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प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान: पृथ्वी के वक्र होने के संदर्भ में महत्वपूर्ण प्रश्न

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान: पृथ्वी के वक्र होने के संदर्भ में महत्वपूर्ण प्रश्न

परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सामान्य विज्ञान का ज्ञान अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। यह खंड भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के विविध पहलुओं को कवर करता है, और अक्सर समाचारों या समसामयिक घटनाओं से प्रेरित प्रश्न पूछे जाते हैं। प्रस्तुत हैं पृथ्वी के वक्र होने जैसे अवलोकन के संदर्भ में तैयार किए गए 25 बहुविकल्पीय प्रश्न, जो आपकी तैयारी को परखने और अवधारणाओं को स्पष्ट करने में सहायक होंगे।


सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)

  1. पृथ्वी के ‘वक्र’ होने का तात्पर्य निम्नलिखित में से किस अवधारणा से है?

    • (a) पृथ्वी का चपटा होना
    • (b) पृथ्वी का गोलाकार आकार
    • (c) पृथ्वी का अनियमित आकार
    • (d) पृथ्वी का घनत्व वितरण

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण इसे लगभग एक गोले का आकार देता है। दूर से देखने पर, यह वक्र दिखाई देता है।

    व्याख्या (Explanation): जब हम कहते हैं कि पृथ्वी ‘वक्र’ हो गई, तो इसका सीधा अर्थ उसके गोलाकार या थोड़ा चपटा गोलाकार (oblate spheroid) आकार से है, न कि किसी अचानक परिवर्तन से। यह आकार गुरुत्वाकर्षण के कारण पदार्थ के समान रूप से वितरित होने का परिणाम है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  2. पृथ्वी के गोलाकार (वक्र) आकार के लिए कौन सा वैज्ञानिक बल मुख्य रूप से जिम्मेदार है?

    • (a) चुंबकीय बल
    • (b) विद्युत बल
    • (c) गुरुत्वाकर्षण बल
    • (d) नाभिकीय बल

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): गुरुत्वाकर्षण वह बल है जो द्रव्यमान वाली वस्तुओं को एक-दूसरे की ओर आकर्षित करता है। यह ग्रहों और तारों के निर्माण में एक मौलिक भूमिका निभाता है।

    व्याख्या (Explanation): गुरुत्वाकर्षण, अपने आप में, किसी वस्तु को उसके द्रव्यमान के केंद्र की ओर खींचता है। जब पृथ्वी बनी, तो पदार्थ गुरुत्वाकर्षण के कारण एक-दूसरे की ओर खिंचा और सबसे कुशल आकार, यानी एक गोला, प्राप्त किया।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  3. पृथ्वी के ‘वक्र’ होने से उत्पन्न होने वाले ‘चिल’ (chills) का अनुभव, अक्सर किस भौतिक घटना से जुड़ा हो सकता है?

    • (a) गुरुत्वाकर्षण का अचानक बढ़ना
    • (b) वायुमंडलीय दाब में अचानक परिवर्तन
    • (c) सदमे की तरंगों (Shockwaves) का अनुभव
    • (d) तापमान में अप्रत्याशित गिरावट

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): भूकंप जैसी अचानक भूगर्भीय घटनाएं पृथ्वी की सतह में तीव्र कंपन और सदमे की तरंगें उत्पन्न करती हैं।

    व्याख्या (Explanation): ‘It sent chills down my spine!’ एक लाक्षणिक अभिव्यक्ति है जो किसी गंभीर या आश्चर्यजनक घटना के प्रभाव को दर्शाती है। पृथ्वी की सतह पर बड़े पैमाने पर वक्रता या विकृति (जैसे भूकंप के कारण) सदमे की तरंगें उत्पन्न कर सकती है, जो जमीन पर खड़े व्यक्ति को तीव्र कंपन महसूस करा सकती हैं, जिसे ‘चिल’ के रूप में वर्णित किया जा सकता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  4. निम्नलिखित में से कौन सी भूगर्भीय घटना पृथ्वी की सतह पर ‘वक्रता’ या विकृति का कारण बन सकती है?

