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इतिहास की गहराइयों में उतरें: आपका दैनिक ज्ञान परीक्षण!

इतिहास की गहराइयों में उतरें: आपका दैनिक ज्ञान परीक्षण!

समय की यात्रा पर निकलने के लिए तैयार हो जाइए! आज का अभ्यास सत्र आपको प्राचीन सभ्यताओं से लेकर आधुनिक युग के निर्णायक मोड़ों तक ले जाएगा। अपनी ऐतिहासिक सूझबूझ को परखें और हर सवाल के पीछे छिपे ज्ञान के खजाने को उजागर करें।

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता के निम्नलिखित में से किस स्थल पर एक विशाल स्नानगार (Great Bath) पाया गया है?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. लोथल
  4. कालीबंगा

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: विशाल स्नानगार (Great Bath) सिंधु घाटी सभ्यता के सबसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक संरचनाओं में से एक है, जो मोहनजोदड़ो में पाई गई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह संरचना जलरोधक ईंटों से बनी थी और संभवतः धार्मिक अनुष्ठानों के लिए उपयोग की जाती थी। इसकी लंबाई लगभग 55 मीटर, चौड़ाई 33 मीटर और गहराई 8 फीट थी। इसके चारों ओर कमरे बने थे, जिनमें से एक में कुआँ भी था।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा एक प्रमुख हड़प्पा स्थल था, लेकिन यहाँ विशाल स्नानगार नहीं मिला। लोथल एक बंदरगाह शहर था जहाँ गोदी (dockyard) के प्रमाण मिले, और कालीबंगा जुताई के प्रारंभिक प्रमाणों के लिए जाना जाता है।

प्रश्न 2: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. स्कंदगुप्त

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: समुद्रगुप्त, जो चंद्रगुप्त प्रथम का पुत्र था, को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है क्योंकि उसने अपने शासनकाल में बड़े पैमाने पर विजय अभियान चलाए और अपने साम्राज्य का विस्तार किया।
  • संदर्भ और विस्तार: प्रयाग प्रशस्ति (इलाहाबाद स्तंभ शिलालेख) में उसके सैन्य अभियानों और विजयों का विस्तृत वर्णन मिलता है। उसने उत्तर भारत के कई राज्यों को हराया और दक्षिणापथ के शासकों को भी अपने अधीन किया।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का संस्थापक था। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) ने भी महत्वपूर्ण विजयें हासिल कीं और कला तथा साहित्य को संरक्षण दिया, लेकिन समुद्रगुप्त की सैन्य उपलब्धियाँ अधिक व्यापक थीं। स्कंदगुप्त को हूणों के आक्रमण को रोकने के लिए जाना जाता है।

प्रश्न 3: तराइन का द्वितीय युद्ध कब लड़ा गया था?

  1. 1191 ईस्वी
  2. 1192 ईस्वी
  3. 1206 ईस्वी
  4. 1196 ईस्वी

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: तराइन का द्वितीय युद्ध 1192 ईस्वी में लड़ा गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में मोहम्मद गोरी ने पृथ्वीराज चौहान को निर्णायक रूप से पराजित किया। यह युद्ध भारत में तुर्क शासन की स्थापना की दिशा में एक महत्वपूर्ण मोड़ था। प्रथम तराइन युद्ध (1191) में पृथ्वीराज चौहान ने मोहम्मद गोरी को हराया था।
  • गलत विकल्प: 1191 ईस्वी में तराइन का प्रथम युद्ध हुआ था। 1206 ईस्वी में कुतुबुद्दीन ऐबक ने दिल्ली सल्तनत की स्थापना की।

प्रश्न 4: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?

  1. कृष्ण देवराय
  2. देवराय द्वितीय
  3. हरिहर और बुक्का
  4. राम राय

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इन दोनों भाइयों ने वारंगल के काकतीय वंश के पतन के बाद तुगलक सल्तनत के अधीन रहते हुए दक्षिण भारत में एक स्वतंत्र हिंदू साम्राज्य की नींव रखी। विजयनगर साम्राज्य कला, साहित्य, वास्तुकला और वाणिज्य का एक प्रमुख केंद्र था।
  • गलत विकल्प: कृष्ण देवराय विजयनगर के सबसे महान शासकों में से एक थे, लेकिन उन्होंने साम्राज्य की स्थापना नहीं की। देवराय द्वितीय और राम राय भी महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन स्थापना का श्रेय हरिहर और बुक्का को जाता है।

प्रश्न 5: 1857 के विद्रोह का तात्कालिक कारण क्या था?

