डायमंड पर डबलिंग: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न
परिचय: नमस्कार, प्रतिस्पर्धी परीक्षार्थियों! आपकी तैयारी को और मजबूत करने के लिए, हम ‘डायमंड पर डबलिंग’ नामक सामयिक संकेत के आधार पर भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान से संबंधित 25 महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) लेकर आए हैं। ये प्रश्न विशेष रूप से SSC, रेलवे और राज्य PSCs जैसी परीक्षाओं को ध्यान में रखकर तैयार किए गए हैं। आइए, अपनी समझ को परखें और इन प्रश्नों के माध्यम से अपने ज्ञान को बढ़ाएं!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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कार्बन का कौन सा अपररूप (allotrope) सबसे कठोर होता है?
- (a) ग्रेफाइट
- (b) हीरा
- (c) फुलरीन
- (d) कोयला
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थों का कठोरपन उनकी क्रिस्टल संरचना और परमाणुओं के बीच बंधन की प्रकृति पर निर्भर करता है।
व्याख्या (Explanation): हीरा कार्बन का एक अपररूप है जिसमें प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजक बंधों (covalent bonds) द्वारा चतुष्फलकीय (tetrahedral) रूप से जुड़ा होता है। यह त्रि-आयामी (3D) नेटवर्क संरचना हीरे को अत्यंत कठोर बनाती है। ग्रेफाइट में, कार्बन परमाणु षट्कोणीय (hexagonal) परतों में व्यवस्थित होते हैं, जो कमजोर वेंडर वाल्स बलों (van der Waals forces) द्वारा एक-दूसरे से जुड़े होते हैं, इसलिए यह नरम होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे का अपवर्तनांक (refractive index) लगभग कितना होता है?
- (a) 1.5
- (b) 2.42
- (c) 1.33
- (d) 2.00
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अपवर्तनांक प्रकाश की गति में कमी का माप है जब यह किसी माध्यम से गुजरता है, और यह चमक (sparkle) के लिए जिम्मेदार होता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे का उच्च अपवर्तनांक (लगभग 2.42) प्रकाश को बहुत अधिक अपवर्तित करता है, जिससे यह प्रकाश के कुल आंतरिक परावर्तन (total internal reflection) के लिए अत्यधिक प्रवण होता है। यही कारण है कि हीरा इतना चमकीला दिखाई देता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे की चमक (sparkle) का मुख्य कारण क्या है?
- (a) इसकी उच्च तापीय चालकता
- (b) प्रकाश का पूर्ण आंतरिक परावर्तन
- (c) इसकी उच्च विद्युत चालकता
- (d) इसकी पारगम्यता
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कुल आंतरिक परावर्तन तब होता है जब प्रकाश सघन माध्यम से विरल माध्यम की ओर जाता है और आपतन कोण क्रांतिक कोण (critical angle) से अधिक होता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे का क्रांतिक कोण बहुत कम (लगभग 24.4°) होता है। जब प्रकाश हीरे में प्रवेश करता है, तो यह कई बार आंतरिक रूप से परावर्तित होता है, और जब यह अंततः बाहर निकलता है, तो यह बहुत चमकीला दिखाई देता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे को जलाने पर मुख्य रूप से कौन सी गैस बनती है?
- (a) सल्फर डाइऑक्साइड
- (b) कार्बन मोनोऑक्साइड
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड
- (d) नाइट्रोजन ऑक्साइड
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): दहन (combustion) एक रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें कोई पदार्थ ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया करके ऊष्मा और प्रकाश उत्पन्न करता है।
व्याख्या (Explanation): हीरा कार्बन का शुद्ध रूप है। जब हीरे को पर्याप्त ऑक्सीजन की उपस्थिति में जलाया जाता है, तो यह कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) बनाता है, जो एक सामान्य दहन उत्पाद है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे में कार्बन परमाणुओं के बीच किस प्रकार का रासायनिक बंध (chemical bond) पाया जाता है?
- (a) आयनिक बंध
- (b) सहसंयोजक बंध
- (c) धात्विक बंध
- (d) हाइड्रोजन बंध
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सहसंयोजक बंध में, परमाणु इलेक्ट्रॉनों को साझा करके एक साथ बंधे रहते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे की कठोरता और स्थिरता का मुख्य कारण कार्बन परमाणुओं के बीच मजबूत सहसंयोजक बंधों का एक विशाल त्रिविमीय नेटवर्क है। ये बंध इलेक्ट्रॉनों की साझेदारी से बनते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे का उपयोग किसमें नहीं किया जाता है?
