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इतिहास की गहराइयों में गोता लगाएँ: आपकी दैनिक ज्ञान परख!

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तैयारी की राह पर बढ़ते हुए, अपने ज्ञान को पैना करने का यह बेहतरीन अवसर है! आइए, भारतीय और विश्व इतिहास के पन्नों को पलटें और देखें कि आपकी पकड़ कितनी मजबूत है। हर प्रश्न एक नई यात्रा है, हर उत्तर एक नई सीख। तो, कलम उठाइए, मन को एकाग्र कीजिए और समय के इस महासागर में उतर पड़िए!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: निम्नलिखित में से कौन सा हड़प्पा सभ्यता का स्थल वर्तमान पाकिस्तान में स्थित नहीं है?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. धोलावीरा
  4. चन्हुदड़ो

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: धोलावीरा, जो गुजरात, भारत में स्थित है, हड़प्पा सभ्यता का एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल है और यह वर्तमान पाकिस्तान में स्थित नहीं है।
  • संदर्भ और विस्तार: हड़प्पा (पंजाब, पाकिस्तान), मोहनजोदड़ो (सिंध, पाकिस्तान) और चन्हुदड़ो (सिंध, पाकिस्तान) सिंधु घाटी सभ्यता के प्रमुख स्थल हैं जो वर्तमान पाकिस्तान में पाए जाते हैं। धोलावीरा सिंधु घाटी सभ्यता का एक विशाल और अच्छी तरह से संरक्षित स्थल है, जिसे हाल ही में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है।
  • गलत विकल्प: अन्य सभी विकल्प (हड़प्पा, मोहनजोदड़ो, चन्हुदड़ो) वे स्थल हैं जो वर्तमान पाकिस्तान में स्थित हैं।

प्रश्न 2: ‘पंचसिद्धांतिका’ नामक ज्योतिष ग्रंथ के रचनाकार कौन हैं?

  1. आर्यभट्ट
  2. वराहमिहिर
  3. ब्रह्मगुप्त
  4. भास्कराचार्य

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: वराहमिहिर एक महान भारतीय खगोलशास्त्री और गणितज्ञ थे, जिन्होंने ‘पंचसिद्धांतिका’ नामक ग्रंथ की रचना की।
  • संदर्भ और विस्तार: ‘पंचसिद्धांतिका’ (लगभग 505 ईस्वी) प्राचीन भारतीय ज्योतिष का एक महत्वपूर्ण संश्लेषण है, जो पाँच मौजूदा ज्योतिषीय सिद्धांतों का विवरण देता है: पौलिश, रोमक, वासिष्ठ, सौर और पितामह। वराहमिहिर ने ‘बृहत्संहिता’ और ‘बृहज्जातक’ जैसे अन्य महत्वपूर्ण ग्रंथ भी लिखे।
  • गलत विकल्प: आर्यभट्ट (476 ई.) ने ‘आर्यभटीय’ लिखा, जो खगोल विज्ञान और गणित में एक मौलिक कार्य है। ब्रह्मगुप्त (598 ई.) ने ‘ब्रह्मस्फुटसिद्धांत’ की रचना की। भास्कराचार्य द्वितीय (12वीं शताब्दी) ने ‘सिद्धांत शिरोमणि’ लिखा।

प्रश्न 3: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ का प्रस्ताव पारित किया गया था?

  1. कलकत्ता अधिवेशन, 1928
  2. लाहौर अधिवेशन, 1929
  3. कराची अधिवेशन, 1931
  4. लखनऊ अधिवेशन, 1936

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन (1929) में पंडित जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में ‘पूर्ण स्वराज’ (पूर्ण स्वतंत्रता) का ऐतिहासिक प्रस्ताव पारित किया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन ने ब्रिटिश सरकार से भारत को डोमिनियन स्टेटस देने की मांग को अस्वीकार कर दिया और पूर्ण स्वतंत्रता को कांग्रेस का मुख्य लक्ष्य घोषित किया। इसी अधिवेशन में 26 जनवरी 1930 को ‘स्वतंत्रता दिवस’ मनाने का भी निर्णय लिया गया।
  • गलत विकल्प: कलकत्ता अधिवेशन (1928) में साइमन कमीशन के बहिष्कार का प्रस्ताव पारित हुआ था। कराची अधिवेशन (1931) में मौलिक अधिकारों और आर्थिक नीतियों का प्रस्ताव पारित हुआ, जिसकी अध्यक्षता सरदार वल्लभभाई पटेल ने की थी। लखनऊ अधिवेशन (1936) की अध्यक्षता जवाहरलाल नेहरू ने की थी और इसमें समाजवाद को कांग्रेस का लक्ष्य बनाया गया था।

प्रश्न 4: विजयनगर साम्राज्य का संस्थापक कौन था?

