हीरे का दोगुना: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान के प्रश्न
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण खंड है। यह खंड भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान जैसे विषयों से जुड़े आपके ज्ञान का परीक्षण करता है। ‘Doubling Down on Diamond’ जैसा एक दिलचस्प शीर्षक हमें इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों से संबंधित प्रश्नों का अभ्यास करने के लिए प्रेरित करता है। आइए, इन 25 बहुविकल्पीय प्रश्नों के माध्यम से अपने ज्ञान को परखें और अपनी तैयारी को और मजबूत करें!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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कार्बन का कौन सा अपररूप (allotrope) सबसे कठोर होता है और ‘Doubling Down on Diamond’ जैसे शीर्षकों के संदर्भ में महत्वपूर्ण है?
- (a) ग्रेफाइट
- (b) फुलरीन
- (c) हीरा
- (d) कोयला
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बन के विभिन्न अपररूपों की क्रिस्टल संरचना उनके भौतिक गुणों को निर्धारित करती है।
व्याख्या (Explanation): हीरा एक त्रि-आयामी (three-dimensional) नेटवर्क संरचना में कार्बन परमाणुओं से बना होता है, जहाँ प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से सहसंयोजक बंध (covalent bond) द्वारा जुड़ा होता है। यह मजबूत जाली (lattice) संरचना इसे अत्यंत कठोर बनाती है। ग्रेफाइट की परतदार संरचना इसे नरम बनाती है, और फुलरीन और कोयला भी हीरे जितने कठोर नहीं होते।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे की कठोरता का मुख्य कारण क्या है?
- (a) इसमें आयनिक बंधों की उपस्थिति
- (b) इसमें सहसंयोजक बंधों का एक मजबूत त्रि-आयामी नेटवर्क
- (c) इसकी क्रिस्टल संरचना में मुक्त इलेक्ट्रॉनों की उपस्थिति
- (d) इसमें धातु बंधों की उपस्थिति
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक बंधों की प्रकृति और व्यवस्था पदार्थ के भौतिक गुणों, जैसे कठोरता, को प्रभावित करती है।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, कार्बन परमाणु sp3 संकरण (hybridization) द्वारा एक-दूसरे से मजबूती से जुड़े होते हैं, जिससे एक कठोर, त्रि-आयामी सहसंयोजक नेटवर्क बनता है। यह नेटवर्क टूटता नहीं है, इसलिए हीरा बहुत कठोर होता है। आयनिक, मुक्त इलेक्ट्रॉन या धातु बंध हीरे की संरचना में मौजूद नहीं होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे का अपवर्तनांक (refractive index) उच्च क्यों होता है?
- (a) इसमें इलेक्ट्रॉनों का मुक्त प्रवाह होता है
- (b) इसमें कार्बन परमाणुओं के बीच बहुत कम दूरी होती है
- (c) प्रकाश का इसमें धीमा संचरण होता है
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थ का अपवर्तनांक प्रकाश के संचरण की गति और पदार्थ के भीतर इलेक्ट्रॉनों के व्यवहार से संबंधित होता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे का उच्च अपवर्तनांक (लगभग 2.42) इसकी घनी क्रिस्टल संरचना, कार्बन परमाणुओं के बीच मजबूत सहसंयोजक बंधों और मुक्त इलेक्ट्रॉनों की अनुपस्थिति के कारण होता है। ये कारक प्रकाश को हीरे के माध्यम से धीमी गति से गुजरने के लिए मजबूर करते हैं, जिससे प्रकाश का अधिक मुड़ना (refraction) होता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा हीरा (gemstone) के लिए रंग का कारण बन सकता है, जबकि शुद्ध हीरा रंगहीन होता है?
- (a) नाइट्रोजन अशुद्धियाँ
- (b) सल्फर अशुद्धियाँ
- (c) ऑक्सीजन की उपस्थिति
- (d) कार्बन की अतिरिक्त मात्रा
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थ के रंग अक्सर उसमें मौजूद अशुद्धियों या दोषों के कारण होते हैं जो प्रकाश के अवशोषण को प्रभावित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): हालांकि शुद्ध हीरा रंगहीन होता है, लेकिन जब नाइट्रोजन जैसे तत्व सूक्ष्म मात्रा में उसकी क्रिस्टल जाली में समा जाते हैं, तो वे प्रकाश के अवशोषण को बदलकर हीरे को पीला या भूरा रंग दे सकते हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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एक आदर्श हीरे के चमकने (brilliance) और अग्नि (fire) का कारण क्या है?
