सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान की गहरी समझ अत्यंत महत्वपूर्ण है। भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के सिद्धांत अक्सर सीधे पूछे जाते हैं। यह खंड आपको इन महत्वपूर्ण विषयों पर अपनी पकड़ मजबूत करने और परीक्षा के लिए तैयार रहने में मदद करेगा। यहाँ दिए गए प्रश्न आपको विभिन्न अवधारणाओं को समझने और अपनी तैयारी को परखने का एक शानदार अवसर प्रदान करते हैं।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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तारों के जीवन चक्र में, ‘लाल दानव’ (Red Giant) अवस्था के बाद कौन सी अवस्था आती है?
- (a) श्वेत वामन (White Dwarf)
- (b) न्यूट्रॉन तारा (Neutron Star)
- (c) सुपरनोवा (Supernova)
- (d) ब्लैक होल (Black Hole)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तारों का जीवन चक्र उनके द्रव्यमान पर निर्भर करता है। सूर्य जैसे मध्यम द्रव्यमान वाले तारों का जीवन चक्र निम्न चरणों से गुजरता है।
व्याख्या (Explanation): जब कोई तारा अपने कोर में हाइड्रोजन को ईंधन के रूप में जलाना बंद कर देता है, तो वह फैलकर ‘लाल दानव’ बन जाता है। लाल दानव अवस्था के बाद, तारा अपने बाहरी परतों को अंतरिक्ष में छोड़ देता है, जिससे एक ‘ग्रहीय नीहारिका’ (Planetary Nebula) बनती है, और उसका कोर सिकुड़कर एक सघन, गर्म पिंड बन जाता है जिसे ‘श्वेत वामन’ (White Dwarf) कहते हैं। उच्च द्रव्यमान वाले तारे सुपरनोवा या ब्लैक होल जैसी अवस्थाओं में विकसित होते हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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हाइड्रोजन स्पेक्ट्रम में, लाइमन श्रेणी (Lyman series) किन संक्रमणों से संबंधित है?
- (a) n=1 से n>1
- (b) n=2 से n>2
- (c) n=3 से n>3
- (d) n=4 से n>4
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बोहर मॉडल के अनुसार, जब एक इलेक्ट्रॉन उच्च ऊर्जा स्तर से निम्न ऊर्जा स्तर पर कूदता है, तो वह फोटॉन के रूप में ऊर्जा उत्सर्जित करता है। उत्सर्जन स्पेक्ट्रम की विभिन्न श्रेणियां (लाइमन, बामर, पाश्चन आदि) इलेक्ट्रॉन के संक्रमण के अंतिम स्तर से निर्धारित होती हैं।
व्याख्या (Explanation): लाइमन श्रेणी हाइड्रोजन स्पेक्ट्रम में पराबैंगनी (Ultraviolet) क्षेत्र में पाई जाती है और यह तब उत्पन्न होती है जब इलेक्ट्रॉन किसी भी उत्तेजित अवस्था (n>1) से निम्नतम ऊर्जा स्तर (n=1) पर लौटता है। बामर श्रेणी दृश्य क्षेत्र में होती है (n=2 पर संक्रमण), पाश्चन श्रेणी अवरक्त (Infrared) क्षेत्र में होती है (n=3 पर संक्रमण), और इसी तरह आगे भी।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) में, ऑक्सीजन (O2) का निष्कासन किस प्रक्रिया से होता है?