  1. कृष्ण देव राय
  2. हरिहर प्रथम
  3. बुक्का प्रथम
  4. देव राय द्वितीय

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: हरिहर प्रथम विजयनगर साम्राज्य के संस्थापक थे, जिन्होंने 1336 ईस्वी में इसकी स्थापना की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: हरिहर प्रथम और उनके भाई बुक्का प्रथम ने मिलकर तुंगभद्रा नदी के किनारे विजयनगर साम्राज्य की नींव रखी। उन्होंने दिल्ली सल्तनत के विस्तार को रोकने और दक्षिण भारत में हिंदू शासन को पुनः स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हरिहर प्रथम ने संगम वंश की शुरुआत की।
  • गलत विकल्प: कृष्ण देव राय विजयनगर के सबसे प्रसिद्ध शासकों में से एक थे (1509-1529)। बुक्का प्रथम हरिहर के भाई और उत्तराधिकारी थे। देव राय द्वितीय (1422-1446) भी एक महत्वपूर्ण शासक थे।

प्रश्न 5: 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान, महात्मा गांधी द्वारा दिया गया प्रसिद्ध नारा क्या था?

  1. ‘इंकलाब जिंदाबाद’
  2. ‘करो या मरो’
  3. ‘साइमन वापस जाओ’
  4. ‘आराम हराम है’

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो’ (Do or Die) का नारा दिया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह नारा भारतीयों को स्वतंत्रता के लिए अंतिम प्रयास करने और किसी भी कीमत पर देश को आजाद कराने के लिए प्रेरित करने के लिए था। इस आंदोलन को अगस्त क्रांति के नाम से भी जाना जाता है।
  • गलत विकल्प: ‘इंकलाब जिंदाबाद’ भगत सिंह द्वारा लोकप्रिय बनाया गया था। ‘साइमन वापस जाओ’ साइमन कमीशन के विरोध में इस्तेमाल किया गया था। ‘आराम हराम है’ जवाहरलाल नेहरू का नारा था।

प्रश्न 6: निम्नलिखित में से किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. स्कंदगुप्त

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: समुद्रगुप्त (लगभग 335-375 ईस्वी) को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह उपाधि प्रसिद्ध इतिहासकार वी. ए. स्मिथ ने उन्हें उनकी सैन्य विजयों और साम्राज्य के विस्तार के कारण दी थी। समुद्रगुप्त ने उत्तर भारत के कई राज्यों को जीता और दक्षिण में भी एक सफल अभियान चलाया, जिससे उनके साम्राज्य का काफी विस्तार हुआ। प्रयाग प्रशस्ति (इलाहाबाद स्तंभ शिलालेख) उनकी विजयों का विस्तृत विवरण देती है।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का वास्तविक संस्थापक माना जाता है। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) ने अपने शासनकाल में कला और साहित्य को बढ़ावा दिया। स्कंदगुप्त ने हूणों के आक्रमणों का सफलतापूर्वक सामना किया।

प्रश्न 7: किस मुगल बादशाह ने ‘जजिया’ कर को पुनः लागू किया था?

  1. अकबर
  2. जहाँगीर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: औरंगजेब ने 1679 ईस्वी में अपने शासनकाल के दौरान गैर-मुस्लिमों पर ‘जजिया’ कर को पुनः लागू किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह कर, जो धार्मिक अल्पसंख्यकों से लिया जाता था, अकबर द्वारा समाप्त कर दिया गया था। औरंगजेब की धार्मिक नीतियों का यह एक विवादास्पद पहलू था, जिसने कई गैर-मुस्लिमों को असंतुष्ट किया।
  • गलत विकल्प: अकबर ने 1564 में जजिया कर समाप्त कर दिया था। जहाँगीर और शाहजहाँ ने भी इसे लागू नहीं रखा।

प्रश्न 8: फ्रांस की क्रांति कब हुई थी?

