कंप्यूटर विज्ञान और AI के युग में सामान्य विज्ञान: अपनी तैयारी को परखें
परिचय: आज के प्रतिस्पर्धी परीक्षा परिदृश्य में, सामान्य विज्ञान की एक मजबूत नींव रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। चाहे वह भौतिकी के सिद्धांत हों, रसायन विज्ञान की अभिक्रियाएँ हों, या जीव विज्ञान की जटिल प्रक्रियाएँ हों, इन विषयों की गहरी समझ आपको विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में मदद कर सकती है। यह अभ्यास सत्र आपको AI-संचालित दुनिया में भी विज्ञान के मूलभूत ज्ञान को ताज़ा करने और अपनी तैयारी को परखने का अवसर प्रदान करता है।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में, पौधे सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा को किस रूप में संग्रहित करते हैं?
- (a) ऊष्मीय ऊर्जा
- (b) रासायनिक ऊर्जा
- (c) यांत्रिक ऊर्जा
- (d) विद्युत ऊर्जा
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण एक जैव-रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें पौधे सूर्य के प्रकाश, जल और कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करके ग्लूकोज (एक प्रकार की शर्करा) बनाते हैं, जो ऊर्जा का एक रूप है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के दौरान, क्लोरोफिल नामक वर्णक सूर्य के प्रकाश को अवशोषित करता है। इस ऊर्जा का उपयोग जल (H₂O) और कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) को ग्लूकोज (C₆H₁₂O₆) और ऑक्सीजन (O₂) में बदलने के लिए किया जाता है। ग्लूकोज में संग्रहीत ऊर्जा रासायनिक बंधन के रूप में होती है, जो पौधे के लिए भोजन (ईंधन) का काम करती है। ऊष्मीय, यांत्रिक और विद्युत ऊर्जा प्रकाश संश्लेषण की प्रत्यक्ष उत्पाद नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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किसी वस्तु का द्रव्यमान (mass) क्या होता है?
- (a) वस्तु द्वारा घेरा गया स्थान
- (b) वस्तु में पदार्थ की कुल मात्रा
- (c) वस्तु का भार
- (d) वस्तु की गति
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भौतिकी में, द्रव्यमान किसी वस्तु के जड़त्व (inertia) का माप है, जो उसकी गति में परिवर्तन का विरोध करता है। यह वस्तु में मौजूद पदार्थ की मात्रा है।
व्याख्या (Explanation): द्रव्यमान एक मौलिक गुण है जो किसी वस्तु के अंदर मौजूद पदार्थ की मात्रा का प्रतिनिधित्व करता है। यह स्थान (आयतन), भार (गुरुत्वाकर्षण बल के कारण) या गति से भिन्न है। वस्तु का द्रव्यमान ब्रह्मांड में कहीं भी अपरिवर्तित रहता है, जबकि भार गुरुत्वाकर्षण के कारण बदल सकता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (gland) कौन सी है?
- (a) अग्न्याशय (Pancreas)
- (b) यकृत (Liver)
- (c) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal gland)
- (d) थायरॉयड ग्रंथि (Thyroid gland)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर में विभिन्न ग्रंथियाँ होती हैं जो हार्मोन और अन्य महत्वपूर्ण पदार्थों का स्राव करती हैं। यकृत (Liver) मानव शरीर की सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि है।
व्याख्या (Explanation): यकृत, जिसे अंग्रेजी में Liver कहा जाता है, मानव शरीर का सबसे बड़ा अंग (organ) और सबसे बड़ी ग्रंथि है। यह पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में स्थित होता है और पाचन, चयापचय (metabolism), विषहरण (detoxification) और प्रोटीन संश्लेषण सहित कई महत्वपूर्ण कार्य करता है। अग्न्याशय, अधिवृक्क और थायरॉयड ग्रंथियाँ भी महत्वपूर्ण हैं, लेकिन वे यकृत जितनी बड़ी नहीं होतीं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कौन सा गैस सामान्यतः गुब्बारों को फुलाने के लिए उपयोग की जाती है क्योंकि यह हवा से हल्की होती है?