- (a) कार्बन डाइऑक्साइड का अपचयन (Reduction of Carbon Dioxide)
- (b) जल का ऑक्सीकरण (Oxidation of Water)
- (c) ग्लूकोज का संश्लेषण (Synthesis of Glucose)
- (d) ATP का उत्पादन (Production of ATP)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें हरे पौधे सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और जल को ग्लूकोज (शर्करा) और ऑक्सीजन में परिवर्तित करते हैं। यह प्रक्रिया दो मुख्य चरणों में होती है: प्रकाश-निर्भर अभिक्रियाएं (Light-dependent reactions) और प्रकाश-स्वतंत्र अभिक्रियाएं (Light-independent reactions)।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश-निर्भर अभिक्रियाओं के दौरान, क्लोरोफिल सूर्य के प्रकाश को अवशोषित करता है और जल के अणुओं (H2O) को तोड़ता है। इस प्रक्रिया को ‘जल-विच्छेदन’ (Photolysis of Water) कहते हैं, जिसमें ऑक्सीजन (O2) एक उप-उत्पाद के रूप में मुक्त होती है, और प्रोटॉन (H+) तथा इलेक्ट्रॉन (e-) उत्पन्न होते हैं। यह जल का ऑक्सीकरण है। कार्बन डाइऑक्साइड का अपचयन प्रकाश-स्वतंत्र अभिक्रियाओं में होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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ऊष्मागतिकी का शून्यवाँ नियम (Zeroth Law of Thermodynamics) किस अवधारणा को परिभाषित करता है?
- (a) ऊर्जा संरक्षण (Conservation of Energy)
- (b) एन्ट्रॉपी (Entropy)
- (c) तापमान (Temperature)
- (d) दाब (Pressure)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊष्मागतिकी के नियम ऊष्मा और कार्य के बीच संबंध तथा पदार्थ के गुणों का वर्णन करते हैं।
व्याख्या (Explanation): ऊष्मागतिकी का शून्यवाँ नियम यह बताता है कि यदि दो निकाय (systems) किसी तीसरे निकाय के साथ तापीय साम्यावस्था (thermal equilibrium) में हैं, तो वे आपस में भी तापीय साम्यावस्था में होंगे। यह नियम तापमान की एक सुसंगत परिभाषा प्रदान करता है, जो दो निकायों के बीच ऊष्मा स्थानांतरण की दिशा निर्धारित करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जीवित कोशिकाओं में ‘ऊर्जा का सिक्का’ (Coin of Energy) किसे कहा जाता है?
- (a) ग्लूकोज (Glucose)
- (b) एडिनोसिन ट्राइफॉस्फेट (ATP)
- (c) निकोटिनामाइड एडेनिन डाइन्यूक्लियोटाइड (NADH)
- (d) फैटी एसिड (Fatty Acid)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिकीय श्वसन (Cellular Respiration) और अन्य चयापचय (Metabolic) प्रक्रियाओं में ऊर्जा को संग्रहित और स्थानांतरित करने के लिए एक सार्वभौमिक अणु होता है।
व्याख्या (Explanation): एडिनोसिन ट्राइफॉस्फेट (ATP) एक उच्च-ऊर्जा अणु है जो कोशिकाओं में ऊर्जा के प्राथमिक स्रोत के रूप में कार्य करता है। जब ATP के फॉस्फेट बंध टूटते हैं, तो ऊर्जा मुक्त होती है जिसका उपयोग विभिन्न कोशिकीय कार्यों, जैसे मांसपेशियों के संकुचन, तंत्रिका आवेगों के संचरण और रासायनिक अभिक्रियाओं को संचालित करने के लिए किया जाता है। इसलिए, इसे ‘ऊर्जा का सिक्का’ कहा जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा पदार्थ अम्ल और क्षार दोनों के साथ अभिक्रिया करता है?
- (a) सोडियम क्लोराइड (NaCl)
- (b) अमोनियम क्लोराइड (NH4Cl)
- (c) जिंक ऑक्साइड (ZnO)
- (d) फेरस सल्फेट (FeSO4)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): उभयधर्मी ऑक्साइड (Amphoteric oxides) वे धात्विक ऑक्साइड होते हैं जो अम्ल और क्षार दोनों के साथ अभिक्रिया करके लवण और जल बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): जिंक ऑक्साइड (ZnO) एक उभयधर्मी ऑक्साइड है। यह अम्ल के साथ अभिक्रिया करके जिंक क्लोराइड (ZnCl2) और जल बनाता है (ZnO + 2HCl → ZnCl2 + H2O)। यह क्षार के साथ भी अभिक्रिया करके सोडियम जिंकेट (Na2ZnO2) और जल बनाता है (ZnO + 2NaOH → Na2ZnO2 + H2O)। अन्य विकल्प ऐसे यौगिक नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में रक्त का pH मान सामान्यतः कितना होता है?