    • (a) हिमस्खलन
    • (b) ज्वालामुखी विस्फोट
    • (c) भूस्खलन
    • (d) उपरोक्त सभी

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): भूस्खलन, हिमस्खलन और ज्वालामुखी विस्फोट सभी भूगर्भीय प्रक्रियाएं हैं जो पृथ्वी की सतह पर बड़े पैमाने पर सामग्री के स्थानांतरण या विस्थापन का कारण बन सकती हैं, जिससे स्थानीय वक्रता या विकृति हो सकती है।

    व्याख्या (Explanation): यद्यपि पृथ्वी का समग्र आकार गुरुत्वाकर्षण द्वारा निर्धारित होता है, लेकिन भूकंप (जो पृथ्वी की पपड़ी में वक्रता का कारण बन सकते हैं), ज्वालामुखी विस्फोट (जो सतह को ऊपर उठा या धंसा सकते हैं), भूस्खलन और हिमस्खलन (जो बड़ी मात्रा में सामग्री को स्थानांतरित करते हैं) जैसी घटनाएं पृथ्वी की सतह पर स्थानीय या बड़े पैमाने पर विकृति या ‘वक्रता’ का कारण बन सकती हैं।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  5. पृथ्वी की पपड़ी (Earth’s crust) किस प्रकार के पदार्थ से बनी है?

    • (a) मुख्य रूप से गैस
    • (b) मुख्य रूप से तरल
    • (c) मुख्य रूप से ठोस
    • (d) गैस, तरल और ठोस का मिश्रण

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पृथ्वी की सबसे बाहरी परत, पपड़ी, मुख्य रूप से विभिन्न सिलिकेट खनिजों से बनी एक ठोस परत है।

    व्याख्या (Explanation): पृथ्वी की पपड़ी, जिसके बारे में शीर्षक में बात की जा सकती है, वह पृथ्वी की सबसे बाहरी, ठोस परत है। यह मुख्य रूप से सिलिकेट चट्टानों से बनी है, जिनमें ऑक्सीजन, सिलिकॉन, एल्यूमीनियम, लोहा, कैल्शियम, सोडियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  6. भूकंप के दौरान उत्पन्न होने वाली प्राथमिक तरंगें (P-waves) क्या हैं?

    • (a) केवल सतही तरंगें
    • (b) केवल अनुदैर्ध्य तरंगें (longitudinal waves)
    • (c) केवल अनुप्रस्थ तरंगें (transverse waves)
    • (d) अनुदैर्ध्य और अनुप्रस्थ दोनों तरंगें

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): भूकंपीय तरंगों में P-waves (Primary waves) अनुदैर्ध्य तरंगें होती हैं, जिनमें कणों का कंपन तरंग की दिशा के समानांतर होता है।

    व्याख्या (Explanation): P-waves (Primary waves) भूकंप के दौरान उत्पन्न होने वाली सबसे तेज तरंगें होती हैं। वे अनुदैर्ध्य तरंगें होती हैं, जिसका अर्थ है कि जिस माध्यम से वे गुजरती हैं, उसके कण तरंग के प्रसार की दिशा के समानांतर आगे-पीछे कंपन करते हैं। ये तरंगें ठोस, तरल और गैसों से गुजर सकती हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  7. पृथ्वी की पपड़ी के नीचे का आवरण (mantle) मुख्य रूप से किस अवस्था में होता है?

    • (a) पूरी तरह से ठोस
    • (b) पिघली हुई अवस्था (तरल)
    • (c) अर्ध-ठोस (plastic/viscous)
    • (d) गैसीय अवस्था

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पृथ्वी का आवरण, विशेष रूप से ऊपरी आवरण (upper mantle), उच्च तापमान और दबाव के कारण बहुत चिपचिपा (viscous) या अर्ध-ठोस अवस्था में होता है, जिससे वह धीरे-धीरे प्रवाहित हो सकता है।

    व्याख्या (Explanation): पृथ्वी का आवरण (mantle) पृथ्वी की पपड़ी के नीचे की परत है। हालांकि यह मुख्य रूप से सिलिकेट चट्टानों से बना एक ठोस है, लेकिन उच्च तापमान और दबाव के कारण, यह एक अर्ध-ठोस या प्लास्टिक अवस्था में होता है। यह इसे संवहन धाराओं (convection currents) में धीरे-धीरे प्रवाहित होने की अनुमति देता है, जो विवर्तनिक प्लेटों की गति के लिए जिम्मेदार हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  8. पृथ्वी की पपड़ी किस सिद्धांत के अनुसार बड़ी, अस्थिर प्लेटों (tectonic plates) में विभाजित है?

