प्रतियोगिता परीक्षा सामान्य विज्ञान: पृथ्वी के घुमाव से जुड़े 25 महत्वपूर्ण प्रश्न
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सामान्य विज्ञान का एक महत्वपूर्ण स्थान है। चाहे वह भौतिकी हो, रसायन विज्ञान हो या जीव विज्ञान, प्रत्येक विषय से पूछे जाने वाले प्रश्न आपकी विश्लेषणात्मक क्षमता और ज्ञान की गहराई को दर्शाते हैं। यहाँ हम “पृथ्वी के घुमाव” जैसे समसामयिक संकेत के आधार पर विभिन्न विषयों से 25 बहुविकल्पीय प्रश्न लेकर आए हैं, जो आपकी तैयारी को और मजबूत बनाने में सहायक होंगे। इन प्रश्नों के विस्तृत हल आपको अवधारणाओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेंगे।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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प्रश्न 1: पृथ्वी का अपनी धुरी पर घूमना किस प्रकार की गति का उदाहरण है?
- (a) रेखीय गति
- (b) वृत्ताकार गति
- (c) घूर्णन गति
- (d) प्रक्षेप्य गति
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): घूर्णन गति वह गति है जिसमें कोई वस्तु अपनी धुरी के चारों ओर घूमती है।
व्याख्या (Explanation): पृथ्वी अपनी काल्पनिक धुरी (North-South axis) के चारों ओर लगातार घूमती है, जो 24 घंटे में एक चक्कर पूरा करती है। इस प्रकार की गति को घूर्णन गति (Rotational motion) कहा जाता है। रेखीय गति में वस्तु सीधी रेखा में चलती है, वृत्ताकार गति में किसी केंद्र के चारों ओर घूमती है, और प्रक्षेप्य गति में वस्तु एक परवलयिक पथ का अनुसरण करती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 2: पृथ्वी के घूमने के कारण दिन और रात होते हैं। इस घटना के लिए कौन सा वैज्ञानिक सिद्धांत जिम्मेदार है?
- (a) अपवर्तन
- (b) परावर्तन
- (c) प्रकाश संश्लेषण
- (d) पृथ्वी का घूर्णन
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पृथ्वी अपने अक्ष पर लगभग 24 घंटे में एक बार घूमती है।
व्याख्या (Explanation): जब पृथ्वी अपने अक्ष पर घूमती है, तो उसका एक हिस्सा सूर्य के सामने आता है और प्रकाशित होता है, जिससे दिन होता है, जबकि विपरीत हिस्सा अंधकार में रहता है, जिससे रात होती है। जैसे-जैसे पृथ्वी घूमती है, दिन और रात का क्रम बदलता रहता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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प्रश्न 3: पृथ्वी पर गुरुत्वाकर्षण का अनुभव मुख्य रूप से किस बल के कारण होता है?
- (a) विद्युत चुम्बकीय बल
- (b) नाभिकीय बल
- (c) गुरुत्वाकर्षण बल
- (d) कमजोर नाभिकीय बल
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): गुरुत्वाकर्षण बल द्रव्यमान वाली किन्हीं भी दो वस्तुओं के बीच लगने वाला आकर्षण बल है।
व्याख्या (Explanation): पृथ्वी का विशाल द्रव्यमान एक मजबूत गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र बनाता है जो अपने पास की सभी वस्तुओं को अपनी ओर खींचता है। यही कारण है कि हम पृथ्वी पर टिके रहते हैं और वस्तुएं नीचे गिरती हैं। यह बल हमारे द्वारा अनुभव किए जाने वाले गुरुत्वाकर्षण के लिए जिम्मेदार है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 4: पृथ्वी के घुमाव के कारण निम्नलिखित में से कौन सी राशि बदलती है?