- (a) ऑक्सीजन (Oxygen)
- (b) नाइट्रोजन (Nitrogen)
- (c) हीलियम (Helium)
- (d) कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon Dioxide)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी गैस का हवा से हल्का होना उसके घनत्व (density) पर निर्भर करता है। कम घनत्व वाली गैसें हवा से ऊपर उठती हैं।
व्याख्या (Explanation): हीलियम (He) एक उत्कृष्ट गैस है जिसका आणविक भार (molecular weight) लगभग 4 g/mol होता है। हवा का औसत आणविक भार लगभग 29 g/mol होता है। इसलिए, हीलियम हवा से काफी हल्की होती है और गुब्बारों को हवा में तैरने में मदद करती है। ऑक्सीजन, नाइट्रोजन और कार्बन डाइऑक्साइड हवा से भारी होती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पेशी संकुचन (muscle contraction) के लिए कौन सा खनिज आयन (mineral ion) आवश्यक है?
- (a) सोडियम (Na⁺)
- (b) पोटेशियम (K⁺)
- (c) कैल्शियम (Ca²⁺)
- (d) मैग्नीशियम (Mg²⁺)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पेशी संकुचन एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें एक्टिन (actin) और मायोसिन (myosin) नामक प्रोटीन की परस्पर क्रिया शामिल होती है, जिसे कैल्शियम आयनों द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): जब तंत्रिका आवेग (nerve impulse) पेशी फाइबर तक पहुँचता है, तो यह पेशी कोशिका के अंदर कैल्शियम आयनों (Ca²⁺) को छोड़ने के लिए संकेत देता है। ये कैल्शियम आयन एक्टिन और मायोसिन फिलामेंट्स के बीच बंधन को सक्षम करते हैं, जिससे पेशी का संकुचन होता है। सोडियम और पोटेशियम आयन तंत्रिका आवेगों के संचरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जबकि मैग्नीशियम पेशी शिथिलता (relaxation) में सहायता कर सकता है, लेकिन संकुचन के लिए कैल्शियम सबसे महत्वपूर्ण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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ध्वनि की गति (speed of sound) निम्न में से किस माध्यम में सर्वाधिक होती है?
- (a) निर्वात (Vacuum)
- (b) हवा (Air)
- (c) जल (Water)
- (d) लोहा (Iron)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि तरंगें माध्यम के कणों के कंपन द्वारा फैलती हैं। जिस माध्यम के कण जितने पास-पास और दृढ़ता से बंधे होते हैं, ध्वनि की गति उतनी ही अधिक होती है।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि को फैलने के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है। निर्वात में कोई माध्यम नहीं होता, इसलिए ध्वनि निर्वात में यात्रा नहीं कर सकती। ठोस माध्यमों में, कण बहुत कसकर पैक होते हैं, जिससे ध्वनि हवा या जल जैसे तरल पदार्थों की तुलना में बहुत तेज़ी से फैलती है। लोहे (एक ठोस) में ध्वनि की गति हवा (लगभग 343 m/s) और जल (लगभग 1480 m/s) की तुलना में बहुत अधिक (लगभग 5120 m/s) होती है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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अम्ल (acid) और क्षार (base) की अभिक्रिया से क्या बनता है?
- (a) केवल लवण (Salt)
- (b) केवल जल (Water)
- (c) लवण और जल (Salt and Water)
- (d) केवल गैस (Gas)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अम्ल-क्षार अभिक्रिया, जिसे उदासीनीकरण (neutralization) अभिक्रिया भी कहते हैं, में एक अम्ल और एक क्षार आपस में क्रिया करके लवण और जल बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): जब एक अम्ल (जैसे HCl) एक क्षार (जैसे NaOH) के साथ अभिक्रिया करता है, तो वे एक-दूसरे के प्रभाव को उदासीन कर देते हैं। इस अभिक्रिया का सामान्य समीकरण है: अम्ल + क्षार → लवण + जल। उदाहरण के लिए, HCl + NaOH → NaCl + H₂O। यहाँ NaCl लवण है और H₂O जल है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव में ‘बैक्टीरियल वेनराइटिस’ (Bacterial Vaginosis) का क्या कारण है?
