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प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: सौर ऊर्जा और पर्यावरण

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: सौर ऊर्जा और पर्यावरण

परिचय: नमस्कार, भावी सरकारी कर्मचारियों! प्रतियोगी परीक्षाओं में सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण खंड है, जो आपके विश्लेषणात्मक कौशल और वैज्ञानिक समझ का परीक्षण करता है। हम आपके लिए सौर ऊर्जा, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्नों का एक सेट लेकर आए हैं, जो सीधे आपके परीक्षा के लिए उपयोगी होंगे। इन प्रश्नों का अभ्यास करके आप अपनी तैयारी को मजबूत कर सकते हैं और परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं।


सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)

  1. सौर ऊर्जा का उपयोग करके अमोनिया निकालने की प्रक्रिया किस वैज्ञानिक सिद्धांत पर आधारित है?

    • (a) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)
    • (b) फोटोकैटलिसिस (Photocatalysis)
    • (c) विद्युत अपघटन (Electrolysis)
    • (d) संघनन (Condensation)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): फोटोकैटलिसिस एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक पदार्थ (फोटोकैटेलिस्ट) प्रकाश की उपस्थिति में रासायनिक अभिक्रिया की दर को बढ़ाता है। इस मामले में, सौर ऊर्जा फोटोकैटेलिस्ट को सक्रिय करती है जो अपशिष्ट जल से अमोनिया को निकालने में मदद करता है।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण पौधों में होता है, विद्युत अपघटन रासायनिक यौगिकों को तोड़ने के लिए विद्युत प्रवाह का उपयोग करता है, और संघनन गैस से तरल अवस्था में परिवर्तन है। फोटोकैटलिसिस सौर ऊर्जा का उपयोग करके रासायनिक रूपांतरण के लिए सबसे उपयुक्त सिद्धांत है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  2. अपशिष्ट जल से अमोनिया निकालने के लिए उपयोग किए जाने वाले सौर उपकरण में कौन सा प्रकाश-संवेदनशील पदार्थ (photosensitive material) महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है?

    • (a) सिलिकॉन (Silicon)
    • (b) टाइटेनियम डाइऑक्साइड (Titanium Dioxide)
    • (c) कैडमियम सल्फाइड (Cadmium Sulfide)
    • (d) उपरोक्त सभी

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): फोटोकैटेलिस्ट वे पदार्थ होते हैं जो प्रकाश को अवशोषित करके रासायनिक अभिक्रियाओं को उत्प्रेरित करते हैं। टाइटेनियम डाइऑक्साइड (TiO₂) और कैडमियम सल्फाइड (CdS) सामान्य फोटोकैटेलिस्ट हैं, और सिलिकॉन का उपयोग अक्सर सौर सेल में प्रकाश को अवशोषित करने के लिए किया जाता है, जिसे इस प्रक्रिया में ऊर्जा स्रोत के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

    व्याख्या (Explanation): सौर ऊर्जा से चलने वाले फोटोकैटेलिटिक उपकरणों में, प्रकाश को अवशोषित करने और प्रतिक्रिया को शुरू करने के लिए विभिन्न प्रकाश-संवेदनशील सामग्रियों का उपयोग किया जा सकता है। TiO₂ एक सामान्य फोटोकैटेलिस्ट है। CdS भी एक प्रभावी फोटोकैटेलिस्ट है, खासकर दृश्य प्रकाश में। सिलिकॉन सौर ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करने के लिए महत्वपूर्ण है, जो अप्रत्यक्ष रूप से प्रक्रिया को शक्ति प्रदान कर सकता है। इसलिए, इन सभी का उपयोग या संयोजन हो सकता है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  3. अमोनिया (NH₃) में नाइट्रोजन और हाइड्रोजन का परमाणु अनुपात क्या है?

