इतिहास का महासंग्राम: आज के 25 तूफानी प्रश्न!
तैयार हो जाइए ज्ञान की एक रोमांचक यात्रा के लिए! आज हम आपको इतिहास के गलियारों में ले जा रहे हैं, जहाँ आपको प्राचीन सभ्यताओं से लेकर आधुनिक युग के महत्वपूर्ण मोड़ों तक के 25 चुनिंदा सवालों का सामना करना पड़ेगा। अपनी तैयारी को परखें और इतिहास के महारथी बनें!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: सैन्धव सभ्यता के किस स्थल से अग्नि वेदिकाएँ प्राप्त हुई हैं?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- कालीबंगा
- लोथल
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: कालीबंगा। राजस्थान में स्थित कालीबंगा (जिला हनुमानगढ़) वह पुरातात्विक स्थल है जहाँ से सैन्धव सभ्यता के काल की अग्नि वेदिकाएँ (यज्ञ कुंड) प्राप्त हुई हैं।
- संदर्भ एवं विस्तार: ये वेदिकाएँ संभवतः धार्मिक अनुष्ठानों या यज्ञों के प्रमाण हैं, जो उस समय के लोगों की धार्मिक मान्यताओं पर प्रकाश डालते हैं। कालीबंगा के उत्खनन से प्रागैहड़प्पा कालीन और हड़प्पा कालीन दोनों प्रकार की बस्तियाँ मिली हैं।
- गलत विकल्प: हड़प्पा और मोहनजोदड़ो से स्नानागार, मूर्तियाँ और जल निकासी प्रणाली जैसी महत्वपूर्ण संरचनाएँ मिली हैं, लेकिन अग्नि वेदिकाएँ कालीबंगा की विशिष्ट पहचान हैं। लोथल से एक गोदी (डॉकयार्ड) का प्रमाण मिला है।
प्रश्न 2: ‘बुद्धचरितम्’ के लेखक कौन थे?
- बाणभट्ट
- कालिदास
- अश्वघोष
- विशाखदत्त
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: अश्वघोष। अश्वघोष कनिष्क के समकालीन एक प्रसिद्ध बौद्ध विद्वान, दार्शनिक और कवि थे। उन्होंने ‘बुद्धचरितम्’ नामक महाकाव्य की रचना की, जो गौतम बुद्ध के जीवन पर आधारित है।
- संदर्भ एवं विस्तार: ‘बुद्धचरितम्’ को बौद्धों का ‘रामायण’ भी कहा जाता है। अश्वघोष को भारतीय नाट्यकला का जनक भी माना जाता है, उनकी दूसरी प्रमुख कृति ‘सौंदरानंद’ है।
- गलत विकल्प: बाणभट्ट ने ‘हर्षचरितम्’ और ‘कादम्बरी’ की रचना की। कालिदास के प्रमुख ग्रन्थों में ‘मेघदूतम्’, ‘कुमारसंभवम्’ आदि हैं। विशाखदत्त ने ‘मुद्राराक्षस’ की रचना की।
प्रश्न 3: किस मुगल सम्राट ने ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नया धर्म चलाया?
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: अकबर। मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ई. में ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वरीय धर्म) की स्थापना की थी। यह विभिन्न धर्मों के सार तत्वों को मिलाकर बनाया गया एक समन्वयवादी दर्शन था।
- संदर्भ एवं विस्तार: इसका उद्देश्य धार्मिक सहिष्णुता और एकता को बढ़ावा देना था। यह अकबर के धार्मिक विचारों और सुलह-कुल (सबके प्रति शांति) की नीति का परिणाम था। केवल बिरबल जैसे कुछ ही लोगों ने इसे अपनाया था।
- गलत विकल्प: जहाँगीर कला और चित्रकला के संरक्षक थे। शाहजहाँ स्थापत्य कला के लिए जाने जाते हैं (ताजमहल)। औरंगजेब एक कट्टर सुन्नी मुसलमान थे और उन्होंने दीन-ए-इलाही को समाप्त कर दिया था।
प्रश्न 4: भारत में पहली बार तोप का प्रयोग कब और किस युद्ध में हुआ?
