जीवाश्म विज्ञान और सामान्य विज्ञान: अपनी परीक्षा की तैयारी को परखें
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण खंड है, जो दैनिक जीवन की घटनाओं से लेकर ब्रह्मांड के रहस्यों तक फैला हुआ है। हालिया जीवाश्म खोजों से प्रेरित होकर, यह अभ्यास श्रृंखला आपको भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के महत्वपूर्ण सिद्धांतों को याद दिलाने और मजबूत करने में मदद करेगी। इन प्रश्नों को हल करके, आप न केवल अपने ज्ञान का परीक्षण करेंगे, बल्कि परीक्षा-केंद्रित दृष्टिकोण से अवधारणाओं को भी गहराई से समझेंगे। चलिए, अपनी तैयारी को और पुख्ता करते हैं!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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डायनासोर किस भूवैज्ञानिक काल में पृथ्वी पर पाए जाते थे?
- (a) पुरापाषाण काल (Paleolithic Era)
- (b) मध्यजीवी महाकल्प (Mesozoic Era)
- (c) नवपाषाण काल (Neolithic Era)
- (d) पाषाण काल (Stone Age)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भूवैज्ञानिक समय सारणी विभिन्न युगों में पृथ्वी के इतिहास का वर्गीकरण करती है।
व्याख्या (Explanation): डायनासोर विशेष रूप से मध्यजीवी महाकल्प (Mesozoic Era) के दौरान पृथ्वी पर प्रमुख थे, जिसमें ट्रायेसिक, जुरासिक और क्रेटेशियस काल शामिल हैं। जुरासिक काल, जैसा कि शीर्षक में उल्लेखित है, डायनासोर के लिए एक महत्वपूर्ण अवधि थी। पुरापाषाण और नवपाषाण काल मानव इतिहास के हिस्से हैं, जबकि पाषाण काल एक व्यापक अवधि है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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जीवाश्म के अध्ययन को क्या कहा जाता है?
- (a) पुरातत्व (Archaeology)
- (b) जीवाश्म विज्ञान (Paleontology)
- (c) भूविज्ञान (Geology)
- (d) नृविज्ञान (Anthropology)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विज्ञान की विभिन्न शाखाओं का अध्ययन के विशिष्ट क्षेत्रों से संबंध होता है।
व्याख्या (Explanation): जीवाश्म विज्ञान (Paleontology) विज्ञान की वह शाखा है जो जीवाश्मों का अध्ययन करती है, जिसमें प्राचीन जीवन के प्रमाण भी शामिल हैं। पुरातत्व मानव इतिहास और पूर्व-इतिहास का अध्ययन करता है, भूविज्ञान पृथ्वी के भौतिक संरचना और इतिहास का, और नृविज्ञान मानव समाज और संस्कृतियों का अध्ययन करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पुराने जीवाश्म का अध्ययन करते समय, वैज्ञानिक किन प्राथमिक तत्वों के समस्थानिकों (isotopes) का उपयोग कार्बन डेटिंग के लिए कर सकते हैं, यदि जीवाश्म बहुत पुराना हो?
- (a) कार्बन-12 (Carbon-12)
- (b) कार्बन-14 (Carbon-14)
- (c) पोटेशियम-40 (Potassium-40)
- (d) यूरेनियम-238 (Uranium-238)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रेडियोमेट्रिक डेटिंग विभिन्न समस्थानिकों के क्षय दर पर आधारित है। कार्बन-14 का अर्ध-जीवन काल सीमित है, जो इसे बहुत पुराने जीवाश्मों के लिए अनुपयुक्त बनाता है।
व्याख्या (Explanation): कार्बन-14 डेटिंग लगभग 50,000 साल पुराने नमूनों के लिए प्रभावी है। 47 मिलियन वर्ष पुराने जीवाश्म के लिए, अधिक लंबे अर्ध-जीवन काल वाले समस्थानिक जैसे पोटेशियम-40 (जो ज्वालामुखी चट्टानों में पाया जाता है) का उपयोग किया जा सकता है, जो जीवाश्म के साथ चट्टान की आयु निर्धारित करने में मदद करता है। यूरेनियम-238 का अर्ध-जीवन काल बहुत लंबा है और इसका उपयोग बहुत पुरानी चट्टानों के लिए किया जाता है। कार्बन-12 एक स्थिर समस्थानिक है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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समुद्री जीवाश्म में पाए जाने वाले कंकाल संरचनाएं मुख्य रूप से किस यौगिक से बनी होती हैं?