- (a) ई. कोलाई (E. coli)
- (b) लैक्टोबैसिलस (Lactobacillus) का अतिवृद्धि
- (c) गार्डानेला वेजिनालिस (Gardnerella vaginalis) जैसे जीवाणुओं की अतिवृद्धि
- (d) यीस्ट (Yeast) का संक्रमण
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बैक्टीरियल वेजाइनोसिस (BV) एक योनि संक्रमण है जो योनि में सामान्यतः पाए जाने वाले जीवाणुओं के संतुलन में गड़बड़ी के कारण होता है।
व्याख्या (Explanation): बैक्टीरियल वेजाइनोसिस (BV) मुख्य रूप से योनि में लैक्टोबैसिलस (Lactobacillus) के सामान्य स्तर में कमी और गार्डानेला वेजिनालिस (Gardnerella vaginalis) और अन्य एनारोबिक (anaerobic) जीवाणुओं की अतिवृद्धि के कारण होता है। ई. कोलाई मूत्राशय संक्रमण का एक सामान्य कारण है, जबकि यीस्ट संक्रमण (जैसे कैंडिडा) अलग प्रकार का संक्रमण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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विद्युत धारा (electric current) को मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?
- (a) वोल्टमीटर (Voltmeter)
- (b) एमीटर (Ammeter)
- (c) ओह्ममीटर (Ohmmeter)
- (d) गैल्वेनोमीटर (Galvanometer)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत धारा (current) प्रति इकाई समय में किसी बिंदु से प्रवाहित आवेश (charge) की दर है। इसे एम्पीयर (Ampere) में मापा जाता है।
व्याख्या (Explanation): एमीटर (Ammeter) एक उपकरण है जिसे परिपथ (circuit) में श्रृंखला (series) में जोड़ा जाता है ताकि उसमें प्रवाहित होने वाली विद्युत धारा को मापा जा सके। वोल्टमीटर का उपयोग विभवांतर (potential difference) मापने के लिए किया जाता है, ओह्ममीटर प्रतिरोध (resistance) मापने के लिए, और गैल्वेनोमीटर बहुत छोटी धाराओं का पता लगाने या मापने के लिए उपयोग किया जाता है, लेकिन एमीटर मानक उपकरण है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव रक्त में ऑक्सीजन का परिवहन मुख्य रूप से किसके द्वारा होता है?
- (a) प्लाज्मा (Plasma)
- (b) श्वेत रक्त कोशिकाएँ (White Blood Cells)
- (c) लाल रक्त कोशिकाएँ (Red Blood Cells)
- (d) प्लेटलेट्स (Platelets)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लाल रक्त कोशिकाओं (Erythrocytes) में हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) नामक एक प्रोटीन होता है जो फेफड़ों से ऊतकों तक ऑक्सीजन के बंधन और परिवहन के लिए जिम्मेदार होता है।
व्याख्या (Explanation): लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाने वाला हीमोग्लोबिन अणु ऑक्सीजन के साथ जुड़ता है और इसे पूरे शरीर में पहुँचाता है। प्लाज्मा थोड़ी मात्रा में घुली हुई ऑक्सीजन ले जाता है, लेकिन यह मात्रा नगण्य है। श्वेत रक्त कोशिकाएं प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं, और प्लेटलेट्स रक्त के थक्के जमाने में मदद करते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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रेडियोधर्मी क्षय (radioactive decay) की दर को मापने के लिए किस इकाई का उपयोग किया जाता है?
- (a) जूल (Joule)
- (b) बेकरेल (Becquerel)
- (c) वाट (Watt)
- (d) पास्कल (Pascal)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रेडियोधर्मिता किसी अस्थिर परमाणु नाभिक (unstable atomic nucleus) से कणों या ऊर्जा के उत्सर्जन की प्रक्रिया है। रेडियोधर्मी क्षय की दर या गतिविधि को बेकरेल (Bq) में मापा जाता है।
व्याख्या (Explanation): बेकरेल (Bq) रेडियोधर्मिता की SI इकाई है, जो प्रति सेकंड एक क्षय (decay) का प्रतिनिधित्व करती है। जूल ऊर्जा की इकाई है, वाट शक्ति की इकाई है, और पास्कल दबाव की इकाई है। क्यूरी (Curie) भी रेडियोधर्मिता की एक पुरानी इकाई है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पादपों में जल और खनिज लवणों का परिवहन मुख्य रूप से किस ऊतक (tissue) द्वारा होता है?
