इतिहास की कसौटी: अपनी तैयारी को दें नई उड़ान!
नमस्कार, इतिहास के जिज्ञासुओं! आज फिर हम समय की गलियों में एक रोमांचक यात्रा पर निकल रहे हैं। हर प्रश्न आपको अतीत के एक अनमोल पल से रूबरू कराएगा। तो कमर कस लीजिए, क्योंकि यह आपकी ऐतिहासिक समझ को परखने और उसे नई ऊंचाइयों पर ले जाने का एक अनूठा अवसर है!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और दिए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता का कौन सा स्थल ‘सिंधु का बाग’ (Garden of Sind) या ‘मृतकों का टीला’ (Mound of the Dead) के रूप में जाना जाता था?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगा
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: मोहनजोदड़ो, जिसका अर्थ ‘मृतकों का टीला’ है, सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल था। यह वर्तमान में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है।
- संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो अपने सुनियोजित शहरी ढांचे, महान स्नानागार (Great Bath), अन्नागार (Granary) और कांस्य की नर्तकी (Dancing Girl) की मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है। पुरातत्वविदों ने यहाँ से मिले बड़े पैमाने पर मृत्यु अवशेषों के कारण इसे ‘मृतकों का टीला’ नाम दिया।
- गलत विकल्प: हड़प्पा सभ्यता का पहला खोजा गया स्थल था। लोथल एक महत्वपूर्ण बंदरगाह शहर था, और कालीबंगा जूते हुए खेतों के प्रमाण के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 2: निम्नलिखित में से किस वेद को ‘भारतीय संगीत का जनक’ कहा जाता है?
- ऋग्वेद
- यजुर्वेद
- सामवेद
- अथर्ववेद
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: सामवेद का संबंध भारतीय शास्त्रीय संगीत से है। इसमें अधिकतर ऋग्वेद के श्लोक ही यज्ञों के अवसर पर गाए जाने वाले मंत्रों के रूप में संकलित हैं।
- संदर्भ और विस्तार: सामवेद के मंत्रों का उच्चारण ‘सामगान’ नामक एक विशेष शैली में किया जाता है। इसमें मुख्य रूप से 1875 मंत्र हैं, जिनमें से 187 को छोड़कर बाकी सभी ऋग्वेद से लिए गए हैं।
- गलत विकल्प: ऋग्वेद सबसे प्राचीन वेद है और इसमें स्तुतियों का संग्रह है। यजुर्वेद बलिदान के मंत्रों से संबंधित है, और अथर्ववेद में जादू-टोना, चिकित्सा और दर्शन से संबंधित मंत्र हैं।
प्रश्न 3: चंद्रगुप्त मौर्य के गुरु और प्रमुख सलाहकार कौन थे, जिन्होंने अर्थशास्त्र की रचना की?
- पार्श्वनाथ
- भद्रबाहु
- कौटिल्य (चाणक्य/विष्णुगुप्त)
- वराहमिहिर
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: कौटिल्य, जिन्हें चाणक्य या विष्णुगुप्त के नाम से भी जाना जाता है, चंद्रगुप्त मौर्य के गुरु और महामंत्री थे। उन्होंने ‘अर्थशास्त्र’ नामक ग्रंथ की रचना की, जो शासन, अर्थनीति और कूटनीति का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
- संदर्भ और विस्तार: चाणक्य ने नंद वंश को उखाड़ फेंकने में चंद्रगुप्त की मदद की और मौर्य साम्राज्य की नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अर्थशास्त्र राज्य के संचालन के सिद्धांतों का व्यवस्थित अध्ययन प्रस्तुत करता है।
- गलत विकल्प: पार्श्वनाथ 23वें जैन तीर्थंकर थे। भद्रबाहु एक जैन भिक्षु थे जो चंद्रगुप्त मौर्य के साथ श्रवणबेलगोला गए थे। वराहमिहिर एक प्राचीन भारतीय खगोलशास्त्री और गणितज्ञ थे।
प्रश्न 4: गुप्त काल को ‘भारत का स्वर्ण युग’ क्यों कहा जाता है?