- (a) कैल्शियम कार्बोनेट (Calcium Carbonate)
- (b) सिलिकॉन डाइऑक्साइड (Silicon Dioxide)
- (c) कैल्शियम फास्फेट (Calcium Phosphate)
- (d) सोडियम क्लोराइड (Sodium Chloride)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कई समुद्री जीवों के कठोर कंकाल और गोले कैल्शियम कार्बोनेट से बने होते हैं।
व्याख्या (Explanation): समुद्री जीवों, जैसे कि मोलस्क और कोरल, के कंकाल और गोले मुख्य रूप से कैल्शियम कार्बोनेट (CaCO3) से बने होते हैं। कुछ कशेरुकी जीवों की हड्डियां कैल्शियम फास्फेट से बनी होती हैं, लेकिन समुद्री राक्षसों के रूप में वर्णित जीवों के बाह्य आवरण अक्सर कैल्शियम कार्बोनेट के होते हैं। सिलिकॉन डाइऑक्साइड सिलिका-आधारित जीवों में पाया जाता है, और सोडियम क्लोराइड सामान्य नमक है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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यदि जीवाश्म को सुरक्षित रखने के लिए पेट्रिफिकेशन (petrification) की प्रक्रिया शामिल है, तो मूल जैविक पदार्थ को प्रतिस्थापित करने वाला मुख्य खनिज कौन सा हो सकता है?
- (a) क्वार्ट्ज (Quartz)
- (b) चूना पत्थर (Limestone)
- (c) पाइराइट (Pyrite)
- (d) डोलोमाइट (Dolomite)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पेट्रिफिकेशन एक ऐसी प्रक्रिया है जहाँ खनिज पदार्थ जैविक ऊतकों में घुसपैठ करते हैं और उन्हें क्रिस्टलीकृत करते हैं, जिससे वे पत्थर जैसे हो जाते हैं।
व्याख्या (Explanation): पेट्रिफिकेशन में, पानी में घुले हुए सिलिका (अक्सर क्वार्ट्ज के रूप में) धीरे-धीरे कार्बनिक पदार्थों को प्रतिस्थापित कर देते हैं, जिससे वे पत्थर की तरह कठोर हो जाते हैं। चूना पत्थर (कैल्शियम कार्बोनेट) और डोलोमाइट (कैल्शियम मैग्नीशियम कार्बोनेट) भी जीवाश्मों के संरक्षण में योगदान कर सकते हैं, लेकिन क्वार्ट्ज (सिलिका) पेट्रिफाइड लकड़ी और हड्डी के लिए सबसे आम प्रतिस्थापन खनिज है। पाइराइट (आयरन सल्फाइड) भी कभी-कभी पाया जाता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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जुरासिक काल के समुद्री जीव किस प्रकार के श्वसन अंग का उपयोग करते थे?
- (a) फेफड़े (Lungs)
- (b) गलफड़े (Gills)
- (c) त्वचा (Skin)
- (d) ट्रेकिआ (Trachea)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जलीय जीव जलीय वातावरण में घुलित ऑक्सीजन को अवशोषित करने के लिए गलफड़े का उपयोग करते हैं।
व्याख्या (Explanation): जुरासिक काल के अधिकांश समुद्री जीव, जिनमें वे भी शामिल हैं जिन्हें “समुद्री राक्षस” के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है (जैसे कि समुद्री सरीसृप), जलीय वातावरण में जीवित रहने के लिए गलफड़ों का उपयोग करके पानी में घुली हुई ऑक्सीजन का श्वसन करते थे। कुछ सरीसृप, जैसे कि इचथ्योसॉरस (Ichthyosaurus) और प्लीओसॉरस (Plesiosaurus), को पानी की सतह पर आकर सांस लेने के लिए फेफड़ों की आवश्यकता होती थी, लेकिन प्रश्न में “समुद्री जीव” का उल्लेख है, जिसमें गलफड़ों वाले जीव भी शामिल हैं। ट्रेकिआ कीड़े-मकोड़ों में पाई जाती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हाइड्रोकार्बन (Hydrocarbons) जो जीवाश्म ईंधन का आधार बनते हैं, मुख्य रूप से किन तत्वों से बने होते हैं?
