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इतिहास का महासंग्राम: हर दिन, हर परीक्षा के लिए 25 प्रश्नों का अचूक प्रहार!

इतिहास का महासंग्राम: हर दिन, हर परीक्षा के लिए 25 प्रश्नों का अचूक प्रहार!

साथियों, ज्ञान के इस सफर में आपका स्वागत है! आज हम इतिहास के सागर में गोता लगाएंगे और अपनी तैयारी को और भी धारदार बनाएंगे। पेश हैं 25 ऐसे प्रश्न जो आपके दिमाग को चुनौती देंगे और इतिहास की हर अहम कड़ी को मजबूती से जोड़ेंगे। तो, कमर कस लीजिए और हो जाइए तैयार, क्योंकि इतिहास का यह महासंग्राम शुरू हो चुका है!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और दिए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता के किस पुरातात्विक स्थल से ‘The Great Bath’ (विशाल स्नानागार) के अवशेष प्राप्त हुए हैं?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. लोथल
  4. कालीबंगा

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: विशाल स्नानागार (The Great Bath) सिंधु घाटी सभ्यता के सबसे महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध अवशेषों में से एक है, और यह मोहनजोदड़ो से प्राप्त हुआ है।
  • संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो (सिंधी भाषा में ‘मृतकों का टीला’) पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है। यह विशाल स्नानागार संभवतः धार्मिक अनुष्ठानों के लिए उपयोग किया जाता था। इसकी वास्तुकला प्रभावशाली थी, जिसमें जलरोधी ईंटों का उपयोग किया गया था।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा पहला स्थल था जहाँ खुदाई हुई थी। लोथल एक प्रमुख बंदरगाह शहर था, और कालीबंगा से जुते हुए खेत के प्रमाण मिले हैं।

प्रश्न 2: निम्नलिखित में से कौन सा वेद ‘गद्य’ और ‘पद्य’ दोनों में लिखा गया है?

  1. ऋग्वेद
  2. सामवेद
  3. यजुर्वेद
  4. अथर्ववेद

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: यजुर्वेद एकमात्र वेद है जो गद्य और पद्य दोनों शैलियों में लिखा गया है।
  • संदर्भ और विस्तार: यजुर्वेद में यज्ञों (यज्ञों) के मंत्र और अनुष्ठानों का वर्णन है। इसके दो मुख्य भाग हैं: शुक्ल (शुद्ध) यजुर्वेद (केवल पद्य) और कृष्ण (अंधेरा) यजुर्वेद (गद्य और पद्य का मिश्रण)।
  • गलत विकल्प: ऋग्वेद मुख्य रूप से पद्य (श्लोक) में है। सामवेद को ‘साम’ (गीतों) का वेद कहा जाता है और यह पद्य में है, जो ऋग्वेद के मंत्रों पर आधारित है। अथर्ववेद में जादू-टोने, चिकित्सा और रोजमर्रा की जिंदगी से संबंधित मंत्र हैं और यह मुख्य रूप से पद्य में है।

प्रश्न 3: मौर्य साम्राज्य का संस्थापक कौन था?

  1. अशोक
  2. चंद्रगुप्त मौर्य
  3. बिंदुसार
  4. सम्राट बृहद्रथ

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: चंद्रगुप्त मौर्य ने 322 ईसा पूर्व में नंद वंश के अंतिम शासक धनानंद को पराजित कर मौर्य साम्राज्य की स्थापना की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त मौर्य को अक्सर कौटिल्य (चाणक्य) की सहायता से सत्ता में आते दिखाया जाता है। उन्होंने एक विशाल साम्राज्य का निर्माण किया जो उस समय तक भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा साम्राज्य था।
  • गलत विकल्प: अशोक चंद्रगुप्त मौर्य का पौत्र था और एक प्रमुख शासक था। बिंदुसार चंद्रगुप्त मौर्य का पुत्र था। सम्राट बृहद्रथ मौर्य वंश का अंतिम शासक था।

प्रश्न 4: ‘पंचतंत्र’ के लेखक कौन हैं, जो प्राचीन भारतीय कथा साहित्य का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है?