  1. 1776
  2. 1789
  3. 1815
  4. 1848

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: फ्रांस की क्रांति 1789 में शुरू हुई थी, जो 1799 तक चली।
  • संदर्भ और विस्तार: इस क्रांति ने फ्रांस में राजशाही को समाप्त कर दिया और गणतंत्र की स्थापना की। इसने ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ (Liberté, égalité, fraternité) जैसे विचारों को बढ़ावा दिया, जिनका दुनिया भर की राजनीतिक विचारधाराओं पर गहरा प्रभाव पड़ा। बास्तील का पतन (14 जुलाई 1789) क्रांति की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है।
  • गलत विकल्प: 1776 अमेरिकी क्रांति का वर्ष है। 1815 वाटरलू का युद्ध और नेपोलियन की अंतिम हार का वर्ष है। 1848 यूरोप में कई क्रांतियों का वर्ष था।

प्रश्न 9: निम्नलिखित में से किस सूफी संत के मकबरे का निर्माण सिकंदर लोदी ने करवाया था?

  1. शेख निजामुद्दीन औलिया
  2. कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी
  3. शेख सलीम चिश्ती
  4. बाबा फरीद

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: शेख निजामुद्दीन औलिया, जो दिल्ली के सबसे प्रसिद्ध सूफी संतों में से एक थे, उनके मकबरे का निर्माण दिल्ली सल्तनत के शासक सिकंदर लोदी ने करवाया था।
  • संदर्भ और विस्तार: निजामुद्दीन औलिया (1238-1325) चिश्ती सिलसिले के सबसे प्रमुख संतों में से एक थे। उनका मकबरा दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन क्षेत्र में स्थित है और यह एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। सिकंदर लोदी ने भी मकबरे के आसपास के क्षेत्र का विकास किया।
  • गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की याद में कुतुब मीनार का निर्माण हुआ था, जिसका श्रेय इल्तुतमिश को जाता है। शेख सलीम चिश्ती का मकबरा फतेहपुर सीकरी में है, जिसका निर्माण अकबर ने करवाया था। बाबा फरीद गंज-ए-शकर के रूप में जाने जाते थे और उनका संबंध पाकिस्तान के पाक पटन से था।

प्रश्न 10: ‘सत्यार्थ प्रकाश’ के लेखक कौन हैं?

  1. स्वामी दयानंद सरस्वती
  2. स्वामी विवेकानंद
  3. राजा राम मोहन राय
  4. ईश्वर चंद्र विद्यासागर

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: ‘सत्यार्थ प्रकाश’ (सत्य का प्रकाश) के लेखक स्वामी दयानंद सरस्वती हैं।
  • संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक 1875 में प्रकाशित हुई थी और यह आर्य समाज के प्रमुख ग्रंथों में से एक है। इसमें स्वामी दयानंद ने हिंदू धर्म के सिद्धांतों की व्याख्या की है और पाखंड, मूर्ति पूजा और अन्य सामाजिक बुराइयों की आलोचना की है। वे ‘वेदों की ओर लौटो’ के नारे के लिए भी प्रसिद्ध हैं।
  • गलत विकल्प: स्वामी विवेकानंद ने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की और वेदांत दर्शन का प्रचार किया। राजा राम मोहन राय ने ब्रह्म समाज की स्थापना की। ईश्वर चंद्र विद्यासागर एक प्रमुख समाज सुधारक और शिक्षाविद् थे।

प्रश्न 11: निम्नलिखित में से कौन सा कथन ‘महालनोबिस मॉडल’ से संबंधित है?

  1. औद्योगिक विकास पर जोर
  2. कृषि सुधार पर जोर
  3. आयात प्रतिस्थापन पर जोर
  4. निर्यात संवर्धन पर जोर

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: महालनोबिस मॉडल, जिसका उपयोग भारत की दूसरी पंचवर्षीय योजना (1956-1961) में किया गया था, का मुख्य ध्यान भारी उद्योगों के विकास पर था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस मॉडल को प्रसिद्ध भारतीय सांख्यिकीविद् प्रशांत चंद्र महालनोबिस ने विकसित किया था। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय आय में त्वरित वृद्धि प्राप्त करना था, जिसके लिए औद्योगिक आधार का तेजी से विस्तार आवश्यक माना गया। यह मॉडल पूंजीगत वस्तुओं के उत्पादन और आयात प्रतिस्थापन पर केंद्रित था।
  • गलत विकल्प: जबकि आयात प्रतिस्थापन इसका एक हिस्सा था, मुख्य जोर भारी उद्योगों के विकास पर था। कृषि पर उतना प्रत्यक्ष ध्यान नहीं था जितना उद्योगों पर। निर्यात संवर्धन इसका प्राथमिक लक्ष्य नहीं था।

प्रश्न 12: भारतीय संविधान का कौन सा अनुच्छेद अस्पृश्यता के उन्मूलन से संबंधित है?

