इतिहास की गहराई में उतरें: आज के 25 चुनौतीपूर्ण प्रश्न!
स्वागत है, प्रतियोगी परीक्षा के योद्धाओं! एक बार फिर इतिहास के विशाल सागर में गोता लगाने का समय आ गया है। आज का यह विशेष सत्र आपको प्राचीन काल से लेकर आधुनिक युग और विश्व के रंगमंच तक एक रोमांचक यात्रा पर ले जाएगा। अपने ज्ञान की धार तेज करें और इन 25 चुनिंदा प्रश्नों के माध्यम से अपनी तैयारी को परखें!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किस हड़प्पा स्थल से घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं?
- लोथल
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- सुरकोटड़ा
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: सुरकोटड़ा, गुजरात में स्थित एक हड़प्पा स्थल है, जहाँ से घोड़े के अस्थि अवशेष मिले हैं। यह खोज इस विचार का समर्थन करती है कि संभवतः हड़प्पा सभ्यता के लोग घोड़ों से परिचित थे।
- संदर्भ और विस्तार: सुरकोटड़ा की खुदाई से टेराकोटा की मूर्तियाँ, मिट्टी के बर्तन, और कुछ संरचनाएं भी प्राप्त हुई हैं। घोड़े के अवशेषों की खोज विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सिंधु घाटी सभ्यता में पशुपालन और परिवहन के साधनों के बारे में हमारी समझ को बढ़ाती है।
- गलत विकल्प: लोथल एक प्रमुख बंदरगाह शहर था जहाँ से फारस की खाड़ी से व्यापार होता था। हड़प्पा और मोहनजोदड़ो प्रमुख शहर थे, लेकिन घोड़े के अवशेषों के लिए सुरकोटड़ा विशेष रूप से जाना जाता है।
प्रश्न 2: ‘अष्टप्रधान’ का गठन किसने किया था?
- अशोक
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त मौर्य
- शिवाजी
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: ‘अष्टप्रधान’ का गठन मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज ने किया था। यह उनके प्रशासन में आठ मंत्रियों की एक परिषद थी।
- संदर्भ और विस्तार: अष्टप्रधान में पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (सचिव), सुमंत (विदेश मंत्री), पंडितराव (धर्म अधिकारी), सेनापति (सैन्य कमांडर), न्यायाधीश (न्याय अधिकारी) और मंत्री (शाही मामलों के सचिव) जैसे पद शामिल थे। इस परिषद का उद्देश्य कुशल शासन सुनिश्चित करना था।
- गलत विकल्प: अशोक, समुद्रगुप्त और चंद्रगुप्त मौर्य क्रमशः मौर्य और गुप्त राजवंशों के महान शासक थे, लेकिन उन्होंने इस प्रकार की ‘अष्टप्रधान’ परिषद का गठन नहीं किया था।
प्रश्न 3: ‘सत्यार्थ प्रकाश’ के लेखक कौन हैं?
- स्वामी दयानंद सरस्वती
- राजा राममोहन राय
- स्वामी विवेकानंद
- महात्मा गांधी
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: ‘सत्यार्थ प्रकाश’ के लेखक स्वामी दयानंद सरस्वती हैं। यह पुस्तक आर्य समाज के प्रमुख ग्रंथों में से एक है।
- संदर्भ और विस्तार: स्वामी दयानंद सरस्वती एक प्रमुख समाज सुधारक और आर्य समाज के संस्थापक थे। ‘सत्यार्थ प्रकाश’ में उन्होंने वेदों की व्याख्या की है और तत्कालीन सामाजिक, धार्मिक कुरीतियों की आलोचना की है। यह पुस्तक हिंदी में लिखी गई है।
- गलत विकल्प: राजा राममोहन राय ‘ब्रह्म समाज’ के संस्थापक थे, स्वामी विवेकानंद ‘रामकृष्ण मिशन’ से जुड़े थे, और महात्मा गांधी भारत के राष्ट्रपिता थे। इन तीनों ने महत्वपूर्ण समाज सुधार कार्य किए, परंतु ‘सत्यार्थ प्रकाश’ स्वामी दयानंद सरस्वती की रचना है।
प्रश्न 4: फ्रांस की राज्य क्रांति कब हुई थी?