    • (a) 1:1
    • (b) 1:2
    • (c) 1:3
    • (d) 3:1

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): किसी यौगिक का रासायनिक सूत्र उसके परमाणुओं के अनुपात को दर्शाता है। अमोनिया का रासायनिक सूत्र NH₃ है।

    व्याख्या (Explanation): NH₃ सूत्र में, ‘N’ का अर्थ नाइट्रोजन है और ‘H’ का अर्थ हाइड्रोजन है। सूत्र में ‘1’ नाइट्रोजन परमाणु और ‘3’ हाइड्रोजन परमाणु हैं (जब कोई संख्या नहीं लिखी होती है, तो यह 1 मानी जाती है)। इसलिए, नाइट्रोजन और हाइड्रोजन का परमाणु अनुपात 1:3 है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  4. सौर ऊर्जा का मुख्य स्रोत क्या है?

    • (a) पृथ्वी का आंतरिक भाग
    • (b) चंद्रमा का परावर्तन
    • (c) सूर्य में होने वाली नाभिकीय संलयन अभिक्रियाएँ
    • (d) ज्वालामुखीय विस्फोट

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): सूर्य एक तारा है जो अपने कोर में नाभिकीय संलयन (nuclear fusion) के माध्यम से विशाल मात्रा में ऊर्जा उत्पन्न करता है। इस प्रक्रिया में, हाइड्रोजन के परमाणु मिलकर हीलियम बनाते हैं, और इस प्रक्रिया में भारी मात्रा में ऊर्जा (प्रकाश और ऊष्मा के रूप में) उत्सर्जित होती है।

    व्याख्या (Explanation): पृथ्वी का आंतरिक भाग भूतापीय ऊर्जा का स्रोत है, चंद्रमा का परावर्तन हमें रात में प्रकाश देता है लेकिन यह ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत नहीं है, और ज्वालामुखीय विस्फोट अल्पकालिक ऊर्जा स्रोत हैं। सूर्य की नाभिकीय संलयन अभिक्रियाएं ही पृथ्वी पर जीवन के लिए आवश्यक ऊर्जा का मुख्य स्रोत हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  5. वह प्रक्रिया जिसके द्वारा पौधे सूर्य के प्रकाश का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से भोजन (ग्लूकोज) बनाते हैं, क्या कहलाती है?

    • (a) श्वसन (Respiration)
    • (b) वाष्पोत्सर्जन (Transpiration)
    • (c) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)
    • (d) परागण (Pollination)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) वह प्रक्रिया है जिसका उपयोग पौधे, शैवाल और कुछ बैक्टीरिया सूर्य के प्रकाश, पानी और कार्बन डाइऑक्साइड को ऊर्जा (ग्लूकोज) में परिवर्तित करने के लिए करते हैं, और ऑक्सीजन को उप-उत्पाद के रूप में छोड़ते हैं।

    व्याख्या (Explanation): श्वसन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा जीव ऊर्जा प्राप्त करने के लिए पोषक तत्वों को तोड़ते हैं। वाष्पोत्सर्जन पौधों से पानी का वाष्पीकरण है। परागण पौधों में प्रजनन की एक प्रक्रिया है। इसलिए, प्रकाश संश्लेषण ही वह प्रक्रिया है जो सूर्य के प्रकाश का उपयोग करके भोजन बनाती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  6. पानी में घुलनशील होने के कारण, अमोनिया का जलीय घोल क्षारीय (alkaline) होता है। यह किस प्रकार की अभिक्रिया से संबंधित है?

    • (a) ऑक्सीकरण (Oxidation)
    • (b) अपचयन (Reduction)
    • (c) उदासीनीकरण (Neutralization)
    • (d) जल-अपघटन (Hydrolysis)

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जल-अपघटन (Hydrolysis) वह रासायनिक अभिक्रिया है जिसमें एक अणु पानी के साथ अभिक्रिया करके दो या अधिक टुकड़ों में टूट जाता है। जब अमोनिया पानी में घुलता है, तो यह जल-अपघटन से गुजरता है, जिससे अमोनियम आयन (NH₄⁺) और हाइड्रॉक्साइड आयन (OH⁻) बनते हैं, जो घोल को क्षारीय बनाते हैं। NH₃ + H₂O ⇌ NH₄⁺ + OH⁻

    व्याख्या (Explanation): ऑक्सीकरण इलेक्ट्रॉन खोने की प्रक्रिया है, अपचयन इलेक्ट्रॉन प्राप्त करने की प्रक्रिया है, और उदासीनीकरण अम्ल और क्षार के बीच अभिक्रिया है। अमोनिया पानी के साथ सीधे अभिक्रिया करके हाइड्रॉक्साइड आयन बनाता है, इसलिए यह जल-अपघटन का एक रूप है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  7. अपशिष्ट जल उपचार (wastewater treatment) में अमोनिया को हटाना क्यों महत्वपूर्ण है?