- कला, साहित्य और विज्ञान में अभूतपूर्व प्रगति
- साम्राज्य का अत्यधिक विस्तार
- विदेशी आक्रमणों से पूर्ण सुरक्षा
- शूद्रों को वेदों के अध्ययन की अनुमति
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: गुप्त काल (लगभग 320-550 ईस्वी) को ‘भारत का स्वर्ण युग’ कहा जाता है क्योंकि इस काल में कला, साहित्य, विज्ञान, खगोल विज्ञान, गणित और वास्तुकला के क्षेत्र में असाधारण विकास हुआ।
- संदर्भ और विस्तार: कालिदास जैसे महान कवियों का उदय, आर्यभट्ट द्वारा खगोल विज्ञान और गणित में महत्वपूर्ण योगदान (जैसे शून्य और दशमलव प्रणाली का विकास), और अजंता की गुफाओं की चित्रकला इसी काल की देन है।
- गलत विकल्प: यद्यपि साम्राज्य का विस्तार हुआ, यह एकमात्र कारण नहीं है। विदेशी आक्रमणों से पूर्ण सुरक्षा नहीं थी (जैसे हूण आक्रमण)। शूद्रों को वेदों के अध्ययन की अनुमति देना गुप्त काल की विशेषता नहीं थी, बल्कि यह समाज का एक स्थापित ढाँचा था।
प्रश्न 5: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?
- कृष्णदेवराय
- हरिहर और बुक्का
- देवराय द्वितीय
- अच्युत देवराय
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इन दोनों भाइयों ने अपने गुरु विद्यारण्य के आशीर्वाद से तुंगभद्रा नदी के किनारे इस साम्राज्य की नींव रखी। विजयनगर साम्राज्य दक्षिण भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, विशेषकर अपनी कला, संस्कृति और प्रशासनिक व्यवस्था के लिए।
- गलत विकल्प: कृष्णदेवराय विजयनगर के सबसे महान शासकों में से एक थे, लेकिन उन्होंने साम्राज्य की स्थापना नहीं की थी। देवराय द्वितीय और अच्युत देवराय भी महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन वे हरिहर और बुक्का के बाद आए।
प्रश्न 6: दिल्ली सल्तनत के किस शासक ने ‘दीवान-ए-अर्ज’ (सैन्य विभाग) की स्थापना की थी?
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
- फिरोज शाह तुगलक
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: बलबन (1266-1287 ईस्वी) ने ‘दीवान-ए-अर्ज’ की स्थापना की थी, जो एक स्वतंत्र सैन्य विभाग था।
- संदर्भ और विस्तार: बलबन ने सल्तनत की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा को मजबूत करने के लिए एक शक्तिशाली सेना का गठन किया और इस विभाग को सीधे अपने नियंत्रण में रखा। उसने मंगोलों के बढ़ते खतरे को देखते हुए अपनी सैन्य व्यवस्था को सुदृढ़ किया।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने ‘चालीसा’ (40 सरदारों का समूह) की स्थापना की थी। अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण प्रणाली और स्थायी सेना की शुरुआत की। फिरोजशाह तुगलक ने भी सैन्य सुधार किए, लेकिन ‘दीवान-ए-अर्ज’ का श्रेय बलबन को जाता है।
प्रश्न 7: मुगल बादशाह अकबर ने ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत किस वर्ष की थी?
- 1570
- 1575
- 1581
- 1582
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: मुगल बादशाह अकबर ने 1582 ईस्वी में ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) नामक एक नए धार्मिक विचार की शुरुआत की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह कोई नया धर्म नहीं था, बल्कि विभिन्न धर्मों के सार को मिलाकर एक ऐसा दर्शन था जो सभी धर्मों के अनुयायियों को एक सूत्र में बांधने का प्रयास करता था। इसका उद्देश्य धार्मिक सहिष्णुता और एकता को बढ़ावा देना था, हालाँकि यह व्यापक रूप से सफल नहीं हुआ।
- गलत विकल्प: 1570 में अकबर ने मारवाड़ पर विजय प्राप्त की। 1575 में इबादत खाने की स्थापना की गई, और 1581 में इबादत खाने के द्वार सभी के लिए खोल दिए गए।
प्रश्न 8: यूरोपीय शक्तियों में, भारत में सबसे पहले कौन आए?