- 1776
- 1789
- 1815
- 1917
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 5: निम्नलिखित में से किस शासक ने ‘इक्ता प्रणाली’ की शुरुआत की?
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: इल्तुतमिश, दिल्ली सल्तनत का एक महत्वपूर्ण शासक, ने ‘इक्ता प्रणाली’ को एक संगठित रूप दिया और इसे प्रभावी बनाया।
- संदर्भ और विस्तार: इक्ता प्रणाली एक प्रकार की भूमि अनुदान प्रणाली थी जहाँ शासक अपने अधिकारियों को उनकी सेवा के बदले में भूमि (इक्ता) प्रदान करते थे। इन इक्तादारों को उस भूमि से राजस्व वसूल करने का अधिकार होता था, और इसके बदले वे सैनिकों की एक निश्चित संख्या बनाए रखने के लिए उत्तरदायी होते थे। इससे सल्तनत के प्रशासन और सैन्य शक्ति को मजबूती मिली।
- गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक दिल्ली सल्तनत के संस्थापक थे, बलबन ने ‘चालीसा’ को समाप्त किया और राजत्व का सिद्धांत लागू किया, जबकि अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार सुधारों और स्थायी सेना के लिए जाना जाता है। इक्ता प्रणाली का व्यवस्थित कार्यान्वयन इल्तुतमिश के साथ अधिक जुड़ा हुआ है।
- बिरसा मुंडा
- तिलक मांझी
- सिधू और कान्हू
- रंगाली
- सटीकता: संथाल विद्रोह (1855-56) का नेतृत्व सिद्धू और कान्हू नामक दो भाइयों ने किया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन के खिलाफ सबसे बड़े जनजातीय विद्रोहों में से एक था। विद्रोह का मुख्य कारण संथालों के भूमि अधिकारों पर ब्रिटिश नीतियों और साहूकारों द्वारा किए जा रहे शोषण का विरोध करना था।
- गलत विकल्प: बिरसा मुंडा 19वीं सदी के अंत में छोटानागपुर क्षेत्र में हुए मुंडा विद्रोह के नेता थे। तिलक मांझी भी आदिवासी विद्रोह से जुड़े थे, लेकिन संथाल विद्रोह से नहीं।
- सिकंदर
- महमूद गजनवी
- तैमूर
- चंगेज खान
- सटीकता: प्रसिद्ध फ़ारसी विद्वान, इतिहासकार और खगोलशास्त्री ‘अलबेरुनी’ 11वीं शताब्दी की शुरुआत में महमूद गजनवी के साथ भारत आया था।
- संदर्भ और विस्तार: अलबेरुनी ने भारत पर ‘किताब-उल-हिंद’ (या ‘तहकीक-ए-हिंद’) नामक एक महत्वपूर्ण ग्रंथ लिखा, जिसमें उन्होंने भारतीय समाज, धर्म, विज्ञान और संस्कृति का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। वे तत्कालीन भारतीय ज्ञान-विज्ञान से बहुत प्रभावित हुए थे।
- गलत विकल्प: सिकंदर (सिकंदर महान) का भारत आक्रमण अलबेरुनी के आगमन से सदियों पहले हुआ था। तैमूर और चंगेज खान मध्य एशियाई शासक थे जिनके आक्रमण भारत पर हुए थे, लेकिन वे अलबेरुनी के समय के नहीं थे।
- बंकिम चंद्र चटर्जी
- रवींद्रनाथ टैगोर
- सरोजिनी नायडू
- मुहम्मद इकबाल
- सटीकता: ‘आमार सोनार बांग्ला’ की रचना नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह गीत मूल रूप से बंगाल के विभाजन (1905) के विरोध में लिखा गया था और तत्कालीन बंगालियों की देशभक्ति और एकजुटता का प्रतीक बन गया। बाद में, यह बांग्लादेश का राष्ट्रगान बना। रवींद्रनाथ टैगोर ने भारत का राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ भी लिखा है।
- गलत विकल्प: बंकिम चंद्र चटर्जी ने ‘वंदे मातरम’ लिखा था। सरोजिनी नायडू एक प्रमुख कवयित्री और स्वतंत्रता सेनानी थीं। मुहम्मद इकबाल ने ‘सारे जहाँ से अच्छा’ लिखा।