    • (a) महाद्वीपीय बहाव (Continental Drift)
    • (b) प्लेट विवर्तनिकी (Plate Tectonics)
    • (c) महासागरीय विस्तार (Seafloor Spreading)
    • (d) संवहन धारा सिद्धांत (Convection Current Theory)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्लेट विवर्तनिकी वह सिद्धांत है जो बताता है कि पृथ्वी की लिथोस्फीयर (lithosphere – पपड़ी और ऊपरी आवरण का कठोर भाग) कई बड़ी और छोटी टेक्टोनिक प्लेटों में विभाजित है जो पृथ्वी के ऊपरी आवरण के ऊपर धीरे-धीरे खिसकती हैं।

    व्याख्या (Explanation): पृथ्वी की बाहरी परत (लिथोस्फीयर) टेक्टोनिक प्लेटों से बनी है जो पृथ्वी के ऊपरी आवरण (mantle) पर तैरती हैं। इन प्लेटों की गति और अंतःक्रियाएं भूकंप, ज्वालामुखी और पर्वत निर्माण जैसी भूगर्भीय घटनाओं का कारण बनती हैं, और पृथ्वी की सतह की ‘वक्रता’ या विरूपण में योगदान करती हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  9. उस वायुमंडलीय घटना का नाम क्या है जो पृथ्वी की सतह के पास हवा के तापमान में अचानक परिवर्तन से ‘चिल’ (chills) जैसा अनुभव करा सकती है?

    • (a) इनवर्जन (Temperature Inversion)
    • (b) ओजोन परत का क्षरण
    • (c) वायुमंडलीय दबाव का बढ़ना
    • (d) जलवाष्प की मात्रा में वृद्धि

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): तापमान व्युत्क्रमण (Temperature inversion) एक ऐसी स्थिति है जहाँ सामान्यतः ठंडी रहने वाली हवा की परत गर्म हवा की परत के ऊपर फंस जाती है, जिससे अचानक तापमान परिवर्तन और ‘चिल’ जैसा अनुभव हो सकता है, खासकर अगर यह ठंडी हवा अचानक प्रवेश करे।

    व्याख्या (Explanation): यद्यपि शीर्षक में ‘चिल’ का प्रयोग लाक्षणिक है, यदि इसे भौतिक रूप से व्याख्यायित करें, तो तापमान व्युत्क्रमण (temperature inversion) एक ऐसी स्थिति है जहाँ पृथ्वी की सतह के पास हवा का तापमान अचानक बहुत कम हो जाता है, जिससे लोगों को ठंड का अहसास हो सकता है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  10. यदि पृथ्वी की सतह ‘वक्र’ हो रही है, तो इसका मतलब है कि उस क्षेत्र में निम्नलिखित में से कौन सी भूगर्भीय प्रक्रिया हो सकती है?

    • (a) क्षरण (Erosion)
    • (b) अवसादन (Sedimentation)
    • (c) प्लेटों का ऊपर उठना या नीचे धंसना (Uplift or Subsidence)
    • (d) वायुमंडलीय अपक्षय (Weathering)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्लेटों का ऊपर उठना (uplift) या नीचे धंसना (subsidence) पृथ्वी की पपड़ी में होने वाले ऊर्ध्वाधर (vertical) विस्थापन हैं, जो बड़े क्षेत्रों में सतह की वक्रता या ढलान को बदल सकते हैं।

    व्याख्या (Explanation): पृथ्वी की सतह का ‘वक्र’ होना, विशेष रूप से अगर यह अचानक हो रहा है, तो इसका मतलब हो सकता है कि टेक्टोनिक प्लेटें उस क्षेत्र में ऊपर उठ रही हैं (uplift) या नीचे धंस रही हैं (subsidence)। यह भूकंपों या लंबी अवधि की टेक्टोनिक गतिविधियों का परिणाम हो सकता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  11. पृथ्वी के वायुमंडल में किस गैस की उपस्थिति मुख्य रूप से ‘चिल’ (ठंड) की अनुभूति से जुड़ी है?