  1. अनुच्छेद 14
  2. अनुच्छेद 15
  3. अनुच्छेद 17
  4. अनुच्छेद 18

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: भारतीय संविधान का अनुच्छेद 17 अस्पृश्यता (छुआछूत) के उन्मूलन और किसी भी रूप में इसके अभ्यास को प्रतिबंधित करने से संबंधित है।
  • संदर्भ और विस्तार: अनुच्छेद 17 भारत में एक मौलिक अधिकार है, जो सामाजिक समानता को बढ़ावा देता है। इसके प्रावधानों के अनुसार, अस्पृश्यता से उत्पन्न किसी भी विकलांगता को लागू करना कानून द्वारा दंडनीय होगा।
  • गलत विकल्प: अनुच्छेद 14 विधि के समक्ष समानता और विधियों के समान संरक्षण से संबंधित है। अनुच्छेद 15 धर्म, मूलवंश, जाति, लिंग या जन्मस्थान के आधार पर विभेद का प्रतिषेध करता है। अनुच्छेद 18 उपाधियों के अंत से संबंधित है।

प्रश्न 13: ‘गीत गोविंद’ की रचना किसने की थी?

  1. कल्हण
  2. बाणभट्ट
  3. जयदेव
  4. कालिदास

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: ‘गीत गोविंद’, जो राधा और कृष्ण के प्रेम पर आधारित एक प्रसिद्ध संस्कृत काव्य है, की रचना कवि जयदेव ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: जयदेव पाल वंश के शासक लक्ष्मण सेन के दरबारी कवि थे। ‘गीत गोविंद’ भारतीय साहित्य में भक्ति और प्रेम के एक महत्वपूर्ण उदाहरण के रूप में देखा जाता है और इसने ओडिसी और कथकली जैसे शास्त्रीय नृत्यों को भी प्रेरित किया है।
  • गलत विकल्प: कल्हण ने ‘राजतरंगिणी’ लिखी। बाणभट्ट ने ‘हर्षचरित’ और ‘कादंबरी’ की रचना की। कालिदास भारतीय साहित्य के महानतम कवियों में से एक हैं, जिन्होंने ‘अभिज्ञानशाकुंतलम्’ जैसे कई प्रसिद्ध नाटक और काव्य लिखे।

प्रश्न 14: इल्तुतमिश के शासनकाल में निम्नलिखित में से किस प्रमुख घटना को देखा गया?

  1. कुतुब मीनार का पूरा होना
  2. ‘चालीसा’ (तुर्क-ए-चहलगानी) का गठन
  3. ‘जजिया’ कर की शुरुआत
  4. ‘तंका’ और ‘जीतल’ नामक सिक्कों का प्रचलन

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: कुतुबुद्दीन ऐबक ने कुतुब मीनार का निर्माण शुरू करवाया था, लेकिन इल्तुतमिश ने 1230 के आसपास इसका निर्माण कार्य पूरा करवाया।
  • संदर्भ और विस्तार: इल्तुतमिश (1211-1236) दिल्ली सल्तनत का एक महत्वपूर्ण शासक था। उसने अपनी राजधानी लाहौर से दिल्ली स्थानांतरित की और बगदाद के खलीफा से भी मान्यता प्राप्त की। उसने ‘चालीसा’ (40 तुर्क सरदारों का समूह) का गठन भी किया, जो बाद में सल्तनत की राजनीति में एक महत्वपूर्ण शक्ति बना। उसने ‘तंका’ (चांदी) और ‘जीतल’ (तांबा) नामक सिक्के भी चलाए।
  • गलत विकल्प: ‘चालीसा’ का गठन इल्तुतमिश ने किया था, लेकिन यह प्रश्न पूरा होने से संबंधित है। ‘जजिया’ कर की शुरुआत औरंगजेब ने की थी। ‘तंका’ और ‘जीतल’ का प्रचलन भी इल्तुतमिश ने किया था, लेकिन कुतुब मीनार का पूरा होना एक अधिक प्रमुख उपलब्धि है जो उसके शासनकाल के अंत से जुड़ी है। (नोट: हालांकि ‘चालीसा’ का गठन और सिक्कों का प्रचलन भी इल्तुतमिश से संबंधित है, कुतुब मीनार का पूरा होना निर्माण की एक निश्चित घटना है।)

प्रश्न 15: प्रथम विश्व युद्ध कब समाप्त हुआ?