- (a) जाइलम (Xylem)
- (b) फ्लोएम (Phloem)
- (c) पैरेन्काइमा (Parenchyma)
- (d) स्क्लेरेन्काइमा (Sclerenchyma)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जाइलम पौधों में एक संवहनी ऊतक (vascular tissue) है जो जड़ों से पत्तियों तक जल और कुछ पोषक तत्वों के परिवहन के लिए जिम्मेदार है।
व्याख्या (Explanation): जाइलम में मुख्य रूप से डेड सेल्स (जैसे ट्रेकिड्स और वेसल्स) होते हैं जो जल के कुशल परिवहन के लिए एक सतत पाइपलाइन बनाते हैं। फ्लोएम प्रकाश संश्लेषण द्वारा बनाए गए शर्करा (भोजन) का परिवहन करता है। पैरेन्काइमा और स्क्लेरेन्काइमा अन्य पादप ऊतक हैं जिनके अलग-अलग कार्य होते हैं (जैसे भंडारण और यांत्रिक समर्थन)।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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पृथ्वी पर गुरुत्वाकर्षण का मान चंद्रमा की तुलना में कितना गुना अधिक होता है?
- (a) 2 गुना
- (b) 4 गुना
- (c) 6 गुना
- (d) 8 गुना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी वस्तु पर गुरुत्वाकर्षण बल उसके द्रव्यमान पर निर्भर करता है। पृथ्वी का द्रव्यमान चंद्रमा से बहुत अधिक है, इसलिए उसका गुरुत्वाकर्षण खिंचाव भी अधिक है।
व्याख्या (Explanation): पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण त्वरण (acceleration due to gravity) लगभग 9.8 m/s² है, जबकि चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण त्वरण लगभग 1.62 m/s² है। जब आप 9.8 को 1.62 से विभाजित करते हैं, तो यह लगभग 6 आता है। इसका मतलब है कि पृथ्वी पर आपका वजन चंद्रमा की तुलना में 6 गुना अधिक होगा।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा एक प्रभावी ग्रीनहाउस गैस (Greenhouse Gas) नहीं है?
- (a) मीथेन (Methane – CH₄)
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon Dioxide – CO₂)
- (c) जलवाष्प (Water Vapor – H₂O)
- (d) नाइट्रोजन (Nitrogen – N₂)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ग्रीनहाउस गैसें वे गैसें हैं जो पृथ्वी के वायुमंडल में गर्मी को फंसाकर पृथ्वी की सतह के तापमान को बढ़ाती हैं, जिससे ग्रीनहाउस प्रभाव उत्पन्न होता है।
व्याख्या (Explanation): मीथेन (CH₄), कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) और जलवाष्प (H₂O) प्रमुख ग्रीनहाउस गैसें हैं जो पृथ्वी की गर्मी को अवशोषित और उत्सर्जित करती हैं। नाइट्रोजन (N₂) वायुमंडल का एक प्रमुख घटक है, लेकिन यह मुख्य रूप से एक निष्क्रिय गैस है और इसमें ग्रीनहाउस प्रभाव में महत्वपूर्ण योगदान देने की क्षमता नहीं है, हालांकि कुछ विशेष परिस्थितियों में यह अप्रत्यक्ष रूप से भूमिका निभा सकती है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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डीएनए (DNA) का डबल हेलिक्स (double helix) मॉडल किसने प्रस्तावित किया था?
- (a) रॉबर्ट हुक (Robert Hooke)
- (b) ग्रेगर मेंडल (Gregor Mendel)
- (c) जेम्स वॉटसन और फ्रांसिस क्रिक (James Watson & Francis Crick)
- (d) चार्ल्स डार्विन (Charles Darwin)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (DNA) वह अणु है जो सभी ज्ञात जीवित जीवों के आनुवंशिक निर्देशों (genetic instructions) को वहन करता है। इसकी संरचना को समझना आनुवंशिकी (genetics) में एक बड़ी सफलता थी।
व्याख्या (Explanation): जेम्स वॉटसन और फ्रांसिस क्रिक ने 1953 में डीएनए की डबल हेलिक्स संरचना का प्रस्ताव रखा था, जो रोज़ालिंड फ्रैंकलिन (Rosalind Franklin) और मौरिस विल्किंस (Maurice Wilkins) द्वारा एक्स-रे विवर्तन (X-ray diffraction) के काम पर आधारित था। रॉबर्ट हुक ने कोशिका की खोज की, ग्रेगर मेंडल को आनुवंशिकी का जनक कहा जाता है, और चार्ल्स डार्विन ने प्राकृतिक चयन (natural selection) द्वारा विकास का सिद्धांत दिया।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश के पूर्ण आंतरिक परावर्तन (total internal reflection) के लिए क्या शर्त आवश्यक है?
