हीरे की शक्ति: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान के प्रश्न
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के सिद्धांतों की गहरी समझ आपको न केवल विभिन्न प्रश्नों को हल करने में मदद करती है, बल्कि यह आपके विश्लेषणात्मक कौशल को भी बढ़ाती है। यहाँ प्रस्तुत हैं, “Doubling Down on Diamond” के सामयिक संकेत पर आधारित, 25 उच्च-गुणवत्ता वाले बहुविकल्पीय प्रश्न जो आपकी तैयारी को परखेंगे और ज्ञान को सुदृढ़ करेंगे।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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हीरा, कार्बन का एक अपरूप, अपनी असाधारण कठोरता के लिए जाना जाता है। यह कठोरता मुख्य रूप से किस प्रकार के रासायनिक बंधों के कारण होती है?
- (a) आयनिक बंध
- (b) धात्विक बंध
- (c) सहसंयोजक बंध
- (d) हाइड्रोजन बंध
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक बंध परमाणुओं को एक साथ बांधने वाले बल होते हैं। सहसंयोजक बंध में, परमाणु इलेक्ट्रॉनों को साझा करते हैं, जिससे एक मजबूत और स्थिर संरचना बनती है।
व्याख्या (Explanation): हीरे की संरचना में, प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजक बंधों द्वारा जुड़ा होता है। यह एक त्रिविमीय (3D) नेटवर्क बनाता है जिसमें बंध बहुत मजबूत होते हैं। इलेक्ट्रॉनों के साझा होने के कारण, यह संरचना अत्यंत कठोर होती है, जो हीरे को सबसे कठोर प्राकृतिक पदार्थों में से एक बनाती है। आयनिक बंध आयनों के बीच होते हैं, धात्विक बंध धातुओं में होते हैं, और हाइड्रोजन बंध विशेष ध्रुवीय अणुओं के बीच होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे के एक कैरेट का वजन कितने ग्राम के बराबर होता है?
- (a) 0.1 ग्राम
- (b) 0.2 ग्राम
- (c) 0.5 ग्राम
- (d) 1 ग्राम
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कैरेट (Carat) रत्न, विशेष रूप से हीरे के वजन की एक इकाई है।
व्याख्या (Explanation): अंतर्राष्ट्रीय समझौते के अनुसार, एक कैरेट को ठीक 0.2 ग्राम के बराबर परिभाषित किया गया है। यह वजन की एक मानक इकाई है जिसका उपयोग रत्नों के द्रव्यमान को मापने के लिए किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे की चमक (Brilliance) और अग्नि (Fire) के लिए कौन सा भौतिक गुण उत्तरदायी है?
- (a) अपवर्तनांक (Refractive Index)
- (b) उच्च घनत्व (High Density)
- (c) तापीय चालकता (Thermal Conductivity)
- (d) विद्युत चालकता (Electrical Conductivity)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाशिकी (Optics) में, अपवर्तनांक वह माप है जिससे यह पता चलता है कि प्रकाश किसी माध्यम से कितनी तेजी से यात्रा करता है, और यह प्रकाश के मुड़ने (अपवर्तन) की डिग्री को भी निर्धारित करता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे का अपवर्तनांक (लगभग 2.42) बहुत अधिक होता है। जब प्रकाश हीरे में प्रवेश करता है, तो यह अत्यधिक मुड़ जाता है। इसकी एक और महत्वपूर्ण विशेषता फैलाव (dispersion) है, जो सफेद प्रकाश को उसके घटक रंगों में विभाजित करती है, जिससे “अग्नि” (rainbow effect) उत्पन्न होती है। यह संयोजन हीरे को असाधारण चमक प्रदान करता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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हीरा विद्युत का ___________ है।
- (a) सुचालक (Conductor)
- (b) अर्धचालक (Semiconductor)
- (c) कुचालक (Insulator)
- (d) अतिचालक (Superconductor)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता किसी पदार्थ की विद्युत धारा को प्रवाहित करने की क्षमता है। यह मुक्त इलेक्ट्रॉनों की उपस्थिति पर निर्भर करता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, कार्बन परमाणु सहसंयोजक बंधों द्वारा कसकर जुड़े होते हैं, और सभी बाहरी इलेक्ट्रॉन बंध बनाने में उपयोग किए जाते हैं। इलेक्ट्रॉनों के इस स्थानीयकरण के कारण, हीरे में कोई मुक्त इलेक्ट्रॉन नहीं होते हैं जो विद्युत धारा का संचालन कर सकें। इसलिए, हीरा एक उत्कृष्ट विद्युत कुचालक है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कार्बन के सबसे स्थिर अपरूप (allotrope) का नाम क्या है, जो सामान्य परिस्थितियों में पाया जाता है?