- (a) कटिंग और ग्राइंडिंग टूल्स
- (b) आभूषण
- (c) बिजली का सुचालक
- (d) वैज्ञानिक उपकरण
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी पदार्थ की विद्युत चालकता उसमें मुक्त इलेक्ट्रॉनों की उपलब्धता पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): हीरा एक उत्कृष्ट विद्युत रोधी (insulator) है, अर्थात यह बिजली का संचालन नहीं करता है। इसके विपरीत, ग्रेफाइट, जो कार्बन का ही एक अपररूप है, बिजली का सुचालक है। हीरे का उपयोग उसकी कठोरता के कारण कटिंग, ग्राइंडिंग और पॉलिशिंग जैसे अनुप्रयोगों में, उसकी चमक के कारण आभूषणों में, और उसके विशेष गुणों के कारण वैज्ञानिक उपकरणों में किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे में कार्बन परमाणुओं के संकरण (hybridization) का प्रकार क्या है?
- (a) sp
- (b) sp²
- (c) sp³
- (d) dsp²
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): संकरण रासायनिक बंधों के निर्माण के लिए परमाणुओं के ऑर्बिटल्स (orbitals) का मिश्रण है।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से सिग्मा बंध (sigma bonds) बनाता है। इस व्यवस्था के लिए sp³ संकरण की आवश्यकता होती है, जहाँ एक 2s ऑर्बिटल और तीन 2p ऑर्बिटल्स मिलकर चार sp³ संकर ऑर्बिटल्स बनाते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कृत्रिम हीरा (synthetic diamond) बनाने के लिए सामान्यतः किस विधि का उपयोग किया जाता है?
- (a) रासायनिक वाष्प जमाव (CVD)
- (b) उच्च दाब-उच्च तापमान (HPHT)
- (c) दोनों (a) और (b)
- (d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कृत्रिम हीरे बनाने के लिए विशिष्ट उच्च दबाव और तापमान की स्थिति या विशेष रासायनिक वातावरण की आवश्यकता होती है।
व्याख्या (Explanation): कृत्रिम हीरे बनाने की दो मुख्य विधियाँ हैं: उच्च दाब-उच्च तापमान (HPHT), जो प्राकृतिक हीरे के निर्माण की नकल करता है, और रासायनिक वाष्प जमाव (CVD), जहाँ हाइड्रोकार्बन गैसों से पतली हीरे की परतें जमा की जाती हैं। दोनों ही विधियों का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे की संरचना में कार्बन परमाणुओं के बीच की दूरी लगभग कितनी होती है?
- (a) 154 pm
- (b) 142 pm
- (c) 134 pm
- (d) 120 pm
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सहसंयोजक बंध लंबाई (covalent bond length) परमाणुओं के आकार और बंधन के प्रकार पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): हीरे की क्रिस्टल संरचना में, कार्बन-कार्बन सहसंयोजक बंध की लंबाई लगभग 154 पिकोमीटर (pm) होती है। यह दूरी कार्बन परमाणुओं के sp³ संकरण और चतुष्फलकीय व्यवस्था के अनुरूप है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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हीरे के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सत्य नहीं है?
- (a) यह ऊष्मा का अच्छा सुचालक है।
- (b) यह बिजली का अच्छा सुचालक है।
- (c) यह अत्यंत कठोर होता है।
- (d) इसका अपवर्तनांक उच्च होता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थों के भौतिक गुण उनकी आणविक संरचना पर निर्भर करते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरा ऊष्मा का एक उत्कृष्ट सुचालक (conductor) है, लेकिन यह बिजली का एक बहुत खराब सुचालक (insulator) है। इसकी कठोरता और उच्च अपवर्तनांक इसके प्रमुख भौतिक गुण हैं। इसलिए, कथन (b) सत्य नहीं है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘मोहर पैमाने’ (Mohs scale) पर हीरे की कठोरता कितनी होती है?
- (a) 5
- (b) 7
- (c) 9
- (d) 10
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मोहर पैमाना खनिजों की सापेक्ष कठोरता को मापने की एक विधि है, जहाँ प्रत्येक खनिज अपने से नीचे वाले खनिजों को खरोंच सकता है।
व्याख्या (Explanation): मोहर पैमाने पर, हीरा 10 के मान के साथ सबसे कठोर पदार्थ है। इसका मतलब है कि हीरा पैमाने पर मौजूद अन्य सभी खनिजों को खरोंच सकता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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पृथ्वी पर सबसे अधिक पाए जाने वाले कार्बनिक यौगिकों में से एक कौन सा है, जो जीवों में ऊर्जा भंडारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है?
