इतिहास के महासागर में गोता लगाएँ: दैनिक ज्ञानवर्धक प्रश्नोत्तरी
तैयार हो जाइए समय यात्रा के लिए! आज की इस विशेष प्रश्नोत्तरी के साथ भारतीय और विश्व इतिहास के गर्त में उतरें। अपने ज्ञान को परखें, नए तथ्यों को जानें और आगामी परीक्षाओं के लिए अपनी तैयारी को धार दें। यह सिर्फ एक परीक्षा नहीं, बल्कि इतिहास की रोमांचक यात्रा का अनुभव है!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरण के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से कौन सा सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे पूर्वी स्थल है?
- लोथल
- हड़प्पा
- आलमगीरपुर
- मोहनजोदड़ो
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: आलमगीरपुर, जो वर्तमान उत्तर प्रदेश में स्थित है, सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे पूर्वी ज्ञात स्थल है।
- संदर्भ और विस्तार: यह स्थल हिंडन नदी के तट पर स्थित था और इसे सिंधु घाटी सभ्यता के अंतिम चरण का प्रतिनिधित्व करने वाला माना जाता है। इसकी खोज 1958 में हुई थी।
- गलत विकल्प: लोथल गुजरात में एक महत्वपूर्ण बंदरगाह शहर था, हड़प्पा पाकिस्तान में सभ्यता का पहला खोजा गया स्थल था, और मोहनजोदड़ो (पाकिस्तान) एक प्रमुख शहरी केंद्र था।
प्रश्न 2: ‘अष्टाध्यायी’ के लेखक कौन थे?
- पाणिनि
- पतंजलि
- कात्यायन
- वराहमिहिर
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘अष्टाध्यायी’ महर्षि पाणिनि द्वारा लिखित एक प्राचीन संस्कृत व्याकरण ग्रंथ है।
- संदर्भ और विस्तार: यह ग्रंथ संस्कृत भाषा के ध्वन्यात्मक और व्याकरणिक नियमों का एक व्यवस्थित और वैज्ञानिक विवरण प्रस्तुत करता है। इसे भारतीय भाषा विज्ञान का आधारस्तंभ माना जाता है और यह संभवतः ईसा पूर्व 5वीं से 4थी शताब्दी के आसपास लिखा गया था।
- गलत विकल्प: पतंजलि ने ‘महाभाष्य’ लिखा, जो पाणिनि के ‘अष्टाध्यायी’ पर एक टीका है। कात्यायन ने ‘वार्तिक’ लिखा और वराहमिहिर एक प्रसिद्ध खगोलशास्त्री और गणितज्ञ थे जिन्होंने ‘पंचसिद्धांतिका’ लिखी।
प्रश्न 3: भारत में ‘स्थानीय स्वशासन’ का जनक किसे माना जाता है?
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड रिपन
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: लॉर्ड रिपन को भारत में ‘स्थानीय स्वशासन’ का जनक माना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: 1882 में, लॉर्ड रिपन ने एक संकल्प जारी किया जिसने भारत में स्थानीय स्वशासन की नींव रखी। उन्होंने जिला बोर्ड और तालुका बोर्ड जैसे शहरी और ग्रामीण स्थानीय निकायों को अधिक शक्तियां और स्वायत्तता प्रदान करने का प्रयास किया।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी विलय की नीतियों के लिए जाने जाते हैं, लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया, और लॉर्ड विलियम बेंटिंक को सती प्रथा उन्मूलन जैसे सुधारों के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 4: निम्नलिखित में से किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- स्कंदगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: यह उपाधि इतिहासकार वी. ए. स्मिथ ने उन्हें उनकी सैन्य विजयों और विशाल साम्राज्य के कारण दी थी। समुद्रगुप्त ने उत्तर भारत के कई राज्यों को जीता और दक्षिण भारत पर भी सफल अभियान चलाए।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम ने गुप्त वंश की नींव रखी, चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) का शासनकाल गुप्त काल का स्वर्ण युग माना जाता है, और स्कंदगुप्त ने हूणों के आक्रमणों का सफलतापूर्वक सामना किया।
प्रश्न 5: ‘नील दर्पण’ नाटक के लेखक कौन थे?
- बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय
- दीनबंधु मित्र
- शरतचंद्र चट्टोपाध्याय
- रवींद्रनाथ टैगोर
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘नील दर्पण’ नाटक के लेखक दीनबंधु मित्र थे।
- संदर्भ और विस्तार: यह नाटक 1858-59 के नील विद्रोह के दौरान बंगाल के किसानों पर यूरोपीय नील बागान मालिकों द्वारा किए गए अत्याचारों को दर्शाता है। यह नाटक बांग्ला भाषा में लिखा गया था और इसने किसानों के संघर्ष को आवाज दी।
- गलत विकल्प: बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने ‘आनंद मठ’ लिखा, शरतचंद्र चट्टोपाध्याय प्रसिद्ध उपन्यासकार थे, और रवींद्रनाथ टैगोर एक महान कवि और लेखक थे।
प्रश्न 6: किस मुगल बादशाह ने ‘दीन-ए-इलाही’ नामक धर्म चलाया?
- हुमायूँ
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: मुगल बादशाह अकबर ने ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक धर्म चलाया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह 1582 ईस्वी में अकबर द्वारा शुरू की गई एक धार्मिक और सामाजिक व्यवस्था थी, जिसका उद्देश्य सभी धर्मों के सार को मिलाकर एक सार्वभौमिक धर्म बनाना था। हालाँकि, यह ज्यादा लोकप्रिय नहीं हुआ और केवल कुछ ही लोगों ने इसे अपनाया।
- गलत विकल्प: हुमायूँ, जहाँगीर और शाहजहाँ ने इस प्रकार का कोई धर्म नहीं चलाया था।
प्रश्न 7: ‘सत्यार्थ प्रकाश’ के लेखक कौन हैं?
- स्वामी दयानंद सरस्वती
- स्वामी विवेकानंद
- राजा राम मोहन राय
- ईश्वर चंद्र विद्यासागर
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘सत्यार्थ प्रकाश’ के लेखक महर्षि दयानंद सरस्वती हैं।
- संदर्भ और विस्तार: यह 1875 में प्रकाशित एक महत्वपूर्ण हिंदी पुस्तक है, जिसमें आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती ने अपने दार्शनिक विचारों, हिंदू धर्म की व्याख्या और सामाजिक सुधारों पर प्रकाश डाला है। उन्होंने वेदों को अपौरुषेय और सर्वोच्च प्रामाणिकता का स्रोत माना।
- गलत विकल्प: स्वामी विवेकानंद ने ‘कर्मयोग’, ‘ज्ञानयोग’ आदि लिखीं, राजा राम मोहन राय ने ‘ब्रह्म समाज’ की स्थापना की, और ईश्वर चंद्र विद्यासागर एक महान समाज सुधारक और शिक्षाविद थे।
प्रश्न 8: दिल्ली सल्तनत का कौन सा शासक ‘लाख बख्श’ (लाखों का दाता) के नाम से जाना जाता था?
- इल्तुतमिश
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- गयासुद्दीन बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: कुतुबुद्दीन ऐबक, दिल्ली सल्तनत का संस्थापक और गुलाम वंश का पहला शासक, ‘लाख बख्श’ के नाम से जाना जाता था।
- संदर्भ और विस्तार: यह उपाधि उनकी उदारता और दानशीलता को दर्शाती है, क्योंकि वह गरीबों और जरूरतमंदों को बड़ी मात्रा में धन दान करते थे। उन्होंने अपनी उदारता के कारण यह नाम अर्जित किया।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने कुतुब मीनार का निर्माण पूरा कराया, बलबन ने शक्ति और अनुशासन की नीति अपनाई, और अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण और स्थायी सेना जैसी कई महत्वपूर्ण सुधार किए।
प्रश्न 9: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किस वर्ष हुई थी?
- 1336 ईस्वी
- 1347 ईस्वी
- 1410 ईस्वी
- 1477 ईस्वी
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम नामक दो भाइयों ने, जो संगमा राजवंश से थे, तुंगभद्रा नदी के तट पर इस साम्राज्य की नींव रखी थी। यह साम्राज्य अपनी समृद्ध संस्कृति, कला और वास्तुकला के लिए जाना जाता था।
- गलत विकल्प: 1347 ईस्वी में बहमनी सल्तनत की स्थापना हुई। अन्य तिथियाँ महत्वपूर्ण नहीं हैं।
प्रश्न 10: ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना किसने की थी?
- महात्मा गांधी
- जवाहरलाल नेहरू
- सुभाष चंद्र बोस
- सरदार वल्लभभाई पटेल
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना सुभाष चंद्र बोस ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: 1939 में, कांग्रेस की त्रिपुरी अधिवेशन के बाद, जिसमें महात्मा गांधी और सुभाष चंद्र बोस के विचारों में मतभेद था, सुभाष चंद्र बोस ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना की। इसका उद्देश्य ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक अधिक मुखर और क्रांतिकारी आंदोलन चलाना था।
- गलत विकल्प: महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभभाई पटेल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेता थे।
प्रश्न 11: तराइन का प्रथम युद्ध कब लड़ा गया था?
