इतिहास की गहराई में उतरें: 25 महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर
समय के गलियारों से एक रोमांचक यात्रा पर निकल पड़ें! आज हम इतिहास के पन्नों से 25 चुनिंदा प्रश्न लेकर आए हैं, जो आपकी तैयारी को धार देंगे और ज्ञान की कसौटी पर परखेंगे। चाहे आप किसी भी बड़ी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हों, यह अभ्यास आपको अवश्य लाभान्वित करेगा।
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों को हल करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरण के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किस सिंधु घाटी सभ्यता स्थल पर हल चलाने की प्रमाणिकता मिले हैं?
- मोहनजोदड़ो
- हड़प्पा
- कालीबंगा
- धौलावीरा
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: कालीबंगा। कालीबंगा (वर्तमान राजस्थान में) एक प्रमुख स्थल है जहाँ से प्रारंभिक हड़प्पा काल (सिंधु घाटी सभ्यता से पहले) के हल जोते हुए खेत के प्रमाण मिले हैं, जो कृषि की प्राचीनता को दर्शाते हैं।
- संदर्भ और विस्तार: कालीबंगा का अर्थ है ‘काले रंग की चूड़ियाँ’। यहाँ दो संस्कृतियों के अवशेष मिले हैं – एक पूर्व-हड़प्पा काल की और दूसरी हड़प्पा काल की। यहाँ से मिले अग्निकुंड भी महत्वपूर्ण हैं।
- गलत विकल्प: मोहनजोदड़ो और हड़प्पा प्रमुख हड़प्पा स्थल हैं जहाँ से शहर नियोजन, स्नानागार और मुहरें मिली हैं, लेकिन हल चलाने के प्रत्यक्ष प्रमाण कालीबंगा से ही मिले हैं। धौलावीरा जल प्रबंधन के लिए प्रसिद्ध है।
प्रश्न 2: ‘रैयतवाड़ी’ व्यवस्था के अंतर्गत, सीधा लगान वसूल किया जाता था:
- ज़मींदार से
- गाँव के मुखिया से
- कृषक से
- जागीरदार से
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: कृषक से। रैयतवाड़ी व्यवस्था में, प्रत्येक व्यक्ति को, जो भूमि का मालिक होता था, राजस्व का भुगतान सीधे सरकार को करना पड़ता था। इसमें ज़मींदार की भूमिका समाप्त कर दी गई थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह व्यवस्था मद्रास प्रेसीडेंसी और बंबई प्रेसीडेंसी के बड़े हिस्सों में लागू की गई थी, जिसे थॉमस मुनरो द्वारा पेश किया गया था। इसमें भूमि का सर्वेक्षण करके व्यक्तिगत किसानों के लिए लगान निश्चित किया जाता था।
- गलत विकल्प: ज़मींदार ‘इस्तेमाल’ या ‘महलवाड़ी’ व्यवस्था में महत्वपूर्ण थे। गाँव के मुखिया ‘महलवाड़ी’ व्यवस्था में राजस्व संग्रह में भूमिका निभाते थे। जागीरदार जागीरदारी व्यवस्था में थे।
प्रश्न 3: निम्न में से कौन सी पुस्तक प्राचीन भारत में गुप्त काल के दौरान गणित पर लिखी गई थी?
- पंचतंत्र
- सूर्य सिद्धांत
- अर्थशास्त्र
- महाभाष्य
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: सूर्य सिद्धांत। यह एक महत्वपूर्ण संस्कृत ग्रंथ है जो खगोल विज्ञान और गणित से संबंधित है, और इसे गुप्त काल के अंत या गुप्त काल के बाद के समय में लिखा गया माना जाता है। इसमें त्रिकोणमिति के मूल सिद्धांत और खगोलीय गणनाओं के बारे में बताया गया है।
- संदर्भ और विस्तार: ‘सूर्य सिद्धांत’ को आर्यभट्ट से जोड़ा जाता है, जिन्होंने गुप्त काल के दौरान ही अपने महत्वपूर्ण कार्य ‘आर्यभटीय’ की रचना की, जिसमें गणित और खगोल विज्ञान के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला गया था।
- गलत विकल्प: पंचतंत्र विष्णु शर्मा द्वारा लिखी गई पशुओं की कहानियों का संग्रह है। अर्थशास्त्र कौटिल्य द्वारा रचित राजनीति, अर्थनीति और सैन्य रणनीति पर आधारित है। महाभाष्य पतंजलि द्वारा लिखित व्याकरणिक ग्रंथ है।
प्रश्न 4: ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत किसने की थी?