- (a) उच्च अपवर्तन और फैलाव
- (b) कम अपवर्तन और फैलाव
- (c) केवल उच्च अपवर्तन
- (d) केवल उच्च फैलाव
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाशिकी में, चमक (brilliance) और अग्नि (fire) किसी रत्न के भीतर प्रकाश के परावर्तन, अपवर्तन और फैलाव से संबंधित हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे का उच्च अपवर्तनांक (brilliance) का कारण बनता है, क्योंकि यह प्रकाश को अंदर फंसाता है और कई बार परावर्तित करता है। उच्च फैलाव (dispersion) विभिन्न तरंग दैर्ध्य (wavelengths) के प्रकाश को अलग-अलग कोणों पर मोड़ने के कारण “अग्नि” या इंद्रधनुषी रंग पैदा करता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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हीरे के सबसे आम अनुप्रयोगों में से एक क्या है, जो इसकी कठोरता का लाभ उठाता है?
- (a) इलेक्ट्रॉनिक्स में अर्धचालक के रूप में
- (b) काटने और पॉलिश करने वाले उपकरणों में
- (c) उच्च तापमान वाले इन्सुलेटर के रूप में
- (d) जैविक इमेजिंग में फ्लोरोसेंट टैग के रूप में
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थों के भौतिक गुण उनके औद्योगिक और व्यावहारिक अनुप्रयोगों को निर्धारित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे की असाधारण कठोरता इसे काँच, पत्थर और अन्य कठोर सामग्री को काटने, पीसने और पॉलिश करने के लिए आदर्श बनाती है। इन अनुप्रयोगों में हीरे को औद्योगिक हीरे के रूप में उपयोग किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे का क्रिस्टल जाली (crystal lattice) किस प्रकार की होती है?
- (a) घन (Cubic)
- (b) षट्कोणीय (Hexagonal)
- (c) चतुष्फलकीय (Tetrahedral)
- (d) त्रिकोणीय (Trigonal)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्रिस्टल संरचना किसी पदार्थ के परमाणुओं की त्रिविमीय व्यवस्था का वर्णन करती है।
व्याख्या (Explanation): हीरे की सबसे आम क्रिस्टल संरचना घन (cubic) होती है, विशेष रूप से हीरा संरचना (diamond cubic structure)। इसमें प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं के साथ चतुष्फलकीय ज्यामिति (tetrahedral geometry) में बंधा होता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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हीरा ऊष्मा का एक उत्कृष्ट चालक (conductor) क्यों है, जबकि ग्रेफाइट भी एक चालक है लेकिन कम?
- (a) हीरे में मजबूत सहसंयोजक बंध होते हैं
- (b) हीरे में कंपन (vibrations) क्रिस्टल जाली के माध्यम से कुशलतापूर्वक संचारित होते हैं
- (c) ग्रेफाइट में मुक्त इलेक्ट्रॉन होते हैं
- (d) उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ठोस पदार्थों में ऊष्मा चालन मुख्य रूप से फोनन (phonons) के माध्यम से होता है, जो क्रिस्टल जाली में कंपन के क्वांटा (quanta) होते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे की अत्यधिक कठोर और नियमित क्रिस्टल संरचना के कारण, फोनन (ऊष्मा के वाहक) कंपन बहुत कुशलता से पूरी जाली में फैल सकते हैं। ग्रेफाइट में भी फोनन होते हैं, लेकिन इसकी परतदार संरचना में परतों के बीच कमजोर बंधन (van der Waals forces) के कारण ऊष्मा का चालन उतना कुशल नहीं होता जितना हीरे में होता है। ग्रेफाइट इलेक्ट्रिकल चालकता के लिए मुक्त इलेक्ट्रॉनों पर अधिक निर्भर करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कार्बन का कौन सा अपररूप (allotrope) विद्युत का सुचालक (conductor) है, जो इलेक्ट्रॉन प्रवाह से संबंधित है?
- (a) हीरा
- (b) ग्रेफाइट
- (c) फुलरीन
- (d) दोनों (b) और (c)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता पदार्थ में मुक्त इलेक्ट्रॉनों की उपस्थिति पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): ग्रेफाइट में, कार्बन परमाणु sp2 संकरणित होते हैं, और प्रत्येक परमाणु से एक अन-हाइब्रिडाइज्ड p-इलेक्ट्रॉन होता है जो पाई (π) प्रणाली में विस्थापित (delocalized) होता है, जिससे यह विद्युत का सुचालक बनता है। कुछ फुलरीन, जैसे C60, को डोप (dope) करने पर भी विद्युत चालकता प्रदर्शित कर सकते हैं। हीरा, जिसमें सभी इलेक्ट्रॉन सहसंयोजक बंधों में बंधे होते हैं, विद्युत का कुचालक (insulator) होता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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हीरे के संश्लेषण (synthesis) के लिए निम्नलिखित में से कौन सी विधि उपयोग की जाती है, जिसमें उच्च दबाव और उच्च तापमान शामिल है?
