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सामान्य विज्ञान की तैयारी: ब्रह्मांड के रहस्यों से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न

सामान्य विज्ञान की तैयारी: ब्रह्मांड के रहस्यों से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न

परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। ब्रह्मांड की उत्पत्ति से लेकर जीवन के मूलभूत कणों तक, विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों की गहरी समझ आपकी तैयारी को और मजबूत बना सकती है। यहाँ हम वैज्ञानिकों द्वारा ब्रह्मांड के पहले अणु के पुन: निर्माण की हालिया खबर को एक प्रेरणा के रूप में लेते हुए, भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के 25 महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न प्रस्तुत कर रहे हैं, जो आपकी परीक्षा की तैयारी में सहायक होंगे।


सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)

  1. सूर्य के कोर (Core) में होने वाली प्राथमिक प्रक्रिया क्या है जो ऊर्जा उत्पन्न करती है?

    • (a) परमाणु विखंडन (Nuclear Fission)
    • (b) परमाणु संलयन (Nuclear Fusion)
    • (c) रासायनिक दहन (Chemical Combustion)
    • (d) गुरुत्वाकर्षण संपीड़न (Gravitational Compression)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): परमाणु संलयन वह प्रक्रिया है जिसमें दो हल्के परमाणु नाभिक मिलकर एक भारी नाभिक बनाते हैं, जिससे भारी मात्रा में ऊर्जा निकलती है।

    व्याख्या (Explanation): सूर्य के कोर में अत्यधिक उच्च तापमान और दबाव के कारण हाइड्रोजन के परमाणु हीलियम में संलयित होते हैं। यह प्रक्रिया प्रकाश और ऊष्मा के रूप में ऊर्जा उत्पन्न करती है। परमाणु विखंडन भारी नाभिक को तोड़ता है, रासायनिक दहन में रासायनिक बंध टूटते हैं, और गुरुत्वाकर्षण संपीड़न संपीड़न से ऊर्जा उत्पन्न करता है, लेकिन सूर्य का मुख्य ऊर्जा स्रोत संलयन है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  2. “ब्रह्मांड का पहला अणु” (Universe’s first molecule) के पुन: निर्माण से संबंधित प्रश्न किस भौतिकी या रसायन विज्ञान के क्षेत्र से जुड़े हैं?

    • (a) क्वांटम यांत्रिकी (Quantum Mechanics)
    • (b) खगोल भौतिकी (Astrophysics) और खगोल रसायन विज्ञान (Astrochemistry)
    • (c) ऊष्मप्रवैगिकी (Thermodynamics)
    • (d) सांख्यिकीय यांत्रिकी (Statistical Mechanics)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): खगोल भौतिकी ब्रह्मांडीय पिंडों की भौतिकी का अध्ययन करती है, जबकि खगोल रसायन विज्ञान ब्रह्मांड में रासायनिक तत्वों और यौगिकों के निर्माण, विकास और व्यवहार का अध्ययन करती है।

    व्याख्या (Explanation): ब्रह्मांड के पहले अणुओं का निर्माण तब हुआ जब ब्रह्मांड ठंडा हुआ और सरल परमाणु एक साथ बंध बनाने लगे। इन अणुओं के पुन: निर्माण का अध्ययन इन दोनों क्षेत्रों के अंतर्गत आता है, क्योंकि यह प्रारंभिक ब्रह्मांड की भौतिक और रासायनिक स्थितियों को समझने में मदद करता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  3. अंतरिक्ष में तारों द्वारा उत्पादित ऊर्जा का मुख्य स्रोत क्या है?

    • (a) गुरुत्वाकर्षण (Gravity)
    • (b) विद्युत चुम्बकीय विकिरण (Electromagnetic Radiation)
    • (c) नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion)
    • (d) रासायनिक अभिक्रियाएँ (Chemical Reactions)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): तारों के कोर में अत्यधिक तापमान और दबाव पर, हाइड्रोजन के परमाणु मिलकर हीलियम बनाते हैं, जिससे ऊर्जा मुक्त होती है। यह प्रक्रिया नाभिकीय संलयन कहलाती है।