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: अकबर। मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ईस्वी में ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) नामक एक नए धर्म या पंथ की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य विभिन्न धर्मों के अनुयायियों को एकजुट करना था।
- संदर्भ और विस्तार: यह एक सर्वधर्म समन्वयवादी सिद्धांत था, जिसमें इस्लाम, हिंदू धर्म, ईसाई धर्म, पारसी धर्म आदि के तत्वों को शामिल करने का प्रयास किया गया था। यह एक व्यक्तिगत धर्म था, जिसका पालन केवल अकबर और उसके कुछ निकटवर्ती अनुयायियों ने किया।
- गलत विकल्प: जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब मुग़ल सम्राट थे, लेकिन उन्होंने दीन-ए-इलाही को आगे नहीं बढ़ाया, बल्कि औरंगजेब ने धार्मिक कट्टरता को बढ़ावा दिया।
प्रश्न 5: प्रथम विश्व युद्ध कब से कब तक चला?
- 1905-1910
- 1914-1918
- 1939-1945
- 1947-1950
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1914-1918। प्रथम विश्व युद्ध, जिसे ‘महान युद्ध’ के नाम से भी जाना जाता है, 28 जुलाई 1914 को शुरू हुआ और 11 नवंबर 1918 को समाप्त हुआ।
- संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में मुख्य रूप से केंद्रीय शक्तियां (जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, तुर्की) और मित्र राष्ट्र (फ्रांस, ब्रिटेन, रूस, इटली, जापान, अमेरिका) शामिल थे। इसके परिणामस्वरूप यूरोप का राजनीतिक मानचित्र बदल गया और लाखों लोग मारे गए।
- गलत विकल्प: 1905-1910 प्रथम विश्व युद्ध के पहले की अवधि है। 1939-1945 द्वितीय विश्व युद्ध का काल है। 1947-1950 भारत के विभाजन और स्वतंत्रता के बाद की अवधि से संबंधित है।
प्रश्न 6: इंडस वैली सिविलाइजेशन का सबसे पश्चिमी स्थल कौन सा था?
- हड़प्पा
- लोथल
- सुत्कागेंडोर
- मोहेंजो-दारो
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: सुत्कागेंडोर। यह स्थल वर्तमान पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में दासक नदी के किनारे स्थित है और यह सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे पश्चिमी स्थल था।
- संदर्भ और विस्तार: सुत्कागेंडोर एक महत्वपूर्ण बंदरगाह शहर था जो व्यापार मार्गों पर स्थित था। इसका पुरातात्विक महत्व है क्योंकि यह सभ्यता की भौगोलिक सीमा को दर्शाता है।
- गलत विकल्प: हड़प्पा और मोहेंजो-दारो प्रमुख स्थल हैं, लेकिन वे सुत्कागेंडोर की तुलना में पूर्व में स्थित हैं। लोथल गुजरात में स्थित एक बंदरगाह शहर है, जो सुत्कागेंडोर से पूर्व में है।
प्रश्न 7: दिल्ली सल्तनत का कौन सा सुल्तान ‘बाजार नियंत्रण प्रणाली’ के लिए जाना जाता है?