- (a) हीरा
- (b) ग्रेफाइट
- (c) फुलेरीन
- (d) चारकोल
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अपरूपता (Allotropy) वह घटना है जिसके द्वारा एक तत्व दो या दो से अधिक विभिन्न रूपों में मौजूद हो सकता है, जो भौतिक या रासायनिक रूप से भिन्न होते हैं।
व्याख्या (Explanation): सामान्य तापमान और दबाव पर, कार्बन का सबसे स्थिर अपरूप ग्रेफाइट है। हालांकि हीरा बहुत कठोर होता है, ऊर्जावान रूप से ग्रेफाइट अधिक स्थिर होता है। फुलेरीन और चारकोल भी कार्बन के अपरूप हैं, लेकिन वे स्थिरता के मामले में ग्रेफाइट से भिन्न होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे का उपयोग विभिन्न औद्योगिक अनुप्रयोगों में क्यों किया जाता है, जैसे कि कटिंग और पॉलिशिंग टूल में?
- (a) इसकी उच्च विद्युत चालकता के कारण
- (b) इसकी रासायनिक निष्क्रियता के कारण
- (c) इसकी उच्च तापीय चालकता के कारण
- (d) इसके निम्न अपवर्तनांक के कारण
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तापीय चालकता किसी पदार्थ की ऊष्मा को संचालित करने की क्षमता है।
व्याख्या (Explanation): जबकि हीरे की कठोरता कटिंग और पॉलिशिंग के लिए महत्वपूर्ण है, इसकी उच्च तापीय चालकता (किसी भी ज्ञात प्राकृतिक पदार्थ में सबसे अधिक) भी इसे औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए मूल्यवान बनाती है। यह टूल को गर्म होने से बचाता है और कटाई प्रक्रिया को कुशल बनाता है। उच्च विद्युत चालकता (जो कि कुचालक है) और निम्न अपवर्तनांक (जो चमक के लिए महत्वपूर्ण है) इस विशिष्ट उपयोग के लिए सीधे उत्तरदायी नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जब हीरे को हवा में गर्म किया जाता है, तो यह किस गैस में जलता है?
- (a) नाइट्रोजन (N2)
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)
- (c) ऑक्सीजन (O2)
- (d) हाइड्रोजन (H2)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): दहन (Combustion) एक रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें एक पदार्थ ऑक्सीजन की उपस्थिति में ऊर्जा (गर्मी और प्रकाश के रूप में) छोड़ता है।
व्याख्या (Explanation): हीरा शुद्ध कार्बन है। जब इसे हवा (जिसमें लगभग 21% ऑक्सीजन होती है) में पर्याप्त रूप से उच्च तापमान पर गर्म किया जाता है, तो यह ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया करके कार्बन डाइऑक्साइड गैस बनाता है और ऊर्जा जारी करता है। यह मूल रूप से कार्बन का दहन है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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एक शुद्ध हीरे के क्रिस्टल की संरचना को क्या कहा जाता है?
- (a) षट्कोणीय (Hexagonal)
- (b) घनीय (Cubic)
- (c) त्रिकोणीय (Trigonal)
- (d) ऑर्थोरोम्बिक (Orthorhombic)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्रिस्टलोग्राफी (Crystallography) में, क्रिस्टल लैटिस (crystal lattice) परमाणुओं, अणुओं या आयनों की एक व्यवस्थित, दोहराई जाने वाली व्यवस्था है।
व्याख्या (Explanation): शुद्ध हीरे में कार्बन परमाणु एक त्रिविमीय जाली में व्यवस्थित होते हैं जिसे हीरा संरचना या हीरा क्यूबिक लैटिस (diamond cubic lattice) कहा जाता है। यह एक प्रकार का फेस-सेंटर्ड क्यूबिक (FCC) लैटिस है जिसमें अतिरिक्त परमाणु होते हैं। यह व्यवस्था ही हीरे की असाधारण कठोरता और स्थिरता के लिए जिम्मेदार है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा हीरे का सबसे आम औद्योगिक उपयोग नहीं है?
- (a) अपघर्षक (Abrasive)
- (b) कटिंग टूल्स
- (c) अर्धचालक घटक
- (d) लेंस सामग्री
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी पदार्थ के गुण उसके अनुप्रयोगों को निर्धारित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे की कठोरता के कारण यह अपघर्षक (abrasive) और कटिंग टूल्स में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। इसकी उच्च तापीय चालकता और रासायनिक निष्क्रियता इसे कुछ इलेक्ट्रॉनिक अनुप्रयोगों (हालांकि अर्धचालक के रूप में नहीं, बल्कि थर्मल मैनेजमेंट के लिए) के लिए उपयोगी बनाती है। हालांकि, हीरे की उच्च अपवर्तकता और रंग फैलाव इसे ऑप्टिकल लेंस सामग्री के रूप में अनुपयुक्त बनाते हैं, क्योंकि ये गुण छवि विरूपण (image distortion) पैदा कर सकते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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हीरे के निर्माण के लिए आवश्यक मुख्य तत्व क्या है?
- (a) सिलिकॉन
- (b) ऑक्सीजन
- (c) कार्बन
- (d) नाइट्रोजन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक तत्व वे मूलभूत पदार्थ हैं जिनसे सभी पदार्थ बने होते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरा कार्बन तत्व का एक शुद्ध रूप है। यह कार्बन परमाणुओं से बना है जो एक विशिष्ट क्रिस्टल संरचना में बंधे होते हैं। अन्य तत्व (जैसे नाइट्रोजन) कभी-कभी हीरे में अशुद्धियों के रूप में मौजूद हो सकते हैं, जिससे रंग में बदलाव आता है, लेकिन हीरे का मूल घटक हमेशा कार्बन ही होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में, कोशिका विभाजन (cell division) के दौरान तर्कुतंतु (spindle fibers) का निर्माण और कार्य कौन सा कोशिकांग (organelle) करता है?
- (a) माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondria)
- (b) गॉल्जी उपकरण (Golgi apparatus)
- (c) तारककाय (Centrosome)
- (d) एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम (Endoplasmic reticulum)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तारककाय (Centrosome) कोशिका के साइटोप्लाज्म में एक महत्वपूर्ण अंगक है, जो कोशिका विभाजन (mitosis और meiosis) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
व्याख्या (Explanation): तारककाय में दो तारककेंद्रक (centrioles) होते हैं और यह तर्कुतंतु (spindle fibers) के निर्माण के लिए जिम्मेदार मुख्य स्थल है। ये तर्कुतंतु गुणसूत्रों (chromosomes) को कोशिका के विपरीत ध्रुवों की ओर खींचने में मदद करते हैं, जिससे कोशिका विभाजन सुचारू रूप से होता है। माइटोकॉन्ड्रिया ऊर्जा उत्पादन के लिए, गॉल्जी उपकरण प्रोटीन और लिपिड के संशोधन और पैकेजिंग के लिए, और एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम प्रोटीन संश्लेषण और परिवहन के लिए जिम्मेदार होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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ऊष्मागतिकी (Thermodynamics) के पहले नियम के अनुसार, ऊर्जा को ___________ किया जा सकता है, लेकिन ___________ नहीं।
- (a) नष्ट; उत्पन्न
- (b) उत्पन्न; नष्ट
- (c) बनाया; नष्ट
- (d) नष्ट; बनाया
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊष्मागतिकी का पहला नियम (या ऊर्जा संरक्षण का नियम) कहता है कि ऊर्जा को न तो बनाया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है, केवल एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित किया जा सकता है।
व्याख्या (Explanation): यह नियम बताता है कि एक बंद प्रणाली (closed system) में ऊर्जा की कुल मात्रा स्थिर रहती है। यदि ऊर्जा को एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित किया जाता है (जैसे यांत्रिक ऊर्जा को ऊष्मीय ऊर्जा में), तो कुल ऊर्जा वही रहती है। यह ऊर्जा के निर्माण या विनाश को रोकता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) की प्रक्रिया में, पौधे सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके _______ को _______ में परिवर्तित करते हैं।
- (a) ऑक्सीजन; कार्बन डाइऑक्साइड
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड और जल; ग्लूकोज (शर्करा)
- (c) ग्लूकोज; ऑक्सीजन
- (d) जल; ऑक्सीजन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण एक जैव-रासायनिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं, जिसका उपयोग कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को शर्करा (ग्लूकोज) में बदलने के लिए करते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण की सामान्य समीकरण है: 6CO2 + 6H2O + प्रकाश ऊर्जा → C6H12O6 + 6O2। इसमें, पौधे वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड और मिट्टी से जल लेते हैं, और सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके इसे शर्करा (ग्लूकोज) और ऑक्सीजन में परिवर्तित करते हैं। ग्लूकोज ऊर्जा का स्रोत है, और ऑक्सीजन एक उप-उत्पाद के रूप में निकलती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एक चुंबक के दो ध्रुव होते हैं: उत्तर ध्रुव और _________ ध्रुव।
- (a) पूर्वी
- (b) पश्चिमी
- (c) दक्षिणी
- (d) उत्तरी-पूर्वी
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): चुंबकत्व (Magnetism) वह घटना है जिसके द्वारा चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न होते हैं, जो अन्य चुंबकीय पदार्थों को आकर्षित या विकर्षित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रत्येक चुंबक में दो ध्रुव होते हैं: एक उत्तर ध्रुव (North pole) और एक दक्षिण ध्रुव (South pole)। समान ध्रुव (जैसे उत्तर-उत्तर या दक्षिण-दक्षिण) एक-दूसरे को विकर्षित करते हैं, जबकि विपरीत ध्रुव (जैसे उत्तर-दक्षिण) एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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निम्न में से कौन सा एक उत्कृष्ट गैस (Noble gas) है?
- (a) हाइड्रोजन
- (b) ऑक्सीजन
- (c) क्लोरीन
- (d) नियॉन
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): उत्कृष्ट गैसें आवर्त सारणी के समूह 18 (Group 18) में स्थित तत्व हैं। वे अपनी कम रासायनिक अभिक्रियाशीलता के लिए जाने जाते हैं क्योंकि उनके बाहरी इलेक्ट्रॉनिक कोश (valence shell) पूरी तरह से भरे होते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीलियम (He), नियॉन (Ne), आर्गन (Ar), क्रिप्टन (Kr), क्सीनन (Xe), और रेडॉन (Rn) उत्कृष्ट गैसें हैं। हाइड्रोजन एक अधातु (non-metal) है, ऑक्सीजन एक अधातु है, और क्लोरीन एक हैलोजन (halogen) है, ये सभी रासायनिक रूप से अधिक अभिक्रियाशील होते हैं। नियॉन एक उत्कृष्ट गैस है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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मानव हृदय के किस भाग में ऑक्सीजन युक्त रक्त (oxygenated blood) फेफड़ों से आता है?
- (a) दायां आलिंद (Right atrium)
- (b) बायां आलिंद (Left atrium)
- (c) दायां निलय (Right ventricle)
- (d) बायां निलय (Left ventricle)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव परिसंचरण तंत्र (circulatory system) में, रक्त फेफड़ों से हृदय में और फिर शरीर के बाकी हिस्सों में प्रवाहित होता है।
व्याख्या (Explanation): फेफड़ों में, रक्त कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ता है और ऑक्सीजन ग्रहण करता है (ऑक्सीजनीकरण)। यह ऑक्सीजन युक्त रक्त फुफ्फुसीय शिराओं (pulmonary veins) के माध्यम से हृदय के बाएं आलिंद (left atrium) में प्रवेश करता है। वहां से, यह बाएं निलय (left ventricle) में जाता है, और फिर महाधमनी (aorta) द्वारा पूरे शरीर में पंप किया जाता है। दायां आलिंद शरीर से ऑक्सीजन रहित रक्त प्राप्त करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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ध्वनि की गति _______ में सबसे अधिक होती है।
- (a) हवा
- (b) पानी
- (c) लोहा
- (d) निर्वात (Vacuum)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि एक तरंग (wave) है जिसे यात्रा करने के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है। माध्यम के घनत्व और कणों की निकटता ध्वनि की गति को प्रभावित करती है।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि की गति माध्यम के कणों के बीच की दूरी पर निर्भर करती है। ठोस पदार्थों में, कण अधिक कसकर पैक होते हैं, जिससे ध्वनि तेजी से यात्रा करती है। तरल पदार्थों में, कण गैसों की तुलना में अधिक कसकर पैक होते हैं, लेकिन ठोस पदार्थों की तुलना में कम। निर्वात में कोई कण नहीं होते हैं, इसलिए ध्वनि यात्रा नहीं कर सकती। इसलिए, ध्वनि की गति ठोस (जैसे लोहा) > तरल (जैसे पानी) > गैस (जैसे हवा) होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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विटामिन C की कमी से कौन सा रोग होता है?
- (a) रिकेट्स (Rickets)
- (b) बेरी-बेरी (Beriberi)
- (c) स्कर्वी (Scurvy)
- (d) रतौंधी (Night blindness)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन विभिन्न जैव-रासायनिक प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक कार्बनिक यौगिक हैं। उनकी कमी से विशिष्ट रोग हो सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): विटामिन C (एस्कॉर्बिक एसिड) की कमी से स्कर्वी रोग होता है, जिसके लक्षणों में मसूड़ों से खून आना, थकान और त्वचा पर चकत्ते शामिल हैं। रिकेट्स विटामिन D की कमी से, बेरी-बेरी विटामिन B1 (थायमिन) की कमी से, और रतौंधी विटामिन A की कमी से होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जब एक अम्ल (acid) को क्षार (base) के साथ मिलाया जाता है, तो अभिक्रिया को क्या कहते हैं?
- (a) ऑक्सीकरण (Oxidation)
- (b) अपचयन (Reduction)
- (c) उदासीनीकरण (Neutralization)
- (d) अवक्षेपण (Precipitation)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अम्ल-क्षार अभिक्रिया (Acid-base reaction) वह रासायनिक अभिक्रिया है जिसमें एक अम्ल और एक क्षार प्रतिक्रिया करके लवण (salt) और जल बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): एक अम्ल और एक क्षार की अभिक्रिया उदासीनीकरण कहलाती है। इस अभिक्रिया में, अम्ल की अम्लता और क्षार की क्षारकता एक-दूसरे को रद्द कर देती है, जिससे एक तटस्थ (neutral) विलयन बनता है। इस अभिक्रिया का सामान्य समीकरण है: अम्ल + क्षार → लवण + जल।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पृथ्वी की सतह से सबसे दूर वायुमंडल की कौन सी परत रेडियो संचार (radio communication) के लिए महत्वपूर्ण है?
- (a) क्षोभमंडल (Troposphere)
- (b) समताप मंडल (Stratosphere)
- (c) आयनमंडल (Ionosphere)
- (d) बहिर्मंडल (Exosphere)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वायुमंडल की विभिन्न परतें अपने विशिष्ट गुणों के कारण विभिन्न कार्य करती हैं, जिनमें मौसम, तापमान और संचार शामिल हैं।
व्याख्या (Explanation): आयनमंडल, जो मेसोस्फीयर (mesosphere) के ऊपर और थर्मोस्फीयर (thermosphere) के बड़े हिस्से में स्थित है, आयनित कणों (ionized particles) की उपस्थिति के कारण रेडियो तरंगों को परावर्तित (reflect) करता है। यह परावर्तन लंबी दूरी के रेडियो संचार को संभव बनाता है। क्षोभमंडल मौसम की घटनाओं के लिए, समताप मंडल ओजोन परत के लिए, और बहिर्मंडल सबसे बाहरी परत है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पसीना आना (sweating) शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में कैसे मदद करता है?
- (a) यह त्वचा को गर्म करके
- (b) यह वाष्पीकरण के माध्यम से गर्मी को दूर ले जाकर
- (c) यह रक्त वाहिकाओं को सिकोड़ कर
- (d) यह आंतरिक अंगों की गर्मी को बढ़ा कर
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वाष्पीकरण (Evaporation) एक प्रक्रिया है जिसमें तरल पदार्थ गैस में बदल जाता है, और इस प्रक्रिया के लिए ऊर्जा (गर्मी) की आवश्यकता होती है।
व्याख्या (Explanation): जब शरीर का तापमान बढ़ता है, तो पसीने की ग्रंथियां त्वचा की सतह पर पसीना (मुख्य रूप से पानी) स्रावित करती हैं। जब यह पसीना वाष्पित होता है, तो यह त्वचा और शरीर से गर्मी ले जाता है, जिससे शरीर ठंडा होता है। यह शरीर के तापमान को एक संकीर्ण सीमा के भीतर बनाए रखने की एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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आधुनिक आवर्त सारणी (Periodic Table) में तत्वों को उनकी ___________ के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित किया गया है।
- (a) परमाणु भार (Atomic weight)
- (b) परमाणु संख्या (Atomic number)
- (c) न्यूट्रॉन संख्या (Number of neutrons)
- (d) संयोजकता (Valency)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मोसले (Moseley) द्वारा विकसित आधुनिक आवर्त सारणी, तत्वों के रासायनिक गुणों की आवधिक पुनरावृत्ति (periodic recurrence) को दर्शाती है।
व्याख्या (Explanation): मेंडेलीव (Mendeleev) की प्रारंभिक आवर्त सारणी परमाणु भार पर आधारित थी, लेकिन मोसले ने दिखाया कि तत्वों को उनकी परमाणु संख्या (एक परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन की संख्या) के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित करना अधिक सुसंगत था। आधुनिक आवर्त सारणी इसी सिद्धांत पर आधारित है, जो तत्वों की रासायनिक प्रकृति को बेहतर ढंग से समझाती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव तंत्रिका तंत्र (Nervous system) में, विद्युत संकेत (electrical signals) किस रूप में यात्रा करते हैं?
