हीरों के वैज्ञानिक रहस्य: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान के प्रश्न
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए मजबूत सामान्य विज्ञान की नींव आवश्यक है। यह खंड भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के महत्वपूर्ण सिद्धांतों को कवर करने वाले 25 बहुविकल्पीय प्रश्नों (MCQs) का एक सेट प्रस्तुत करता है। अपने ज्ञान का परीक्षण करें और अपनी परीक्षा की तैयारी को बढ़ावा दें!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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प्रश्न: हीरा, जो अपने असाधारण कठोरता और चमक के लिए जाना जाता है, किस तत्व का एक अपरूप (allotrope) है?
- (a) सिलिकॉन
- (b) कार्बन
- (c) टिन
- (d) सल्फर
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अपरूपता (Allotropy) रासायनिक तत्वों के विभिन्न रूपों में पाए जाने का गुण है, जहाँ तत्व एक ही भौतिक अवस्था में भिन्न-भिन्न आणविक संरचनाएँ प्रदर्शित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरा कार्बन का एक शुद्ध अपरूप है। कार्बन परमाणु एक त्रि-आयामी (3D) चतुष्फलकीय (tetrahedral) संरचना में सहसंयोजक बंधों (covalent bonds) द्वारा एक साथ जुड़े होते हैं। यह मजबूत बंधन हीरे को उसकी अत्यधिक कठोरता प्रदान करते हैं। ग्रेफाइट, एक अन्य कार्बन अपरूप, में परतदार संरचना होती है, जो इसे नरम और चिकना बनाती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न: हीरे की असाधारण चमक का मुख्य कारण क्या है?
- (a) उच्च अपवर्तनांक (High refractive index)
- (b) निम्न अपवर्तनांक (Low refractive index)
- (c) पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total internal reflection)
- (d) उपरोक्त दोनों (a) और (c)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाशिकी में, अपवर्तनांक (refractive index) यह मापता है कि प्रकाश किसी माध्यम से कितनी धीरे-धीरे यात्रा करता है, जबकि पूर्ण आंतरिक परावर्तन तब होता है जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में सघनता (denser) से कम सघन (less dense) माध्यम में जाता है और आपतन कोण (angle of incidence) क्रांतिक कोण (critical angle) से अधिक होता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे का अपवर्तनांक बहुत अधिक (लगभग 2.42) होता है। इसका अर्थ है कि प्रकाश हीरे में प्रवेश करते समय धीरे हो जाता है और बहुत तेजी से मुड़ जाता है। हीरे को इस प्रकार काटा जाता है कि प्रकाश उसके अंदर कई बार पूर्ण आंतरिक परावर्तन से गुजरे, जिससे आंतरिक रूप से फंसा हुआ प्रकाश बाहर की ओर निकले और उसे वह विशिष्ट चमक प्रदान करे।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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प्रश्न: हीरे में कार्बन परमाणु किस प्रकार के बंधों (bonds) द्वारा जुड़े होते हैं?
- (a) आयनिक बंध (Ionic bonds)
- (b) धात्विक बंध (Metallic bonds)
- (c) सहसंयोजक बंध (Covalent bonds)
- (d) हाइड्रोजन बंध (Hydrogen bonds)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सहसंयोजक बंध परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रॉनों की साझेदारी से बनते हैं, जो मजबूत और स्थिर अणु बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु अपने चार संयोजकता इलेक्ट्रॉनों (valence electrons) का उपयोग करके चार अन्य कार्बन परमाणुओं के साथ सहसंयोजक बंध बनाता है। यह एक अत्यंत मजबूत त्रि-आयामी नेटवर्क संरचना बनाता है, जो हीरे को उसकी कठोरता और उच्च गलनांक (melting point) प्रदान करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न: पृथ्वी पर सबसे कठोर प्राकृतिक पदार्थ कौन सा है?
