डायमंड और विज्ञान: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान की गहरी समझ अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह खंड आपको भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों (MCQs) का अभ्यास करने में मदद करेगा। प्रत्येक प्रश्न के साथ विस्तृत हल प्रदान किया गया है, जो आपको अवधारणाओं को बेहतर ढंग से समझने और अपनी परीक्षा तैयारी को मजबूत करने में सहायक होगा। आइए, “Doubling Down on Diamond” जैसे प्रासंगिक संकेत से प्रेरित होकर, विज्ञान के इन महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपनी पकड़ मजबूत करें!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
-
हीरे का पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total Internal Reflection) किस घटना के कारण संभव होता है, जो इसे अत्यधिक चमकदार बनाता है?
- (a) अपवर्तन (Refraction)
- (b) विवर्तन (Diffraction)
- (c) पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total Internal Reflection)
- (d) व्यतिकरण (Interference)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पूर्ण आंतरिक परावर्तन तब होता है जब प्रकाश सघन माध्यम से विरल माध्यम में क्रांतिक कोण (critical angle) से अधिक कोण पर आपतित होता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे का अपवर्तनांक (refractive index) बहुत अधिक होता है, जिसके कारण इसका क्रांतिक कोण बहुत छोटा होता है (लगभग 24.4 डिग्री)। जब प्रकाश हीरे में प्रवेश करता है, तो यह बार-बार आंतरिक परावर्तन से गुजरता है, जिससे यह बाहर निकलने से पहले कई बार प्रतिबिंबित होता है। इस घटना के कारण ही हीरा अत्यधिक चमकदार और द्युतिमान (lustrous) दिखाई देता है। अन्य विकल्प, जैसे अपवर्तन, विवर्तन और व्यतिकरण, हीरे की चमक में इस प्रकार योगदान नहीं करते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
हीरा, कार्बन का एक अपरूप (allotrope) है। कार्बन के उस अपरूप का नाम बताएं जो विद्युतीय रूप से सुचालक (electrically conductive) होता है?
- (a) हीरा (Diamond)
- (b) ग्रेफाइट (Graphite)
- (c) फुलरीन (Fullerene)
- (d) कोयला (Coal)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता पदार्थ में मुक्त इलेक्ट्रॉनों की उपस्थिति पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): ग्रेफाइट में, कार्बन परमाणु षट्कोणीय परतों (hexagonal layers) में व्यवस्थित होते हैं, और प्रत्येक कार्बन परमाणु तीन अन्य कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजक बंध (covalent bonds) द्वारा जुड़ा होता है। इसके परिणामस्वरूप, प्रत्येक कार्बन परमाणु का एक संयोजी इलेक्ट्रॉन (valence electron) delocalized (स्थानीयकृत नहीं) होता है और परतों के बीच घूमने के लिए स्वतंत्र होता है। ये मुक्त इलेक्ट्रॉन ग्रेफाइट को विद्युत का सुचालक बनाते हैं। हीरा, इसके विपरीत, प्रत्येक कार्बन परमाणु को चार अन्य कार्बन परमाणुओं से चतुष्फलकीय (tetrahedral) रूप से बंधा हुआ पाता है, जिसमें सभी संयोजी इलेक्ट्रॉन सहसंयोजक बंधों में बंधे होते हैं, जिससे यह एक विद्युत रोधक (electrical insulator) बन जाता है। फुलरीन भी आम तौर पर विद्युत रोधक होते हैं, हालांकि कुछ संशोधनों के साथ वे अर्धचालक (semiconductor) या सुचालक बन सकते हैं। कोयला कार्बन का एक जटिल मिश्रण है और इसकी चालकता भिन्न हो सकती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
हीरे की कठोरता (hardness) का मुख्य कारण उसके परमाणुओं के बीच कौन सा बंध है?
- (a) आयनिक बंध (Ionic bond)
- (b) सहसंयोजक बंध (Covalent bond)
- (c) धात्विक बंध (Metallic bond)
- (d) वैन डेर वाल्स बल (Van der Waals forces)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सहसंयोजक बंध परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रॉनों की साझेदारी से बनते हैं और ये बहुत मजबूत होते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं के साथ मजबूत सहसंयोजक बंधों द्वारा जुड़ा होता है, जो एक त्रिविमीय (3D) नेटवर्क संरचना बनाते हैं। ये सहसंयोजक बंध अत्यधिक मजबूत होते हैं, जिसके कारण हीरा अत्यंत कठोर होता है और इसे खरोंचना या तोड़ना बहुत मुश्किल होता है। आयनिक बंध आयनों के बीच आकर्षण से बनते हैं, धात्विक बंध धातुओं में पाए जाते हैं, और वैन डेर वाल्स बल कमजोर अंतर-आणविक बल (intermolecular forces) होते हैं, जो हीरे की कठोरता के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
कार्बन का परमाणु क्रमांक (atomic number) कितना होता है?