- (a) रासायनिक संदेशवाहक (Chemical messengers)
- (b) आयन प्रवाह (Ion flow)
- (c) हार्मोन (Hormones)
- (d) ऊतक संकुचन (Tissue contraction)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तंत्रिका आवेग (Nerve impulses) या एक्शन पोटेंशियल (action potentials) तंत्रिका कोशिकाओं (neurons) के माध्यम से विद्युत और रासायनिक परिवर्तनों की एक श्रृंखला हैं।
व्याख्या (Explanation): तंत्रिका कोशिकाएं विद्युत रासायनिक विधियों का उपयोग करके संकेत भेजती हैं। तंत्रिका आवेगों के संचरण का मुख्य तंत्र कोशिका झिल्ली के पार आयनों (जैसे सोडियम और पोटेशियम) का प्रवाह है, जो कोशिका झिल्ली के पार एक विद्युत क्षमता (electrical potential) बनाता है। यह विद्युत रासायनिक संकेत तब न्यूरॉन के साथ आगे बढ़ता है। रासायनिक संदेशवाहक (न्यूरोट्रांसमीटर) सिनैप्स (synapse) पर संकेत संचारित करने के लिए उपयोग किए जाते हैं, लेकिन न्यूरॉन के भीतर मुख्य संचरण आयन प्रवाह द्वारा होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एक लेंस की शक्ति (power of a lens) किसमें मापी जाती है?
- (a) मीटर (Meter)
- (b) वाट (Watt)
- (c) डायोप्टर (Diopter)
- (d) जूल (Joule)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लेंस की शक्ति (Power of a lens) उसकी प्रकाश किरणों को अभिसरित (converge) या अपसरित (diverge) करने की क्षमता का माप है।
व्याख्या (Explanation): लेंस की शक्ति उसके फोकस दूरी (focal length) के व्युत्क्रम (reciprocal) के बराबर होती है, जब फोकस दूरी मीटर में मापी जाती है। शक्ति की इकाई डायोप्टर (D) है। 1 डायोप्टर = 1/मीटर। मीटर लंबाई की इकाई है, वाट शक्ति (ऊर्जा प्रति समय) की इकाई है, और जूल ऊर्जा की इकाई है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव रक्त में, ऑक्सीजन ले जाने वाला मुख्य प्रोटीन कौन सा है?
- (a) इंसुलिन (Insulin)
- (b) हीमोग्लोबिन (Hemoglobin)
- (c) एल्ब्यूमिन (Albumin)
- (d) एंटीबॉडी (Antibody)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रक्त का कार्य शरीर के विभिन्न भागों तक ऑक्सीजन, पोषक तत्वों और अन्य आवश्यक पदार्थों का परिवहन करना है।
व्याख्या (Explanation): हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं (red blood cells) में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है। इसमें लौह (iron) होता है जो ऑक्सीजन के अणुओं से बंध जाता है। प्रत्येक हीमोग्लोबिन अणु चार ऑक्सीजन अणुओं को ले जा सकता है, जिससे यह शरीर के ऊतकों तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए आवश्यक हो जाता है। इंसुलिन एक हार्मोन है, एल्ब्यूमिन रक्त प्लाज्मा में एक प्रमुख प्रोटीन है जो ऑस्मोटिक दबाव को बनाए रखता है, और एंटीबॉडी प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश संश्लेषण के दौरान, क्लोरोफिल (chlorophyll) किस प्रकार की ऊर्जा को अवशोषित करता है?
- (a) ध्वनि ऊर्जा (Sound energy)
- (b) रासायनिक ऊर्जा (Chemical energy)
- (c) प्रकाश ऊर्जा (Light energy)
- (d) ऊष्मीय ऊर्जा (Thermal energy)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्लोरोफिल पौधों की कोशिकाओं में पाया जाने वाला एक हरा वर्णक (pigment) है, जो प्रकाश संश्लेषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
व्याख्या (Explanation): क्लोरोफिल सूर्य के प्रकाश से फोटोन (photons) के रूप में प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करने के लिए जिम्मेदार है। यह अवशोषित प्रकाश ऊर्जा का उपयोग कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को ग्लूकोज (रासायनिक ऊर्जा) में परिवर्तित करने के लिए किया जाता है। क्लोरोफिल प्रकाश को अवशोषित करने के लिए विशिष्ट तरंग दैर्ध्य (wavelengths) के प्रति उत्तरदायी है, यही कारण है कि यह हरा दिखाई देता है (क्योंकि यह हरे रंग के प्रकाश को परावर्तित करता है)।
अतः, सही उत्तर (c) है।