- (a) गुरुत्वाकर्षण की शक्ति
- (b) वायुमंडलीय दाब
- (c) वस्तु का द्रव्यमान
- (d) वस्तु का भार
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वस्तु का भार (Weight) = द्रव्यमान (Mass) × गुरुत्वाकर्षण त्वरण (g)। गुरुत्वाकर्षण त्वरण पृथ्वी के घूर्णन से थोड़ा प्रभावित होता है।
व्याख्या (Explanation): पृथ्वी पूर्णतः गोलाकार नहीं है, बल्कि ध्रुवों पर चपटी और भूमध्य रेखा पर उभरी हुई है। इसके घूर्णन के कारण, भूमध्य रेखा पर अपकेंद्रीय बल (centrifugal force) अधिक होता है, जिससे वहाँ गुरुत्वाकर्षण का खिंचाव थोड़ा कम महसूस होता है। चूँकि भार द्रव्यमान और गुरुत्वाकर्षण त्वरण पर निर्भर करता है, इसलिए पृथ्वी के घूर्णन और आकार के कारण भूमध्य रेखा पर वस्तु का भार ध्रुवों की तुलना में थोड़ा कम होता है। वस्तु का द्रव्यमान (पदार्थ की मात्रा) अपरिवर्तित रहता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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प्रश्न 5: भूमंडल (Lithosphere) के संदर्भ में, “पृथ्वी का मुड़ना” (Earth’s Curving) का क्या अर्थ हो सकता है?
- (a) पृथ्वी का अपनी धुरी पर तिरछा होना
- (b) पृथ्वी की सतह का प्लेट टेक्टोनिक्स के कारण विकृत होना
- (c) पृथ्वी के वायुमंडल का मुड़ना
- (d) पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्लेट टेक्टोनिक्स सिद्धांत बताता है कि पृथ्वी की बाहरी परत (भूपर्पटी) कई बड़ी और छोटी टेक्टोनिक प्लेटों में विभाजित है जो लगातार धीरे-धीरे गति कर रही हैं।
व्याख्या (Explanation): “पृथ्वी का मुड़ना” शीर्षक भूमंडल (Lithosphere) के संदर्भ में पृथ्वी की सतह के आकार में होने वाले दीर्घकालिक परिवर्तनों का संकेत दे सकता है। प्लेट टेक्टोनिक्स के कारण, ये प्लेटें आपस में टकराती हैं, दूर जाती हैं, या एक-दूसरे के बगल से सरकती हैं। इन गतियों के परिणामस्वरूप भूकंप, ज्वालामुखी और पर्वत निर्माण जैसी भू-आकृतियाँ बनती हैं, जिससे पृथ्वी की सतह का वक्रता और आकार प्रभावित होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 6: रासायनिक रूप से, पृथ्वी की पपड़ी (Earth’s crust) का अधिकांश भाग किन तत्वों से बना है?
- (a) हाइड्रोजन और हीलियम
- (b) ऑक्सीजन और सिलिकॉन
- (c) नाइट्रोजन और कार्बन
- (d) सोना और चांदी
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पृथ्वी की पपड़ी मुख्य रूप से कुछ तत्वों के सिलिकेट खनिजों से बनी है।
व्याख्या (Explanation): पृथ्वी की पपड़ी का लगभग 74.3% भार ऑक्सीजन और सिलिकॉन से आता है, जो संयुक्त रूप से सिलिकेट खनिज बनाते हैं। ऑक्सीजन (लगभग 46.6%) सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला तत्व है, इसके बाद सिलिकॉन (लगभग 27.7%) आता है। ये तत्व मिलकर क्वार्ट्ज, फेल्डस्पार जैसे सामान्य खनिज बनाते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 7: पृथ्वी पर पाए जाने वाले जल चक्र (Water Cycle) में, जल के गैसीय अवस्था से तरल अवस्था में परिवर्तन क्या कहलाता है?