- (a) प्रकाश को सघन माध्यम से विरल माध्यम में जाना चाहिए और आपतन कोण (angle of incidence) क्रांतिक कोण (critical angle) से अधिक होना चाहिए।
- (b) प्रकाश को विरल माध्यम से सघन माध्यम में जाना चाहिए और आपतन कोण क्रांतिक कोण से कम होना चाहिए।
- (c) प्रकाश को सघन माध्यम से विरल माध्यम में जाना चाहिए और आपतन कोण क्रांतिक कोण से कम होना चाहिए।
- (d) प्रकाश को विरल माध्यम से सघन माध्यम में जाना चाहिए और आपतन कोण क्रांतिक कोण से अधिक होना चाहिए।
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पूर्ण आंतरिक परावर्तन तब होता है जब प्रकाश एक सघन माध्यम से यात्रा कर रहा होता है और विरल माध्यम में प्रवेश करने की कोशिश करता है, और आपतन कोण क्रांतिक कोण से अधिक हो जाता है, जिससे प्रकाश वापस सघन माध्यम में परावर्तित हो जाता है।
व्याख्या (Explanation): पूर्ण आंतरिक परावर्तन की दो मुख्य शर्तें हैं: (1) प्रकाश सघन माध्यम से विरल माध्यम में जा रहा हो (जैसे पानी से हवा में)। (2) आपतन कोण (incident angle) उस माध्यम के जोड़े के लिए क्रांतिक कोण (critical angle) से अधिक हो। जब ये दोनों शर्तें पूरी होती हैं, तो प्रकाश अपवर्तित (refracted) होने के बजाय पूरी तरह से सघन माध्यम में परावर्तित हो जाता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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मानव शरीर में पाई जाने वाली सबसे लंबी हड्डी (longest bone) कौन सी है?
- (a) ह्यूमरस (Humerus)
- (b) फीमर (Femur)
- (c) टिबिया (Tibia)
- (d) रेडियस (Radius)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव कंकाल तंत्र (skeletal system) विभिन्न प्रकार की हड्डियों से बना होता है, जिनमें से प्रत्येक का अपना कार्य होता है।
व्याख्या (Explanation): फीमर, जिसे जांघ की हड्डी (thigh bone) भी कहा जाता है, मानव शरीर में पाई जाने वाली सबसे लंबी, सबसे भारी और सबसे मजबूत हड्डी है। यह कूल्हे से घुटने तक फैली होती है। ह्यूमरस ऊपरी बांह की हड्डी है, टिबिया पिंडली की सामने की हड्डी है, और रेडियस कलाई की ओर अंगूठे की तरफ की अग्र-भुजा की हड्डी है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पानी का क्वथनांक (boiling point) 100°C है। यह किस दाब (pressure) पर होता है?
- (a) मानक वायुमंडलीय दाब (Standard atmospheric pressure)
- (b) कम दाब (Lower pressure)
- (c) उच्च दाब (Higher pressure)
- (d) दाब का कोई प्रभाव नहीं पड़ता
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी तरल का क्वथनांक वह तापमान है जिस पर उसका वाष्प दाब (vapor pressure) बाहरी दाब के बराबर हो जाता है।
व्याख्या (Explanation): पानी का क्वथनांक 100°C (212°F) होता है जब यह मानक वायुमंडलीय दाब (1 atm या 101.3 kPa) पर उबल रहा हो। यदि दाब बढ़ता है, तो क्वथनांक भी बढ़ता है (जैसे प्रेशर कुकर में)। यदि दाब कम होता है, तो क्वथनांक कम हो जाता है (जैसे ऊंचे पहाड़ों पर)।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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सेलुलर श्वसन (cellular respiration) की प्रक्रिया में ATP का उत्पादन किस कोशिकांग (organelle) में मुख्य रूप से होता है?