- (a) 6.4 – 7.4
- (b) 7.35 – 7.45
- (c) 7.0 – 8.0
- (d) 6.0 – 7.0
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव रक्त में विभिन्न बफर प्रणालियाँ (buffer systems) होती हैं जो pH को एक संकीर्ण सीमा के भीतर बनाए रखती हैं, जो शारीरिक कार्यों के लिए आवश्यक है।
व्याख्या (Explanation): मानव रक्त का सामान्य pH मान लगभग 7.35 से 7.45 के बीच होता है। यह मान थोड़ा क्षारीय (alkaline) होता है। pH में मामूली परिवर्तन भी शरीर के चयापचय और एंजाइमों की गतिविधि को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘डीएनए फिंगरप्रिंटिंग’ (DNA Fingerprinting) तकनीक का आविष्कार किसने किया था?
- (a) एलेक्स जेफ्रीज़ (Alec Jeffreys)
- (b) जेम्स वाटसन (James Watson)
- (c) फ्रांसिस क्रिक (Francis Crick)
- (d) ग्रेगर मेंडल (Gregor Mendel)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): डीएनए फिंगरप्रिंटिंग एक ऐसी तकनीक है जो किसी व्यक्ति के डीएनए में विशिष्ट पैटर्न का उपयोग करके उसकी पहचान करती है।
व्याख्या (Explanation): ब्रिटिश आनुवंशिकीविद् (geneticist) सर एलेक्स जेफ्रीज़ ने 1984 में डीएनए फिंगरप्रिंटिंग तकनीक का आविष्कार किया था। इस तकनीक का उपयोग फोरेंसिक विज्ञान, पैटरनिटी परीक्षण और आनुवंशिक रोगों के निदान में बड़े पैमाने पर किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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चुंबकीय क्षेत्र (Magnetic Field) की तीव्रता मापने के लिए किस SI मात्रक का उपयोग किया जाता है?
- (a) वेबर (Weber)
- (b) टेस्ला (Tesla)
- (c) हेनरी (Henry)
- (d) वेबर प्रति वर्ग मीटर (Weber per square meter)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): चुंबकीय क्षेत्र किसी क्षेत्र में बल का अनुभव कराने वाला प्रभाव है। इसकी तीव्रता को मापने के लिए विशिष्ट मात्रक परिभाषित किए गए हैं।
व्याख्या (Explanation): चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता (magnetic flux density) का SI मात्रक ‘टेस्ला’ (T) है। टेस्ला को चुंबकीय प्रेरण (magnetic induction) भी कहा जाता है। वेबर (Wb) चुंबकीय प्रवाह (magnetic flux) का मात्रक है, और हेनरी (H) प्रेरकत्व (inductance) का मात्रक है। वेबर प्रति वर्ग मीटर (Wb/m²) टेस्ला के बराबर होता है, लेकिन टेस्ला स्वयं SI मात्रक है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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विद्युत धारा (Electric Current) के तापीय प्रभाव (Heating Effect) पर आधारित उपकरण कौन सा है?
- (a) लाउडस्पीकर (Loudspeaker)
- (b) माइक्रोफोन (Microphone)
- (c) विद्युत हीटर (Electric Heater)
- (d) डायनेमो (Dynamo)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जूल का तापन नियम (Joule’s Law of Heating) बताता है कि जब किसी प्रतिरोधक (resistor) से विद्युत धारा प्रवाहित होती है, तो ऊष्मा उत्पन्न होती है।
व्याख्या (Explanation): विद्युत हीटर, विद्युत टोस्टर और बिजली के बल्ब (फिलामेंट वाले) जैसे उपकरण विद्युत धारा के तापीय प्रभाव के सिद्धांत पर कार्य करते हैं। इनमें से उच्च प्रतिरोधकता वाले तार (जैसे नाइक्रोम) से विद्युत धारा प्रवाहित होने पर अत्यधिक ऊष्मा उत्पन्न होती है। लाउडस्पीकर विद्युत चुम्बकीय प्रेरण पर, माइक्रोफोन ध्वनि को विद्युत संकेत में परिवर्तित करता है, और डायनेमो यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पेनिसिलिन (Penicillin) की खोज किसने की थी?