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
- फिरोज शाह तुगलक
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: अलाउद्दीन खिलजी। अलाउद्दीन खिलजी (शासनकाल: 1296-1316) ने अपनी सैन्य और प्रशासनिक सुधारों के तहत वस्तुओं के मूल्यों को नियंत्रित करने के लिए एक कठोर बाजार नियंत्रण प्रणाली लागू की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस प्रणाली का उद्देश्य सैनिकों और आम जनता के लिए आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करना और मूल्य वृद्धि को रोकना था। इसके लिए उसने कई अधिकारी नियुक्त किए थे।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश और बलबन ने भी महत्वपूर्ण प्रशासनिक सुधार किए, लेकिन बाजार नियंत्रण उनकी प्रमुख नीतियों में से नहीं था। फिरोजशाह तुगलक को सार्वजनिक निर्माण कार्यों के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 8: 1857 के विद्रोह को ‘सिपाही विद्रोह’ कहने वाले प्रमुख इतिहासकार कौन थे?
- एस. एन. सेन
- जॉन लॉरेंस
- आर. सी. मजूमदार
- विनायक दामोदर सावरकर
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: जॉन लॉरेंस। लॉर्ड जॉन लॉरेंस, जो बाद में भारत के वायसराय बने, ने 1857 के विद्रोह को केवल एक ‘सिपाही विद्रोह’ (Sepoy Mutiny) कहा था, जो भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन को कम करके आंकने का प्रयास था।
- संदर्भ और विस्तार: यह दृष्टिकोण इस विद्रोह के राष्ट्रीय चरित्र और व्यापक जनसमर्थन को नकारता है, जैसा कि बाद के कई इतिहासकारों ने तर्क दिया है।
- गलत विकल्प: एस. एन. सेन ने ‘First War of Indian Independence’ पुस्तक लिखी। आर. सी. मजूमदार ने भी विद्रोह के राष्ट्रीय स्वरूप पर बल दिया। विनायक दामोदर सावरकर ने इसे ‘प्रथम स्वतंत्रता संग्राम’ कहा।
प्रश्न 9: निम्नलिखित में से कौन सा अशोक का एक प्रमुख शिलालेख था जो सीधे कलिंग युद्ध के बाद उसके पश्चाताप को व्यक्त करता है?
- शिलालेख III
- शिलालेख VII
- शिलालेख XIII
- शिलालेख XIV
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: शिलालेख XIII। सम्राट अशोक के प्रमुख शिलालेखों में से 13वां शिलालेख कलिंग युद्ध (लगभग 261 ईसा पूर्व) के बाद अशोक के हृदय परिवर्तन और उसके द्वारा अपनाए गए शांति और धर्म के मार्ग का सबसे स्पष्ट विवरण प्रस्तुत करता है।
- संदर्भ और विस्तार: इस शिलालेख में कलिंग युद्ध की भयावहता का वर्णन है और बताता है कि युद्ध के बाद अशोक ने हिंसा को त्याग दिया और बौद्ध धर्म को अपनाकर ‘धम्म’ (धर्म) का प्रचार किया।
- गलत विकल्प: अन्य शिलालेखों में अशोक के शासनकाल, धम्म नीतियों, अधिकारियों और व्यक्तिगत जीवन से संबंधित जानकारी है, लेकिन कलिंग युद्ध के पश्चाताप का विशेष उल्लेख 13वें शिलालेख में है।
प्रश्न 10: ‘सहायक संधि’ (Subsidiary Alliance) प्रणाली किसने शुरू की थी?
- लॉर्ड कार्नवालिस
- लॉर्ड वेलेस्ली
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: लॉर्ड वेलेस्ली। लॉर्ड वेलेस्ली, भारत के गवर्नर-जनरल (1798-1805), ने भारतीय रियासतों को ब्रिटिश राजनीतिक प्रभाव में लाने के लिए ‘सहायक संधि’ की नीति शुरू की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस संधि के तहत, भारतीय शासकों को ब्रिटिश सेना को अपने राज्य में रखने, ब्रिटिश रेज़िडेंट को स्वीकार करने और अपने राज्य के बाहर युद्ध करने से पहले ब्रिटिशों से अनुमति लेने की शर्त स्वीकार करनी पड़ती थी। बदले में, ब्रिटिश उन्हें बाहरी खतरों से सुरक्षा प्रदान करते थे।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कार्नवालिस को स्थायी बंदोबस्त के लिए जाना जाता है। लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत के सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए प्रसिद्ध हैं। लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने सती प्रथा का अंत किया।
प्रश्न 11: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?