- डच
- अंग्रेज
- पुर्तगाली
- फ्रांसीसी
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: यूरोपीय शक्तियों में, पुर्तगाली सबसे पहले भारत आए थे। वास्को डी गामा 1498 में कालीकट पहुँचा था।
- संदर्भ और विस्तार: पुर्तगालियों ने भारत में व्यापार और उपनिवेश स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, विशेषकर मसालों के व्यापार में। उन्होंने गोवा, दमन और दीव जैसे क्षेत्रों पर भी अधिकार किया।
- गलत विकल्प: डच 1602 में, अंग्रेज 1608 में (हालांकि ईस्ट इंडिया कंपनी 1600 में बनी थी), और फ्रांसीसी 1664 में भारत आए।
प्रश्न 9: 1857 के विद्रोह को ‘प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम’ किसने कहा?
- कार्ल मार्क्स
- लॉर्ड कैनिंग
- सर जॉन लॉरेंस
- सर सैयद अहमद खान
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: कार्ल मार्क्स ने 1857 के विद्रोह को ‘प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम’ कहा था।
- संदर्भ और विस्तार: मार्क्स ने अपने लेखन में इस विद्रोह को भारतीय जनता द्वारा ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय उभार के रूप में वर्णित किया, जिसमें किसानों और सैनिकों की भागीदारी थी।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कैनिंग विद्रोह के समय भारत के गवर्नर-जनरल थे। सर जॉन लॉरेंस और सर सैयद अहमद खान ने इस विद्रोह को केवल एक सिपाही विद्रोह के रूप में देखा था।
प्रश्न 10: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पहला अधिवेशन कहाँ आयोजित हुआ था?
- कोलकाता
- दिल्ली
- मुंबई
- मद्रास
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पहला अधिवेशन 28 दिसंबर 1885 को मुंबई (तत्कालीन बंबई) में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन की अध्यक्षता व्योमेश चंद्र बनर्जी ने की थी और इसमें 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। इसकी स्थापना का मुख्य उद्देश्य भारतीयों को राजनीतिक मंच प्रदान करना था।
- गलत विकल्प: कोलकाता, दिल्ली और मद्रास में भी कांग्रेस के महत्वपूर्ण अधिवेशन हुए, लेकिन पहला अधिवेशन मुंबई में हुआ था।
प्रश्न 11: ‘पूर्ण स्वराज’ का नारा कांग्रेस के किस अधिवेशन में अपनाया गया?
- लाहौर अधिवेशन, 1929
- कराची अधिवेशन, 1931
- फैजपुर अधिवेशन, 1936
- रामगढ़ अधिवेशन, 1940
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: ‘पूर्ण स्वराज’ (पूर्ण स्वतंत्रता) का लक्ष्य कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन, 1929 में जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में अपनाया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन में कांग्रेस ने डोमिनियन स्टेटस की मांग को छोड़कर पूर्ण स्वतंत्रता की मांग को अपना मुख्य उद्देश्य बनाया। 26 जनवरी 1930 को ‘पूर्ण स्वराज दिवस’ के रूप में मनाने का भी निर्णय लिया गया।
- गलत विकल्प: कराची अधिवेशन में मौलिक अधिकारों और आर्थिक नीति पर प्रस्ताव पारित हुए। फैजपुर अधिवेशन पहली बार किसी गाँव में हुआ था। रामगढ़ अधिवेशन में व्यक्तिगत सत्याग्रह का प्रस्ताव पारित हुआ।
प्रश्न 12: खिलाफत आंदोलन का नेतृत्व किसने किया?
- महात्मा गांधी
- अली बंधु (मौलाना मोहम्मद अली और मौलाना शौकत अली)
- पंडित मोतीलाल नेहरू
- लाला लाजपत राय
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: खिलाफत आंदोलन का नेतृत्व अली बंधुओं, अर्थात् मौलाना मोहम्मद अली और मौलाना शौकत अली ने किया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह आंदोलन प्रथम विश्व युद्ध के बाद तुर्की के खलीफा के प्रति ब्रिटिश सरकार के रवैये के विरोध में शुरू हुआ था। भारतीय मुसलमानों ने इस आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, और महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन को खिलाफत आंदोलन के साथ जोड़ दिया।
- गलत विकल्प: महात्मा गांधी ने इस आंदोलन को समर्थन दिया, लेकिन नेतृत्व अली बंधुओं ने किया। पंडित मोतीलाल नेहरू और लाला लाजपत राय भी कांग्रेस के प्रमुख नेता थे, लेकिन खिलाफत आंदोलन का मुख्य नेतृत्व अली बंधुओं के हाथों में था।
प्रश्न 13: निम्नलिखित में से किस गवर्नर-जनरल ने ‘डॉक्ट्रिन ऑफ लैप्स’ (व्यपगत का सिद्धांत) की शुरुआत की?
