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इतिहास की गहराइयों में गोता लगाएँ: दैनिक ज्ञानवर्धक प्रश्नोत्तरी

इतिहास की गहराइयों में गोता लगाएँ: दैनिक ज्ञानवर्धक प्रश्नोत्तरी

नमस्कार, भावी अधिकारियों! आज हम समय के गलियारों में एक रोमांचक यात्रा पर निकल रहे हैं। अपनी ऐतिहासिक समझ को परखने और आगामी परीक्षाओं के लिए खुद को तैयार करने का यह एक शानदार अवसर है। आइए, आज के ज्ञानवर्धक प्रश्नों के साथ इतिहास के रहस्यों को उजागर करें!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: निम्नलिखित में से कौन सा अभिलेख ‘कलिंघ युद्ध’ के विषय में जानकारी देता है?

  1. पहला शिलालेख
  2. सातवां शिलालेख
  3. तेरहवां शिलालेख
  4. सम्राट का फरमान

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: अशोक का तेरहवां शिलालेख कलिंग युद्ध (261 ईसा पूर्व) का सबसे महत्वपूर्ण स्रोत है। यह शिलालेख सम्राट अशोक के हृदय परिवर्तन और बौद्ध धर्म अपनाने की प्रक्रिया का वर्णन करता है।
  • संदर्भ और विस्तार: इस शिलालेख में अशोक ने कलिंग पर विजय के बाद हुए भयानक रक्तपात का उल्लेख किया है और स्वयं को पश्चाताप से भरा हुआ बताया है। इसी युद्ध के बाद उसने धम्म विजय का मार्ग अपनाया।
  • गलत विकल्प: पहला शिलालेख पशु बलि की निंदा करता है, सातवां शिलालेख विभिन्न धर्मों के सहिष्णुता की बात करता है, और सम्राट का कोई विशेष फरमान इस युद्ध का प्रत्यक्ष विवरण नहीं देता।

प्रश्न 2: ‘गदर’ पार्टी का मुख्यालय कहाँ स्थित था?

  1. लंदन
  2. सैन फ्रांसिस्को
  3. बर्लिन
  4. टोक्यो

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: गदर पार्टी, जिसका गठन 1913 में हुआ था, का मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को, कैलिफ़ोर्निया, अमेरिका में था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस पार्टी की स्थापना मुख्य रूप से प्रवासी भारतीयों द्वारा ब्रिटिश शासन के विरुद्ध स्वतंत्रता संग्राम को संगठित करने के उद्देश्य से की गई थी। लाला हरदयाल इसके प्रमुख नेताओं में से एक थे।
  • गलत विकल्प: लंदन, बर्लिन और टोक्यो इस पार्टी के प्रमुख केंद्र नहीं थे, यद्यपि कुछ देशों में इसके समर्थक अवश्य थे।

प्रश्न 3: सिंधु घाटी सभ्यता का कौन सा स्थल ‘सिंधु का बाग’ या ‘डेथ वैली’ के रूप में जाना जाता था?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. कालीबंगा
  4. लोथल

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: मोहनजोदड़ो, जिसका सिंधी भाषा में अर्थ ‘मृतकों का टीला’ है, को कभी-कभी ‘सिंधु का बाग’ या ‘डेथ वैली’ के रूप में जाना जाता था, जो इसके विशाल आकार और खुदाई में मिले महत्वपूर्ण पुरातात्विक अवशेषों को दर्शाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख शहर था, जो अपनी सुनियोजित नगर रचना, महान स्नानागार, और कांस्य नर्तकी की मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा पहला खोजा गया स्थल था, कालीबंगन जुते हुए खेत के साक्ष्य के लिए, और लोथल बंदरगाह शहर के रूप में जाना जाता है।

प्रश्न 4: ‘अष्टप्रधान’ का गठन किस मराठा शासक ने किया था?