- 1191 ईस्वी
- 1192 ईस्वी
- 1194 ईस्वी
- 1215 ईस्वी
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: तराइन का प्रथम युद्ध 1191 ईस्वी में लड़ा गया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध मुहम्मद गोरी और पृथ्वीराज चौहान के बीच हुआ था, जिसमें पृथ्वीराज चौहान विजयी हुए थे। यह भारतीय उपमहाद्वीप में तुर्की शासन की स्थापना के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ था।
- गलत विकल्प: 1192 ईस्वी में तराइन का द्वितीय युद्ध हुआ, जिसमें मुहम्मद गोरी विजयी हुआ। 1194 ईस्वी में चंदावर का युद्ध हुआ, और 1215 ईस्वी में इल्तुतमिश ने ताजुद्दीन यल्दिज को हराया।
प्रश्न 12: 1857 के विद्रोह के समय भारत का गवर्नर-जनरल कौन था?
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
- लॉर्ड एलगिन
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: 1857 के विद्रोह के समय भारत का गवर्नर-जनरल लॉर्ड कैनिंग था।
- संदर्भ और विस्तार: कैनिंग ने विद्रोह के दौरान अपनी भूमिका निभाई और विद्रोह के दमन के बाद, 1857 के अधिनियम द्वारा भारत का शासन ब्रिटिश ताज के अधीन कर दिया गया, और वे भारत के पहले वायसराय बने।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी 1856 में भारत से चले गए थे, और लॉर्ड विलियम बेंटिंक उससे भी पहले थे। लॉर्ड एलगिन बाद में वायसराय बने।
प्रश्न 13: ‘दास प्रथा’ का उन्मूलन किस वायसराय के कार्यकाल में हुआ?
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड एलनबरो
- लॉर्ड कैनिंग
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: भारत में दास प्रथा का उन्मूलन 1843 में लॉर्ड एलनबरो के कार्यकाल में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: 1843 के भारतीय अधिनियम V ने भारत में दासता को अवैध घोषित कर दिया था। यह एक महत्वपूर्ण सामाजिक सुधार था।
- गलत विकल्प: लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने सती प्रथा का अंत किया। लॉर्ड डलहौजी अपनी विलय की नीतियों के लिए जाने जाते हैं, और लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय वायसराय थे।
प्रश्न 14: चंगेज खान ने किसके शासनकाल में भारत पर आक्रमण किया था?
- इल्तुतमिश
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- बलबन
- नासिरुद्दीन महमूद
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: चंगेज खान ने 1221 ईस्वी में इल्तुतमिश के शासनकाल में भारत पर आक्रमण किया था।
- संदर्भ और विस्तार: मंगोल आक्रमणकारी चंगेज खान ने ख्वारिज्म के शाह जलालुद्दीन मिंगबर्नी का पीछा करते हुए भारतीय उपमहाद्वीप की सीमा पर प्रवेश किया था। इल्तुतमिश ने बुद्धिमानी से चंगेज खान को सीधे युद्ध में शामिल होने से बचा लिया और इस प्रकार भारत को बड़े पैमाने पर मंगोल आक्रमण से बचाया।
- गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक 1210 में ही मर गए थे। बलबन और नासिरुद्दीन महमूद बाद में शासक बने।
प्रश्न 15: ‘गीत गोविंद’ के रचयिता कौन थे?
- जयदेव
- कल्हण
- तुलसीदास
- सूरदास
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘गीत गोविंद’ के रचयिता जयदेव थे।
- संदर्भ और विस्तार: जयदेव, बंगाल के राजा लक्ष्मण सेन के दरबारी कवि थे। ‘गीत गोविंद’ एक संस्कृत काव्य है जो राधा और कृष्ण के प्रेम का वर्णन करता है और यह भारतीय साहित्य की एक महत्वपूर्ण कृति है।
- गलत विकल्प: कल्हण ने ‘राजतरंगिणी’ लिखी, तुलसीदास ने ‘रामचरितमानस’ और सूरदास ने ‘सूरसागर’ की रचना की।
प्रश्न 16: ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ की स्थापना किस वर्ष हुई थी?