- (a) वाष्पीकरण
- (b) संघनन
- (c) वर्षण
- (d) वाष्पोत्सर्जन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): संघनन (Condensation) वह प्रक्रिया है जिसमें गैस (जल वाष्प) तरल में बदल जाती है।
व्याख्या (Explanation): जल चक्र में, जब जल वाष्प (गैस) वायुमंडल में ऊपर उठती है और ठंडी होती है, तो यह छोटी-छोटी जल की बूंदों या बर्फ के क्रिस्टल में बदल जाती है, जो मिलकर बादल बनाते हैं। इस प्रक्रिया को संघनन कहते हैं। वाष्पीकरण जल का तरल से गैस बनना है, वर्षण बादलों से जल का पृथ्वी पर गिरना है, और वाष्पोत्सर्जन पौधों द्वारा जल का वाष्प के रूप में बाहर निकलना है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 8: निम्नलिखित में से कौन सी गैस पृथ्वी के वायुमंडल का सबसे बड़ा घटक है?
- (a) ऑक्सीजन
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड
- (c) नाइट्रोजन
- (d) आर्गन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पृथ्वी का वायुमंडल विभिन्न गैसों का मिश्रण है।
व्याख्या (Explanation): पृथ्वी का वायुमंडल लगभग 78% नाइट्रोजन, 21% ऑक्सीजन, 0.9% आर्गन और शेष अन्य गैसों (जैसे कार्बन डाइऑक्साइड, नियॉन, हीलियम, मीथेन, ओजोन आदि) से बना है। इसलिए, नाइट्रोजन वायुमंडल का सबसे बड़ा घटक है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 9: कोशिका (Cell) के किस भाग को ‘कोशिका का पावरहाउस’ कहा जाता है?
- (a) नाभिक (Nucleus)
- (b) राइबोसोम (Ribosome)
- (c) लाइसोसोम (Lysosome)
- (d) माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondrion)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): माइटोकॉन्ड्रिया कोशिका के भीतर ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए जिम्मेदार होता है।
व्याख्या (Explanation): माइटोकॉन्ड्रिया को ‘कोशिका का पावरहाउस’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह कोशिकीय श्वसन (cellular respiration) के माध्यम से भोजन (ग्लूकोज) को तोड़कर ऊर्जा (ATP – एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट) का उत्पादन करता है। यह ऊर्जा कोशिका के सभी कार्यों को करने के लिए आवश्यक होती है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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प्रश्न 10: प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) की प्रक्रिया में, पौधे मुख्य रूप से किस गैस का उपयोग करते हैं?
- (a) ऑक्सीजन
- (b) नाइट्रोजन
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड
- (d) मीथेन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में कार्बन डाइऑक्साइड और जल से अपना भोजन (ग्लूकोज) बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के समीकरण में, पौधे वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) लेते हैं, इसे जल (H2O) के साथ मिलाकर, सूर्य के प्रकाश और क्लोरोफिल की मदद से ग्लूकोज (C6H12O6) बनाते हैं और ऑक्सीजन (O2) को उप-उत्पाद के रूप में छोड़ते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 11: यदि पृथ्वी अचानक घूमना बंद कर दे, तो भूमध्य रेखा पर स्थित किसी वस्तु पर लगने वाला अपकेंद्रीय बल (Centrifugal Force) कैसा हो जाएगा?
- (a) बढ़ जाएगा
- (b) शून्य हो जाएगा
- (c) थोड़ा कम हो जाएगा
- (d) अप्रभावित रहेगा
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अपकेंद्रीय बल घूर्णन गति के कारण उत्पन्न होता है और यह गति पर निर्भर करता है।
व्याख्या (Explanation): अपकेंद्रीय बल वह आभासी बल है जो किसी घूर्णन वस्तु पर केंद्र से बाहर की ओर कार्य करता हुआ प्रतीत होता है। यदि पृथ्वी अचानक घूमना बंद कर दे, तो वस्तु की घूर्णन गति शून्य हो जाएगी, जिसके परिणामस्वरूप भूमध्य रेखा पर लगने वाला अपकेंद्रीय बल भी शून्य हो जाएगा। इससे वस्तुएँ अपने वर्तमान स्थान से दूर फेंकी जा सकती हैं (यदि अन्य बल न हों)।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 12: कौन सा वैज्ञानिक उपकरण पृथ्वी की गति (घूर्णन और परिक्रमण) का अध्ययन करने में सहायक होता है?