- यह गैर-मुस्लिमों पर लगाया जाने वाला कर था।
- इसे फिरोज शाह तुगलक ने दोबारा शुरू किया था।
- इसे अकबर ने समाप्त कर दिया था।
- इसे औरंगजेब ने पूरी तरह समाप्त कर दिया था।
- सटीकता: यह कथन कि ‘औरंगजेब ने जजिया कर को पूरी तरह समाप्त कर दिया था’ सत्य नहीं है। वास्तव में, औरंगजेब ने 1679 में जजिया कर को फिर से लागू किया था।
- संदर्भ और विस्तार: जजिया एक ऐतिहासिक कर था जो इस्लामी राज्यों में रहने वाले गैर-मुस्लिम नागरिकों (जिम्मी) पर लगाया जाता था। इसे पहले दिल्ली सल्तनत के कई शासकों ने लगाया, फिरोजशाह तुगलक ने इसे नए सिरे से लागू किया, और अकबर ने इसे 1564 में समाप्त कर दिया था। हालांकि, 1679 में औरंगजेब ने इसे पुनः लागू किया, और इसे अंततः 1795 में ब्रिटिश सरकार द्वारा समाप्त किया गया।
- गलत विकल्प: अन्य सभी कथन सत्य हैं।
- 1492
- 1498
- 1505
- 1510
- सटीकता: वास्को डी गामा 1498 में कालीकट (वर्तमान कोझिकोड), केरल के तट पर पहुंचा।
- संदर्भ और विस्तार: उनकी यात्रा का उद्देश्य यूरोप के लिए एक नया समुद्री मार्ग खोजना था, जिससे वे भारतीय मसालों का सीधा व्यापार कर सकें। वास्को डी गामा की यात्रा ने भारत और यूरोप के बीच सीधे समुद्री संपर्क की शुरुआत की, जिसने भारत में यूरोपीय उपनिवेशवाद के एक लंबे अध्याय की शुरुआत को चिह्नित किया।
- गलत विकल्प: 1492 क्रिस्टोफर कोलंबस की अमेरिका की यात्रा का वर्ष है। 1505 में फ्रांसिस्को डी अल्मेडा पहले पुर्तगाली वायसराय बनकर भारत आए। 1510 में अल्बुकर्क ने गोवा पर कब्जा किया।
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- धौलावीरा
- सटीकता: पुरातात्विक साक्ष्यों के अनुसार, मोहनजोदड़ो सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा शहर था।
- संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो (सिंधी में ‘मृतकों का टीला’) पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है। यहां ‘महास्नानघर’ (Great Bath), ‘अन्नागार’ (Granary) और ‘कांस्य नर्तकी’ की मूर्ति जैसे महत्वपूर्ण अवशेष मिले हैं। इसके सुनियोजित शहरी नियोजन और जल निकासी व्यवस्था ने इसे तत्कालीन विश्व के सबसे विकसित शहरों में से एक बनाया।
- गलत विकल्प: हड़प्पा भी एक महत्वपूर्ण शहर था, लेकिन मोहनजोदड़ो आकार में बड़ा था। लोथल एक प्रमुख बंदरगाह शहर था, और धौलावीरा अपने जल प्रबंधन प्रणाली के लिए जाना जाता है।
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- इल्तुतमिश
- गयासुद्दीन बलबन
- सिकंदर लोदी
- सटीकता: गयासुद्दीन बलबन, जो दिल्ली सल्तनत के शासक थे, को ‘दासों का इल्तुतमिश’ या ‘उपाध्यक्ष’ की उपाधि दी गई थी।
- संदर्भ और विस्तार: बलबन स्वयं तुर्क मूल का था और पहले इल्तुतमिश के अधीन एक गुलाम (दास) था। अपनी योग्यता और शक्ति के बल पर वह दिल्ली सल्तनत का सुल्तान बना। उसने चालीसा (इलतुमिश द्वारा गठित 40 तुर्क सरदारों का समूह) की शक्ति को समाप्त कर दिया और एक मजबूत केंद्रीकृत शासन स्थापित किया। उसने ईरानी प्रथाओं पर आधारित राजत्व के सिद्धांत को अपनाया।
- गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक इल्तुतमिश का पूर्ववर्ती और दिल्ली सल्तनत का संस्थापक था। इल्तुतमिश ने चालीसा का गठन किया था। सिकंदर लोदी लोदी वंश का शासक था।