- 1885
- 1890
- 1905
- 1919
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) की स्थापना 28 दिसंबर, 1885 को हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इसकी स्थापना ए.ओ. ह्यूम (एक सेवानिवृत्त ब्रिटिश अधिकारी) द्वारा की गई थी और पहले अधिवेशन में 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था, जिसका आयोजन बम्बई (अब मुंबई) में हुआ था। इसका उद्देश्य भारतीयों के लिए एक राजनीतिक मंच प्रदान करना था।
- गलत विकल्प: अन्य तिथियाँ महत्वपूर्ण घटनाओं से जुड़ी हैं, जैसे 1905 में बंगाल का विभाजन और 1919 में जलियांवाला बाग हत्याकांड।
प्रश्न 17: ‘शिवाजी के गुरु’ कौन थे?
- रामदास
- समर्थ गुरु रामदास
- तुकाराम
- ज्ञानेश्वर
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: समर्थ गुरु रामदास को छत्रपति शिवाजी का आध्यात्मिक गुरु माना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: गुरु रामदास ने शिवाजी को धर्म, राष्ट्र और कर्तव्य के प्रति प्रेरित किया। उन्होंने ‘दासबोध’ नामक ग्रंथ की रचना भी की, जो शिवाजी के लिए प्रेरणा का स्रोत था।
- गलत विकल्प: रामदास एक सामान्य नाम है, लेकिन समर्थ गुरु रामदास वह व्यक्ति थे जो शिवाजी से जुड़े थे। तुकाराम और ज्ञानेश्वर अन्य प्रसिद्ध संत कवि थे।
प्रश्न 18: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का नारा क्या था?
- स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है
- तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा
- करो या मरो
- आराम हराम है
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ (1942) का प्रमुख नारा ‘करो या मरो’ (Do or Die) था।
- संदर्भ और विस्तार: यह नारा महात्मा गांधी द्वारा दिया गया था, जिसमें उन्होंने भारतीयों को भारत की आजादी के लिए अंतिम प्रयास करने का आह्वान किया था। यह आंदोलन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अंतिम चरणों में से एक था।
- गलत विकल्प: ‘स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है’ बाल गंगाधर तिलक का नारा था, ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ सुभाष चंद्र बोस का था, और ‘आराम हराम है’ जवाहरलाल नेहरू का था।
प्रश्न 19: किस युद्ध के बाद फ्रांसीसियों की शक्ति का अंत हो गया और भारत में ब्रिटिश सर्वोच्चता स्थापित हो गई?
- प्रथम कर्नाटक युद्ध
- द्वितीय कर्नाटक युद्ध
- तृतीय कर्नाटक युद्ध
- वांडीवाश का युद्ध
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: वांडीवाश का युद्ध (1760) के बाद भारत में फ्रांसीसियों की शक्ति का अंत हो गया और ब्रिटिश सर्वोच्चता स्थापित हो गई।
- संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और फ्रांसीसी ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच लड़ा गया था, जिसमें ब्रिटिश कमांडर आयर कूट ने फ्रांसीसी कमांडर काउन्ट डी लैली को निर्णायक रूप से हराया। इस हार के बाद, भारत में फ्रांसीसियों का प्रभाव लगभग समाप्त हो गया।
- गलत विकल्प: कर्नाटक युद्धों ने ब्रिटिश और फ्रांसीसी प्रभाव को निर्धारित करने में भूमिका निभाई, लेकिन वांडीवाश का युद्ध वह निर्णायक निर्णायक लड़ाई थी जिसने फ्रांसीसी शक्ति को समाप्त कर दिया।
प्रश्न 20: ‘रेयतवाड़ी व्यवस्था’ में किसानों से सीधा लगान वसूल किया जाता था। यह व्यवस्था किसके द्वारा लागू की गई थी?
- लॉर्ड कार्नवालिस
- लॉर्ड डलहौजी
- सर थॉमस मुनरो
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘रेयतवाड़ी व्यवस्था’ को मुख्य रूप से मद्रास प्रेसीडेंसी में सर थॉमस मुनरो द्वारा लागू किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह व्यवस्था 1820 के दशक में मद्रास और बाद में बंबई प्रेसीडेंसी के कुछ हिस्सों में लागू की गई थी। इसमें भूमि का स्वामित्व और कर का भुगतान सीधे किसान (रेयत) से किया जाता था, बिचौलियों को हटा दिया गया था।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कार्नवालिस ने स्थायी बंदोबस्त (ज़मींदारी व्यवस्था) लागू किया था। लॉर्ड डलहौजी और लॉर्ड विलियम बेंटिंक अन्य महत्वपूर्ण गवर्नर-जनरल थे लेकिन इस व्यवस्था के मुख्य प्रवर्तक नहीं थे।
प्रश्न 21: ‘प्रथम गोलमेज सम्मेलन’ का आयोजन किस वर्ष किया गया था?