- (a) बैरोमीटर
- (b) सीस्मोग्राफ
- (c) गाइरोस्कोप
- (d) एनीमोमीटर
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): गाइरोस्कोप एक ऐसा उपकरण है जो अपनी कोणीय गति को बनाए रखने की प्रवृत्ति रखता है।
व्याख्या (Explanation): गाइरोस्कोप का उपयोग पृथ्वी की घूर्णन गति को मापने और प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है। यह उपकरण पृथ्वी के घूमने के साथ-साथ अपनी दिशा को बनाए रखता है, जिससे पृथ्वी की गति के संबंध में इसके अभिविन्यास (orientation) में परिवर्तन को मापा जा सकता है। सीस्मोग्राफ भूकंपीय तरंगों को मापता है, बैरोमीटर वायुमंडलीय दबाव को, और एनीमोमीटर हवा की गति को मापता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 13: यदि पृथ्वी का घूर्णन दोगुना हो जाए, तो दिन की अवधि पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
- (a) यह दोगुनी हो जाएगी
- (b) यह आधी हो जाएगी
- (c) यह समान रहेगी
- (d) यह चार गुना हो जाएगी
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): दिन की अवधि पृथ्वी द्वारा अपनी धुरी पर एक पूरा चक्कर लगाने में लगने वाले समय पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): वर्तमान में पृथ्वी को अपनी धुरी पर एक चक्कर पूरा करने में लगभग 24 घंटे लगते हैं, जिससे दिन और रात की अवधि बनती है। यदि पृथ्वी का घूर्णन दोगुना हो जाए, तो यह अपनी धुरी पर एक चक्कर आधा समय (12 घंटे) में पूरा करेगी। इसका मतलब है कि दिन की अवधि (प्रकाश की अवधि) आधी हो जाएगी, और इसी तरह रात की अवधि भी आधी हो जाएगी।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 14: प्लेट टेक्टोनिक्स के कारण होने वाली वलन (Folding) प्रक्रिया किस भूवैज्ञानिक काल में सबसे अधिक सक्रिय थी?
- (a) कैम्ब्रियन काल
- (b) कार्बोनिफेरस काल
- (c) क्रिटेशियस काल
- (d) इन सभी कालों में
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पृथ्वी का भूविज्ञान एक गतिशील प्रक्रिया है जिसमें विभिन्न कालों में टेक्टोनिक गतिविधियाँ होती रहती हैं।
व्याख्या (Explanation): हालांकि वलन (folding) और टेक्टोनिक गतिविधियाँ पृथ्वी के इतिहास में लगातार होती रही हैं, कैम्ब्रियन, कार्बोनिफेरस और क्रिटेशियस जैसे भूवैज्ञानिक कालों में महत्वपूर्ण पर्वत निर्माण की घटनाएँ (जैसे अल्पाइन ओरोजेनी) हुईं, जिनमें बड़ी मात्रा में चट्टानों में वलन और भ्रंशन (faulting) शामिल थे। इसलिए, यह कहना उचित है कि इन सभी कालों में वलन प्रक्रिया सक्रिय थी, यद्यपि इसकी तीव्रता अलग-अलग रही हो।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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प्रश्न 15: निम्नलिखित में से कौन सा यौगिक (compound) पृथ्वी की पपड़ी में सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला खनिज है?