- 1517 ई. में पानीपत के प्रथम युद्ध में
- 1526 ई. में पानीपत के प्रथम युद्ध में
- 1556 ई. में पानीपत के द्वितीय युद्ध में
- 1576 ई. में हल्दीघाटी के युद्ध में
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1526 ई. में पानीपत के प्रथम युद्ध में। बाबर ने भारत में पहली बार तोपखाने और बारूद का प्रयोग 1526 ई. में इब्राहिम लोदी के विरुद्ध पानीपत के प्रथम युद्ध में किया था।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस युद्ध में बाबर की विजय का एक प्रमुख कारण उसकी सैन्य रणनीति और तोपखाने का कुशल उपयोग था, जिसे ‘तुलगमा’ नामक रणनीति के साथ प्रयोग किया गया था।
- गलत विकल्प: 1517 ई. में बयाना के युद्ध में तोप का प्रयोग किया गया था, लेकिन इसे भारत में पहली बार प्रयोग का श्रेय पानीपत के प्रथम युद्ध को ही जाता है। पानीपत का द्वितीय युद्ध 1556 में अकबर और हेमू के बीच हुआ था, जिसमें तोपों का प्रयोग हुआ था लेकिन पहली बार नहीं। हल्दीघाटी का युद्ध 1576 में हुआ था।
प्रश्न 5: निम्नलिखित में से किस गवर्नर-जनरल ने ‘सती प्रथा’ को प्रतिबंधित करने के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया?
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड कर्जन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: लॉर्ड विलियम बेंटिंक। लॉर्ड विलियम बेंटिंक, जो 1828 से 1835 ई. तक भारत के गवर्नर-जनरल रहे, ने राजा राममोहन राय के प्रयासों से 1829 ई. में ‘सती प्रथा’ को गैर-कानूनी घोषित किया।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस प्रथा के विरुद्ध नियम XVII पारित किया गया था, जिसने इसे बंगाल, मद्रास और बंबई प्रेसीडेंसी में प्रतिबंधित कर दिया। यह उस समय के सबसे महत्वपूर्ण समाज सुधारों में से एक था।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी व्यपगत का सिद्धांत (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय गवर्नर-जनरल थे। लॉर्ड कर्जन बंगाल विभाजन के लिए कुख्यात हैं।
प्रश्न 6: हड़प्पा सभ्यता के लोग किस धातु से परिचित नहीं थे?
- ताँबा
- काँसा
- लोहा
- सोना
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: लोहा। हड़प्पा सभ्यता के लोग ताम्र-पाषाण युगीन (Copper-Stone Age) थे और वे ताँबा, काँसा, सोना, चाँदी, सीसा, टिन आदि धातुओं से परिचित थे।
- संदर्भ एवं विस्तार: लोहे का ज्ञान उन्हें बाद में, उत्तर हड़प्पा काल या वैदिक काल के आरम्भ में हुआ। उनके द्वारा बनाए गए औजार और हथियार मुख्य रूप से तांबे और कांसे के बने होते थे।
- गलत विकल्प: हड़प्पा और मोहनजोदड़ो से कांसे की मूर्तियाँ, तांबे के औजार और सोने के आभूषण मिले हैं।
प्रश्न 7: ‘गीत गोविंद’ के रचनाकार कौन थे?