- 1929
- 1930
- 1931
- 1932
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: प्रथम गोलमेज सम्मेलन का आयोजन 1930 में किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह सम्मेलन लंदन में आयोजित किया गया था और इसमें ब्रिटिश सरकार और भारतीय नेताओं के बीच भारत में संवैधानिक सुधारों पर चर्चा हुई। हालांकि, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने सविनय अवज्ञा आंदोलन के कारण इसमें भाग नहीं लिया।
- गलत विकल्प: दूसरा गोलमेज सम्मेलन 1931 में और तीसरा 1932 में आयोजित हुआ। 1929 में साइमन कमीशन भारत आया था।
प्रश्न 22: ‘अकाल संहिता’ (Famine Code) की सिफारिश किस आयोग ने की थी?
- हंटर आयोग
- स्ट्रेची आयोग
- वुड का डिस्पैच
- लॉर्ड कर्जन आयोग
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘अकाल संहिता’ की सिफारिश स्ट्रेची आयोग (1880) ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: 1876-78 के भयानक अकाल के बाद, इस आयोग का गठन किया गया था। आयोग ने अकाल के कारणों की जांच की और भविष्य में अकाल से निपटने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए, जिनमें ‘अकाल संहिता’ का मसौदा तैयार करना भी शामिल था।
- गलत विकल्प: हंटर आयोग शिक्षा से संबंधित था, वुड का डिस्पैच भी शिक्षा से संबंधित था, और लॉर्ड कर्जन से जुड़े आयोगों के विषय भिन्न थे।
प्रश्न 23: ‘पलासी का युद्ध’ कब हुआ था?
- 1757
- 1764
- 1774
- 1789
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: पलासी का युद्ध 23 जून, 1757 को हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध रॉबर्ट क्लाइव के नेतृत्व में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला के बीच लड़ा गया था। इस युद्ध में सिराजुद्दौला की हार हुई, जिसने भारत में ब्रिटिश सत्ता की नींव रखी।
- गलत विकल्प: 1764 में बक्सर का युद्ध हुआ, जो ब्रिटिश विजय को और अधिक मजबूत करने वाला था। 1774 में रेगुलेटिंग एक्ट आया और 1789 में फ्रांसीसी क्रांति हुई।
प्रश्न 24: ‘The Spirit of Laws’ (कानून की आत्मा) का लेखक कौन है?
- जॉन लॉक
- रूसो
- मॉन्टेस्क्यू
- एडम स्मिथ
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘The Spirit of Laws’ (कानून की आत्मा) का लेखक मॉन्टेस्क्यू (Montesquieu) था।
- संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक 1748 में प्रकाशित हुई थी और इसमें मॉन्टेस्क्यू ने शक्तियों के पृथक्करण (separation of powers) के सिद्धांत का प्रतिपादन किया। इस सिद्धांत ने आधुनिक लोकतांत्रिक सरकारों के विकास को बहुत प्रभावित किया।
- गलत विकल्प: जॉन लॉक ने ‘टू ट्रीटीज ऑफ गवर्नमेंट’ लिखी, रूसो ने ‘द सोशल कॉन्ट्रैक्ट’ लिखी, और एडम स्मिथ एक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री थे जिन्होंने ‘द वेल्थ ऑफ नेशंस’ लिखी।
प्रश्न 25: ‘आजाद हिंद फौज’ की स्थापना का मुख्य उद्देश्य क्या था?
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का समर्थन करना
- भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को वित्तीय सहायता देना
- ब्रिटिश शासन से भारत को सैन्य बल द्वारा मुक्त कराना
- भारत में साम्यवाद का प्रसार करना
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘आजाद हिंद फौज’ (Indian National Army – INA) की स्थापना का मुख्य उद्देश्य ब्रिटिश शासन से भारत को सैन्य बल द्वारा मुक्त कराना था।
- संदर्भ और विस्तार: सुभाष चंद्र बोस ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान मलाया (मलेशिया) में इस फौज का गठन किया था, जिसमें मुख्य रूप से युद्धबंदी भारतीय सैनिक शामिल थे। इसका लक्ष्य ब्रिटिश शासन के विरुद्ध एक सशस्त्र संघर्ष छेड़ने और भारत को आजादी दिलाना था।
- गलत विकल्प: आई.एन.ए. का गठन कांग्रेस के समानांतर एक स्वतंत्र सैन्य प्रयास के रूप में हुआ था, जिसका सीधा उद्देश्य सैन्य कार्रवाई था। वित्तीय सहायता एक परिणाम हो सकता है, लेकिन मुख्य उद्देश्य नहीं। साम्यवाद प्रसार इसका लक्ष्य नहीं था।