  1. कालिदास
  2. विष्णु शर्मा
  3. बाणभट्ट
  4. तुलसीदास

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ‘पंचतंत्र’ के लेखक विष्णु शर्मा हैं, जिन्होंने ईसा पूर्व दूसरी शताब्दी के आसपास इस रचना की।
  • संदर्भ और विस्तार: पंचतंत्र कहानियों का एक संग्रह है, जो जानवरों के पात्रों के माध्यम से नैतिक और राजनीतिक शिक्षाएं देता है। यह दुनिया की सबसे अधिक अनुवादित पुस्तकों में से एक है।
  • गलत विकल्प: कालिदास एक महान कवि और नाटककार थे। बाणभट्ट सम्राट हर्षवर्धन के दरबारी कवि थे। तुलसीदास ‘रामचरितमानस’ के लेखक हैं।

प्रश्न 5: गुप्त काल को ‘भारत का स्वर्ण युग’ क्यों कहा जाता है?

  1. साम्राज्य का तीव्र विस्तार
  2. कला, विज्ञान और साहित्य का अभूतपूर्व विकास
  3. भारी मात्रा में सोने का खनन
  4. विदेशी आक्रमणों से पूर्ण मुक्ति

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: गुप्त काल (लगभग 320-550 ईस्वी) को ‘भारत का स्वर्ण युग’ कहा जाता है क्योंकि इस अवधि में कला, विज्ञान, साहित्य, गणित, खगोल विज्ञान और चिकित्सा के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस काल में कालिदास जैसे महान साहित्यकारों, आर्यभट्ट जैसे गणितज्ञों और खगोलविदों, और वराहमिहिर जैसे ज्योतिर्विदों ने अपना योगदान दिया। अजंता की गुफाओं की चित्रकला भी इसी काल की देन है।
  • गलत विकल्प: जबकि साम्राज्य का विस्तार हुआ, ‘स्वर्ण युग’ मुख्य रूप से सांस्कृतिक और बौद्धिक उपलब्धियों को दर्शाता है। गुप्त काल में सोने का खनन हुआ, लेकिन यह मुख्य कारण नहीं था। विदेशी आक्रमण हुए थे, जैसे हूणों के आक्रमण।

प्रश्न 6: दिल्ली सल्तनत के किस सुल्तान ने ‘बाजार नियंत्रण’ प्रणाली की शुरुआत की थी?

  1. इल्तुतमिश
  2. बलबन
  3. अलाउद्दीन खिलजी
  4. फिरोजशाह तुगलक

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: अलाउद्दीन खिलजी (शासनकाल 1296-1316) ने एक सुव्यवस्थित बाजार नियंत्रण प्रणाली लागू की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस प्रणाली के तहत, खाद्यान्न, कपड़े, मवेशी आदि जैसी वस्तुओं की कीमतों को सरकारी अधिकारियों द्वारा नियंत्रित किया जाता था। इसका मुख्य उद्देश्य सेना को कम वेतन पर भी ठीक से बनाए रखना था, क्योंकि सैनिकों को उचित दरों पर आवश्यक वस्तुएं मिल सकती थीं।
  • गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने तुर्क साम्राज्य की नींव रखी। बलबन ने ‘लौह और रक्त’ की नीति अपनाई। फिरोजशाह तुगलक ने सिंचाई कर (हक-ए-शर्ब) जैसे कई सुधार किए, लेकिन उसकी बाजार नीति अलाउद्दीन जैसी कठोर नहीं थी।

प्रश्न 7: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?

  1. कृष्णदेव राय
  2. हरिहर और बुक्का
  3. देवराय प्रथम
  4. नरसिंह

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने 1336 ईस्वी में विजयनगर साम्राज्य की स्थापना की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: उन्होंने तुंगभद्रा नदी के किनारे एक शहर बसाया, जो बाद में विजयनगर के नाम से प्रसिद्ध हुआ। यह साम्राज्य दक्षिण भारत में मुस्लिम शासकों के विरुद्ध एक प्रमुख शक्ति बनकर उभरा।
  • गलत विकल्प: कृष्णदेव राय विजयनगर के सबसे प्रसिद्ध शासकों में से एक थे। देवराय प्रथम भी एक महत्वपूर्ण शासक थे। नरसिंह ने सलुव वंश की स्थापना की थी।

प्रश्न 8: ‘तैमूर’ ने भारत पर कब आक्रमण किया था?