- (a) प्रोटीन
- (b) लिपिड
- (c) कार्बोहाइड्रेट
- (d) न्यूक्लिक एसिड
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बोहाइड्रेट, जैसे शर्करा और स्टार्च, जीवों के लिए ऊर्जा के प्राथमिक स्रोत हैं।
व्याख्या (Explanation): कार्बोहाइड्रेट कार्बन, हाइड्रोजन और ऑक्सीजन से बने कार्बनिक यौगिक होते हैं। वे तत्काल ऊर्जा प्रदान करते हैं और ग्लाइकोजन (पशुओं में) और स्टार्च (पौधों में) के रूप में ऊर्जा संग्रहीत करते हैं। ये पृथ्वी पर सबसे प्रचुर मात्रा में पाए जाने वाले कार्बनिक अणुओं में से हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) की प्रक्रिया में, पौधे सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से क्या बनाते हैं?
- (a) प्रोटीन
- (b) वसा
- (c) ग्लूकोज (एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट)
- (d) विटामिन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के दौरान, पौधे क्लोरोफिल (chlorophyll) नामक वर्णक का उपयोग करके सूर्य के प्रकाश को अवशोषित करते हैं। इस ऊर्जा का उपयोग कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) और पानी (H2O) को ग्लूकोज (C6H12O6), एक शर्करा (sugar), और ऑक्सीजन (O2) में बदलने के लिए किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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शरीर में ऊर्जा के दीर्घकालिक भंडारण के लिए कौन से कार्बनिक यौगिक मुख्य रूप से जिम्मेदार हैं?
- (a) कार्बोहाइड्रेट (जैसे ग्लाइकोजन)
- (b) प्रोटीन
- (c) वसा (Lipids)
- (d) खनिज
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वसा (Triglycerides) ऊर्जा के घने स्रोत हैं जो शरीर में लंबे समय तक संग्रहीत किए जा सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): जबकि कार्बोहाइड्रेट (जैसे ग्लाइकोजन) ऊर्जा का त्वरित स्रोत प्रदान करते हैं, वसा शरीर में ऊर्जा के दीर्घकालिक भंडारण के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार होते हैं। वसा कार्बोहाइड्रेट की तुलना में प्रति ग्राम अधिक ऊर्जा प्रदान करते हैं और उन्हें वसा ऊतकों (adipose tissues) में संग्रहीत किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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डीएनए (DNA) और आरएनए (RNA) में पाए जाने वाले नाइट्रोजन युक्त कार्बनिक यौगिक कौन से हैं, जो आनुवंशिक जानकारी को कूटबद्ध करते हैं?
- (a) अमीनो एसिड
- (b) न्यूक्लियोटाइड
- (c) फैटी एसिड
- (d) स्टेरॉयड
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): न्यूक्लिक एसिड (DNA और RNA) न्यूक्लियोटाइड नामक मोनोमर से बने होते हैं।
व्याख्या (Explanation): डीएनए और आरएनए न्यूक्लिक एसिड हैं, जो न्यूक्लियोटाइड नामक दोहराई जाने वाली इकाइयों से बने होते हैं। प्रत्येक न्यूक्लियोटाइड में एक शर्करा, एक फॉस्फेट समूह और एक नाइट्रोजन क्षार (जैसे एडेनिन, गुआनिन, साइटोसिन, थाइमिन/यूरेसिल) होता है। ये आनुवंशिक कोड को ले जाते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में एंजाइम (enzymes) मुख्य रूप से किस प्रकार के कार्बनिक अणु होते हैं?
- (a) कार्बोहाइड्रेट
- (b) लिपिड
- (c) प्रोटीन
- (d) विटामिन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एंजाइम जैविक उत्प्रेरक (biological catalysts) होते हैं जो रासायनिक अभिक्रियाओं की दर को बढ़ाते हैं।
व्याख्या (Explanation): लगभग सभी एंजाइम प्रोटीन होते हैं। वे विशिष्ट त्रिविमीय संरचनाएं रखते हैं जो उन्हें अपने सब्सट्रेट (substrate) से बांधने और रासायनिक प्रतिक्रियाओं को सुविधाजनक बनाने की अनुमति देते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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“Doubling Down on Diamond” शीर्षक के संदर्भ में, यदि हीरे को “कार्बन का एक रूप” माना जाए, तो एक समान कार्बन-आधारित यौगिक जिसमें लंबी श्रृंखलाएं होती हैं और जो जीवन के लिए मौलिक है, वह कौन सा है?