  1. शिवाजी
  2. संभाजी
  3. बाजीराव प्रथम
  4. मल्हार राव होलकर

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: ‘अष्टप्रधान’ शिवाजी महाराज द्वारा उनके प्रशासन के सुचारू संचालन के लिए गठित आठ मंत्रियों की एक परिषद थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस परिषद में पेशवा (प्रधान मंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (गृह मंत्री), सुमंत (विदेश मंत्री), पंडितराव (धर्माध्यक्ष), सेनापति (सेना प्रमुख), न्यायाधीश (न्याय मंत्री) और वाक्यानवीस (सूचना मंत्री) जैसे पद शामिल थे।
  • गलत विकल्प: संभाजी, बाजीराव प्रथम और मल्हार राव होलकर मराठा साम्राज्य के महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन अष्टप्रधान का गठन शिवाजी ने किया था।

प्रश्न 5: द्वितीय विश्व युद्ध का तात्कालिक कारण क्या था?

  1. पर्ल हार्बर पर जापानी हमला
  2. जर्मनी द्वारा पोलैंड पर आक्रमण
  3. ऑस्ट्रिया का जर्मनी में विलय
  4. वर्साय की संधि

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: 1 सितंबर 1939 को जर्मनी द्वारा पोलैंड पर आक्रमण द्वितीय विश्व युद्ध का तात्कालिक कारण बना, जिसके बाद ब्रिटेन और फ्रांस ने जर्मनी के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह आक्रमण नाज़ी जर्मनी की विस्तारवादी नीतियों का परिणाम था, जिसने यूरोप में शांति और व्यवस्था को भंग कर दिया।
  • गलत विकल्प: पर्ल हार्बर पर हमला 1941 में हुआ था और इसने अमेरिका को युद्ध में शामिल किया। ऑस्ट्रिया का विलय (एंशलस) और वर्साय की संधि पहले की घटनाएँ थीं जिन्होंने युद्ध की पृष्ठभूमि तैयार की।

प्रश्न 6: दिल्ली सल्तनत के किस शासक को ‘लाख बख्श’ कहा जाता था?

  1. इल्तुतमिश
  2. बलबन
  3. कुतुबुद्दीन ऐबक
  4. अलाउद्दीन खिलजी

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: कुतुबुद्दीन ऐबक, जो दिल्ली सल्तनत का संस्थापक था, अपनी उदारता के कारण ‘लाख बख्श’ (लाखों का दान देने वाला) के रूप में जाना जाता था।
  • संदर्भ और विस्तार: उसने अपनी राजधानी लाहौर में स्थापित की और कुतुब मीनार का निर्माण कार्य प्रारंभ किया। उसकी मृत्यु 1210 में चौगान खेलते समय घोड़े से गिरकर हुई।
  • गलत विकल्प: इल्तुतमिश ऐबक का दामाद और उत्तराधिकारी था, बलबन एक शक्तिशाली शासक था, और अलाउद्दीन खिलजी अपनी बाजार नियंत्रण नीति के लिए जाना जाता है।

प्रश्न 7: ‘सबैधानिक सुधारों’ की मांग को लेकर 1936 में स्थापित पार्टी का नाम क्या था?

  1. फॉरवर्ड ब्लॉक
  2. भारतीय राष्ट्रीय सेना
  3. कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी
  4. कृषक प्रजा पार्टी

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी (CSP) की स्थापना 1934 में हुई थी (प्रश्न में 1936 का उल्लेख थोड़ा भिन्न है, लेकिनCSP सबसे प्रासंगिक है) और इसका मुख्य उद्देश्य कांग्रेस के भीतर समाजवादी विचारों को बढ़ावा देना और संवैधानिक सुधारों की मांग करना था।
  • संदर्भ और विस्तार: जयप्रकाश नारायण, आचार्य नरेंद्र देव और मीनू मसानी इसके प्रमुख नेता थे। इसका उद्देश्य भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में समाजवादी तत्वों को मजबूत करना था।
  • गलत विकल्प: फॉरवर्ड ब्लॉक (1939) सुभाष चंद्र बोस द्वारा स्थापित किया गया था, भारतीय राष्ट्रीय सेना (INA) का गठन युद्ध के दौरान हुआ था, और कृषक प्रजा पार्टी मुख्य रूप से किसानों के अधिकारों पर केंद्रित थी।

प्रश्न 8: प्राचीन भारत में ‘ब्राह्मणों’ को भूमि दान में देने की प्रथा किस काल में प्रारंभ हुई?