- (a) कोरंडम (Corundum)
- (b) क्वार्ट्ज (Quartz)
- (c) हीरा (Diamond)
- (d) टॉपज़ (Topaz)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मोह कठोरता पैमाने (Mohs scale of hardness) पर, खनिजों की सापेक्ष कठोरता का मूल्यांकन किया जाता है, जहाँ 10 सबसे कठोर होता है।
व्याख्या (Explanation): मोह पैमाने पर हीरे का मान 10 होता है, जो इसे ज्ञात प्राकृतिक पदार्थों में सबसे कठोर बनाता है। यह इसकी मजबूत सहसंयोजक क्रिस्टल संरचना के कारण है। कोरंडम (जैसे रूबी और नीलम) का मान 9 होता है, जबकि क्वार्ट्ज का 7 और टॉपज़ का 8 होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन सा गुण हीरे में नहीं पाया जाता है?
- (a) उच्च तापीय चालकता (High thermal conductivity)
- (b) विद्युत चालकता (Electrical conductivity)
- (c) रासायनिक निष्क्रियता (Chemical inertness)
- (d) अत्यधिक कठोरता (Extreme hardness)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता किसी पदार्थ में विद्युत आवेश वाहकों (जैसे मुक्त इलेक्ट्रॉन) की उपस्थिति से संबंधित है।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, सभी संयोजकता इलेक्ट्रॉन कार्बन परमाणुओं के बीच सहसंयोजक बंधों में मजबूती से बंधे होते हैं। इलेक्ट्रॉनों की कोई गतिशीलता (mobility) नहीं होती है, इसलिए हीरा विद्युत का कुचालक (insulator) होता है। इसके विपरीत, इसमें उच्च तापीय चालकता (गर्मी का उत्कृष्ट संवाहक) और उत्कृष्ट रासायनिक निष्क्रियता होती है, साथ ही यह सबसे कठोर प्राकृतिक पदार्थों में से एक है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न: सिंथेटिक हीरे (synthetic diamonds) बनाने के लिए किस प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है?
- (a) रासायनिक वाष्प जमाव (Chemical Vapor Deposition – CVD)
- (b) उच्च दबाव, उच्च तापमान (High Pressure, High Temperature – HPHT)
- (c) दोनों (a) और (b)
- (d) केवल इलेक्ट्रोप्लेटिंग (Electroplating)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सिंथेटिक हीरे उन परिस्थितियों में बनाए जाते हैं जो पृथ्वी के भीतर प्राकृतिक हीरे के निर्माण की नकल करती हैं, या रासायनिक प्रक्रियाओं के माध्यम से।
व्याख्या (Explanation): सिंथेटिक हीरे मुख्य रूप से दो तरीकों से बनाए जाते हैं: HPHT विधि, जो प्राकृतिक हीरे के निर्माण के समान उच्च दबाव और उच्च तापमान का उपयोग करती है; और CVD विधि, जिसमें कार्बन युक्त गैसों को गर्म करके हीरे के क्रिस्टल पर जमा किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न: हीरे का गलनांक (melting point) कितना होता है?
- (a) लगभग 2500°C
- (b) लगभग 3550°C
- (c) लगभग 4000°C
- (d) हीरा बिना पिघले सीधे उर्ध्वपातित (sublimes) हो जाता है
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): उर्ध्वपातन (Sublimation) वह प्रक्रिया है जिसमें कोई पदार्थ ठोस अवस्था से सीधे गैसीय अवस्था में परिवर्तित हो जाता है, बिना तरल अवस्था से गुजरे।
व्याख्या (Explanation): उच्च दबाव पर, हीरा लगभग 4000°C से ऊपर पिघल सकता है, लेकिन वायुमंडलीय दबाव पर, हीरे का एक गलनांक नहीं होता है। इसके बजाय, यह लगभग 3550°C पर ग्रेफाइट में परिवर्तित होने लगता है और फिर सीधे गैस (कार्बन डाइऑक्साइड) में उर्ध्वपातित हो जाता है, खासकर ऑक्सीजन की उपस्थिति में।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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प्रश्न: कार्बन का वह अपरूप कौन सा है जिसका उपयोग पेंसिल की लेड (lead) बनाने में किया जाता है?