- कृष्णदेवराय
- हरिहर और बुक्का
- देवराय II
- सदाशिव राय
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: हरिहर और बुक्का। विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों द्वारा की गई थी, जो देव राय नामक एक स्थानीय सरदार के अधीन थे।
- संदर्भ और विस्तार: यह साम्राज्य दक्षिण भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है और अपनी कला, वास्तुकला, साहित्य और सैन्य शक्ति के लिए प्रसिद्ध था। तुंगभद्रा नदी के तट पर इसकी राजधानी विजयनगर (वर्तमान हंपी) स्थित थी।
- गलत विकल्प: कृष्णदेवराय विजयनगर साम्राज्य के सबसे महान शासकों में से एक थे, लेकिन उन्होंने साम्राज्य की स्थापना नहीं की थी। देवराय II और सदाशिव राय अन्य महत्वपूर्ण शासक थे।
प्रश्न 12: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ का प्रस्ताव पारित किया गया था?
- लाहौर अधिवेशन (1929)
- कराची अधिवेशन (1931)
- कलकत्ता अधिवेशन (1920)
- त्रिपुरी अधिवेशन (1939)
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: लाहौर अधिवेशन (1929)। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में, जिसकी अध्यक्षता पंडित जवाहरलाल नेहरू ने की थी, 31 दिसंबर 1929 को ‘पूर्ण स्वराज’ (पूर्ण स्वतंत्रता) का ऐतिहासिक प्रस्ताव पारित किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को एक नया लक्ष्य दिया और 26 जनवरी 1930 को ‘पूर्ण स्वराज दिवस’ के रूप में मनाया गया, जिसे बाद में भारत के गणतंत्र दिवस के रूप में अपनाया गया।
- गलत विकल्प: कराची अधिवेशन (1931) मौलिक अधिकारों और राष्ट्रीय आर्थिक कार्यक्रमों पर केंद्रित था। कलकत्ता अधिवेशन (1920) असहयोग आंदोलन से संबंधित था। त्रिपुरी अधिवेशन (1939) सुभाष चंद्र बोस और गांधीजी के बीच मतभेदों के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 13: सिंधु घाटी सभ्यता का कौन सा स्थल ‘मनकों का शहर’ कहलाता है?
- हड़प्पा
- चन्हुदड़ो
- लोथल
- धौलावीरा
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: चन्हुदड़ो। चन्हुदड़ो (वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रांत में) सिंधु घाटी सभ्यता का एक ऐसा स्थल है जो विशेष रूप से मनके बनाने, मुहर बनाने और प्रसाधन सामग्री के निर्माण के लिए जाना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: इस स्थल से लिपस्टिक, कंघी, दर्पण जैसे प्रसाधन सामग्री और विभिन्न प्रकार के मनके (beads) मिले हैं, जो इसे ‘मनकों का शहर’ या ‘औद्योगिक शहर’ के रूप में पहचान दिलाते हैं। यहाँ मेसोपोटामिया से व्यापार के प्रमाण भी मिलते हैं।
- गलत विकल्प: हड़प्पा एक प्रमुख शहरी केंद्र था। लोथल एक महत्वपूर्ण बंदरगाह था। धौलावीरा जल प्रबंधन के लिए प्रसिद्ध है।
प्रश्न 14: ‘इक्तादारी’ प्रणाली की शुरुआत किस दिल्ली सल्तनत के शासक ने की थी?