- (a) राइबोसोम (Ribosome)
- (b) एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम (Endoplasmic Reticulum)
- (c) गॉल्जी उपकरण (Golgi Apparatus)
- (d) माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondria)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एडिनोसिन ट्राइफॉस्फेट (ATP) कोशिकाओं के लिए ऊर्जा मुद्रा (energy currency) है। सेलुलर श्वसन ऊर्जा उत्पन्न करने की एक प्रक्रिया है।
व्याख्या (Explanation): माइटोकॉन्ड्रिया को अक्सर ‘कोशिका का पावरहाउस’ कहा जाता है क्योंकि वे सेलुलर श्वसन की प्रमुख प्रक्रिया के माध्यम से अधिकांश ATP का उत्पादन करते हैं। ग्लाइकोलिसिस (Glycolysis) कोशिका द्रव्य (cytoplasm) में होता है, लेकिन क्रेब्स चक्र (Krebs cycle) और ऑक्सीडेटिव फास्फारिलीकरण (oxidative phosphorylation), जो ATP उत्पादन के मुख्य चरण हैं, माइटोकॉन्ड्रिया के अंदर होते हैं। राइबोसोम प्रोटीन संश्लेषण करते हैं, एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम और गॉल्जी उपकरण अन्य कोशिका कार्य करते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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धातुओं की क्षारकता (alkalinity) किस पर निर्भर करती है?
- (a) परमाणु त्रिज्या (Atomic radius)
- (b) आयनीकरण ऊर्जा (Ionization energy)
- (c) धातु के ऑक्साइड की जल में घुलनशीलता (Solubility of metal oxide in water)
- (d) इलेक्ट्रॉन बंधुता (Electron affinity)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्षार धातुएँ (alkali metals) और क्षारीय पृथ्वी धातुएँ (alkaline earth metals) आमतौर पर पानी के साथ क्रिया करके क्षार (bases) बनाती हैं।
व्याख्या (Explanation): अधिकांश धातुएँ, विशेष रूप से क्षार धातुएँ और क्षारीय पृथ्वी धातुएँ, जब पानी के साथ क्रिया करती हैं तो धातु हाइड्रॉक्साइड (metal hydroxides) बनाती हैं, जो क्षार होते हैं। यह अभिक्रिया धातु के ऑक्साइड के जल में घुलनशील होने और हाइड्रॉक्साइड बनाने की क्षमता पर निर्भर करती है। उदाहरण के लिए, सोडियम ऑक्साइड (Na₂O) पानी में घुलकर सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) बनाता है, जो एक प्रबल क्षार है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मनुष्यों में ‘विटामिन डी’ की कमी से कौन सा रोग होता है?
- (a) स्कर्वी (Scurvy)
- (b) रिकेट्स (Rickets)
- (c) बेरी-बेरी (Beri-beri)
- (d) रतौंधी (Night blindness)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन डी एक वसा-घुलनशील विटामिन है जो कैल्शियम और फास्फोरस के अवशोषण के लिए आवश्यक है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।
व्याख्या (Explanation): विटामिन डी की कमी से बच्चों में रिकेट्स (Rickets) नामक बीमारी होती है, जिसमें हड्डियाँ नरम और विकृत हो जाती हैं। वयस्कों में, विटामिन डी की कमी से ऑस्टियोमलेशिया (Osteomalacia) हो सकता है। स्कर्वी विटामिन सी की कमी से, बेरी-बेरी विटामिन बी1 (थियामिन) की कमी से, और रतौंधी विटामिन ए की कमी से होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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विद्युत चुम्बकीय प्रेरण (electromagnetic induction) का सिद्धांत किसने दिया था?
- (a) माइकल फैराडे (Michael Faraday)
- (b) जेम्स क्लर्क मैक्सवेल (James Clerk Maxwell)
- (c) आइजैक न्यूटन (Isaac Newton)
- (d) अल्बर्ट आइंस्टीन (Albert Einstein)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चुम्बकीय प्रेरण वह घटना है जहाँ चुंबकीय क्षेत्र में परिवर्तन से विद्युत वाहक बल (electromotive force – EMF) उत्पन्न होता है, जिससे विद्युत धारा प्रवाहित हो सकती है।
व्याख्या (Explanation): माइकल फैराडे ने 1831 में विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के सिद्धांत की खोज की थी। जेम्स क्लर्क मैक्सवेल ने विद्युत चुम्बकत्व के समीकरणों को एकीकृत किया, आइजैक न्यूटन ने गति के नियमों और सार्वभौमिक गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत दिया, और अल्बर्ट आइंस्टीन ने सापेक्षता के सिद्धांत (theory of relativity) दिए।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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पौधे अपनी जड़ों द्वारा मिट्टी से क्या अवशोषित करते हैं?