    व्याख्या (Explanation): तारे विशाल गैस के गोले हैं जिनमें नाभिकीय संलयन के माध्यम से ऊर्जा उत्पन्न होती है। यह ऊर्जा प्रकाश और ऊष्मा के रूप में उत्सर्जित होती है, जिससे तारे चमकते हैं। गुरुत्वाकर्षण उन्हें एक साथ बांधे रखता है, लेकिन ऊर्जा का स्रोत नहीं है। विद्युत चुम्बकीय विकिरण ऊर्जा का एक रूप है, लेकिन स्रोत नहीं। रासायनिक अभिक्रियाएँ तारों के कोर में होने वाली ऊर्जा के लिए पर्याप्त शक्तिशाली नहीं होती हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  4. पहला अणु, हीलियम हाइड्राइड (HeH+), के निर्माण से क्या संकेत मिलता है?

    • (a) ब्रह्मांड की शुरुआत में केवल बहुत ही सरल तत्व मौजूद थे।
    • (b) ब्रह्मांडीय धूल ने तारों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
    • (c) ब्लैक होल पहली रासायनिक अभिक्रियाओं के लिए जिम्मेदार थे।
    • (d) प्रारंभिक ब्रह्मांड में केवल धातुएँ मौजूद थीं।

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): बिग बैंग के तुरंत बाद, ब्रह्मांड मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम से बना था। पहले अणु तब बने जब ब्रह्मांड ठंडा हुआ और इन सरल तत्वों के बीच रासायनिक बंध बनने लगे।

    व्याख्या (Explanation): हीलियम हाइड्राइड (HeH+) ब्रह्मांड के सबसे पहले बनने वाले अणुओं में से एक माना जाता है, क्योंकि यह सबसे सरल संभव आयनिक अणु है जो ब्रह्मांड के प्रारंभिक तत्वों (हाइड्रोजन और हीलियम) से बन सकता है। इसके पुन: निर्माण से यह पुष्टि होती है कि प्रारंभिक ब्रह्मांड में केवल बहुत ही सरल परमाणु और उनके यौगिक ही संभव थे।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  5. भौतिकी के किस सिद्धांत का उपयोग ब्रह्मांड के पहले अणु के निर्माण की व्याख्या के लिए किया जा सकता है?

    • (a) ऊष्मप्रवैगिकी का दूसरा नियम (Second Law of Thermodynamics)
    • (b) क्वांटम यांत्रिकी (Quantum Mechanics)
    • (c) न्यूटन के गति के नियम (Newton’s Laws of Motion)
    • (d) विद्युत चुम्बकीय प्रेरण (Electromagnetic Induction)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): क्वांटम यांत्रिकी परमाणुओं और अणुओं के व्यवहार, उनकी संरचना, बंध निर्माण और ऊर्जा स्तरों का वर्णन करती है।

    व्याख्या (Explanation): अणुओं का निर्माण इलेक्ट्रॉन और नाभिक के बीच विद्युत चुम्बकीय बलों के कारण होता है, और इन बंधों की स्थिरता और ऊर्जा को क्वांटम यांत्रिकी के नियमों द्वारा समझाया जाता है। इसलिए, ब्रह्मांड के पहले अणु (HeH+) के निर्माण और गुणों की व्याख्या के लिए क्वांटम यांत्रिकी आवश्यक है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  6. रसायन विज्ञान में, “बंध ऊर्जा” (Bond Energy) से आप क्या समझते हैं?

    • (a) किसी परमाणु के नाभिक से इलेक्ट्रॉन को निकालने के लिए आवश्यक ऊर्जा।
    • (b) एक रासायनिक बंध को तोड़ने के लिए आवश्यक ऊर्जा।
    • (c) रासायनिक अभिक्रिया के दौरान मुक्त होने वाली ऊर्जा।
    • (d) एक परमाणु की आयनीकरण ऊर्जा।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): बंध ऊर्जा वह ऊर्जा है जो दो परमाणुओं के बीच बने रासायनिक बंध को तोड़ने या बनाने के लिए आवश्यक होती है।

    व्याख्या (Explanation): किसी भी रासायनिक बंध को तोड़ने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है, और यह ऊर्जा उस बंध की मजबूती को दर्शाती है। जब बंध बनता है, तो उतनी ही ऊर्जा मुक्त होती है। इसलिए, बंध ऊर्जा किसी अणु की स्थिरता का एक महत्वपूर्ण मापक है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  7. जीव विज्ञान में, कोशिका के अंदर ऊर्जा का प्राथमिक “सिक्का” (currency) किसे माना जाता है?