- (a) हीरा
- (b) फुलरीन (Fullerenes)
- (c) ग्रेफाइट
- (d) कार्बीन (Carbyne)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ग्रेफाइट कार्बन का एक नरम, परतदार अपरूप है जो स्नेहक (lubricant) के रूप में और लेखन सामग्री में उपयोग के लिए उपयुक्त है।
व्याख्या (Explanation): ग्रेफाइट में कार्बन परमाणु षट्कोणीय (hexagonal) परतों में व्यवस्थित होते हैं, और ये परतें कमजोर वैन डेर वाल्स बलों (van der Waals forces) से जुड़ी होती हैं। यह संरचना ग्रेफाइट को बहुत नरम बनाती है, जिससे परतें आसानी से एक-दूसरे पर फिसल सकती हैं, जो इसे पेंसिल लेड के लिए आदर्श बनाती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न: यदि एक किरण हीरे की सतह पर आपतित होती है, तो हीरे का कौन सा गुण प्रकाश को वापस परावर्तित करने में मदद करता है?
- (a) उच्च अपवर्तन (High refraction)
- (b) निम्न फैलाव (Low dispersion)
- (c) पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total internal reflection)
- (d) विवर्तन (Diffraction)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पूर्ण आंतरिक परावर्तन तब होता है जब प्रकाश सघन माध्यम से कम सघन माध्यम में यात्रा करता है और आपतन कोण क्रांतिक कोण से अधिक होता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे का उच्च अपवर्तनांक (लगभग 2.42) एक छोटा क्रांतिक कोण (लगभग 24.4°) प्रदान करता है। जब प्रकाश हीरे के कट के भीतर इन आपतन कोणों से अधिक पर आपतित होता है, तो यह पूरी तरह से आंतरिक रूप से परावर्तित हो जाता है, जिससे हीरे को उसकी विशिष्ट चमक मिलती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न: हीरे का रंग निम्नलिखित में से किस अशुद्धि (impurity) के कारण हो सकता है?
- (a) नाइट्रोजन (Nitrogen)
- (b) बोरॉन (Boron)
- (c) दोनों (a) और (b)
- (d) सोना (Gold)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्रिस्टल में अशुद्धियों की उपस्थिति उनके इलेक्ट्रॉनिक गुणों को बदल सकती है, जिससे वे दृश्य प्रकाश को अवशोषित करते हैं और रंगीन दिखाई देते हैं।
व्याख्या (Explanation): शुद्ध हीरा रंगहीन होता है। यदि हीरे के निर्माण के दौरान नाइट्रोजन की थोड़ी मात्रा मौजूद हो, तो यह पीलापन दे सकता है (जैसे टाइप Ia हीरे)। यदि बोरॉन की मात्रा मौजूद हो, तो यह नीले रंग का हो सकता है (जैसे टाइप IIb हीरे)।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न: खगोल भौतिकी में, ‘डायमंड प्लेनेट’ (Diamond Planet) शब्द का उपयोग किस ग्रह के लिए किया जाता है?
- (a) शुक्र (Venus)
- (b) मंगल (Mars)
- (c) 55 Cancri e
- (d) बृहस्पति (Jupiter)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कुछ एक्सोप्लैनेट (exoplanets) की संरचना में कार्बन की प्रचुरता, विशेष रूप से हीरे के रूप में, उन्हें ‘डायमंड प्लेनेट’ का उपनाम देती है।
व्याख्या (Explanation): 55 Cancri e एक सुपर-अर्थ एक्सोप्लैनेट है जिसके बारे में माना जाता है कि इसकी सतह पर भारी मात्रा में कार्बन है, जो संभवतः हीरे के रूप में मौजूद है। इसके गर्म और विशाल होने के कारण, यह डायमंड प्लेनेट के रूप में जाना जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन सी भौतिकी की शाखा है जो प्रकाश के व्यवहार का अध्ययन करती है, जो हीरे की चमक के लिए महत्वपूर्ण है?