- (a) केवल ऑक्सीजन
- (b) केवल कार्बन डाइऑक्साइड
- (c) जल और खनिज लवण
- (d) केवल सूर्य का प्रकाश
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पौधों को जीवित रहने और बढ़ने के लिए जल और आवश्यक पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जो उन्हें मुख्य रूप से मिट्टी से प्राप्त होते हैं।
व्याख्या (Explanation): पौधों की जड़ें मिट्टी से जल और उसमें घुले हुए खनिज लवणों (जैसे नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम) को अवशोषित करती हैं। ये जल और खनिज लवण पौधे के विभिन्न भागों में जाइलम ऊतक द्वारा पहुँचाए जाते हैं। ऑक्सीजन का अवशोषण भी जड़ों द्वारा होता है, लेकिन मुख्य कार्य जल और खनिजों का है। कार्बन डाइऑक्साइड मुख्य रूप से पत्तियों द्वारा वायुमंडल से ली जाती है, और सूर्य का प्रकाश भी पत्तियों द्वारा अवशोषित किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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परमाणु का नाभिक (nucleus) किन कणों से मिलकर बनता है?
- (a) इलेक्ट्रॉन और प्रोटॉन
- (b) प्रोटॉन और न्यूट्रॉन
- (c) केवल न्यूट्रॉन
- (d) इलेक्ट्रॉन और न्यूट्रॉन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परमाणु की संरचना में एक नाभिक होता है जो उसके केंद्र में स्थित होता है, और इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर परिक्रमा करते हैं।
व्याख्या (Explanation): परमाणु का नाभिक प्रोटॉन (धनात्मक आवेशित) और न्यूट्रॉन (उदासीन) से बना होता है। इलेक्ट्रॉन (ऋणात्मक आवेशित) नाभिक के चारों ओर विभिन्न ऊर्जा स्तरों में परिक्रमा करते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव में ‘थायमिन’ (Thiamine) की कमी से कौन सा रोग होता है?
- (a) एनीमिया (Anemia)
- (b) बेरी-बेरी (Beri-beri)
- (c) स्कर्वी (Scurvy)
- (d) पिलाग्रा (Pellagra)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): थायमिन, जिसे विटामिन बी1 (Vitamin B1) भी कहा जाता है, कार्बोहाइड्रेट चयापचय (carbohydrate metabolism) में एक महत्वपूर्ण सह-एंजाइम (co-enzyme) है।
व्याख्या (Explanation): थायमिन की कमी से बेरी-बेरी नामक रोग होता है, जो तंत्रिका तंत्र (nervous system) और हृदय प्रणाली (cardiovascular system) को प्रभावित करता है। एनीमिया आयरन या विटामिन बी12/फोलेट की कमी से हो सकता है, स्कर्वी विटामिन सी की कमी से, और पिलाग्रा नियासिन (विटामिन बी3) की कमी से होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एक सामान्य विद्युत बल्ब (electric bulb) में कौन सी गैस भरी जाती है?
- (a) ऑक्सीजन (Oxygen)
- (b) क्लोरीन (Chlorine)
- (c) आर्गन (Argon) या नाइट्रोजन (Nitrogen)
- (d) हाइड्रोजन (Hydrogen)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बिजली के बल्ब में फिलामेंट (filament) उच्च तापमान पर जलता है। बल्ब के अंदर की गैस फिलामेंट को जलने से बचाने और उसका जीवनकाल बढ़ाने में मदद करती है।
व्याख्या (Explanation): सामान्य तापदीप्त बल्बों (incandescent bulbs) में निष्क्रिय गैसें (inert gases) जैसे आर्गन (Argon) या नाइट्रोजन (Nitrogen) भरी जाती हैं, या कभी-कभी दोनों का मिश्रण। ये गैसें ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में फिलामेंट को ऑक्सीकृत (oxidize) होने या वाष्पीकृत (vaporize) होने से रोकती हैं, जिससे बल्ब की चमक और जीवनकाल बना रहता है। ऑक्सीजन, क्लोरीन और हाइड्रोजन जैसी सक्रिय गैसें फिलामेंट को तुरंत नष्ट कर देंगी।
अतः, सही उत्तर (c) है।