    • (a) ग्लूकोज (Glucose)
    • (b) एडिनोसिन ट्राइफॉस्फेट (ATP)
    • (c) ऑक्सीजन (Oxygen)
    • (d) डीएनए (DNA)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): एडिनोसिन ट्राइफॉस्फेट (ATP) एक न्यूक्लियोटाइड है जो सभी जीवित कोशिकाओं में ऊर्जा हस्तांतरण का प्राथमिक स्रोत है।

    व्याख्या (Explanation): ATP का उपयोग कोशिकाओं द्वारा विभिन्न प्रक्रियाओं को चलाने के लिए किया जाता है, जैसे कि पेशी संकुचन, तंत्रिका आवेगों का संचरण, और रासायनिक संश्लेषण। इसे कोशिका की ऊर्जा मुद्रा कहा जाता है क्योंकि यह आसानी से ऊर्जा को संग्रहित और जारी कर सकता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  8. प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) की प्रक्रिया में, पौधे मुख्य रूप से किस गैस का उपयोग करते हैं?

    • (a) ऑक्सीजन (Oxygen)
    • (b) नाइट्रोजन (Nitrogen)
    • (c) कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon Dioxide)
    • (d) मीथेन (Methane)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पौधे सूर्य के प्रकाश, पानी और कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करके अपना भोजन (ग्लूकोज) बनाते हैं और ऑक्सीजन मुक्त करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): कार्बन डाइऑक्साइड वायुमंडल से अवशोषित की जाती है और क्लोरोफिल की उपस्थिति में, सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके इसे ग्लूकोज में परिवर्तित किया जाता है। ऑक्सीजन इस प्रक्रिया का उप-उत्पाद है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  9. DNA का वह कौन सा खंड है जो एक विशिष्ट प्रोटीन बनाने के लिए आनुवंशिक जानकारी रखता है?

    • (a) न्यूक्लियोटाइड (Nucleotide)
    • (b) क्रोमोसोम (Chromosome)
    • (c) जीन (Gene)
    • (d) जीन (Genome)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जीन DNA का एक खंड होता है जिसमें एक विशिष्ट प्रोटीन के संश्लेषण के लिए कोडित जानकारी होती है।

    व्याख्या (Explanation): DNA एक लंबी श्रृंखला है जो न्यूक्लियोटाइड से बनी होती है। जीन्स इस DNA श्रृंखला के विशिष्ट भाग होते हैं जो यह निर्धारित करते हैं कि कौन सा प्रोटीन बनेगा, और यही प्रोटीन शरीर के विभिन्न कार्यों के लिए आवश्यक होते हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  10. पदार्थ की वह अवस्था क्या है जो ब्रह्मांड के सबसे ठंडे और सघनतम स्थानों में पाई जा सकती है, जहाँ परमाणु एक साथ बंधे हुए नहीं होते बल्कि एक “क्वांटम सूप” बनाते हैं?

    • (a) प्लाज्मा (Plasma)
    • (b) बोस-आइंस्टीन कंडेनसेट (Bose-Einstein Condensate)
    • (c) सुपरफ्लुइड (Superfluid)
    • (d) फर्मिऑन कंडेनसेट (Fermion Condensate)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): बोस-आइंस्टीन कंडेनसेट (BEC) पदार्थ की एक अवस्था है जो तब बनती है जब फर्मिऑन (bosons) नामक कणों को परम शून्य (absolute zero) के करीब अत्यंत निम्न तापमान पर ठंडा किया जाता है। इस अवस्था में, कण सामूहिक रूप से एक ही क्वांटम अवस्था में आ जाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): प्रारंभिक ब्रह्मांड में, जैसे-जैसे ब्रह्मांड ठंडा हो रहा था, सबसे पहले अणु बनने से पहले, बहुत ही कम तापमान पर बोस-आइंस्टीन कंडेनसेट जैसी अवस्थाएँ संभव हो सकती थीं, जहाँ कणों का व्यवहार क्वांटम यांत्रिकी के नियमों द्वारा सामूहिक रूप से वर्णित होता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  11. ऊष्मप्रवैगिकी का शून्यवाँ नियम (Zeroth Law of Thermodynamics) क्या बताता है?