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड हेस्टिंग्स
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: लॉर्ड डलहौजी (1848-1856) ने ‘डॉक्ट्रिन ऑफ लैप्स’ (व्यपगत का सिद्धांत) की शुरुआत की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस सिद्धांत के अनुसार, यदि किसी भारतीय शासक की मृत्यु बिना किसी प्राकृतिक उत्तराधिकारी के हो जाती थी, तो उसके दत्तक पुत्र को मान्यता नहीं दी जाती थी और उस राज्य को ब्रिटिश साम्राज्य में मिला लिया जाता था। इस नीति के तहत सतारा, जयपुर, संबलपुर, नागपुर और झांसी जैसे राज्यों का विलय किया गया, जो 1857 के विद्रोह का एक प्रमुख कारण बना।
- गलत विकल्प: लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने सती प्रथा का उन्मूलन किया। लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया, और लॉर्ड हेस्टिंग्स ने ‘सहायक संधि’ (Subsidiary Alliance) का विस्तार किया।
प्रश्न 14: भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के संबंध में ‘करो या मरो’ का नारा किसने दिया?
- सुभाष चंद्र बोस
- भगत सिंह
- महात्मा गांधी
- सरदार वल्लभभाई पटेल
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: ‘करो या मरो’ (Do or Die) का प्रसिद्ध नारा महात्मा गांधी ने 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान दिया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह नारा भारतीयों को स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए प्रेरित करने हेतु था, जिसमें अहिंसक साधनों का भी उपयोग किया जा सकता था। इसने आंदोलन को एक नई दिशा और ऊर्जा प्रदान की।
- गलत विकल्प: सुभाष चंद्र बोस ने ‘जय हिंद’ का नारा दिया। भगत सिंह ने ‘इंकलाब जिंदाबाद’ का नारा लोकप्रिय बनाया। सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारत के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रश्न 15: ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा’ – यह नारा किसका था?
- लाला लाजपत राय
- बाल गंगाधर तिलक
- गोपाल कृष्ण गोखले
- बिपिन चंद्र पाल
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा’ का प्रसिद्ध नारा लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक का था।
- संदर्भ और विस्तार: उन्होंने इस नारे के माध्यम से भारतीयों में आत्म-शासन की प्रबल इच्छा जगाई और ब्रिटिश शासन के खिलाफ जन-चेतना का प्रसार किया। वे लाल-बाल-पाल (लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक, बिपिन चंद्र पाल) तिकड़ी के प्रमुख नेता थे।
- गलत विकल्प: लाला लाजपत राय और बिपिन चंद्र पाल भी गरम दल के प्रमुख नेता थे, लेकिन यह विशिष्ट नारा तिलक का था। गोपाल कृष्ण गोखले नरम दल के नेता थे।
प्रश्न 16: किस मुगल सम्राट को ‘इतिहासकार’ कहा जाता है?
- अकबर
- जहांगीर
- शाहजहां
- औरंगजेब
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: औरंगजेब को ‘जिंदा पीर’ के रूप में भी जाना जाता था और कुछ इतिहासकार उसे इतिहासकार भी मानते हैं क्योंकि वह स्वयं एक अच्छा लेखक और विद्वान था।
- संदर्भ और विस्तार: हालाँकि, वह अपनी कठोर धार्मिक नीतियों और कला, साहित्य पर नियंत्रण के लिए भी जाना जाता है। ‘इतिहासकार’ विशेषण उसके विद्वतापूर्ण पक्ष को दर्शाता है।
- गलत विकल्प: अकबर कला और साहित्य का संरक्षक था। जहांगीर चित्रकला का प्रेमी था। शाहजहां वास्तुकला का प्रेमी था।
प्रश्न 17: निम्नलिखित में से किसने सती प्रथा को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई?