    • (a) यह पौधों के लिए पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत है।
    • (b) यह जलीय जीवन के लिए विषाक्त हो सकता है और यूट्रोफिकेशन (eutrophication) का कारण बन सकता है।
    • (c) यह पीने के पानी को मीठा बनाता है।
    • (d) यह औद्योगिक प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक है।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अमोनिया जलीय जीवों, विशेष रूप से मछलियों के लिए विषाक्त हो सकता है, भले ही वह कम सांद्रता में हो। यह पोषक तत्व के रूप में शैवाल और जलीय पौधों के अत्यधिक विकास को भी बढ़ावा देता है, जिससे यूट्रोफिकेशन होता है।

    व्याख्या (Explanation): जबकि अमोनिया कुछ हद तक पौधों के लिए पोषक तत्व है, अपशिष्ट जल में इसकी उच्च सांद्रता पर्यावरण के लिए हानिकारक है। यह पीने के पानी को मीठा नहीं बनाता है, बल्कि आमतौर पर एक अवांछित स्वाद और गंध जोड़ता है। यह विशिष्ट औद्योगिक प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक हो सकता है, लेकिन अपशिष्ट जल उपचार का प्राथमिक लक्ष्य इसके नकारात्मक पर्यावरणीय प्रभावों को कम करना है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  8. एक सौर सेल (solar cell) या फोटोवोल्टिक सेल (photovoltaic cell) का मुख्य कार्य क्या है?

    • (a) रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलना
    • (b) ऊष्मीय ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलना
    • (c) प्रकाश ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलना
    • (d) यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलना

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): फोटोवोल्टिक प्रभाव वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा सौर सेल प्रकाश ऊर्जा को सीधे विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं। यह तब होता है जब फोटॉन (प्रकाश के कण) अर्धचालक सामग्री (जैसे सिलिकॉन) में इलेक्ट्रॉनों को मुक्त करते हैं, जिससे एक विद्युत प्रवाह उत्पन्न होता है।

    व्याख्या (Explanation): रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलने वाले उपकरण बैटरी होते हैं, ऊष्मीय ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में थर्मोकपल या भाप टरबाइन बदलते हैं, और यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में जनरेटर बदलते हैं। सौर सेल विशेष रूप से प्रकाश ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  9. रसायन विज्ञान में, “उत्प्रेरक” (catalyst) क्या है?

    • (a) एक पदार्थ जो अभिक्रिया में उपयोग हो जाता है।
    • (b) एक पदार्थ जो अभिक्रिया की दर को बढ़ाता है या घटाता है, लेकिन स्वयं स्थायी रूप से परिवर्तित नहीं होता है।
    • (c) एक पदार्थ जो अभिक्रिया को रोक देता है।
    • (d) एक पदार्थ जो अभिक्रिया के लिए ऊर्जा प्रदान करता है।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): उत्प्रेरक (catalyst) वे पदार्थ होते हैं जो किसी रासायनिक अभिक्रिया के वेग को बदलते हैं (आमतौर पर बढ़ाते हैं) बिना स्वयं अभिक्रिया में खर्च हुए। वे अभिक्रिया के लिए सक्रियण ऊर्जा (activation energy) को कम करके ऐसा करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): विकल्प (a) एक अभिकारक (reactant) का वर्णन करता है। विकल्प (c) एक अवरोधक (inhibitor) का वर्णन करता है। विकल्प (d) ऊर्जा स्रोत का वर्णन करता है। उत्प्रेरक अभिक्रिया को प्रभावित करता है लेकिन अभिक्रिया के अंत में अपरिवर्तित रहता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  10. जब जल (H₂O) को उच्च तापमान पर तोड़ा जाता है, तो यह मुख्य रूप से किन गैसों में विघटित होता है?