    • (a) ऊर्जा को न तो बनाया जा सकता है, न ही नष्ट किया जा सकता है, केवल बदला जा सकता है।
    • (b) यदि दो निकाय किसी तीसरे निकाय के साथ तापीय संतुलन में हैं, तो वे आपस में भी तापीय संतुलन में होंगे।
    • (c) किसी बंद निकाय की कुल एन्ट्रॉपी (entropy) समय के साथ कभी कम नहीं हो सकती।
    • (d) पूर्ण शून्य (absolute zero) तापमान पर किसी भी निकाय की एन्ट्रॉपी शून्य होती है।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ऊष्मप्रवैगिकी का शून्यवाँ नियम तापीय संतुलन की अवधारणा को परिभाषित करता है, जो तापमान के माप का आधार है।

    व्याख्या (Explanation): यह नियम बताता है कि यदि वस्तु A वस्तु B के साथ ऊष्मा के मामले में संतुलन में है, और वस्तु B वस्तु C के साथ संतुलन में है, तो वस्तु A और C भी एक-दूसरे के साथ ऊष्मा के मामले में संतुलन में होंगे। यह थर्मामीटर के काम करने का मूलभूत सिद्धांत है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  12. रसायन विज्ञान में, “ऑक्सीकरण” (Oxidation) का अर्थ क्या है?

    • (a) किसी पदार्थ में इलेक्ट्रॉनों का लाभ (gain of electrons)।
    • (b) किसी पदार्थ में ऑक्सीजन का लाभ या हाइड्रोजन का नुकसान।
    • (c) किसी पदार्थ में प्रोटॉन का नुकसान।
    • (d) किसी पदार्थ में ऊष्मीय ऊर्जा का अवशोषण।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ऑक्सीकरण को पारंपरिक रूप से किसी पदार्थ में ऑक्सीजन के जुड़ने या हाइड्रोजन के हटने के रूप में परिभाषित किया गया था। आधुनिक परिभाषा इलेक्ट्रॉनों के नुकसान पर आधारित है।

    व्याख्या (Explanation): दोनों परिभाषाएँ मान्य हैं, लेकिन दूसरी परिभाषा अधिक व्यापक है। ऑक्सीकरण में किसी परमाणु या अणु द्वारा इलेक्ट्रॉनों को खोना शामिल है, जिससे उसकी ऑक्सीकरण अवस्था बढ़ जाती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  13. जीव विज्ञान में, वह प्रक्रिया जिसके द्वारा एक कोशिका अपने आनुवंशिक सामग्री (DNA) की सटीक प्रतिलिपि बनाती है, क्या कहलाती है?

    • (a) ट्रांसक्रिप्शन (Transcription)
    • (b) ट्रांसलेशन (Translation)
    • (c) रेप्लीकेशन (Replication)
    • (d) म्यूटेशन (Mutation)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): DNA रेप्लीकेशन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा DNA अणु स्वयं की एक समान प्रतिलिपि बनाता है, जिससे कोशिका विभाजन के लिए आनुवंशिक सामग्री की दो समान प्रतियाँ तैयार होती हैं।

    व्याख्या (Explanation): ट्रांसक्रिप्शन DNA से RNA बनाता है, और ट्रांसलेशन RNA से प्रोटीन बनाता है। म्यूटेशन DNA अनुक्रम में परिवर्तन है। रेप्लीकेशन DNA की प्रतिलिपि बनाने की प्रक्रिया है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  14. ब्रह्मांड के प्रारंभिक क्षणों में, “आदिम सूप” (primordial soup) की परिकल्पना निम्नलिखित में से किस विकास से संबंधित है?

    • (a) तारे और आकाशगंगाओं का निर्माण
    • (b) पहले जीवित जीवों का विकास
    • (c) गुरुत्वाकर्षण तरंगों की खोज
    • (d) डार्क मैटर की पहचान

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): आदिम सूप परिकल्पना यह बताती है कि पृथ्वी के प्रारंभिक वातावरण में मौजूद अकार्बनिक यौगिकों से, ऊर्जा के स्रोतों (जैसे बिजली, पराबैंगनी विकिरण) की उपस्थिति में, पहले कार्बनिक अणु और फिर जीवन के सरल रूप विकसित हुए।

    व्याख्या (Explanation): यह परिकल्पना जीवन की उत्पत्ति के अध्ययन से संबंधित है, जहाँ पृथ्वी के प्रारंभिक महासागरों को “आदिम सूप” के रूप में वर्णित किया गया था जिसमें जीवन के लिए आवश्यक निर्माण खंड मौजूद थे।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  15. पदार्थ की चौथी अवस्था (Fourth State of Matter) क्या है, जिसमें परमाणु आयनित (ionized) होते हैं और मुक्त इलेक्ट्रॉन होते हैं?

    • (a) ठोस (Solid)
    • (b) द्रव (Liquid)
    • (c) गैस (Gas)
    • (d) प्लाज्मा (Plasma)

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्लाज्मा पदार्थ की वह अवस्था है जो गैस को अत्यधिक उच्च तापमान या विद्युत क्षेत्र से गुजरने पर बनती है, जिससे परमाणु अपने इलेक्ट्रॉनों से आयनित हो जाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): प्लाज्मा ब्रह्मांड में सबसे प्रचुर मात्रा में पाई जाने वाली पदार्थ की अवस्था है (जैसे सूर्य और तारे)। यह विद्युत का संचालन कर सकता है और विद्युत चुम्बकीय क्षेत्रों के प्रति प्रतिक्रिया करता है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  16. रसायन विज्ञान में, “pH मान” क्या मापता है?

    • (a) किसी विलयन में हाइड्रोजन आयनों (H+) की सांद्रता।
    • (b) किसी विलयन में हाइड्रॉक्साइड आयनों (OH-) की सांद्रता।
    • (c) किसी विलयन की विद्युत चालकता।
    • (d) किसी विलयन में घुले हुए ठोस पदार्थों की मात्रा।

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): pH स्केल एक अम्लता या क्षारकता का माप है, जो विलयन में हाइड्रोजन आयनों (H+) की सांद्रता को दर्शाता है।

    व्याख्या (Explanation): pH = -log[H+]। 7 से कम pH अम्लीय होता है, 7 उदासीन होता है, और 7 से अधिक क्षारीय (alkaline) होता है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  17. जीव विज्ञान में, “कोशिका झिल्ली” (Cell Membrane) का मुख्य कार्य क्या है?

    • (a) कोशिका को संरचनात्मक सहारा देना।
    • (b) कोशिका के अंदर आनुवंशिक सामग्री को सुरक्षित रखना।
    • (c) कोशिका के अंदर और बाहर पदार्थों की गति को नियंत्रित करना।
    • (d) कोशिका के लिए ऊर्जा का उत्पादन करना।

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कोशिका झिल्ली एक अर्ध-पारगम्य (semi-permeable) अवरोध है जो कोशिका के आंतरिक वातावरण को बाहरी वातावरण से अलग करती है और पदार्थों के आवागमन को नियंत्रित करती है।

    व्याख्या (Explanation): यह कोशिका की चयनात्मक पारगम्यता (selective permeability) सुनिश्चित करती है, जिससे केवल आवश्यक पदार्थ अंदर जा सकते हैं और अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकल सकते हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  18. “कृष्णिका विकिरण” (Blackbody Radiation) के सिद्धांत, जो तारों के वर्णक्रम (spectrum) को समझने में मदद करता है, का संबंध किस भौतिकी शाखा से है?

    • (a) ऊष्मप्रवैगिकी (Thermodynamics)
    • (b) प्रकाशिकी (Optics)
    • (c) क्वांटम यांत्रिकी (Quantum Mechanics)
    • (d) विद्युत चुम्बकत्व (Electromagnetism)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कृष्णिका विकिरण (blackbody radiation) का अध्ययन, विशेष रूप से प्लैंक के क्वांटम सिद्धांत, ने क्वांटम यांत्रिकी के विकास की नींव रखी।

    व्याख्या (Explanation): कृष्णिका विकिरण वह आदर्श विकिरण है जो किसी ऐसे पिंड द्वारा उत्सर्जित होता है जो सभी आपतित विकिरण को अवशोषित कर लेता है। मैक्स प्लैंक ने दिखाया कि ऊर्जा असतत पैकेट (क्वांटा) में उत्सर्जित या अवशोषित होती है, जिससे क्वांटम यांत्रिकी की शुरुआत हुई। तारों के तापमान का अनुमान उनके द्वारा उत्सर्जित विकिरण के वर्णक्रम से लगाया जाता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  19. रसायन विज्ञान में, “अभिक्रिया दर” (Reaction Rate) को प्रभावित करने वाले मुख्य कारक कौन से हैं?