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड कर्जन
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: लॉर्ड विलियम बेंटिंक, भारत के गवर्नर-जनरल (1828-1835) के रूप में, राजा राम मोहन राय के साथ मिलकर 1829 में सती प्रथा के उन्मूलन में प्रमुख थे।
- संदर्भ और विस्तार: उन्होंने ‘बंगाल सती रेगुलेशन, 1829’ पारित किया, जिसने बंगाल प्रेसीडेंसी में सती प्रथा को अवैध घोषित कर दिया। यह उस समय एक क्रांतिकारी सामाजिक सुधार था।
- गलत विकल्प: अन्य गवर्नर-जनरलों ने अन्य महत्वपूर्ण सुधार किए, लेकिन सती प्रथा के उन्मूलन का श्रेय मुख्य रूप से लॉर्ड विलियम बेंटिंक को जाता है।
प्रश्न 18: गदर पार्टी का मुख्यालय कहाँ स्थित था?
- लंदन
- न्यूयॉर्क
- सैन फ्रांसिस्को
- टोक्यो
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: गदर पार्टी का मुख्यालय संयुक्त राज्य अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में था।
- संदर्भ और विस्तार: गदर पार्टी की स्थापना 1913 में लाला हरदयाल जैसे भारतीय देशभक्तों द्वारा अमेरिका और कनाडा में बसे भारतीयों के बीच ब्रिटिश शासन के खिलाफ क्रांति फैलाने के उद्देश्य से की गई थी। उनका मुख्य प्रकाशन ‘गदर’ नामक उर्दू और पंजाबी भाषा का साप्ताहिक समाचार पत्र था।
- गलत विकल्प: ये अन्य शहर भी महत्वपूर्ण थे, लेकिन गदर पार्टी का मुख्य केंद्र सैन फ्रांसिस्को था।
प्रश्न 19: चीनी यात्री फाहियान किसके शासनकाल में भारत आया था?
- चंद्रगुप्त मौर्य
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- कुमारगुप्त
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: चीनी यात्री फाहियान (Fa-Hien) गुप्त शासक चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) के शासनकाल में भारत आया था (लगभग 399-414 ईस्वी)।
- संदर्भ और विस्तार: फाहियान ने भारत में 15 वर्षों तक यात्रा की और बौद्ध धर्म, समाज, संस्कृति और राजनीतिक स्थिति का विस्तृत विवरण लिखा, विशेषकर पाटलिपुत्र और मथुरा के बारे में।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य के शासनकाल में मेगास्थनीज आया था। समुद्रगुप्त एक शक्तिशाली शासक था, लेकिन उसके शासनकाल में फाहियान नहीं आया था। कुमारगुप्त के समय में हूणों के आक्रमण का भी उल्लेख मिलता है।
प्रश्न 20: ‘इक्ता’ प्रणाली का संबंध किस शासक से था?
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- इल्तुतमिश
- रजिया सुल्तान
- बलबन
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: ‘इक्ता’ प्रणाली को व्यवस्थित रूप देने का श्रेय इल्तुतमिश को जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: इक्ता प्रणाली में, भूमि को विभिन्न इकाइयों में विभाजित किया जाता था जिन्हें ‘इक्ता’ कहा जाता था। इन इक्ताओं को अधिकारियों या सैनिकों को उनके वेतन के बदले में आवंटित किया जाता था, जिससे वे उनसे राजस्व वसूलते थे। इस प्रणाली ने दिल्ली सल्तनत के प्रशासन को मजबूत किया।
- गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक ने सल्तनत की नींव रखी। रजिया सुल्तान दिल्ली सल्तनत की एकमात्र महिला शासक थी, और बलबन ने अपनी राजत्व की धारणा को मजबूत किया।
प्रश्न 21: भारत छोड़ो आंदोलन का प्रस्ताव कांग्रेस के किस अधिवेशन में पारित हुआ?