- (a) 4
- (b) 5
- (c) 6
- (d) 7
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परमाणु क्रमांक एक परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन की संख्या होती है।
व्याख्या (Explanation): कार्बन (प्रतीक C) आवर्त सारणी (periodic table) के समूह 14 (group 14) में स्थित एक तत्व है। इसके नाभिक में 6 प्रोटॉन होते हैं, इसलिए इसका परमाणु क्रमांक 6 है। परमाणु क्रमांक किसी तत्व की पहचान निर्धारित करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
हीरे को अत्यधिक कठोर होने के कारण, इसका उपयोग किस प्रकार के औजारों में किया जाता है?
- (a) काटने और पीसने वाले औजार (Cutting and grinding tools)
- (b) चिमटे (Pliers)
- (c) हथौड़े (Hammers)
- (d) स्क्रूड्राइवर (Screwdrivers)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): Mohs कठोरता पैमाने पर हीरे को 10 का मान दिया गया है, जो इसे सबसे कठोर प्राकृतिक पदार्थ बनाता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे की असाधारण कठोरता के कारण, इसका उपयोग उन औजारों में किया जाता है जिन्हें अन्य कठोर पदार्थों को काटने, ड्रिल करने या पीसने की आवश्यकता होती है। इनमें कटिंग ब्लेड, ड्रिल बिट्स, अपघर्षक (abrasives) और पॉलिशिंग यौगिक शामिल हैं। अन्य औजारों, जैसे चिमटे, हथौड़े और स्क्रूड्राइवर, के लिए हीरे की कठोरता की आवश्यकता नहीं होती है और वे सामान्यतः धातुओं से बने होते हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
-
तापमान के संदर्भ में, हीरे की ऊष्मीय चालकता (thermal conductivity) का क्या गुण है?
- (a) यह ऊष्मा का कुचालक है।
- (b) यह ऊष्मा का अत्यंत अच्छा सुचालक है।
- (c) यह सामान्य परिस्थितियों में ऊष्मा का रोधक है।
- (d) इसकी ऊष्मीय चालकता धातु के बराबर होती है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊष्मीय चालकता किसी पदार्थ की ऊष्मा को संचालित करने की क्षमता है।
व्याख्या (Explanation): अपने मजबूत सहसंयोजक बंधों और कुशल क्रिस्टल संरचना के कारण, हीरा पृथ्वी पर सबसे कुशल ऊष्मीय चालकों में से एक है। यह धातुओं (जैसे तांबा या चांदी) की तुलना में भी ऊष्मा को बहुत तेज़ी से संचालित करता है। यह गुण हीरे को कुछ इलेक्ट्रॉनिक अनुप्रयोगों में हीट सिंक (heat sinks) के रूप में उपयोगी बनाता है। इसके विपरीत, यह विद्युत का कुचालक होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
हीरे का अपवर्तनांक (refractive index) कितना होता है, जो इसे इतना चमकदार बनाता है?
- (a) 1.52
- (b) 2.42
- (c) 1.33
- (d) 2.00
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अपवर्तनांक वह माप है जो बताता है कि कोई पदार्थ प्रकाश को कितना मोड़ता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे का उच्च अपवर्तनांक (लगभग 2.42) प्रकाश को हीरे के अंदर अत्यधिक मोड़ने का कारण बनता है। जब प्रकाश हीरे में प्रवेश करता है, तो यह अपवर्तित होता है और उसके बाद आंतरिक परावर्तन से गुजरता है। उच्च अपवर्तनांक और पूर्ण आंतरिक परावर्तन का संयोजन हीरे की विशिष्ट चमक और “आग” (fire) के लिए जिम्मेदार है। अन्य विकल्प अन्य सामान्य सामग्रियों के अपवर्तनांक हैं, जैसे कि कांच (1.52), पानी (1.33), या क्वार्ट्ज (2.00)।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
हीरे की संरचना में, प्रत्येक कार्बन परमाणु कितने अन्य कार्बन परमाणुओं से जुड़ा होता है?