- (a) ऊष्मागतिकी (Thermodynamics)
- (b) प्रकाशिकी (Optics)
- (c) ध्वनिकी (Acoustics)
- (d) विद्युत चुम्बकत्व (Electromagnetism)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाशिकी (Optics) भौतिकी की वह शाखा है जो प्रकाश की प्रकृति, गुणों और व्यवहार का अध्ययन करती है, जिसमें प्रकाश का परावर्तन, अपवर्तन और फैलाव शामिल है।
व्याख्या (Explanation): हीरे की चमक, आग (fire) और चमक (brilliance) मुख्य रूप से प्रकाशिकी के सिद्धांतों, विशेष रूप से प्रकाश के अपवर्तन और पूर्ण आंतरिक परावर्तन के कारण होती है, जो हीरे के कटाई के दौरान इसके उच्च अपवर्तनांक के कारण होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न: हीरे के निर्माण के लिए आवश्यक मुख्य तत्व क्या है?
- (a) ऑक्सीजन
- (b) हाइड्रोजन
- (c) कार्बन
- (d) नाइट्रोजन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीरा कार्बन का एक क्रिस्टलीय रूप है।
व्याख्या (Explanation): हीरे की मौलिक संरचना शुद्ध कार्बन से बनी होती है। कार्बन परमाणु एक विशिष्ट क्रिस्टल जाली (crystal lattice) में व्यवस्थित होते हैं जो इसे इसके असाधारण गुण प्रदान करते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न: हीरे का Mohs कठोरता पैमाना पर मान कितना है?
- (a) 7
- (b) 8
- (c) 9
- (d) 10
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): Mohs कठोरता पैमाना 1 से 10 तक खनिजों की सापेक्ष कठोरता को मापता है।
व्याख्या (Explanation): हीरा Mohs पैमाने पर 10 का मान रखता है, जो इसे प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले सबसे कठोर पदार्थों में से एक बनाता है। यह इसे अन्य खनिजों को खरोंचने में सक्षम बनाता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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प्रश्न: जब हीरे को अत्यधिक उच्च तापमान पर गर्म किया जाता है, तो वह किस में परिवर्तित हो जाता है?
- (a) क्वार्ट्ज
- (b) ग्रेफाइट
- (c) सिलिकॉन कार्बाइड
- (d) हीरा पिघल जाता है
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बन के अपरूप उच्च तापमान पर एक-दूसरे में परिवर्तित हो सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): वायुमंडलीय दबाव पर, जब हीरे को लगभग 1500°C से ऊपर गर्म किया जाता है, तो यह बिना पिघले ग्रेफाइट में परिवर्तित हो जाता है। यह ग्रेफाइट की कम ऊर्जा अवस्था (lower energy state) के कारण होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न: हीरे की कटाई (cutting) और पॉलिशिंग (polishing) के लिए किसका उपयोग किया जाता है?
- (a) छोटे हीरे
- (b) एल्यूमीनियम ऑक्साइड
- (c) केवल लेजर
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एक कठोर पदार्थ दूसरे कठोर पदार्थ को तराश सकता है।
व्याख्या (Explanation): क्योंकि हीरा सबसे कठोर ज्ञात प्राकृतिक पदार्थ है, इसकी कटाई और पॉलिशिंग के लिए स्वयं हीरे (या हीरे के पाउडर/पेस्ट) का उपयोग किया जाता है। छोटे या टूटे हुए हीरे का उपयोग औद्योगिक और गहने बनाने में किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन सा जीव विज्ञान में हीरे का एक उपयोग है?