- (a) रासायनिक वाष्प जमाव (Chemical Vapor Deposition – CVD)
- (b) उच्च दबाव, उच्च तापमान (High Pressure, High Temperature – HPHT)
- (c) अवक्षेपण (Precipitation)
- (d) क्रिस्टलीकरण (Crystallization)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थ के भौतिक रूप (जैसे क्रिस्टल) को बदलने या बनाने के लिए नियंत्रित परिस्थितियाँ (जैसे तापमान और दबाव) आवश्यक होती हैं।
व्याख्या (Explanation): HPHT विधि में, कार्बन स्रोत (जैसे ग्रेफाइट) को उच्च दबाव (5-6 GPa) और उच्च तापमान (1300-1600°C) के तहत रखा जाता है, जो प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले हीरे के निर्माण के समान होता है। CVD विधि का उपयोग भी हीरे बनाने के लिए किया जाता है, लेकिन इसमें आमतौर पर कम दबाव की आवश्यकता होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एक रत्न की “अग्नि” (fire) का क्या अर्थ है?
- (a) रत्न की सतह की चमक
- (b) रत्न का रंग
- (c) रत्न के माध्यम से गुजरने वाले प्रकाश का इंद्रधनुषी रंगों में विभाजन
- (d) रत्न की कठोरता
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रत्न की ऑप्टिकल प्रॉपर्टीज (optical properties) उसमें प्रकाश के व्यवहार से निर्धारित होती हैं।
व्याख्या (Explanation): रत्न की “अग्नि” (fire) का मतलब है कि जब प्रकाश रत्न से होकर गुजरता है, तो यह अपने घटक रंगों (तरंग दैर्ध्य) में विभाजित हो जाता है, जिससे इंद्रधनुषी प्रभाव दिखाई देता है। यह घटना फैलाव (dispersion) के कारण होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कार्बन का एक और अपररूप, फुलरीन (Fullerenes), जिनकी खोज 1985 में हुई थी, की संरचना अक्सर किससे मिलती-जुलती है?
- (a) एक घन
- (b) एक फुटबॉल (Soccer ball)
- (c) एक षट्भुज (Hexagon)
- (d) एक पिरामिड (Pyramid)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बन के नए अपररूपों की खोज ने रसायन विज्ञान में महत्वपूर्ण प्रगति की है, और उनकी संरचनाएँ विशिष्ट ज्यामितीय आकृतियाँ प्रदर्शित करती हैं।
व्याख्या (Explanation): सबसे प्रसिद्ध फुलरीन C60 है, जिसे बकीबॉल (Buckminsterfullerene) भी कहा जाता है। इसकी संरचना 12 पंचभुज (pentagons) और 20 षट्भुज (hexagons) से बनी होती है, जो एक फुटबॉल की तरह एक बंद गोलाकार या दीर्घवृत्ताकार अणु बनाती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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निम्न में से कौन सा पदार्थ एक अच्छा विद्युत रोधक (electrical insulator) है?
- (a) तांबा
- (b) एल्यूमीनियम
- (c) रबर
- (d) लोहा
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत रोधक ऐसे पदार्थ होते हैं जिनमें आवेश वाहक (charge carriers) आसानी से प्रवाहित नहीं हो सकते।
व्याख्या (Explanation): रबर एक बहुलक (polymer) है जिसमें इलेक्ट्रॉनों का मुक्त प्रवाह नहीं होता है, इसलिए यह विद्युत का एक अच्छा रोधक है। तांबा, एल्यूमीनियम और लोहा धातुएं हैं जिनमें मुक्त इलेक्ट्रॉन होते हैं और वे विद्युत के सुचालक हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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ध्वनि की गति निम्नलिखित में से किस माध्यम में सर्वाधिक होती है?
- (a) हवा
- (b) पानी
- (c) लोहा
- (d) निर्वात (Vacuum)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि तरंगें माध्यम के कणों के कंपन द्वारा संचरित होती हैं, और माध्यम का घनत्व और प्रत्यास्थता (elasticity) ध्वनि की गति को प्रभावित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि की गति माध्यम के कणों के बीच की दूरी और उनके बीच लगने वाले बल पर निर्भर करती है। ठोस पदार्थों में, कण एक-दूसरे के करीब होते हैं और मजबूत अंतरा-आणविक बलों (intermolecular forces) से बंधे होते हैं, जिससे कंपन आसानी से फैलते हैं। इसलिए, ध्वनि की गति ठोस (जैसे लोहा) > द्रव (जैसे पानी) > गैस (जैसे हवा) होती है। निर्वात में ध्वनि संचरित नहीं हो सकती।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) के दौरान, पौधे वायुमंडल से कौन सी गैस लेते हैं?
