इतिहास की परीक्षा: 25 प्रश्नों का महासंग्राम!
ऐतिहासिक यात्रा पर निकल पड़िए और अपने ज्ञान की परख कीजिए! आज के इस विशेष अभ्यास सत्र में, हम प्राचीन भारत के रहस्यों से लेकर आधुनिक युग के महत्वपूर्ण मोड़ों तक, और विश्व इतिहास की झलकियाँ भी देखेंगे। अपनी तैयारी को धार दें और इन 25 चुनिंदा सवालों के जवाब देकर साबित करें कि आप इतिहास के हर दौर को कितनी गहराई से समझते हैं।
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: हड़प्पा सभ्यता का कौन सा स्थल गुजरात में स्थित था, जो एक महत्वपूर्ण बंदरगाह भी था?
- मोहनजोदड़ो
- हड़प्पा
- लोथल
- कालीबंगन
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: लोथल, जो वर्तमान गुजरात में स्थित है, एक प्रमुख हड़प्पाकालीन बंदरगाह शहर था। यह भोगावा नदी के तट पर स्थित था और इसने फारस की खाड़ी के साथ समुद्री व्यापार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- संदर्भ और विस्तार: लोथल में एक विशाल डॉकयार्ड के अवशेष मिले हैं, जो उस समय की उन्नत समुद्री इंजीनियरिंग का प्रमाण है। यहाँ से मिली कुछ मुहरें मेसोपोटामिया से संबंध का संकेत देती हैं।
- गलत विकल्प: मोहनजोदड़ो और हड़प्पा वर्तमान पाकिस्तान में स्थित हैं, जबकि कालीबंगन राजस्थान में था और इसे ‘सिंधु घाटी का चूड़ी शहर’ कहा जाता था।
प्रश्न 2: ‘अष्टध्यायी’ के लेखक कौन थे, जो संस्कृत व्याकरण का एक अत्यंत महत्वपूर्ण ग्रंथ है?
- कालिदास
- पाणिनी
- विष्णुगुप्त
- भारवि
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: पाणिनी ‘अष्टध्यायी’ के लेखक थे। यह ग्रंथ संस्कृत भाषा के नियमों और संरचना का एक व्यवस्थित और व्यापक अध्ययन प्रस्तुत करता है, और इसे भारतीय भाषा विज्ञान का आधार माना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: पाणिनी का समय लगभग 5वीं से 4थी शताब्दी ईसा पूर्व माना जाता है। ‘अष्टध्यायी’ में लगभग 4,000 सूत्र (नियम) हैं जो संस्कृत शब्दों के निर्माण और प्रयोग को नियंत्रित करते हैं।
- गलत विकल्प: कालिदास एक महान कवि और नाटककार थे (जैसे ‘मेघदूत’, ‘अभिज्ञानशाकुंतलम्’), विष्णुगुप्त (कौटिल्य) अर्थशास्त्र के लेखक थे, और भारवि एक प्रसिद्ध कवि थे (जैसे ‘किरातरजुनियम’)।
प्रश्न 3: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- कुमारगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है। यह उपाधि उन्हें उनके विजयों और विशाल साम्राज्य के कारण दी गई थी।
- संदर्भ और विस्तार: समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-380 ई.) एक कुशल योद्धा और प्रशासक था। उसके दरबारी कवि हरिषेण द्वारा रचित प्रयाग प्रशस्ति (इलाहाबाद स्तंभ शिलालेख) में उसकी सैन्य विजयों का विस्तृत विवरण है, जिसमें उत्तर भारत के कई राज्यों और दक्षिण के कुछ राज्यों पर उसकी जीत का उल्लेख है।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त साम्राज्य का संस्थापक था, चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) ने अपने शासनकाल में कला और साहित्य को बढ़ावा दिया, और कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना में योगदान दिया।
प्रश्न 4: दिल्ली सल्तनत के किस शासक ने ‘दीवान-ए-बंदगान’ (दास विभाग) की स्थापना की थी?
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- इल्तुतमिश
- बलबन
- फिरोज शाह तुगलक
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 5: किस मुगल बादशाह ने ‘जजिया’ कर को पुनः लागू किया था?
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: औरंगजेब (शासनकाल 1658-1707 ई.) ने 1679 ई. में गैर-मुसलमानों पर लगने वाले ‘जजिया’ कर को पुनः लागू किया था।
- संदर्भ और विस्तार: अकबर ने 1564 ई. में जजिया कर समाप्त कर दिया था, जिसे औरंगजेब ने अपने धार्मिक कट्टरता की नीति के तहत फिर से लागू किया। यह कर उन गैर-मुस्लिम नागरिकों पर लगाया जाता था जो मुस्लिम शासन के अधीन रहते थे और सेना में सेवा नहीं करते थे।
- गलत विकल्प: अकबर ने धार्मिक सहिष्णुता की नीति अपनाई थी, जहाँगीर और शाहजहाँ के शासनकाल में जजिया की वापसी का कोई महत्वपूर्ण उल्लेख नहीं मिलता है।
प्रश्न 6: विजयनगर साम्राज्य का सबसे प्रसिद्ध शासक कौन था, जिसने ‘कृष्णदेवराय’ की उपाधि धारण की?
- देवराय प्रथम
- देवराय द्वितीय
- कृष्णदेवराय
- अच्युतदेवराय
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: कृष्णदेवराय (शासनकाल 1509-1529 ई.) विजयनगर साम्राज्य के तुलुव वंश के सबसे महान शासक थे। उन्होंने ‘आंध्र भोज’ और ‘यवन राज्य स्थापनाचार्य’ जैसी उपाधियाँ भी धारण की थीं।
- संदर्भ और विस्तार: कृष्णदेवराय एक कुशल प्रशासक, विद्वान और संरक्षक थे। उन्होंने कला, साहित्य और वास्तुकला को बहुत बढ़ावा दिया। उनके दरबार में तेलुगु के आठ महान विद्वान थे, जिन्हें ‘अष्टदिग्गज’ कहा जाता था। उन्होंने बीजापुर के सुल्तान को भी हराया था।
- गलत विकल्प: देवराय प्रथम और द्वितीय भी महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन कृष्णदेवराय की प्रसिद्धि और साम्राज्य विस्तार अद्वितीय था। अच्युतदेवराय उनके उत्तराधिकारी थे।
प्रश्न 7: 1857 के विद्रोह के दौरान, कानपुर से इस विद्रोह का नेतृत्व किसने किया था?
- रानी लक्ष्मीबाई
- तात्या टोपे
- नाना साहेब
- कुंवर सिंह
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: नाना साहेब, जो पेशवा बाजीराव द्वितीय के दत्तक पुत्र थे, ने कानपुर से 1857 के विद्रोह का नेतृत्व किया। उन्होंने स्वयं को पेशवा घोषित कर दिया था।
- संदर्भ और विस्तार: नाना साहेब ने विद्रोहियों को संगठित किया और कानपुर पर कब्जा कर लिया। हालाँकि, बाद में अंग्रेजों ने उन्हें कानपुर से खदेड़ दिया। उनके विश्वसनीय सहयोगी तात्या टोपे ने भी विद्रोह में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- गलत विकल्प: रानी लक्ष्मीबाई ने झाँसी से, कुंवर सिंह ने जगदीशपुर (बिहार) से, और तात्या टोपे ने विभिन्न स्थानों पर नेतृत्व किया, लेकिन कानपुर का मुख्य नेतृत्व नाना साहेब के हाथ में था।
प्रश्न 8: ‘नील दर्पण’ नाटक के लेखक कौन थे, जिसमें नील की खेती करने वाले किसानों की दुर्दशा को दर्शाया गया है?
- बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय
- सुरेन्द्रनाथ बनर्जी
- दिनबंधु मित्र
- माइकेल मधुसूदन दत्त
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: दिनबंधु मित्र ने ‘नील दर्पण’ नाटक लिखा था, जो 1859-60 के नील विद्रोह के दौरान बहुत प्रभावशाली साबित हुआ।
- संदर्भ और विस्तार: इस नाटक में नील बागान मालिकों द्वारा किसानों पर किए जाने वाले अत्याचारों और शोषण का मार्मिक चित्रण किया गया था। इसे अंग्रेजी में भी अनूदित किया गया था, जिससे तत्कालीन ब्रिटिश सरकार पर दबाव पड़ा।
- गलत विकल्प: बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने ‘आनंद मठ’ लिखा, सुरेन्द्रनाथ बनर्जी एक प्रमुख राष्ट्रवादी नेता थे, और माइकेल मधुसूदन दत्त एक प्रसिद्ध कवि थे।
प्रश्न 9: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रथम अधिवेशन किस शहर में आयोजित हुआ था?