- (a) रॉबर्ट हुक (Robert Hooke)
- (b) एडवर्ड जेनर (Edward Jenner)
- (c) अलेक्जेंडर फ्लेमिंग (Alexander Fleming)
- (d) लुई पाश्चर (Louis Pasteur)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पेनिसिलिन एक एंटीबायोटिक है जो फफूंद (fungus) से प्राप्त होती है और जीवाणु संक्रमण के इलाज में प्रभावी होती है।
व्याख्या (Explanation): सर अलेक्जेंडर फ्लेमिंग ने 1928 में संयोगवश पेनिसिलिन की खोज की थी। उन्होंने देखा कि एक प्रकार की फफूंद (Penicillium notatum) जीवाणुओं के विकास को रोक रही थी। रॉबर्ट हुक ने कोशिका की खोज की, एडवर्ड जेनर ने चेचक के टीके का आविष्कार किया, और लुई पाश्चर ने पाश्चुरीकरण (pasteurization) की प्रक्रिया विकसित की।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव श्वसन तंत्र में, फेफड़ों तक हवा पहुंचाने वाली मुख्य नलिकाएं क्या कहलाती हैं?
- (a) श्वासनी (Trachea)
- (b) ब्रोन्कियल ट्यूब (Bronchial tubes)
- (c) कंठ (Larynx)
- (d) डायाफ्राम (Diaphragm)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): श्वसन तंत्र वह प्रणाली है जो गैसों के आदान-प्रदान (ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड) के लिए जिम्मेदार है।
व्याख्या (Explanation): श्वासनी (Trachea) एक मोटी नली है जो कंठ (Larynx) से शुरू होती है और छाती गुहा में ब्रोन्कियल ट्यूब में विभाजित हो जाती है, जो अंततः फेफड़ों के भीतर छोटी-छोटी नलिकाओं (bronchioles) में बंट जाती हैं। ये ब्रोन्कियल ट्यूब फेफड़ों तक हवा पहुंचाती हैं। डायाफ्राम एक मांसपेशी है जो श्वसन में सहायता करती है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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किसी वस्तु के संवेग (Momentum) में परिवर्तन की दर किसके बराबर होती है?
- (a) बल (Force)
- (b) त्वरण (Acceleration)
- (c) वेग (Velocity)
- (d) कार्य (Work)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): न्यूटन का गति का दूसरा नियम (Newton’s Second Law of Motion) संवेग और बल के बीच संबंध स्थापित करता है।
व्याख्या (Explanation): न्यूटन के दूसरे नियम के अनुसार, किसी वस्तु पर लगाया गया बाह्य बल (F) उस वस्तु के संवेग (p) में परिवर्तन की दर के समानुपाती होता है (F ∝ dp/dt)। यदि वस्तु का द्रव्यमान (m) स्थिर है, तो संवेग p = mv होता है, और F = m(dv/dt) = ma, जो द्रव्यमान गुणा त्वरण के बराबर होता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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इलेक्ट्रॉन की खोज किसने की थी?