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- इल्तुतमिश
- अलाउद्दीन खिलजी
- गयासुद्दीन तुगलक
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: इल्तुतमिश। इल्तुतमिश (शासनकाल: 1211-1236) ने अपने साम्राज्य को प्रशासनिक सुविधा के लिए छोटे-छोटे इक्ता (सूबे) में विभाजित किया और प्रत्येक इक्ता का प्रशासन एक इक्तादार को सौंपा।
- संदर्भ और विस्तार: इस प्रणाली ने सल्तनत के विस्तार और राजस्व संग्रह को सुव्यवस्थित करने में मदद की। इक्तादार को भू-राजस्व का एक निश्चित भाग प्राप्त होता था, और उसे अपने क्षेत्र में सेना भी रखनी पड़ती थी।
- गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक ने सल्तनत की नींव रखी। अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण और स्थायी सेना पर ध्यान केंद्रित किया। गयासुद्दीन तुगलक ने तुगलक वंश की स्थापना की।
प्रश्न 15: प्रथम गोलमेज सम्मेलन कहाँ आयोजित हुआ था?
- लंदन
- दिल्ली
- मुंबई
- कलकत्ता
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: लंदन। तीनों गोलमेज सम्मेलन (1930-1932) ब्रिटिश सरकार द्वारा भारत में संवैधानिक सुधारों पर चर्चा करने के लिए लंदन में आयोजित किए गए थे।
- संदर्भ और विस्तार: प्रथम गोलमेज सम्मेलन 1930 में हुआ था, जिसमें कांग्रेस ने भाग नहीं लिया था। द्वितीय गोलमेज सम्मेलन 1931 में हुआ, जिसमें गांधीजी ने भाग लिया था। तृतीय गोलमेज सम्मेलन 1932 में हुआ।
- गलत विकल्प: अन्य शहर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन या महत्वपूर्ण राष्ट्रीय घटनाओं के लिए जाने जाते हैं, लेकिन गोलमेज सम्मेलनों का आयोजन लंदन में ही हुआ था।
प्रश्न 16: ऋग्वेद में ‘दास’ शब्द का प्रयोग किसके लिए किया गया है?
- आर्यों के प्रतिद्वंद्वी
- वेदों के ज्ञाता
- शूद्र वर्ण के लोग
- आर्यों के पुरोहित
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: आर्यों के प्रतिद्वंद्वी। ऋग्वेद में ‘दास’ शब्द का प्रयोग प्रायः उन लोगों के लिए किया गया है जो आर्यों के विरोधी थे, उनकी पूजा पद्धति से भिन्न थे और आर्यों के साथ युद्ध करते थे।
- संदर्भ और विस्तार: कुछ विद्वानों का मानना है कि ‘दास’ उन स्थानीय लोगों के लिए भी प्रयुक्त हुआ है जिन पर आर्यों ने विजय प्राप्त की थी। बाद के वैदिक काल में, ‘दास’ शब्द का प्रयोग शूद्र वर्ण के लिए भी होने लगा।
- गलत विकल्प: वेदों के ज्ञाता ‘आर्य’ कहे जाते थे। शूद्र वर्ण बाद में विकसित हुआ। आर्यों के पुरोहित ‘ऋषि’ या ‘ब्राह्मण’ कहलाते थे।
प्रश्न 17: ‘आगरा’ शहर की स्थापना किसने की थी?
- सिकंदर लोदी
- इब्राहिम लोदी
- बहलोल लोदी
- फिरोज शाह तुगलक
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: सिकंदर लोदी। दिल्ली सल्तनत के लोदी वंश के शासक सिकंदर लोदी (शासनकाल: 1489-1517) को आगरा शहर का संस्थापक माना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: उन्होंने 1504 ईस्वी में आगरा की स्थापना की और इसे अपनी राजधानी बनाया, क्योंकि यह दिल्ली की तुलना में रणनीतिक रूप से अधिक महत्वपूर्ण था और गंगा-यमुना दोआब पर बेहतर नियंत्रण प्रदान करता था।
- गलत विकल्प: इब्राहिम लोदी सिकंदर लोदी का पुत्र था और पानीपत के प्रथम युद्ध में मारा गया। बहलोल लोदी लोदी वंश का संस्थापक था। फिरोजशाह तुगलक तुगलक वंश का शासक था।
प्रश्न 18: भारत छोड़ो आंदोलन (Quit India Movement) का प्रस्ताव कांग्रेस के किस अधिवेशन में पारित हुआ?