- (a) कार्बन और ऑक्सीजन (Carbon and Oxygen)
- (b) कार्बन और हाइड्रोजन (Carbon and Hydrogen)
- (c) हाइड्रोजन और नाइट्रोजन (Hydrogen and Nitrogen)
- (d) ऑक्सीजन और नाइट्रोजन (Oxygen and Nitrogen)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हाइड्रोकार्बन कार्बन और हाइड्रोजन परमाणुओं से बने कार्बनिक यौगिक होते हैं।
व्याख्या (Explanation): जीवाश्म ईंधन (जैसे कोयला, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस) मुख्य रूप से हाइड्रोकार्बन से बने होते हैं, जो कार्बन (C) और हाइड्रोजन (H) परमाणुओं के संयोजन से बने यौगिक हैं। ये प्राचीन जीवों के अवशेषों से उत्पन्न होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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फॉसिल (Fossil) शब्द की उत्पत्ति किस लैटिन शब्द से हुई है, जिसका अर्थ है ‘खुदाई करना’?
- (a) Fodere
- (b) Foss
- (c) Fossilium
- (d) Sapere
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कई वैज्ञानिक शब्दों की उत्पत्ति लैटिन या ग्रीक से हुई है।
व्याख्या (Explanation): ‘Fossil’ शब्द लैटिन क्रिया ‘fodere’ से आया है, जिसका अर्थ है ‘खुदाई करना’ या ‘जमीन से निकालना’। यह इस तथ्य को दर्शाता है कि जीवाश्मों को अक्सर जमीन से खोदा जाता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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यदि एक नया जुरासिक समुद्री राक्षस खोजा गया है, तो यह संभावना है कि यह किस प्रकार का जीव रहा होगा?
- (a) स्थलीय सरीसृप (Terrestrial Reptile)
- (b) उभयचर (Amphibian)
- (c) समुद्री सरीसृप (Marine Reptile)
- (d) स्तनपायी (Mammal)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जुरासिक काल में कई बड़े समुद्री सरीसृप मौजूद थे।
व्याख्या (Explanation): जुरासिक काल समुद्री जीवन के लिए महत्वपूर्ण था, जिसमें विभिन्न प्रकार के समुद्री सरीसृप, जैसे कि प्लीओसॉरस (Plesiosaurus), इचथ्योसॉरस (Ichthyosaurus), और टेरोसॉरस (Pterosaurs – हालांकि ये मुख्य रूप से उड़ने वाले थे, कुछ समुद्री आवासों में भी पाए जाते थे) शामिल थे। इन्हें अक्सर “समुद्री राक्षस” के रूप में वर्णित किया जाता है। स्थलीय सरीसृप जमीन पर रहते थे, उभयचर पानी और जमीन दोनों पर, और स्तनधारी उस समय प्रारंभिक अवस्था में थे।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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अम्ल वर्षा (Acid Rain) में, वर्षा के पानी का pH मान सामान्य से कम हो जाता है। यह मुख्य रूप से वायुमंडल में किन ऑक्साइडों के घुलने के कारण होता है?
- (a) सोडियम ऑक्साइड (Sodium Oxide)
- (b) कैल्शियम ऑक्साइड (Calcium Oxide)
- (c) सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड (Sulphur Dioxide and Nitrogen Oxides)
- (d) मैग्नीशियम ऑक्साइड (Magnesium Oxide)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अम्लीय ऑक्साइड पानी के साथ प्रतिक्रिया करके अम्ल बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): अम्लीय वर्षा मुख्य रूप से बिजली संयंत्रों और वाहनों से उत्सर्जित सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) और नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx) के कारण होती है। ये गैसें वायुमंडल में पानी, ऑक्सीजन और अन्य रसायनों के साथ प्रतिक्रिया करके सल्फ्यूरिक एसिड (H2SO4) और नाइट्रिक एसिड (HNO3) बनाती हैं, जो वर्षा के पानी में घुलकर pH मान को कम कर देते हैं। सोडियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम ऑक्साइड क्षारीय ऑक्साइड होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्लास्टिक के बोतल के पुनर्चक्रण (Recycling) के लिए, इसे आमतौर पर किस प्रकार के पॉलिमर (Polymer) के रूप में वर्गीकृत किया जाता है?
- (a) पॉलीविनाइल क्लोराइड (Polyvinyl Chloride – PVC)
- (b) पॉलीप्रोपाइलीन (Polypropylene – PP)
- (c) पॉलीथीन टेरेफ्थालेट (Polyethylene Terephthalate – PET)
- (d) पॉलीस्टाइरीन (Polystyrene – PS)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विभिन्न प्रकार के प्लास्टिक के विशिष्ट रासायनिक सूत्र और उपयोग होते हैं।
व्याख्या (Explanation): अधिकांश पानी और शीतल पेय की बोतलों को पॉलीथीन टेरेफ्थालेट (PET या PETE) से बनाया जाता है, जिसे अक्सर पुनर्चक्रण कोड ‘1’ के साथ पहचाना जाता है। पॉलीप्रोपाइलीन (PP) का उपयोग अक्सर खाद्य कंटेनरों और ऑटोमोटिव पार्ट्स में किया जाता है, पॉलीविनाइल क्लोराइड (PVC) का उपयोग पाइपों और खिड़की के फ्रेम में, और पॉलीस्टाइरीन (PS) का उपयोग डिस्पोजेबल कप और पैकेजिंग में किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) की प्रक्रिया में, पौधे मुख्य रूप से कौन सी गैस वायुमंडल से अवशोषित करते हैं?
- (a) ऑक्सीजन (Oxygen)
- (b) नाइट्रोजन (Nitrogen)
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon Dioxide)
- (d) मीथेन (Methane)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पौधे सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को ग्लूकोज (भोजन) और ऑक्सीजन में परिवर्तित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के लिए प्राथमिक कच्चे माल में से एक कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) है, जिसे पौधे वायुमंडल से अवशोषित करते हैं। वे इस CO2 का उपयोग सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा और पानी के साथ मिलकर ग्लूकोज (C6H12O6) बनाने के लिए करते हैं, और उप-उत्पाद के रूप में ऑक्सीजन (O2) छोड़ते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जल चक्र (Water Cycle) में, जब जल वाष्प संघनित (condense) होकर बादलों का निर्माण करता है, तो यह किस अवस्था परिवर्तन से गुजरता है?
- (a) वाष्पीकरण (Evaporation)
- (b) ऊर्ध्वपातन (Sublimation)
- (c) संघनन (Condensation)
- (d) गलनांक (Melting)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अवस्था परिवर्तन किसी पदार्थ की भौतिक अवस्था में परिवर्तन को संदर्भित करता है।
व्याख्या (Explanation): संघनन वह प्रक्रिया है जिसमें गैसीय अवस्था (जल वाष्प) तरल अवस्था (पानी की बूंदें) में परिवर्तित होती है। यह तब होता है जब जल वाष्प ठंडा होता है, जैसे कि वायुमंडल में ऊपर की ओर, जिससे बादलों का निर्माण होता है। वाष्पीकरण तरल से गैस है, ऊर्ध्वपातन ठोस से सीधे गैस है, और गलनांक ठोस से तरल है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में, लाल रक्त कोशिकाएं (Red Blood Cells) ऑक्सीजन को शरीर के विभिन्न ऊतकों तक ले जाने के लिए किस प्रोटीन का उपयोग करती हैं?