- राजा राममोहन राय
- स्वामी विवेकानंद
- स्वामी दयानंद सरस्वती
- ईश्वर चंद्र विद्यासागर
- सटीकता: ‘वेदों की ओर लौटो’ का प्रसिद्ध नारा स्वामी दयानंद सरस्वती ने दिया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह नारा आर्य समाज के मुख्य सिद्धांतों में से एक था। स्वामी दयानंद का मानना था कि प्राचीन वैदिक धर्म ही सच्चा और शुद्ध धर्म है और उस समय की सामाजिक और धार्मिक बुराइयों को दूर करने के लिए वेदों के ज्ञान की ओर लौटना आवश्यक है।
- गलत विकल्प: राजा राममोहन राय ब्रह्म समाज के संस्थापक थे, स्वामी विवेकानंद रामकृष्ण मिशन के प्रणेता थे, और ईश्वर चंद्र विद्यासागर एक महान समाज सुधारक थे। इन सभी ने भारतीय समाज में सुधार के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया, परंतु यह विशिष्ट नारा स्वामी दयानंद सरस्वती से जुड़ा है।
- 1925
- 1928
- 1930
- 1935
- सटीकता: साइमन कमीशन, जिसका उद्देश्य भारत में संवैधानिक सुधारों का अध्ययन करना था, 1928 में भारत आया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस कमीशन में सात सदस्य थे, और सभी सदस्य ब्रिटिश थे, जिसकी वजह से इसका भारत में भारी विरोध हुआ। भारतीयों ने ‘साइमन गो बैक’ के नारे लगाए। इसी कमीशन के विरोध के दौरान लाला लाजपत राय पर लाठीचार्ज हुआ, जिसमें उनकी मृत्यु हो गई।
- गलत विकल्प: 1925 में भारत सरकार अधिनियम (Government of India Act) पारित हुआ था। 1930 में गोलमेज सम्मेलन शुरू हुए। 1935 में भारत सरकार अधिनियम (Government of India Act, 1935) आया, जो साइमन कमीशन की रिपोर्ट पर आधारित था।
- डिस्कवरी ऑफ इंडिया
- माई एक्सपेरिमेंट विद ट्रुथ
- एनहिलेशन ऑफ कास्ट
- ए पैसेज टू इंडिया
- सटीकता: जवाहरलाल नेहरू ने ‘डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ (भारत की खोज) नामक पुस्तक लिखी थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक उन्होंने 1944 में अहमदनगर किले की जेल में अपने कारावास के दौरान लिखी थी। इसमें उन्होंने भारत के प्राचीन इतिहास, दर्शन, संस्कृति और स्वतंत्रता संग्राम के अपने विचारों को व्यक्त किया है।
- गलत विकल्प: ‘माई एक्सपेरिमेंट विद ट्रुथ’ महात्मा गांधी की आत्मकथा है, ‘एनहिलेशन ऑफ कास्ट’ डॉ. बी.आर. अंबेडकर द्वारा लिखी गई है, और ‘ए पैसेज टू इंडिया’ ई.एम. फोस्टर का प्रसिद्ध उपन्यास है।
- 1757
- 1764
- 1771
- 1789
- सटीकता: बक्सर का युद्ध 1764 में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना का नेतृत्व हेक्टर मुनरो ने किया था, और उन्होंने अवध के नवाब शुजाउद्दौला, मुगल सम्राट शाह आलम द्वितीय और बंगाल के अपदस्थ नवाब मीर कासिम की संयुक्त सेना को हराया था। इस युद्ध के परिणामस्वरूप इलाहाबाद की संधि (1765) हुई, जिसने बंगाल में कंपनी को दीवानी (राजस्व संग्रह का अधिकार) प्रदान की और ब्रिटिश सत्ता की वास्तविक स्थापना की।
- गलत विकल्प: 1757 प्लासी के युद्ध का वर्ष है, जो ब्रिटिश विजय की दिशा में पहला बड़ा कदम था। 1771 और 1789 अन्य महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएं नहीं हैं जो सीधे इस संदर्भ से जुड़ी हों।
- 1925
- 1930
- 1931
- 1935