- संदेशवाहक
- विद्यापति
- जयदेव
- दीनबंधु मित्र
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: जयदेव। जयदेव 12वीं शताब्दी के एक प्रसिद्ध संस्कृत कवि थे, जो बंगाल के सेन वंश के राजा लक्ष्मण सेन के दरबारी कवि थे। उन्होंने ‘गीत गोविंद’ की रचना की, जो भगवान कृष्ण और राधा के प्रेम की कहानी पर आधारित है।
- संदर्भ एवं विस्तार: ‘गीत गोविंद’ भारतीय साहित्य में भक्ति और प्रेम के चित्रण का एक उत्कृष्ट उदाहरण है और इसने भारतीय शास्त्रीय संगीत एवं नृत्य शैलियों को भी प्रभावित किया है।
- गलत विकल्प: संदेशवाहक (Sandeshkahak) कोई प्रसिद्ध रचनाकार नहीं हैं। विद्यापति भक्ति काल के एक महत्वपूर्ण कवि थे, जिन्होंने मैथिली में रचनाएं कीं। दीनबंधु मित्र ने ‘नील दर्पण’ नामक नाटक लिखा था।
प्रश्न 8: किस वायसराय के कार्यकाल में ‘भारत सरकार अधिनियम, 1935’ पारित हुआ?
- लॉर्ड विलिंगडन
- लॉर्ड लिनलिथगो
- लॉर्ड एटली
- लॉर्ड वेवेल
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: लॉर्ड विलिंगडन। भारत सरकार अधिनियम, 1935 (Government of India Act, 1935) लॉर्ड विलिंगडन के वायसराय काल (1931-1936) में पारित हुआ था।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस अधिनियम का उद्देश्य भारत में एक संघीय ढाँचा स्थापित करना और प्रांतीय स्वायत्तता प्रदान करना था। इसने बर्मा को भारत से अलग किया और वर्मा व अदन को अलग उपनिवेश बनाया। इसने भारत में द्वैध शासन (Dyarchy) को समाप्त कर प्रांतीय स्तर पर पूर्ण उत्तरदायी सरकार की स्थापना की।
- गलत विकल्प: लॉर्ड लिनलिथगो (1936-1943) के कार्यकाल में द्वितीय विश्व युद्ध शुरू हुआ और भारत छोड़ो आंदोलन हुआ। लॉर्ड एटली ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे जिन्होंने भारत को स्वतंत्रता दी। लॉर्ड वेवेल भारत के वायसराय थे जब माउंटबेटन योजना आई।
प्रश्न 9: ‘अकाल तख्त’ का निर्माण किसने करवाया था?
- गुरु नानक देव
- गुरु रामदास
- गुरु हरगोबिंद
- गुरु तेग बहादुर
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: गुरु हरगोबिंद। छठे सिख गुरु, गुरु हरगोबिंद ने 1606 ई. में ‘अकाल तख्त’ (ईश्वर का सिंहासन) का निर्माण करवाया था। यह अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के पास स्थित है।
- संदर्भ एवं विस्तार: यह सिख धर्म का एक अत्यंत महत्वपूर्ण आध्यात्मिक और ऐतिहासिक स्थल है, जहाँ से महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाते हैं। गुरु हरगोबिंद ने सिखों को सैन्य प्रशिक्षण लेने और अपने बचाव के लिए शस्त्र रखने का आदेश दिया था, जिससे वे ‘संत-सिपाही’ बने।
- गलत विकल्प: गुरु नानक देव सिख धर्म के संस्थापक थे। गुरु रामदास ने अमृतसर शहर की स्थापना की थी। गुरु तेग बहादुर का 1675 में औरंगजेब द्वारा वध कर दिया गया था।
प्रश्न 10: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- कुमारगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: समुद्रगुप्त। समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-375 ई.) को उनकी विजयों और साम्राज्य विस्तार के कारण ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है। यह उपाधि उन्हें प्रसिद्ध इतिहासकार ए.एल. श्रीवास्तव ने दी थी।
- संदर्भ एवं विस्तार: प्रयाग प्रशस्ति (एहोल अभिलेख) में उनके दिग्विजयों का उल्लेख है, जिसके अनुसार उन्होंने उत्तर भारत के अनेक राजाओं को परास्त किया और दक्षिण भारत में भी अभियान चलाए।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का वास्तविक संस्थापक माना जाता है। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) ने मालवा पर विजय प्राप्त की और अपने दरबार में नवरत्नों को आश्रय दिया। कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना की थी।
प्रश्न 11: ‘इंडियन एसोसिएशन’ की स्थापना किसने की थी?