  1. डलहौजी की हड़प नीति
  2. ईसाई मिशनरियों का प्रभाव
  3. जनरल की घोषणा
  4. एनफील्ड राइफलों में कारतूस का प्रयोग

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: 1857 के विद्रोह का सबसे तात्कालिक कारण नई एनफील्ड राइफलों में इस्तेमाल किए जाने वाले कारतूस थे, जिनके बारे में अफवाह थी कि वे गाय और सूअर की चर्बी से चिकनाए जाते थे।
  • संदर्भ और विस्तार: इन कारतूसों को इस्तेमाल करने से पहले दांतों से छीलना पड़ता था, जिससे हिंदू और मुस्लिम दोनों सैनिकों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची। मंगल पांडे जैसे सैनिकों ने इसका विरोध किया, जिसने विद्रोह की चिंगारी भड़का दी।
  • गलत विकल्प: डलहौजी की हड़प नीति, ईसाई मिशनरियों का प्रभाव और जनरल की घोषणा (संभवतः किसी ऐसे जनरल का उल्लेख है जिसने कोई आपत्तिजनक आदेश दिया हो) भी असंतोष के कारण थे, लेकिन कारतूसों का मुद्दा तात्कालिक और सबसे प्रभावी कारण था।

प्रश्न 6: ‘गांधी-इरविन समझौता’ किस वर्ष हुआ था?

  1. 1929
  2. 1930
  3. 1931
  4. 1932

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च, 1931 को हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह समझौता महात्मा गांधी और वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच सविनय अवज्ञा आंदोलन के संबंध में हुआ था। इसके तहत, कांग्रेस ने सविनय अवज्ञा आंदोलन को निलंबित करने पर सहमति व्यक्त की, और सरकार ने राजनीतिक कैदियों को रिहा करने और कुछ हद तक नमक सत्याग्रह की अनुमति देने पर सहमति व्यक्त की।
  • गलत विकल्प: 1929 में लाहौर अधिवेशन हुआ जिसमें पूर्ण स्वराज की मांग की गई। 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ। 1932 में पूना पैक्ट हुआ।

प्रश्न 7: निम्नलिखित में से कौन सी उपाधि ‘समुद्रगुप्त’ से संबंधित नहीं है?

  1. विक्रम
  2. सर्व-राजोच्छेत्ता
  3. पराक्रमांक
  4. सर्व-राज-प्रथमोद्धरण

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘विक्रम’ उपाधि आमतौर पर गुप्त शासक चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) से जुड़ी है, न कि समुद्रगुप्त से।
  • संदर्भ और विस्तार: समुद्रगुप्त को प्रयाग प्रशस्ति में ‘सर्व-राजोच्छेत्ता’ (सभी राजाओं को उखाड़ फेंकने वाला) और ‘पराक्रमांक’ (जिसकी शक्ति असीम है) जैसी उपाधियों से संबोधित किया गया है। ‘सर्व-राज-प्रथमोद्धरण’ (सभी राजाओं को उद्धृत करने वाला) भी उसकी विजयों को इंगित करता है।
  • गलत विकल्प: ‘सर्व-राजोच्छेत्ता’, ‘पराक्रमांक’, और ‘सर्व-राज-प्रथमोद्धरण’ समुद्रगुप्त से संबंधित उपाधियाँ हैं।

प्रश्न 8: ‘जजिया’ कर पहली बार किस मुस्लिम शासक ने पुनः लागू किया था?

  1. कुतुबुद्दीन ऐबक
  2. इल्तुतमिश
  3. फिरोज शाह तुगलक
  4. अलाउद्दीन खिलजी

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: जजिया कर, जो गैर-मुस्लिमों पर लगाया जाता था, को दिल्ली सल्तनत के शासक फिरोज शाह तुगलक (1351-1388 ईस्वी) ने पुनः लागू किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यद्यपि मोहम्मद बिन कासिम ने सिंध पर विजय के समय जजिया लगाया था, लेकिन उसे व्यवस्थित रूप से और पुनः लागू करने का श्रेय फिरोज शाह तुगलक को जाता है। उसने इसे ब्राह्मणों पर भी लागू किया, जबकि पहले उन्हें इससे छूट प्राप्त थी।
  • गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक और इल्तुतमिश के समय जजिया की व्यवस्था थी, लेकिन फिरोजशाह तुगलक ने इसे पुनः लागू करने और विस्तार करने का कार्य किया। अलाउद्दीन खिलजी ने इसे लागू नहीं किया था।

प्रश्न 9: भारत में प्रथम पुर्तगाली गवर्नर कौन था?

