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इतिहास महा-संग्राम: ज्ञान की कसौटी!

इतिहास महा-संग्राम: ज्ञान की कसौटी!

समय के गलियारों में आपका स्वागत है, प्रतियोगी! क्या आप इतिहास के रहस्यों को उजागर करने और अपने ज्ञान को परखने के लिए तैयार हैं? आज हम प्राचीन भारत से लेकर विश्व युद्धों तक, इतिहास के हर पहलू से 25 चुनिंदा प्रश्नों के साथ एक रोमांचक यात्रा पर निकलेंगे। अपनी कमर कस लें, क्योंकि यह क्विज़ आपके ज्ञान को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान की गई विस्तृत व्याख्याओं के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता के किस स्थल से घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. लोथल
  4. सुरकोटदा

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: सुरकोटदा (गुजरात) वह स्थल है जहाँ से सिंधु घाटी सभ्यता के संदर्भ में घोड़े के अवशेष मिलने के पुख्ता प्रमाण मिले हैं।
  • संदर्भ और विस्तार: सुरकोटदा से घोड़ों के दफनाने के प्रमाण भी मिले हैं, जो इस सभ्यता में घोड़ों के महत्व को दर्शाते हैं। हालांकि, मोहनजोदड़ो और हड़प्पा जैसे प्रमुख स्थलों पर घोड़ों की बड़ी मूर्तियां या विस्तृत प्रमाण कम मिलते हैं।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा और मोहनजोदड़ो सिंधु घाटी सभ्यता के सबसे बड़े शहर थे, जहाँ से मानव मूर्तियाँ, मुहरें, और जल निकासी प्रणाली जैसी चीजें मिलीं, लेकिन घोड़ों के प्रत्यक्ष अवशेष नहीं। लोथल एक बंदरगाह शहर था।

प्रश्न 2: ऋग्वैदिक काल में ‘वनस्पति’ शब्द किस देवता के लिए प्रयुक्त होता था?

  1. इंद्र
  2. सूर्य
  3. सोम
  4. अग्नि

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: ऋग्वेद में ‘सोम’ एक महत्वपूर्ण देवता और एक पवित्र पेय का नाम था। ‘वनस्पति’ शब्द का प्रयोग अक्सर सोम पौधे के संदर्भ में किया जाता था, जिससे यह पेय बनाया जाता था।
  • संदर्भ और विस्तार: सोम को देवताओं का प्रिय पेय माना जाता था और यह उत्पादन, उर्वरता और ऊर्जा से जुड़ा था। ऋग्वेद में सोम की स्तुति में कई सूक्त समर्पित हैं।
  • गलत विकल्प: इंद्र ऋग्वेद के प्रमुख देवता थे, जिन्हें युद्ध और वर्षा का देवता माना जाता था। अग्नि देवताओं और मनुष्यों के बीच मध्यस्थ थे। सूर्य प्रकाश और जीवन के स्रोत थे।

प्रश्न 3: किस मौर्य शासक ने कलिंग युद्ध के बाद बौद्ध धर्म स्वीकार किया?

  1. चंद्रगुप्त मौर्य
  2. बिंदुसार
  3. अशोक
  4. बृहद्रथ

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: सम्राट अशोक ने अपने शासनकाल के 8वें वर्ष (लगभग 261 ईसा पूर्व) में कलिंग पर विजय प्राप्त की, लेकिन युद्ध में हुई भयानक हिंसा और विनाश से वे बहुत व्यथित हुए। इस पश्चाताप के कारण उन्होंने बौद्ध धर्म स्वीकार किया और अहिंसा का मार्ग अपनाया।
  • संदर्भ और विस्तार: कलिंग युद्ध के बाद अशोक ने धम्म (धर्म) का प्रचार-प्रसार किया, जिसे उन्होंने अपने शिलालेखों में भी अंकित करवाया। उन्होंने बौद्ध धर्म को राज्य धर्म बनाया और मिशनरियों को विदेशों में भी भेजा।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य ने जैन धर्म स्वीकार किया था। बिंदुसार अशोक के पिता थे और उन्होंने आजीवक संप्रदाय का समर्थन किया था। बृहद्रथ अंतिम मौर्य शासक था, जिसकी हत्या पुष्यमित्र शुंग ने की थी।

प्रश्न 4: गुप्त काल को ‘भारत का स्वर्ण युग’ क्यों कहा जाता है?