- (a) कोलेजन (Collagen)
- (b) हीमोग्लोबिन (Hemoglobin)
- (c) मायोसिन (Myosin)
- (d) एंजाइम (Enzyme)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रक्त में प्रोटीन विशिष्ट कार्य करते हैं, जैसे ऑक्सीजन का परिवहन।
व्याख्या (Explanation): हीमोग्लोबिन एक जटिल प्रोटीन है जो लाल रक्त कोशिकाओं के भीतर पाया जाता है। इसमें आयरन होता है जो फेफड़ों में ऑक्सीजन के साथ जुड़ जाता है और फिर शरीर के ऊतकों तक पहुँचने पर इसे छोड़ देता है। कोलेजन एक संरचनात्मक प्रोटीन है, मायोसिन एक पेशी प्रोटीन है, और एंजाइम जैविक उत्प्रेरक हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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वनस्पति जगत में, वह प्रक्रिया जिसके द्वारा पौधे अपना भोजन स्वयं बनाते हैं, क्या कहलाती है?
- (a) श्वसन (Respiration)
- (b) वाष्पोत्सर्जन (Transpiration)
- (c) परागण (Pollination)
- (d) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पौधे अपना भोजन सूर्य के प्रकाश, पानी और कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करके बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण वह जैविक प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव सूर्य के प्रकाश को ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं, जिसे वे कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को रासायनिक ऊर्जा के रूप में संग्रहित करने के लिए उपयोग करते हैं, जो शर्करा (ग्लूकोज) के रूप में होता है। श्वसन ऊर्जा जारी करता है, वाष्पोत्सर्जन पौधे से पानी का नुकसान है, और परागण प्रजनन का एक हिस्सा है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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ऊष्मा के स्थानांतरण की वह विधि कौन सी है जिसमें माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है, जैसे कि सूर्य से पृथ्वी तक गर्मी का आना?
- (a) चालन (Conduction)
- (b) संवहन (Convection)
- (c) विकिरण (Radiation)
- (d) अवशोषण (Absorption)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊष्मा तीन मुख्य तरीकों से स्थानांतरित हो सकती है: चालन, संवहन और विकिरण।
व्याख्या (Explanation): विकिरण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा ऊष्मा विद्युत चुम्बकीय तरंगों के रूप में फैलती है। इस प्रक्रिया में किसी माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है, इसलिए सूर्य से पृथ्वी तक गर्मी विकिरण के माध्यम से पहुँचती है। चालन ठोस पदार्थों में कणों के संपर्क से होता है, और संवहन तरल पदार्थों या गैसों में कणों की गति से होता है। अवशोषण ऊर्जा प्राप्त करने की प्रक्रिया है, स्थानांतरण की विधि नहीं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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शरीर में, पाचन के दौरान वसा (Fats) को तोड़ने में कौन सा एंजाइम मदद करता है?
- (a) एमाइलेज (Amylase)
- (b) प्रोटीज (Protease)
- (c) लाइपेज (Lipase)
- (d) न्यूक्लियेज (Nuclease)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): शरीर में विभिन्न प्रकार के एंजाइम विशिष्ट पोषक तत्वों को तोड़ने का कार्य करते हैं।
व्याख्या (Explanation): लाइपेज एक एंजाइम है जो वसा (लिपिड) के पाचन के लिए जिम्मेदार है, उन्हें फैटी एसिड और ग्लिसरॉल में तोड़ता है। एमाइलेज कार्बोहाइड्रेट को पचाता है, प्रोटीज प्रोटीन को पचाता है, और न्यूक्लियेज न्यूक्लिक एसिड (डीएनए/आरएनए) को पचाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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ध्वनि की गति हवा की तुलना में पानी में अधिक होती है। इसका मुख्य कारण क्या है?