  1. मौर्य काल
  2. गुप्त काल
  3. पूर्व-गुप्त काल
  4. हर्षवर्धन काल

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: ब्राह्मणों को भूमि दान देने की प्रथा, जिसे ‘भूमि अनुदान’ कहा जाता है, का प्रारंभ गुप्त काल के पूर्व के काल (विशेषकर सातवाहन काल) में हुआ, लेकिन गुप्त काल में इसने व्यापक रूप ले लिया।
  • संदर्भ और विस्तार: सातवाहन शासकों (ईसा पूर्व दूसरी शताब्दी से ईसा पूर्व तीसरी शताब्दी तक) द्वारा जारी किए गए शिलालेखों में भूमि अनुदान का पहला उल्लेख मिलता है। गुप्त काल में इस प्रथा को संस्थागत रूप मिला और इसका धार्मिक तथा सामाजिक प्रभाव बढ़ा।
  • गलत विकल्प: मौर्य काल में भूमि कर प्रमुख आय का स्रोत था, और हर्ष काल में भी भूमि अनुदान जारी था लेकिन इसकी शुरुआत पहले हुई थी।

प्रश्न 9: ‘दीन-ए-इलाही’ की स्थापना किस मुगल शासक ने की थी?

  1. अकबर
  2. जहाँगीर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) की स्थापना मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ईस्वी में की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह एक धार्मिक दर्शन था जिसका उद्देश्य विभिन्न धर्मों के सिद्धांतों को मिलाकर एक ऐसा पंथ बनाना था जो सभी के लिए स्वीकार्य हो। हालाँकि, इसे व्यापक स्वीकृति नहीं मिली और इसे केवल कुछ ही लोगों ने अपनाया।
  • गलत विकल्प: जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब ने क्रमशः चित्रकला, वास्तुकला और रूढ़िवादी इस्लामी शासन पर ध्यान केंद्रित किया।

प्रश्न 10: भारत में ‘सर्वोदय’ की अवधारणा का प्रतिपादन किसने किया?

  1. महात्मा गांधी
  2. जयप्रकाश नारायण
  3. विनोबा भावे
  4. पंडित दीनदयाल उपाध्याय

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: ‘सर्वोदय’ (सभी का उदय या उत्थान) की अवधारणा का प्रतिपादन महात्मा गांधी ने किया था। उन्होंने इस शब्द को जॉन रस्किन की पुस्तक ‘अनटू दिस लास्ट’ से प्रेरित होकर अपनाया था।
  • संदर्भ और विस्तार: गांधीजी के सर्वोदय का अर्थ था समाज के सबसे कमजोर वर्ग का उत्थान, जिसमें सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक समानता शामिल थी। जयप्रकाश नारायण और विनोबा भावे ने भी इस विचार को आगे बढ़ाया।
  • गलत विकल्प: हालाँकि जयप्रकाश नारायण और विनोबा भावे ने सर्वोदय आंदोलन चलाया, लेकिन मूल अवधारणा गांधीजी की थी। दीनदयाल उपाध्याय एकात्म मानववाद के प्रतिपादक थे।

प्रश्न 11: ‘गिल्ट-एज्ड ग्लोरी’ (Guilt-edged Glory) किस काल की ब्रिटिश विजयों का वर्णन करता है?

  1. 18वीं शताब्दी
  2. 19वीं शताब्दी
  3. 20वीं शताब्दी
  4. 17वीं शताब्दी

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: ‘गिल्ट-एज्ड ग्लोरी’ (Guilt-edged Glory) शब्द का प्रयोग प्रायः 19वीं शताब्दी के ब्रिटिश साम्राज्य के विस्तार और उसके साथ आने वाली नैतिक दुविधाओं का वर्णन करने के लिए किया जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: इस काल में ब्रिटेन ने अपने साम्राज्य का जबरदस्त विस्तार किया, लेकिन साथ ही औपनिवेशिक शोषण और स्थानीय संस्कृतियों पर उसके प्रभाव के कारण नैतिक प्रश्न भी खड़े हुए।
  • गलत विकल्प: 18वीं शताब्दी में साम्राज्य की नींव रखी गई, 20वीं शताब्दी में साम्राज्य का पतन शुरू हुआ, और 17वीं शताब्दी में प्रारंभिक औपनिवेशिक गतिविधियाँ हुईं।