  1. सांस्कृतिक और कलात्मक उपलब्धियों के कारण
  2. विशाल साम्राज्य के कारण
  3. वैज्ञानिक प्रगति के कारण
  4. इनमें से कोई नहीं

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: गुप्त काल (लगभग 320-550 ईस्वी) को ‘भारत का स्वर्ण युग’ कहा जाता है क्योंकि इस दौरान कला, साहित्य, विज्ञान, वास्तुकला और खगोल विज्ञान के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ।
  • संदर्भ और विस्तार: कालिदास जैसे महान कवियों का उदय, अजंता की गुफाओं के उत्कृष्ट भित्तिचित्र, आर्यभट्ट द्वारा दशमलव प्रणाली और पाई के मान की खोज, गुप्तकालीन विज्ञान और गणित की उपलब्धियों के प्रमुख उदाहरण हैं।
  • गलत विकल्प: हालांकि गुप्त साम्राज्य विशाल था, लेकिन इसे ‘स्वर्ण युग’ कहने का मुख्य कारण उनकी सांस्कृतिक और बौद्धिक उपलब्धियाँ थीं, न कि केवल भौगोलिक विस्तार या केवल वैज्ञानिक प्रगति।

प्रश्न 5: राष्ट्रकूट वंश का संस्थापक कौन था?

  1. गोविंद तृतीय
  2. ध्रुव
  3. दन्तिदुर्ग
  4. कृष्ण प्रथम

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: राष्ट्रकूट वंश की स्थापना दन्तिदुर्ग ने की थी। उन्होंने वातापी के चालुक्य शासक कीर्तिवर्मन द्वितीय को हराकर अपनी शक्ति स्थापित की।
  • संदर्भ और विस्तार: राष्ट्रकूट वंश ने लगभग 8वीं से 10वीं शताब्दी तक वर्तमान महाराष्ट्र और आसपास के क्षेत्रों पर शासन किया। एलोरा में प्रसिद्ध कैलाश मंदिर का निर्माण राष्ट्रकूट शासक कृष्ण प्रथम द्वारा करवाया गया था।
  • गलत विकल्प: गोविंद तृतीय और ध्रुव शक्तिशाली राष्ट्रकूट शासक थे, लेकिन संस्थापक दन्तिदुर्ग थे। कृष्ण प्रथम ने कैलाश मंदिर का निर्माण करवाया था।

प्रश्न 6: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?

  1. कृष्ण देवराय
  2. हरिहर और बुक्का
  3. देवराय द्वितीय
  4. सदाशिवराय

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम नामक दो भाइयों ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इन भाइयों ने दिल्ली सल्तनत के विस्तार को दक्षिण भारत में रोकने के लिए यह साम्राज्य स्थापित किया था। विजयनगर साम्राज्य अपनी समृद्धि, कला, साहित्य और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध था। कृष्ण देवराय इस साम्राज्य के सबसे प्रतापी शासकों में से एक थे।
  • गलत विकल्प: कृष्ण देवराय विजयनगर के महानतम शासक थे, न कि संस्थापक। देवराय द्वितीय और सदाशिवराय भी महत्वपूर्ण शासक रहे।

प्रश्न 7: दिल्ली सल्तनत के किस सुल्तान ने ‘दीवान-ए-कोह’ (कृषि विभाग) की स्थापना की थी?

