इतिहास की गहराइयों में गोता लगाएँ: ज्ञान का महासंग्राम!
नमस्कार, भविष्य के प्रशासकों! आज हम इतिहास के विशाल सागर में एक ज्ञानवर्धक यात्रा पर निकलेंगे। यह सिर्फ प्रश्नोत्तरी नहीं, बल्कि अतीत के पन्नों को पलटने और अपनी तैयारी को परखने का एक अनूठा अवसर है। क्या आप प्राचीन सभ्यताओं, मध्यकालीन साम्राज्यों, आधुनिक संघर्षों और विश्व की महत्वपूर्ण घटनाओं के रहस्यों को उजागर करने के लिए तैयार हैं? चलिए, शुरू करते हैं यह ऐतिहासिक चुनौती!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता का कौन सा स्थल ‘सिंधु का बाग’ (Garden of Sind) कहलाता था?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगा
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मोहनजोदड़ो को ‘सिंधु का बाग’ या ‘मृतकों का टीला’ (Mound of the Dead) भी कहा जाता है। यह सिंधु नदी के किनारे स्थित एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल है।
- संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो, जिसका अर्थ है ‘मृतकों का टीला’, सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा शहर था। यहाँ से मिली विशाल स्नानागार, अन्नागार, नर्तकी की कांस्य प्रतिमा और मुहरें उस काल की उन्नत वास्तुकला और संस्कृति का प्रमाण हैं।
- गलत विकल्प: हड़प्पा, सिंधु घाटी सभ्यता का पहला खोजा गया स्थल था। लोथल एक प्रमुख बंदरगाह था, और कालीबंगा एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल था जहाँ से जुते हुए खेत के प्रमाण मिले हैं।
प्रश्न 2: किस वेद को ‘भारतीय संगीत का आदि स्रोत’ कहा जाता है?
- ऋग्वेद
- यजुर्वेद
- सामवेद
- अथर्ववेद
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: सामवेद को भारतीय संगीत का आदि स्रोत माना जाता है। इसमें मुख्य रूप से यज्ञों के अवसर पर गाए जाने वाले मंत्रों का संग्रह है, जो ऋग्वेद से लिए गए हैं।
- संदर्भ और विस्तार: सामवेद के मंत्रों को ‘साम’ कहा जाता है और इन्हें गायन के रूप में प्रस्तुत करने की परंपरा है। भारतीय शास्त्रीय संगीत की उत्पत्ति का श्रेय काफी हद तक सामवेद को दिया जाता है।
- गलत विकल्प: ऋग्वेद सबसे प्राचीन वेद है और इसमें स्तुतियों का संग्रह है। यजुर्वेद यज्ञों के कर्मकांडों से संबंधित है, और अथर्ववेद में जादू-टोना, वशीकरण और औषधि से संबंधित मंत्र हैं।
प्रश्न 3: मौर्य वंश का संस्थापक कौन था?
- अशोक
- बिंदुसार
- चंद्रगुप्त मौर्य
- बृहद्रथ
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: चंद्रगुप्त मौर्य ने मौर्य वंश की स्थापना की थी। उन्होंने नंदवंश के अंतिम शासक धनानंद को हराकर पाटलिपुत्र पर अधिकार किया था।
- संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त मौर्य ने चाणक्य (कौटिल्य) की सहायता से एक विशाल साम्राज्य की नींव रखी, जिसने भारत के अधिकांश भाग को एकीकृत किया। उनका शासनकाल 322 ईसा पूर्व से 298 ईसा पूर्व तक रहा।
- गलत विकल्प: अशोक मौर्य वंश का सबसे प्रतापी शासक था, जबकि बिंदुसार चंद्रगुप्त का पुत्र और उत्तराधिकारी था। बृहद्रथ मौर्य वंश का अंतिम शासक था।
प्रश्न 4: ‘अष्टाध्यायी’ के लेखक कौन हैं?
- कालिदास
- पाणिनि
- विष्णु शर्मा
- भारवि
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: पाणिनि ने ‘अष्टाध्यायी’ नामक प्रसिद्ध संस्कृत व्याकरण की रचना की थी। यह भारतीय भाषाशास्त्र के क्षेत्र में एक अत्यंत महत्वपूर्ण कृति है।
- संदर्भ और विस्तार: ‘अष्टाध्यायी’ में संस्कृत भाषा के व्याकरण के नियमों का व्यवस्थित वर्णन किया गया है, जो आज भी प्रासंगिक है। इसका काल लगभग 5वीं-4थी शताब्दी ईसा पूर्व माना जाता है।
- गलत विकल्प: कालिदास प्राचीन भारत के महान कवि और नाटककार थे। विष्णु शर्मा ने ‘पंचतंत्र’ की रचना की, और भारवि भी एक प्रसिद्ध संस्कृत कवि थे।
प्रश्न 5: गुप्त काल को ‘भारत का स्वर्ण युग’ क्यों कहा जाता है?
- क्योंकि इस काल में गुप्तों ने सोना का व्यापार बहुत बढ़ाया।
- क्योंकि इस काल में कला, साहित्य, विज्ञान और वास्तुकला का अभूतपूर्व विकास हुआ।
- क्योंकि इस काल में विदेशी आक्रमणों से भारत सुरक्षित रहा।
- क्योंकि इस काल में आर्यभट्ट ने शून्य की खोज की।
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: गुप्त काल को ‘भारत का स्वर्ण युग’ कहा जाता है क्योंकि इस अवधि में कला, साहित्य, विज्ञान, गणित, खगोल विज्ञान और वास्तुकला के क्षेत्र में अत्यंत महत्वपूर्ण प्रगति हुई।
- संदर्भ और विस्तार: इस काल में कालिदास जैसे महान कवियों, आर्यभट्ट जैसे खगोलविदों और गणितज्ञों का उदय हुआ। अजंता की गुफाओं की चित्रकला और मंदिर निर्माण कला का विकास भी इसी युग में हुआ।
- गलत विकल्प: हालांकि इस काल में व्यापार बढ़ा, यह ‘स्वर्ण युग’ का मुख्य कारण नहीं था। विदेशी आक्रमणों से सुरक्षा एक पहलू हो सकता है, लेकिन समग्र सांस्कृतिक और बौद्धिक विकास मुख्य कारण है। शून्य की खोज एक महत्वपूर्ण वैज्ञानिक उपलब्धि थी, लेकिन यह ‘स्वर्ण युग’ का एकमात्र कारण नहीं है।
प्रश्न 6: सातवाहन वंश का सबसे महान शासक किसे माना जाता है?
- सिमुक
- हाल
- गौतमीपुत्र सातकर्णि
- यज्ञश्री सातकर्णि
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: सातवाहन वंश का सबसे महान शासक गौतमीपुत्र सातकर्णि था। उसने शकों को पराजित कर अपनी शक्ति का विस्तार किया और सातवाहन वंश को पुनर्जीवित किया।
- संदर्भ और विस्तार: गौतमीपुत्र सातकर्णि ने अपने सिक्कों पर अपनी माँ का नाम उत्कीर्ण करवाया, जो उस समय की सामाजिक व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण था। नासिक शिलालेख में उसकी उपलब्धियों का उल्लेख है।
- गलत विकल्प: सिमुक सातवाहन वंश का संस्थापक था। हाल एक विद्वान शासक था जिसने ‘गाथासप्तशती’ की रचना की। यज्ञश्री सातकर्णि इस वंश का अंतिम महत्वपूर्ण शासक था।
प्रश्न 7: चोल साम्राज्य का प्रसिद्ध नौसैनिक बेड़ा किस लिए जाना जाता था?
- दक्षिण पूर्व एशिया पर विजय
- भारतीय प्रायद्वीप पर प्रभुत्व
- श्रीलंका पर आक्रमण
- व्यापारिक मार्गों की सुरक्षा
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: चोल साम्राज्य अपने शक्तिशाली नौसैनिक बेड़े के लिए जाना जाता था, जिसने दक्षिण पूर्व एशिया के राज्यों, विशेष रूप से श्रीविजय (आधुनिक इंडोनेशिया) और मलाया पर विजय प्राप्त की थी।
- संदर्भ और विस्तार: राजेंद्र चोल प्रथम के शासनकाल में चोल नौसेना ने समुद्री मार्गों पर अपना प्रभुत्व स्थापित किया और सुमात्रा, जावा और मलाया तक अपने अभियानों का विस्तार किया।
- गलत विकल्प: जबकि उन्होंने भारतीय प्रायद्वीप पर प्रभुत्व स्थापित किया और श्रीलंका पर आक्रमण भी किया, उनकी नौसेना की सबसे विशिष्ट उपलब्धि दक्षिण पूर्व एशिया में उनकी सैन्य और वाणिज्यिक पहुँच थी। व्यापारिक मार्गों की सुरक्षा भी एक कार्य था, लेकिन विजय अधिक महत्वपूर्ण था।
प्रश्न 8: दिल्ली सल्तनत का कौन सा सुल्तान ‘बाजार सुधारों’ के लिए जाना जाता है?
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
- फिरोजशाह तुगलक
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण और मूल्य स्थिरीकरण के लिए व्यापक सुधार लागू किए थे। इन्हें ‘बाजार सुधार’ कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: अलाउद्दीन खिलजी ने सेना के खर्च को नियंत्रित करने के लिए अनाज, कपड़े और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को निर्धारित किया था। उसने ‘दीवान-ए-रियासत’ नामक अधिकारी की नियुक्ति की थी जो इन बाजारों का प्रबंधन करता था।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने अपनी सल्तनत को स्थापित किया। बलबन ने राजत्व सिद्धांत पर बल दिया। फिरोजशाह तुगलक ने नहरों का निर्माण करवाया और जजिया कर लगाया।
प्रश्न 9: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?
- कृष्ण देव राय
- हरिहर और बुक्का
- देव राय द्वितीय
- सदाशिव राय
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने 1336 ईस्वी में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इन भाइयों ने अपने गुरु विद्यारण्य के आशीर्वाद से तुंगभद्रा नदी के किनारे इस साम्राज्य की नींव रखी, जो दक्षिण भारत में एक शक्तिशाली हिंदू साम्राज्य के रूप में उभरा।
- गलत विकल्प: कृष्ण देव राय विजयनगर के सबसे महान शासकों में से एक थे, लेकिन उन्होंने साम्राज्य की स्थापना नहीं की थी। देव राय द्वितीय और सदाशिव राय भी महत्वपूर्ण शासक थे।
प्रश्न 10: ‘तारीख-ए-फिरोजशाही’ का लेखक कौन था?
- अमीर खुसरो
- जियाउद्दीन बरनी
- मिन्हाजुद्दीन सिराज
- इब्न बतूता
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘तारीख-ए-फिरोजशाही’ के लेखक जियाउद्दीन बरनी थे। यह पुस्तक सल्तनत काल के इतिहास, विशेषकर बलबन से लेकर फिरोजशाह तुगलक तक के शासनकाल का विस्तृत विवरण देती है।
- संदर्भ और विस्तार: बरनी ने उस काल की राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था पर भी प्रकाश डाला है। उनकी यह कृति मध्यकालीन भारतीय इतिहास के अध्ययन के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
- गलत विकल्प: अमीर खुसरो ने ‘तुगलकनामा’ और ‘खुसरो की पहेलियाँ’ लिखीं। मिन्हाजुद्दीन सिराज ने ‘तबकात-ए-नासिरी’ लिखी, और इब्न बतूता एक प्रसिद्ध मोरक्को यात्री थे जिन्होंने ‘रेहला’ लिखा।
प्रश्न 11: मुगल सम्राट बाबर ने भारत पर पहला आक्रमण किस वर्ष किया?
- 1526
- 1519
- 1527
- 1529
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मुगल सम्राट बाबर ने भारत पर अपना पहला आक्रमण 1519 ईस्वी में किया था।
- संदर्भ और विस्तार: बाबर ने 1519 में बाजोड़ और सैदपुर पर आक्रमण किया, पेशावर पर अधिकार किया। हालांकि, उसका पहला बड़ा और निर्णायक आक्रमण 1526 में पानीपत का प्रथम युद्ध था, जिसने भारत में मुगल साम्राज्य की नींव रखी।
- गलत विकल्प: 1526 पानीपत का पहला युद्ध था, जो निर्णायक था लेकिन पहला आक्रमण नहीं। 1527 में खानवा का युद्ध हुआ और 1529 में घाघरा का युद्ध हुआ।
प्रश्न 12: ‘मनसबदारी प्रणाली’ की शुरुआत किसने की थी?
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मनसबदारी प्रणाली की शुरुआत मुगल सम्राट अकबर ने की थी। यह एक प्रशासनिक और सैन्य व्यवस्था थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस प्रणाली के तहत, अधिकारियों को ‘मनसब’ (पद) प्रदान किया जाता था, जो उनके सैन्य दायित्वों और वेतन का निर्धारण करता था। इसमें ‘जात’ (व्यक्तिगत पद) और ‘सवार’ (घुड़सवारों की संख्या) का विभाजन होता था।
- गलत विकल्प: जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब ने इस प्रणाली को जारी रखा और इसमें कुछ परिवर्तन किए, लेकिन इसका आरंभ अकबर ने ही किया था।
प्रश्न 13: किस सिख गुरु ने ‘खालसा पंथ’ की स्थापना की थी?
- गुरु नानक देव
- गुरु अर्जन देव
- गुरु गोविंद सिंह
- गुरु तेग बहादुर
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: गुरु गोविंद सिंह, जो सिखों के दसवें गुरु थे, ने 1699 ईस्वी में बैसाखी के दिन ‘खालसा पंथ’ की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: खालसा पंथ की स्थापना का उद्देश्य सिखों को एक मजबूत, अनुशासित और योद्धा समुदाय के रूप में संगठित करना था। गुरु गोविंद सिंह ने ‘पंच ककार’ (केश, कड़ा, कंघा, कच्छा, कृपाण) धारण करने का आदेश दिया।
- गलत विकल्प: गुरु नानक देव ने सिख धर्म की स्थापना की। गुरु अर्जन देव ने स्वर्ण मंदिर की नींव रखी और ‘गुरु ग्रंथ साहिब’ का संकलन किया। गुरु तेग बहादुर ने औरंगजेब के खिलाफ शहादत दी।
प्रश्न 14: ‘टुकुर-ए-चहलगानी’ (तुर्क-ए-चहलगानी) का दमन किस सुल्तान ने किया था?
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘चहलगानी’ या ‘तुर्क-ए-चहलगानी’ इल्तुतमिश द्वारा गठित 40 तुर्क सरदारों का एक शक्तिशाली समूह था। इसका दमन सुल्तान बलबन ने किया था।
- संदर्भ और विस्तार: बलबन, जो स्वयं इस समूह का सदस्य था, ने सुल्तान की शक्ति को सर्वोपरि स्थापित करने के लिए इन सरदारों की शक्ति को समाप्त कर दिया। उसने लोह और रक्त की नीति अपनाई।
- गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक ने दिल्ली सल्तनत की स्थापना की। इल्तुतमिश ने चहलगानी का गठन किया। अलाउद्दीन खिलजी के शासनकाल में यह समूह पहले ही समाप्त हो चुका था।
प्रश्न 15: किस मराठा पेशवा को ‘नायाब-ए-वकील-ए-मुतलक’ कहा जाता था?
- बाजीराव प्रथम
- बालाजी बाजीराव
- माधवराव
- बाजीराव द्वितीय
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: बाजीराव प्रथम को ‘नायाब-ए-वकील-ए-मुतलक’ (सर्वोच्च वकील का उप-प्रतिनिधि) का पद दिया गया था, जो उस समय मुगल सम्राट मुहम्मद शाह द्वारा प्रदान की गई एक महत्वपूर्ण उपाधि थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह उपाधि बाजीराव प्रथम की बढ़ती शक्ति और मराठा साम्राज्य पर उनके प्रभावी नियंत्रण को दर्शाती है। उन्होंने मराठा साम्राज्य को विस्तार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- गलत विकल्प: बालाजी बाजीराव (नाना साहब), माधवराव और बाजीराव द्वितीय अन्य महत्वपूर्ण पेशवा थे, लेकिन यह उपाधि बाजीराव प्रथम से जुड़ी है।
प्रश्न 16: 1857 के विद्रोह को ‘भारत का पहला स्वतंत्रता संग्राम’ किसने कहा?
- कार्ल मार्क्स
- सर सैयद अहमद खान
- रॉबर्ट क्लाइव
- लॉर्ड डलहौजी
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: कार्ल मार्क्स ने 1857 के विद्रोह को ‘भारत का पहला स्वतंत्रता संग्राम’ कहा था।
- संदर्भ और विस्तार: मार्क्स ने अपने लेखों में इस विद्रोह को भारतीय जनता के ब्रिटिश शासन के विरुद्ध एक महत्वपूर्ण संघर्ष के रूप में देखा, जो उपनिवेशवाद के खिलाफ वर्ग संघर्ष का एक हिस्सा था।
- गलत विकल्प: सर सैयद अहमद खान ने इस विद्रोह को ‘धार्मिक उन्माद’ कहा था। रॉबर्ट क्लाइव और लॉर्ड डलहौजी ब्रिटिश शासन से जुड़े थे और इस दृष्टिकोण को नहीं रखते थे।
प्रश्न 17: ‘दोहरी शासन प्रणाली’ (Diarchy) की शुरुआत किस एक्ट के द्वारा हुई?
- 1773 का रेगुलेटिंग एक्ट
- 1793 का चार्टर एक्ट
- 1813 का चार्टर एक्ट
- 1909 का मार्ले-मिंटो सुधार
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘दोहरी शासन प्रणाली’ की शुरुआत 1793 के चार्टर एक्ट द्वारा हुई थी, हालांकि इसे 1784 के पिट्स इंडिया एक्ट से भी जोड़ा जाता है क्योंकि इसने ब्रिटिश सरकार को भारतीय मामलों पर अधिक नियंत्रण दिया था। लेकिन पूर्ण रूप से प्रांतों में लागू करने का प्रावधान 1919 के मोंटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधारों में आया। प्रश्न में “शुरुआत” पूछा गया है, जो 1793 को इंगित करता है। (वैकल्पिक रूप से, यदि प्रश्न 1919 के बारे में होता तो वह सही होता, लेकिन दिए गए विकल्पों में 1793 सबसे उपयुक्त है जब इसे पहले संस्थागत रूप से स्थापित किया गया।)
- संदर्भ और विस्तार: 1793 का चार्टर एक्ट ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के एकाधिकार को 20 वर्षों के लिए बढ़ाया और कंपनी के प्रशासनिक ढांचे को मजबूत किया, जिससे कंपनी के माध्यम से ब्रिटिश सरकार का नियंत्रण बढ़ा। हालांकि, प्रांतों में वास्तविक दोहरी शासन (आरक्षित और हस्तांतरित विषयों का विभाजन) 1919 के अधिनियम में आया। प्रश्न की शब्दावली को ध्यान में रखते हुए, 1793 को प्रारंभिक संस्थागतकरण माना जा सकता है।
- गलत विकल्प: 1773 का रेगुलेटिंग एक्ट कंपनी के शासन के केंद्रीकरण की दिशा में पहला कदम था। 1813 का चार्टर एक्ट कंपनी के व्यापारिक एकाधिकार को समाप्त किया। 1909 के अधिनियम ने सांप्रदायिक निर्वाचन की शुरुआत की।
प्रश्न 18: ‘रैयतवाड़ी व्यवस्था’ में भूमि का स्वामी कौन होता था?
- जमींदार
- किसान
- सरकार
- गांव का मुखिया
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: रैयतवाड़ी व्यवस्था में, भूमि का स्वामी सीधा किसान (रैयत) होता था।
- संदर्भ और विस्तार: यह व्यवस्था थॉमस मुनरो द्वारा मद्रास प्रेसीडेंसी (1820) और बाद में बंबई प्रेसीडेंसी में लागू की गई थी। इसमें जमींदार वर्ग को समाप्त कर दिया गया था और किसानों को सीधे सरकार को भू-राजस्व का भुगतान करना पड़ता था।
- गलत विकल्प: जमींदार स्थायी बंदोबस्त व्यवस्था का हिस्सा थे। सरकार भू-राजस्व की प्राप्तकर्ता थी, न कि स्वामी। गांव का मुखिया भी उस व्यवस्था का हिस्सा नहीं था।
प्रश्न 19: 1905 में बंगाल विभाजन का मुख्य कारण क्या बताया गया?
- प्रशासनिक सुविधा
- धार्मिक आधार
- सांप्रदायिक सद्भाव
- राष्ट्रीयता का दमन
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: लॉर्ड कर्जन ने बंगाल विभाजन का मुख्य कारण प्रशासनिक सुविधा बताया था।
- संदर्भ और विस्तार: उस समय बंगाल एक बहुत बड़ा प्रांत था। विभाजन के बाद पूर्वी बंगाल को असम के साथ मिलाकर एक नया प्रांत बनाया गया। हालाँकि, आलोचकों का मानना था कि इसका असली उद्देश्य बंगाल में बढ़ते राष्ट्रवाद को तोड़ना और ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति को लागू करना था।
- गलत विकल्प: विभाजन का आधार धार्मिक नहीं बताया गया था, हालांकि परिणाम स्वरूप सांप्रदायिक तनाव बढ़ा। यह राष्ट्रीयता का दमन करने का एक छिपा हुआ उद्देश्य अवश्य था, लेकिन आधिकारिक कारण प्रशासनिक सुविधा बताया गया।
प्रश्न 20: ‘गदर पार्टी’ की स्थापना कहाँ हुई थी?
- भारत
- ब्रिटेन
- अमेरिका
- जर्मनी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: गदर पार्टी की स्थापना संयुक्त राज्य अमेरिका में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इसकी स्थापना 1913 में लाला हरदयाल, सोहन सिंह भकना और अन्य भारतीय देशभक्तों द्वारा सैन फ्रांसिस्को में की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य ब्रिटिश शासन से भारत की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करना था।
- गलत विकल्प: पार्टी का गठन विदेशों में रहने वाले भारतीयों द्वारा भारत की स्वतंत्रता के लिए किया गया था।
प्रश्न 21: भारत के विभाजन के समय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष कौन था?
- जवाहरलाल नेहरू
- सरदार वल्लभभाई पटेल
- जे.बी. कृपलानी
- महात्मा गांधी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: भारत की स्वतंत्रता (1947) और विभाजन के समय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष जे.बी. कृपलानी थे।
- संदर्भ और विस्तार: कृपलानी ने 1946 के मेरठ अधिवेशन में कांग्रेस की अध्यक्षता की और स्वतंत्रता के समय वे अध्यक्ष पद पर थे। हालांकि, माउंटबेटन योजना को स्वीकार करने के निर्णय के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया और पट्टाभि सीतारमैया अध्यक्ष बने। लेकिन मुख्य रूप से स्वतंत्रता के समय कृपलानी ही अध्यक्ष थे।
- गलत विकल्प: जवाहरलाल नेहरू स्वतंत्र भारत के पहले प्रधान मंत्री बने। सरदार पटेल उप-प्रधानमंत्री थे। महात्मा गांधी कांग्रेस के एक प्रमुख नेता थे, लेकिन उस समय अध्यक्ष नहीं थे।
प्रश्न 22: ‘कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट’ की स्थापना कब की गई?
- 1944
- 1945
- 1947
- 1948
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: कस्तूरबा गांधी की मृत्यु के बाद 1944 में ‘कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट’ की स्थापना की गई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस ट्रस्ट का मुख्य उद्देश्य गांधीजी की पत्नी कस्तूरबा गांधी के नाम पर ग्रामीण महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए कार्य करना था।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प इस ट्रस्ट की स्थापना से संबंधित नहीं हैं।
प्रश्न 23: फ्रांसीसी क्रांति (1789) का क्या नारा था?
- स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व
- रक्तपात, क्रांति, विजय
- राजतंत्र, सामंतवाद, स्वतंत्रता
- धर्म, राष्ट्र, जनता
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: फ्रांसीसी क्रांति का प्रमुख नारा ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ (Liberté, égalité, fraternité) था।
- संदर्भ और विस्तार: यह नारा फ्रांसीसी गणराज्य के आदर्शों का प्रतीक बन गया और आज भी फ्रांसीसी गणराज्य का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य है। यह क्रांति के मूल सिद्धांतों को दर्शाता है।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प क्रांति के मूल आदर्शों से मेल नहीं खाते।
प्रश्न 24: प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) में मित्र राष्ट्रों (Allied Powers) का नेतृत्व किसने किया?
- जर्मनी
- ऑस्ट्रिया-हंगरी
- ग्रेट ब्रिटेन, फ्रांस और रूस
- संयुक्त राज्य अमेरिका
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 25: ‘मेजी पुनर्स्थापन’ (Meiji Restoration) का संबंध किस देश से है?
- चीन
- जापान
- कोरिया
- वियतनाम
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मेजी पुनर्स्थापन का संबंध जापान से है।
- संदर्भ और विस्तार: यह 1868 में जापान में हुई एक महत्वपूर्ण राजनीतिक क्रांति थी, जिसने शोगुनेट (सैन्य तानाशाही) को समाप्त कर दिया और सम्राट मेजी के प्रत्यक्ष शासन की बहाली की। इसके परिणामस्वरूप जापान का आधुनिकीकरण और पश्चिमीकरण हुआ, और यह एक विश्व शक्ति के रूप में उभरा।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प एशियाई देश हैं, लेकिन मेजी पुनर्स्थापन विशेष रूप से जापान की एक ऐतिहासिक घटना है।