- सुरेन्द्रनाथ बनर्जी
- दादाभाई नौरोजी
- गोपाल कृष्ण गोखले
- बाल गंगाधर तिलक
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: सुरेन्द्रनाथ बनर्जी। सुरेन्द्रनाथ बनर्जी (और आनंद मोहन बोस) ने 1876 ई. में कलकत्ता में ‘इंडियन एसोसिएशन’ की स्थापना की थी।
- संदर्भ एवं विस्तार: यह भारत में राष्ट्रवाद की भावना को जगाने और भारतीयों को राजनीतिक लक्ष्यों के लिए संगठित करने का एक महत्वपूर्ण प्रारंभिक प्रयास था। यह 1857 के बाद स्थापित सबसे प्रमुख राजनीतिक संगठनों में से एक था।
- गलत विकल्प: दादाभाई नौरोजी ‘ग्रैंड ओल्ड मैन ऑफ इंडिया’ कहलाते हैं और उन्होंने ‘ईस्ट इंडिया एसोसिएशन’ की स्थापना की थी। गोपाल कृष्ण गोखले ने ‘सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी’ की स्थापना की। बाल गंगाधर तिलक ने ‘होम रूल लीग’ की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रश्न 12: ‘दीवान-ए-मुस्तखराज’ नामक नया विभाग किस सुल्तान ने स्थापित किया था?
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
- फिरोजशाह तुगलक
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: अलाउद्दीन खिलजी। दिल्ली सल्तनत के खिलजी वंश के शासक अलाउद्दीन खिलजी (शासनकाल 1296-1316 ई.) ने ‘दीवान-ए-मुस्तखराज’ नामक एक विभाग स्थापित किया था।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस विभाग का मुख्य कार्य बकाया लगानों की वसूली करना था। अलाउद्दीन खिलजी अपनी राजस्व नीतियों और बाजार नियंत्रण के लिए विशेष रूप से जाना जाता है।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने ‘चालीस सरदारों का समूह’ (तुर्क-ए-चहलगानी) का गठन किया था। बलबन ने ‘दीवान-ए-अर्ज’ (सैन्य विभाग) की स्थापना की थी। फिरोजशाह तुगलक ने ‘दीवान-ए-खैरात’ (दान विभाग) और ‘दीवान-ए-बंदगान’ (गुलाम विभाग) की स्थापना की थी।
प्रश्न 13: निम्नलिखित में से कौन सी एक घटना ‘द्वितीय विश्व युद्ध’ से संबंधित नहीं है?
- पर्ल हार्बर पर जापानी हमला
- स्टेलिनग्राद की लड़ाई
- फ्रांस का पतन
- ट्रोजन युद्ध
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 14: ‘कदम-बा-कदम’ (Step-by-Step) किस आंदोलन का नारा था?
- सविनय अवज्ञा आंदोलन
- भारत छोड़ो आंदोलन
- असहयोग आंदोलन
- नमक सत्याग्रह
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: भारत छोड़ो आंदोलन। ‘कदम-बा-कदम’ (या ‘Do or Die’ का विचार) 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी द्वारा दिया गया एक प्रमुख नारा था।
- संदर्भ एवं विस्तार: यह नारा भारतीयों को अपनी पूर्ण शक्ति और संकल्प के साथ आजादी के लिए अंतिम संघर्ष के लिए तैयार करने के उद्देश्य से था। इसका अर्थ था कि या तो लक्ष्य प्राप्त करो या मर जाओ।
- गलत विकल्प: सविनय अवज्ञा आंदोलन (1930) का नारा ‘ना আইন मानने’ (Disobey the law) था। असहयोग आंदोलन (1920-22) का मुख्य नारा शांतिपूर्ण प्रतिरोध था। नमक सत्याग्रह सविनय अवज्ञा आंदोलन का एक हिस्सा था।
प्रश्न 15: प्रथम बौद्ध संगीति का आयोजन किस शासक के संरक्षण में हुआ था?