  1. 1914
  2. 1917
  3. 1918
  4. 1919

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: प्रथम विश्व युद्ध 11 नवंबर 1918 को समाप्त हुआ।
  • संदर्भ और विस्तार: 1914 में शुरू हुए इस युद्ध में केंद्रीय शक्तियां (जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, ओटोमन साम्राज्य) मित्र राष्ट्रों (फ्रांस, ब्रिटेन, रूस, बाद में अमेरिका) के खिलाफ लड़ीं। युद्ध का अंत जर्मनी के आत्मसमर्पण और वर्षाentrySet (Versailles) की संधि पर हस्ताक्षर के साथ हुआ, जिसने युद्ध की समाप्ति और भविष्य के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों की रूपरेखा तय की।
  • गलत विकल्प: 1914 युद्ध का प्रारंभिक वर्ष था। 1917 में अमेरिका मित्र राष्ट्रों में शामिल हुआ। 1919 में वर्साय की संधि पर हस्ताक्षर हुए, जिसने औपचारिक रूप से युद्ध समाप्त किया, लेकिन युद्धविराम 1918 में हुआ था।

प्रश्न 16: किस गुप्त शासक ने ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि धारण की थी?

  1. समुद्रगुप्त
  2. चंद्रगुप्त द्वितीय
  3. कुमारगुप्त प्रथम
  4. स्कंदगुप्त

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: चंद्रगुप्त द्वितीय (शासनकाल लगभग 375-415 ईस्वी) ने ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि धारण की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह उपाधि उसकी विजयों और उसके दरबार की चमक-दमक को दर्शाती है। उसके दरबार में कालिदास, वराहमिहिर जैसे विद्वान थे। उसने शकों को पराजित करने के बाद यह उपाधि धारण की मानी जाती है, जिसने उसके शासनकाल को और अधिक प्रतिष्ठित बनाया।
  • गलत विकल्प: समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है। कुमारगुप्त प्रथम ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना की। स्कंदगुप्त ने हूणों से लड़ाई लड़ी।

प्रश्न 17: ‘अष्टप्रधान’ किस साम्राज्य की मंत्रिपरिषद थी?

  1. मौर्य साम्राज्य
  2. गुप्त साम्राज्य
  3. चोल साम्राज्य
  4. मराठा साम्राज्य

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: ‘अष्टप्रधान’ छत्रपति शिवाजी महाराज के मराठा साम्राज्य की मंत्रिपरिषद थी।
  • संदर्भ और विस्तार: अष्टप्रधान में आठ मंत्री थे, जो राज्य के विभिन्न कार्यों के लिए जिम्मेदार थे। इसमें पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (गृह मंत्री), सुमंत (विदेश मंत्री), सेनापति (सेना प्रमुख), पंडितराव (धार्मिक मामले), सुमंत (न्यायाधीश) और पंडितराव (धर्माध्यक्ष) शामिल थे। यह शिवाजी के कुशल प्रशासनिक ढांचे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था।
  • गलत विकल्प: मौर्य साम्राज्य में ‘मंत्रिपरिषद’ थी, लेकिन इसका संगठन अलग था। गुप्त और चोल साम्राज्यों की अपनी प्रशासनिक संरचनाएं थीं, लेकिन ‘अष्टप्रधान’ शब्द विशेष रूप से मराठा साम्राज्य से जुड़ा है।

प्रश्न 18: भारत में पहला वायसराय कौन था?

  1. लॉर्ड कैनिंग
  2. लॉर्ड डलहौजी
  3. लॉर्ड विलियम बेंटिंक
  4. लॉर्ड कर्जन

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: लॉर्ड कैनिंग भारत के पहले वायसराय थे।
  • संदर्भ और विस्तार: 1857 के विद्रोह के बाद, ब्रिटिश सरकार ने भारत के शासन का प्रत्यक्ष नियंत्रण ईस्ट इंडिया कंपनी से अपने हाथों में ले लिया। 1858 के भारत सरकार अधिनियम के तहत, भारत के अंतिम गवर्नर-जनरल, लॉर्ड कैनिंग, भारत के पहले वायसराय बने। वायसराय ब्रिटिश सम्राट का प्रत्यक्ष प्रतिनिधि होता था।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी अपनी ‘व्यपगत सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड विलियम बेंटिंक को भारत में सती प्रथा के उन्मूलन के लिए जाना जाता है। लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया था।

प्रश्न 19: किस बौद्ध संगीति में बौद्ध धर्म का ‘हीनयान’ और ‘महायान’ में विभाजन हुआ?