- सटीकता: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च 1931 को हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यह समझौता महात्मा गांधी और तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच हुआ था। सविनय अवज्ञा आंदोलन (Civil Disobedience Movement) के संदर्भ में, यह समझौता गांधीजी द्वारा आंदोलन को स्थगित करने और गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने के वादे के बदले इरविन द्वारा आंदोलनकारियों की रिहाई और कुछ राजनीतिक बंदियों पर लगाए गए प्रतिबंधों को कम करने के लिए किया गया था।
- गलत विकल्प: 1925 में असहयोग आंदोलन समाप्त हो चुका था। 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ था और पहला गोलमेज सम्मेलन हुआ था। 1935 भारत सरकार अधिनियम का वर्ष है।
- दर्शन
- धर्म
- राजनीति और शासन
- साहित्य
- सटीकता: कौटिल्य (जिन्हें विष्णुगुप्त या चाणक्य भी कहा जाता है) का ‘अर्थशास्त्र’ मुख्य रूप से राजनीति, शासन, कूटनीति, सैन्य रणनीति और अर्थशास्त्र से संबंधित है।
- संदर्भ और विस्तार: यह मौर्य साम्राज्य के संस्थापक चंद्रगुप्त मौर्य के प्रधान मंत्री कौटिल्य द्वारा लिखा गया एक प्राचीन भारतीय ग्रंथ है। यह राज्य के संचालन, राजा के कर्तव्यों, मंत्री परिषद, न्याय व्यवस्था, विदेश नीति, कर प्रणाली और गुप्तचर प्रणाली जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा करता है। इसे प्राचीन भारत का राजनीतिक विज्ञान का सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथ माना जाता है।
- गलत विकल्प: हालांकि इसमें अन्य विषयों का उल्लेख हो सकता है, लेकिन इसका प्राथमिक फोकस राजनीति और शासन पर है।
- इस काल में सोने के सिक्के बहुत अधिक मात्रा में ढाले गए।
- कला, विज्ञान, साहित्य और वास्तुकला में अभूतपूर्व प्रगति हुई।
- साम्राज्य का विस्तार बहुत अधिक हुआ।
- लोगों का जीवन स्तर बहुत ऊंचा था।
- सटीकता: गुप्त काल को ‘भारत का स्वर्ण युग’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस काल में कला, विज्ञान, साहित्य, गणित, खगोल विज्ञान और वास्तुकला के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस युग में कालिदास जैसे महान कवियों, आर्यभट्ट जैसे गणितज्ञों और खगोलविदों, और वराहमिहिर जैसे ज्योतिषियों का उदय हुआ। मंदिरों का निर्माण, मूर्तिकला का विकास और साहित्य की रचनाएँ इस काल की महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हैं।
- गलत विकल्प: यद्यपि इस काल में आर्थिक समृद्धि थी और सोने के सिक्के भी ढाले गए, लेकिन ‘स्वर्ण युग’ की संज्ञा मुख्य रूप से सांस्कृतिक और बौद्धिक उपलब्धियों के कारण दी गई है।
- बाबर और इब्राहिम लोदी
- अकबर और हेमू
- अकबर और राणा प्रताप
- बाबर और इब्राहिम लोदी
- सटीकता: पानीपत का दूसरा युद्ध 1556 में मुगल सम्राट अकबर और सूर्यवंश के शासक हेमू (हेमचंद्र विक्रमादित्य) के बीच लड़ा गया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में अकबर की विजय हुई और इससे मुगल साम्राज्य की स्थापना को मजबूती मिली। हेमू, जो दिल्ली का शासक बन गया था, को अकबर के संरक्षक बैरम खान ने हराया और मार डाला।
- गलत विकल्प: पानीपत का पहला युद्ध 1526 में बाबर और इब्राहिम लोदी के बीच हुआ था। अकबर और राणा प्रताप के बीच हल्दीघाटी का युद्ध (1576) हुआ था।