- कोलकाता
- मुंबई
- दिल्ली
- मद्रास
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रथम अधिवेशन 28 दिसंबर 1885 को बॉम्बे (वर्तमान मुंबई) में गोकुलदास तेजपाल संस्कृत पाठशाला में आयोजित हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन में कुल 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था और इसके अध्यक्ष व्योमेश चंद्र बनर्जी थे। ए.ओ. ह्यूम, एक ब्रिटिश अधिकारी, ने कांग्रेस की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- गलत विकल्प: कोलकाता, दिल्ली और मद्रास महत्वपूर्ण शहर हैं जहाँ कांग्रेस के अधिवेशन हुए, लेकिन पहला अधिवेशन मुंबई में ही हुआ था।
प्रश्न 10: ‘गांधी-इरविन समझौता’ किस वर्ष हुआ था?
- 1929
- 1930
- 1931
- 1932
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च 1931 को हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यह समझौता भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सविनय अवज्ञा आंदोलन के संदर्भ में महात्मा गांधी और तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच हुआ था। समझौते के तहत, कांग्रेस ने सविनय अवज्ञा आंदोलन स्थगित कर दिया और ब्रिटिश सरकार ने कुछ राजनीतिक कैदियों को रिहा करने और शांतिपूर्ण विरोध की अनुमति देने पर सहमति व्यक्त की।
- गलत विकल्प: 1929 में लाहौर अधिवेशन हुआ जहाँ पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव पारित हुआ, 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत हुई, और 1932 में पूना पैक्ट हुआ।
प्रश्न 11: प्रसिद्ध ‘फारवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना किसने की थी?
- महात्मा गांधी
- जवाहरलाल नेहरू
- सुभाष चंद्र बोस
- सरदार वल्लभभाई पटेल
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: सुभाष चंद्र बोस ने 1939 में कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद ‘फारवर्ड ब्लॉक’ नामक एक नई राजनीतिक पार्टी की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: बोस का उद्देश्य कांग्रेस के भीतर एक अधिक कट्टरपंथी और समाजवादी एजेंडा को बढ़ावा देना था। हालाँकि, कांग्रेस के भीतर उनके विचारों से मतभेद के कारण उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। फारवर्ड ब्लॉक ने भारत की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष जारी रखा।
- गलत विकल्प: महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभभाई पटेल कांग्रेस के प्रमुख नेता थे, लेकिन फारवर्ड ब्लॉक की स्थापना सुभाष चंद्र बोस ने की थी।
प्रश्न 12: द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, जापान ने भारत पर आक्रमण के प्रयास में किस भारतीय राज्य को अपना लक्ष्य बनाया था?
- पंजाब
- बंगाल
- असम
- उड़ीसा
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, जापान ने भारतीय स्वतंत्रता लीग और आज़ाद हिंद फौज के सहयोग से भारत पर आक्रमण का प्रयास किया और मुख्य रूप से पूर्वोत्तर भारत, विशेषकर असम को लक्ष्य बनाया।
- संदर्भ और विस्तार: 1944 में, इंपाल और कोहिमा की लड़ाई हुई, जो द्वितीय विश्व युद्ध के प्रशांत क्षेत्र की सबसे खूनी लड़ाइयों में से एक थी। जापानियों का लक्ष्य भारत में प्रवेश करना और ब्रिटिश शासन को उखाड़ फेंकना था।
- गलत विकल्प: पंजाब, बंगाल और उड़ीसा भी युद्ध के दौरान प्रभावित हुए थे, लेकिन जापान के आक्रमण का सीधा और प्रारंभिक लक्ष्य असम क्षेत्र था।
प्रश्न 13: प्राचीन भारत में ‘महाजनपद’ काल के दौरान, मगध की राजधानी कहाँ स्थित थी?