  1. प्रथम बौद्ध संगीति
  2. द्वितीय बौद्ध संगीति
  3. तृतीय बौद्ध संगीति
  4. चतुर्थ बौद्ध संगीति

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: चतुर्थ बौद्ध संगीति (लगभग 72 ईस्वी) में, जो कनिष्क के संरक्षण में कश्मीर के कुंडलवन में आयोजित हुई थी, बौद्ध धर्म का ‘हीनयान’ और ‘महायान’ नामक दो प्रमुख संप्रदायों में विभाजन हुआ।
  • संदर्भ और विस्तार: महायान संप्रदाय बुद्ध को एक दिव्य प्राणी के रूप में देखता है और मोक्ष प्राप्ति के लिए बोधिसत्वों की कृपा पर जोर देता है। हीनयान संप्रदाय बुद्ध की शिक्षाओं का अधिक रूढ़िवादी पालन करता है और व्यक्तिगत मुक्ति पर ध्यान केंद्रित करता है।
  • गलत विकल्प: प्रथम बौद्ध संगीति राजगृह में अजातशत्रु के संरक्षण में हुई थी। द्वितीय बौद्ध संगीति वैशाली में कालाशोक के संरक्षण में हुई थी। तृतीय बौद्ध संगीति पाटलिपुत्र में अशोक के संरक्षण में हुई थी।

प्रश्न 20: ‘गदर आंदोलन’ का मुख्यालय कहाँ स्थित था?

  1. सैन फ्रांसिस्को, अमेरिका
  2. लंदन, इंग्लैंड
  3. बर्लिन, जर्मनी
  4. सिंगापुर

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: गदर आंदोलन का मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को, अमेरिका में स्थित था।
  • संदर्भ और विस्तार: गदर पार्टी की स्थापना 1913 में उत्तरी अमेरिका (मुख्य रूप से कनाडा और अमेरिका) में भारतीय प्रवासियों द्वारा की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारत में सशस्त्र क्रांति को बढ़ावा देना था। सैन फ्रांसिस्को में ‘युगान्तर आश्रम’ इसका प्रमुख केंद्र था, जहाँ से ‘गदर’ नामक साप्ताहिक समाचार पत्र प्रकाशित होता था।
  • गलत विकल्प: लंदन, बर्लिन और सिंगापुर में भी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े विभिन्न समूह और गतिविधियाँ थीं, लेकिन गदर आंदोलन का मुख्य केंद्र सैन फ्रांसिस्को था।

प्रश्न 21: निम्नलिखित में से किस शासक ने ‘सिकंदर-ए-सानी’ (द्वितीय सिकंदर) की उपाधि धारण की थी?

  1. बलबन
  2. अलाउद्दीन खिलजी
  3. मोहम्मद बिन तुगलक
  4. फिरोज शाह तुगलक

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: अलाउद्दीन खिलजी (1296-1316) ने ‘सिकंदर-ए-सानी’ (द्वितीय सिकंदर) की उपाधि धारण की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह उपाधि उसकी महत्वाकांक्षा और सैन्य विजयों को दर्शाती है। वह चाहता था कि उसके विजयों का उल्लेख सिकंदर महान की तरह इतिहास में किया जाए। उसने अपने साम्राज्य का विस्तार किया और मंगोल आक्रमणों को सफलतापूर्वक विफल किया।
  • गलत विकल्प: बलबन ने ‘निरंकुश राजत्व’ का सिद्धांत दिया। मुहम्मद बिन तुगलक अपनी राजधानी परिवर्तन और सांकेतिक मुद्रा जैसी प्रयोगधर्मी नीतियों के लिए जाना जाता है। फिरोजशाह तुगलक ने कई लोक कल्याणकारी कार्य किए।

प्रश्न 22: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन में पहली बार ‘वंदे मातरम’ गाया गया था?

