध्याय प्रसिद्ध उपन्यासकार थे।
प्रश्न 19: ‘सोमनाथ मंदिर’ पर गज़नवी के आक्रमण के समय वहाँ का शासक कौन था?
- भीम प्रथम
- जय सिंह
- सिद्धराज
- कुमार पाल
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: भीम प्रथम।
- संदर्भ और विस्तार: 1025 ईस्वी में महमूद गज़नवी ने गुजरात के प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर पर आक्रमण किया और उसे लूटा। उस समय वहाँ चालुक्य (सोलंकी) वंश का शासन था और शासक भीम प्रथम थे। इस हमले ने मंदिर और उसके खजाने को भारी नुकसान पहुँचाया था।
- गलत विकल्प: जय सिंह (सिद्धराज) भीम प्रथम के बाद शासक बने, जबकि सिद्धराजजय सिंह के ही नाम से जाने जाते हैं। कुमार पाल भी बाद के शासक थे।
प्रश्न 20: ‘अजंता की गुफाओं’ का संबंध किस धर्म से है?
- बौद्ध धर्म
- जैन धर्म
- हिंदू धर्म
- ईसाई धर्म
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: बौद्ध धर्म।
- संदर्भ और विस्तार: अजंता की गुफाएँ (महाराष्ट्र में स्थित) मुख्य रूप से बौद्ध कला के उत्कृष्ट उदाहरण हैं। इन गुफाओं में बुद्ध के पूर्व जन्मों (जातक कथाओं) और उनके जीवन की घटनाओं से संबंधित चित्र और मूर्तियाँ हैं। ये गुफाएँ गुप्त काल और वाकाटक काल के दौरान बनाई गई थीं।
- गलत विकल्प: हालांकि कुछ गुफाओं में हिंदू और जैन कला के तत्व भी पाए जा सकते हैं, लेकिन मुख्य रूप से ये बौद्ध धर्म को समर्पित हैं और बौद्ध धर्म से ही संबंधित हैं।
प्रश्न 21: ‘हड़प्पा’ सभ्यता की खोज किस वर्ष हुई?
- 1920
- 1921
- 1922
- 1924
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: 1921।
- संदर्भ और विस्तार: हड़प्पा सभ्यता का पहला खोजा गया स्थल ‘हड़प्पा’ था, जिसकी खोज 1921 में राय बहादुर दयाराम साहनी द्वारा की गई थी। यह स्थल वर्तमान पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में रावी नदी के तट पर स्थित है। इसी स्थल के नाम पर इस पूरी सभ्यता को हड़प्पा सभ्यता कहा जाता है।
- गलत विकल्प: 1922 में आर. डी. बनर्जी ने मोहनजोदड़ो की खोज की थी। 1920 और 1924 में भी इस क्षेत्र में पुरातात्विक कार्य जारी था, लेकिन हड़प्पा की महत्वपूर्ण खोज 1921 में हुई।
प्रश्न 22: ‘गदर पार्टी’ की स्थापना कब और कहाँ हुई?
- 1913, अमेरिका
- 1914, कनाडा
- 1915, जर्मनी
- 1916, ब्रिटेन
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: 1913, अमेरिका (मुख्यतः सैन फ्रांसिस्को)।
- संदर्भ और विस्तार: गदर पार्टी की स्थापना 1913 में लाला हरदयाल, सोहन सिंह भकना और अन्य भारतीय देशभक्तों द्वारा अमेरिका में की गई थी। इसका उद्देश्य विदेशों में रहने वाले भारतीयों को संगठित कर भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराने के लिए एक सशस्त्र क्रांति की योजना बनाना था। ‘गदर’ उनका मुख्य समाचार पत्र था।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प गलत वर्ष या स्थान बताते हैं।
प्रश्न 23: ‘अकबरनामा’ का लेखक कौन है?
- अबुल फजल
- फैजी
- बदायुनी
- इनायत खान
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: अबुल फजल।
- संदर्भ और विस्तार: अबुल फजल, मुगल बादशाह अकबर के नौ रत्नों में से एक थे और उनके दरबारी इतिहासकार थे। उन्होंने ‘अकबरनामा’ लिखी, जो अकबर के जीवन, प्रशासन और शासनकाल का विस्तृत इतिहास है। यह फारसी भाषा में लिखी गई है और इसे तीन खंडों में विभाजित किया गया है; तीसरा खंड ‘आईन-ए-अकबरी’ कहलाता है।
- गलत विकल्प: फैजी अबुल फजल का भाई और दरबारी कवि था। बदायुनी अकबर का दरबारी इतिहासकार था जिसने ‘तारीख-ए-बदायुनी’ लिखी। इनायत खान ने ‘शाहजहाँनामा’ लिखी।
प्रश्न 24: ‘इंडिका’ (Indica) नामक पुस्तक का लेखक कौन है?
- मेगस्थनीज
- टॉलेमी
- प्लिनी
- ह्वेन त्सांग
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: मेगस्थनीज।
- संदर्भ और विस्तार: मेगस्थनीज सेल्यूकस प्रथम निकेटर का एक राजदूत था, जिसे चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में भेजा गया था। उसने भारत में अपने अनुभव के आधार पर ‘इंडिका’ नामक पुस्तक लिखी। हालांकि मूल पुस्तक अब उपलब्ध नहीं है, लेकिन इसके उद्धरण अन्य लेखकों जैसे एरियन, प्लूटार्क और स्ट्रैबो द्वारा सुरक्षित रखे गए हैं। यह मौर्य काल के समाज, प्रशासन और संस्कृति का महत्वपूर्ण स्रोत है।
- गलत विकल्प: टॉलेमी एक भूगोलवेत्ता था, प्लिनी एक रोमन लेखक था, और ह्वेन त्सांग सातवीं शताब्दी में भारत आया एक चीनी यात्री था जिसने ‘सी-यू-की’ लिखी।
प्रश्न 25: ‘साइमन कमीशन’ का गठन किस उद्देश्य से किया गया था?
- भारत में शिक्षा सुधार
- भारत में संवैधानिक सुधारों का अध्ययन
- भारत में रेलवे का विस्तार
- भारत में आर्थिक सुधार
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: भारत में संवैधानिक सुधारों का अध्ययन।
- संदर्भ और विस्तार: साइमन कमीशन का गठन 1927 में ब्रिटिश सरकार द्वारा भारत में 1919 के भारत सरकार अधिनियम (Government of India Act, 1919) के कामकाज का मूल्यांकन करने और भविष्य के संवैधानिक सुधारों पर सिफारिशें देने के लिए किया गया था। इस कमीशन का सबसे विवादास्पद पहलू यह था कि इसमें कोई भी भारतीय सदस्य शामिल नहीं था, जिसके कारण इसका भारत में व्यापक विरोध हुआ।
- गलत विकल्प: कमीशन का मुख्य उद्देश्य शिक्षा, रेलवे या आर्थिक सुधारों का अध्ययन करना नहीं था, बल्कि भारत के लिए राजनीतिक और संवैधानिक भविष्य की रूपरेखा तैयार करना था।