- फ्रांस
- जर्मनी
- संयुक्त राज्य अमेरिका
- ग्रेट ब्रिटेन
- सटीकता: औद्योगिक क्रांति की शुरुआत 18वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में ग्रेट ब्रिटेन (इंग्लैंड) में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस क्रांति ने उत्पादन की विधियों में आमूलचूल परिवर्तन लाया, जिसमें हस्तशिल्प से मशीनों द्वारा बड़े पैमाने पर उत्पादन शामिल था। भाप इंजन, कपड़ा उद्योग में नई मशीनें और लोहे व कोयला खनन में प्रगति इसके प्रमुख आविष्कार थे। इसने आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक जीवन को गहराई से प्रभावित किया।
- गलत विकल्प: अन्य देशों में औद्योगिक विकास हुआ, लेकिन इसका प्रारंभिक केंद्र ग्रेट ब्रिटेन था।
- लाहौर अधिवेशन (1929)
- रामगढ़ अधिवेशन (1940)
- मुंबई अधिवेशन (1942)
- फैजपुर अधिवेशन (1936)
- सटीकता: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का प्रस्ताव 8 अगस्त 1942 को मुंबई (तत्कालीन बंबई) में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अधिवेशन में पारित हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन की अध्यक्षता मौलाना अबुल कलाम आजाद ने की थी, और महात्मा गांधी ने इसमें ‘करो या मरो’ का नारा देते हुए आंदोलन का नेतृत्व किया। इसका मुख्य उद्देश्य द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारत को तुरंत स्वतंत्रता देना था।
- गलत विकल्प: लाहौर अधिवेशन में पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव पारित हुआ था। रामगढ़ अधिवेशन में व्यक्तिगत सत्याग्रह का निर्णय लिया गया था। फैजपुर अधिवेशन की अध्यक्षता गांधीजी ने की थी और यह पहला गांव में आयोजित कांग्रेस अधिवेशन था।
- कृष्णदेव राय
- हरिहर और बुक्का
- देव राय प्रथम
- सालुवा नर्सिंग राय
- सटीकता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने 1336 ईस्वी में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: उन्होंने तुंगभद्रा नदी के किनारे इस साम्राज्य की नींव रखी थी। यह साम्राज्य दक्षिण भारत में अपनी शक्ति, समृद्धि और कला, वास्तुकला तथा साहित्य के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध हुआ। विजयनगर का सबसे प्रसिद्ध शासक कृष्णदेव राय था।
- गलत विकल्प: कृष्णदेव राय विजयनगर के सबसे महान शासकों में से एक थे, लेकिन उन्होंने साम्राज्य की स्थापना नहीं की थी। देव राय प्रथम और सालुवा नरसिंह भी महत्वपूर्ण शासक थे।
- बीरबल
- टोडरमल
- अबुल फजल
- फैजी
- सटीकता: राजा टोडरमल अकबर के राजस्व मंत्री (दीवान-ए-अशरफ) थे।
- संदर्भ और विस्तार: टोडरमल ने अकबर के शासनकाल में भूमि सुधारों की एक विस्तृत प्रणाली ‘दहसाला प्रणाली’ (या टोडरमल बंदोबस्त) लागू की, जिसने राजस्व एकत्र करने की प्रक्रिया को व्यवस्थित और न्यायसंगत बनाया। उन्होंने ‘ज़ब्ती प्रणाली’ को भी सुधारा।
- गलत विकल्प: बीरबल अकबर के दरबार के एक प्रमुख सलाहकार और मजाकिया व्यक्ति थे। अबुल फजल ने ‘अकबरनामा’ लिखी और अकबर के नौ रत्नों में से एक थे। फैजी भी अकबर के नवरत्नों में से एक थे और एक विद्वान कवि थे।
- 1215
- 1492
- 1688
- 1789