- (a) पानी का घनत्व (Density of Water)
- (b) पानी की विवर्तनिक गुणवत्ता (Refractive Quality of Water)
- (c) पानी का संपीड़न (Compressibility of Water)
- (d) पानी का तापमान (Temperature of Water)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि की गति माध्यम के गुणों, विशेष रूप से उसकी लोच (elasticity) और घनत्व (density) पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि की गति मुख्य रूप से माध्यम की लोच (कितना दृढ़ता से कण एक साथ बंधे होते हैं) और उसके घनत्व (कणों का द्रव्यमान प्रति इकाई आयतन) पर निर्भर करती है। हालांकि पानी हवा की तुलना में अधिक सघन होता है, यह बहुत कम संपीड़ित होता है (अधिक लोचदार होता है) और इसके अणु एक-दूसरे के करीब होते हैं। लोच का प्रभाव घनत्व से अधिक होता है, जिसके कारण ध्वनि की गति पानी में हवा से अधिक होती है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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विटामिन सी (Vitamin C) की कमी से कौन सा रोग होता है?
- (a) रिकेट्स (Rickets)
- (b) स्कर्वी (Scurvy)
- (c) रतौंधी (Night Blindness)
- (d) बेरीबेरी (Beriberi)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विभिन्न विटामिन शरीर में विशिष्ट कार्य करते हैं और उनकी कमी से विशिष्ट रोग होते हैं।
व्याख्या (Explanation): विटामिन सी (एस्कॉर्बिक एसिड) की कमी से स्कर्वी नामक रोग होता है, जिसके लक्षणों में मसूड़ों से खून आना, थकान और त्वचा पर चकत्ते शामिल हैं। रिकेट्स विटामिन डी की कमी से होता है, रतौंधी विटामिन ए की कमी से, और बेरीबेरी विटामिन बी1 (थायमिन) की कमी से होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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किसी वस्तु पर लगने वाला गुरुत्वाकर्षण बल (Gravitational Force) किस पर निर्भर करता है?
- (a) वस्तु का आकार (Size of the object)
- (b) वस्तु का द्रव्यमान (Mass of the object)
- (c) वस्तु की चाल (Speed of the object)
- (d) वस्तु की अवस्था (State of the object)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): न्यूटन के सार्वभौमिक गुरुत्वाकर्षण के नियम के अनुसार, गुरुत्वाकर्षण बल दो वस्तुओं के द्रव्यमान के गुणनफल के सीधे आनुपातिक और उनके बीच की दूरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होता है।
व्याख्या (Explanation): किसी वस्तु पर लगने वाला गुरुत्वाकर्षण बल सीधे उस वस्तु के द्रव्यमान पर निर्भर करता है। वस्तु जितनी अधिक द्रव्यमान वाली होगी, उस पर लगने वाला गुरुत्वाकर्षण बल उतना ही अधिक होगा। वस्तु का आकार, चाल या अवस्था सीधे गुरुत्वाकर्षण बल को निर्धारित नहीं करते हैं, हालांकि द्रव्यमान और आकार के बीच संबंध हो सकता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एक रासायनिक अभिक्रिया में, उत्प्रेरक (Catalyst) का मुख्य कार्य क्या होता है?
- (a) अभिक्रिया को धीमा करना (To slow down the reaction)
- (b) अभिक्रिया की सक्रियण ऊर्जा को बदलना (To change the activation energy of the reaction)
- (c) अभिक्रिया को समाप्त करना (To terminate the reaction)
- (d) अभिक्रिया में भाग लेने वाले अभिकारकों (reactants) की मात्रा बढ़ाना (To increase the amount of reactants)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): उत्प्रेरक वे पदार्थ हैं जो रासायनिक अभिक्रिया की दर को बढ़ाते हैं या घटाते हैं, बिना स्वयं उपभोग हुए।
व्याख्या (Explanation): उत्प्रेरक रासायनिक अभिक्रिया की सक्रियण ऊर्जा (activation energy) को कम करके अभिक्रिया की दर को बढ़ाते हैं। सक्रियण ऊर्जा वह न्यूनतम ऊर्जा है जो अभिक्रिया शुरू होने के लिए आवश्यक होती है। उत्प्रेरक अभिक्रिया को समाप्त नहीं करते या अभिकारकों की मात्रा नहीं बढ़ाते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में, कौन सी कोशिकाएं प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं?