- (a) ऑक्सीजन
- (b) नाइट्रोजन
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड
- (d) हाइड्रोजन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पौधे सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके पानी और कार्बन डाइऑक्साइड से अपना भोजन (ग्लूकोज) बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के समीकरण में, कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) और पानी (H2O) अभिकारक (reactants) के रूप में उपयोग किए जाते हैं। पौधे अपनी पत्तियों में मौजूद रंध्रों (stomata) के माध्यम से कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं, और प्रकाश ऊर्जा का उपयोग करके इसे शर्करा (sugar) में परिवर्तित करते हैं, जिससे ऑक्सीजन (O2) सह-उत्पाद (by-product) के रूप में निकलती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (gland) कौन सी है?
- (a) अग्न्याशय (Pancreas)
- (b) थायरॉयड (Thyroid)
- (c) यकृत (Liver)
- (d) अधिवृक्क (Adrenal)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर में विभिन्न ग्रंथियाँ होती हैं जो विभिन्न कार्यों के लिए हार्मोन या अन्य पदार्थों का स्राव करती हैं; उनका आकार उनके कार्य में भिन्न हो सकता है।
व्याख्या (Explanation): यकृत (Liver) मानव शरीर में सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि है। यह कई महत्वपूर्ण कार्य करता है, जैसे पित्त का उत्पादन, चयापचय (metabolism), और विषाक्त पदार्थों को हटाना।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पेशी संकुचन (muscle contraction) के लिए कौन सा खनिज आवश्यक है?
- (a) सोडियम
- (b) पोटेशियम
- (c) कैल्शियम
- (d) मैग्नीशियम
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कैल्शियम आयन (Ca2+) पेशी कोशिकाओं के संकुचन और शिथिलन (relaxation) में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
व्याख्या (Explanation): जब एक तंत्रिका आवेग (nerve impulse) पेशी फाइबर तक पहुंचता है, तो यह पेशी कोशिकाओं के भीतर कैल्शियम आयनों को मुक्त करता है। यह कैल्शियम आयन एक्टिन (actin) और मायोसिन (myosin) नामक प्रोटीन के बीच संपर्क को सक्षम करते हैं, जिससे पेशी संकुचित होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव रक्त का pH मान सामान्यतः कितना होता है?
- (a) 6.0 – 6.8
- (b) 7.35 – 7.45
- (c) 8.0 – 8.5
- (d) 5.5 – 6.0
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH स्केल किसी विलयन की अम्लता या क्षारकता को मापता है। शरीर के तरल पदार्थ एक संकीर्ण pH सीमा के भीतर बनाए रखे जाते हैं।
व्याख्या (Explanation): मानव रक्त थोड़ा क्षारीय (alkaline) होता है, जिसका सामान्य pH मान 7.35 से 7.45 के बीच होता है। यह संकीर्ण सीमा शरीर के कई महत्वपूर्ण चयापचय कार्यों को बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव के कान का कौन सा भाग ध्वनि तरंगों को विद्युत संकेतों में परिवर्तित करता है?
- (a) कर्णपाली (Auricle/Pinna)
- (b) श्रवण नहर (Auditory Canal)
- (c) मध्य कान (Middle Ear)
- (d) अंतःकर्ण (Inner Ear) – विशेष रूप से कॉकलिया (Cochlea)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): श्रवण प्रक्रिया में, यांत्रिक कंपन (ध्वनि तरंगें) को तंत्रिका तंत्र द्वारा व्याख्या की जा सकने वाली विद्युत उत्तेजनाओं में परिवर्तित किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): अंतःकर्ण में स्थित कॉकलिया, एक तरल पदार्थ से भरी सर्पिल संरचना है, जिसमें संवेदी बाल कोशिकाएँ (sensory hair cells) होती हैं। जब ध्वनि तरंगें कॉकलिया में तरल पदार्थ में कंपन पैदा करती हैं, तो ये बाल कोशिकाएँ उत्तेजित होती हैं और तंत्रिका आवेग उत्पन्न करती हैं, जिन्हें मस्तिष्क द्वारा ध्वनि के रूप में व्याख्या किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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मानव शरीर में ऑक्सीजन का परिवहन मुख्य रूप से किसके द्वारा होता है?