    • (a) अभिकारकों की सांद्रता, तापमान, उत्प्रेरक (catalyst) और सतह क्षेत्र (surface area)।
    • (b) केवल अभिकारकों की सांद्रता और तापमान।
    • (c) केवल उत्प्रेरक की उपस्थिति।
    • (d) अभिक्रिया के उत्पाद का रंग।

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अभिक्रिया दर उन दरारों की संख्या और ऊर्जा पर निर्भर करती है जो प्रभावी टक्करों (effective collisions) के लिए आवश्यक होती हैं।

    व्याख्या (Explanation): अभिकारकों की सांद्रता बढ़ाने से टक्करों की आवृत्ति बढ़ती है। तापमान बढ़ाने से कणों की गतिज ऊर्जा बढ़ती है, जिससे अधिक प्रभावी टक्करें होती हैं। उत्प्रेरक अभिक्रिया के लिए एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करके सक्रियण ऊर्जा (activation energy) को कम करते हैं, और बड़े सतह क्षेत्र वाले अभिकारकों (जैसे पाउडर) में अधिक संपर्क होता है, जिससे अभिक्रिया तेज होती है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  20. जीव विज्ञान में, “प्रोटीन संश्लेषण” (Protein Synthesis) की प्रक्रिया में कौन से दो प्रमुख चरण शामिल हैं?

    • (a) डीएनए प्रतिकृति और कोशिका विभाजन
    • (b) ट्रांसक्रिप्शन और ट्रांसलेशन
    • (c) प्रकाश संश्लेषण और श्वसन
    • (d) पाचन और अवशोषण

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रोटीन संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा कोशिकाओं में प्रोटीन का निर्माण होता है। इसमें आनुवंशिक जानकारी को DNA से RNA (ट्रांसक्रिप्शन) में स्थानांतरित करना और फिर RNA से प्रोटीन (ट्रांसलेशन) का निर्माण करना शामिल है।

    व्याख्या (Explanation): ट्रांसक्रिप्शन में DNA का एक खंड mRNA में कॉपी होता है, और ट्रांसलेशन में mRNA पर मौजूद कोड को पढ़कर अमीनो एसिड की एक श्रृंखला बनाई जाती है, जो एक प्रोटीन बनाती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  21. भौतिकी में, “ऊर्जा संरक्षण का नियम” (Law of Conservation of Energy) क्या कहता है?

    • (a) ऊर्जा को नष्ट नहीं किया जा सकता है।
    • (b) ऊर्जा को बनाया नहीं जा सकता है।
    • (c) ऊर्जा को एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित किया जा सकता है, लेकिन कुल ऊर्जा स्थिर रहती है।
    • (d) उपरोक्त सभी।

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ऊर्जा संरक्षण का नियम प्रकृति के मौलिक नियमों में से एक है, जो बताता है कि किसी भी बंद निकाय (closed system) में ऊर्जा को न तो बनाया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है।

    व्याख्या (Explanation): ऊर्जा केवल अपने रूप को बदल सकती है, जैसे कि रासायनिक ऊर्जा का ऊष्मीय ऊर्जा में या गतिज ऊर्जा का स्थितिज ऊर्जा में बदलना। लेकिन, इन परिवर्तनों के दौरान, कुल ऊर्जा का योग हमेशा स्थिर रहता है। ब्रह्मांड की कुल ऊर्जा भी स्थिर मानी जाती है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  22. रसायन विज्ञान में, “उत्प्रेरक” (Catalyst) का मुख्य कार्य क्या है?