    • (a) ऑक्सीजन (O₂)
    • (b) नाइट्रोजन (N₂)
    • (c) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)
    • (d) जलवाष्प (H₂O)

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जलवाष्प (Water vapor) एक ग्रीनहाउस गैस है और यह वायुमंडल में ऊष्मा को फंसाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसकी कमी से हवा ठंडी महसूस हो सकती है।

    व्याख्या (Explanation): यद्यपि ‘चिल’ का सीधा संबंध तापमान से है, वायुमंडल में जलवाष्प की मात्रा का भी अप्रत्यक्ष प्रभाव पड़ता है। शुष्क हवा (कम जलवाष्प वाली) अक्सर अधिक तेज़ी से ठंडा होती है और ठंडी महसूस हो सकती है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  12. यदि पृथ्वी की सतह पर ‘वक्रता’ एक भौतिक घटना है, तो यह किस प्रकार के विचलन (deviation) को इंगित कर सकती है?

    • (a) गुरुत्वाकर्षण के पूर्वनिर्धारित क्षेत्र से विचलन
    • (b) एक समतल सतह से विचलन
    • (c) एक आदर्श गोलाकार सतह से विचलन
    • (d) उपर्युक्त सभी

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पृथ्वी की सतह को पूरी तरह से समतल या एक आदर्श गोला नहीं माना जा सकता। इसमें विभिन्न स्केल पर गुरुत्वाकर्षण विसंगतियां, स्थानीय स्थलाकृति और टेक्टोनिक प्लेटों की हलचलें शामिल हैं, जो सभी विचलन उत्पन्न करती हैं।

    व्याख्या (Explanation): पृथ्वी की सतह का ‘वक्र’ होना, अगर इसे किसी अप्रत्याशित या असामान्य तरीके से देखा जाए, तो यह विभिन्न प्रकार के विचलन को इंगित कर सकता है। यह गुरुत्वाकर्षण के ज्ञात पैटर्न से विचलन, एक आदर्श गोलाकार आकार से विचलन, या यहाँ तक कि एक स्थानीय समतल सतह से विचलन भी हो सकता है, जो भूगर्भीय गतिविधियों के कारण हो सकता है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  13. निम्नलिखित में से कौन सा एक रासायनिक परिवर्तन है जो पृथ्वी की सतह को प्रभावित कर सकता है?

    • (a) कायांतरण (Metamorphism)
    • (b) अपक्षय (Weathering)
    • (c) क्षरण (Erosion)
    • (d) निक्षेपण (Deposition)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अपक्षय (Weathering) चट्टानों और खनिजों का विघटन और विखंडन है जो पृथ्वी की सतह पर या उसके पास भौतिक या रासायनिक प्रक्रियाओं द्वारा होता है। रासायनिक अपक्षय में रासायनिक अभिक्रियाएं शामिल होती हैं।

    व्याख्या (Explanation): अपक्षय, विशेष रूप से रासायनिक अपक्षय, चट्टानों के रासायनिक संघटन को बदल देता है, जिससे वे कमजोर हो जाती हैं और टूट जाती हैं। उदाहरण के लिए, एसिड वर्षा (जो वायुमंडलीय CO₂ से बनती है) चट्टानों को घोल सकती है। यह पृथ्वी की सतह की संरचना और रूप को बदलता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  14. पानी के pH में कमी (अम्लता में वृद्धि) आमतौर पर निम्नलिखित में से किस के कारण होती है?

    • (a) ऑक्सीजन की अधिकता
    • (b) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) की अधिकता
    • (c) नाइट्रोजन की अधिकता
    • (d) जलवाष्प की अधिकता

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जब कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) पानी में घुलती है, तो यह कार्बोनिक एसिड (H₂CO₃) बनाती है, जिससे पानी अम्लीय हो जाता है (pH कम हो जाता है)।

    व्याख्या (Explanation): वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा में वृद्धि से वर्षा अधिक अम्लीय हो सकती है (एसिड रेन)। यह अम्लीय वर्षा चट्टानों को घोल सकती है और उन्हें प्रभावित कर सकती है, जो अप्रत्यक्ष रूप से पृथ्वी की सतह की ‘वक्रता’ या संरचना को प्रभावित कर सकती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  15. पृथ्वी के भूवैज्ञानिक इतिहास में ‘वक्रता’ या विकृति की एक प्रमुख रासायनिक प्रक्रिया क्या है?