  1. 1025 ईस्वी
  2. 1192 ईस्वी
  3. 1398 ईस्वी
  4. 1526 ईस्वी

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: मध्य एशियाई विजेता तैमूर (तैमूर-ए-लंग) ने 1398-99 ईस्वी में भारत पर आक्रमण किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: उसने दिल्ली पर कब्जा कर लिया और बड़े पैमाने पर लूटपाट और नरसंहार किया, जिससे दिल्ली सल्तनत कमजोर हो गई। इस आक्रमण ने सैयद वंश के उदय का मार्ग प्रशस्त किया।
  • गलत विकल्प: 1025 ईस्वी में महमूद गजनवी ने सोमनाथ मंदिर पर आक्रमण किया था। 1192 ईस्वी में तराइन का द्वितीय युद्ध हुआ था। 1526 ईस्वी में बाबर ने पानीपत का प्रथम युद्ध जीता और मुगल साम्राज्य की स्थापना की।

प्रश्न 9: ‘अष्टप्रधान’ का गठन किसने किया था, जो उनकी मंत्रिपरिषद थी?

  1. चंद्रगुप्त मौर्य
  2. सम्राट अशोक
  3. समुद्रगुप्त
  4. शिवाजी महाराज

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: शिवाजी महाराज ने अपनी प्रशासनिक व्यवस्था के लिए ‘अष्टप्रधान’ नामक आठ मंत्रियों की एक परिषद का गठन किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इन आठ मंत्रियों में पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (राजकीय पत्र व्यवहार), सुमंत (विदेश मंत्री), सेनापति (सैन्य कमांडर), पंडितराव (धार्मिक मामले), न्यायाधीश (न्याय प्रमुख) और पुरोहित (मुख्य पुजारी) शामिल थे।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य, अशोक और समुद्रगुप्त मौर्य और गुप्त राजवंशों के महान शासक थे, लेकिन उनकी मंत्रिपरिषदों को ‘अष्टप्रधान’ नहीं कहा जाता था।

प्रश्न 10: 1857 के विद्रोह के समय भारत का वायसराय कौन था?

  1. लॉर्ड कर्जन
  2. लॉर्ड डलहौजी
  3. लॉर्ड कैनिंग
  4. लॉर्ड विलियम बेंटिंक

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: 1857 के विद्रोह के समय भारत के गवर्नर-जनरल लॉर्ड कैनिंग थे, और विद्रोह के बाद ही भारत का वायसराय पद सृजित किया गया, जिसका पहला धारक भी वही बना।
  • संदर्भ और विस्तार: 1857 का विद्रोह ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन के खिलाफ एक बड़ा विद्रोह था। विद्रोह के बाद, ब्रिटिश ताज ने सीधे भारत का शासन संभाला।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड कर्जन 1905 में बंगाल विभाजन के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत के सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते हैं, जिसने विद्रोह के कारणों में योगदान दिया। लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने सती प्रथा का अंत किया था।

प्रश्न 11: ‘सती प्रथा’ को प्रतिबंधित करने वाला अधिनियम किस गवर्नर-जनरल के कार्यकाल में पारित हुआ था?

  1. लॉर्ड डलहौजी
  2. लॉर्ड विलियम बेंटिंक
  3. लॉर्ड रिपन
  4. लॉर्ड कर्जन

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: लॉर्ड विलियम बेंटिंक (1828-1835) के कार्यकाल में, राजा राम मोहन राय के प्रयासों से, 1829 में विनियम XVII द्वारा सती प्रथा को प्रतिबंधित कर दिया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस अधिनियम ने भारत में एक क्रूर और अमानवीय प्रथा को समाप्त करने में मदद की। राजा राम मोहन राय एक प्रमुख समाज सुधारक थे जिन्होंने इस प्रथा के उन्मूलन के लिए अथक प्रयास किए।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी ने व्यपगत का सिद्धांत लागू किया। लॉर्ड रिपन स्थानीय स्वशासन के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया।

प्रश्न 12: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पहले अधिवेशन की अध्यक्षता किसने की थी?