- अशोक
- कालासोक
- अजातशत्रु
- कनिष्क
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: अजातशत्रु। प्रथम बौद्ध संगीति (First Buddhist Council) मगध के हर्यक वंश के शासक अजातशत्रु के संरक्षण में 483 ईसा पूर्व में राजगृह (वर्तमान राजगीर) में आयोजित की गई थी।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस संगीति की अध्यक्षता महाकश्यप ने की थी। इसका मुख्य उद्देश्य बुद्ध की शिक्षाओं को विनय पिटक और सुत्त पिटक में संकलित करना था।
- गलत विकल्प: द्वितीय बौद्ध संगीति वैशाली में कालासोक के संरक्षण में हुई थी। तृतीय बौद्ध संगीति पाटलिपुत्र में अशोक के संरक्षण में हुई थी। चतुर्थ बौद्ध संगीति कश्मीर में कनिष्क के संरक्षण में हुई थी।
प्रश्न 16: ‘सूफीवाद’ का सबसे प्रमुख धर्मोपदेश क्या है?
- ईश्वर में एकात्मता
- कुरान का अक्षरशः पालन
- सूफी संतों की पूजा
- जकात देना
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ईश्वर में एकात्मता (Wahdat al-Wujud)। सूफीवाद का मूल सिद्धांत ईश्वर के साथ व्यक्तिगत, रहस्यमय और प्रेमपूर्ण संबंध स्थापित करना है, जिसके अंतिम लक्ष्य ईश्वर में एकात्मता (सब कुछ उसी में लीन है) को प्राप्त करना है।
- संदर्भ एवं विस्तार: सूफी संत ईश्वर की प्रत्यक्ष अनुभूति और प्रेम के माध्यम से आध्यात्मिक उन्नति पर बल देते थे, न कि केवल कर्मकांडों पर। उन्होंने प्रेम, सेवा और वैराग्य को महत्व दिया।
- गलत विकल्प: कुरान का पालन महत्वपूर्ण है, लेकिन सूफीवाद उससे बढ़कर ईश्वर के प्रति व्यक्तिगत प्रेम और अनुभव पर केंद्रित है। सूफी संत ईश्वर के प्रतिनिधि माने जाते हैं, उनकी पूजा नहीं की जाती। जकात इस्लाम का एक अनिवार्य स्तंभ है, जो सूफीवाद से अलग है।
प्रश्न 17: ‘वेदों की ओर लौटो’ का नारा किसने दिया था?
- स्वामी दयानंद सरस्वती
- स्वामी विवेकानंद
- राजा राममोहन राय
- ईश्वर चंद्र विद्यासागर
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: स्वामी दयानंद सरस्वती। आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती (1824-1883) ने 19वीं सदी में प्रचलित सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध और प्राचीन वैदिक धर्म की शुद्धता की पुनर्स्थापना के लिए ‘वेदों की ओर लौटो’ का नारा दिया था।
- संदर्भ एवं विस्तार: उन्होंने वेदों को ज्ञान का परम स्रोत माना और पाखंड, अंधविश्वास व मूर्तिपूजा का विरोध किया। उनकी प्रसिद्ध पुस्तक ‘सत्यार्थ प्रकाश’ है।
- गलत विकल्प: स्वामी विवेकानंद ने भारत को पश्चिमी जगत् में पुनः प्रतिष्ठित किया और रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। राजा राममोहन राय ने ब्रह्म समाज की स्थापना की और सती प्रथा के उन्मूलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने विधवा पुनर्विवाह और स्त्री शिक्षा के लिए कार्य किया।
प्रश्न 18: किस गुप्त शासक ने विक्रम संवत् (57 ईसा पूर्व) की शुरुआत की?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- समुद्रगुप्त
- हर्षवर्धन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: चंद्रगुप्त द्वितीय। चंद्रगुप्त द्वितीय, जिसे विक्रमादित्य के नाम से भी जाना जाता है, ने शकों को पराजित करने की स्मृति में विक्रम संवत् (57 ईसा पूर्व) की शुरुआत की थी।
- संदर्भ एवं विस्तार: हालांकि, यह सामान्यतः माना जाता है कि विक्रम संवत् का संबंध चंद्रगुप्त द्वितीय से नहीं, बल्कि उज्जैन के एक स्थानीय शासक विक्रमादित्य से है, जिसने शकों को खदेड़ा था। चंद्रगुप्त द्वितीय के दरबार में ही नवरत्न थे और उन्होंने गुप्त साम्राज्य को चरमोत्कर्ष पर पहुंचाया।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम ने गुप्त संवत (319-320 ई.) चलाया था। समुद्रगुप्त एक महान विजेता था। हर्षवर्धन का संबंध 7वीं शताब्दी से है और उसने हर्षवर्धन संवत (606 ई.) चलाया था।
प्रश्न 19: ‘कुतुब मीनार’ का निर्माण किस सूफी संत की याद में शुरू किया गया था?