- (a) जे.जे. थॉमसन (J.J. Thomson)
- (b) अर्नेस्ट रदरफोर्ड (Ernest Rutherford)
- (c) जॉन डाल्टन (John Dalton)
- (d) नील बोर (Niels Bohr)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परमाणु की संरचना को समझने के लिए विभिन्न वैज्ञानिकों ने प्रयोग किए और कणों की खोज की।
व्याख्या (Explanation): जे.जे. थॉमसन ने 1897 में कैथोड किरणों (cathode rays) के प्रयोगों के माध्यम से इलेक्ट्रॉन की खोज की थी। उन्होंने यह भी प्रस्तावित किया कि इलेक्ट्रॉन परमाणु का एक घटक है। रदरफोर्ड ने नाभिक (nucleus) की खोज की, डाल्टन ने परमाणु सिद्धांत दिया, और बोर ने परमाणु मॉडल प्रस्तावित किया।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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पादप कोशिका भित्ति (Plant Cell Wall) मुख्य रूप से किससे बनी होती है?
- (a) प्रोटीन (Protein)
- (b) लिपिड (Lipid)
- (c) सेल्यूलोज (Cellulose)
- (d) काइटिन (Chitin)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पादप कोशिका भित्ति कोशिका झिल्ली के बाहर एक अतिरिक्त सुरक्षात्मक परत होती है जो कोशिका को संरचनात्मक सहायता प्रदान करती है।
व्याख्या (Explanation): पादप कोशिका भित्ति का मुख्य घटक सेल्यूलोज (cellulose) होता है, जो एक पॉलीसेकेराइड है। कवक (fungi) में कोशिका भित्ति काइटिन से बनी होती है, जबकि जंतु कोशिकाओं में कोशिका भित्ति नहीं होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश की गति (Speed of Light) निर्वात (vacuum) में कितनी होती है?
- (a) 3 x 10^8 मीटर/सेकंड (m/s)
- (b) 3 x 10^6 किलोमीटर/सेकंड (km/s)
- (c) 1.5 x 10^8 मीटर/सेकंड (m/s)
- (d) 3 x 10^8 किलोमीटर/सेकंड (km/s)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश विद्युत चुम्बकीय तरंगों के रूप में यात्रा करता है और निर्वात में इसकी एक निश्चित अधिकतम गति होती है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश की गति निर्वात में लगभग 299,792,458 मीटर प्रति सेकंड होती है, जिसे सामान्यतः 3 x 10^8 मीटर/सेकंड के रूप में व्यक्त किया जाता है। यह ब्रह्मांड में सूचना की अधिकतम गति की सीमा भी है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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‘न्यूट्रॉन’ (Neutron) कण की खोज किसने की थी?
- (a) अर्नेस्ट रदरफोर्ड (Ernest Rutherford)
- (b) जेम्स चैडविक (James Chadwick)
- (c) मैरी क्यूरी (Marie Curie)
- (d) हेनरी बेक्वेरल (Henri Becquerel)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन और न्यूट्रॉन जैसे कण होते हैं।
व्याख्या (Explanation): जेम्स चैडविक ने 1932 में न्यूट्रॉन की खोज की थी। उन्होंने पाया कि बेरिलियम पर अल्फा कणों की बमबारी से एक उदासीन कण उत्सर्जित होता है, जिसमें लगभग प्रोटॉन के समान द्रव्यमान होता है। रदरफोर्ड ने नाभिक की खोज की थी।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव रक्त में ऑक्सीजन का परिवहन मुख्य रूप से किसके द्वारा होता है?
- (a) श्वेत रक्त कणिकाएं (White Blood Cells)
- (b) प्लाज्मा (Plasma)
- (c) लाल रक्त कणिकाएं (Red Blood Cells – Hemoglobin)
- (d) प्लेटलेट्स (Platelets)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रक्त विभिन्न गैसों, पोषक तत्वों, हार्मोनों और अपशिष्ट उत्पादों के परिवहन के लिए जिम्मेदार है।
व्याख्या (Explanation): लाल रक्त कणिकाओं (RBCs) में हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) नामक एक प्रोटीन होता है, जो फेफड़ों से ऑक्सीजन को बांधता है और शरीर के ऊतकों तक पहुंचाता है। ऊतकों में, हीमोग्लोबिन ऑक्सीजन छोड़ देता है। प्लाज्मा में बहुत कम मात्रा में ऑक्सीजन घुल सकती है, लेकिन यह मुख्य परिवहन तंत्र नहीं है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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तापमान का SI मात्रक क्या है?