  1. इल्तुतमिश
  2. बलबन
  3. अलाउद्दीन खिलजी
  4. मुहम्मद बिन तुगलक

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: मुहम्मद बिन तुगलक (शासनकाल 1325-1351 ईस्वी) ने कृषि के विकास और विस्तार के उद्देश्य से ‘दीवान-ए-कोह’ नामक एक कृषि विभाग की स्थापना की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस विभाग का मुख्य कार्य किसानों को सीधे सहायता प्रदान करना, खाली भूमि को कृषि योग्य बनाना और उन्नत कृषि तकनीकों को बढ़ावा देना था। यह योजना हालांकि पूरी तरह सफल नहीं हो पाई।
  • गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने ‘चालीसा’ (40 अमीरों का समूह) का गठन किया। बलबन ने राजत्व सिद्धांत को मजबूत किया। अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण प्रणाली लागू की।

  • प्रश्न 8: औरंगजेब ने किस सिख गुरु को फाँसी दी थी?

    1. गुरु हरगोबिंद
    2. गुरु हरकिशन
    3. गुरु तेग बहादुर
    4. गुरु गोविंद सिंह

    उत्तर: (c)

    विस्तृत व्याख्या:

    • सटीकता: मुगल सम्राट औरंगजेब ने 1675 ईस्वी में नौवें सिख गुरु, गुरु तेग बहादुर को दिल्ली में फाँसी दी थी।
    • संदर्भ और विस्तार: गुरु तेग बहादुर ने कश्मीरी पंडितों को जबरन इस्लाम में परिवर्तित करने का विरोध किया था, जिसके कारण औरंगजेब ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और मृत्युदंड दिया। यह घटना सिखों और मुगलों के बीच संघर्ष का एक महत्वपूर्ण बिंदु बनी।
    • गलत विकल्प: गुरु हरगोबिंद ने सिखों को सैन्य रूप से संगठित किया। गुरु हरकिशन सबसे कम उम्र के गुरु थे। गुरु गोविंद सिंह दसवें और अंतिम गुरु थे, जिन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की।

    प्रश्न 9: ‘अष्टप्रधान’ किस मराठा शासक के प्रशासन की विशेषता थी?

    1. शिवाजी
    2. संभाजी
    3. राजाराम
    4. बाजीराव प्रथम

    उत्तर: (a)

    विस्तृत व्याख्या:

    • सटीकता: मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपने प्रशासन में सहायता के लिए आठ मंत्रियों की एक परिषद स्थापित की थी, जिसे ‘अष्टप्रधान’ कहा जाता था।
    • संदर्भ और विस्तार: अष्टप्रधान में पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (गृह मंत्री), सुमंत (विदेश मंत्री), पंडितराव (धर्माध्यक्ष), सेनापति (सेना प्रमुख), पंडितराव (न्यायाधीश) और सुमंत (प्रतिनिधि) शामिल थे। यह एक सुव्यवस्थित प्रशासनिक व्यवस्था थी।
    • गलत विकल्प: संभाजी, राजाराम और बाजीराव प्रथम भी महत्वपूर्ण मराठा शासक थे, लेकिन ‘अष्टप्रधान’ की मूल संरचना शिवाजी द्वारा स्थापित की गई थी।

    प्रश्न 10: 1857 के विद्रोह को ‘प्रथम स्वतंत्रता संग्राम’ किसने कहा था?

    1. सर जॉन लॉरेंस
    2. टी.आर. होम्स
    3. कार्ल मार्क्स
    4. विनायक दामोदर सावरकर

    उत्तर: (d)

    विस्तृत व्याख्या:

    • सटीकता: विनायक दामोदर सावरकर ने अपनी पुस्तक ‘The Indian War of Independence, 1857’ में 1857 के विद्रोह को सुनियोजित राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम के रूप में चित्रित किया और उसे ‘प्रथम स्वतंत्रता संग्राम’ का नाम दिया।
    • संदर्भ और विस्तार: सावरकर के अनुसार, यह विद्रोह केवल एक सिपाही विद्रोह नहीं था, बल्कि भारतीय जनता द्वारा ब्रिटिश शासन के खिलाफ पहला संगठित राष्ट्रीय संघर्ष था।
    • गलत विकल्प: सर जॉन लॉरेंस और टी.आर. होम्स जैसे ब्रिटिश अधिकारियों ने इसे केवल एक सिपाही विद्रोह माना था। कार्ल मार्क्स ने भी इसे भारतीय जनता का विद्रोह माना, लेकिन ‘प्रथम स्वतंत्रता संग्राम’ की संज्ञा सावरकर ने दी।

    प्रश्न 11: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रथम अधिवेशन की अध्यक्षता किसने की थी?

    1. ए.ओ. ह्यूम
    2. दादाभाई नौरोजी
    3. व्योमेश चंद्र बनर्जी
    4. सुरेन्द्रनाथ बनर्जी

    उत्तर: (c)

    विस्तृत व्याख्या:

    • सटीकता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पहला अधिवेशन 28 दिसंबर 1885 को बंबई (अब मुंबई) में आयोजित किया गया था, जिसकी अध्यक्षता व्योमेश चंद्र बनर्जी (W.C. Bonnerjee) ने की थी।
    • संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन में 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। ए.ओ. ह्यूम (एक सेवानिवृत्त ब्रिटिश अधिकारी) ने कांग्रेस की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, लेकिन वह इसके अध्यक्ष नहीं थे।
    • गलत विकल्प: दादाभाई नौरोजी कांग्रेस के तीन बार अध्यक्ष रहे और ‘ग्रैंड ओल्ड मैन ऑफ इंडिया’ कहलाए। सुरेन्द्रनाथ बनर्जी भी एक प्रमुख राष्ट्रवादी नेता थे, लेकिन प्रथम अधिवेशन के अध्यक्ष नहीं थे।

    प्रश्न 12: ‘गदर’ समाचार पत्र किस भाषा में प्रकाशित होता था?

    1. अंग्रेजी
    2. हिंदी
    3. पंजाबी
    4. उर्दू

    उत्तर: (c)

    विस्तृत व्याख्या:

    • सटीकता: ‘गदर’ समाचार पत्र मुख्य रूप से पंजाबी में प्रकाशित होता था, हालांकि इसके कुछ संस्करण अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू में भी छपे थे। इसका उद्देश्य विदेशों में रह रहे भारतीय अप्रवासियों को स्वतंत्रता संग्राम के लिए प्रेरित करना था।
    • संदर्भ और विस्तार: यह पत्र 1913 में अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को से ‘गदर पार्टी’ द्वारा शुरू किया गया था। इसके संपादक लाला हरदयाल थे।
    • गलत विकल्प: जबकि अन्य भाषाओं में भी इसके संस्करण छपे, मुख्य और सबसे अधिक प्रभावशाली संस्करण पंजाबी में था, जो प्रवासी भारतीयों के बीच व्यापक रूप से प्रसारित होता था।

    प्रश्न 13: असहयोग आंदोलन के दौरान ‘चौरी-चौरा’ की घटना कब हुई थी?

    1. 1920
    2. 1921
    3. 1922
    4. 1923

    उत्तर: (c)

    विस्तृत व्याख्या:

    • सटीकता: चौरी-चौरा कांड 5 फरवरी 1922 को गोरखपुर जिले के चौरी-चौरा नामक स्थान पर हुआ था।
    • संदर्भ और विस्तार: इस घटना में आंदोलनकारियों की भीड़ ने एक पुलिस स्टेशन में आग लगा दी थी, जिसमें 22 पुलिसकर्मी जिंदा जल गए थे। इस हिंसक घटना के कारण महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन को तत्काल स्थगित कर दिया था, जिससे कई कांग्रेसी नेता और जनता निराश हुई थी।
    • गलत विकल्प: असहयोग आंदोलन 1920 में शुरू हुआ था, लेकिन चौरी-चौरा की घटना 1922 में हुई, जिसके फलस्वरूप आंदोलन रोका गया।

    प्रश्न 14: ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन का प्रस्ताव कांग्रेस के किस अधिवेशन में पारित हुआ?