    • (a) नाइट्रोजन और ऑक्सीजन
    • (b) हाइड्रोजन और ऑक्सीजन
    • (c) कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन
    • (d) हीलियम और आर्गन

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जल का थर्मल विघटन (thermal decomposition) या पायरोलिसिस (pyrolysis) तब होता है जब इसे बहुत उच्च तापमान पर गर्म किया जाता है। इस प्रक्रिया में, जल के अणु टूट जाते हैं और हाइड्रोजन (H₂) और ऑक्सीजन (O₂) गैसें बनाते हैं। समीकरण: 2H₂O(g) → 2H₂(g) + O₂(g)

    व्याख्या (Explanation): नाइट्रोजन और ऑक्सीजन हवा के मुख्य घटक हैं, लेकिन जल को तोड़ने से ये सीधे नहीं बनते। कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन कार्बनिक यौगिकों के अपघटन से बनते हैं। हीलियम और आर्गन निष्क्रिय गैसें हैं और जल के विघटन से नहीं बनतीं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  11. एक ‘पर्यावरणीय इंजीनियरिंग’ (Environmental Engineering) का क्या उद्देश्य है?

    • (a) केवल औद्योगिक प्रदूषण को नियंत्रित करना।
    • (b) प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक दोहन करना।
    • (c) मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण की रक्षा के लिए प्रदूषण को रोकना और नियंत्रित करना।
    • (d) केवल नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का विकास करना।

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पर्यावरणीय इंजीनियरिंग मानव गतिविधियों के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने, प्रदूषण को नियंत्रित करने, सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा करने और टिकाऊ विकास को बढ़ावा देने से संबंधित है।

    व्याख्या (Explanation): पर्यावरणीय इंजीनियरिंग का दायरा केवल औद्योगिक प्रदूषण तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें वायु, जल और भूमि प्रदूषण सहित सभी प्रकार के प्रदूषण का प्रबंधन शामिल है। यह प्राकृतिक संसाधनों के अत्यधिक दोहन के बजाय उनके संरक्षण पर केंद्रित है। हालांकि यह नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देता है, इसका मुख्य उद्देश्य व्यापक पर्यावरणीय और स्वास्थ्य सुरक्षा है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  12. सूर्य से पृथ्वी तक ऊर्जा किस रूप में पहुँचती है?

    • (a) संवहन (Convection)
    • (b) चालन (Conduction)
    • (c) विकिरण (Radiation)
    • (d) इनमें से कोई नहीं

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): सूर्य से पृथ्वी तक ऊर्जा का स्थानांतरण विद्युत चुम्बकीय तरंगों (electromagnetic waves) के रूप में होता है, जिसे विकिरण (radiation) कहते हैं। निर्वात (vacuum) में ऊष्मा स्थानांतरण का यह एकमात्र तरीका है।

    व्याख्या (Explanation): संवहन और चालन के लिए माध्यम की आवश्यकता होती है (जैसे हवा या ठोस)। चूँकि सूर्य और पृथ्वी के बीच का स्थान लगभग निर्वात है, ऊष्मा केवल विकिरण के माध्यम से ही यात्रा कर सकती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  13. जीव विज्ञान में, ‘यूट्रोफिकेशन’ (Eutrophication) का सबसे आम कारण क्या है?

    • (a) प्लास्टिक प्रदूषण
    • (b) जल निकायों में पोषक तत्वों (विशेषकर नाइट्रोजन और फास्फोरस) की अत्यधिक वृद्धि
    • (c) अम्लीय वर्षा
    • (d) जलीय जीवों की अधिक संख्या

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): यूट्रोफिकेशन जल निकायों में पोषक तत्वों, विशेष रूप से नाइट्रेट (नाइट्रोजन के यौगिक) और फॉस्फेट (फास्फोरस के यौगिक) के अत्यधिक संचय की प्रक्रिया है। ये पोषक तत्व शैवाल और जलीय पौधों की अत्यधिक वृद्धि को बढ़ावा देते हैं, जिससे ऑक्सीजन का स्तर कम हो जाता है और जलीय जीवन प्रभावित होता है।

    व्याख्या (Explanation): प्लास्टिक प्रदूषण पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है लेकिन सीधे यूट्रोफिकेशन का कारण नहीं बनता। अम्लीय वर्षा जल के pH को कम करती है। जलीय जीवों की अधिक संख्या स्वयं यूट्रोफिकेशन का परिणाम हो सकती है, कारण नहीं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  14. निम्नलिखित में से कौन सा ‘ग्रीनहाउस गैस’ (Greenhouse Gas) नहीं है?