  1. वास्को डी गामा
  2. अल्फांसो डी अल्बुकर्क
  3. पेड्रो अल्वारेस कैब्राल
  4. फ्रांसिस्को डी अल्मेडा

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: फ्रांसिस्को डी अल्मेडा (1505-1509 ईस्वी) भारत में प्रथम पुर्तगाली गवर्नर था।
  • संदर्भ और विस्तार: अल्मेडा ने ‘ब्लू वॉटर पॉलिसी’ (नीली जल नीति) लागू की, जिसका उद्देश्य भारतीय महासागर पर पुर्तगाली प्रभुत्व स्थापित करना था। उसने कोचीन को अपना मुख्यालय बनाया।
  • गलत विकल्प: वास्को डी गामा भारत आने वाला प्रथम यूरोपीय यात्री था (1498)। अल्फांसो डी अल्बुकर्क दूसरा गवर्नर था जिसने भारतीय क्षेत्र पर पुर्तगाली शक्ति को मजबूत किया। पेड्रो अल्वारेस कैब्राल ने ब्राजील की खोज की और भारत भी आया।

प्रश्न 10: ‘सती प्रथा’ को किस वायसराय के कार्यकाल में समाप्त किया गया था?

  1. लॉर्ड डलहौजी
  2. लॉर्ड विलियम बेंटिंक
  3. लॉर्ड कैनिंग
  4. लॉर्ड कर्जन

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: सती प्रथा को 1829 ईस्वी में राजा राम मोहन राय के प्रयासों से लॉर्ड विलियम बेंटिंक के कार्यकाल में समाप्त किया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: सती प्रथा के विरुद्ध ‘बंगाल सती रेगुलेशन एक्ट’ (Regulation XVII of 1829) पारित किया गया था। यह भारत में एक प्रमुख सामाजिक सुधार था।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी की ‘हड़प नीति’ प्रसिद्ध है। लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय वायसराय था। लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया था।

प्रश्न 11: निम्नलिखित में से कौन सा वेद ‘संगीत का वेद’ भी कहलाता है?

  1. ऋग्वेद
  2. यजुर्वेद
  3. सामवेद
  4. अथर्ववेद

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: सामवेद को ‘संगीत का वेद’ कहा जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: सामवेद के मंत्र मुख्य रूप से यज्ञों के अवसर पर गाए जाने वाले मंत्र हैं। इनमें ‘साम’ का अर्थ ‘गान’ है। यह भारतीय शास्त्रीय संगीत का प्रारंभिक स्रोत माना जाता है।
  • गलत विकल्प: ऋग्वेद सबसे प्राचीन वेद है और इसमें भजनों का संग्रह है। यजुर्वेद में यज्ञों के नियम और मंत्र हैं। अथर्ववेद में जादू-टोना, चिकित्सा और दर्शन से संबंधित मंत्र हैं।

प्रश्न 12: ‘अष्टप्रधान’ नामक मंत्रिपरिषद किस साम्राज्य में थी?

  1. मौर्य साम्राज्य
  2. गुप्त साम्राज्य
  3. मुगल साम्राज्य
  4. मराठा साम्राज्य

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘अष्टप्रधान’ शिवाजी महाराज द्वारा गठित मंत्रिपरिषद थी, जो मराठा साम्राज्य का एक महत्वपूर्ण अंग थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस मंत्रिपरिषद में आठ मंत्री होते थे, जिनमें पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (गृहमंत्रण), सुमंत (विदेश मंत्री), पंडितराव (धर्माध्यक्ष), सेनापति (सैन्य कमांडर), सुमंत (दरबार प्रबंधन) और न्यायाधीश (न्यायधीश) शामिल थे।
  • गलत विकल्प: मौर्य, गुप्त और मुगल साम्राज्यों में भी मंत्री परिषदें थीं, लेकिन उनकी संरचना और नामकरण ‘अष्टप्रधान’ से भिन्न थे।

प्रश्न 13: ‘अकबरनामा’ किसने लिखा था?