    1. लाहौर अधिवेशन, 1929
    2. फैजपुर अधिवेशन, 1936
    3. रामगढ़ अधिवेशन, 1940
    4. वर्धा अधिवेशन, 1942

    उत्तर: (d)

    विस्तृत व्याख्या:

    • सटीकता: ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन का प्रस्ताव 8 अगस्त 1942 को मुंबई (तब बंबई) में हुई कांग्रेस की कार्यकारी समिति की बैठक में पारित हुआ था, जिसे वर्धा अधिवेशन के नाम से भी जाना जाता है (हालांकि यह कांग्रेस का वार्षिक अधिवेशन नहीं था)।
    • संदर्भ और विस्तार: इस प्रस्ताव के साथ ही महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो’ का नारा दिया था। इस आंदोलन का उद्देश्य द्वितीय विश्व युद्ध के बीच भारत को ब्रिटिश शासन से तुरंत मुक्त कराना था।
    • गलत विकल्प: लाहौर अधिवेशन में पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव पारित हुआ था। फैजपुर अधिवेशन गांधीजी की अध्यक्षता में गाँव में हुआ पहला अधिवेशन था। रामगढ़ अधिवेशन (1940) में व्यक्तिगत सत्याग्रह का प्रस्ताव पारित हुआ था।

    प्रश्न 15: ‘गिल्टी मैन ऑफ पार्टीशन’ (Partition) के रूप में किसे जाना जाता है?

    1. महात्मा गांधी
    2. जवाहरलाल नेहरू
    3. लॉर्ड माउंटबेटन
    4. मोहम्मद अली जिन्नाह

    उत्तर: (b)

    विस्तृत व्याख्या:

    • सटीकता: लेखक राम मनोहर लोहिया ने अपनी पुस्तक ‘The Guilty Men of Partition’ में पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल और लॉर्ड वावेल जैसे नेताओं पर भारत विभाजन के लिए जिम्मेदार होने का आरोप लगाया था।
    • संदर्भ और विस्तार: लोहिया का मानना था कि यदि नेहरू विभाजन को स्वीकार करने में अधिक सतर्कता बरतते, तो शायद भारत का विभाजन टाला जा सकता था। यह एक विवादास्पद विचार है और इतिहासकारों में इस पर एकमत नहीं है।
    • गलत विकल्प: महात्मा गांधी विभाजन के कट्टर विरोधी थे। लॉर्ड माउंटबेटन ने विभाजन की योजना को अंतिम रूप दिया। जिन्नाह निश्चित रूप से विभाजन के प्रमुख पैरोकारों में से एक थे, लेकिन ‘गिल्टी मैन’ शब्द का प्रयोग नेहरू के संदर्भ में किया गया।

    प्रश्न 16: प्रथम विश्व युद्ध कब से कब तक चला?

    1. 1910-1914
    2. 1914-1918
    3. 1918-1922
    4. 1939-1945

    उत्तर: (b)

    विस्तृत व्याख्या:

    • सटीकता: प्रथम विश्व युद्ध 28 जुलाई 1914 को ऑस्ट्रिया-हंगरी द्वारा सर्बिया पर युद्ध की घोषणा के साथ शुरू हुआ और 11 नवंबर 1918 को मित्र राष्ट्रों और जर्मनी के बीच युद्धविराम के साथ समाप्त हुआ।
    • संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध मुख्य रूप से यूरोप में लड़ा गया था और इसमें दुनिया के प्रमुख देश शामिल थे। यह मानव इतिहास के सबसे विनाशकारी युद्धों में से एक था।
    • गलत विकल्प: 1939-1945 द्वितीय विश्व युद्ध का समय है।

    प्रश्न 17: निम्नलिखित में से किस घटना को ‘बांटो और राज करो’ नीति का प्रत्यक्ष परिणाम माना जाता है?

    1. प्लासी का युद्ध
    2. बक्सर का युद्ध
    3. भारत का विभाजन
    4. 1857 का विद्रोह

    उत्तर: (c)

    विस्तृत व्याख्या:

    • सटीकता: भारत का विभाजन (1947) को अक्सर ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन की ‘बांटो और राज करो’ (Divide and Rule) नीति का सबसे भयावह और प्रत्यक्ष परिणाम माना जाता है।
    • संदर्भ और विस्तार: ब्रिटिशों ने भारत में धार्मिक और सांप्रदायिक मतभेदों को बढ़ावा देकर अपनी पकड़ मजबूत की। 1909 में मार्ले-मिंटो सुधारों द्वारा सांप्रदायिक निर्वाचन प्रणाली की शुरुआत ने इस खाई को और बढ़ाया, जिसका चरमोत्कर्ष विभाजन के रूप में सामने आया।
    • गलत विकल्प: प्लासी (1757) और बक्सर (1764) के युद्धों ने ब्रिटिश शक्ति की नींव रखी, लेकिन विभाजन सीधा परिणाम नहीं था। 1857 के विद्रोह ने ब्रिटिशों को भारतीयों के बीच विभाजन की आवश्यकता का अहसास कराया।

    प्रश्न 18: रूस में जारशाही का अंत किस क्रांति से हुआ?

    1. अप्रैल क्रांति
    2. फरवरी क्रांति
    3. अक्टूबर क्रांति
    4. फ्रांसीसी क्रांति

    उत्तर: (b)

    विस्तृत व्याख्या:

    • सटीकता: रूस में जार (सम्राट) निकोलस द्वितीय के शासन का अंत 1917 की फरवरी क्रांति से हुआ।
    • संदर्भ और विस्तार: प्रथम विश्व युद्ध में रूस की भारी जनहानि और आर्थिक समस्याओं के कारण जनता में असंतोष बढ़ गया था। फरवरी 1917 में पेट्रोग्राद (अब सेंट पीटर्सबर्ग) में हुए विरोध प्रदर्शनों के कारण जार को गद्दी छोड़नी पड़ी और रूस में अनंतिम सरकार का गठन हुआ।
    • गलत विकल्प: अक्टूबर क्रांति (1917) ने अनंतिम सरकार को उखाड़ फेंका और बोल्शेविकों के नेतृत्व में सोवियत संघ की स्थापना का मार्ग प्रशस्त किया। अप्रैल क्रांति (1917) लेनिन के रूस लौटने से संबंधित थी।

    प्रश्न 19: ‘who killed Gandhi’ नामक पुस्तक के लेखक कौन हैं?

    1. कुलदीप नैयर
    2. राम मनोहर लोहिया
    3. एम.जे. अकबर
    4. आर.सी. मजूमदार

    उत्तर: (a)

    विस्तृत व्याख्या:

    • सटीकता: ‘Who Killed Gandhi?’ नामक पुस्तक के लेखक प्रसिद्ध पत्रकार, लेखक और मानवाधिकार कार्यकर्ता कुलदीप नैयर हैं।
    • संदर्भ और विस्तार: इस पुस्तक में, नैयर ने महात्मा गांधी की हत्या की परिस्थितियों और उसके पीछे के राजनीतिक माहौल पर प्रकाश डाला है, जिसमें परोक्ष रूप से सत्ता में बैठे लोगों की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए हैं।
    • गलत विकल्प: राम मनोहर लोहिया ‘गिल्टी मैन ऑफ पार्टीशन’ के लिए जाने जाते हैं। एम.जे. अकबर ने भी गांधीजी पर लिखा है, लेकिन यह विशिष्ट शीर्षक कुलदीप नैयर का है। आर.सी. मजूमदार एक प्रमुख इतिहासकार हैं।

    प्रश्न 20: संयुक्त राष्ट्र की स्थापना कब हुई थी?

    1. 1940
    2. 1945
    3. 1947
    4. 1950

    उत्तर: (b)

    विस्तृत व्याख्या:

    • सटीकता: संयुक्त राष्ट्र (United Nations – UN) की स्थापना 24 अक्टूबर 1945 को हुई थी।
    • संदर्भ और विस्तार: द्वितीय विश्व युद्ध के अंत के बाद, भविष्य में ऐसे युद्धों को रोकने और अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा बनाए रखने के उद्देश्य से इस वैश्विक संगठन की स्थापना की गई थी। संयुक्त राष्ट्र का चार्टर 26 जून 1945 को सैन फ्रांसिस्को में हस्ताक्षर किया गया था।
    • गलत विकल्प: 1945 वह वर्ष है जब द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त हुआ और संयुक्त राष्ट्र की स्थापना हुई।

    प्रश्न 21: चोल साम्राज्य का प्रसिद्ध बंदरगाह कौन सा था?

    1. कावेरीपट्टनम
    2. पुहार
    3. म मलाक्का
    4. कैलिफ़ोर्निया

    उत्तर: (b)

    विस्तृत व्याख्या:

    • सटीकता: पुहार, जिसे कावेरीपट्टनम के नाम से भी जाना जाता है, चोल साम्राज्य का एक अत्यंत महत्वपूर्ण बंदरगाह शहर था।
    • संदर्भ और विस्तार: यह न केवल व्यापार का केंद्र था, बल्कि चोलों की राजधानी भी रह चुका था। पुहार दक्षिण-पूर्व एशिया और रोम के साथ व्यापार के लिए एक प्रमुख कड़ी था, जैसा कि संगम साहित्य में वर्णित है।
    • गलत विकल्प: कावेरीपट्टनम पुहार का ही दूसरा नाम है, लेकिन पुहार अधिक विशिष्ट उत्तर है। मलाक्का (मलेशिया) और कैलिफ़ोर्निया (अमेरिका) भारत के बाहर स्थित हैं।

    प्रश्न 22: भारत में ‘औपनिवेशिक शिक्षा का मैग्ना कार्टा‘ किसे कहा जाता है?

    1. मैकाले का विवरण पत्र
    2. वुड का घोषणा पत्र
    3. हंटर आयोग
    4. सैडलर आयोग

    उत्तर: (b)

    विस्तृत व्याख्या:

    • सटीकता: 1854 में सर चार्ल्स वुड द्वारा प्रस्तुत ‘वुड का घोषणा पत्र’ (Wood’s Despatch) भारतीय शिक्षा के इतिहास में एक मील का पत्थर माना जाता है और इसे ‘औपनिवेशिक शिक्षा का मैग्ना कार्टा’ कहा जाता है।
    • संदर्भ और विस्तार: इस घोषणा पत्र ने भारत में शिक्षा के विभिन्न पहलुओं, जैसे प्राथमिक शिक्षा से लेकर विश्वविद्यालय शिक्षा तक, के लिए एक विस्तृत योजना प्रस्तुत की। इसने अंग्रेजी के साथ-साथ स्थानीय भाषाओं में शिक्षा पर भी जोर दिया और शिक्षा को जन-जन तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा।
    • गलत विकल्प: मैकाले का विवरण पत्र (1835) अंग्रेजी शिक्षा को बढ़ावा देने पर केंद्रित था। हंटर आयोग (1882) और सैडलर आयोग (1917) ने शिक्षा के विभिन्न स्तरों पर सुधारों की सिफारिशें कीं, लेकिन वुड का घोषणा पत्र अधिक व्यापक और मौलिक था।

    प्रश्न 23: 1942 में कांग्रेस द्वारा ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन के समय महात्मा गांधी को कहाँ गिरफ्तार किया गया था?