- लखनऊ अधिवेशन (1936)
- फैजपुर अधिवेशन (1937)
- कलकत्ता अधिवेशन (1937)
- वर्धा अधिवेशन (1942)
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: वर्धा अधिवेशन (1942)। वर्धा में हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक (अगस्त 1942) में भारत छोड़ो आंदोलन के प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया गया और पारित किया गया।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन के बाद, महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो’ का नारा दिया और 8 अगस्त 1942 को मुंबई में यह आंदोलन प्रारंभ हुआ। इस आंदोलन का उद्देश्य द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारत को तुरंत आज़ादी दिलाना था।
- गलत विकल्प: लखनऊ, फैजपुर और कलकत्ता अधिवेशन पूर्व के हैं और उनका संबंध भारत छोड़ो आंदोलन से नहीं है।
प्रश्न 19: निम्नलिखित में से कौन सा वैदिक काल का प्रमुख व्यवसाय था?
- पशुपालन
- कृषि
- व्यापार
- शिल्पकारी
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: कृषि। यद्यपि ऋग्वैदिक काल में पशुपालन भी महत्वपूर्ण था, लेकिन उत्तर वैदिक काल तक आते-आते कृषि प्रमुख व्यवसाय बन गई थी।
- संदर्भ और विस्तार: कृषि में हल, बैल, और विभिन्न प्रकार की फसलों का उल्लेख मिलता है। लोहे के औजारों के प्रयोग से कृषि का विकास हुआ।
- गलत विकल्प: व्यापार और शिल्पकारी उत्तर वैदिक काल में विकसित हुए, लेकिन कृषि प्राथमिक व्यवसाय बना रहा।
प्रश्न 20: ‘फाहियान’ नामक चीनी यात्री किसके शासनकाल में भारत आया था?
- चंद्रगुप्त मौर्य
- अशोक
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- हर्षवर्धन
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: चंद्रगुप्त द्वितीय (गुप्त वंश)। फाहियान, एक चीनी बौद्ध भिक्षु, 5वीं शताब्दी ईस्वी की शुरुआत में (लगभग 399-414 ईस्वी) गुप्त सम्राट चंद्रगुप्त द्वितीय के शासनकाल के दौरान भारत आया था।
- संदर्भ और विस्तार: उसने अपने यात्रा वृतांत ‘फो-कुओ-की’ (A Record of Buddhist Kingdoms) में तत्कालीन भारतीय समाज, संस्कृति, धर्म और विशेष रूप से गुप्त काल की शासन व्यवस्था का विशद वर्णन किया है।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य के समय मेगास्थनीज आया था। अशोक के समय ह्वेन त्सांग (बाद में) आया था। हर्षवर्धन के शासनकाल में भी ह्वेन त्सांग भारत आया था।
प्रश्न 21: ‘जजिया’ कर को पुनः किसने लागू किया था?
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: औरंगजेब। मुगल बादशाह औरंगजेब (शासनकाल: 1658-1707) ने 1679 ईस्वी में हिंदुओं पर ‘जजिया’ कर को पुनः लागू कर दिया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह कर गैर-मुस्लिम नागरिकों से लिया जाता था। अकबर ने इसे समाप्त कर दिया था, लेकिन औरंगजेब की धार्मिक नीतियों के तहत इसे फिर से लागू किया गया, जिससे धार्मिक तनाव बढ़ा।
- गलत विकल्प: अकबर ने जजिया समाप्त कर दिया था। जहाँगीर और शाहजहाँ ने भी जजिया नहीं लगाया था।
प्रश्न 22: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष कौन थीं?