- शेख निजामुद्दीन औलिया
- ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती
- कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी
- बहाउद्दीन जकारिया
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी। दिल्ली सल्तनत के संस्थापक कुतुबुद्दीन ऐबक ने अपने गुरु, प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की स्मृति में कुतुब मीनार का निर्माण कार्य शुरू करवाया था।
- संदर्भ एवं विस्तार: कुतुबुद्दीन ऐबक ने मीनार की पहली मंजिल बनवाई थी, जबकि बाद की मंजिलों का निर्माण इल्तुतमिश और फिरोजशाह तुगलक ने पूरा करवाया।
- गलत विकल्प: शेख निजामुद्दीन औलिया चिश्ती संप्रदाय के एक प्रमुख संत थे, जिनका मकबरा दिल्ली में है। ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती अजमेर में स्थित दरगाह के लिए प्रसिद्ध हैं। बहाउद्दीन जकारिया सुहरावर्दी संप्रदाय से संबंधित थे।
प्रश्न 20: ‘प्लासी का युद्ध’ कब हुआ था?
- 1757 ई.
- 1764 ई.
- 1526 ई.
- 1576 ई.
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1757 ई.। प्लासी का युद्ध 23 जून 1757 को ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला के बीच हुआ था।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस युद्ध में रॉबर्ट क्लाइव के नेतृत्व में कंपनी की सेना ने सिराजुद्दौला को धोखा देकर (मीर जाफर की गद्दारी से) हरा दिया। इस युद्ध ने भारत में ब्रिटिश शासन की नींव रखी और कंपनी को बंगाल में अपना प्रभुत्व स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त किया।
- गलत विकल्प: 1764 ई. में बक्सर का युद्ध हुआ था, जो प्लासी के युद्ध से भी अधिक निर्णायक सिद्ध हुआ। 1526 ई. में पानीपत का प्रथम युद्ध हुआ था। 1576 ई. में हल्दीघाटी का युद्ध हुआ था।
प्रश्न 21: ‘गदर पार्टी’ की स्थापना कब हुई थी?
- 1905
- 1907
- 1913
- 1919
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1913। ‘गदर पार्टी’ की स्थापना 1913 में अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को शहर में लाला हरदयाल द्वारा की गई थी।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस पार्टी का उद्देश्य भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराना था। इसके सदस्यों में भारत से बाहर रहने वाले भारतीय प्रवासी शामिल थे, जो क्रांतिकारी गतिविधियों में सक्रिय थे। ‘गदर’ नामक साप्ताहिक पत्र इसका प्रमुख माध्यम था।
- गलत विकल्प: 1905 स्वदेशी आंदोलन का वर्ष है। 1907 सूरत अधिवेशन में कांग्रेस का विभाजन हुआ था। 1919 में रॉलेट एक्ट और जलियांवाला बाग हत्याकांड जैसी घटनाएं हुईं।
प्रश्न 22: अशोक का कौन सा शिलालेख ‘कलिंग युद्ध’ के विषय में जानकारी देता है?