    1. दिल्ली
    2. मुंबई
    3. पुणे
    4. अहमदाबाद

    उत्तर: (b)

    विस्तृत व्याख्या:

    • सटीकता: ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन के शुरू होने के ठीक बाद, 9 अगस्त 1942 को, महात्मा गांधी को मुंबई (तब बंबई) में उनके ‘अगस्त क्रांति मैदान’ (गवालिया टैंक मैदान) में गिरफ्तार किया गया था।
    • संदर्भ और विस्तार: ऑपरेशन ‘ऑपरेशन जीरो आवर’ के तहत कांग्रेस के प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार किया गया था ताकि आंदोलन को शुरू होते ही कुचला जा सके। गांधीजी को पुणे के आगा खान पैलेस में नजरबंद रखा गया था।
    • गलत विकल्प: गांधीजी की गिरफ्तारी मुंबई में हुई थी, जहाँ उन्होंने ‘करो या मरो’ का नारा दिया था।

    प्रश्न 24: ‘गदर पार्टी’ का मुख्यालय कहाँ स्थित था?

    1. लंदन
    2. न्यूयॉर्क
    3. सैन फ्रांसिस्को
    4. बर्लिन

    उत्तर: (c)

    विस्तृत व्याख्या:

    • सटीकता: गदर पार्टी का मुख्यालय संयुक्त राज्य अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में स्थित था।
    • संदर्भ और विस्तार: यह पार्टी 1913 में लाला हरदयाल, सोहन सिंह भकना और अन्य भारतीय देशभक्तों द्वारा स्थापित की गई थी, जिनका उद्देश्य भारत में ब्रिटिश शासन को उखाड़ फेंकना था। सैन फ्रांसिस्को से ही ‘गदर’ नामक समाचार पत्र प्रकाशित होता था।
    • गलत विकल्प: लंदन, न्यूयॉर्क और बर्लिन में भी विभिन्न राष्ट्रवादी गतिविधियाँ होती रही थीं, लेकिन गदर पार्टी का मुख्य केंद्र सैन फ्रांसिस्को था।

    प्रश्न 25: असहयोग आंदोलन के दौरान किस वायसराय ने गांधीजी को ‘अर्धनग्न फकीर’ कहा था?

    1. लॉर्ड चेम्सफोर्ड
    2. लॉर्ड रीडिंग
    3. लॉर्ड विलिंगडन
    4. विंस्टन चर्चिल

    उत्तर: (d)

    विस्तृत व्याख्या:

    • सटीकता: यह एक भ्रामक प्रश्न है। किसी भी वायसराय ने असहयोग आंदोलन के दौरान गांधीजी को ‘अर्धनग्न फकीर’ नहीं कहा था। यह उपाधि तब दी गई थी जब गांधीजी 1931 में गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने लंदन गए थे और उन्होंने ब्रिटिश प्रधान मंत्री रैम्से मैकडोनाल्ड से मुलाकात की थी। तब विंस्टन चर्चिल ने उन्हें ‘अर्धनग्न फकीर’ कहा था।
    • संदर्भ और विस्तार: गांधीजी के सादे वेशभूषा (लंगोट और शाल) के कारण चर्चिल ने उनका उपहास उड़ाया था। यह उपाधि गांधीजी के असहयोग आंदोलन के समय नहीं, बल्कि बाद की घटना से संबंधित है।
    • गलत विकल्प: लॉर्ड चेम्सफोर्ड (1916-21) के कार्यकाल में असहयोग आंदोलन चला, लेकिन यह टिप्पणी उन्होंने नहीं की। लॉर्ड रीडिंग (1921-26) और लॉर्ड विलिंगडन (1931-36) भी इस अवधि से संबंधित हैं, लेकिन यह उपाधि किसी भी वायसराय द्वारा नहीं दी गई थी।

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