- (a) क्वार्ट्ज (SiO2)
- (b) फेल्डस्पार (KAlSi3O8, NaAlSi3O8, CaAl2Si2O8)
- (c) अभ्रक (Mica)
- (d) कैल्साइट (CaCO3)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पृथ्वी की पपड़ी मुख्य रूप से सिलिकेट खनिजों से बनी है।
व्याख्या (Explanation): फेल्डस्पार समूह पृथ्वी की पपड़ी में सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला खनिज समूह है, जो पपड़ी का लगभग 50-60% हिस्सा बनाता है। इसके बाद क्वार्ट्ज (लगभग 12%) आता है। फेल्डस्पार एल्यूमीनियम सिलिकेट्स का एक समूह है जिसमें पोटेशियम, सोडियम और कैल्शियम होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 16: एक कोशिका में, डीएनए (DNA) का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) ऊर्जा का भंडारण
- (b) प्रोटीन संश्लेषण को नियंत्रित करना
- (c) कोशिका को संरचनात्मक समर्थन देना
- (d) अपशिष्ट पदार्थों का निष्कासन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): डीएनए (डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड) आनुवंशिक जानकारी का वाहक है।
व्याख्या (Explanation): डीएनए में आनुवंशिक कोड (genetic code) होता है जो प्रोटीन के निर्माण के लिए निर्देश प्रदान करता है। यह कोड निर्धारित करता है कि कौन से अमीनो एसिड किस क्रम में जुड़ेंगे, जिससे एक विशिष्ट प्रोटीन का निर्माण होता है। ये प्रोटीन कोशिका के विभिन्न कार्यों के लिए आवश्यक होते हैं, जैसे एंजाइम के रूप में कार्य करना, संरचनात्मक घटक बनाना आदि।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 17: कौन सी रासायनिक अभिक्रिया प्रकाश संश्लेषण का आधार बनती है?
- (a) ऑक्सीकरण
- (b) अपचयन
- (c) रेडॉक्स अभिक्रिया
- (d) उदासीनीकरण
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रेडॉक्स अभिक्रियाएँ वे अभिक्रियाएँ होती हैं जिनमें इलेक्ट्रॉन का स्थानांतरण होता है, जिसके परिणामस्वरूप एक प्रजाति का ऑक्सीकरण (इलेक्ट्रॉन खोना) और दूसरी का अपचयन (इलेक्ट्रॉन प्राप्त करना) होता है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें दो मुख्य चरण होते हैं: प्रकाश-निर्भर अभिक्रियाएँ और प्रकाश-स्वतंत्र अभिक्रियाएँ (केल्विन चक्र)। प्रकाश-निर्भर अभिक्रियाओं में, जल का ऑक्सीकरण (इलेक्ट्रॉन और प्रोटॉन देना) और CO2 का अपचयन (इलेक्ट्रॉन प्राप्त करना) होता है, जो अंततः ग्लूकोज के निर्माण में उपयोग होते हैं। इस प्रकार, प्रकाश संश्लेषण एक रेडॉक्स अभिक्रिया है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 18: यदि पृथ्वी का घूर्णन अचानक रुक जाए, तो सतह पर गतिमान वस्तुएँ किस कारण से आगे की ओर फेंकी जाएंगी?
- (a) गुरुत्वाकर्षण
- (b) जड़त्व (Inertia)
- (c) अभिकेन्द्रीय बल (Centripetal Force)
- (d) प्लवन (Buoyancy)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): न्यूटन का गति का प्रथम नियम (जड़त्व का नियम) कहता है कि कोई भी वस्तु अपनी गति की अवस्था में तब तक परिवर्तन नहीं करती जब तक उस पर कोई बाहरी असंतुलित बल कार्य न करे।
व्याख्या (Explanation): जब पृथ्वी घूम रही होती है, तो उस पर स्थित सभी वस्तुएँ भी उसी गति से घूम रही होती हैं। यदि पृथ्वी अचानक रुक जाती है, तो वस्तुएँ अपनी गति की अवस्था में परिवर्तन का विरोध करेंगी और अपने जड़त्व के कारण आगे की ओर गतिमान रहेंगी। इसी कारण से, भूमध्य रेखा पर स्थित वस्तुएँ उस समय उच्च गति से आगे की ओर फेंकी जाएंगी।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 19: पृथ्वी की पपड़ी में पाए जाने वाले मैग्मा (Magma) का मुख्य घटक क्या है?