  1. महात्मा गांधी
  2. दादाभाई नौरोजी
  3. व्योमेश चंद्र बनर्जी
  4. सुरेन्द्रनाथ बनर्जी

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पहला अधिवेशन 1885 में बॉम्बे (अब मुंबई) में हुआ था, और इसकी अध्यक्षता व्योमेश चंद्र बनर्जी ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन में 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। इसका उद्देश्य भारतीय राष्ट्रीय चेतना को संगठित करना और भारतीयों के राजनीतिक अधिकारों की माँग करना था।
  • गलत विकल्प: महात्मा गांधी कांग्रेस के महत्वपूर्ण नेता थे, लेकिन उन्होंने पहले अधिवेशन की अध्यक्षता नहीं की थी। दादाभाई नौरोजी को ‘भारत का ग्रैंड ओल्ड मैन’ कहा जाता है और उन्होंने बाद में कांग्रेस की अध्यक्षता की। सुरेन्द्रनाथ बनर्जी भी एक प्रमुख राष्ट्रवादी नेता थे।

प्रश्न 13: ‘वेदों की ओर लौटो’ का नारा किसने दिया था?

  1. स्वामी विवेकानंद
  2. स्वामी दयानंद सरस्वती
  3. राजा राम मोहन राय
  4. ईश्वर चंद्र विद्यासागर

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ‘वेदों की ओर लौटो’ का प्रसिद्ध नारा स्वामी दयानंद सरस्वती ने दिया था।
  • संदर्भ और विस्तार: वे आर्य समाज के संस्थापक थे और उन्होंने भारतीय समाज में व्याप्त कुरीतियों का विरोध करते हुए वेदों के मूल ज्ञान और सिद्धांतों पर लौटने का आह्वान किया था। उनका मानना था कि वेद ज्ञान का सर्वोच्च स्रोत हैं।
  • गलत विकल्प: स्वामी विवेकानंद रामकृष्ण मिशन के संस्थापक थे और उन्होंने भारतीय दर्शन को पाश्चात्य जगत में प्रचारित किया। राजा राम मोहन राय ब्रह्म समाज के संस्थापक थे। ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने विधवा पुनर्विवाह और बालिकाओं की शिक्षा के लिए कार्य किया।

प्रश्न 14: ‘गांधी-इरविन समझौता’ किस वर्ष हुआ था?

  1. 1928
  2. 1930
  3. 1931
  4. 1932

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च 1931 को हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह समझौता भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सविनय अवज्ञा आंदोलन को रोकने के लिए लॉर्ड इरविन (तत्कालीन वायसराय) और महात्मा गांधी के बीच हुआ था। समझौते के तहत, कांग्रेस ने सविनय अवज्ञा आंदोलन स्थगित कर दिया और दूसरे गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने के लिए सहमत हो गई।
  • गलत विकल्प: 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ था। 1932 में पूना पैक्ट हुआ था। 1928 में साइमन कमीशन भारत आया था।

प्रश्न 15: ‘बंगाल का विभाजन’ किस वायसराय के कार्यकाल में हुआ था?

  1. लॉर्ड डलहौजी
  2. लॉर्ड कर्जन
  3. लॉर्ड हार्डिंग्ज
  4. लॉर्ड कैनिंग

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: लॉर्ड कर्जन (1899-1905) ने 1905 में बंगाल का विभाजन किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: विभाजन का आधिकारिक कारण प्रशासनिक सुविधा बताया गया था, लेकिन इसका मुख्य उद्देश्य बंगाल के राष्ट्रवादी आंदोलन को कमजोर करना था। इस विभाजन ने देश भर में व्यापक विरोध प्रदर्शनों को जन्म दिया, जिससे स्वदेशी आंदोलन शुरू हुआ।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी का कार्यकाल 1848-1856 था। लॉर्ड हार्डिंग्ज के कार्यकाल में दिल्ली को राजधानी बनाया गया। लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय वायसराय थे।

प्रश्न 16: ‘स chữ’ (Chữ Nôm) लिपि का विकास किस दक्षिण पूर्व एशियाई देश में हुआ था?