    • (a) अभिक्रिया में भाग लेना और स्वयं खप जाना।
    • (b) अभिक्रिया की दर को धीमा करना।
    • (c) अभिक्रिया की दर को बढ़ाना या घटाना, बिना स्वयं स्थायी रूप से परिवर्तित हुए।
    • (d) अभिक्रिया के लिए आवश्यक ऊर्जा को बढ़ाना।

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): उत्प्रेरक वे पदार्थ होते हैं जो किसी रासायनिक अभिक्रिया की गति को बदलते हैं (आमतौर पर बढ़ाते हैं) बिना स्वयं अभिक्रिया में स्थायी रूप से उपभोग किए।

    व्याख्या (Explanation): उत्प्रेरक अभिक्रिया के सक्रियण ऊर्जा को कम करके या अभिक्रिया के लिए एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करके काम करते हैं। अभिक्रिया के अंत में, उत्प्रेरक अपनी मूल अवस्था में पुनः प्राप्त हो जाते हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  23. जीव विज्ञान में, “ऑक्सीडेटिव फास्फारिलीकरण” (Oxidative Phosphorylation) किस कोशिकांग (organelle) में होता है?

    • (a) नाभिक (Nucleus)
    • (b) एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम (Endoplasmic Reticulum)
    • (c) माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondria)
    • (d) गॉल्जी उपकरण (Golgi Apparatus)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ऑक्सीडेटिव फास्फारिलीकरण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा कोशिकाएं ATP (ऊर्जा) का सबसे अधिक उत्पादन करती हैं। यह प्रक्रिया माइटोकॉन्ड्रिया के आंतरिक झिल्ली (inner membrane) पर होती है।

    व्याख्या (Explanation): इस प्रक्रिया में, पोषक तत्वों के टूटने से निकलने वाली इलेक्ट्रॉनों की ऊर्जा का उपयोग ATP बनाने के लिए किया जाता है, जिसके लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  24. ब्रह्मांड का पहला अणु, हीलियम हाइड्राइड (HeH+), के प्रयोगशाला में पुन: निर्माण का सबसे महत्वपूर्ण वैज्ञानिक महत्व क्या है?

    • (a) यह एलियंस के साथ संचार स्थापित करने में मदद करेगा।
    • (b) यह ब्रह्मांड की प्रारंभिक परिस्थितियों को बेहतर ढंग से समझने में मदद करता है।
    • (c) यह सौर ऊर्जा उत्पादन की दक्षता को बढ़ाएगा।
    • (d) यह प्लास्टिक को पुनर्चक्रित करने का एक नया तरीका है।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ब्रह्मांड के पहले अणु के निर्माण और व्यवहार का अध्ययन करना प्रारंभिक ब्रह्मांड की भौतिकी और रसायन विज्ञान को समझने के लिए महत्वपूर्ण है।

    व्याख्या (Explanation): HeH+ का पुन: निर्माण वैज्ञानिकों को उस वातावरण की समझ देता है जब ब्रह्मांड केवल कुछ सौ हजार वर्ष पुराना था, और यह उस समय होने वाली रासायनिक प्रक्रियाओं और तापीय अवस्थाओं के बारे में जानकारी प्रदान करता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  25. पदार्थ की किन अवस्थाओं का उपयोग आधुनिक ब्रह्मांड विज्ञान (cosmology) में ब्रह्मांड की संरचना और विकास का वर्णन करने के लिए किया जाता है, जिसमें डार्क मैटर और डार्क एनर्जी जैसे घटक भी शामिल हैं?

    • (a) केवल सामान्य पदार्थ (normal matter)।
    • (b) सामान्य पदार्थ, डार्क मैटर और डार्क एनर्जी।
    • (c) केवल प्रकाश और विकिरण।
    • (d) केवल गुरुत्वाकर्षण तरंगें।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): आधुनिक ब्रह्मांड विज्ञान ब्रह्मांड की कुल ऊर्जा-द्रव्यमान सामग्री के घटकों का उपयोग करता है, जिसमें वह सब कुछ शामिल है जो हम देख सकते हैं (सामान्य पदार्थ), और वह जो हम सीधे नहीं देख सकते लेकिन जिसके प्रभाव का पता लगा सकते हैं (डार्क मैटर और डार्क एनर्जी)।

    व्याख्या (Explanation): ब्रह्मांड के विकास और संरचना को समझने के लिए, वैज्ञानिकों को सामान्य पदार्थ के अलावा डार्क मैटर (जो गुरुत्वाकर्षण प्रदान करता है) और डार्क एनर्जी (जो ब्रह्मांड के त्वरक विस्तार का कारण बनता है) के योगदान पर विचार करना पड़ता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

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