  1. अबुल फजल
  2. बदायूँनी
  3. फैजी
  4. तानसेन

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘अकबरनामा’ की रचना अकबर के दरबार के विख्यात विद्वान अबुल फजल ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह एक विस्तृत ऐतिहासिक ग्रंथ है जो मुगल सम्राट अकबर के शासनकाल, उसके जीवन, प्रशासन, नीतियों और उसके पूर्वजों के बारे में जानकारी प्रदान करता है। ‘आईन-ए-अकबरी’ भी अबुल फजल की एक महत्वपूर्ण रचना है।
  • गलत विकल्प: बदायूँनी ने ‘मुंतखब-उत-तवारीख’ लिखी, फैजी अबुल फजल का भाई और एक प्रसिद्ध कवि था, और तानसेन अकबर के दरबार का एक महान संगीतकार था।

प्रश्न 14: फ्रांसीसी क्रांति कब हुई थी?

  1. 1776
  2. 1789
  3. 1799
  4. 1815

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: फ्रांसीसी क्रांति 1789 ईस्वी में शुरू हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस क्रांति ने फ्रांस के राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्य को मौलिक रूप से बदल दिया, जिससे राजशाही का अंत हुआ और गणतंत्र की स्थापना हुई। इसने ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ (Liberté, égalité, fraternité) के विचारों को बढ़ावा दिया, जिनका दुनिया भर पर गहरा प्रभाव पड़ा।
  • गलत विकल्प: 1776 अमेरिकी क्रांति का वर्ष है। 1799 में नेपोलियन बोनापार्ट सत्ता में आया, जिसने क्रांति के बाद के दौर की शुरुआत की। 1815 वाटरलू का युद्ध और नेपोलियन के पतन का वर्ष है।

प्रश्न 15: ‘दीन-ए-इलाही’ धर्म किसने चलाया था?

  1. हुमायूँ
  2. अकबर
  3. जहाँगीर
  4. शाहजहाँ

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) नामक एक नया पंथ मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ईस्वी में चलाया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह एक संश्लेषणवादी धर्म था जिसमें विभिन्न धर्मों के प्रमुख सिद्धांतों और प्रथाओं को शामिल करने का प्रयास किया गया था। इसका उद्देश्य विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच सद्भाव स्थापित करना था, लेकिन यह व्यापक रूप से स्वीकार नहीं किया गया और अकबर की मृत्यु के बाद लुप्त हो गया।
  • गलत विकल्प: हुमायूँ, जहाँगीर और शाहजहाँ मुगल सम्राट थे, लेकिन उन्होंने ‘दीन-ए-इलाही’ की स्थापना नहीं की थी।

प्रश्न 16: निम्नलिखित में से कौन सा स्थल सिंधु घाटी सभ्यता का हिस्सा नहीं था?

  1. धोलावीरा
  2. बनवाली
  3. सुत्कागेनडोर
  4. पाटलिपुत्र

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: पाटलिपुत्र (आधुनिक पटना) एक प्राचीन भारतीय शहर है जो गंगा नदी के किनारे स्थित था, लेकिन यह सिंधु घाटी सभ्यता (लगभग 2500-1700 ईसा पूर्व) के पुरातात्विक स्थलों में से एक नहीं है।
  • संदर्भ और विस्तार: पाटलिपुत्र मौर्य साम्राज्य की राजधानी थी और इसका विकास हर्यक वंश के शासनकाल में हुआ। इसके विपरीत, धोलावीरा (गुजरात), बनवाली (हरियाणा) और सुत्कागेनडोर (पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में) सिंधु घाटी सभ्यता के प्रमुख स्थल हैं।
  • गलत विकल्प: धोलावीरा, बनवाली और सुत्कागेनडोर सभी सिंधु घाटी सभ्यता से संबंधित महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल हैं।

प्रश्न 17: ‘रयतवाड़ी व्यवस्था’ का जनक किसे माना जाता है?

  1. लॉर्ड कार्नवालिस
  2. अलेक्जेंडर रीड
  3. थॉमस मुनरो
  4. वारेन हेस्टिंग्स

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: अलेक्जेंडर रीड को रयतवाड़ी व्यवस्था का प्रारंभिक जनक माना जाता है, और थॉमस मुनरो ने इसे मद्रास प्रेसीडेंसी में लागू किया और लोकप्रिय बनाया।
  • संदर्भ और विस्तार: रयतवाड़ी व्यवस्था में, भूमि सीधे किसानों (रयतों) को पट्टे पर दी जाती थी, और वे सीधे राजस्व का भुगतान करते थे। इस व्यवस्था को ब्रिटिश भारत के बड़े हिस्से में, विशेषकर मद्रास, बंबई और असम में लागू किया गया था।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड कार्नवालिस स्थायी बंदोबस्त (Permanent Settlement) से जुड़े थे। वारेन हेस्टिंग्स ने बंगाल में कुछ भू-राजस्व सुधार किए थे, लेकिन रयतवाड़ी व्यवस्था सीधे उनसे संबंधित नहीं थी।

प्रश्न 18: प्रथम गोलमेज सम्मेलन का आयोजन कहाँ हुआ था?