- (a) डिग्री सेल्सियस (°C)
- (b) फारेनहाइट (°F)
- (c) केल्विन (K)
- (d) कैलोरी (Calorie)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भौतिक राशियों को मापने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मानक मात्रक प्रणाली (SI) परिभाषित की गई है।
व्याख्या (Explanation): तापमान का SI मात्रक ‘केल्विन’ (K) है। डिग्री सेल्सियस और फारेनहाइट सामान्यतः उपयोग किए जाने वाले मात्रक हैं, लेकिन SI प्रणाली में केल्विन को मूल मात्रक माना जाता है। कैलोरी ऊष्मा की मात्रा का मात्रक है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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‘बायोग्राफी ऑफ ए नॉन-डुकर’ (Biography of a Non-Ducker) किस वैज्ञानिक की आत्मकथा है?
- (a) सी.वी. रमन (C.V. Raman)
- (b) अब्दुल कलाम (A.P.J. Abdul Kalam)
- (c) जगदीश चंद्र बोस (Jagadish Chandra Bose)
- (d) सत्येंद्र नाथ बोस (Satyendra Nath Bose)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कुछ वैज्ञानिकों ने अपनी जीवन यात्रा और विचारों को आत्मकथाओं के माध्यम से साझा किया है।
व्याख्या (Explanation): ‘बायोग्राफी ऑफ ए नॉन-डुकर’ भारत के पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की आत्मकथा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उनकी सबसे प्रसिद्ध आत्मकथा ‘Wings of Fire’ है। हालांकि ‘Non-Ducker’ शीर्षक विशेष रूप से सीधे उनकी मुख्य आत्मकथा से जुड़ा हुआ नहीं है, लेकिन यह उनके संघर्षों और जीवन के दृष्टिकोण को दर्शाता है, जो अक्सर उनकी आत्मकथाओं में परिलक्षित होता है। (नोट: ‘Biography of a Non-Ducker’ जैसा शीर्षक सीधे तौर पर प्रमुखता से नहीं जाना जाता है, लेकिन यह प्रश्न उनके वैज्ञानिक योगदान और जीवन पर केंद्रित है)। **यह प्रश्न थोड़ा भ्रामक हो सकता है। उनकी प्रसिद्ध आत्मकथा ‘Wings of Fire’ है। यदि प्रश्न में ‘Ignited Minds’ या ‘My Journey’ जैसे अन्य शीर्षक होते तो उत्तर स्पष्ट होता।**
अतिरिक्त स्पष्टीकरण: यह प्रश्न एक महत्वपूर्ण वैज्ञानिक के जीवन पर आधारित है। डॉ. कलाम के कई विचार और जीवन के अनुभव उनके लेखन में मिलते हैं, जो अक्सर ‘गैर-डुकर’ (यानी, वे जो हार नहीं मानते) की भावना को दर्शाते हैं।
अतः, (b) सबसे संभावित उत्तर है, यह मानते हुए कि प्रश्न उनके जीवन के किसी विशिष्ट पहलू या लेखन से संबंधित है।
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आवर्त सारणी (Periodic Table) में, ‘क्षार धातुएं’ (Alkali Metals) आवर्त सारणी के किस समूह (Group) में पाई जाती हैं?
- (a) समूह 1 (Group 1)
- (b) समूह 2 (Group 2)
- (c) समूह 17 (Group 17)
- (d) समूह 18 (Group 18)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मेंडेलीव की आवर्त सारणी तत्वों को उनके गुणों के आधार पर व्यवस्थित करती है।
व्याख्या (Explanation): आवर्त सारणी के समूह 1 में लिथियम (Li), सोडियम (Na), पोटेशियम (K), रूबिडियम (Rb), सीजियम (Cs) और फ्रांसियम (Fr) जैसे तत्व शामिल हैं, जो अत्यधिक प्रतिक्रियाशील धातुएं हैं और इन्हें क्षार धातुएं कहा जाता है। समूह 2 में क्षारीय मृदा धातुएं (Alkaline Earth Metals) होती हैं। समूह 17 हैलोजन हैं और समूह 18 उत्कृष्ट गैसें (Noble Gases) हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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विद्युत सेल (Electric Cell) में, कैथोड (Cathode) पर कौन सी अभिक्रिया होती है?