  1. थाईलैंड
  2. कंबोडिया
  3. वियतनाम
  4. लाओस

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ‘Chữ Nôm’ (字喃) वियतनामी भाषा को लिखने के लिए विकसित की गई एक वर्णमाला-आधारित लिपि है, जो चीनी अक्षरों (Chữ Hán) पर आधारित है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह 10वीं शताब्दी के आसपास विकसित हुई और 17वीं शताब्दी तक इसका व्यापक रूप से उपयोग किया जाने लगा। इसका उद्देश्य वियतनामी भाषा की ध्वनियों और शब्दों को चीनी अक्षरों के आधार पर अभिव्यक्त करना था।
  • गलत विकल्प: थाईलैंड, कंबोडिया और लाओस की अपनी विशिष्ट लिपियाँ हैं जो भारतीय लिपियों से प्रभावित हैं, लेकिन Chữ Nôm का संबंध वियतनाम से है।

प्रश्न 17: ‘बोस्टन टी पार्टी’ किस ऐतिहासिक घटना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थी?

  1. फ्रांसीसी क्रांति
  2. अमेरिकी क्रांति
  3. रूसी क्रांति
  4. औद्योगिक क्रांति

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: बोस्टन टी पार्टी (16 दिसंबर 1773) अमेरिकी क्रांति की एक महत्वपूर्ण अग्रिम घटना थी।
  • संदर्भ और विस्तार: अमेरिकी उपनिवेशवादियों ने ब्रिटिश संसद द्वारा पारित ‘टी एक्ट’ के विरोध में बोस्टन बंदरगाह पर ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के जहाजों से चाय की पेटियाँ समुद्र में फेंक दीं। यह अधिनियम उपनिवेशों पर लगाए गए करों और प्रतिनिधित्व की कमी के खिलाफ एक विरोध था।
  • गलत विकल्प: यह घटना फ्रांस, रूस या औद्योगिक क्रांति से संबंधित नहीं थी।

प्रश्न 18: ‘मेसोपोटामिया’ सभ्यता को ‘नदी की घाटी’ भी कहा जाता है। यह सभ्यता किन दो नदियों के बीच विकसित हुई?

  1. नील और कांगो
  2. सिंधु और झेलम
  3. टाइग्रिस और यूफ्रेट्स
  4. गंगा और यमुना

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: मेसोपोटामिया की सभ्यता, जिसे अक्सर ‘सभ्यता का पालना’ कहा जाता है, टाइग्रिस (Tigris) और यूफ्रेट्स (Euphrates) नदियों के बीच के उपजाऊ क्षेत्र में विकसित हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह क्षेत्र वर्तमान इराक का हिस्सा है। यहां सुमेरियन, अक्कडियन, बेबीलोनियन और असीरियन जैसी महान सभ्यताओं का उदय हुआ।
  • गलत विकल्प: नील नदी मिस्र की सभ्यता से जुड़ी है। सिंधु और झेलम नदियाँ सिंधु घाटी सभ्यता और भारतीय इतिहास से संबंधित हैं। गंगा और यमुना भारत की पवित्र नदियाँ हैं।

प्रश्न 19: ‘वर्साय की संधि’ (Treaty of Versailles) किस प्रमुख विश्व युद्ध के अंत के साथ हुई थी?