- दिल्ली अधिवेशन, 1942
- मुंबई अधिवेशन, 1942
- लखनऊ अधिवेशन, 1943
- कानपुर अधिवेशन, 1944
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: भारत छोड़ो आंदोलन का प्रस्ताव 8 अगस्त 1942 को कांग्रेस के मुंबई अधिवेशन (गोवालिया टैंक मैदान) में पारित हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इसी अधिवेशन में महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो’ का नारा दिया था। इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य ब्रिटिश शासन को तत्काल समाप्त करना था।
- गलत विकल्प: दिल्ली, लखनऊ और कानपुर में भी कांग्रेस के अधिवेशन हुए, लेकिन भारत छोड़ो आंदोलन का प्रस्ताव मुंबई अधिवेशन में ही पारित हुआ था।
प्रश्न 22: ‘सूफीवाद’ का प्रमुख केंद्र भारत में कहाँ था?
- अजमेर
- दिल्ली
- जौनपुर
- सहारनपुर
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: अजमेर (राजस्थान) सूफीवाद का एक प्रमुख केंद्र था, विशेषकर ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के कारण।
- संदर्भ और विस्तार: ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती 12वीं शताब्दी के अंत में भारत आए और अजमेर में बस गए। उन्होंने सूफीवाद के चिश्ती संप्रदाय की भारत में शुरुआत की, जिसने भारतीय समाज पर गहरा प्रभाव डाला।
- गलत विकल्प: दिल्ली, जौनपुर और सहारनपुर भी सूफी संतों के महत्वपूर्ण केंद्र रहे, लेकिन अजमेर का महत्व ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के कारण अद्वितीय था।
प्रश्न 23: प्रथम विश्व युद्ध कब से कब तक चला?
- 1914-1918
- 1939-1945
- 1910-1914
- 1918-1922
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: प्रथम विश्व युद्ध 28 जुलाई 1914 को शुरू हुआ और 11 नवंबर 1918 को समाप्त हुआ।
- संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में केंद्रीय शक्तियां (मुख्यतः जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, तुर्की) और मित्र राष्ट्र (मुख्यतः फ्रांस, ब्रिटेन, रूस, इटली, जापान और बाद में संयुक्त राज्य अमेरिका) शामिल थे। इसने विश्व के राजनीतिक मानचित्र को बदल दिया।
- गलत विकल्प: 1939-1945 दूसरा विश्व युद्ध था। अन्य विकल्प गलत समयावधि दर्शाते हैं।
प्रश्न 24: ‘अष्टप्रधान’ का गठन किसने किया था?
- चंद्रगुप्त मौर्य
- अशोक
- समुद्रगुप्त
- शिवाजी
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: ‘अष्टप्रधान’ का गठन मराठा शासक शिवाजी महाराज ने किया था।
- संदर्भ और विस्तार: अष्टप्रधान शिवाजी की मंत्रिपरिषद थी, जिसमें आठ मंत्री शामिल थे जो राज्य के विभिन्न प्रशासनिक कार्यों का निर्वहन करते थे। इनमें पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (गृह सचिव), सुमंत (विदेश मंत्री), सेनापति (सेना प्रमुख), पंडित राव (धार्मिक कार्य), सुमंत (न्यायाधीश) और पंडित राव (मुख्य पुजारी) शामिल थे।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य, अशोक और समुद्रगुप्त मौर्य साम्राज्य के महान शासक थे, लेकिन उन्होंने ‘अष्टप्रधान’ जैसी व्यवस्था लागू नहीं की थी।
प्रश्न 25: भारतीय संविधान में ‘पंचवर्षीय योजनाओं’ का विचार किस देश से लिया गया है?
- रूस
- संयुक्त राज्य अमेरिका
- ब्रिटेन
- कनाडा
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: भारतीय संविधान और आर्थिक नियोजन में ‘पंचवर्षीय योजनाओं’ का विचार सोवियत संघ (रूस) से लिया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: सोवियत संघ ने 1928 में अपनी पहली पंचवर्षीय योजना शुरू की थी, जिसने औद्योगिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारत ने भी आर्थिक विकास को गति देने के लिए इसी मॉडल को अपनाया।
- गलत विकल्प: संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा ने अपने-अपने आर्थिक मॉडल विकसित किए हैं, लेकिन पंचवर्षीय योजनाओं का विचार विशेष रूप से रूस से प्रेरित है।