- (a) 2
- (b) 3
- (c) 4
- (d) 6
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीरे की क्रिस्टल संरचना चतुष्फलकीय (tetrahedral) होती है।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु sp3 संकरित (hybridized) होता है और चार अन्य कार्बन परमाणुओं के साथ सहसंयोजक बंध बनाता है। यह चार परमाणुओं के साथ एक चतुष्फलकीय व्यवस्था बनाता है, जो एक विशाल त्रिविमीय नेटवर्क संरचना का निर्माण करता है। ग्रेफाइट में, प्रत्येक कार्बन परमाणु तीन अन्य कार्बन परमाणुओं से जुड़ा होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
निम्नलिखित में से कौन सा कार्बन का कृत्रिम (synthetic) अपरूप है?
- (a) हीरा
- (b) ग्रेफाइट
- (c) फुलरीन
- (d) ये सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अपरूप किसी तत्व के विभिन्न भौतिक रूपों को संदर्भित करते हैं जो समान रासायनिक बंधों से बने होते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरा और ग्रेफाइट दोनों प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले कार्बन के अपरूप हैं, हालांकि इन्हें कृत्रिम रूप से भी संश्लेषित किया जा सकता है। फुलरीन (जैसे बकमिन्स्टरफुलरीन C60) कार्बन के कृत्रिम रूप से खोजे गए अपरूप हैं, जिन्हें प्रयोगशाला में संश्लेषित किया गया है। इसलिए, तीनों को कृत्रिम रूप से भी बनाया जा सकता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
-
हीरे के शुद्धिकरण (purification) के लिए किस विधि का उपयोग किया जा सकता है?
- (a) आसवन (Distillation)
- (b) ऊर्ध्वपातन (Sublimation)
- (c) उच्च तापमान पर ऑक्सीकरण (Oxidation at high temperature)
- (d) संघनन (Condensation)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अशुद्धियों को हटाने के लिए उन रासायनिक प्रतिक्रियाओं का उपयोग किया जाता है जो लक्षित पदार्थ को प्रभावित किए बिना अशुद्धियों को हटा देती हैं।
व्याख्या (Explanation): अशुद्ध हीरे को उच्च तापमान पर ऑक्सीकृत किया जा सकता है। ऑक्सीजन की उपस्थिति में, अशुद्धियाँ (जैसे कार्बन की अन्य अप्ररूप या अन्य तत्व) ऑक्साइड बनाकर वाष्पित हो जाती हैं, जबकि हीरा, अपनी असाधारण स्थिरता के कारण, बहुत उच्च तापमान तक बिना ऑक्सीकृत हुए बना रहता है। आसवन, ऊर्ध्वपातन और संघनन इस प्रक्रिया के लिए उपयुक्त विधियाँ नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
कार्बन के कौन से अपरूप में कार्बन परमाणु परतदार संरचना (layered structure) में व्यवस्थित होते हैं?
- (a) हीरा (Diamond)
- (b) ग्रेफाइट (Graphite)
- (c) फुलरीन (Fullerene)
- (d) तीनों
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्रिस्टल संरचना पदार्थ के भौतिक गुणों को निर्धारित करती है।
व्याख्या (Explanation): ग्रेफाइट की संरचना में, कार्बन परमाणु षट्कोणीय छल्लों (hexagonal rings) में व्यवस्थित होते हैं, जो परतों का निर्माण करते हैं। इन परतों के बीच वैन डेर वाल्स बल मौजूद होते हैं, जो कमजोर होते हैं, जिसके कारण परतें एक-दूसरे पर आसानी से फिसल सकती हैं। यह ग्रेफाइट को चिकनाई वाला (lubricating) गुण प्रदान करता है। हीरे में, कार्बन परमाणु एक त्रिविमीय जाली (3D lattice) में व्यवस्थित होते हैं, और फुलरीन गोलाकार या दीर्घवृत्ताकार अणु होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
मानव शरीर में, भोजन के पाचन में कौन सा एंजाइम (enzyme) मदद करता है?
- (a) लाइपेस (Lipase)
- (b) एमाइलेज (Amylase)
- (c) प्रोटीज (Protease)
- (d) ये सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एंजाइम जैविक उत्प्रेरक (biological catalysts) होते हैं जो पाचन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
व्याख्या (Explanation): लाइपेस वसा (fats) के पाचन में मदद करता है, एमाइलेज कार्बोहाइड्रेट (starches) के पाचन में मदद करता है, और प्रोटीज प्रोटीन के पाचन में मदद करता है। ये सभी एंजाइम मानव पाचन तंत्र में सक्रिय होते हैं और भोजन के बड़े अणुओं को छोटे, अवशोषित करने योग्य अणुओं में तोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
-
प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) के लिए पौधों को मुख्य रूप से किन तीन चीजों की आवश्यकता होती है?