- वैशाली
- पाटलिपुत्र
- राजगृह
- कौशांबी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मगध महाजनपद की प्रारंभिक राजधानी राजगृह (आधुनिक राजगीर) थी। बाद में, बिम्बिसार के पुत्र अजातशत्रु ने पाटलिपुत्र (वर्तमान पटना) को मगध की नई राजधानी बनाया।
- संदर्भ और विस्तार: राजगृह एक पहाड़ी किलेबंदी से घिरा शहर था, जो इसे प्राकृतिक सुरक्षा प्रदान करता था। पाटलिपुत्र का सामरिक स्थान गंगा, सोन और गंडक नदियों के संगम पर था, जो व्यापार और सैन्य दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण था।
- गलत विकल्प: वैशाली लिच्छवी गणराज्य की राजधानी थी, और कौशांबी वत्स महाजनपद की राजधानी थी।
प्रश्न 14: निम्नलिखित में से किस ग्रंथ की रचना हर्षवर्धन ने की थी?
- मुद्राराक्षस
- रत्नावली
- कादंबरी
- हर्षचरित
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: हर्षवर्धन (शासनकाल 606-647 ई.) ने ‘रत्नावली’ नामक प्रसिद्ध संस्कृत नाटक की रचना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: हर्षवर्धन एक विद्वान राजा थे और उन्होंने ‘नागानन्द’ और ‘प्रियदर्शिका’ नामक नाटक भी लिखे थे। ‘रत्नावली’ एक प्रेम कहानी पर आधारित नाटक है। बाणभट्ट उनके दरबारी कवि थे जिन्होंने ‘हर्षचरित’ (हर्ष का जीवन चरित) और ‘कादंबरी’ लिखी थी।
- गलत विकल्प: मुद्राराक्षस विशाखदत्त द्वारा लिखा गया था।
प्रश्न 15: ‘इक्ता प्रणाली’ का प्रचलन किस दिल्ली सल्तनत के शासक ने शुरू किया था?
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: इल्तुतमिश (शासनकाल 1211-1236 ई.) ने ‘इक्ता प्रणाली’ का प्रचलन शुरू किया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस प्रणाली के तहत, भूमि को इलकों (प्रांतों) में विभाजित किया गया था और इलतेदारों (सामंतों) को कर वसूलने के लिए भूमि आवंटित की जाती थी। यह प्रणाली तुर्क साम्राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण अंग थी, जिसका उद्देश्य राजस्व संग्रह को व्यवस्थित करना और सैन्य सामंतों को भूमि प्रदान करना था।
- गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक संस्थापक थे, बलबन ने शक्ति का केंद्रीकरण किया, और अलाउद्दीन खिलजी ने इक्ता को समाप्त कर सीधे राज्य नियंत्रण स्थापित करने की कोशिश की।
प्रश्न 16: ‘पंचतंत्र’ के लेखक कौन हैं, जो भारतीय कथा साहित्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है?
- तुलसीदास
- प्रेमचंद
- विष्णु शर्मा
- कबीर दास
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: विष्णु शर्मा ने ‘पंचतंत्र’ की रचना की थी। यह ईसा पूर्व दूसरी शताब्दी के आसपास लिखा गया था।
- संदर्भ और विस्तार: ‘पंचतंत्र’ में जानवरों की कहानियों के माध्यम से नैतिक और राजनीतिक शिक्षा दी गई है। इसके पांच भाग हैं: मित्रभेद, मित्रलाभ, संधि-विग्रह, लब्धप्रणाश और अपरीक्षितकारक। यह दुनिया की सबसे अधिक अनुवादित पुस्तकों में से एक है।
- गलत विकल्प: तुलसीदास ‘रामचरितमानस’ के लेखक थे, प्रेमचंद आधुनिक हिंदी साहित्य के महान लेखक थे, और कबीर दास एक रहस्यवादी कवि थे।
प्रश्न 17: किस अधिनियम के तहत भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन को समाप्त कर दिया गया और भारत को सीधे ब्रिटिश ताज के अधीन लाया गया?