- सटीकता: मैंगना कार्टा 1215 में जारी किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह इंग्लैंड के राजा जॉन द्वारा हस्ताक्षरित एक महत्वपूर्ण शाही फरमान था। इसे अंग्रेजी कानून के इतिहास में एक मील का पत्थर माना जाता है क्योंकि इसने पहली बार यह सिद्धांत स्थापित किया कि राजा भी कानून के अधीन है और सभी नागरिकों को कानून का समान संरक्षण मिलेगा। यह व्यक्तिगत स्वतंत्रता और सीमित सरकार की दिशा में एक प्रारंभिक कदम था।
- गलत विकल्प: 1492 में कोलंबस ने अमेरिका की खोज की। 1688 में इंग्लैंड में गौरवशाली क्रांति (Glorious Revolution) हुई। 1789 में फ्रांस की राज्य क्रांति हुई।
प्रश्न 6: ‘संथाल विद्रोह’ का नेतृत्व किसने किया था?
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 7: ‘अलबेरुनी’ किसके साथ भारत आया था?
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 8: ‘आमार सोनार बांग्ला’, जो बांग्लादेश का राष्ट्रगान है, किसने लिखा था?
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 9: निम्नलिखित में से कौन सा कथन ‘जजिया कर’ के बारे में सत्य नहीं है?
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 10: ‘पुर्तगाली उपनिवेशवाद की नींव’ रखने वाले वास्को डी गामा ने भारत में किस वर्ष पहला कदम रखा?
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 11: सिंधु घाटी सभ्यता में निम्नलिखित में से कौन सा शहर सबसे बड़ा था?
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 12: ‘दासों का इल्तुतमिश’ या ‘उपाध्यक्ष’ की उपाधि किसने धारण की?
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 13: ‘वेदों की ओर लौटो’ का नारा किसने दिया?
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 14: ‘साइमन कमीशन’ भारत कब आया था?
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 15: ‘जवाहरलाल नेहरू’ द्वारा लिखित प्रसिद्ध पुस्तक का नाम क्या है?
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 16: ‘बक्सर का युद्ध’ कब हुआ था?
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 17: ‘गांधी-इरविन समझौता’ कब हुआ था?
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 18: ‘कौटिल्य’ का ‘अर्थशास्त्र’ मुख्य रूप से किस विषय से संबंधित है?
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 19: ‘गुप्त काल’ को ‘भारत का स्वर्ण युग’ क्यों कहा जाता है?
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 20: ‘पानीपत का दूसरा युद्ध’ किनके बीच हुआ था?
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 21: ‘विश्व का इतिहास’ में ‘औद्योगिक क्रांति’ का प्रारंभ किस देश में हुआ?
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 22: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का प्रस्ताव कांग्रेस के किस अधिवेशन में पारित हुआ?
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 23: ‘विजयनगर साम्राज्य’ की स्थापना किसने की थी?
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 24: ‘अकबर का राजस्व मंत्री’ कौन था?
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 25: ‘मैंगना कार्टा’ (Magna Carta) किस वर्ष जारी किया गया था?
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण: