इतिहास की रणभूमि: 25 प्रश्नों का महासंग्राम!
आज फिर समय के पहियों को पीछे ले चलें और ज्ञान की गहराइयों में उतरें! क्या आप प्राचीन सभ्यताओं के रहस्यों को सुलझाने, मध्यकालीन साम्राज्यों के उतार-चढ़ाव को समझने, आधुनिक भारत के संघर्षों को महसूस करने और विश्व इतिहास के निर्णायक मोड़ों को पहचानने के लिए तैयार हैं? आइए, अपनी तैयारी को परखें और सफलता की ओर एक कदम और बढ़ाएं!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और दिए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: हड़प्पा सभ्यता के किस स्थल को ‘सिंधु घाटी का मीरा’ कहा जाता है?
- मोहनजोदड़ो
- हड़प्पा
- लोथल
- कालीबंगन
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: लोथल को ‘सिंधु घाटी का मीरा’ कहा जाता है क्योंकि यह एक प्रमुख बंदरगाह शहर था और उस समय की उन्नत व्यापारिक गतिविधियों का केंद्र था।
- संदर्भ और विस्तार: लोथल, जो आधुनिक गुजरात में स्थित है, एक महत्वपूर्ण हड़प्पा स्थल था। यहाँ से प्राप्त गोदी (डॉकयार्ड) प्राचीन विश्व के सबसे पुराने ज्ञात गोदी में से एक है। यह स्थल व्यापार और वाणिज्य के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र था, विशेष रूप से मेसोपोटामिया के साथ।
- गलत विकल्प: मोहनजोदड़ो और हड़प्पा बड़े शहर थे, लेकिन लोथल अपनी बंदरगाह की विशिष्टता के लिए जाना जाता है। कालीबंगन भी एक महत्वपूर्ण स्थल है, लेकिन इसका महत्व लोथल की तरह बंदरगाह के रूप में नहीं था।
प्रश्न 2: निम्नलिखित में से कौन सा वेद ‘साम गान’ से संबंधित है?
- ऋग्वेद
- यजुर्वेद
- सामवेद
- अथर्ववेद
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: सामवेद को ‘साम गान’ से जोड़ा जाता है, क्योंकि इसमें यज्ञों के अवसर पर गाए जाने वाले मंत्रों का संग्रह है।
- संदर्भ और विस्तार: सामवेद का शाब्दिक अर्थ ‘मंत्रों का गान’ है। इसमें ऋग्वेद के मंत्रों का ही संगीतमय रूप है, जिन्हें यज्ञों के दौरान देवताओं की स्तुति में गाया जाता था। यह भारतीय शास्त्रीय संगीत का उद्गम भी माना जाता है।
- गलत विकल्प: ऋग्वेद सबसे प्राचीन वेद है जिसमें देवताओं की स्तुति में श्लोक हैं। यजुर्वेद यज्ञों की विधि और मंत्रों से संबंधित है, जबकि अथर्ववेद में जादू-टोना, चिकित्सा और अन्य लौकिक विषयों का वर्णन है।
प्रश्न 3: अशोक के किस शिलालेख में कलिंग युद्ध के पश्चाताप का उल्लेख मिलता है?
- पहला शिलालेख
- आठवां शिलालेख
- तेरहवां शिलालेख
- चौदहवां शिलालेख
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: सम्राट अशोक के तेरहवें शिलालेख में कलिंग युद्ध (लगभग 261 ईसा पूर्व) के बाद हुए उसके पश्चाताप और बौद्ध धर्म अपनाने की प्रेरणा का स्पष्ट उल्लेख है।
- संदर्भ और विस्तार: यह शिलालेख अशोक के जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ दर्शाता है, जहाँ उसने युद्ध की भीषणता और उससे हुई जनहानि को देखकर हृदय परिवर्तन का अनुभव किया। इसके बाद उसने ‘धम्म’ के प्रसार का संकल्प लिया।
- गलत विकल्प: अन्य शिलालेखों में अशोक के धम्म प्रचार, जन कल्याण के कार्यों और धार्मिक सहिष्णुता की बात कही गई है, लेकिन कलिंग युद्ध के पश्चाताप का विशेष उल्लेख तेरहवें शिलालेख में ही है।
प्रश्न 4: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- स्कंदगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है क्योंकि उसने अपने शासनकाल में दिग्विजय की नीति अपनाई और अपने साम्राज्य का काफी विस्तार किया।
- संदर्भ और विस्तार: स्मिथ नामक इतिहासकार ने समुद्रगुप्त की सैन्य सफलताओं से प्रभावित होकर उसे यह उपाधि दी। उसके इलाहाबाद स्तंभ लेख में उसकी विजयों का विस्तृत वर्णन मिलता है। उसने उत्तर भारत के कई राज्यों को जीता और दक्षिण भारत में भी अभियान चलाए।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त साम्राज्य का संस्थापक था। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) के काल में गुप्त कला और साहित्य का विकास हुआ। स्कंदगुप्त ने हूणों के आक्रमणों का सफलतापूर्वक सामना किया।
प्रश्न 5: दिल्ली सल्तनत का कौन सा सुल्तान ‘बाजार नियंत्रण प्रणाली’ के लिए जाना जाता है?
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
- मुहम्मद बिन तुगलक
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: अलाउद्दीन खिलजी अपने कुशल और कठोर ‘बाजार नियंत्रण प्रणाली’ के लिए प्रसिद्ध है, जिसका उद्देश्य सेना के लिए रसद की आपूर्ति सुनिश्चित करना और वस्तुओं के मूल्य को स्थिर रखना था।
- संदर्भ और विस्तार: अलाउद्दीन खिलजी ने विभिन्न वस्तुओं जैसे अनाज, कपड़ा, घोड़े आदि के लिए अलग-अलग बाजार स्थापित किए और उनके लिए मूल्य निश्चित किए। उसने इन नियमों को लागू करने के लिए ‘दीवान-ए-रियासत’ और ‘शहना-ए- मंडी’ जैसे अधिकारियों की नियुक्ति की।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने सल्तनत की नींव रखी। बलबन ने राजत्व के सिद्धान्त को मजबूत किया। मुहम्मद बिन तुगलक अपनी राजधानी परिवर्तन और सांकेतिक मुद्रा जैसी योजनाओं के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 6: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?
- कृष्ण देवराय
- हरिहर और बुक्का
- देवराय प्रथम
- वीर नरसिम्हा
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने की थी, जो संगम वंश से थे।
- संदर्भ और विस्तार: इन भाइयों ने तुंगभद्रा नदी के किनारे हंपी (तब विजयनगर) नामक स्थान पर इस साम्राज्य की नींव रखी। यह साम्राज्य अपने स्वर्ण काल में दक्षिण भारत का एक प्रमुख राजनीतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक शक्ति केंद्र बना।
- गलत विकल्प: कृष्ण देवराय विजयनगर के सबसे महान शासकों में से थे, लेकिन वे संस्थापक नहीं थे। देवराय प्रथम और वीर नरसिम्हा भी महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन साम्राज्य की स्थापना हरिहर और बुक्का ने की थी।
प्रश्न 7: ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नए धर्म की शुरुआत किस मुगल बादशाह ने की थी?
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: मुगल बादशाह अकबर ने 1582 ईस्वी में ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नए धर्म या वैचारिक संहिता की शुरुआत की।
- संदर्भ और विस्तार: अकबर की धार्मिक सहिष्णुता और सभी धर्मों के अच्छे तत्वों को एक साथ लाने की इच्छा का परिणाम ‘दीन-ए-इलाही’ था। इसमें इस्लाम, हिंदू धर्म, ईसाई धर्म, पारसी धर्म आदि के विचार शामिल थे। इसे किसी एक धर्म के रूप में नहीं, बल्कि एक जीवन शैली के रूप में देखा जाता था, जिसमें ईश्वर के प्रति समर्पण पर जोर दिया गया था। हालांकि, यह ज्यादा लोकप्रिय नहीं हो पाया।
- गलत विकल्प: जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब धार्मिक रूप से अधिक रूढ़िवादी थे और उन्होंने ऐसे किसी धर्म की शुरुआत नहीं की।
प्रश्न 8: ‘सिपाही विद्रोह’ या 1857 की क्रांति का तात्कालिक कारण क्या था?
- डलहौजी की हड़प नीति
- वेलेजली की सहायक संधि
- एनफील्ड राइफल में चर्बी लगे कारतूस
- ईसाई धर्म प्रचारकों का बढ़ता प्रभाव
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: 1857 की क्रांति का तात्कालिक कारण एनफील्ड राइफल में इस्तेमाल होने वाले चर्बी लगे कारतूस थे, जिनके बारे में अफवाह थी कि वे गाय और सूअर की चर्बी से बने थे।
- संदर्भ और विस्तार: इन कारतूसों को चलाने से पहले दांतों से काटना पड़ता था, जिससे हिंदू और मुस्लिम सैनिकों की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं। मंगल पांडे द्वारा बैरकपुर में इसका विरोध इस क्रांति का प्रारंभिक बिंदु बना। यद्यपि इसके पीछे राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक कारण भी थे, लेकिन चर्बी वाले कारतूस एक चिंगारी का काम कर गए।
- गलत विकल्प: डलहौजी की हड़प नीति और वेलेजली की सहायक संधि जैसी नीतियां लंबे समय से असंतोष का कारण बन रही थीं, लेकिन वे तात्कालिक कारण नहीं थे। ईसाई धर्म प्रचारकों का प्रभाव भी एक कारण था, पर चर्बी वाले कारतूस मुख्य ट्रिगर थे।
प्रश्न 9: ‘वंदे मातरम’ गीत की रचना किसने की थी?
- रवींद्रनाथ टैगोर
- बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय
- सुरेश चंद्र बनर्जी
- महात्मा गांधी
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: ‘वंदे मातरम’ गीत की रचना बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने अपने प्रसिद्ध उपन्यास ‘आनंद मठ’ में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह गीत 1882 में प्रकाशित हुआ था और 1896 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में पहली बार गाया गया था। यह स्वतंत्रता संग्राम के दौरान देशभक्ति का प्रतीक बन गया और भारत का राष्ट्रीय गान ‘जन गण मन’ के अलावा ‘वंदे मातरम’ भी राष्ट्रीय गीत है।
- गलत विकल्प: रवींद्रनाथ टैगोर ने भारत का राष्ट्रीय गान ‘जन गण मन’ लिखा था। महात्मा गांधी और सुरेंद्रनाथ बनर्जी कांग्रेस के प्रमुख नेता थे, लेकिन उन्होंने इस गीत की रचना नहीं की।
प्रश्न 10: प्रथम विश्व युद्ध कब से कब तक चला?
- 1905-1910
- 1914-1918
- 1939-1945
- 1947-1950
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: प्रथम विश्व युद्ध 1914 से 1918 तक चला।
- संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध 28 जुलाई 1914 को ऑस्ट्रिया-हंगरी द्वारा सर्बिया पर युद्ध की घोषणा के साथ शुरू हुआ और 11 नवंबर 1918 को जर्मनी द्वारा आत्मसमर्पण के साथ समाप्त हुआ। इसमें दुनिया के लगभग सभी बड़े देश शामिल थे और इसके परिणामस्वरूप अभूतपूर्व विनाश हुआ।
- गलत विकल्प: 1905-1910 प्रथम विश्व युद्ध से पहले का दौर था। 1939-1945 द्वितीय विश्व युद्ध का समय था। 1947-1950 भारत के स्वतंत्रता के बाद का प्रारंभिक काल था।
प्रश्न 11: ऋग्वैदिक काल में ‘जन’ का मुखिया क्या कहलाता था?
- ग्रामणी
- विस्पति
- राजन
- पुरोहित
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: ऋग्वैदिक काल में ‘जन’ (tribe/people) के मुखिया को ‘राजन’ कहा जाता था, जो एक वंशानुगत प्रमुख होता था।
- संदर्भ और विस्तार: राजन की भूमिका मुख्य रूप से रक्षा और न्याय प्रदान करना था। हालांकि, उसका अधिकार असीमित नहीं था, और उसे सभा और समिति जैसी जनसभाओं से परामर्श करना पड़ता था। ‘ग्रामणी’ ग्राम का मुखिया होता था, और ‘विस्पति’ पशुओं के झुंड का संरक्षक।
- गलत विकल्प: ग्रामणी ग्राम का मुखिया था, विस्पति कबीले (विष) का प्रमुख हो सकता था, और पुरोहित धार्मिक नेता होते थे, न कि राजनीतिक मुखिया।
प्रश्न 12: किस जैन तीर्थंकर को ‘ऋषभदेव’ के नाम से भी जाना जाता है?
- महावीर
- पार्श्वनाथ
- अजितनाथ
- ऋषभदेव
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: प्रथम जैन तीर्थंकर, ऋषभदेव, को ‘आदिनाथ’ या ‘ऋषभदेव’ के नाम से भी जाना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: जैन धर्म के अनुसार, ऋषभदेव पहले तीर्थंकर थे जिन्होंने मानव समाज को सभ्य बनाने के लिए कृषि, व्यवसाय आदि का ज्ञान दिया। उन्हें जैन धर्म का संस्थापक माना जाता है।
- गलत विकल्प: महावीर 24वें तीर्थंकर थे, पार्श्वनाथ 23वें, और अजितनाथ दूसरे तीर्थंकर थे।
प्रश्न 13: किस गुप्त शासक ने चंद्रगुप्त द्वितीय के नाम से भी शासन किया?
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त प्रथम
- स्कंदगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: चंद्रगुप्त द्वितीय वह गुप्त शासक था जिसने ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि धारण की और उसके शासन काल को गुप्त साम्राज्य का स्वर्ण युग कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त द्वितीय ने अपनी राजनीतिक और सैन्य कौशल से साम्राज्य का विस्तार किया और शक शासकों को पराजित किया। उसके दरबार में कालिदास जैसे महान विद्वान थे।
- गलत विकल्प: समुद्रगुप्त एक महान विजेता था। चंद्रगुप्त प्रथम ने ‘महाराजधिराज’ की उपाधि धारण की। स्कंदगुप्त ने हूणों से युद्ध किया।
प्रश्न 14: ‘कुव्वत-उल-इस्लाम’ मस्जिद का निर्माण किसने करवाया था?
- इल्तुतमिश
- बलबन
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- अलाउद्दीन खिलजी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: ‘कुव्वत-उल-इस्लाम’ मस्जिद का निर्माण दिल्ली सल्तनत के संस्थापक कुतुबुद्दीन ऐबक ने 1193 ईस्वी में शुरू करवाया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह मस्जिद दिल्ली के कुतुब मीनार परिसर में स्थित है और भारत में निर्मित पहली इस्लामी मस्जिदों में से एक है। इसका निर्माण पूर्व-इस्लामी भारतीय वास्तुकला के अवशेषों पर किया गया था।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने कुतुब मीनार का निर्माण पूरा करवाया। बलबन और अलाउद्दीन खिलजी ने भी दिल्ली में निर्माण कार्य करवाए, लेकिन इस विशेष मस्जिद का श्रेय ऐबक को जाता है।
प्रश्न 15: चौसा का युद्ध (1539) किसके बीच हुआ था?
- अकबर और शेरशाह सूरी
- हुमायूँ और शेरशाह सूरी
- बाबर और इब्राहिम लोदी
- शाहजहाँ और हुमायूँ
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: चौसा का युद्ध 1539 में हुमायूँ और शेरशाह सूरी के बीच लड़ा गया था, जिसमें शेरशाह सूरी विजयी हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इस हार के बाद हुमायूँ को भागना पड़ा और शेरशाह सूरी ने भारत में सूर साम्राज्य की स्थापना की। इस युद्ध ने मुगल साम्राज्य के पतन की नींव रखी।
- गलत विकल्प: अकबर और शेरशाह सूरी का सीधा युद्ध नहीं हुआ। बाबर और इब्राहिम लोदी के बीच पानीपत का पहला युद्ध (1526) हुआ था। शाहजहाँ और हुमायूँ समकालीन नहीं थे।
प्रश्न 16: ‘मयूर सिंहासन’ (Peacock Throne) किस मुगल बादशाह ने बनवाया था?
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: ‘मयूर सिंहासन’ या ‘तख्त-ए-ताउस’ का निर्माण मुगल बादशाह शाहजहाँ ने करवाया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह सिंहासन मुगल वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण था, जिसमें सोने, जवाहरात और मोतियों का प्रयोग किया गया था। शाहजहाँ के काल को मुगल वास्तुकला का स्वर्ण युग माना जाता है, और यह सिंहासन उसी का प्रतीक था। बाद में नादिर शाह ने इसे लूट लिया था।
- गलत विकल्प: अकबर, जहाँगीर और औरंगजेब ने महत्वपूर्ण निर्माण करवाए, लेकिन मयूर सिंहासन शाहजहाँ की देन है।
प्रश्न 17: किस गवर्नर-जनरल के कार्यकाल में भारत में पहली बार तीन प्रेसीडेंसी नगरों (कलकत्ता, मद्रास, बम्बई) में उच्च न्यायालयों की स्थापना हुई?
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड लिटन
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: लॉर्ड कैनिंग के कार्यकाल (1856-1862) में 1861 के भारतीय उच्च न्यायालय अधिनियम के तहत कलकत्ता, मद्रास और बम्बई में उच्च न्यायालयों की स्थापना की गई।
- संदर्भ और विस्तार: यह कदम न्यायिक सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था, जिसने ब्रिटिश भारत में एक एकीकृत कानूनी प्रणाली की शुरुआत को चिह्नित किया।
- गलत विकल्प: लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने सती प्रथा का अंत किया। लॉर्ड डलहौजी ने हड़प नीति लागू की। लॉर्ड लिटन वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट जैसे विवादास्पद कानूनों के लिए जाने जाते हैं।
प्रश्न 18: ‘होमरूल लीग’ आंदोलन के प्रमुख नेता कौन थे?
- महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू
- बाल गंगाधर तिलक और एनी बेसेंट
- लाला लाजपत राय और बिपिन चंद्र पाल
- सरदार पटेल और मौलाना आजाद
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: बाल गंगाधर तिलक और एनी बेसेंट होमरूल लीग आंदोलन के प्रमुख नेता थे, जिसकी शुरुआत 1916 में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस आंदोलन का उद्देश्य प्रथम विश्व युद्ध के दौरान भारत के लिए स्वशासन (Home Rule) की मांग करना था। तिलक ने महाराष्ट्र में और एनी बेसेंट ने मद्रास में अपनी-अपनी लीग की स्थापना की, जिन्होंने मिलकर राष्ट्रीय स्तर पर इस आंदोलन को गति दी।
- गलत विकल्प: अन्य नेता भी भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के महत्वपूर्ण सदस्य थे, लेकिन होमरूल लीग की स्थापना और नेतृत्व मुख्य रूप से तिलक और बेसेंट ने किया।
प्रश्न 19: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ का प्रस्ताव पारित किया गया?
- कलकत्ता अधिवेशन, 1920
- अहमदाबाद अधिवेशन, 1921
- लाहौर अधिवेशन, 1929
- फैजपुर अधिवेशन, 1936
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 1929 में लाहौर अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ (पूर्ण स्वतंत्रता) का प्रस्ताव पारित किया।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन की अध्यक्षता जवाहरलाल नेहरू ने की थी। इसी अधिवेशन में 26 जनवरी 1930 को ‘प्रथम स्वतंत्रता दिवस’ मनाने का निर्णय लिया गया, जिसे आज भी गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस प्रस्ताव ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम को एक नया लक्ष्य दिया।
- गलत विकल्प: 1920 का कलकत्ता अधिवेशन असहयोग आंदोलन से संबंधित था। 1921 का अहमदाबाद अधिवेशन महत्वपूर्ण था, लेकिन पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव लाहौर में आया। 1936 का फैजपुर अधिवेशन ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित पहला अधिवेशन था।
प्रश्न 20: ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ का संबंध किस घटना से था?
- जलियाँवाला बाग नरसंहार
- तिलक का मांडले जेल जाना
- हरमंदिर साहिब (गोल्डन टेंपल) में सेना की कार्रवाई
- गांधी-इरविन समझौता
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ 1984 में भारतीय सेना द्वारा अमृतसर के हरमंदिर साहिब (गोल्डन टेंपल) में की गई सैन्य कार्रवाई का कोड नाम था।
- संदर्भ और विस्तार: इस कार्रवाई का उद्देश्य खालिस्तान आंदोलन के अलगाववादी नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले और उनके समर्थकों को मंदिर परिसर से निकालना था। इस कार्रवाई के कारण भारी नुकसान हुआ और सिख समुदाय में गहरा रोष फैला।
- गलत विकल्प: जलियाँवाला बाग नरसंहार 1919 में हुआ था। तिलक को मांडले जेल भेजा गया था। गांधी-इरविन समझौता 1931 में हुआ था।
प्रश्न 21: प्रथम बौद्ध संगीति का आयोजन कहाँ हुआ था?
- वैशाली
- राजगृह
- पाटलिपुत्र
- कुंडलवन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: प्रथम बौद्ध संगीति का आयोजन ईसा पूर्व 483 में राजगृह (वर्तमान राजगीर) में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यह संगीति मगध के राजा अजातशत्रु के संरक्षण में हुई थी और इसकी अध्यक्षता महाकश्यप ने की थी। इसका मुख्य उद्देश्य बुद्ध की शिक्षाओं (धर्म) और भिक्षुओं के अनुशासन (विनय) को संकलित करना था।
- गलत विकल्प: वैशाली में दूसरी, पाटलिपुत्र में तीसरी और कुंडलवन (कश्मीर) में चौथी बौद्ध संगीति आयोजित हुई थी।
प्रश्न 22: ‘कुतुबुद्दीन ऐबक’ की मृत्यु कैसे हुई?
- बीमारी से
- युद्ध में
- चौगान (पोलो) खेलते समय घोड़े से गिरकर
- षड्यंत्र द्वारा
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: दिल्ली सल्तनत के संस्थापक कुतुबुद्दीन ऐबक की मृत्यु 1210 ईस्वी में चौगान (आधुनिक पोलो) खेलते समय घोड़े से गिरकर हो गई थी।
- संदर्भ और विस्तार: वह लाहौर में खेल रहे थे जब यह दुखद दुर्घटना हुई। उनकी मृत्यु के बाद उनके उत्तराधिकारी आराम शाह थे, जिन्हें इल्तुतमिश ने गद्दी से हटा दिया।
- गलत विकल्प: उनकी मृत्यु किसी बीमारी, युद्ध या सीधे षड्यंत्र से नहीं हुई थी, बल्कि खेल के दौरान हुई दुर्घटना का परिणाम थी।
प्रश्न 23: ‘तारीख-ए-फिरोजशाही’ का लेखक कौन है?
- जियाउद्दीन बरनी
- मिन्हाज-उस-सिराज
- अमीर खुसरो
- इब्न बतूता
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: ‘तारीख-ए-फिरोजशाही’ नामक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक ग्रंथ के लेखक जियाउद्दीन बरनी हैं।
- संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक दिल्ली सल्तनत के शासकों, विशेषकर गयासुद्दीन तुगलक, मुहम्मद बिन तुगलक और फिरोज शाह तुगलक के शासनकाल का विस्तृत विवरण प्रदान करती है। यह उस काल की सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक स्थितियों को समझने का एक अमूल्य स्रोत है।
- गलत विकल्प: मिन्हाज-उस-सिराज ने ‘तबकाते-नासिरी’ लिखी, अमीर खुसरो ने कई साहित्यिक रचनाएँ कीं, और इब्न बतूता एक यात्री था जिसने ‘रेहला’ लिखी।
प्रश्न 24: ‘पानीपत का दूसरा युद्ध’ कब हुआ था?
- 1526
- 1556
- 1761
- 1565
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: पानीपत का दूसरा युद्ध 1556 ईस्वी में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध मुगल बादशाह अकबर (प्रतिनिधित्व बैरम खान) और हेमू (हेमचंद्र विक्रमादित्य), जो सूर साम्राज्य का सैन्य प्रमुख था, के बीच लड़ा गया था। इस युद्ध में अकबर की निर्णायक विजय हुई, जिसने भारत में मुगल शासन की पुनःस्थापना को मजबूत किया।
- गलत विकल्प: 1526 में पानीपत का पहला युद्ध बाबर और इब्राहिम लोदी के बीच हुआ था। 1761 में पानीपत का तीसरा युद्ध अफगानों और मराठों के बीच हुआ था। 1565 में राक्षसी-तांगड़ी का युद्ध हुआ था।
प्रश्न 25: ‘ईस्ट इंडिया एसोसिएशन’ की स्थापना किसने की थी?
- दादाभाई नौरोजी
- सुरेंद्रनाथ बनर्जी
- गोपाल कृष्ण गोखले
- बाल गंगाधर तिलक
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: ‘ईस्ट इंडिया एसोसिएशन’ की स्थापना 1866 में दादाभाई नौरोजी ने लंदन में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस संगठन का मुख्य उद्देश्य इंग्लैंड में भारतीय मामलों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और ब्रिटिश जनता का समर्थन प्राप्त करना था। दादाभाई नौरोजी ‘ग्रैंड ओल्ड मैन ऑफ इंडिया’ के रूप में जाने जाते हैं और उन्होंने भारत के आर्थिक शोषण पर ब्रिटिश सरकार की नीतियों की कड़ी आलोचना की।
- गलत विकल्प: सुरेंद्रनाथ बनर्जी ने इंडियन नेशनल एसोसिएशन की स्थापना की थी। गोपाल कृष्ण गोखले और बाल गंगाधर तिलक कांग्रेस के प्रमुख नेता थे, जिन्होंने अपने-अपने संगठनों के माध्यम से राष्ट्रवाद को बढ़ावा दिया।