  1. द्वितीय विश्व युद्ध
  2. प्रथम विश्व युद्ध
  3. शीत युद्ध
  4. क्रीमियन युद्ध

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: वर्साय की संधि 28 जून 1919 को प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) के आधिकारिक अंत के रूप में हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह संधि मित्र राष्ट्रों (Allied Powers) और जर्मनी के बीच हुई थी। इसने जर्मनी पर भारी युद्ध हर्जाना, क्षेत्रीय नुकसान और सैन्य प्रतिबंधों का बोझ डाला, जिसे कई इतिहासकार द्वितीय विश्व युद्ध के बीज बोने वाला माना जाता है।
  • गलत विकल्प: द्वितीय विश्व युद्ध के अंत में कोई एक संधि नहीं थी, बल्कि कई संधियाँ हुईं। शीत युद्ध का कोई औपचारिक अंत संधि नहीं हुई। क्रीमियन युद्ध 19वीं शताब्दी के मध्य में हुआ था।

प्रश्न 20: ‘तांग राजवंश’ (Tang Dynasty) किस देश के इतिहास में एक ‘स्वर्ण युग’ माना जाता है?

  1. जापान
  2. कोरिया
  3. वियतनाम
  4. चीन

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: चीन का तांग राजवंश (618-907 ईस्वी) चीन के इतिहास में एक स्वर्ण युग माना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: इस अवधि में चीन ने कला, साहित्य, धर्म, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अद्भुत प्रगति की। इसकी राजधानी चांगआन (वर्तमान शीआन) उस समय दुनिया के सबसे बड़े शहरों में से एक थी। कन्फ्यूशियसवाद, बौद्ध धर्म का प्रसार और रेशम मार्ग का पुनरुद्धार इसी काल की महत्वपूर्ण घटनाएँ थीं।
  • गलत विकल्प: जापान, कोरिया और वियतनाम के अपने समृद्ध राजवंश और स्वर्ण युग रहे हैं, लेकिन ‘तांग राजवंश’ विशेष रूप से चीन से संबंधित है।

प्रश्न 21: ‘क्रान्ति का अग्रदूत’ (The Herald of the Revolution) के रूप में किसे जाना जाता है?

  1. मैक्सिमिलियन रोबेस्पियरे
  2. जॉर्ज डेंटन
  3. एडमंड बर्क
  4. थॉमस पेन

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: थॉमस पेन को अक्सर ‘क्रांति का अग्रदूत’ कहा जाता है, विशेष रूप से अमेरिकी और फ्रांसीसी क्रांतियों में उनके प्रभावशाली लेखन के कारण।
  • संदर्भ और विस्तार: उनके पर्चे ‘कॉमन सेंस’ (Common Sense) ने अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने राजशाही की आलोचना की और गणतंत्रवाद का समर्थन किया।
  • गलत विकल्प: मैक्सिमिलियन रोबेस्पियरे फ्रांसीसी क्रांति के एक प्रमुख व्यक्ति थे, लेकिन उन्हें ‘क्रांति का अग्रदूत’ नहीं कहा जाता। एडमंड बर्क रूढ़िवाद के जनक माने जाते हैं और फ्रांसीसी क्रांति के आलोचक थे। जॉर्ज डेंटन इस संदर्भ में एक प्रासंगिक हस्ती नहीं हैं।

प्रश्न 22: ‘साम्राज्यवाद’ (Imperialism) की एक प्रमुख विशेषता क्या थी, जो 19वीं सदी के अंत और 20वीं सदी की शुरुआत में प्रबल हुई?

  1. मुक्त व्यापार को बढ़ावा देना
  2. औद्योगिक उत्पादन का विकेंद्रीकरण
  3. अन्य देशों पर आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक प्रभुत्व स्थापित करना
  4. राष्ट्रीय संप्रभुता पर जोर देना

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: साम्राज्यवाद की केंद्रीय विशेषता यह थी कि शक्तिशाली राष्ट्र अपने आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक प्रभाव का विस्तार करके कमजोर या अविकसित देशों पर प्रभुत्व स्थापित करते थे।
  • संदर्भ और विस्तार: यूरोपीय शक्तियों ने अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका के बड़े हिस्सों पर औपनिवेशिक शासन स्थापित किया। इसका उद्देश्य कच्चे माल की आपूर्ति, नए बाजारों की खोज और राष्ट्रीय शक्ति को बढ़ाना था।
  • गलत विकल्प: साम्राज्यवाद ने मुक्त व्यापार को बाधित किया, उत्पादन का केन्द्रीकरण किया, और राष्ट्रीय संप्रभुता का हनन किया।

प्रश्न 23: ‘भारतीय राष्ट्रीय सेना’ (Indian National Army – INA) की स्थापना किसने की थी?