    • (a) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)
    • (b) मीथेन (CH₄)
    • (c) नाइट्रस ऑक्साइड (N₂O)
    • (d) ऑक्सीजन (O₂)

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ग्रीनहाउस गैसें वे गैसें हैं जो पृथ्वी के वायुमंडल में अवरक्त विकिरण (infrared radiation) को अवशोषित और उत्सर्जित करती हैं, जिससे ग्रह का तापमान बढ़ता है। CO₂, CH₄, और N₂O प्रमुख ग्रीनहाउस गैसें हैं।

    व्याख्या (Explanation): ऑक्सीजन (O₂) एक महत्वपूर्ण गैस है जो जीवन के लिए आवश्यक है, लेकिन यह ग्रीनहाउस प्रभाव में महत्वपूर्ण भूमिका नहीं निभाती है। यह अवरक्त विकिरण को प्रभावी ढंग से अवशोषित नहीं करती है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  15. सौर ऊर्जा का उपयोग करके अमोनिया उत्पादन की प्रक्रिया को ‘उत्प्रेरक’ (catalyst) के रूप में कौन सा यौगिक इस्तेमाल किया जा सकता है?

    • (a) सोडियम क्लोराइड (NaCl)
    • (b) फेरिक ऑक्साइड (Fe₂O₃)
    • (c) प्लैटिनम (Pt)
    • (d) इनमें से कोई नहीं

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अमोनिया संश्लेषण (जैसे हैबर-बॉश प्रक्रिया) में प्लैटिनम या लोहे जैसे धातु आधारित उत्प्रेरकों का उपयोग किया जाता है। सौर-प्रेरित प्रक्रियाओं में भी, विशिष्ट फोटोकैटेलिस्ट्स या उत्प्रेरकों का उपयोग प्रतिक्रिया की दक्षता बढ़ाने के लिए किया जाता है। प्लैटिनम एक ज्ञात उत्प्रेरक है जो कई रासायनिक अभिक्रियाओं में प्रयोग होता है, और विशेष रूप से हाइड्रोजन उत्पादन या अन्य संबंधित प्रक्रियाओं में सहायक हो सकता है।

    व्याख्या (Explanation): सोडियम क्लोराइड एक सामान्य नमक है। फेरिक ऑक्साइड लोहे का एक यौगिक है। प्लैटिनम एक महान धातु है जिसका उपयोग अक्सर उत्प्रेरक के रूप में किया जाता है, खासकर जब रासायनिक प्रतिक्रियाओं में इलेक्ट्रॉन स्थानांतरण या ऊर्जा की आवश्यकता होती है। कुछ उन्नत सौर-उत्प्रेरक प्रणालियाँ प्लैटिनम समूह की धातुओं का उपयोग कर सकती हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  16. तापमान मापने के लिए आमतौर पर किस भौतिकी इकाई (unit of physics) का उपयोग किया जाता है?

    • (a) जूल (Joule)
    • (b) वाट (Watt)
    • (c) केल्विन (Kelvin)
    • (d) पास्कल (Pascal)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): केल्विन (K) अंतर्राष्ट्रीय इकाई प्रणाली (SI) में तापमान की आधार इकाई है। सेल्सियस (°C) और फारेनहाइट (°F) भी सामान्य तापमापी इकाइयाँ हैं, लेकिन SI प्रणाली में केल्विन सबसे मौलिक है।

    व्याख्या (Explanation): जूल ऊर्जा की इकाई है, वाट शक्ति की इकाई है, और पास्कल दाब की इकाई है। इसलिए, तापमान मापने के लिए केल्विन सही इकाई है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  17. प्रकाश संश्लेषण में, पौधे किस रंग के प्रकाश को सबसे अधिक प्रभावी ढंग से अवशोषित करते हैं?

    • (a) हरा (Green)
    • (b) नीला और लाल (Blue and Red)
    • (c) पीला (Yellow)
    • (d) नारंगी (Orange)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पौधों में क्लोरोफिल नामक वर्णक (pigment) होता है जो प्रकाश संश्लेषण के लिए प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करता है। क्लोरोफिल नीले और लाल रंग के प्रकाश को सबसे अधिक अवशोषित करता है, जबकि यह हरे रंग के प्रकाश को परावर्तित करता है, जिसके कारण पौधे हरे दिखाई देते हैं।

    व्याख्या (Explanation): हरे रंग का प्रकाश पौधों द्वारा सबसे कम अवशोषित और सबसे अधिक परावर्तित होता है। पीला और नारंगी प्रकाश भी अवशोषित होता है, लेकिन नीले और लाल रंग के प्रकाश की तुलना में कम प्रभावी ढंग से।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  18. पानी का pH मान कितना होता है?

    • (a) 0
    • (b) 7
    • (c) 14
    • (d) 1

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): pH पैमाना किसी घोल की अम्लता या क्षारीयता को मापता है। 7 का pH मान उदासीन (neutral) होता है। शुद्ध पानी (25°C पर) न तो अम्लीय होता है और न ही क्षारीय, इसलिए इसका pH 7 होता है।

    व्याख्या (Explanation): 0-7 तक pH अम्लीय होता है, 7 से ऊपर क्षारीय होता है। 0 सबसे अधिक अम्लीय है और 14 सबसे अधिक क्षारीय है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  19. एक ‘फोटोकैटेलिस्ट’ (photocatalyst) का कार्य क्या है?

    • (a) प्रकाश को अवशोषित करके रासायनिक अभिक्रिया की दर को बढ़ाना।
    • (b) प्रकाश की अनुपस्थिति में रासायनिक अभिक्रिया को बढ़ावा देना।
    • (c) अभिक्रिया के लिए केवल ऊष्मा ऊर्जा प्रदान करना।
    • (d) अभिक्रिया के लिए प्रकाश को अवरुद्ध करना।

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): फोटोकैटेलिस्ट (photocatalyst) एक ऐसा पदार्थ है जो प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करता है और इस ऊर्जा का उपयोग रासायनिक अभिक्रिया को उत्प्रेरित करने के लिए करता है। यह आमतौर पर अभिक्रिया की सक्रियण ऊर्जा को कम करके किया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): विकल्प (b) गलत है क्योंकि फोटोकैटेलिस्ट को प्रकाश की आवश्यकता होती है। विकल्प (c) गलत है क्योंकि यह प्रकाश ऊर्जा पर निर्भर करता है, न कि केवल ऊष्मा पर। विकल्प (d) गलत है क्योंकि यह प्रकाश को अवरुद्ध करने के बजाय उसका उपयोग करता है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  20. जीव विज्ञान में, ‘ऊतक’ (tissue) का क्या अर्थ है?

    • (a) समान कार्य करने वाली कोशिकाओं का समूह।
    • (b) केवल एक कोशिका।
    • (c) विभिन्न अंगों का समूह।
    • (d) शरीर का एक अंग।

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जीव विज्ञान में, ऊतक (tissue) समान संरचना और कार्य वाली कोशिकाओं और उनके अंतरकोशिकीय पदार्थ (extracellular matrix) का एक संग्रह है।

    व्याख्या (Explanation): एक कोशिका जीव की मूल इकाई है। अंगों विभिन्न ऊतकों से बने होते हैं, और अंग विभिन्न प्रणालियाँ बनाते हैं। ऊतक कोशिकाओं का एक संगठित समूह है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  21. सौर ऊर्जा का उपयोग करके अमोनिया निकालने के संदर्भ में, ‘अपशिष्ट जल’ (wastewater) का क्या अर्थ है?