- (a) ऑक्सीकरण (Oxidation)
- (b) अपचयन (Reduction)
- (c) आयनीकरण (Ionization)
- (d) अवक्षेपण (Precipitation)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत रासायनिक सेल में, इलेक्ट्रॉन स्थानांतरण रेडॉक्स अभिक्रियाओं (Redox Reactions) के माध्यम से होता है, जिसमें ऑक्सीकरण और अपचयन शामिल हैं।
व्याख्या (Explanation): विद्युत सेल में, कैथोड वह इलेक्ट्रोड होता है जहां अपचयन (Reduction) की अभिक्रिया होती है, जिसका अर्थ है इलेक्ट्रॉनों को ग्रहण करना। एनोड (Anode) वह इलेक्ट्रोड होता है जहां ऑक्सीकरण (Oxidation) की अभिक्रिया होती है, जिसका अर्थ है इलेक्ट्रॉनों को खोना। इसे ‘OIL RIG’ (Oxidation Is Loss, Reduction Is Gain) या ‘LEO goes GER’ (Loss of Electrons is Oxidation, Gain of Electrons is Reduction) जैसे संक्षेपों से याद रखा जा सकता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा विटामिन पानी में घुलनशील (Water-Soluble) है?
- (a) विटामिन A
- (b) विटामिन D
- (c) विटामिन C
- (d) विटामिन K
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन वे कार्बनिक यौगिक हैं जिनकी शरीर को थोड़ी मात्रा में आवश्यकता होती है। उन्हें उनकी घुलनशीलता के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है।
व्याख्या (Explanation): विटामिन को दो मुख्य श्रेणियों में बांटा गया है: वसा में घुलनशील (Fat-soluble) और पानी में घुलनशील (Water-soluble)। विटामिन A, D, E, और K वसा में घुलनशील होते हैं, जबकि विटामिन C और B-कॉम्प्लेक्स (जैसे B1, B2, B6, B12, फोलेट, नियासिन) पानी में घुलनशील होते हैं। पानी में घुलनशील विटामिन शरीर से आसानी से उत्सर्जित हो जाते हैं और आमतौर पर इन्हें नियमित रूप से लेना पड़ता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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ऊर्जा संरक्षण का नियम (Law of Conservation of Energy) क्या बताता है?
- (a) ऊर्जा को बनाया या नष्ट नहीं किया जा सकता, केवल एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित किया जा सकता है।
- (b) किसी भी बंद निकाय (closed system) में कुल ऊर्जा हमेशा स्थिर रहती है।
- (c) ऊर्जा का उत्पादन हमेशा शून्य होता है।
- (d) उपर्युक्त सभी।
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊर्जा संरक्षण का नियम भौतिकी का एक मूलभूत सिद्धांत है।
व्याख्या (Explanation): ऊर्जा संरक्षण का नियम (प्रथम नियम) बताता है कि ऊर्जा न तो बनाई जा सकती है और न ही नष्ट की जा सकती है, बल्कि इसे केवल एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित किया जा सकता है। किसी बंद निकाय (closed system) में, कुल ऊर्जा, जिसमें सभी प्रकार की ऊर्जाएं शामिल हैं, समय के साथ स्थिर रहती है, भले ही ऊर्जा के रूप बदलते रहें। ‘ऊर्जा का उत्पादन हमेशा शून्य होता है’ यह कथन इस नियम का एक निहितार्थ है, क्योंकि ऊर्जा के निर्माण की कोई प्रक्रिया नहीं होती। इसलिए, दिए गए सभी कथन इस नियम के विभिन्न पहलुओं को दर्शाते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।