  1. सुभाष चंद्र बोस
  2. मोहन सिंह
  3. राम बिहारी बोस
  4. शहादत अली

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: भारतीय राष्ट्रीय सेना (INA) की प्रारंभिक स्थापना का श्रेय कैप्टन मोहन सिंह को जाता है, लेकिन इसे पुनर्जीवित करने और नेतृत्व प्रदान करने का महत्वपूर्ण कार्य रास बिहारी बोस (R.B. Bose) और बाद में सुभाष चंद्र बोस ने किया। हालांकि, रास बिहारी बोस ने 1942 में INA की स्थापना का नेतृत्व किया था, जिसमें जापानी सेना के भारतीय युद्धबंदियों को शामिल किया गया था। सुभाष चंद्र बोस ने बाद में 1943 में इसका पुनर्गठन किया। प्रश्न की शब्दावली के आधार पर, रास बिहारी बोस सबसे उपयुक्त उत्तर हैं जिन्होंने इसकी स्थापना का नेतृत्व किया। (सुभाष चंद्र बोस का योगदान इसे पुनर्जीवित करना था)।
  • संदर्भ और विस्तार: INA का गठन द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराने के उद्देश्य से किया गया था। इसने भारत की आजादी के आंदोलन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • गलत विकल्प: सुभाष चंद्र बोस ने INA का नेतृत्व किया, लेकिन स्थापना का प्रारंभिक नेतृत्व रास बिहारी बोस ने किया। मोहन सिंह को भी श्रेय जाता है। शहादत अली INA से संबंधित एक प्रमुख व्यक्ति थे।

प्रश्न 24: ‘रूस की क्रांति’ (Russian Revolution) किस वर्ष हुई थी?

  1. 1905
  2. 1914
  3. 1917
  4. 1922

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: रूस की क्रांति 1917 में हुई थी, जिसमें दो प्रमुख चरण थे: फरवरी क्रांति और अक्टूबर क्रांति।
  • संदर्भ और विस्तार: फरवरी क्रांति ने ज़ार निकोलस द्वितीय को सत्ता से बेदखल कर दिया और एक अनंतिम सरकार की स्थापना की। अक्टूबर क्रांति में व्लादिमीर लेनिन के नेतृत्व वाली बोल्शेविक पार्टी ने सत्ता पर कब्जा कर लिया, जिससे सोवियत संघ की नींव पड़ी।
  • गलत विकल्प: 1905 में रूस में एक क्रांति हुई थी, लेकिन यह पूरी तरह से सफल नहीं रही। 1914 में प्रथम विश्व युद्ध शुरू हुआ। 1922 में सोवियत संघ की स्थापना को औपचारिक रूप दिया गया।

प्रश्न 25: ‘आल इंडिया मुस्लिम लीग’ की स्थापना किस वर्ष हुई थी?

  1. 1905
  2. 1906
  3. 1907
  4. 1909

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ऑल इंडिया मुस्लिम लीग की स्थापना 30 दिसंबर 1906 को ढाका (तब ब्रिटिश भारत का हिस्सा, अब बांग्लादेश की राजधानी) में हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इसकी स्थापना आगा खान तृतीय और ढाका के नवाब वकार-उल-मुल्क के नेतृत्व में हुई थी। इसका मुख्य उद्देश्य ब्रिटिश भारत में मुसलमानों के राजनीतिक अधिकारों और हितों की रक्षा करना था। इसने बाद में पाकिस्तान की मांग को भी आगे बढ़ाया।
  • गलत विकल्प: 1905 में बंगाल विभाजन हुआ था। 1907 में कांग्रेस का सूरत अधिवेशन हुआ था। 1909 में मार्ले-मिंटो सुधार (इंडियन काउंसिल एक्ट) पारित हुआ था।

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