- (a) रक्त परीक्षण (Blood testing)
- (b) सर्जिकल उपकरण (Surgical instruments)
- (c) जीवाणु संस्कृति (Bacterial culture)
- (d) डीएनए अनुक्रमण (DNA sequencing)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीरे की कठोरता, जैव-अनुकूलता (biocompatibility) और धार (sharp edge) इसे विभिन्न चिकित्सा अनुप्रयोगों के लिए उपयुक्त बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे की असाधारण कठोरता और बाँझ (sterile) रहने की क्षमता इसे बहुत महीन और सटीक सर्जिकल उपकरणों, जैसे कि स्केलपेल (scalpels) और माइक्रोस्कोपिक कैंची (microscopic scissors) बनाने के लिए उपयुक्त बनाती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न: “डायमंड” शब्द का मूल किस भाषा से जुड़ा है?
- (a) ग्रीक (Greek)
- (b) लैटिन (Latin)
- (c) संस्कृत (Sanskrit)
- (d) फारसी (Persian)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कई वैज्ञानिक और सामान्य शब्दों का मूल प्राचीन भाषाओं में पाया जा सकता है।
व्याख्या (Explanation): “डायमंड” शब्द ग्रीक शब्द “adamas” से लिया गया है, जिसका अर्थ है “अजेय” या “अन conquistar” (unconquerable), जो हीरे की अत्यधिक कठोरता को दर्शाता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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प्रश्न: हीरे का घनत्व (density) लगभग कितना होता है?
- (a) 1.5 g/cm³
- (b) 2.2 g/cm³
- (c) 3.5 g/cm³
- (d) 4.0 g/cm³
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): घनत्व द्रव्यमान प्रति इकाई आयतन (mass per unit volume) है।
व्याख्या (Explanation): हीरे का घनत्व लगभग 3.51 g/cm³ होता है। यह मान ग्रेफाइट (लगभग 2.27 g/cm³) से काफी अधिक है, जो कार्बन परमाणुओं की सघन पैकिंग (dense packing) के कारण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न: हीरे की विद्युत चालकता (electrical conductivity) के संबंध में कौन सा कथन सत्य है?
- (a) यह एक उत्कृष्ट विद्युत चालक है।
- (b) यह एक मध्यम विद्युत चालक है।
- (c) यह विद्युत का एक अच्छा कुचालक (insulator) है।
- (d) यह तापमान के साथ चालकता बदलता है।
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता इलेक्ट्रॉनों की गतिशीलता पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): जैसा कि प्रश्न 5 में बताया गया है, हीरे में कोई मुक्त इलेक्ट्रॉन नहीं होते हैं। सभी संयोजकता इलेक्ट्रॉन सहसंयोजक बंधों में बंधे होते हैं, जिससे यह विद्युत का एक बहुत ही खराब चालक (यानी, एक कुचालक) बन जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न: रसायन विज्ञान में, हीरे का उपयोग किस प्रकार की अभिक्रियाओं (reactions) में किया जा सकता है?
- (a) उत्प्रेरक (Catalyst) के रूप में
- (b) विलायक (Solvent) के रूप में
- (c) अभिकर्मक (Reagent) के रूप में
- (d) इनमे से कोई नहीं
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कुछ ठोस पदार्थ, अपनी सतह की विशेषताओं के कारण, रासायनिक अभिक्रियाओं की दर को बढ़ा सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): हालांकि हीरा रासायनिक रूप से बहुत निष्क्रिय है, लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियों में, हीरे की सतह को उत्प्रेरक गुणों के लिए संशोधित किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, विशिष्ट कार्बनिक अभिक्रियाओं में हीरे का उपयोग एक समर्थक (support) या उत्प्रेरक के रूप में किया गया है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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प्रश्न: प्राकृतिक हीरे का निर्माण पृथ्वी की सतह के कितने नीचे होता है?