- (a) कार्बनिक यौगिक
- (b) पिघली हुई चट्टानें और गैसें
- (c) शुद्ध जल
- (d) तरल लोहा
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मैग्मा पृथ्वी के अंदरूनी हिस्सों में मौजूद पिघला हुआ चट्टानी पदार्थ है।
व्याख्या (Explanation): मैग्मा, जो पृथ्वी के मेंटल से उत्पन्न होता है, मुख्य रूप से पिघली हुई चट्टानों (सिलिकेट्स) और उसमें घुली हुई गैसों (जैसे जल वाष्प, कार्बन डाइऑक्साइड) का मिश्रण होता है। जब मैग्मा पृथ्वी की सतह पर आता है, तो उसे लावा (Lava) कहा जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 20: निम्नलिखित में से कौन सी प्रक्रिया पृथ्वी की सतह पर भूस्खलन (Landslides) या भू-आकृतियों में परिवर्तन का कारण बन सकती है, जो “मुड़ने” के रूप में देखी जा सकती है?
- (a) प्रकाश संश्लेषण
- (b) गुरुत्वाकर्षण और कटाव
- (c) ओजोन परत का क्षरण
- (d) वायुमंडलीय दबाव में परिवर्तन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): गुरुत्वाकर्षण और कटाव (erosion) पृथ्वी की सतह को लगातार आकार देते रहते हैं।
व्याख्या (Explanation): गुरुत्वाकर्षण वह बल है जो चट्टानों और मिट्टी को नीचे की ओर खींचता है। कटाव (जैसे पानी, हवा, या बर्फ द्वारा) इन सामग्रियों को हटाता है। जब ये बल किसी ढलान पर अस्थिरता पैदा करते हैं, तो भूस्खलन हो सकता है। बड़े पैमाने पर कटाव और भूगर्भीय गतिविधियों से पृथ्वी की सतह का वक्रता या आकार भी समय के साथ थोड़ा बदल सकता है, जिसे “मुड़ना” के रूप में समझा जा सकता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 21: कोशिका में राइबोसोम (Ribosome) का प्राथमिक कार्य क्या है?
- (a) ऊर्जा उत्पादन
- (b) प्रोटीन संश्लेषण
- (c) अपशिष्ट पदार्थों का पाचन
- (d) आनुवंशिक सामग्री का प्रतिकृति
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): राइबोसोम वे सेलुलर मशीनरी हैं जो mRNA पर एन्कोड की गई जानकारी के आधार पर प्रोटीन बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): राइबोसोम कोशिका के साइटोप्लाज्म में पाए जाने वाले छोटे कण होते हैं जो mRNA (मैसेंजर आरएनए) से आनुवंशिक निर्देशों को पढ़कर प्रोटीन संश्लेषण (translation) की प्रक्रिया को अंजाम देते हैं। वे अमीनो एसिड को जोड़कर पॉलीपेप्टाइड श्रृंखला बनाते हैं, जो बाद में कार्यात्मक प्रोटीन में बदल जाती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 22: पृथ्वी के घूर्णन के कारण लगने वाला कोरियोलिस प्रभाव (Coriolis Effect) निम्नलिखित में से किस पर सबसे अधिक प्रभाव डालता है?
- (a) गुरुत्वाकर्षण
- (b) सूर्य की परिक्रमा
- (c) वायुमंडलीय और महासागरीय धाराएँ
- (d) पृथ्वी का तापमान
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोरियोलिस प्रभाव पृथ्वी के घूर्णन के कारण गतिमान वस्तुओं की दिशा में होने वाला एक आभासी विचलन है।
व्याख्या (Explanation): पृथ्वी के घूर्णन के कारण, उत्तरी गोलार्ध में गतिमान वस्तुएँ दाईं ओर मुड़ जाती हैं और दक्षिणी गोलार्ध में बाईं ओर। यह प्रभाव विशेष रूप से बड़े पैमाने पर गतिमान प्रणालियों, जैसे कि हवा के पैटर्न (तूफान, व्यापारिक हवाएँ) और महासागरीय धाराओं को प्रभावित करता है, जिससे उनकी दिशाएँ वक्रित हो जाती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 23: पृथ्वी की पपड़ी में पाए जाने वाले जीवाश्म (Fossils) मुख्य रूप से किस प्रकार की चट्टानों में मिलते हैं?