प्रश्न 12: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. कुमारगुप्त

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: समुद्रगुप्त को उसकी विजयों और विशाल साम्राज्य के कारण भारतीय इतिहासकार ‘भारत का नेपोलियन’ कहते हैं।
  • संदर्भ और विस्तार: समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-380 ईस्वी) एक महान विजेता था जिसने उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों को अपने अधीन किया और दक्षिण भारत के कई राज्यों पर भी विजय प्राप्त की। उसके प्रयाग प्रशस्ति अभिलेख में उसकी विजयों का विस्तृत वर्णन है।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम ने गुप्त वंश की नींव रखी, चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) एक प्रतापी शासक था जिसने मालवा को जीता, और कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना में योगदान दिया।

प्रश्न 13: ‘खिलाफत आंदोलन’ का मुख्य उद्देश्य क्या था?

  1. भारतीय मुसलमानों के लिए अलग निर्वाचन क्षेत्र
  2. तुर्की के खलीफा के पद को बनाए रखना
  3. भारत में ब्रिटिश शासन का अंत
  4. असहयोग आंदोलन का समर्थन

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: प्रथम विश्व युद्ध के बाद, तुर्की के खलीफा के प्रति सम्मान व्यक्त करने और उनके पद को बनाए रखने के लिए भारत में खिलाफत आंदोलन चलाया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस आंदोलन का नेतृत्व मोहम्मद अली जिन्नाह, शौकत अली और महात्मा गांधी जैसे नेताओं ने किया था। बाद में, इसका असहयोग आंदोलन के साथ विलय कर दिया गया।
  • गलत विकल्प: मुसलमानों के लिए अलग निर्वाचन क्षेत्र 1909 के मिंटो-मार्ले सुधारों द्वारा प्रदान किए गए थे, और ब्रिटिश शासन का अंत असहयोग आंदोलन का व्यापक लक्ष्य था।

प्रश्न 14: ‘विजयनगर साम्राज्य’ की स्थापना किसने की थी?

  1. कृष्ण देवराय
  2. बुक्का प्रथम
  3. हरिहर प्रथम
  4. हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम नामक दो भाइयों ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह साम्राज्य दक्षिण भारत में अपने स्वर्ण काल के लिए जाना जाता है, खासकर कृष्ण देवराय के शासनकाल में। यह तुंगभद्रा नदी के किनारे स्थित था और अपनी भव्य वास्तुकला, कला और साहित्य के लिए प्रसिद्ध था।
  • गलत विकल्प: कृष्ण देवराय विजयनगर के सबसे महान शासकों में से एक थे, लेकिन उन्होंने साम्राज्य की स्थापना नहीं की थी। बुक्का प्रथम ने साम्राज्य के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

प्रश्न 15: 1905 में लॉर्ड कर्जन द्वारा बंगाल के विभाजन का मुख्य उद्देश्य क्या था?

  1. बंगाल को प्रशासनिक सुविधा के लिए विभाजित करना
  2. बंगाल में राष्ट्रवाद को कमजोर करना
  3. पूर्वी बंगाल में मुस्लिम बहुसंख्यक आबादी को अलग करना
  4. उपरोक्त सभी

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: लॉर्ड कर्जन ने 1905 में बंगाल का विभाजन किया था, जिसके घोषित कारण प्रशासनिक सुधार थे, लेकिन इसका वास्तविक उद्देश्य बंगाल में बढ़ते राष्ट्रवाद को कमजोर करना और ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति के तहत हिंदू-मुस्लिम समुदायों को विभाजित करना था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस विभाजन के विरोध में स्वदेशी आंदोलन चलाया गया था, जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना।
  • गलत विकल्प: जबकि प्रशासनिक सुविधा एक घोषित कारण था, राष्ट्रवाद को कमजोर करना और सांप्रदायिक आधार पर विभाजन करना इसके प्रमुख छिपे हुए उद्देश्य थे।

प्रश्न 16: ‘फाहियान’ किस गुप्त शासक के शासनकाल में भारत आया था?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. कुमारगुप्त

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: चीनी यात्री फाहियान (Fa Xian) गुप्त सम्राट चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) के शासनकाल (लगभग 399-414 ईस्वी) में भारत आया था।
  • संदर्भ और विस्तार: उसने भारत की यात्रा का वर्णन ‘फो-कुओ-की’ (Records of Buddhist Kingdoms) नामक पुस्तक में किया है। उसके विवरणों से गुप्त काल के समाज, संस्कृति और धर्म के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है।
  • गलत विकल्प: अन्य गुप्त शासक भी महत्वपूर्ण थे, लेकिन फाहियान चंद्रगुप्त द्वितीय के समय आया था।

प्रश्न 17: ‘दांडी मार्च’ का संबंध किस आंदोलन से था?