- (a) 10-20 किलोमीटर
- (b) 100-150 किलोमीटर
- (c) 500-600 किलोमीटर
- (d) 1000-1500 किलोमीटर
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीरे का निर्माण उच्च दबाव और तापमान की विशेष परिस्थितियों में होता है, जो पृथ्वी के भीतर पाए जाते हैं।
व्याख्या (Explanation): अधिकांश प्राकृतिक हीरे पृथ्वी के मेंटल (mantle) में, लगभग 100 से 150 किलोमीटर की गहराई पर बनते हैं। यह वह क्षेत्र है जहाँ दबाव और तापमान हीरे के निर्माण के लिए आवश्यक है। ये हीरे फिर ज्वालामुखीय विस्फोटों (volcanic eruptions) के माध्यम से सतह पर आते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न: हीरे की “आग” (fire) क्या है?
- (a) हीरे की सतह पर आग की लपटें
- (b) प्रकाश का फैलाव (dispersion) जिसके कारण रंगीन स्पेक्ट्रम दिखाई देता है
- (c) हीरे का अत्यंत उच्च तापमान
- (d) चमकने का गुण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): फैलाव (Dispersion) किसी माध्यम से गुजरते समय प्रकाश के विभिन्न तरंग दैर्ध्य (wavelengths) के अलग-अलग गति से चलने के कारण उनके अलग-अलग कोणीय पथों पर विक्षेपित होने की घटना है।
व्याख्या (Explanation): हीरे का उच्च फैलाव (dispersion) (लगभग 0.044) अन्य रत्नों की तुलना में बहुत अधिक होता है। जब सफेद प्रकाश हीरे के अंदर प्रवेश करता है, तो यह अपवर्तित होता है और विभिन्न रंग (तरंग दैर्ध्य) अलग-अलग कोणों पर फैल जाते हैं, जिससे इंद्रधनुषी प्रभाव या “आग” उत्पन्न होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न: कृत्रिम रूप से संश्लेषित (synthesized) हीरो का उपयोग अक्सर उद्योगों में निम्न में से किस कारण से किया जाता है?
- (a) रंग (Color)
- (b) चमक (Brilliance)
- (c) लागत (Cost)
- (d) कठोरता (Hardness)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): उद्योगों में, सामग्री की कार्यात्मकता (functionality) उसकी भौतिक गुणों पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): कृत्रिम हीरे, जो प्राकृतिक हीरों के समान ही कार्बन से बने होते हैं, अपने असाधारण कठोरता के कारण औद्योगिक अनुप्रयोगों में व्यापक रूप से उपयोग किए जाते हैं। इनका उपयोग कटाई, ड्रिलिंग, पीसने (grinding) और पॉलिशिंग जैसे कार्यों के लिए उपकरणों में किया जाता है, जहाँ असाधारण घर्षण प्रतिरोध (abrasion resistance) की आवश्यकता होती है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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प्रश्न: हीरे के चार प्रमुख “C” (कैरेट, कट, रंग, स्पष्टता) में से, “कट” (Cut) का क्या महत्व है?
- (a) यह हीरे के वजन को निर्धारित करता है।
- (b) यह हीरे के रंग की गुणवत्ता को दर्शाता है।
- (c) यह निर्धारित करता है कि प्रकाश हीरे से कैसे गुजरता है और उसे कितनी चमक देता है।
- (d) यह हीरे में मौजूद आंतरिक दोषों की संख्या को दर्शाता है।
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एक रत्न का “कट” उसके आकार, अनुपात, समरूपता (symmetry) और पॉलिश से संबंधित है, जो उसकी चमक को अधिकतम करता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे का “कट” उसके सौंदर्यशास्त्र और प्रदर्शन पर सबसे अधिक प्रभाव डालता है। एक अच्छी तरह से कटा हुआ हीरा प्रकाश को प्रभावी ढंग से अपवर्तित (refract) और परावर्तित (reflect) करता है, जिससे चमक (brilliance), आग (fire) और स्पार्कल (sparkle) उत्पन्न होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।