- (a) आग्नेय चट्टानें (Igneous Rocks)
- (b) कायांतरित चट्टानें (Metamorphic Rocks)
- (c) अवसादी चट्टानें (Sedimentary Rocks)
- (d) सभी प्रकार की चट्टानों में समान रूप से
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जीवाश्म आमतौर पर उन परतों में पाए जाते हैं जहाँ तलछट (sediment) जमा होते हैं और धीरे-धीरे चट्टानों में परिवर्तित हो जाते हैं।
व्याख्या (Explanation): अवसादी चट्टानें, जैसे बलुआ पत्थर, चूना पत्थर और शैल (shale), तलछट के जमा होने और जमने से बनती हैं। यह प्रक्रिया अक्सर जलीय वातावरण (नदी, झील, समुद्र) में होती है जहाँ मृत जीवों के अवशेष तलछट के साथ दब जाते हैं। उच्च तापमान और दबाव (जो आग्नेय और कायांतरित चट्टानों में होते हैं) आमतौर पर जीवाश्मों को नष्ट कर देते हैं, जबकि अवसादी चट्टानों का निर्माण उन्हें संरक्षित करने के लिए अधिक अनुकूल होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 24: कोशिका भित्ति (Cell Wall) किस प्रकार के जीवों में पाई जाती है और इसका मुख्य कार्य क्या है?
- (a) केवल जंतुओं में; कोशिका को आकार देना
- (b) पौधों, कवक और बैक्टीरिया में; कोशिका को संरचनात्मक समर्थन और सुरक्षा देना
- (c) केवल पौधों में; प्रकाश संश्लेषण करना
- (d) सभी जीवों में; ऊर्जा का उत्पादन करना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिका भित्ति एक कठोर बाहरी परत है जो कोशिका झिल्ली के बाहर स्थित होती है।
व्याख्या (Explanation): कोशिका भित्ति पौधों, कवक, शैवाल और बैक्टीरिया में पाई जाती है, लेकिन जंतुओं में नहीं। पौधों में यह सेल्युलोज से बनी होती है, कवक में चिटिन से, और बैक्टीरिया में पेप्टिडोग्लाइकन से। इसका मुख्य कार्य कोशिका को एक निश्चित आकार प्रदान करना, बाहरी झटके से बचाना और परासरणी (osmotic) तनाव को सहने में मदद करना है, जिससे कोशिका का फटना रोका जा सके।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 25: निम्नलिखित में से कौन सा भूवैज्ञानिक बल पृथ्वी की पपड़ी को “मुड़ने” या विकृत करने के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार है, जिससे पर्वत श्रृंखलाएँ बनती हैं?
- (a) क्षरण (Erosion)
- (b) अपक्षय (Weathering)
- (c) टेक्टोनिक प्लेटों का टकराव (Collision of Tectonic Plates)
- (d) ज्वालामुखी विस्फोट (Volcanic Eruptions)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्लेट टेक्टोनिक्स के सिद्धांत के अनुसार, पृथ्वी की लिथोस्फीयर कई विशाल प्लेटों में विभाजित है जो लगातार गतिमान रहती हैं।
व्याख्या (Explanation): जब दो टेक्टोनिक प्लेटें एक-दूसरे से टकराती हैं (अभिसारी सीमाएँ), तो भारी दबाव और तनाव के कारण पृथ्वी की पपड़ी मुड़ जाती है, वलित हो जाती है और ऊपर उठ जाती है, जिससे विशाल पर्वत श्रृंखलाओं का निर्माण होता है। उदाहरण के लिए, भारतीय प्लेट और यूरेशियन प्लेट की टक्कर से हिमालय पर्वत श्रृंखला का निर्माण हुआ है। क्षरण और अपक्षय सतह की आकृतियों को बदलते हैं, और ज्वालामुखी विस्फोट नई चट्टानें बनाते हैं, लेकिन मुख्य रूप से बड़े पैमाने पर “मुड़ने” और पर्वत निर्माण के लिए टेक्टोनिक टकराव जिम्मेदार हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।