- (a) सिलिकॉन
- (b) कार्बनिक यौगिक
- (c) जल
- (d) ऑक्सीजन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बन की टेट्रावेलेंसी (tetravalency) और श्रृंखलन (catenation) की क्षमता इसे विभिन्न प्रकार के जटिल यौगिक बनाने में सक्षम बनाती है।
व्याख्या (Explanation): कार्बन अपनी टेट्रावेलेंसी के कारण अन्य कार्बन परमाणुओं या अन्य तत्वों के साथ मजबूत सहसंयोजक बंध बना सकता है, जिससे लंबी और जटिल श्रृंखलाएं बनती हैं। ये “कार्बनिक यौगिक” कहलाते हैं और जीवन के लिए मौलिक हैं। हीरा कार्बन का एक विशेष रूप है, लेकिन व्यापक अर्थों में, जीवन “कार्बनिक यौगिकों” पर आधारित है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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रक्त में ऑक्सीजन का परिवहन मुख्य रूप से किस प्रोटीन द्वारा किया जाता है?
- (a) एल्बुमिन
- (b) हीमोग्लोबिन
- (c) कोलेजन
- (d) इंसुलिन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीमोग्लोबिन एक श्वसन वर्णक (respiratory pigment) है जो लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाता है।
व्याख्या (Explanation): हीमोग्लोबिन एक जटिल प्रोटीन है जिसमें लौह (iron) परमाणु होता है। यह ऑक्सीजन (O2) के साथ बंध बनाता है और रक्त में फेफड़ों से शरीर के ऊतकों तक ऑक्सीजन पहुंचाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मांसपेशियों के संकुचन (muscle contraction) के लिए कौन सा खनिज आयन (mineral ion) महत्वपूर्ण है?
- (a) सोडियम (Na⁺)
- (b) पोटेशियम (K⁺)
- (c) कैल्शियम (Ca²⁺)
- (d) मैग्नीशियम (Mg²⁺)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कैल्शियम आयन मांसपेशियों के संकुचन के लिए एक महत्वपूर्ण द्वितीयक संदेशवाहक (second messenger) के रूप में कार्य करता है।
व्याख्या (Explanation): जब एक मांसपेशी कोशिका उत्तेजित होती है, तो कैल्शियम आयन कोशिका में प्रवेश करते हैं। ये आयन एक्टिन (actin) और मायोसिन (myosin) नामक प्रोटीन के बीच परस्पर क्रिया को ट्रिगर करते हैं, जिससे मांसपेशी सिकुड़ती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (gland) कौन सी है, जो पाचन में सहायता के लिए पित्त (bile) का उत्पादन करती है?
- (a) अग्न्याशय (Pancreas)
- (b) थायराइड (Thyroid)
- (c) अधिवृक्क (Adrenal)
- (d) यकृत (Liver)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): यकृत मानव शरीर की सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि है और इसमें कई महत्वपूर्ण कार्य होते हैं, जिसमें पित्त का उत्पादन शामिल है।
व्याख्या (Explanation): यकृत (Liver) शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है। यह पित्त का उत्पादन करता है, जो वसा के पाचन और अवशोषण के लिए आवश्यक है। यह कई अन्य महत्वपूर्ण कार्य भी करता है, जैसे विषहरण (detoxification) और चयापचय (metabolism)।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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मानव रक्त में ऑक्सीजन ले जाने वाली प्राथमिक कोशिका कौन सी है?
- (a) श्वेत रक्त कोशिका (WBC)
- (b) लाल रक्त कोशिका (RBC)
- (c) प्लेटलेट्स
- (d) प्लाज्मा
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लाल रक्त कोशिकाएं (Erythrocytes) हीमोग्लोबिन से भरपूर होती हैं, जो ऑक्सीजन से बंधती है।
व्याख्या (Explanation): लाल रक्त कोशिकाएं (RBCs) या एरिथ्रोसाइट्स मुख्य कोशिकाएं हैं जो पूरे शरीर में ऑक्सीजन ले जाती हैं। उनके अंदर हीमोग्लोबिन होता है, जो ऑक्सीजन अणुओं को बांधता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पौधों में गैसों के आदान-प्रदान (exchange of gases) के लिए मुख्य संरचनात्मक इकाई कौन सी है?
- (a) जड़ें (Roots)
- (b) तना (Stem)
- (c) रंध्र (Stomata)
- (d) फूल (Flowers)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रंध्र पत्तियों की सतह पर छोटे छिद्र होते हैं जो गैस विनिमय को नियंत्रित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): रंध्र (Stomata) पत्तियों की सतह पर स्थित छोटे छिद्र होते हैं, जो गार्ड कोशिकाओं (guard cells) से घिरे होते हैं। वे प्रकाश संश्लेषण के लिए कार्बन डाइऑक्साइड के प्रवेश और श्वसन के दौरान ऑक्सीजन के निकास की अनुमति देते हैं, साथ ही वाष्पोत्सर्जन (transpiration) के माध्यम से पानी के वाष्प को भी बाहर निकालते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव मस्तिष्क में तंत्रिका आवेगों (nerve impulses) के संचरण में कौन सा आयन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है?