- (a) प्लाज्मा
- (b) श्वेत रक्त कोशिकाएँ (White Blood Cells)
- (c) लाल रक्त कोशिकाएँ (Red Blood Cells) – हीमोग्लोबिन
- (d) प्लेटलेट्स (Platelets)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रक्त में विभिन्न घटक विभिन्न कार्य करते हैं; ऑक्सीजन का परिवहन एक विशिष्ट प्रोटीन द्वारा किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): लाल रक्त कोशिकाओं (RBCs) में हीमोग्लोबिन नामक एक प्रोटीन होता है। हीमोग्लोबिन ऑक्सीजन के साथ मिलकर ऑक्सीहीमोग्लोबिन (oxyhemoglobin) बनाता है, और यह ऑक्सीजन को फेफड़ों से शरीर के ऊतकों तक ले जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पौधों में जल का संवहन (transport) मुख्य रूप से किस ऊतक (tissue) द्वारा होता है?
- (a) जाइलम (Xylem)
- (b) फ्लोएम (Phloem)
- (c) पैरेन्काइमा (Parenchyma)
- (d) स्क्लेरेन्काइमा (Sclerenchyma)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पौधों में संवहन ऊतक विशिष्ट कार्य करते हैं, जैसे जल और पोषक तत्वों का परिवहन।
व्याख्या (Explanation): जाइलम पौधों में जल और घुले हुए खनिजों के ऊर्ध्वाधर संवहन (upward transport) के लिए जिम्मेदार प्राथमिक ऊतक है, जो जड़ों से तने और पत्तियों तक पहुँचता है। फ्लोएम शर्करा और अन्य कार्बनिक पोषक तत्वों का परिवहन करता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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विटामिन डी का मुख्य स्रोत क्या है?
- (a) खट्टे फल
- (b) सूर्य का प्रकाश
- (c) हरी पत्तेदार सब्जियां
- (d) डेयरी उत्पाद
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कुछ विटामिन हमारे शरीर द्वारा संश्लेषित किए जा सकते हैं या बाहरी स्रोतों से प्राप्त किए जा सकते हैं, और उनके स्रोत अक्सर उनके कार्यों से जुड़े होते हैं।
व्याख्या (Explanation): विटामिन डी, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, मुख्य रूप से सूर्य के प्रकाश के संपर्क में आने पर त्वचा द्वारा संश्लेषित होता है। डेयरी उत्पाद, मछली और अंडे इसके कुछ आहार स्रोत हैं, लेकिन सूर्य का प्रकाश सबसे प्रमुख स्रोत है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में सबसे छोटी हड्डी (bone) कौन सी है?
- (a) फीमर (Femur)
- (b) टिबिया (Tibia)
- (c) स्टेप्स (Stapes)
- (d) पटेला (Patella)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कंकाल प्रणाली में विभिन्न हड्डियाँ विभिन्न आकार और कार्य करती हैं।
व्याख्या (Explanation): स्टेप्स (या स्टेपीज) मध्य कान में पाई जाने वाली सबसे छोटी हड्डी है। यह ध्वनि कंपन को अंतःकर्ण तक संचारित करने में मदद करती है। फीमर जांघ की सबसे बड़ी हड्डी है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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चुंबकीय क्षेत्र (magnetic field) की इकाई क्या है?
- (a) वेबर (Weber)
- (b) टेस्ला (Tesla)
- (c) हेनरी (Henry)
- (d) जूल (Joule)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भौतिकी में, विभिन्न मापों के लिए विशिष्ट मानक इकाइयाँ परिभाषित की गई हैं।
व्याख्या (Explanation): चुंबकीय क्षेत्र की शक्ति को मापने के लिए एसआई (SI) इकाई टेस्ला (T) है। वेबर (Wb) चुंबकीय प्रवाह (magnetic flux) की इकाई है, और हेनरी (H) प्रेरकत्व (inductance) की इकाई है। जूल (J) ऊर्जा की इकाई है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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आनुवंशिकता (heredity) की मूल इकाई क्या है?
- (a) कोशिका (Cell)
- (b) ऊतक (Tissue)
- (c) जीन (Gene)
- (d) प्रोटीन (Protein)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आनुवंशिकी का अध्ययन उन इकाइयों से संबंधित है जो माता-पिता से संतानों तक लक्षणों को प्रसारित करती हैं।
व्याख्या (Explanation): जीन डीएनए (DNA) के खंड होते हैं जो विशिष्ट प्रोटीन बनाने के लिए कोड करते हैं और आनुवंशिक लक्षणों के वाहक होते हैं। ये लक्षण माता-पिता से संतानों में पारित होते हैं, जिससे आनुवंशिकता का निर्धारण होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।