- (a) ऑक्सीजन, पानी और सूर्य का प्रकाश
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड, पानी और सूर्य का प्रकाश
- (c) नाइट्रोजन, पानी और सूर्य का प्रकाश
- (d) ऑक्सीजन, मिट्टी और सूर्य का प्रकाश
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को ग्लूकोज (शर्करा) में परिवर्तित करते हैं, जिससे ऑक्सीजन मुक्त होती है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक मुख्य घटक कार्बन डाइऑक्साइड (जो हवा से अवशोषित होता है), पानी (जो जड़ों से अवशोषित होता है) और सूर्य का प्रकाश (जो ऊर्जा प्रदान करता है) हैं। क्लोरोफिल, एक हरा वर्णक, सूर्य के प्रकाश को अवशोषित करने में मदद करता है। इस प्रक्रिया का उप-उत्पाद (by-product) ऑक्सीजन है, जो वातावरण में छोड़ी जाती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
मानव रक्त में ऑक्सीजन का परिवहन मुख्य रूप से किस प्रोटीन द्वारा किया जाता है?
- (a) एल्ब्यूमिन (Albumin)
- (b) हीमोग्लोबिन (Hemoglobin)
- (c) ग्लोबुलिन (Globulin)
- (d) फाइब्रिनोजन (Fibrinogen)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं (red blood cells) में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है जिसमें लौह (iron) होता है।
व्याख्या (Explanation): हीमोग्लोबिन फेफड़ों से ऊतकों तक ऑक्सीजन के परिवहन के लिए जिम्मेदार मुख्य प्रोटीन है। यह ऑक्सीजन अणुओं के साथ जुड़ता है और उन्हें रक्तप्रवाह के माध्यम से ले जाता है। एल्ब्यूमिन रक्त में द्रव संतुलन बनाए रखने में मदद करता है, ग्लोबुलिन प्रतिरक्षा (immunity) में भूमिका निभाते हैं, और फाइब्रिनोजन रक्त के थक्के जमने (blood clotting) में शामिल होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
कोशिका का पावरहाउस (Powerhouse of the cell) किसे कहा जाता है?
- (a) नाभिक (Nucleus)
- (b) राइबोसोम (Ribosome)
- (c) माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondria)
- (d) गॉल्जी उपकरण (Golgi apparatus)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिका के विभिन्न अंगक (organelles) विशिष्ट कार्य करते हैं।
व्याख्या (Explanation): माइटोकॉन्ड्रिया को कोशिका का पावरहाउस कहा जाता है क्योंकि वे कोशिकीय श्वसन (cellular respiration) के माध्यम से ऊर्जा (ATP के रूप में) उत्पन्न करते हैं। यह ऊर्जा कोशिका की विभिन्न गतिविधियों को करने के लिए आवश्यक है। नाभिक कोशिका के आनुवंशिक पदार्थ को नियंत्रित करता है, राइबोसोम प्रोटीन संश्लेषण करते हैं, और गॉल्जी उपकरण प्रोटीन को संसाधित और पैक करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
पौधों में जल और खनिजों का परिवहन (transport of water and minerals) मुख्य रूप से किस ऊतक (tissue) द्वारा होता है?
- (a) जाइलम (Xylem)
- (b) फ्लोएम (Phloem)
- (c) पैरेन्काइमा (Parenchyma)
- (d) स्क्लेरेन्काइमा (Sclerenchyma)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पौधों में विभिन्न प्रकार के ऊतक होते हैं जो विशिष्ट कार्य करते हैं।
व्याख्या (Explanation): जाइलम एक संवहनी ऊतक (vascular tissue) है जो जड़ों से पौधे के अन्य भागों (तने और पत्तियों) तक पानी और घुले हुए खनिजों के परिवहन के लिए जिम्मेदार है। फ्लोएम प्रकाश संश्लेषण द्वारा निर्मित शर्करा (भोजन) को पौधे के अन्य भागों में ले जाता है। पैरेन्काइमा और स्क्लेरेन्काइमा अन्य प्रकार के पौधे ऊतक हैं जो क्रमशः भंडारण और यांत्रिक सहायता प्रदान करते हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
-
मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (largest gland) कौन सी है?