- 1773 का रेगुलेटिंग एक्ट
- 1813 का चार्टर एक्ट
- 1858 का भारत सरकार अधिनियम
- 1909 का मार्ले-मिंटो सुधार
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1858 का भारत सरकार अधिनियम (Government of India Act, 1858) के तहत भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन को समाप्त कर दिया गया और भारत का शासन ब्रिटिश क्राउन (ताज) के सीधे नियंत्रण में आ गया।
- संदर्भ और विस्तार: यह अधिनियम 1857 के विद्रोह के बाद पारित किया गया था। इसके तहत भारत के लिए एक नए पद ‘भारत सचिव’ (Secretary of State for India) की व्यवस्था की गई और भारत के वायसराय को ब्रिटिश क्राउन का प्रतिनिधि बनाया गया।
- गलत विकल्प: 1773 का रेगुलेटिंग एक्ट कंपनी के प्रशासनिक और राजनीतिक कार्यों को नियंत्रित करने वाला पहला कदम था, 1813 का चार्टर एक्ट ने कंपनी के व्यापार एकाधिकार को समाप्त किया (चीन के साथ चाय व्यापार को छोड़कर), और 1909 का मार्ले-मिंटो सुधार भारतीय परिषद अधिनियम के रूप में जाना जाता है।
प्रश्न 18: ‘अहोम विद्रोह’ किस क्षेत्र में हुआ था और यह कब हुआ था?
- पंजाब, 1848
- बिहार, 1857
- आसाम, 1828-1833
- राजस्थान, 1831
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: अहोम विद्रोह 1828-1833 के दौरान असम में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यह विद्रोह प्रथम आंग्ल-बर्मी युद्ध (1824-1826) के बाद ब्रिटिशों द्वारा असम पर नियंत्रण स्थापित करने और अपनी नीतियों को लागू करने के विरोध में हुआ था। अहोम राजा पुरंदर सिंह को गद्दी से हटाकर ब्रिटिशों द्वारा स्थापित प्रशासन के खिलाफ यह विद्रोह हुआ था।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प गलत काल या क्षेत्र से संबंधित हैं।
प्रश्न 19: बंगाल विभाजन (1905) का मुख्य उद्देश्य क्या था?
- बंगाल को प्रशासनिक रूप से सुगम बनाना
- राष्ट्रवादी भावना को कमजोर करना
- मुस्लिमों के लिए एक अलग प्रांत बनाना
- व्यापार को बढ़ावा देना
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: यद्यपि ब्रिटिश सरकार ने बंगाल विभाजन को प्रशासनिक सुविधा का कारण बताया, लेकिन इसका मुख्य उद्देश्य तत्कालीन बंगाल में बढ़ रही राष्ट्रवादी भावनाओं को कमजोर करना और हिंदुओं व मुसलमानों के बीच फूट डालना था।
- संदर्भ और विस्तार: तत्कालीन वायसराय लॉर्ड कर्जन ने 1905 में पूर्वी बंगाल और असम को मिलाकर एक नया प्रांत बनाया। इस निर्णय ने पूरे भारत में तीव्र विरोध उत्पन्न किया, जिसके परिणामस्वरूप स्वदेशी और बहिष्कार आंदोलन चलाए गए।
- गलत विकल्प: जबकि कुछ क्षेत्रों में प्रशासनिक सुधार हुए, मुख्य राजनीतिक मंशा विभाजनकारी थी।
प्रश्न 20: ‘गदर पार्टी’ की स्थापना कहाँ और कब हुई थी?
- लंदन, 1910
- न्यूयॉर्क, 1913
- सैन फ्रांसिस्को, 1913
- पेरिस, 1914
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: गदर पार्टी की स्थापना 1913 में सैन फ्रांसिस्को, संयुक्त राज्य अमेरिका में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस पार्टी की स्थापना लाला हरदयाल, सोहन सिंह भकना और अन्य भारतीय देशभक्तों ने की थी, जो अमेरिका और कनाडा में बसे हुए थे। इसका मुख्य उद्देश्य भारत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ सशस्त्र क्रांति को बढ़ावा देना था। इसका मुख्य पत्र ‘गदर’ था, जो उर्दू, पंजाबी, हिंदी आदि भाषाओं में छपता था।
- गलत विकल्प: अन्य स्थानों और वर्षों में भारतीय देशभक्ति की गतिविधियां हुईं, लेकिन गदर पार्टी की स्थापना सैन फ्रांसिस्को, 1913 में हुई।
प्रश्न 21: भारतीय संविधान के निर्माण में कितना समय लगा?