  1. कलकत्ता अधिवेशन, 1896
  2. लाहौर अधिवेशन, 1893
  3. बनारस अधिवेशन, 1905
  4. कलकत्ता अधिवेशन, 1906

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन (1896) में पहली बार ‘वंदे मातरम’ गाया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन की अध्यक्षता एम. रहमतुल्लाह सयानी ने की थी। रवींद्रनाथ टैगोर ने बंकिम चंद्र चटर्जी के इस देशभक्ति गीत को गाया था। इस अधिवेशन ने राष्ट्रीय आंदोलन में एक नई ऊर्जा का संचार किया।
  • गलत विकल्प: लाहौर अधिवेशन (1893) की अध्यक्षता दादाभाई नौरोजी ने की थी। बनारस अधिवेशन (1905) की अध्यक्षता गोपाल कृष्ण गोखले ने की थी और इसमें स्वदेशी आंदोलन का समर्थन किया गया था। कलकत्ता अधिवेशन (1906) में स्वराज, स्वदेशी, बहिष्कार और राष्ट्रीय शिक्षा के प्रस्ताव पारित हुए थे।

प्रश्न 23: ‘ऑपरेशन मेघदूत’ भारतीय सेना द्वारा किस वर्ष में शुरू किया गया था?

  1. 1971
  2. 1984
  3. 1999
  4. 2001

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: ऑपरेशन मेघदूत भारतीय सेना द्वारा अप्रैल 1984 में शुरू किया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह एक सामरिक सैन्य अभियान था जिसका उद्देश्य सियाचिन ग्लेशियर पर नियंत्रण हासिल करना था। भारतीय सेना ने अचानक कार्रवाई करते हुए ग्लेशियर पर अपनी चौकियां स्थापित कर लीं, इससे पहले कि पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पार कर सके। यह अभियान भारत की सामरिक सफलता थी।
  • गलत विकल्प: 1971 भारत-पाकिस्तान युद्ध का वर्ष था। 1999 कारगिल युद्ध का वर्ष था। 2001 भारत में संसद पर हमले का वर्ष था।

प्रश्न 24: शेरशाह सूरी ने हुमायूँ को किस युद्ध में हराया था?

  1. चौसा का युद्ध
  2. कन्नौज का युद्ध
  3. सरहिंद का युद्ध
  4. पानीपत का द्वितीय युद्ध

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: शेरशाह सूरी (तत्कालीन फरीद खान) ने 1539 ईस्वी में चौसा के युद्ध में हुमायूँ को हराया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध के बाद ही फरीद खान को ‘शेरशाह’ की उपाधि मिली। इसके बाद 1540 में कन्नौज के युद्ध में भी शेरशाह ने हुमायूँ को निर्णायक रूप से पराजित किया, जिससे हुमायूँ को भारत छोड़कर भागना पड़ा और भारत में सूरी राजवंश की स्थापना हुई।
  • गलत विकल्प: कन्नौज का युद्ध (1540) भी एक महत्वपूर्ण हार थी, लेकिन चौसा पहला निर्णायक युद्ध था। सरहिंद का युद्ध (1555) वह युद्ध था जिसमें हुमायूँ ने अपनी गद्दी वापस पाई। पानीपत का द्वितीय युद्ध (1556) अकबर और हेमू के बीच हुआ था।

प्रश्न 25: मोहनजोदड़ो में मिली प्रसिद्ध ‘नर्तकी’ की प्रतिमा किस धातु की बनी थी?

  1. तांबा
  2. कांस्य
  3. सोना
  4. टेराकोटा

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: मोहनजोदड़ो से मिली प्रसिद्ध ‘नर्तकी’ की प्रतिमा कांस्य (Bronze) धातु की बनी थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह हड़प्पा सभ्यता की सबसे उत्कृष्ट कलाकृतियों में से एक है, जो लगभग 4,500 साल पुरानी है। यह प्रतिमा उस समय की उन्नत धातुकर्म (metallurgy) की तकनीक का प्रमाण है। यह लगभग 4 इंच ऊंची है और अपने गतिशील मुद्रा और सजीव चित्रण के लिए जानी जाती है।
  • गलत विकल्प: तांबा एक महत्वपूर्ण धातु थी, लेकिन यह प्रतिमा विशेष रूप से कांस्य (तांबा और टिन का मिश्र धातु) की है। सोना और टेराकोटा (पकी हुई मिट्टी) भी हड़प्पा सभ्यता में उपयोग किए जाते थे, लेकिन इस विशेष कलाकृति के लिए नहीं।

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