- (a) अग्न्याशय (Pancreas)
- (b) थायराइड (Thyroid)
- (c) यकृत (Liver)
- (d) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal gland)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर में विभिन्न ग्रंथियां विभिन्न हार्मोन और एंजाइम स्रावित करती हैं।
व्याख्या (Explanation): यकृत (Liver) मानव शरीर की सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि है। यह पित्त (bile) का उत्पादन करता है, जो वसा के पाचन में मदद करता है, और कई महत्वपूर्ण चयापचय (metabolic) कार्य करता है, जैसे कि विषाक्त पदार्थों को हटाना और ग्लाइकोजन का भंडारण। अग्न्याशय, थायराइड और अधिवृक्क ग्रंथियां भी महत्वपूर्ण अंतःस्रावी ग्रंथियां (endocrine glands) हैं, लेकिन वे यकृत से छोटी होती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
विद्युत धारा (electric current) की SI इकाई क्या है?
- (a) वोल्ट (Volt)
- (b) ओम (Ohm)
- (c) एम्पीयर (Ampere)
- (d) वाट (Watt)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भौतिक राशियों को मापने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत इकाइयाँ होती हैं।
व्याख्या (Explanation): विद्युत धारा, आवेश के प्रवाह की दर है, और इसकी SI इकाई एम्पीयर (A) है। वोल्ट (V) विभवांतर (potential difference) की इकाई है, ओम (Ω) प्रतिरोध (resistance) की इकाई है, और वाट (W) शक्ति (power) की इकाई है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
प्रकाश की गति (speed of light) निर्वात (vacuum) में लगभग कितनी होती है?
- (a) 3 x 10^8 मीटर प्रति सेकंड (m/s)
- (b) 3 x 10^8 किलोमीटर प्रति सेकंड (km/s)
- (c) 3 x 10^6 मीटर प्रति सेकंड (m/s)
- (d) 3 x 10^6 किलोमीटर प्रति सेकंड (km/s)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): निर्वात में प्रकाश की गति एक मौलिक भौतिक स्थिरांक है।
व्याख्या (Explanation): निर्वात में प्रकाश की गति लगभग 299,792,458 मीटर प्रति सेकंड होती है, जिसे सामान्यतः 3 x 10^8 मीटर प्रति सेकंड के रूप में व्यक्त किया जाता है। यह गति माध्यम के बिना प्रकाश द्वारा तय की गई अधिकतम गति है। किलोमीटर प्रति सेकंड में यह लगभग 300,000 km/s होगी।
अतः, सही उत्तर (a) है।
-
ध्वनि तरंगें (sound waves) किस प्रकार की तरंगें हैं?
- (a) अनुप्रस्थ तरंगें (Transverse waves)
- (b) अनुदैर्ध्य तरंगें (Longitudinal waves)
- (c) विद्युत चुम्बकीय तरंगें (Electromagnetic waves)
- (d) ये सभी
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तरंगों को उनके कंपन की दिशा के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि तरंगें अनुदैर्ध्य तरंगें होती हैं, जिसका अर्थ है कि माध्यम के कण तरंग के संचरण की दिशा के समानांतर कंपन करते हैं। ये तरंगें माध्यम (जैसे हवा, पानी या ठोस) की आवश्यकता होती हैं। अनुप्रस्थ तरंगों में, माध्यम के कण तरंग के संचरण की दिशा के लंबवत कंपन करते हैं (जैसे प्रकाश तरंगें)। विद्युत चुम्बकीय तरंगें निर्वात में भी संचरण कर सकती हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
लेंस की शक्ति (power of a lens) की SI इकाई क्या है?
- (a) कैंडेला (Candela)
- (b) मीटर (Meter)
- (c) डायोप्टर (Diopter)
- (d) रेडियन (Radian)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लेंस की शक्ति, उसकी फोकल लंबाई (focal length) का व्युत्क्रम (reciprocal) होती है।
व्याख्या (Explanation): लेंस की शक्ति को डायोप्टर (D) में मापा जाता है। यदि किसी लेंस की फोकल लंबाई मीटर में 1 है, तो उसकी शक्ति 1 डायोप्टर होती है। शक्ति = 1 / (फोकल लंबाई मीटर में)। कैंडेला ज्योति तीव्रता (luminous intensity) की इकाई है, मीटर लंबाई की इकाई है, और रेडियन समतल कोण (plane angle) की इकाई है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
मानव आँख में, रेटिना (Retina) पर बनने वाली छवि (image) कैसी होती है?