- 2 साल, 11 महीने, 18 दिन
- 2 साल, 7 महीने, 11 दिन
- 3 साल, 11 महीने, 18 दिन
- 3 साल, 7 महीने, 11 दिन
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: भारतीय संविधान के निर्माण में कुल 2 साल, 11 महीने और 18 दिन लगे।
- संदर्भ और विस्तार: संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसंबर 1946 को हुई थी और संविधान 26 नवंबर 1949 को बनकर तैयार हो गया था। इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। इस दौरान संविधान सभा की कुल 11 बैठकें हुईं।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प संविधान निर्माण में लगे वास्तविक समय से भिन्न हैं।
प्रश्न 22: ‘सत्यार्थ प्रकाश’ के लेखक कौन थे, जो आर्य समाज का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है?
- स्वामी दयानंद सरस्वती
- स्वामी विवेकानंद
- राजा राम मोहन राय
- ईश्वर चंद्र विद्यासागर
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘सत्यार्थ प्रकाश’ के लेखक स्वामी दयानंद सरस्वती थे, जो आर्य समाज के संस्थापक थे।
- संदर्भ और विस्तार: इस पुस्तक में उन्होंने वेदों के महत्व पर जोर दिया और तत्कालीन सामाजिक व धार्मिक कुरीतियों का खंडन किया। उन्होंने ‘वेदों की ओर लौटो’ का नारा भी दिया था।
- गलत विकल्प: स्वामी विवेकानंद रामकृष्ण मिशन के संस्थापक थे, राजा राम मोहन राय ब्रह्म समाज के संस्थापक थे, और ईश्वर चंद्र विद्यासागर एक महान समाज सुधारक थे।
प्रश्न 23: भारत में पहली बार जनगणना कब हुई थी?
- 1872
- 1881
- 1901
- 1911
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: भारत में पहली बार जनगणना 1872 में वायसराय लॉर्ड मेयो के कार्यकाल में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: हालाँकि, एक व्यवस्थित और निरंतर जनगणना की शुरुआत 1881 में लॉर्ड रिपन के कार्यकाल में हुई, जिसे भारतीय जनगणना का जनक माना जाता है।
- गलत विकल्प: 1881 से हर दस साल में नियमित जनगणना होती आ रही है।
प्रश्न 24: फ्रांसीसी क्रांति कब हुई थी?
- 1776
- 1789
- 1815
- 1848
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: फ्रांसीसी क्रांति 1789 में शुरू हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस क्रांति ने फ्रांस में राजशाही को समाप्त कर दिया और गणतंत्र की स्थापना की। इसके प्रमुख नारे ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ थे। इस क्रांति का पूरे यूरोप और दुनिया पर गहरा प्रभाव पड़ा। बास्तील का पतन 14 जुलाई 1789 को हुआ, जिसे क्रांति की शुरुआत माना जाता है।
- गलत विकल्प: 1776 अमेरिकी स्वतंत्रता की घोषणा का वर्ष है, 1815 वाटरलू का युद्ध और नेपोलियन का पतन का वर्ष है, और 1848 यूरोप में क्रांतियों का वर्ष था।
प्रश्न 25: ‘भारतीय पुनर्जागरण का अग्रदूत’ किसे कहा जाता है?
- स्वामी विवेकानंद
- बाल गंगाधर तिलक
- राजा राम मोहन राय
- ईश्वर चंद्र विद्यासागर
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: राजा राम मोहन राय को ‘भारतीय पुनर्जागरण का अग्रदूत’ और ‘आधुनिक भारत का पिता’ कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: उन्होंने 1828 में ब्रह्म समाज की स्थापना की और सती प्रथा के उन्मूलन, बाल विवाह के विरोध, और महिलाओं की शिक्षा जैसे सामाजिक सुधारों के लिए अथक प्रयास किए। उन्होंने एकेश्वरवाद और तर्कवाद पर जोर दिया।
- गलत विकल्प: स्वामी विवेकानंद और बाल गंगाधर तिलक भी महत्वपूर्ण समाज सुधारक और राष्ट्रवादी नेता थे, लेकिन राजा राम मोहन राय ने सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक जागृति की नींव रखी थी।