- प्रथम शिलालेख
- सातवाँ शिलालेख
- तेरहवाँ शिलालेख
- चतुर्दश शिलालेख
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: तेरहवाँ शिलालेख। सम्राट अशोक के तेरहवें शिलालेख (13th Rock Edict) में कलिंग युद्ध (261 ईसा पूर्व) का विशद वर्णन मिलता है।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस शिलालेख में अशोक ने कलिंग युद्ध में हुई भयंकर जनहानि और विनाश पर पश्चाताप व्यक्त किया है और घोषणा की है कि वह भविष्य में युद्ध की नीति त्याग कर धर्म (धम्म) की नीति का अनुसरण करेगा। इस युद्ध के बाद ही अशोक बौद्ध धर्म की ओर आकर्षित हुआ।
- गलत विकल्प: प्रथम शिलालेख में पशुबली की निंदा है। सातवाँ शिलालेख में सहिष्णुता का उल्लेख है। चतुर्दश शिलालेख में धार्मिक आचरण के नियमों का वर्णन है।
प्रश्न 23: ‘सिपाही विद्रोह’ (First War of Indian Independence) के समय भारत का वायसराय कौन था?
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड लिटन
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: लॉर्ड कैनिंग। 1857 के विद्रोह के समय भारत का गवर्नर-जनरल लॉर्ड कैनिंग था, जो बाद में भारत का प्रथम वायसराय भी बना।
- संदर्भ एवं विस्तार: 1857 के विद्रोह के बाद, ब्रिटिश सरकार ने ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन को समाप्त कर दिया और भारत का शासन सीधे ब्रिटिश ताज के अधीन कर दिया। इस परिवर्तन के साथ ही गवर्नर-जनरल को ‘वायसराय’ कहा जाने लगा।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी के कार्यकाल में व्यपगत का सिद्धांत लागू हुआ और 1857 के विद्रोह के बीज बोए गए। लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया। लॉर्ड लिटन ने वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट पारित किया था।
प्रश्न 24: ‘पुनर्जागरण’ (Renaissance) का प्रारंभ किस देश में हुआ?
- फ्रांस
- इटली
- इंग्लैंड
- जर्मनी
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: इटली। पुनर्जागरण, जो मध्ययुगीन काल से आधुनिक काल की ओर संक्रमण का एक काल था, का प्रारंभ 14वीं शताब्दी में इटली में हुआ था।
- संदर्भ एवं विस्तार: पुनर्जागरण का अर्थ है ‘पुनर्जन्म’। यह कला, साहित्य, विज्ञान, दर्शन और धर्म में हुए व्यापक परिवर्तनों का काल था, जिसमें प्राचीन यूनानी और रोमन संस्कृति के प्रति रुचि पुनः जागृत हुई। फ्लोरेंस, रोम और वेनिस इसके प्रमुख केंद्र थे।
- गलत विकल्प: अन्य यूरोपीय देशों में भी पुनर्जागरण का प्रभाव पड़ा, लेकिन इसका मूल उद्गम इटली ही था।
प्रश्न 25: ‘सिंधु घाटी सभ्यता’ के किस स्थल से ‘युग्म समाधान’ (Double burial) के प्रमाण मिले हैं?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- रोपड़
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: हड़प्पा। सिंधु घाटी सभ्यता के हड़प्पा स्थल से ‘युग्म समाधान’ (एक कब्र में दो कंकाल एक साथ दफनाए जाने) के प्रमाण मिले हैं, जो संभवतः एक पुरुष और एक स्त्री के हैं।
- संदर्भ एवं विस्तार: इसके अलावा, हड़प्पा से ताबूत समाधान (Coffin burial) के प्रमाण भी मिले हैं, जो इस सभ्यता की मृतक-कर्मकांडों की विविधता को दर्शाते हैं।
- गलत विकल्प: मोहनजोदड़ो से विशाल स्नानागार और ‘पुजारी-राजा’ की मूर्ति मिली है। लोथल से गोदी (डॉकयार्ड) का प्रमाण मिला है। रोपड़ से मानव के साथ कुत्ते के दफनाए जाने का प्रमाण मिला है।