    • (a) ऑक्सीकरण
    • (b) अपचयन
    • (c) कार्बोनेशन
    • (d) हाइड्रेशन

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कार्बोनेशन एक रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) पानी में घुल कर कार्बोनिक एसिड बनाती है, जो चूना पत्थर (calcium carbonate) जैसी चट्टानों को घोल सकती है, जिससे गुफाओं का निर्माण और सतह की विकृति हो सकती है।

    व्याख्या (Explanation): कार्बोनेशन, जैसा कि ऊपर बताया गया है, चट्टानों के विघटन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो भू-आकृतियों के निर्माण और पृथ्वी की सतह की ‘वक्रता’ में योगदान देता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  16. ‘चिल’ (chills) का अनुभव, यदि यह रोग संबंधी है, तो किस प्रकार के सूक्ष्मजीव से जुड़ा हो सकता है?

    • (a) वायरस
    • (b) बैक्टीरिया
    • (c) फंगस
    • (d) प्रोटोजोआ

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कई प्रकार के बैक्टीरिया संक्रमण के कारण बुखार और ठंड लगने (chills) जैसे लक्षण पैदा कर सकते हैं।

    व्याख्या (Explanation): यदि ‘चिल’ को बीमारी के लक्षण के रूप में व्याख्यायित किया जाए, तो यह किसी संक्रमण का संकेत हो सकता है। कई जीवाणु (bacteria) शरीर में प्रवेश करके प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को ट्रिगर कर सकते हैं, जिससे बुखार और ठंड लगने जैसे लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  17. एक भूगर्भीय घटना के रूप में, ‘वक्रता’ का अध्ययन किस वैज्ञानिक शाखा से संबंधित है?

    • (a) खगोल विज्ञान (Astronomy)
    • (b) भूविज्ञान (Geology)
    • (c) मौसम विज्ञान (Meteorology)
    • (d) पारिस्थितिकी (Ecology)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): भूविज्ञान पृथ्वी की संरचना, प्रक्रियाओं और इतिहास का अध्ययन है, जिसमें पृथ्वी की सतह की वक्रता, विरूपण और भूगर्भीय घटनाएं शामिल हैं।

    व्याख्या (Explanation): पृथ्वी की सतह के आकार, उसकी वक्रता, और उसमें होने वाले परिवर्तनों का अध्ययन भूविज्ञान का मुख्य क्षेत्र है। इसमें टेक्टोनिक प्लेटों की गति, भूकंप, ज्वालामुखी और क्षरण जैसी प्रक्रियाएं शामिल हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  18. पृथ्वी के वायुमंडल में, तापमान के ऊर्ध्वाधर वितरण में विसंगतियों (anomalies) को क्या कहा जाता है?

    • (a) संवहन (Convection)
    • (b) विकिरण (Radiation)
    • (c) व्युत्क्रमण (Inversion)
    • (d) संघनन (Condensation)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): तापमान व्युत्क्रमण (Temperature Inversion) एक ऐसी स्थिति है जहाँ सामान्य तापमान प्रवणता (temperature gradient) उलट जाती है, अर्थात, ऊंचाई के साथ तापमान घटता नहीं है, बल्कि बढ़ता है।

    व्याख्या (Explanation): जैसा कि प्रश्न 10 में चर्चा की गई है, तापमान व्युत्क्रमण वायुमंडलीय तापमान वितरण में एक महत्वपूर्ण विसंगति है जो ‘चिल’ जैसे अनुभव से संबंधित हो सकती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  19. यदि पृथ्वी की सतह पर ‘वक्रता’ का तात्पर्य गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र में भिन्नता से है, तो यह निम्नलिखित में से किस कारण से हो सकता है?