- (a) पोटेशियम (K⁺)
- (b) सोडियम (Na⁺)
- (c) क्लोराइड (Cl⁻)
- (d) कैल्शियम (Ca²⁺)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तंत्रिका आवेगों का संचरण झिल्ली पार आयन प्रवाह (ion flow across membrane) पर निर्भर करता है, विशेष रूप से सोडियम और पोटेशियम आयनों के।
व्याख्या (Explanation): तंत्रिका आवेगों के उत्पादन और संचरण में सोडियम आयन (Na⁺) की भूमिका महत्वपूर्ण है। तंत्रिका कोशिका झिल्ली में सोडियम चैनलों का खुलना कोशिका के अंदर सोडियम आयनों के प्रवाह का कारण बनता है, जिससे क्रिया विभव (action potential) उत्पन्न होता है, जो तंत्रिका आवेग का आधार है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में सबसे लंबी हड्डी कौन सी है?
- (a) रेडियस (Radius)
- (b) फीमर (Femur)
- (c) टिबिया (Tibia)
- (d) ह्यूमरस (Humerus)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव कंकाल प्रणाली में हड्डियों के आकार और स्थान के आधार पर उनके विशिष्ट नाम होते हैं।
व्याख्या (Explanation): फीमर, जिसे जांघ की हड्डी (thigh bone) भी कहा जाता है, मानव शरीर में सबसे लंबी, सबसे बड़ी और सबसे मजबूत हड्डी है। यह श्रोणि (pelvis) से घुटने तक फैली होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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ऊतक (tissue) जो मांसपेशियों को हड्डियों से जोड़ता है, उसे क्या कहते हैं?
- (a) स्नायुबंध (Ligament)
- (b) कण्डरा (Tendon)
- (c) उपास्थि (Cartilage)
- (d) संयोजी ऊतक (Connective Tissue)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कण्डरा (tendons) रेशेदार संयोजी ऊतक होते हैं जो मांसपेशियों को हड्डियों से जोड़ते हैं, जिससे गति संभव होती है।
व्याख्या (Explanation): कण्डरा (Tendons) मजबूत, लचीले रेशेदार ऊतक होते हैं जो मांसपेशियों के संकुचन से उत्पन्न बल को हड्डियों तक पहुंचाते हैं, जिससे कंकाल की हलचल होती है। स्नायुबंध (ligaments) हड्डियों को हड्डियों से जोड़ते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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“Doubling Down on Diamond” के संदर्भ में, कार्बन के एक ऐसे रूप की कल्पना करें जो अत्यंत मजबूत हो और अत्यधिक दबाव में बन सकता है। प्रकृति में, यह अक्सर किस प्रकार के तलछट (sediments) से जुड़ा होता है?
- (a) ज्वालामुखी राख
- (b) जीवाश्म ईंधन (Fossil fuels)
- (c) समुद्री नमक
- (d) रेत के कण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीरे पृथ्वी की सतह के नीचे उच्च दबाव और तापमान पर कार्बन से बनते हैं, अक्सर भूवैज्ञानिक प्रक्रियाओं से जुड़े होते हैं।
व्याख्या (Explanation): जबकि हीरा विशेष रूप से जीवाश्म ईंधन से नहीं बनता है, प्राकृतिक हीरे पृथ्वी के मेंटल (mantle) में बहुत गहरे, उच्च दबाव और तापमान पर बनते हैं। हालांकि, कोयला जैसे जीवाश्म ईंधन भी कार्बनिक पदार्थ (organic matter) हैं जो इसी तरह की भूवैज्ञानिक प्रक्रियाओं (दबाव और गर्मी) से गुजरते हैं, हालांकि वे सीधे हीरे में परिवर्तित नहीं होते हैं। औद्योगिक उत्पादन में, कृत्रिम हीरे अक्सर ग्राफाइट (जो कोयले से प्राप्त हो सकता है) से उच्च दबाव और तापमान पर बनाए जाते हैं। यह प्रश्न कार्बन के उच्च दबाव वाले व्यवहार के बारे में सोच को प्रोत्साहित करता है, जो जीवाश्म ईंधन के गठन के पर्यावरणीय कारकों से अप्रत्यक्ष रूप से संबंधित है।
अतः, सही उत्तर (b) है।