    • (a) शुद्ध और पीने योग्य पानी।
    • (b) औद्योगिक प्रक्रियाओं से निकलने वाला पानी जिसमें रसायन मिले हो सकते हैं।
    • (c) वर्षा का पानी।
    • (d) केवल पीने के पानी का दूषित रूप।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अपशिष्ट जल (wastewater) वह जल है जो घरेलू, औद्योगिक या व्यावसायिक उपयोग के बाद दूषित हो जाता है। इसमें मल-मूत्र, डिटर्जेंट, औद्योगिक रसायन, या अन्य प्रदूषक शामिल हो सकते हैं।

    व्याख्या (Explanation): जबकि अपशिष्ट जल में पीने योग्य पानी का दूषित रूप शामिल हो सकता है, यह मुख्य रूप से घरेलू और औद्योगिक स्रोतों से आने वाले पानी को संदर्भित करता है। वर्षा का पानी भी दूषित हो सकता है, लेकिन ‘अपशिष्ट जल’ शब्द विशेष रूप से उपयोग के बाद छोड़े गए पानी के लिए प्रयोग किया जाता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  22. भौतिकी में ‘ऊर्जा संरक्षण का नियम’ (Law of Conservation of Energy) क्या कहता है?

    • (a) ऊर्जा को बनाया या नष्ट नहीं किया जा सकता, केवल एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित किया जा सकता है।
    • (b) ऊर्जा को हमेशा बनाया जा सकता है।
    • (c) ऊर्जा को हमेशा नष्ट किया जा सकता है।
    • (d) ऊर्जा केवल विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित हो सकती है।

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ऊर्जा संरक्षण का नियम बताता है कि किसी भी पृथक प्रणाली (isolated system) में कुल ऊर्जा स्थिर रहती है। ऊर्जा को न तो बनाया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है; यह केवल एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित हो सकती है (जैसे रासायनिक से ऊष्मीय, या प्रकाश से विद्युत)।

    व्याख्या (Explanation): ऊर्जा को न तो बनाया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है, यह केवल रूपांतरित होती है। सौर सेल प्रकाश ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं, लेकिन वे ऊर्जा को स्वयं नहीं बनाते हैं।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  23. रसायन विज्ञान में, ‘अम्ल’ (acid) क्या होता है?

    • (a) एक ऐसा पदार्थ जो जलीय घोल में हाइड्रॉक्साइड आयन (OH⁻) देता है।
    • (b) एक ऐसा पदार्थ जो जलीय घोल में प्रोटॉन (H⁺) देता है।
    • (c) एक ऐसा पदार्थ जो इलेक्ट्रॉन युग्म स्वीकार करता है।
    • (d) एक ऐसा पदार्थ जो चिकना महसूस होता है।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ब्रोंस्टेड-लोरी अम्ल (Brønsted–Lowry acid) एक ऐसा अणु या आयन है जो एक रासायनिक अभिक्रिया के दौरान एक प्रोटॉन (H⁺) दान करता है।

    व्याख्या (Explanation): विकल्प (a) एक क्षार (base) का वर्णन करता है। विकल्प (c) लुईस अम्ल (Lewis acid) का वर्णन करता है। विकल्प (d) क्षार की एक सामान्य विशेषता है। ब्रोंस्टेड-लोरी परिभाषा के अनुसार, अम्ल प्रोटॉन दाता होते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  24. जीव विज्ञान में, ‘कोशिका’ (cell) का क्या महत्व है?

    • (a) यह किसी जीव का सबसे छोटा क्रियात्मक और संरचनात्मक हिस्सा है।
    • (b) यह केवल प्रकाश संश्लेषण के लिए जिम्मेदार है।
    • (c) यह केवल ऊर्जा उत्पादन के लिए जिम्मेदार है।
    • (d) यह केवल प्रजनन के लिए जिम्मेदार है।

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कोशिका जीव विज्ञान की मूलभूत इकाई है। यह सभी ज्ञात जीवित जीवों की सबसे छोटी इकाई है जो जीवन की सभी प्रक्रियाओं (जैसे चयापचय, वृद्धि, प्रजनन) को पूरा कर सकती है।

    व्याख्या (Explanation): जबकि कोशिकाएँ प्रकाश संश्लेषण (जैसे पौधों में), ऊर्जा उत्पादन (जैसे माइटोकॉन्ड्रिया में), और प्रजनन (जैसे युग्मक या एकल-कोशिका जीवों में) में भूमिका निभाती हैं, ये सभी कार्य कोशिका के समग्र महत्व के केवल हिस्से हैं। कोशिका वह मूलभूत इकाई है जो जीवन की सभी आवश्यक प्रक्रियाओं को करती है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

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