- सरोजिनी नायडू
- एनी बेसेंट
- इन्दिरा गांधी
- सरला देवी चौधरानी
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: एनी बेसेंट। एनी बेसेंट, एक आयरिश समाज सुधारक और थियोसोफिस्ट, 1917 में कलकत्ता अधिवेशन में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष बनीं।
- संदर्भ और विस्तार: उनका अध्यक्ष बनना भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में एक महत्वपूर्ण घटना थी, जिसने महिला भागीदारी को प्रोत्साहित किया।
- गलत विकल्प: सरोजिनी नायडू 1925 में कानपुर अधिवेशन की अध्यक्ष बनीं और वे पहली भारतीय महिला अध्यक्ष थीं। इंदिरा गांधी बाद में भारत की प्रधानमंत्री बनीं। सरला देवी एक राष्ट्रवादी कार्यकर्ता थीं।
प्रश्न 23: ‘वैदिक युग’ का प्रारंभ कब माना जाता है?
- 1500 ईसा पूर्व
- 1000 ईसा पूर्व
- 600 ईसा पूर्व
- 800 ईसा पूर्व
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1500 ईसा पूर्व। आमतौर पर, ऋग्वैदिक काल (वैदिक युग का पहला चरण) का प्रारंभ लगभग 1500 ईसा पूर्व से माना जाता है, जब आर्य भारत के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में बस गए थे।
- संदर्भ और विस्तार: यह काल ऋग्वेद की रचना का काल है। इसके बाद उत्तर वैदिक काल (1000 ईसा पूर्व – 600 ईसा पूर्व) आता है, जब आर्य पूर्वी गंगा के मैदानों में फैल गए और समाज में बड़े बदलाव आए।
- गलत विकल्प: 1000 ईसा पूर्व उत्तर वैदिक काल की शुरुआत को दर्शाता है। 600 ईसा पूर्व महाजनपदों के उदय का काल है। 800 ईसा पूर्व भी इसी अवधि का हिस्सा है, लेकिन 1500 ईसा पूर्व को वैदिक युग का प्रारंभिक बिंदु माना जाता है।
प्रश्न 24: ‘अकबरनामा’ का लेखक कौन है?
- अबू फजल
- बदायुनी
- फैजी
- अबुल कादिर बदायुनी
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: अबुल फजल। अबुल फजल, मुगल बादशाह अकबर के दरबार के नवरत्नों में से एक थे, उन्होंने अकबर के जीवन और शासनकाल का विस्तृत विवरण ‘अकबरनामा’ में लिखा है।
- संदर्भ और विस्तार: ‘अकबरनामा’ तीन खंडों में विभाजित है। इसका तीसरा खंड ‘आइना-ए-अकबरी’ के नाम से जाना जाता है, जो अकबर की प्रशासनिक व्यवस्था, राजस्व, अर्थव्यवस्था और भू-गोल का विस्तृत वर्णन करता है।
- गलत विकल्प: बदायुनी और फैजी भी अकबर के दरबारी विद्वान थे, लेकिन ‘अकबरनामा’ का मुख्य लेखक अबुल फजल ही था। अबुल कादिर बदायुनी भी एक इतिहासकार थे, जिन्होंने ‘तारीख-ए-बदायुनी’ लिखी।
प्रश्न 25: फ्रांसीसी क्रांति कब हुई?
- 1776
- 1789
- 1815
- 1917
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1789। फ्रांसीसी क्रांति 1789 में शुरू हुई और 1799 तक चली। यह फ्रांस के इतिहास और आधुनिक विश्व के इतिहास में एक युगांतरकारी घटना थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस क्रांति का नारा ‘स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व’ (Liberté, égalité, fraternité) था। इसने राजशाही को उखाड़ फेंका और गणतंत्र की स्थापना की, जिसने पूरे यूरोप और दुनिया को प्रभावित किया।
- गलत विकल्प: 1776 अमेरिकी क्रांति का वर्ष है। 1815 वाटरलू का युद्ध और नेपोलियन का पतन का वर्ष है। 1917 रूसी क्रांति का वर्ष है।