  1. दिल्ली
  2. लंदन
  3. कैम्ब्रिज
  4. पेरिस

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: प्रथम गोलमेज सम्मेलन (First Round Table Conference) 1930-1931 में लंदन में आयोजित किया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह साइमन कमीशन की रिपोर्ट पर विचार-विमर्श करने के लिए आयोजित किया गया था। भारत से इसमें विभिन्न राजनीतिक दलों और रियासतों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था, लेकिन कांग्रेस ने इसका बहिष्कार किया था क्योंकि सविनय अवज्ञा आंदोलन अभी भी जारी था।
  • गलत विकल्प: दिल्ली भारत की राजधानी है, लेकिन सम्मेलन लंदन में हुए। कैम्ब्रिज और पेरिस अन्य महत्वपूर्ण यूरोपीय शहर हैं, लेकिन वे सम्मेलन स्थल नहीं थे।

प्रश्न 19: ‘कौटिल्य’ का अर्थशास्त्र क्या है?

  1. दर्शन का ग्रंथ
  2. राजनीति का ग्रंथ
  3. नाटकीय साहित्य
  4. चिकित्सा का ग्रंथ

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: कौटिल्य (चाणक्य) द्वारा रचित ‘अर्थशास्त्र’ मुख्य रूप से राजनीति, शासनकला, कूटनीति, और राज्य प्रबंधन से संबंधित एक ग्रंथ है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह मौर्य काल के राजनीतिक और आर्थिक जीवन की जानकारी का एक अमूल्य स्रोत है। इसमें राज्य के सात अंग (स्वामी, अमात्य, जनपद, दुर्ग, कोष, दंड, मित्र) और उनकी भूमिकाओं का विस्तृत वर्णन है।
  • गलत विकल्प: यद्यपि इसमें कुछ दार्शनिक विचार भी हैं, इसका प्राथमिक ध्यान राजनीति और शासन पर है। यह नाटक या चिकित्सा से संबंधित नहीं है।

प्रश्न 20: ‘बुद्धचरित’ के लेखक कौन हैं?

  1. नागार्जुन
  2. आर्यभट्ट
  3. अश्वघोष
  4. चरक

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘बुद्धचरित’ के लेखक अश्वघोष थे, जो कनिष्क के दरबार में एक विद्वान थे।
  • संदर्भ और विस्तार: ‘बुद्धचरित’ को बौद्ध धर्म का ‘एपिक’ (महाकाव्य) भी कहा जाता है। यह संस्कृत में रचित है और इसमें भगवान बुद्ध के जीवन की घटनाओं का वर्णन है।
  • गलत विकल्प: नागार्जुन एक प्रसिद्ध बौद्ध दार्शनिक थे। आर्यभट्ट एक महान गणितज्ञ और खगोलशास्त्री थे। चरक एक प्रसिद्ध चिकित्सक थे और ‘चरक संहिता’ के लेखक थे।

प्रश्न 21: निम्नलिखित में से कौन सा कथन ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के बारे में सत्य है?

  1. यह आंदोलन 1920 में शुरू हुआ था।
  2. इसमें महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो’ का नारा दिया था।
  3. इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य पूर्ण स्वराज प्राप्त करना था।
  4. इसमें कांग्रेस ने भाग नहीं लिया था।

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: भारत छोड़ो आंदोलन 1942 में शुरू हुआ था, और इसी दौरान महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो’ (Do or Die) का नारा दिया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह आंदोलन द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक जन आंदोलन था, जिसका उद्देश्य भारत को तत्काल स्वतंत्रता दिलाना था। गांधीजी के आह्वान ने पूरे देश को एकजुट कर दिया।
  • गलत विकल्प: 1920 में असहयोग आंदोलन शुरू हुआ था। पूर्ण स्वराज की मांग 1929 के लाहौर अधिवेशन से प्रमुखता से उठी। कांग्रेस ने इस आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी।

प्रश्न 22: ‘कलिंग़ का युद्ध’ किस शासक के शासनकाल में हुआ था?