    • (a) चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण
    • (b) पृथ्वी के आंतरिक भाग में द्रव्यमान का असमान वितरण
    • (c) सौर विकिरण की तीव्रता
    • (d) वायुमंडलीय दबाव

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र किसी ग्रह के द्रव्यमान वितरण से सीधे प्रभावित होता है। पृथ्वी के आंतरिक भाग में मौजूद विभिन्न घनत्वों वाली चट्टानें और पदार्थ गुरुत्वाकर्षण के स्थानीय उतार-चढ़ाव का कारण बन सकते हैं।

    व्याख्या (Explanation): पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र एक आदर्श गोलाकार नहीं है; इसमें छोटी भिन्नताएं होती हैं जो पृथ्वी के आंतरिक भाग में द्रव्यमान के असमान वितरण के कारण होती हैं। ये भिन्नताएं ‘वक्रता’ के रूप में अनुभव की जा सकती हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  20. जीव विज्ञान में, ‘चिल’ (chills) का अनुभव किसी रोगज़नक़ (pathogen) के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया से कैसे संबंधित हो सकता है?

    • (a) यह हाइपोथैलेमस को शरीर के तापमान को बढ़ाने का संकेत देता है।
    • (b) यह शरीर को ऊर्जा बचाने के लिए संकेत देता है।
    • (c) यह रक्त परिसंचरण को धीमा करता है।
    • (d) यह मांसपेशियों को सिकुड़ने के लिए उत्तेजित करता है।

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): बुखार और ठंड लगने (chills) का अनुभव तब होता है जब मस्तिष्क का हाइपोथैलेमस शरीर के सामान्य तापमान को ऊंचा सेट करता है, जो अक्सर संक्रमण से लड़ने के लिए होता है।

    व्याख्या (Explanation): जब शरीर को संक्रमण का पता चलता है, तो यह बुखार पैदा करने के लिए हाइपोथैलेमस को संकेत भेजता है। हाइपोथैलेमस शरीर के ‘सेट पॉइंट’ को बढ़ाता है, और जब शरीर का वर्तमान तापमान इस नए सेट पॉइंट से नीचे होता है, तो हम ठंड (chills) महसूस करते हैं क्योंकि शरीर अपने तापमान को बढ़ाने के लिए मांसपेशियों को सिकोड़ता (कंपकंपी) और रक्त वाहिकाओं को संकुचित करता है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  21. पृथ्वी की पपड़ी में क्षरण (erosion) की प्रक्रिया, जैसे कि नदी द्वारा, सतह की ‘वक्रता’ को कैसे प्रभावित कर सकती है?

    • (a) यह सतह को ऊपर उठाती है।
    • (b) यह सतह को समतल करती है और घाटियों का निर्माण करती है।
    • (c) यह सतह को अधिक गोलाकार बनाती है।
    • (d) यह सतह पर रासायनिक परिवर्तन करती है।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): क्षरण सामग्री को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाता है, जिससे उच्च क्षेत्रों को नीचा किया जाता है और निम्न क्षेत्रों में जमा किया जाता है, जिससे समतलीकरण और घाटियों जैसी आकृतियों का निर्माण होता है।

    व्याख्या (Explanation): क्षरण, जैसे कि पानी, हवा या बर्फ द्वारा, पृथ्वी की सतह से सामग्री को हटाता है। यह प्रक्रिया धीरे-धीरे ऊंचे इलाकों को समतल करती है और अक्सर घाटियों (जो एक प्रकार की ‘वक्रता’ या अवसाद का निर्माण करती हैं) को काटती है, जिससे समग्र स्थलाकृति बदल जाती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  22. निम्नलिखित में से कौन सा यौगिक पृथ्वी की पपड़ी में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है और अक्सर रासायनिक अपक्षय में शामिल होता है?