- (a) सीधी और वास्तविक (Upright and real)
- (b) उल्टी और आभासी (Inverted and virtual)
- (c) उल्टी और वास्तविक (Inverted and real)
- (d) सीधी और आभासी (Upright and virtual)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लेंस द्वारा बनने वाली छवि की प्रकृति (प्रकार), अभिविन्यास (orientation) और आकार उसके अपवर्तन गुणों पर निर्भर करता है।
व्याख्या (Explanation): मानव आँख का लेंस एक उत्तल लेंस (convex lens) की तरह कार्य करता है। जब प्रकाश रेटिना पर केंद्रित होता है, तो बनने वाली छवि उल्टी (inverted) और वास्तविक (real) होती है। मस्तिष्क तब इस उल्टी छवि को सीधा करके संसाधित करता है, जिससे हमें वस्तुएं सीधी दिखाई देती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
हाइड्रोजन (Hydrogen) का परमाणु द्रव्यमान (atomic mass) कितना होता है?
- (a) 1 amu
- (b) 2 amu
- (c) 12 amu
- (d) 16 amu
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परमाणु द्रव्यमान इकाई (amu) एक प्रोटॉन या न्यूट्रॉन के द्रव्यमान का लगभग 1/12 वां भाग है।
व्याख्या (Explanation): हाइड्रोजन का सबसे आम समस्थानिक (isotope) प्रोटियम (¹H) है, जिसमें एक प्रोटॉन और कोई न्यूट्रॉन नहीं होता है। इसलिए, इसका परमाणु द्रव्यमान लगभग 1 amu होता है। अन्य समस्थानिक, जैसे ड्यूटेरियम (²H), का द्रव्यमान थोड़ा अधिक होता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
-
पानी का रासायनिक सूत्र (chemical formula) क्या है?
- (a) O₂
- (b) CO₂
- (c) H₂O
- (d) N₂
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक सूत्र किसी यौगिक (compound) में परमाणुओं की संख्या और प्रकार को दर्शाते हैं।
व्याख्या (Explanation): पानी का रासायनिक सूत्र H₂O है, जिसका अर्थ है कि पानी का प्रत्येक अणु हाइड्रोजन के दो परमाणुओं और ऑक्सीजन के एक परमाणु से मिलकर बना है। O₂ ऑक्सीजन गैस है, CO₂ कार्बन डाइऑक्साइड है, और N₂ नाइट्रोजन गैस है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
अम्लों (Acids) का pH मान आमतौर पर कितना होता है?
- (a) 7 से अधिक
- (b) 7 से कम
- (c) ठीक 7
- (d) 0
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH स्केल 0 से 14 तक होता है, जहाँ 7 उदासीन (neutral) होता है।
व्याख्या (Explanation): pH स्केल हाइड्रोजन आयनों (H⁺) की सांद्रता को मापता है। 7 से कम pH मान अम्लीय (acidic) घोल को इंगित करता है, 7 pH मान उदासीन (neutral) घोल को इंगित करता है, और 7 से अधिक pH मान क्षारीय (alkaline/basic) घोल को इंगित करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
पौधों में शर्करा (sugar) के संचयन (storage) का मुख्य रूप क्या है?
- (a) ग्लूकोज (Glucose)
- (b) फ्रुक्टोज (Fructose)
- (c) स्टार्च (Starch)
- (d) सुक्रोज (Sucrose)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पौधे प्रकाश संश्लेषण द्वारा उत्पादित ग्लूकोज को ऊर्जा के रूप में उपयोग करते हैं या भविष्य के उपयोग के लिए संग्रहीत करते हैं।
व्याख्या (Explanation): पौधे प्रकाश संश्लेषण के दौरान बने ग्लूकोज को एक पॉलीसेकेराइड (polysaccharide) जिसे स्टार्च कहा जाता है, के रूप में संग्रहीत करते हैं। स्टार्च पौधों में ऊर्जा का मुख्य संचयन रूप है। ग्लूकोज एक मोनोसेकेराइड है, फ्रुक्टोज एक अन्य मोनोसेकेराइड है, और सुक्रोज एक डाइसेकेराइड है जो पौधों में परिवहन के लिए उपयोग होता है, लेकिन संचयन मुख्य रूप से स्टार्च के रूप में होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।