  1. चंद्रगुप्त मौर्य
  2. बिंदुसार
  3. अशोक
  4. सम्राट हर्ष

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: कलिंग का युद्ध (लगभग 261 ईसा पूर्व) मौर्य शासक अशोक के शासनकाल में हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध के भयानक रक्तपात और विनाश ने अशोक को बहुत प्रभावित किया, जिसके पश्चात् उसने बौद्ध धर्म अपना लिया और शांति तथा अहिंसा का मार्ग चुना। इस युद्ध का वर्णन अशोक के 13वें शिलालेख में मिलता है।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य, बिंदुसार और सम्राट हर्ष (जो 7वीं शताब्दी ईस्वी में हुए) अशोक के बाद या पहले के शासक थे, और कलिंग युद्ध उनके शासनकाल में नहीं हुआ था।

प्रश्न 23: 1919 का ‘रौलट एक्ट’ क्या था?

  1. भारतीयों को हथियार रखने की अनुमति देने वाला अधिनियम
  2. एक ऐसा अधिनियम जो बिना किसी मुकदमे के किसी भी व्यक्ति को हिरासत में रखने की अनुमति देता था।
  3. किसानों के लिए भूमि सुधार का अधिनियम
  4. स्वतंत्रता के लिए प्रेस की अनुमति देने वाला अधिनियम

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: 1919 का रौलट एक्ट (या काला कानून) एक ऐसा दमनकारी कानून था जो सरकार को किसी भी व्यक्ति को बिना किसी मुकदमे के, संदेह के आधार पर हिरासत में रखने और यातना देने की शक्ति देता था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस कानून का उद्देश्य राष्ट्रवादी आंदोलनों को दबाना था। इसके कारण पूरे भारत में विरोध हुआ, और जलियांवाला बाग हत्याकांड इसी के विरोध में हो रही एक सभा पर हुआ था।
  • गलत विकल्प: यह अधिनियम भारतीयों को हथियार रखने की अनुमति नहीं देता था, बल्कि उनके अधिकारों को छीनता था। यह किसानों या प्रेस से संबंधित नहीं था।

प्रश्न 24: ‘सिद्धि-विरुपाक्ष मंदिर’ कहाँ स्थित है?

  1. कोणार्क
  2. हम्पी
  3. खजुराहो
  4. एलिफेंटा

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘विरुपाक्ष मंदिर’ (अन्य नाम: सिद्धि-विरुपाक्ष मंदिर) कर्नाटक के हम्पी में स्थित है।
  • संदर्भ और विस्तार: हम्पी विजयनगर साम्राज्य की राजधानी थी, और विरुपाक्ष मंदिर उस साम्राज्य का सबसे प्रमुख और अभी भी सक्रिय मंदिर है, जो भगवान शिव को समर्पित है। यह यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल का हिस्सा है।
  • गलत विकल्प: कोणार्क में सूर्य मंदिर, खजुराहो में कंदरिया महादेव मंदिर और एलिफेंटा की गुफाएं प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल हैं, लेकिन विरुपाक्ष मंदिर हम्पी में है।

प्रश्न 25: निम्नलिखित में से किस वर्ष को ‘महान जनसांख्यिकीय विभाजन’ (Great Demographic Divide) या ‘जनसंख्या परिवर्तन का वर्ष’ (Year of Great Divide) कहा जाता है?

  1. 1901
  2. 1911
  3. 1921
  4. 1931

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: 1921 को भारतीय इतिहास में ‘महान जनसांख्यिकीय विभाजन’ या ‘जनसंख्या परिवर्तन का वर्ष’ कहा जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: 1901 से 1921 तक भारत की जनसंख्या में वृद्धि दर बहुत कम थी, और 1911-1921 के दशक में तो जनसंख्या में गिरावट भी देखी गई थी, जिसका मुख्य कारण स्पैनिश फ्लू महामारी थी। 1921 के बाद, जनसंख्या में वृद्धि की दर लगातार बढ़ी, जो एक महत्वपूर्ण जनसांख्यिकीय बदलाव को दर्शाता है।
  • गलत विकल्प: अन्य दशक इतने महत्वपूर्ण जनसांख्यिकीय बदलाव के सूचक नहीं माने जाते हैं।

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