    • (a) सिलिकॉन डाइऑक्साइड (SiO₂)
    • (b) सोडियम क्लोराइड (NaCl)
    • (c) कैल्शियम कार्बोनेट (CaCO₃)
    • (d) लोहा (Fe)

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): सिलिकॉन डाइऑक्साइड (सिलिका) पृथ्वी की पपड़ी में सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला यौगिक है, जो क्वार्ट्ज जैसे खनिजों का एक प्रमुख घटक है। रासायनिक रूप से, यह कुछ हद तक प्रतिरोधी है, लेकिन अत्यधिक अम्लीय या क्षारीय परिस्थितियों में इसका क्षरण हो सकता है।

    व्याख्या (Explanation): सिलिकॉन डाइऑक्साइड (सिलिका) पृथ्वी की पपड़ी का एक प्रमुख घटक है। यद्यपि यह अपेक्षाकृत स्थिर है, रासायनिक अपक्षय की प्रक्रियाएं, विशेष रूप से उच्च तापमान और दबाव वाले वातावरण में या अम्लीय वर्षा की उपस्थिति में, इसका विघटन कर सकती हैं, जिससे चट्टानों का क्षरण होता है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  23. वैज्ञानिकों द्वारा पृथ्वी के ‘वक्र’ होने की धारणा का अनुभव करने के लिए कौन सा उपकरण या तकनीक का उपयोग किया जा सकता है?

    • (a) दूरबीन (Telescope)
    • (b) बैरोमीटर (Barometer)
    • (c) ग्लोब (Globe) और मानचित्र (Maps)
    • (d) उपग्रह (Satellites) और GPS

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): उपग्रह और GPS तकनीक पृथ्वी की सतह के सटीक माप और मैपिंग में सक्षम बनाती हैं, जिससे पृथ्वी के गोलाकार आकार और उसकी सतह की वक्रता की पुष्टि होती है।

    व्याख्या (Explanation): जबकि एक ग्लोब और मानचित्र पृथ्वी के गोलाकार (वक्र) आकार को दर्शाते हैं, आधुनिक उपग्रह और GPS तकनीक हमें पृथ्वी की सतह पर सटीक ऊंचाइयों और दूरियों को मापने की अनुमति देती है, जिससे पृथ्वी के वक्र आकार की प्रत्यक्ष पुष्टि होती है और किसी भी विकृति का पता लगाया जा सकता है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  24. जीव विज्ञान में, ‘चिल’ (chills) का अनुभव किस कारण से हो सकता है जब शरीर का तापमान आदर्श से कम हो जाता है?

    • (a) शरीर की अतिरिक्त गर्मी को बाहर निकालने का प्रयास
    • (b) शरीर के तापमान को बढ़ाने के लिए मांसपेशियों का अनैच्छिक संकुचन
    • (c) रक्त वाहिकाओं का विस्तार
    • (d) पसीना आना

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ठंड लगना (chills) शरीर की एक ऐसी प्रतिक्रिया है जो शरीर के तापमान को बढ़ाने के लिए मांसपेशियों को तेजी से सिकोड़ती है, जिससे गर्मी उत्पन्न होती है।

    व्याख्या (Explanation): जब हमारा शरीर ठंडा महसूस करता है (यानी, उसका आंतरिक तापमान ‘सेट पॉइंट’ से नीचे चला जाता है), तो यह गर्मी उत्पन्न करने के लिए अनैच्छिक मांसपेशियों के संकुचन (कंपकंपी) शुरू करता है। यह ‘चिल’ का अनुभव है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  25. पृथ्वी के ‘वक्र’ होने की अवधारणा, जो हमारे दैनिक जीवन को प्रभावित करती है, मुख्य रूप से किससे संबंधित है?

    • (a) मौसम का पैटर्न
    • (b) गुरुत्वाकर्षण और स्थानिक संबंध
    • (c) वायुमंडलीय संरचना
    • (d) भूवैज्ञानिक युग

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पृथ्वी का गोलाकार (वक्र) आकार गुरुत्वाकर्षण को निर्देशित करता है और यह निर्धारित करता है कि वस्तुएं सतह पर कैसे व्यवहार करती हैं, जैसे कि वे नीचे की ओर क्यों गिरती हैं। यह पृथ्वी पर विभिन्न स्थानों के बीच स्थानिक संबंधों को भी प्रभावित करता है।

    व्याख्या (Explanation): पृथ्वी का वक्र आकार ही वह आधार है जिस पर गुरुत्वाकर्षण काम करता है, जिससे हमें ‘नीचे’ की ओर खिंचाव महसूस होता है। यह आकार यात्रा, संचार और हमारे समग्र स्थानिक बोध को भी प्रभावित करता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

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