- (a) लाल रक्त कोशिकाएं (Red Blood Cells)
- (b) प्लेटलेट्स (Platelets)
- (c) श्वेत रक्त कोशिकाएं (White Blood Cells)
- (d) तंत्रिका कोशिकाएं (Nerve Cells)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रक्त कोशिकाएं शरीर के विभिन्न कार्यों के लिए विशिष्ट होती हैं।
व्याख्या (Explanation): श्वेत रक्त कोशिकाएं (ल्यूकोसाइट्स) प्रतिरक्षा प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो शरीर को संक्रमण और बीमारियों से बचाने में मदद करती हैं। लाल रक्त कोशिकाएं ऑक्सीजन का परिवहन करती हैं, प्लेटलेट्स रक्त का थक्का जमने में मदद करते हैं, और तंत्रिका कोशिकाएं तंत्रिका तंत्र का हिस्सा हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जब आप एक अवतल दर्पण (Concave Mirror) के फोकस (F) और वक्रता केंद्र (C) के बीच किसी वस्तु को रखते हैं, तो बनने वाला प्रतिबिंब कैसा होगा?
- (a) आभासी, सीधा और छोटा (Virtual, erect, and diminished)
- (b) वास्तविक, उल्टा और बड़ा (Real, inverted, and enlarged)
- (c) आभासी, उल्टा और छोटा (Virtual, inverted, and diminished)
- (d) वास्तविक, सीधा और बड़ा (Real, erect, and enlarged)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अवतल दर्पण द्वारा बनने वाले प्रतिबिंब की प्रकृति वस्तु की स्थिति पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): जब कोई वस्तु अवतल दर्पण के फोकस (F) और वक्रता केंद्र (C) के बीच रखी जाती है, तो बनने वाला प्रतिबिंब दर्पण के पीछे, C से परे, वास्तविक, उल्टा और वस्तु से बड़ा बनता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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क्लोरोफिल (Chlorophyll) नामक हरा रंगद्रव्य (pigment) किस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है?
- (a) श्वसन (Respiration)
- (b) वाष्पोत्सर्जन (Transpiration)
- (c) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)
- (d) बीजारोपण (Germination)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्लोरोफिल प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करने वाला प्राथमिक रंगद्रव्य है।
व्याख्या (Explanation): क्लोरोफिल हरे रंग का एक रंगद्रव्य है जो पौधों की कोशिकाओं में क्लोरोप्लास्ट (chloroplasts) में पाया जाता है। यह प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करता है, जो सूर्य के प्रकाश को रासायनिक ऊर्जा में बदलने की प्रक्रिया है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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यदि एक रॉकेट वायुमंडल के बाहर अंतरिक्ष में यात्रा कर रहा है, तो उसके इंजन के काम करने के लिए किस चीज की आवश्यकता नहीं होगी?
- (a) ईंधन (Fuel)
- (b) ऑक्सीकारक (Oxidizer)
- (c) प्रणोदक (Propellant)
- (d) हवा (Air)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अंतरिक्ष में काम करने वाले रॉकेटों को दहन के लिए हवा पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है।
व्याख्या (Explanation): पृथ्वी के वायुमंडल में दहन के लिए ऑक्सीजन (हवा का एक घटक) आवश्यक है। हालांकि, अंतरिक्ष में, जहाँ हवा नहीं होती है, रॉकेटों को दहन के लिए अपने स्वयं के ऑक्सीकारक (जैसे तरल ऑक्सीजन) ले जाने की आवश्यकता होती है। ईंधन और ऑक्सीकारक मिलकर प्रणोदक (propellant) बनाते हैं, जो रॉकेट को आगे बढ़ने के लिए थ्रस्ट (thrust) प्रदान करता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।