  1. असहयोग आंदोलन
  2. सविनय अवज्ञा आंदोलन
  3. भारत छोड़ो आंदोलन
  4. खिलाफत आंदोलन

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: दांडी मार्च (नमक सत्याग्रह) सविनय अवज्ञा आंदोलन (Civil Disobedience Movement) का एक अभिन्न अंग था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह मार्च 12 मार्च 1930 को महात्मा गांधी के नेतृत्व में साबरमती आश्रम से शुरू हुआ था और 24 दिनों की यात्रा के बाद 6 अप्रैल 1930 को दांडी में नमक कानून तोड़ा गया। इसने सविनय अवज्ञा आंदोलन को राष्ट्रव्यापी बना दिया।
  • गलत विकल्प: असहयोग आंदोलन (1920-22), भारत छोड़ो आंदोलन (1942) और खिलाफत आंदोलन (1919-24) अन्य महत्वपूर्ण आंदोलन थे, लेकिन दांडी मार्च सविनय अवज्ञा आंदोलन से जुड़ा था।

प्रश्न 18: ‘जजिया’ कर को पुनः लागू करने वाला मुगल शासक कौन था?

  1. अकबर
  2. जहाँगीर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: औरंगजेब ने 1679 ईस्वी में जजिया कर को पुनः लागू किया था, जो गैर-मुस्लिमों पर लगने वाला एक धार्मिक कर था।
  • संदर्भ और विस्तार: अकबर ने इस कर को समाप्त कर दिया था, लेकिन औरंगजेब ने अपनी धार्मिक कट्टरता की नीति के तहत इसे वापस ले आया। इसने साम्राज्य में असंतोष को बढ़ाया।
  • गलत विकल्प: अकबर ने जजिया को समाप्त किया था, जहाँगीर और शाहजहाँ का शासनकाल अपेक्षाकृत सहिष्णुतापूर्ण था।

प्रश्न 19: ‘जंतर-मंतर’ का निर्माण किसने करवाया था?

  1. अकबर
  2. महाराजा जय सिंह द्वितीय
  3. महाराजा मान सिंह
  4. शिवाजी

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: जंतर-मंतर, खगोलीय वेधशालाओं का एक समूह है, जिसका निर्माण जयपुर के महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने करवाया था।
  • संदर्भ और विस्तार: दिल्ली, जयपुर, उज्जैन, वाराणसी और मथुरा में जंतर-मंतर स्थित हैं। ये वेधशालाएँ उस समय की खगोलीय गणनाओं और ज्योतिषीय अध्ययनों के लिए महत्वपूर्ण थीं।
  • गलत विकल्प: अकबर एक महान शासक था, महाराजा मान सिंह अकबर के सेनापति थे, और शिवाजी मराठा साम्राज्य के संस्थापक थे।

प्रश्न 20: ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना कब और किसने की थी?

  1. 1939, महात्मा गांधी
  2. 1938, जवाहरलाल नेहरू
  3. 1939, सुभाष चंद्र बोस
  4. 1940, भगत सिंह

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना 1939 में सुभाष चंद्र बोस ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद, सुभाष चंद्र बोस ने कांग्रेस के भीतर मौजूद समाजवादी और क्रांतिकारी तत्वों को संगठित करने के उद्देश्य से इस राजनीतिक दल की स्थापना की। इसका उद्देश्य अधिक आक्रामक राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन चलाना था।
  • गलत विकल्प: अन्य नेताओं और वर्षों का उल्लेख गलत है।

प्रश्न 21: हड़प्पा सभ्यता का कौन सा स्थल ‘गुजरात का मांडवी’ या ‘नखलिस्तान’ कहलाता था?

  1. धोलावीरा
  2. कालीबंगन
  3. लोथल
  4. राखीगढ़ी

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: लोथल, जो गुजरात के खंभात की खाड़ी के पास स्थित था, अपनी उन्नत डॉकयार्ड (बंदरगाह) के कारण ‘गुजरात का मांडवी’ या ‘नखलिस्तान’ (oases) कहलाता था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह शहर व्यापार और वाणिज्य का एक महत्वपूर्ण केंद्र था और मेसोपोटामिया जैसी सभ्यताओं से इसका व्यापारिक संबंध था। यहाँ से मिले हाथीदांत के पैमाने भी इसके व्यापारिक महत्व को दर्शाते हैं।
  • गलत विकल्प: धोलावीरा एक जल प्रबंधन प्रणाली के लिए प्रसिद्ध है, कालीबंगन जुते हुए खेत के साक्ष्य के लिए, और राखीगढ़ी भारत में सबसे बड़े हड़प्पा स्थलों में से एक है।

प्रश्न 22: ‘एका आंदोलन’ का संबंध किस क्षेत्र से था?

  1. अवध
  2. बंगाल
  3. पंजाब
  4. मालवा

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: एका आंदोलन मुख्य रूप से संयुक्त प्रांत (वर्तमान उत्तर प्रदेश) के अवध क्षेत्र में किसानों द्वारा चलाया गया एक आंदोलन था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह आंदोलन जमींदारों द्वारा बढ़ाए गए लगान और अन्य उत्पीड़न के खिलाफ था। इसमें किसानों ने लगान देने से इनकार कर दिया, जिसे ‘एका’ (एकता) कहा गया। यह लगभग 1921-22 के आसपास हुआ।
  • गलत विकल्प: बंगाल में तेभागा आंदोलन, पंजाब में पगड़ी सम्भाल जट्टा आंदोलन आदि अन्य किसान आंदोलन थे।

प्रश्न 23: ‘सिख साम्राज्य’ का अंतिम शासक कौन था?

  1. महाराजा रणजीत सिंह
  2. महाराजा खड़क सिंह
  3. महाराजा दलीप सिंह
  4. महाराजा शेर सिंह

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: महाराजा दलीप सिंह सिख साम्राज्य के अंतिम शासक थे।
  • संदर्भ और विस्तार: उनके शासनकाल के दौरान, ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने दूसरे एंग्लो-सिख युद्ध (1849) में पंजाब पर विजय प्राप्त की और सिख साम्राज्य को ब्रिटिश भारत में मिला लिया। दलीप सिंह को निर्वासित कर दिया गया था।
  • गलत विकल्प: महाराजा रणजीत सिंह ने सिख साम्राज्य की स्थापना की और उसे मजबूत बनाया, जबकि खड़क सिंह और शेर सिंह उनके उत्तराधिकारी थे।

प्रश्न 24: ‘ईस्ट इंडिया एसोसिएशन’ की स्थापना कब हुई थी?

  1. 1857
  2. 1866
  3. 1875
  4. 1885

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: ईस्ट इंडिया एसोसिएशन की स्थापना 1866 में दादाभाई नौरोजी ने लंदन में की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इसका उद्देश्य भारत के शासन से संबंधित मामलों पर चर्चा करना और ब्रिटिश जनता को भारतीय मुद्दों से अवगत कराना था। यह भारत में राष्ट्रवाद के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम था।
  • गलत विकल्प: 1857 का विद्रोह, 1875 में आर्य समाज की स्थापना, और 1885 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना अन्य महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएँ थीं।

प्रश्न 25: ‘बक्सर का युद्ध’ कब हुआ था?

  1. 1757
  2. 1761
  3. 1764
  4. 1765

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: बक्सर का युद्ध 1764 ईस्वी में हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में हेक्टर मुनरो के नेतृत्व में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना ने अवध के नवाब शुजाउद्दौला, बंगाल के नवाब मीर कासिम और मुगल बादशाह शाह आलम द्वितीय की संयुक्त सेना को पराजित किया। इस युद्ध ने भारत में कंपनी के प्रभुत्व को और मजबूत किया और इसके परिणामस्वरूप इलाहाबाद की संधि (1765) हुई।
  • गलत विकल्प: 1757 में प्लासी का युद्ध हुआ था, 1761 में पानीपत का तीसरा युद्ध हुआ था, और 1765 में इलाहाबाद की संधि हुई थी।

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